English: unfoldingWord® Translation Words
Key Terms
# मसीह विरोधी,
परिभाषा:
“मसीह विरोधी” शब्द का संदर्भ उस व्यक्ति या शिक्षा से है जो मसीह यीशु और उसके काम के विरूद्ध है। संसार में अनेक मसीह विरोधी हैं।
- प्रेरित यूहन्ना लिखता है कि यदि कोई यह शिक्षा देकर मनुष्यों को पथ-भ्रष्ट करे कि यीशु मसीह नहीं है या इन्कार करे कि यीशु परमेश्वर एवं मनुष्य दोनों है तो वह मसीह विरोधी है।
- बाइबल की शिक्षा के अनुसार संसार में मसीह विरोधी की आत्मा सार्वलौकिक है जो यीशु के काम का विरोध करती है।
- नये नियम की पुस्तक प्रकाशितवाक्य में लिखा हे कि एक पुरूष “मसीह विरोधी” कहलाएगा जो अन्त समय में प्रकट होगा। वह परमेश्वर के लोगों को नष्ट करने का प्रयास करेगा परन्तु वह यीशु द्वारा परास्त किया जाएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद करने के लिए ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य”
- “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देती है।”
- इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: मसीह, प्रकट करना, क्लेश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
# निर्दोष
परिभाषा:
“निर्दोष शब्द” का शाब्दिक अर्थ है, “बिना किसी दोष के”। यह उस मनुष्य के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो पूर्ण मन से परमेश्वर की आज्ञाएं मानता है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह निष्पाप है।
अब्राहम और नूह परमेश्वर की दृष्टि में निर्दोष थे।
जिस मनुष्य को "निर्दोष" माना जाता है, वह परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है।
एक बाइबल पद के अनुसार निर्दोष मनुष्य “परमेश्वर का भय मानता है और बुराई से दूर रहता है”।
अनुवाद के सुझाव:
इसका अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है “उसका चरित्र दोषरहित है” या पूर्वतः परमेश्वर का आज्ञाकारी है” या “पाप से दूर रहना” या “बुराई से दूर रहता है”
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5352, H5355, H8535, G02730, G02740, G02980, G02990, G03380, G04100, G04230
# निंदा, निन्दा करना, निन्दक
परिभाषा:
बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान के शब्दों का प्रयोग करना| किसी की “निन्दा” करने का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें।
- परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता है कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उस पर कलंक लगाना या उसका अपमान करना या अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे।
- मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या दावा करे कि एकमात्र सच्चे परमेश्वर के अतिरिक्त भी कोई परमेश्वर है तो यह निंदा करना है|
- कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में "कलंक" शब्द का उपयोग किया गाया है जब मनुष्यों के विरूद्ध कुछ कहा जाता है|
अनुवाद के सुझाव:
- “निन्दा” का अनुवाद किया जा सकता है, “किसी के विरूद्ध बुरी बातें कहना” या “परमेश्वर का अपमान करना” या “मानहानि करना”
- “निन्दा” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “किसी के विरूद्ध झूठी बातें कहना” या “मानहानि करना” या “झूठी अफवाह उड़ाना”।
(यह भी देखें: निरादर, झूठा दोष लगाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स : H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G09870, G09880, G09890
# घमण्ड करना, घमण्डी
परिभाषा:
“घमण्ड” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य के बारे में गर्व की बातें करना। इसका अर्थ प्रायः स्वयं के बारे में बड़ाई करना होता है।
- “घमण्डी” मनुष्य अपने बारे में घमण्ड करता है।
- परमेश्वर ने इस्राएल को मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा करने का हठ करते थे।
- बाइबल में लोगों के घमंड करने का उल्लेख है. धन-सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों आदी पर घमण्ड करने का| इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थेऔर स्वीकार नहीं करते थे कि इन सबका दाता तो वास्तव में परमेश्वर ही है|
- परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा, इसकी अपेक्षा उमके लिए "घमंड" करने या गर्व करने का कारण होना चाहिए कि वे उसको जानते हैं|
- प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो कुछ भी उनके लिए किया है उसके लिए आनंद के साथ परमेश्वर के आभारी होना|
अनुवाद के सुझाव:
- “घमण्ड” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बड़ाई करना” या “घमण्ड से कहना” या “घमण्ड करना”
- “घमण्डी” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “घमण्ड की बातों से भरा” या “घमण्डी” या “स्वयं की बड़ाई करना”
- परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” या "के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना”
- कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक अर्थात, अभिमान और दूसरा सकारात्मक अर्थात, अपने कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना।
अनुवाद के सुझाव:
(यह भी देखें: घमण्डी)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1984, H3235, H6286, G02120, G02130, G26200, G27440, G27450, G27460, G31660
कलीसिया, कलीसियाओं
परिभाषा:
नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों के एक स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द प्रायः सब विश्वासियों के संदर्भ में है।
- इस शब्द का वास्तविक अर्थ है, "बहार बुलाए गए" मनुष्यों का समुदाय या सभा जिसके समागम का उद्देश्य विशिष्ठ होता है|
- जब यह शब्द मसीह की व्यापक देह के सब विश्वासियो के सन्दर्भ में होता है तब कुछ बाईबल अनुवादक प्रथम अक्षर को बड़ा लिखते हैं जिससे कि इसका परिप्रेक्ष्य स्थानीय कलीसिया से भिन्न हो|
- किसी नगर विशेष के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”।
- बाइबल में "कलीसिया" का संदर्भ भवन से नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- “कलीसिया” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले”
- इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति के अभिप्राय में किसी एक समूह का नहीं वरन सब विश्वासियों का भाव प्रकट होना आवश्यक है|
- सुनिश्चित करें कि “कलीसिया” का अनुवाद किसी भवन का अर्थ प्रकट न करे।
- पुराने नियम में "सभा" का जिस शब्द से अनुवाद किया गया है उस शब्द का भी यहां उपयोग किया जा सकता है।
- स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद को भी देखें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: सभा, विश्वास करना, मसीही विश्वासी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 43:12 लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
- 46:9 परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को शिक्षा देने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
- 46:10 तब अन्ताकिया की कलीसिया ने शाऊल और बरनबास के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
- __47:13__वे यीशु के सुसमाचार का प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
- 50:1 लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। कलीसिया बढ़ रही है।
शब्द तथ्य:
# दोष लगाना, दोषी, दण्ड की आज्ञा
परिभाषा:
“दोष लगाना” और “दण्ड की आज्ञा” अर्थात अनुचित काम के लिए किसी का न्याय करना।
- “दोष लगाना” में प्रायः किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है।
- कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना भी होता है।
- “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगाने से होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना।"
- “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए”
- “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “दोषी ठहराना” या “अपराध का दण्ड”
(यह भी देखें: न्याय, दण्ड देना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6064, H7034, H7561, H8199, G01760, G08430, G26070, G26130, G26310, G26320, G26330, G29170, G29190, G29200, G52720, G60480
## कोने का पत्थर
परिभाषा:
“कोने का पत्थर” एक बड़ा पत्थर होता है जो विशेष करके तराशा हुआ होता है और भवन की नींव में रखा जाता है।
- भवन के अन्य सब पत्थर इस कोने के पत्थर के संयोजन में रखे जाते हैं।
- यह पत्थर संपूर्ण रचना की दृढ़ता एवं स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- नये नियम में विश्वासियों की सभा को उपमा रूप में एक मन्दिर कहा गया है जिसका कोने का पत्थर मसीह यीशु है।
- जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन की स्थिति को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है।
अनुवाद के सुझाव:
- “कोने के पत्थर” का अनुवाद “भवन का मुख्य पत्थर” या “नींव का पत्थर” किया जा सकता है।
- यहां ध्यान दें कि लक्षित भाषा में भवन की नींव के किसी भाग के लिए कोई शब्द है जो मुख्य आधार है। यदि ऐसा शब्द है तो उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है।
- इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “भवन के कोने के लिए काम में लिया गया नींव का पत्थर”
- यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो कोई और शब्द होगा जिसका उपयोग किया जा सकता है और उसका अर्थ, "बड़ा पत्थर" हो (जैसे "चट्टान") परन्तु उसमें विचार यह हो कि उसको उचित आकार दिया गया है कि वह यथास्थान बैठे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0068, H6438, H7218, G02040, G11370, G27760, G30370
# क्रूस पर चढ़ाना, क्रूस पर चढ़ाया
परिभाषा:
“क्रूस पर चढ़ाना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह घोर पीड़ा में मर जाए।
- अपराधी को क्रूस पर बांध कर लटकाया जाता या कीलों से ठोंक कर लटकाया जाता था। क्रूस पर लटकाया हुआ व्यक्ति रक्त की कमी से या सांस लेने में कठिनाई के कारण मर जाता था।
- प्राचीन रोमी साम्राज्य में मृत्यु-दण्ड की यह विधि प्रायः काम में ली जाती थी, विशेष करके भयानक अपराधियों के लिए या सरकार के विद्रोहियों के लिए।
- यहूदियों के अगुओं ने रोमी अधिपति को विवश किया कि वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिकों को आज्ञा दे। सैनिकों ने यीशु को कीलों से क्रूस पर ठोंका था। यीशु ने मरने से पूर्व छः घंटे दुःख उठाया था।
अनुवाद के सुझाव:
- क्रूस पर चढ़ाने का अनुवाद किया जा सकता है, “क्रूस पर मृत्यु” या “क्रूस पर कीलों से ठोक कर मृत्यु-दण्ड देना”।
(यह भी देखें: क्रूस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 39:11 लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे क्रूस पर चढाओं।”
- 39:12 परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया। यीशु के __क्रूसीकरण __में उसने प्रमुख भूमिका निभाई थी|
- 40:1 सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
- 40:4 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया।
- 43:6 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर के सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।”
- 43:9 "उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया।”
- 44:8 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G03880, G43620, G47170, G49570
# दुष्टात्माएँ थीं
परिभाषा:
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विचार शैतान या दुष्टात्मा के वश में हैं।
- दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
- यीशु ने दुश्तात्माग्रस्त लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा "निकालना" कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
(यह भी देखें: दुष्टात्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 26:9 बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__थीं, उन्हें यीशु के पास लाया गया।
- 32:2 जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा__थी, यीशु के पास दौड़कर आया।
- 32:6 दुष्टात्माग्रस्त व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
- 32:9 लोगों ने आकर उसको जिसमें दुष्टात्माएँ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति का सा व्यवहार करते पाया ।
- 47:3 हर दिन जब वे (पौलुस और सीलास) प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी।
शब्द तथ्य:
# ईश्वरीय
परिभाषा:
“ईश्वरीय” अर्थात परमेश्वर से संबन्धित सब बातें।
- इस शब्द का कुछ उपयोग इस प्रकार है, “दिव्य अधिकार,” “परमेश्वर का न्याय,” “ईश्वरीय स्वभाव,” “ईश्वरीय सामर्थ्य” और “परमेश्वर की महिमा”।
- बाइबल के एक गद्यांश में “ईश्वरीय” शब्द झूठे देवता के संबन्ध में भी किसी बात का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “ईश्वरीय” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का” या “परमेश्वर से” या “परमेश्वर से संबन्धित” या “परमेश्वर के गुणों से अभिभूत”
- उदाहरणार्थ, “ईश्वरीय अधिकार” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अधिकार” या “परमेश्वर प्रदत्त अधिकार”।
- “ईश्वरीय महिमा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महिमा” या “परमेश्वर में निहित महिमा” या “परमेश्वर से प्रकट महिमा”।
- कुछ अनुवादों में मूर्तियों से संबन्धित किसी बात को व्यक्त करने के लिए भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: अधिकार, झूठे देवता, महिमा, परमेश्वर, न्याय, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G23040, G29990
# सेवा करना, सेवकाई
परिभाषा:
बाइबल में “सेवकाई” शब्द का संदर्भ मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और उनकी आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेने से था.
- पुराने नियम में याजक मन्दिर में चढ़ावे चढ़ाकर परमेश्वर की "सेवा" करते थे.
- उनकी “सेवकाई” में मन्दिर की देखरेख और मनुष्यों की ओर से परमेश्वर के लिए प्रार्थनाएं चढ़ाना भी होता था.
- मनुष्यों की "सेवा" के कार्य में परमेश्वर के बारे में शिक्षा देते उनकी उनकी आत्मिक सेवा करना भी था.
- इसका संदर्भ उनकी सांसारिक सेवा से भी हो सकता था, जैसे रोगियों की सुधि लेना और गरीबों को भोजन देना.
अनुवाद के सुझाव:
- मनुष्यों की सेवा के संदर्भ में “सेवा करना” का अनुवाद “परिचर्या” या “सुधि लेना” या “आवश्यकताएं पूरी करना” भी हो सकता है.
- जब मन्दिर में सेवा का संदर्भ हो तो “सेवक” शब्द का अनुवाद हो सकता है,” मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करना” या “मनुष्यों के लिए परमेश्वर के समक्ष बलि चढ़ाना.”
- परमेश्वर की सेवा के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है,“सेवा करना” या “परमेश्वर के लिए काम करना.” हो सकता है.
- “सेवा की” का अनुवाद हो सकता है, “सुधि ली” या “प्रावधान किया” या “सहायता की.”
(यह भी देखें: सेवा करना, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H6399, H8120, H8334, H8335, G1247, G1248, G1249, G2023, G2038, G2418, G3008, G3009, G3010, G3011, G3930, G5256, G5257, G5524
## परमेश्वर की प्रजा, मेरी प्रजा
परिभाषा:
“परमेश्वर की प्रजा”, बाईबल में इस इस अवधारणा का सन्दर्भ उन लोगों से है जिनके साथ परमेश्वर ने वाचा बंधकर सम्बन्ध बनाए थे |
- पुराने नियम में "परमेश्वर की प्रजा" इस्राएल के संदर्भ में है| परमेश्वर ने इस्राएल को चुन कर संसार की अन्यजातियों से अलग कर लिया था कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें।
- नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय "कलिसीया" से है अर्थात वह हर एक मनुष्य जो यीशु में विश्वास करता है| इसमें यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों समाहित हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है।
- परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिनके साथ उसका सम्बन्ध वाचा आधारित है| परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा कही हुई है और वह चाहता है कि उनका जीवन आचरण ऐसा हो जो उसको प्रसन्न करे।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”।
- जब परमेश्वर कहता है, “मेरी प्रजा” तब उसका अनुवाद हो सकता है, “जिन लोगों को मैंने चुन लिया है” या “मेरी आराधना करने वाले लोग” या “मेरे अपने लोग”
- इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरे अपने लोग” या “ तेर हो जाने के लिए तुझे चुन लेने वाले लोग”
- “उसकी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग होने के लिए चुन लिया”
(यह भी देखें: इस्राएल, जाति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H430, H5971, G2316, G2992
#छुटकारे का मूल्य, छुड़ा लिया #
परिभाषा:
क्रिया शब्द "छुटकारे का मूल्य", किसी बन्दी, दास या कारावास में रखे हुए मनुष्य के लिए धनराशि देना या बचाने के लिए किसी काम को आत्म-त्याग के साथ करना। “पुनः खरीद लेना” “मुक्ति कराने” जैसा ही है।
एक क्रिया के रूप में, "छुटकारे का मूल्य" का अर्थ भुगतान करना या किसी ऐसे व्यक्ति को, जिसे पकड़ा गया है, गुलाम बनाया गया है या कैद किया गया है, छुड़ाने के लिए आत्म-बलिदान करना है। "वापस खरीदें" का यह अर्थ "छुड़ाने" के अर्थ के समान है।
यीशु ने पापी लोगों को पाप की गुलामी से छुड़ाने के लिए फिरौती के तौर पर खुद को मारे जाने के लिए दिया। परमेश्वर के अपने लोगों को उनके पाप का दंड चुकाकर वापस खरीदने के इस कार्य को बाइबल में "उद्धार" भी कहा जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- शब्द "छुटकारे का मूल्य" का अनुवाद "मुक्ति के लिए भुगतान" या "मुफ्त में कीमत चुकाने" या "पुन: खरीदने" के रूप में भी किया जा सकता है।।
- वाक्यांश "छुटकारे का मूल्य देना" का अनुवाद "(स्वतंत्रता की) कीमत का भुगतान" या "(लोगों को मुक्त करने के लिए) दंड का भुगतान " या "आवश्यक भुगतान करने" के रूप में किया जा सकता है।
- नाम "छुटकारे" का अनुवाद "वापस खरीदना" या "एक जुर्माने का भुगतान " या "भुगतान किया गया मूल्य" (लोगों या जमीन को मुक्त या पुन: खरीदने के लिए) के रूप में किया जा सकता है।
- एक "छुटकारे का मूल्य" और "छुटकारा" शब्द का अंग्रेज़ी में एक ही अर्थ है लेकिन कभी-कभी इसे थोड़ा अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। अन्य भाषाओं में इस अवधारणा के लिए केवल एक शब्द हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि यह अनुवाद “प्रायश्चित” के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: प्रायश्चित, छुटकारा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1350, H3724, H6299, H6306, G04870, G30830
#उल्लंघन करना, अपराध
परिभाषा:
शब्द “अपराध” का अर्थ है,रेखा पार करना या सीमा का उल्लंघन करना. यह शब्द अधिकतर रूपक स्वरुप काम में लिया जाता है कि आज्ञा, नियम या सदाचार का नियम तोड़ना दर्शाया जाए.
- यह शब्द "अधर्म" शब्द का अत्यधिक समानार्थक शब्द है परन्तु सामान्यत: इसका उपयोग अधिकतर मनुष्यों की अपेक्षा परमेश्वर के विरुद्ध अपराध के लिए किया जाता है.
- “अपराध करना," इसका वर्णन "रेखा लांघने" जैसा भी किया जाता है अर्थात सीमा या हद पार करना जो किसी मनुष्य और अन्य जनों के लिए निर्धारित की गयी है.
अनुवाद के सुझाव:
- “उल्लंघन करना” का अनुवाद , “पाप करना” या “अवज्ञा” या "विद्रोह करना" हो सकता है.
- यदि किसी पद में या गद्यांश में दो अलग अलग शब्दों का उपयोग किया गया है जिनका अर्थ “पाप”, “अपराध” या “अधर्म” है तो यह महत्वपूर्ण है कि यथासंभव इन शब्दों के अनुवाद में अलग-अलग रूप काम में लें. बाइबल यदि एक ही अभिप्राय के निमित्त दो या अधिक शब्दों का उपयोग करती है तो उसका उद्देश्य है कि बात पर बल दिया जाए या उसका महत्व प्रकट किया जाए.
(देखें: समानता)
(यह भी देखें:
अवज्ञा
पाप, अपराध करना, अधर्म के काम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928
अख़मीरी रोटी
परिभाषा:
“अखमीरी रोटी” खमीर रहित या खट्टा करने वाले पदार्थ से रहित रोटी। यह रोटी पतली होती है क्योंकि उसे फूलने के लिए उसमें खमीर नहीं होता है।
- जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र के दासत्व से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए।
- कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः "अखमीरी रोटी" मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, जिससे कि वे परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन जिएँ।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बिना खमीर की रोटी” या “बिना फूली रोटी."
- सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद आपके द्वारा “खमीर” के अनुवाद से सुसंगत हो।
- कुछ प्रकरणों में “अखमीरी रोटी” का संदर्भ “अखमीरी रोटी के पर्व” से है और इसका अनुवाद वैसे ही किया जाए।
(यह भी देखें: रोटी, मिस्र, उत्सव, फसह, सेवक, पाप, खमीर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4682, G01060
अच्छा, सही, प्रसन्न करने वाला, उत्तम, सबसे अच्छा
परिभाषा:
“अच्छा” शब्द सामान्यतः किसी के गुण-लक्षणों के सकारात्मक मूल्यांकन के सन्दर्भ में होता है, जो प्रायः नैतिक या भावनात्मक भाव में होता है| तथापि, बाईबल में प्रकरण के आधार पर इस शब्द के द्वारा अनेक अवांतर भेद व्यक्त किए जाते हैं|
- कोई वस्तु "अच्छी" है तो वह भावनाओं को अभिभूत करती है और नैतिकता में न्यायोचित होती है, सर्वोचित होती है, अनुकूल या लाभकारी होती है|
- बाईबल में, "अच्छा" का सामान्य अर्थ प्रायः "बुरे" की विषमता में दर्शाया जाता है|
अनुवाद के सुझाव:
- लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए, यदि उसका सामान्य अर्थ उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो।
- प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दयालू” या "अति उत्तम" या “परमेश्वर को प्रसन्न करने योग्य” या “न्यायोचित” या "नैतिकता में खरा" या “लाभकारी”
- “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि”; “अच्छी फसल” का अनुवाद हो सकता है, “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”।
- “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद हो सकता है, किसी “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” या किस के लिए "समृद्धी का कारन होना"
- “सब्त के दिन भलाई करना” अर्थात “किसी के लाभ का काम सब्त के दिन करना”।
- प्रकरण के अनुसार “भलाई" के अनुवाद हो सकते हैं, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता”
(यह भी देखें: धार्मिकता, समृद्ध होना, बुरा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:4 परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह अच्छी है।।
- 1:11 परमेश्वर ने अच्छे और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया।
- 1:12 फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है।”
- __ [2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और अच्छे और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
- 8:12 "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
- 14:15 यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- 18:13 कुछ राजा अच्छे भी थे, जिन्होंने उचित शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
- 28:1 “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है? जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0117, H0145, H0155, H0202, H0239, H0410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G00140, G00150, G00180, G00190, G05150, G07440, G08650, G09790, G13800, G20950, G20970, G21060, G21070, G21080, G21090, G21140, G21150, G21330, G21400, G21620, G21630, G21740, G22930, G25650, G25670, G25700, G25730, G28870, G29860, G31400, G36170, G37760, G41470, G46320, G46740, G48510, G52230, G52240, G53580, G55420, G55430, G55440
अधर्म, अधर्मों
परिभाषा:
"अधर्म" शब्द का अर्थ और "पाप" का अर्थ एक सा ही है परन्त अत्यधिक विलक्षनता में इसका संदर्भ सोच-विचार कर किए गए अनुचित कार्य से. या महान दुष्टता से है।
- “अधर्म का काम” का अर्थ वास्तव में है कि (व्यवस्था को) विकृत करना या अनुचित अर्थ निर्धारण करना| इसका सन्दर्भ बड़े अन्याय से है।
- अधर्म के वर्णन में कहा जा सकता है, मनुष्न्ययों के विरुद्ध जानबूझ कर किया गया हानिकारक कार्य।
- “अधर्म के काम” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “विकृत आचरण” या “भ्रष्टाचार” इन दोनों शब्दों द्वारा भयानक पाप की दशा प्रकट होती है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “अधर्म के कामों” का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टता” या “विकृत कार्य” या “हानिकारक कार्य”।
- “अधर्म के काम” उक्ति प्रायः उसी गद्यांश में प्रकट होती है जिसमें “पाप” और “अपराध” शब्द आते हैं। अतः इनके अनुवाद में अलग-अलग शब्दों का उपयोग करना अति महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: पाप, उल्लंघन करना, अपराध करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H1942, H5753, H5758, H5766, H5771, H5932, H5999, H7562, G92, G93, G458, G3892, G4189
अधर्मी, अधर्म
परिभाषा:
“अधर्मी” का अर्थ है, पापी और नैतिक रूप से भ्रष्ट से है। “अधर्म” का अर्थ है पाप या पापमय होने की दशा।
- ये शब्द ऐसे जीवन को व्यक्त करते हैं जो परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं का पालन नहीं करते।
- अधर्मी मनुष्य अपने कार्य एवं विचारों में अनैतिक होते हैं।
- कभी-कभी “अधर्मी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है “जो धर्मी नहीं है।”
- प्रकरण के अनुसार इसके अनुवाद की अन्य विधियाँ हैं, “भ्रष्ट” या “अनैतिक” या “परमेश्वर से विद्रोह करने वाले” या “पापी।”
- “अधर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “अधर्मी जन”
- “अधर्म” का अनुवाद हो सकता है “पाप” या “बुरे विचार एवं कार्य” या “दुष्टता”
- संभव हो तो सर्वोत्तम अनुवाद होगा, कि इसका संबन्ध “धर्म” और “धार्मिकता” से हो।
(यह भी देखें: धर्मीजन, अन्यायी, पाप, व्यवस्था विरोधी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H6664, G93, G94, G458
अधर्मी, अन्याय से, अन्याय
परिभाषा:
“अधर्मी” और “अन्याय से” मनुष्यों के साथ पक्षपात करना, प्रायः हानि के व्यवहार के साथ।
“अन्याय” किसी मनुष्य के साथ बुरा करना, जबकि वह इस योग्य नहीं। इसका संदर्भ पक्षपाती व्यवहार से है।
कुटिलता का अर्थ यह भी है कि कुछ के साथ बुरा कुछ के साथ अच्छा व्यवहार करना।
जो मनुष्य पक्षपात करता है वह मनुष्यों के साथ समता का व्यवहार नहीं करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “पक्षपात” का अनुवाद “कपट पूर्ण” या “अन्याय” या “अधर्म” भी किया जा सकता है।
- “पक्षपात” का अनुवाद “अन्यायी लोग” या “कपटपूर्ण लोग” या “मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले” या “अधर्मी जन” या “परमेश्वर की आज्ञा न मानने वाले लोग”।
- “पक्षपात के साथ” का अनुवाद “अन्याय के साथ” या “अनुचित” या “कपट के साथ” हो सकता है।
- “कुटिलता” का अनुवाद “अनुचित व्यवहार” या “अन्याय का व्यवहार” या “पक्षपात का व्यवहार” किया जा सकता है। (देखें: भाववाचक संज्ञा)
(यह भी देखें: उचित, अधर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H8636, G91, G93, G94
अधिकारी होना, भाग, वारिस
परिभाषा:
“विरासत” माता-पिता या किसी से विशेष संबन्ध के कारण कोई मूल्यवान वस्तु प्राप्त करना। यह शब्द उस व्यक्ति के साथ विशेष संबंध के कारण किसी अन्य व्यक्ति से मूल्यवान वस्तु प्राप्त करने का भी उल्लेख कर सकता है। एक "विरासत" वह चीज है जो प्राप्त की जाती है, और एक "वारिस" वह व्यक्ति होता है जिसे विरासत प्राप्त होती है।
- सांसारिक उत्तराधिकार में पैसा, भूमि, या अन्य सम्पदा प्राप्त होती है।
- परमेश्वर ने अब्राहम और उसके वंशजों से प्रतिज्ञा की थी कि कनान उनका भाग होगा कि वह सदा के लिए उनका होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- जैसे सदैव किया जाता है, पहले यह देखें कि लक्षित भाषा में “वारिस” या “भाग” (उत्तराधिकार) के लिए शब्द हैं, उनका उपयोग करें।
- प्रकरण पर निर्भर, “भाग” को अनुवाद के अन्य रूप है, “प्राप्त करना” या “अधिकार में लेना” या “अधिकारी होना”।
- “ठहराया हुआ भाग” (रिक्थ) के अनुवाद हो सकते हैं, “प्रतिज्ञात वरदान” या “अधिकार पाना”।
- “वारिस” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द से किया या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ, “सौभाग्यशाली सन्तान जो पिता की सम्पदा प्राप्त करती है” या “(परमेश्वर की) आध्यात्मिक संपत्ति या आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।”।
- शब्द "विरासत" का अनुवाद "परमेश्वर से आशीर्वाद" या "विरासत में मिली आशीषों" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: वारिस, कनान, प्रतिज्ञा का देश)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:06 जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि,’’ अपने चारों ओर देख’’ क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।
- 27:01 एक दिन, यहूदियों के कानून में एक विशेषज्ञ यीशु की परीक्षा लेने के लिए आया था, उन्होंने कहा, "शिक्षक, मुझे अनन्त जीवन __ पाने के लिए__ क्या करना चाहिए ?"
- 35:03 “किसी व्यक्ति के दो पुत्र थे। उनमें से छोटे पुत्र ने पिता से कहा, ‘हे पिता, सम्पत्ति में से जो भाग मेरा है वह मुझे दे दीजिये।’ तो पिता ने अपने दोनों बेटो में अपनी सम्पत्ति बाँट दी।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2490, H2506, H3423, H3425, H4181, H5157, H5159, G2816, G2817, G2819, G2820
अधिकारी, अधिकारियों
परिभाषा:
“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव के पद, उत्तरदायित्व, या प्रशासन के स्थान का द्योतक है।
- राजाओं और प्रशासनिक शासकों का उन लोगों पर वैधानिक अधिकार होता है जिन पर उनका शासन होता है।
- "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ जनता पर अधिकार रखने वाले लोगों, सरकारों या संगठनों से हो सकता है।
- "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ उन आत्माओं से भी हो सकता है जिनके पास उन मनुष्यों पर अधिकार है जिन्होंने परमेश्वर की अधीनता स्वीकार नहीं की है ।
- स्वामी अपने सेवकों या दासों पर अधिकार रखते हैं। माता-पिता के पास अपने संतानों पर अधिकार है।
- सरकारों को अपने नागरिकों को नियंत्रित करने वाले कानून बनाने का अधिकार या हक़ है।
अनुवाद के सुझाव:
“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है
- कभी-कभी "अधिकार " शब्द, "शक्ति" के अभिप्राय में भी काम में लिया जाता है।
- जब "अधिकारियों " शब्द लोगों पर शासन करने मनुष्यों लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए काम में लिया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "अगुओं" , "शासकों" या "सत्ता" के रूप में भी किया जा सकता है।
- “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”
- "अधिकार के अधीन", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के उत्तरदायी" या "अन्यून की आज्ञाओं का पालन करने की अनिवार्यता|"
(यह भी देखें: प्रभुता, राजा, शासक, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8633, G08310, G14130, G18490, G18500, G20030, G27150, G52470
अधोलोक, अथाह-कुण्ड
परिभाषा:
“अधोलोक” (यूनानी भाषा का अनुवाद) और “अथाह-कुण्ड” (इब्रानी भाषा का अनुवाद) "अधोलोक" के व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम हैं जिनका अर्थ है, भूमिगत निवास स्थान जहां प्राचीन संस्कृति में माना जाता था कि मनुष्य मरणोपरांत वहाँ जाएगा |
- पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) को व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम या जातिवाचक संज्ञा नाम स्वरुप काम में लिया जा सकता है जिसका अर्थ है, "भूमिगत|"
- नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) यीशु का परित्याग करने वाले मृतकों का स्थान है| नये नियम में लोगों का वर्णन किया गया है कि वे अधोलोक में "नीचे जा रहे हैं|"
अनुवाद के सुझाव
- पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद प्रकरण पर आधारित होता है| कुछ संभावनाएं हैं: “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान”, “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है।
- नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी प्रकरण पर आधारित नानाविध है| कुछ संभावित अनुवाद हैं: “अविश्वासी मृतकों की आत्माओं का स्थान”, "मृतकों की पीड़ा का स्थान" या “अविश्वासी मृतक मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
- कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्दों को ज्यों का त्यों ही रखा जाता है परन्तु उसके उच्चारण को अनुवाद की भाषा में ध्वनी के अनुरूप व्यक्त किया जाता है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- इन शब्एदों में से प्रत्येक के साथ वर्णनात्मक वाक्यांश जोड़ा जा सकता है| ऐसा करने के उदाहरण हैं, "अधोलोक, वह स्थान जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु का स्थान"।
(अनुवाद के सुझाव: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: मृत्यु, स्वर्ग, नरक, कब्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अनुग्रह, अनुग्रहकारी
परिभाषा:
“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” उस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।
- पापी मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का अनुग्रह एक निर्मोल वरदान है।
- अनुग्रह के विचार में गलत एवं हानि पहुंचानेवाला काम करने वाले मनुष्य को दया दिखाना या क्षमा करना।
- "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, परमेश्सेवर से सहायता और दया प्राप्त करना। इसके अर्थ प्रायः यह होता है, परमेश्वर का किसी पर प्रसन्न होना और उसकी सहायता करना|
अनुवाद के सुझाव:
- “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “ईश्वरीय दया” या “परमेश्वर की कृपा” या “पापियों के लिए परमेश्वर की दया एवं क्षमा” या “दयालु कृपा”।
- “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “अनुकम्पा पूर्ण” या “कृपापूर्ण दया”
- “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया की" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G21430, G54850, G55430
अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात
परिभाषा:
“अनुग्रह” शब्द का अर्थ सामान्यतः अनुमोदन होता है| मनुष्य किसी पर अनुग्रह करता है तो वह उसको विश्वास का मान प्रदान करता है और उसका अनुमोदन करता है
यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात परमेश्वर और मनुष्य दोनों ने उसके चरित्र और उसके आचरण का अनुमोदन किया।
किसी का “अनुग्रह पात्र होना”, इसका अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन किया जाना।
राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है और उसके पक्ष में आज्ञा दे दी है।
"अनुग्रह" किसी की और या किसी के लिए लाभ के निमित्त अन्ग्विन्यास या कार्य भी हो सकता है|
“पक्षपात” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक पक्ष लेने की मनोवृति| इसका अर्थ है, एक व्यक्ति को दुसरे या एक वस्तु को दूसरी से अधिक वरीयता प्रदान करने की मनोवृति क्योंकि वह मनुष्य या वस्तु अधिक मनभावन होती है| पक्षपात को सामान्यतः अनुचित माना जाता है|
अनुवाद के सुझाव:
- “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, "अनुमोदन" या “आशिष” या “लाभ”
- “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “वह वर्ष (समय) जब यहोवा विपुल आशीष देगा"
- शब्द "पक्षपात" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार|" यह शब्द "मन पसंद" से संबंधित है, जिसका अर्थ है, सबसे अधिक वरीयता प्रदान करना|
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5922, H6213, H6437, H6440, H7521, H7522, H7965, G11840, G36850, G43800, G43820, G54850, G54860
अन्तिम दिन, अंत के दिनों
परिभाषा:
“अन्तिम दिनों” या “अंत के दिनों” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं।
- यह समय अज्ञात अवधि है।
- “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय।
अनुवाद के सुझाव:
- अन्तिम दिनों” का अनुवाद हो सकता है, “समापन दिवसों” या “अन्त समय."
- कुछ संदर्भों में, इसका अनुवाद "दुनिया का अंत" या "जब यह संसार समाप्त होगा" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: प्रभु का दिन, न्याय, फिरे, जगत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0319, H3117, G20780 , G22500
अन्यजाति
तथ्य:
"अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे।
- बाइबल में “खतनारहित” शब्द भी प्रतीकात्मक रूप से अन्यजातियों के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वे इस्राएलियों के समान अपने बालकों का खतना नहीं करते थे।
- परमेश्वर ने यहूदियों को अपने लिए अलग करके चुन लिया था, इसलिए यहूदी अन्य लोगों को बाहरी लोग मानते थे जो कभी परमेश्वर के लोग नहीं हो सकते थे।
- यहूदियों को इतिहास में अलग-अलग समयों पर “इस्राएली” या “इब्रानी” कहा गया है अन्य सबको वे “अन्यजाति” कहते थे।
- अन्यजाति शब्द का अनुवाद हो सकता है, “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी”
- परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थीं।
(यह भी देखें: इस्राएल, याकूब, यहूदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1471, G14820 , G14840, G16720
अपराध, अपराधों, विश्वासघात किया
परिभाषा:
“अपराध” का अर्थ है नियम का उल्लंघन करना या किसी मनुष्य के अधिकारों पर अतिक्रमण करना। “अपराध” करने की कार्य को "अतिक्रमण" कहते है।
- यह शब्द "संक्रमण" शब्द से बहुत मिलता-जुलता है, लेकिन आमतौर पर इसका इस्तेमाल परमेश्वर अन्य लोगों के खिलाफ उल्लंघन का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
- अपराध एक नैतिक कानून या नागरिक कानून का उल्लंघन हो सकता है।
- एक अपराध दूसरे व्यक्ति के खिलाफ किया गया पाप भी हो सकता है।.
- इस शब्द का संबन्ध “पाप” और “अपराध” शब्दों से है, विशेष करके जब यह परमेश्वर की आज्ञा न मानने के परिप्रेक्ष्य में हो। सब पाप परमेश्वर के विरूद्ध अपराध हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ के अनुसार "तेरा अपराध" का अनुवाद हो सकता है "तेरे विरुद्ध पाप" या “नियम तोड़ना” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में मुहावरे हो सकते हैं जैसे “हद पार करना”, “अपराध” के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
- देखें कि यह शब्द बाइबल में इसके प्रकरण के अर्थ के साथ कैसे सुसंगत है और इसकी तुलना अन्य समानार्थक शब्दों के साथ करें जैसे “अपराध करना” और “पाप करना”।
(यह भी देखें: अवज्ञा, अधर्म के काम, पाप, उल्लंघन करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H816, H817, H819, H2398, H4603, H4604, H6586, H6588, G264, G3900
अपवित्र
परिभाषा:
“अपवित्र” शब्द का अर्थ है, “पवित्र नहीं”। इस शब्द का तात्पर्य है परमेश्वर का आदर न करनेवाली बात या वस्तु।
- इस शब्द द्वारा उस मनुष्य का वर्णन किया जाता है परमेश्वर का विरोध करके उसका अपमान करता है।
- “अपवित्र” वस्तु को साधरण, अशुद्ध, भ्रष्ट कह सकते हैं। वह परमेश्वर का नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद, “पवित्र नहीं है” या “परमेश्वर का नहीं है” या “परमेश्वर को सम्मानित नहीं करती है” या “ईश्वर भक्ति से संबन्धित नहीं है” हो सकते हैं।
- कुछ प्रकरणों में “अपवित्र” का अनुवाद “अशुद्ध” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, आदर, अशुद्ध करना, अशुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2455, G462, G2839
अभक्त, अधर्मी, अभक्ति, अधर्मी
परिभाषा:
“अभक्त” और “अधर्मी" शब्दों का विवरण परमेश्वर से विरोध करने वाले लोगो के लिए किया जाता है। अधर्म में जीवन निर्वाह करने वाले लोग, परमेश्वर पर चित्त नहीं लगाने को “अभक्ति” या “अधर्म” कहते हैं।
- इन शब्दों के अर्थ लगभग एक से ही हैं। तथापि “अभक्त” और “अभक्ति” अधिक पराकाष्ठा व्यक्त करते हैं, अर्थात वो लोग या जाति जो परमेश्वर को नहीं मानते है और न ही उन पर परमेश्वर का राज्य स्वीकार करते है।
- परमेश्वर अभक्तों और हर एक जन जो उसे और उसकी विधियों को अस्वीकार करते है उन पर क्रोध और दण्ड की घोषणा करता है।
अनुवाद के सुझाव
- संदर्भ पर आधारित “अभक्त” शब्द का अनुवाद, “परमेश्वर को अप्रिय ” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के अवज्ञाकारी”हो सकता है।
- “अभक्त” और “अभक्ति” का वास्तविक अर्थ है कि मनुष्य “परमेश्वर के बिना” है या “परमेश्वर पर विचार नहीं करते” या “उनका व्यवहार ऐसा है कि वे परमेश्वर को नहीं मानते”।
- अनुवाद की अन्य विधियां, “अभक्ति” या “अधर्म” का अनुवाद “दुष्ट” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह” हो सकता है।
(यह भी देखें: ईश्वर-भक्त, बुराई)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1100, H2623, H5760, H7563, G763, G764, G765
अभिषेक करना, अभिषिक्त, अभिषेक
परिभाषा:
“अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे|
- पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं का तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा निमित्त अलग किया जाए।
- वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था कि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए हैं।
- नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए उनका तेल से अभ्यंजन किया जाता था।
- नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप सुगन्धित द्रव्य से यीशु का अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने यहाँ तक कह दिया था कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है।
- यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने तेल और सुगन्धित द्रव्यों से उसके शव का अभ्यंजन करके दफन के लिए तैयार किया था।
- “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”।
-
मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे भविष्यद्वक्ता, महायाजक और राजा होने के लिए चुना गया था तथा उसका अभिषेक किया गया था।
-
बाईबल के युग में कुछ स्त्रियाँ इत्र से अपना अभ्यंजन करती थीं कि उनका योन आकर्षण प्रकट हो
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” शब्द का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है।
- “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “पवित्र किया जाना” हो सकता है।
- कुछ संदर्भों में “अभिषेक” का अनुवाद “नियुक्त” हो सकता है।
- “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभ्यंजन तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है।
(यह भी देखें: मसीह, अभिषेक करना, महायाजक, यहूदियों का राजा, याजक, भविष्यद्वक्ता )
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H1101, H1878, H3323, H4397, H4398, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, H8136, G00320, G02180, G07430, G14720, G20250, G34620, G55450, G55480
अविश्वास,अनिष्ट, विश्वासघात,
परिभाषा:
“अविश्वासी” अर्थात विश्वास से रहित रहना या विश्वास न करना।
- इस शब्द द्वारा उन लोगों का वर्णन किया गया है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करते। उनके द्वारा विश्वास न करना उनके अनैतिक आचरण द्वारा प्रकट होता है।
- भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने इस्राएल पर दोष लगाया था कि वे विश्वास से विमुख हो गए हैं और परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं।
- वे मूर्ति-पूजा करते थे और उन जातिओं के सदृश्य परमेश्वर विरोधी रीतियों पर चलते थे जो परमेश्कावर की उपासना एवं आज्ञाओं का पालन नहीं करती थीं।
"अनिष्ट"शब्द उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुरूप जीवन निवाह नहीं करते हैं| अनिष्ट होने की दशा या अभ्यास को "अविश्वास" कहते हैं|
*इस्राएलियों को "विश्वास से विमुख"कहा गया था क्योंकि वे मूर्तिपूजा करने लगे थे और नाना प्रकार से परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर रहे थे|
विवाहित जीवन में विश्वासघाती उसको कहा जाता है जो अपने जीवन साथी से विश्वासघात करता है|
*परमेश्वर ने "विश्वासघात" शब्द का उपयोग इसलिए किया कि इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार का वर्णन करे| वे न तो परमेश्वर की आज्ञा मान रहे थे और न ही उसका सम्मान कर रहे थे|
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “अविश्वासी” का अनुवाद “विश्वासघाती” या “विश्वास नहीं करने वाला” या “परमेश्वर का अवज्ञाकारी” या “विश्वास से विमुख” किया जा सकता है।
- “अविश्वास” का अनुवाद “विश्वासहीनता” या “अनिष्ठा” या “परमेश्वर से विरोध” किया जा सकता है।
*"विश्वासघाती" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "मनुष्य जो (परमेश्वर के) निष्ठावान नहीं हैं," या "अनिष्ट जन" या "परमेश्वर की अवज्ञा करनेवाले" या "परमेश्वर से विद्रोह करनेवाले|"
*कुछ भाषाओं में, "विश्वास रहित" का अभिप्राय "अविश्वास" होता है|
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: विश्वास करना, निष्ठावान, अवज्ञा, व्यभिचार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अविश्वासी, अविश्वासियों, अविश्वास
परिभाषा:
“अविश्वास” अर्थात किसी बात पर या किसी मनुष्य पर विश्वास नहीं करना।
- बाइबल में अविश्वास का अर्थ है, यीशु को अपना उद्धारकर्ता नहीं मानना या उसमें विश्वास नहीं करना।
- यीशु में विश्वास नहीं करनेवाले को अविश्वासी कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “अविश्वास” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “विश्वास की कमी” या “विश्वास नहीं करना”
- “अविश्वासी” शब्द का अनुवाद”, “यीशु में विश्वास नहीं करनेवाला” या “जो यीशु को उद्धारकर्ता स्वीकार नहीं करता है।”
(यह भी देखें: विश्वासी, विश्वास, भरोसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G543, G544, G570, G571
अशुद्ध
परिभाषा:
बाइबल में “अशुद्ध” शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन बातों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों के स्पर्श, भोजन तथा बलि के लिए अछूत ठहराया है।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को स्पष्ट निर्देशन दिए कि उनके लिए कौन-कौन से पशु शुद्ध हैं और कौन-कौन से अशुद्ध हैं। अशुद्ध पशु को खाने के लिए और बलि के लिए उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।
- कुछ त्वचा रोगों के कारण लोगों को "अशुद्ध" कहा जाता है जब तक कि वे चंगा नहीं होते।
- यदि इस्राएली किसी अशुद्ध वस्तु का स्पर्श करते थे तो उन्हें भी एक निश्चित समय तक अशुद्ध माना जाता था।
- अशुद्ध वस्तुओं को न तो स्पर्श करके और न ही खा करके इस्राएली परमेश्वर की सेवा के लिए पृथक ठहरते थे।
- यह शारीरिक एवं सांसारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता का प्रतीक थी।
- प्रतीकात्मक रूप में अशुद्ध आत्मा का संदर्भ दुष्टात्मा से था।
अनुवाद के सुझाव:
- “अशुद्ध” का अनुवाद “अछूत” या “परमेश्वर के योग्य नहीं” या “शारीरिक अशुद्धता” या “अपवित्र” हो सकता है।
- शैतानी अशुद्ध आत्मा के संदर्भ में “अशुद्ध” का अनुवाद “दुष्ट” या “अपवित्र” किया जा सकता है।
- इस शब्द का अनुवाद आत्मिक अशुद्धता का भाव व्यक्त करे। इसका संदर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसे परमेश्वर ने स्पर्श करने, खाने और बलि चढ़ाने के लिए वर्जित किया है।
(यह भी देखें: शुद्ध, अशुद्ध, दुष्टात्मा, पवित्र, बलिदान, अपवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2930, H2931, H2932, H5079, H6172, H6945, H7137, G167, G169, G2839, G2840, G3394
आग्रह करना, उपदेश
परिभाषा:
“आग्रह करना” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रबल प्रोत्साहन देना और प्रबोधन करना| ऐसी उत्प्रेरणा को आग्रह करना कहते हैं।
- “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्यों को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना।
- नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर एवं खडी बोली में नहीं वरन प्रेमपूर्वक समझाएं।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “आग्रह करना” का अनुवाद “प्रबल प्रबोधन” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि समझाने वाला क्रोधित है। इस शब्द से शक्ति एवं गंभीरता प्रकट हो परन्तु क्रोधपूर्ण भाषा का संदर्भ न हो।
- अधिकांश प्रकरणों में "आग्रह करने" का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है।
- इस शब्द का अनुवाद “झिड़कना” से भी भिन्न होना है जिसका अर्थ है अनुचित व्यवहार के लिए चेतावनी देना, या सुधारना है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G38670, G38700, G38740, G43890
आज्ञा, आज्ञाएँ, आज्ञा दी
परिभाषा:
“आज्ञा देना” अर्थात किसी को कुछ करने की आज्ञा देना। “आज्ञा” मनुष्य को दिया गया आदेश है।
- यद्यपि इन शब्दों के मूल रूप से एक ही अर्थ है, “आज्ञा” अक्सर परमेश्वर की कुछ निश्चित आज्ञाओं को संदर्भित करता है जो अधिक औपचारिक और स्थायी हैं, जैसे “दस आज्ञाएं”।
- आज्ञा सकारात्मक हो सकता है (“अपने माता-पिता का आदर कर”) या नकारात्मक (“चोरी मत कर”)।
- “आदेश हाथ में लेना” अर्थात “नियंत्रण संभालना” या किसी काम या मनुष्य का दायित्व संभालना”।
अनुवाद सुझाव: #
- “व्यवस्था” शब्द का अनुवाद भिन्न अर्थ में किया जाना सबसे अच्छा है। “आदेश” और “विधियों” की परिभाषा से भी इसकी तुलना करें।
- कुछ अनुवादक अपनी भाषा में एक ही शब्द द्वारा आज्ञा और ईश्वरीय आज्ञा का अनुवाद करना पसंद कर सकते हैं।
- अन्य अनुवादक ईश्वरीय आज्ञा के लिए एक विशेष शब्द का उपयोग करना पसंद कर सकते हैं, जो कि स्थायी, औपचारिक आज्ञाएँ जो परमेश्वर ने बनायीं है।
(देखें आदेश, विधि, व्यवस्था, दस आज्ञाएँ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H560, H565, H1696, H1697, H1881, H2706, H2708, H2710, H2941, H2942, H2951, H3027, H3982, H3983, H4406, H4662, H4687, H4929, H4931, H4941, H5057, H5713, H5749, H6213, H6310, H6346, H6490, H6673, H6680, H7101, H7218, H7227, H7262, H7761, H7970, H8269, G1263, G1291, G1296, G1297, G1299, G1690, G1778, G1781, G1785, G2003, G2004, G2008, G2036, G2753, G3056, G3726, G3852, G3853, G4367, G4483, G4487, G5506
आत्मा, हवा, सांस
परिभाषा:
“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग है जो दिखाई नहीं देता है। मरने के समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति।
- शब्द "आत्मा" एक ऐसे प्राणी आत्मा के सन्दर्भ में भी हो सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे दुष्टात्मा।
- “आत्मिक” इस शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार की बातें।
- “की आत्मा” इस उक्ति का अर्थ है, “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”। मनुष्य के स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा”
- यीशु ने कहा कि परमेश्वर आत्मा है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अलौकिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक मनुष्यत्व”।
- कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” हो सकता है।
- कभी-कभी “आत्मा” शब्द मनुष्य की भावना को व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है जैसे “मेरी आत्मा भीतर ही भीतर व्याकुल थी”। इसका अनुवाद “मेरी आत्मा दुःखित थी” या “मुझे गहरा दुख” हो सकता है।
- “की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का स्वाभाव” या “के द्वारा चरित्र-लक्षण प्रभावित"
- संदर्भ के आधार पर, "आत्मिक" का अनुवाद हो सकता है, "अलौकिक" या "पवित्र आत्मा से" या "परमेश्वर" या "अलौकिक संसार का भाग"
- इस अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद हो सकता है, "ईश्वरीय स्वभाव जो पवित्र आत्मा का आज्ञाकारी है"
- "आध्यात्मिक वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "पवित्रात्मा प्रदत्त विशेष योग्यता"
- कभी-कभी इस शब्द का अनुवाद, "हवा" भी हो सकता है, जब हवा चलने का सन्दर्भ हो या "सांस"" हो सकता है जब जीवित प्राणियों द्वारा वायु प्रवाह का संदार्ब हो|
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, पवित्र आत्मा, प्राण), सांस)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल के कहानियों से उदाहरण:
- 13:3 तीसरे दिन तक, वह अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ |
- 40:7 तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक दिया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया |
- 45:5 जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |”
- 48:7 सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास करने लगा और अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक आत्मिक वंशज बना |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427
आदर, आदर करना
परिभाषा:
“आदर” और “आदर करना” का अर्थ है किसी का सम्मान करना, प्रतिष्ठित करना या श्रद्धा अर्पित करना
- आदर उस मनुष्य का किया जा सकता है जो पद में बड़ा हो, महत्वपूर्ण हो जैसे राजा या परमेश्वर।
- परमेश्वर ने मसीहियों को निर्देश दिया कि दूसरों का आदर करें।
- सन्तान से अपेक्षा की गई है कि अपने माता-पिता का आदर करें जिसमें उसके सम्मान एवं आज्ञापालन की अपेक्षा भी की गई है।
- “आदर” और महिमा शब्दों के साथ-साथ काम में लिया गया है, विशेष करके यीशु के संदर्भ में। एक ही बात को कहने के ये दो तरीके हैं।
- परमेश्वर का आदर करने का अर्थ है उसे धन्यवाद कहना और उसकी स्तुति करना तथा उसकी आज्ञा मानकर सम्मान प्रगट करना तथा ऐसा जीवन जीना जिससे प्रकट हो कि वह कैसा महान है।
अनुवाद के सुझाव:
- “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना”
- “आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना”
(यह भी देखें: अपमान, महिमा, महिमा करना, स्तुति करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G08200, G13910, G13920, G17840, G21510, G25700, G31700, G44110, G45860, G50910, G50920, G50930, G53990
आमीन, सच में
परिभाषा:
“आमीन” शब्द किसी की बात पर बल देना या ध्यान आकर्षित करना दर्शाता है। इसका उपयोग प्रायः प्रार्थना के अन्त में होता है। कभी-कभी इसका अनुवाद “सच में” किया जाता है।
- प्रार्थना के अन्त में “आमीन” शब्द प्रार्थना के साथ सहमति या प्रार्थना पूरी होने की इच्छा प्रकट करता है।
- अपनी शिक्षाओं में यीशु ने “आमीन” शब्द के उपयोग द्वारा अपनी बात के सत्य पर बल दिया था। इस शब्द के बाद उसने सदैव कहा, “और मैं तुमसे कहता हूं” कि वह पहले की बात से संबंधित एक और बात कहे।
- जब यीशु “आमीन” शब्द का उपयोग इस प्रकार करता है तो कुछ अंग्रेजी बाइबल (यू. एल. बी. भी) इसका अनुवाद “वास्तव में” या “सच कहता हूं” करती हैं।
- एक और शब्द “सच-सच” का अनुवाद “निश्चय” या “यथा-तथ्य” किया जा सकता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- देखें कि लक्षित भाषा में से कोई विशेष शब्द या कोई वाक्य है जो किसी कही गई बात पर बल देने के काम में ली जाती है।
- प्रार्थना के अन्त में या किसी बात के समर्थन में, “आमीन” अनुवाद किया जा सकता है, “ऐसा ही हो”, या “ऐसा होने दे”, या “यह सच है”।
- जब यीशु कहता है, “ मैं तुमसे सच सच कहता हूं” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “हां, मैं सच कहता हूं” या “यह सच है और मैं कहता हूं”।
- “मैं तुमसे सच-सच कहता हूं” का अनुवाद हो सकता है, “मैं तुमसे सच्ची बात कहता हूं” या “मैं सच्ची भावना से तुमसे कहता हूं” या “मैं जो तुमसे कहता हूं वह सच है”
(यह भी देखें: पूरा करना, सत्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आराधनालय
परिभाषा:
“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एकत्र होते थे।
- प्राचीन काल से ही, इन आराधनालयों की आराधनाओं में प्रार्थनाओं, धर्मशास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण का समय होता था।
- यहूदियों ने परमेश्वर से प्रार्थना करने और उसकी उपासना करने के लिए अपने-अपने नगरों में आराधनालयों का निर्माण करना आरम्भ कर दिया था क्योंकि अनेक यहूदी यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे।
- यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देता था और लोंगों को चंगा करता था।
- “आराधनालय” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है जिसका सन्दर्भ वहाँ एकत्र होने वालर आराधकों से है।
(यह भी देखें: चंगा करना, यरूशलेम, यहूदी, प्रार्थना करना, मन्दिर, परमेश्वर का वचन, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4150, G06560, G07520, G48640
आशा, आशा की
परिभाषा:
आशा का अर्थ है, किसी बात के होने की उत्कट अभिलाषा।
आशा में निहित अभिप्राय हो सकता है, किसी भावी घटना की निश्चितता या अनिश्चितता|
- बाइबल में, "आशा" शब्द का एक भावार्थ "भरोसा" भी है, जैसा कि "मेरी आशा प्रभु में है।" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की प्रतिज्ञा की प्राप्ति की निश्चित प्रत्याशा से है जो उसने अपने लोगों से की है|
- कभी-कभी ULT में इस शब्द का शब्दानुवाद मूल भाषा में, "आत्मविश्वास" किया गया है। ऐसा अधिकतर नए नियम में उन परिस्थितियों में होता है, जहां लोग यीशु में उद्धारकर्ता होने का विश्वास करते हैं, उनमें पूर्ण विश्वास (आत्मविश्वास या भरोसा) है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसको वे निश्चय ही प्राप्त करेंगे।
- “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात के होने का विश्वास नहीं। इसका अर्थ है कि यह वास्तव में पूर्ण निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- अधिकांश संदर्भों में आशा करना का अनुवाद हो सकता है, “इच्छा करना” या “मनोकामना” या “अपेक्षा करना।”
- "आशा करने के लिए कुछ नहीं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "किसी भी अच्छी बात की प्रत्याशा नहीं है"
- “आशा ही नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।”
- "की आशा की है"का अनुवाद हो सकता है, "में विश्वास रखा है" या "पर भरोसा रखे हुए है"
- "मुझे आपकी बात सेआशा है" इसका अनुवाद हो सकता है, "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपकी बात मुझे आप पर भरोसा करने में सहायता करती है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे धन्य होने का निश्चय हो जाता है"
- परमेश्वर "में आशा" ऎसी उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर पर भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की हैउसको वह पूरी करेगा" या "निश्चय हो जाना कि परमेश्वर विश्वासयोग्य है"
(यह भी देखें: आशीष देना, भरोसा, अच्छा, आज्ञा पालन, भरोसा, परमेश्वर का वचन
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0982, H0983, H0986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G00910, G05600, G16790, G16800, G20700
आशीष देना, धन्य, आशीर्वाद
परिभाषा:
किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की कामना करना।
- किसी को आशीष देने का अर्थ यह भी हो सकता है, मनुष्य विशेष के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की मनोकामना व्यक्त करना।
- बाइबल के युग में पिता प्रायः अपनी सन्तान को विधिवत आशीष देते थे।
- परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहते हैं या इच्छा प्रकट करते हैं किप्रमेश्वर धन्य हो, तो इसका अर्थ है कि वे उसकी स्तुति करते हैं| तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं।
- कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करने की प्रक्रिया के लिए या भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद करने एवं स्तुति करने के लिए भी काम में लिया जाता है|
अनुवाद के सुझाव:
- “आशीष देना" का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या किसी "पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है।
- “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर ने बहुतायत से दिया" या "परमेश्वर समृद्धि प्रदान करेगा”।
- “वह आशीषित है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह बहुत लाभ उठाएगा” या “वह अच्छी-अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेगा” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”।
- “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “उस मनुष्य के लिए कैसा भला है जो"
- “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”।
- भोजन को आशिष देने के संदर्भ में इसका अनुवाद किया जा सकता है, “भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद किया” या “भोजन के लिए परमेश्वर का गुणगान किया” या “परमेश्वर की स्तुति करके भोजन को पवित्र किया”।
(यह भी देखें: स्तुति करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:7 परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा है और उसने उन्हें आशीर्वाद दिया।
- 1:15 परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें आशीष दी और उन से कहा, “अनेक संतान और पोतो को जन्म देकर पृथ्वी में भर जाओ!”
- 1:16 इसलिये परमेश्वर जो कुछ वह कर रहा था उन सब से उसने विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को आशीष दी और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम किया था।
- 4:4 "मैं तेरा नाम महान करूँगा। जो तुझे __आशीष__दे, उसको मैं आशीष दूंगा और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। तेरे कारण पृथ्वी के सब कुल __आशीष __ पाएंगे।"
- 4:7 मलिकिसिदक ने अब्राम को __आशीष दी__और कहा, "परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी है, अब्राम को आशीष दे।"
- 7:3 इसहाक एसाव को आशीष देना चाहता था।
- 8:5 यहां तक कि जेल में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य रहा, और परमेश्वर ने उसे आशीष दी
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0833, H0835, H1288, H1289, H1293, G17570, G21270, G21280, G21290, G31060, G31070, G31080, G60500
इब्रानी, इब्रानियों
तथ्य:
“इब्रानियों” लोग इसहाक और याकूब के द्वारा अब्राहम के वंशज थे। बाइबल में अब्राहम पहला मनुष्य था जिसे “इब्रानी” कहा गया था।
- “इब्रानी” शब्द लोगों के समूह में किसी व्यक्ति के लिए या उस समूह द्वारा बोली जाने वाली भाषा के लिए संदर्भित कर सकता है।
- पुराना नियम मूल रूप से इब्रानी भाषा में लिखा गया था। हालाँकि, नए नियम के अधिकांश पदों में, विशिष्ट शब्द "इब्रानी" संभवतः इब्रानी भाषा के बजाय अरामी भाषा को संदर्भित करता है।
- बाइबल में विभिन्न संदर्भों में इब्रानियों को “यहूदी” या “इस्राएली” भी कहा गया है। उचित होगा कि इन सब शब्दों को उनके मूल रूप में ही रखा जाए, परन्तु सुनिश्चित किया जाए कि ये शब्द एक ही जाति का बोध कराते हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, यहूदी, यहूदी अगुवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5680, G1444, G1445, G1446, G1447
इस्राएल, इस्राएली
तथ्य:
“इस्राएल” परमेश्वर द्वारा याकूब को दिया गया नाम था। इसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है”
- याकूब के वंशज “इस्राएल की प्रजा”, “इस्राएल जाति” या “इस्राएली” कहलाए।
- परमेश्वर ने इस्राएल की प्रजा से वाचा बांधी थी। वे उसके चुने हुए लोग थे।
- इस्राएल जाति बारह गोत्रों की थी।
- राजा सुलैमान के मरणोपरान्त इस्राएल दो राज्य विभाजित हो गया था। दक्षिणी राज्य जो “यहूदा” कहलाया और उत्तरी राज्य “इस्राएल”।
- इस्राएल का अनुवाद “इस्राएली प्रजा” या “इस्राएल जाति” किया जाता है, जो प्रकरण पर निर्भर करता है।
(यह भी देखें: याकूब, इस्राएल का राज्य, यहूदा, राष्ट्र, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:15 बारह पुत्रों की सन्तान से इस्राएल के बारह गोत्र बन गए।
- 09:03 मिस्रियो ने इस्राएलियों से कठोरता के साथ सेवा करवाई, और यहाँ तक कि कई इमारते व पूरे नगर का निर्माण करवाया।
- 09:05 एक इस्राएली महिला ने पुत्र को जन्म दिया।
- 10:01 उन्होंने कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है, ‘मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे !’”
- 14:12 परन्तु इन सब के बावजूद भी, इस्राएली परमेश्वर व मूसा के विरुद्ध बुड़बुड़ाते रहें।
- 15:09 परमेश्वर उस दिन इस्राएल के लिए लड़े। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और ओले भेजकर बहुत से एमोरियों को घात किया।
- 15:12 युद्ध के बाद, परमेश्वर ने इस्राएलियों को वह सारा देश दिया, जिसे उसने उनको पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था; और वे उसके अधिकारी होकर उसमे बस गए। तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ शांति प्रदान की |
- 16:16 तो परमेश्वर ने इस्राएलियों को फिर से दंडित किया, क्योंकि उन्होंने मूर्ति की उपासना की थी।
- 43:06 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3478, H3479, H3481, H3482, G935, G2474, G2475
ईर्ष्यालु, ईर्ष्या,डाह
परिभाषा:
“ईर्ष्यालु” और ईर्ष्या” का संदर्भ, संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों का सन्दर्भ उस उत्कट अभिलाषा से भी हो सकता है जिसमें कोई किसी वस्तु या मनुष्य पर अपना अधिकार समझता है।
- इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विश्वासघाती जीवन साथी के प्रति उभरता है।
- इस शब्द को जब बाईबल में काम में लिया जाता है तब इनके द्वारा परमेश्वर की प्रजा को शुद्ध और पाप से निष्कलंक रहने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है।
- परमेश्वर अपने नाम के लिए भी ईर्ष्यालु है, उसकी इच्छा है कि उसके नाम का सम्मान हो और एवं श्रद्धा अर्पित की जाए।
- इर्ष्या का एक और अर्थ भी है, कोई सफल और अधिक प्रसिद्द हो तो क्रोधित होना| किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” शब्द का सहार्थी है।
अनुवाद के सुझाव:
- “ईर्ष्यालु” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा रखने वाला” या “अपनेपन की इच्छा रखने वाला”
- “ईर्ष्या” का अनुवाद “सुरक्षा की प्रबल भावना” या “अपनेपन की भावना”
- परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें नकारात्मक भाव प्रकट न हो, ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है।
- मनुष्यों के प्रति, जब कोई सफल होता है तब मनुष्यों की आवेशी भावनाओं के संदर्भ में "ईर्ष्यालु" या "ईर्ष्या" शब्दों का प्रयोग किया जा सकता है। परन्तु इन शब्दों का उपयोग परमेश्वर के लिए न करें।
(यह भी देखें: ईर्ष्या)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7065, H7067, H7068, H7072, G22050, G38630
उचित नहीं, अधर्म
परिभाषा:
“व्यवस्था विरोधी” नियमों का उल्लंघन करनेवाले कामों का वर्णन करता है।
नये नियम में “व्यवस्था विरोधी” उक्ति का उपयोग परमेश्वर के नियमों के उल्लंघन ही के लिए नहीं मानव निर्मित यहूदी परम्पराओं के उल्लंघन के लिए भी काम में ली जाती है।
वर्षों के अन्तराल में यहूदियों ने परमेश्वर प्रदत्त व्यवस्था में अपनी परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे मानव निर्मित परम्पराओं के उल्लंघन को “व्यवस्था विरोधी” कहते थे।
यीशु के शिष्य सब्त के दिन गेहूँ की बालें तोड़ रहे थे तो फरीसियों ने उन्हें व्यवस्था विरोधी काम करने का दोषी ठहराया था क्योंकि वह सब्त के दिन विश्राम करने का यहूदी व्यवस्था का उल्लंघन कर रहा था।
पतरस ने परमेश्वर से कहा कि अशुद्ध भोजन करना उसके लिए व्यवस्था विरोधी था तो उसके कहने का अर्थ था कि वह परमेश्वर द्वारा वर्जित भोजन खाकर नियमों का उल्लंघन करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में ऐसा शब्द या उक्ति काम में ले जिसका अर्थ “व्यवस्था सम्मत नहीं” या “व्यवस्था का उल्लंघन करना” हो।
- “व्यवस्था-विरोधी” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अनुमति नहीं” या “परमेश्वर के नियमों के अनुरूप नहीं” या “हमारी व्यवस्था के अनुरूप नहीं है”।
- “व्यवस्था के विरूद्ध” का अर्थ भी “व्यवस्था विरोधी” ही है।
(यह भी देखें: व्यवस्था, मूसा, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उद्धार
परिभाषा:
“उद्धार” शब्द का अर्थ है बुराई और संकट से बचाया जाना ।
- बाइबल में उद्धार का अर्थ आमतौर पर परमेश्वर द्वारा आध्यात्मिक और अनन्त छुटकारा दिलाने से है, उनको जो अपने पापों से पश्चाताप करते हैं और यीशु में विश्वास करते है।
- बाइबल में परमेश्वर द्वारा अपने लोगों को सांसारिक विरोधियों से बचाना और मुक्ति दिलाने की चर्चा भी की गई है।
अनुवाद के सुझाव:
- यह शब्द का अनुवाद "बचाव" या "छुटकारा" जैसे शब्दों से भी किया जा सकता है, जैसा कि “परमेश्वर के द्वारा लोगो को बचाना (अपने पापों के लिए दंडित होने से)” या "परमेश्वर के द्वारा लोगो को छुटकारा दिलाना (अपने शत्रुओं से)।
- " परमेश्वर मेरा उद्धार है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "परमेश्वर ही मुझे बचाता है।"
- "आप उद्धार के कुओं से पानी खींच लेंगे" का अनुवाद किया जा सकता है, "आप पानी से ताज़ा हो जाएंगे क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार कर रहे हैं।"
(यह भी देखें: बचाना, उद्धारकर्ता)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3444, H3467, H3468, H4190, H8668, G4991, G4992
उद्धारकर्ता, बचाने वाला
तथ्य:
“बचाने वाला” अर्थात किसी को सकंट से उबारने वाला इसका संदर्भ मनुष्यों को साहस बन्धानेवाले या उनके लिए प्रबन्ध करनेवाले से भी हो सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर को इस्राएल का उद्धारकर्ता कहा गया है, क्योंकि उसने अधिकतर उन्हें शत्रुओं के हाथो से छुड़ाया था और उन्हें बल प्रदान किया था और उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति की थी।
- नये नियम में “उद्धारकर्ता” शब्द यीशु मसीह के लिए एक पदनाम या व्याख्या स्वरूप काम में लिया गया है क्योंकि वह मनुष्यों को उनके पापों के अनन्त दण्ड से बचाता है। वह उन्हें पाप के वश से भी छुड़ाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- संभव हो तो “उद्धारकर्ता” का अनुवाद ऐसे शब्द से किया जाना आवश्यक है जो “उद्धार करने” और “उद्धार” से ही संबन्धित हो।
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “उद्धार करनेवाला” या "उद्धार करनेवाला परमेश्वर" या "संकट से बचानेवाला" या “शत्रुओं से बचानेवाला” या यीशु, पापों से बचानेवाला (लोगो को)।
(यह भी देखें: छुटकारा देना, यीशु, उद्धार, बचाना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
ऊँचा करना, ऊँचा किया, बढ़ाई करना
परिभाषा:
ऊँचा करने का अर्थ है, किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और उसको सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर स्थापित करना भी है।
- बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ है, परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है।
- जब मनुष्य अपने आप को ऊंचा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में दम्भी और अभिमानी है।
अनुवाद के सुझाव:
- “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”।
- कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ हो, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना”
- “अपनी बढ़ाई मत कर” का अनुवाद हो सकता है, “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”।
- “वे जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद हो सकता है, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अपने बारे में बड़ी बड़ी बातें करते हैं”
(यह भी देखें: स्तुति, उपासना, महिमा करना, घमण्ड करना, घमण्डी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G18690, G52290, G52510, G53110, G53120
एपोद
परिभाषा:
“एपोद” एक प्रकार का परिधान होता था जिसे इस्राएलियों के याजक धारण करते थे। इसके दो भाग थे, आगे का और पीछे का, कंधों पर जुड़ा और कमर पर कपड़े के पटुका से बांधा जाता था।
- एक और एपोद था जो साधारण मलमल का होता था और साधारण याजकों द्वारा धारण किया जाता था।
- महायाजक का एपोद सोने और नीले, बैंगनी एवं लाल धागे से सुसज्जित किया जाता था।
- महायाजक का चपरास एपोद के सामने के भाग से जुड़ा होता था। याजक के सीनाबन्द में परमेश्वर की इच्छा जानने के लिए ऊरीम और तुम्मीम रहते थे।
- न्यायी गिदोन ने मूर्खता करके सोने का एक एपोद बनवाया था जो इस्राएलियों के लिए मूर्तिपूजा हो गया था।
(यह भी देखें: याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H641, H642, H646
कपटी, कपटियों, कपट
परिभाषा:
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी होने का दिखावा करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता
“कपट” शब्द ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है.
- कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छे मनुष्य समझें.
- कपटी मनुष्य प्रायः दूसरों की तो आलोचना करते हैं परन्तु स्वयं वैसे ही पापी काम करते हैं.
- यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म का दिखावा करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे.
- कपटी मनुष्य दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “दोमुखी” शब्द काम में लिया जाता जो कपटियों और कपटियों के कार्यों के सन्दर्भ में होता है.
- “कपटी” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “झूठा” या “ढोंगी” या “दम्भी मक्कार मनुष्य.”
- “कपट” का अनुवाद “धोखा” या “झूठे कार्य” या “दिखावा” किया जा सकता है.
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0120, H2611, H2612, G05050, G52720, G52730
काम, कर्म, कार्य, कृत्य
परिभाषा:
“काम” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी उपलब्धी के निमित्त प्रयास की क्रिया से है, या उस क्रिया के परिणाम से है| “कर्म” का सामान्य सन्दर्भ सम्पूर्ण कार्य से है अर्थात जो काम हो गया या जो काम करने की आवश्यकता है|
- बाईबल में इन शब्दों को सामान्यतः परमेश्वर और मनुष्य दोनों के सन्दर्भों में काम में लिया गया है|
- परमेश्वर के सन्दर्भ में “काम” शब्द बाईबल में प्रायः परमेश्वर द्वारा ब्रह्माण्ड की रचना या उसके लोगों के उद्धार (क्षत्रु या पाप से या दोनों से) के सन्दर्भ में है|
- परमेश्वर के कामों का सन्दर्भ उसके सब कामों से है जो उसने कर लिए हैं या वह करता है जिसमें जगत की रचना,पापियों का उद्धार, सम्पूर्ण जगत की आवश्यकताओं की पूर्ति तथा सम्पूर्ण जगत को यथास्थान संभाले रहना|
- मनुष्य के द्वारा किए गए काम या तो भले होते हैं या बुरे होते हैं
- मनुष्य भले कामों से नहीं यीशु में विश्वास के द्वारा उद्धार पाता है।
- मनुष्य का “कार्य” उसके जीविकोपार्जन या परमेश्वर की सेवा के लिए किए गए काम हो सकते है। बाइबल में परमेश्वर के लिए कहा गया है कि वह “काम करता” है।
अनुवाद के सुझाव
- “काम” और “कर्म” को “क्रिया” या “किए गए कार्य” में भी अनुवाद कर सकते हैं।
- परमेश्वर के “कार्यों” या “कामों” और "उसके हाथों के काम" का अनुवाद, “चमत्कार” या सामर्थी कार्य” या “उसके आश्चर्यकर्म” हो सकता है।
- “परमेश्वर के कार्य” अभिव्यक्ति का अनुवाद “जो काम परमेश्वर कर रहा है” या "जो आश्चर्यकर्म परमेश्वर करता है" या “परमेश्वर जो अद्भुत काम करता है” या “सब कुछ जो परमेश्वर ने किया है” के रूप में हो सकता है।
- “कार्यों” का एक वचन “कार्य” है जैसे “हर एक अच्छा कार्य” या “हर एक अच्छा काम”
- जब मनुष्यों की भलाई के निमित्त काम किया जाता है तब इसका अनुवाद,परिचर्या" या "सेवा" किया जा सकता है|
(यह भी देखें: फल, पवित्र आत्मा, आश्चर्यकर्म)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4399 H4566, H4567, H4611, H4659, H5949, G204
क्रूस
परिभाषा:
बाइबल के युग में क्रूस एक लकड़ी का खंभा होता था जिसे भूमि में गाड़ कर खड़ा किया जाता था, उसके ऊपरी भाग में एक आड़ा खंभा जोड़ा जाता था।
- रोमी साम्राज्य के समय में, रोमी प्रशासन अपराधियों को क्रूस पर बांध कर या कीलों से ठोंक कर मरने के लिए छोड़ देते थे।
- यीशु पर अपराध का झूठा दोष लगाकर रोमियों ने उसे क्रूस की मृत्यु दी थी।
- ध्यान दें कि यह क्रिया "पार करना" एक अलग शब्द है, जिसका मतलब है कि किसी नदी के किनारे या झील के दूसरी ओर जाना।
अनुवाद के सुझाव:
- इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का आकार व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है।
- क्रूस की व्याख्या इस प्रकार करें कि स्पष्ट हो कि उस पर मनुष्यों को मृत्युदण्ड दिया जाता था जैसे “मृत्यु दण्ड स्तंभ” या “मृत्यु वृक्ष”।
- स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 40:1 सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
- 40:2 सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर क्रूस पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया।
- 40:5 यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।”
- 49:10 जब यीशु क्रूस पर मरा, तब उसको तुम्हारा दण्ड भोगना पडा था।
- 49:12 तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह क्रूस पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया।
शब्द तथ्य:
क्रोध, रोष
परिभाषा:
प्रकोप एक प्रबल क्रोधावस्था है जो कभी-कभी दीर्घकालीन होता है। यह विशेष करके परमेश्वर से विद्रोह करने वालों के पाप के लिए परमेश्वर के धर्मनिष्ठ न्याय और दण्ड के संदर्भ में आता है।
- बाइबल में “प्रकोप” शब्द प्रायः परमेश्वर के विरूद्ध पाप करनेवालों के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध का संदर्भ देता है।
- “परमेश्वर का क्रोध” उसके न्याय और पाप के दण्ड का संदर्भ देता है।
- परमेश्वर का प्रकोप पाप से न फिराने वाला के लिए धार्मिकता का दण्ड है।
अनुवाद के सुझाव:
- अनुवाद के अनुसार, इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “भयानक क्रोध” या “धर्मनिष्ठ न्याय” या “क्रोध”
- परमेश्वर के प्रकोप के बारे में चर्चा करते समय सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद पाप के कारण उत्पन्न क्रोधावेश का दौरा के अर्थ में न हो। परमेश्वर का क्रोध न्याय सम्मत एवं पवित्र होता है।
(यह भी देखें: न्याय, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्तरोंग: H639, H2197, H2528, H2534, H2740, H3707, H3708, H5678, H7107, H7109, H7110, H7265, H7267, G2372, G3709, G3949, G3950
क्षमा करना, क्षमाप्राप्त, क्षमा, क्षमादान
परिभाषा:
किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उससे बैर नहीं रखना चाहे उसने पीड़ादायक व्यवहार किया हो| "क्षमा" किसी को दोषमुक्त करने का कार्य है|
- किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए उसको दण्ड न देना।
- लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अर्थ है, “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “ऋण क्षमा करना”
- मनुष्य जब पापों को स्वीकार करता है तब परमेश्वर क्रूस पर यीशु के बलिदान की मृत्यु पर आधारित उन्हें क्षमा कर देता है।
- यीशु ने अपने शिष्यों को शिक्षा दी कि जैसे उसने उन्हें क्षमा किया है वैसे ही वे भी दूसरों को क्षमा करें।
शब्द "क्षमादान" का अर्थ है क्षमा करना और किसी को उसके पाप की सज़ा न देना।
- इस शब्द का अर्थ वही है जो "क्षमा करने" का है परन्तु इसमें दोषी को दंड न देने के औपचारिक निर्णय का भाव भी समाहित हो सकता है।
- न्यायालय में, न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है।
- यद्यपि हम पाप के दोषी हैं, यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उसकी मृत्यु के आधार पर हमारे नरक के दंड को क्षमा कर देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष मार्जन” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “(किसी के) विरूद्ध मन में कुछ न रखना।"
- शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "न पछताने का अभ्यास" या "(किसी को) निर्दोष घोषित करना" या "क्षमादान का कार्य"।
- यदि भाषा में क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए कोई शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमादान" के अनुवाद में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दोष)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 7:10 परन्तु एसाव याकूब को पहले ही क्षमा कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
- 13:15 मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को क्षमा कर दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें क्षमा किया।
- 17:13 दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
- 21:5 परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग होंगे, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।
- 29:1 एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ?”
- __29:8__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।
- 38:5 फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की क्षमा के लिये बहाया जाता है।
शब्द तथ्य:
- H5546, H5547, H3722, H5375, H5545, H5547, H7521, G859, G863, G5483
खतना करना, खतना किया, खतना, खतना रहित
परिभाषा:
खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक का शिश्नाग्र्च्छद विच्छेदित कर देना| इसके साथ खतना अनुष्ठान भी किया जा सकता था।
- परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार के सब पुरुषों का खतना करे जिनमें सेवक भी सम्मिलित हों।
- परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के साथ ऐसा ही करते रहें।
- “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “विच्छेदन” या पाप का उन्मूलन।
- आत्मिक परिप्रेक्ष्य में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू द्वारा पाप से शुद्ध किया और जो उसके अपने लोग हैं।
- ”खतनारहित” का अर्थ है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इसका प्रतीकात्मक संदर्भ उन लोगों से भी है जिनका आत्मिक खतना नहीं हुआ है अर्थात जिनका संबन्ध परमेश्वर से नहीं है।
- "खतनारहित" और "खतनाविहीनता" शब्दों का सन्दर्भ उन पुरुषों से है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है| इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जाता है|
- मिस्रियों में भी खतना का प्रचलन था| अतः जब परमेश्वर मिस्र की हार खतनारहित लोगों के हाथों होने की चर्चा करता है तब इसका अर्थ है, परमेश्वर उन लोगों के सन्दर्भ में कह रहा है जिनसे मिस्री घृणा करते थे क्योंकि उनका खतना नहीं हुआ था|
- बाईबल में उन लोगों की चर्चा की गई है जिनका "ह्रदय खतनारहित" है या जो "ह्रदय में खतनारहित हैं|" लाक्षणिक भाषा में इसका अर्थ है, वे लोग जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं और हाथ करके वे परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं|
- यदि आपकी भाषा में खतना काम में लिया जाता है या परिचित शब्द है तो "खतनारहित" का अनुवाद हो सकता है, "खतना नहीं किया गया"
- इस अभिव्यक्ति, "खतनाविहीनता" का अनुवाद,प्रकरण के अनुसार हो सकता है, " वे मनुष्य जिनका खतना नहीं हुआ है" या "मनुष्य जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं"
- लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के लोग नहीं" या "उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के अपने लोग नहीं हैं" या "वे लोग जिनमें परमेश्वर के होने के लक्षण नहीं हैं"
- ह्रदय के खतनारहित" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "हठीले विद्रोही" या विश्वास का इनकार करने वाले|" तथापि, यदि संभव हो तो इस अभिव्यक्ति को ही रखना या सहार्थी अभिव्यक्ति को रखना ही सर्वोत्तम है क्योंकि आत्मिक खतना एक अत्यधिक महत्वपूर्ण धारणा है|
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में पुरुषों का खतना किया जाता है तो यहां इसी शब्द का उपयोग किया जाए।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “चारों ओर से काटना”, “गोलाई में काटना” या “अग्र त्वचा काटना”।
- जिन संस्कृतियों में खतना नहीं जाना जाता है वहां पाद टिप्पणी या शब्दावली में इसकी व्याख्या करना आवश्यक है।
- सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद स्त्रियों के संदर्भ में न हो। आवश्यक है कि इसका अनुवाद एक ऐसे शब्द के साथ किया जाए जिससे पुरूषों का संदर्भ व्यक्त हो।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, वाचा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 5:3 "तू अपने परिवार में हर एक पुरुष का खतना अवश्य करे।"
- 5:5 उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का खतना किया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G02030, G05640, G19860, G40590, G40610
खतनारहित, खतनाहीन
परिभाषा:
“खतनारहित” और “खतनाहीन” पुरुषों के संदर्भ में है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इन शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक भी है।
- मिस्र एक ऐसा देश था जिसे खतना करवाने की आवश्यकता थी। अतः जब परमेश्वर कहता है कि मिस्र खतनारहितों द्वारा पराजित होगा तब वह उस जाति के लिए कह रहा है जिन्हें मिस्र खतना नहीं करवाने के लिए तुच्छ समझता था।
- बाइबल “खतनारहित मन” के मनुष्यों की चर्चा करती है या “जिनके मन का खतना” नहीं हुआ है। यह एक प्रतीकात्मक रूप है कि वे लोग परमेश्वर के लोग नहीं है और वे अवज्ञा में हठीले हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में खतना शब्द परिचित है तो “खतनारहित” का अनुवाद किया जा सकता है, “जिनका खतना नहीं हुआ है”।
- “खतनारहित” का अनुवाद हो सकता है, “जिन मनुष्यों का खतना नहीं हुआ है” या “वे जो परमेश्वर के लोग नहीं है” परन्तु प्रकरण पर आधारित रहें।
- इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थों के अन्य अनुवाद रूप हैं, “परमेश्वर के लोग नहीं” या “उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के नहीं” या “वे जिनमें परमेश्वर के होने का कोई लक्षण नहीं है”
- “हृदय का खतना” इसका अनुवाद हो सकता है, “हठीले विद्रोही” या “विश्वास से इन्कार करनेवाले”। तथापि, यदि संभव हो इसी उक्ति को काम में लें या ऐसी ही किसी उक्ति को काम में लें क्योंकि आत्मिक खतना एक महत्वपूर्ण विषय है।
(यह भी देखें: अब्राहम , खतना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6188, H6189, H6190, G203, G564
खोजे, खोजों
परिभाषा:
“खोजे” शब्द उस पुरुष के संदर्भ में है जिसका बधियाकरण किया गया हो। उत्तरकाल में यह शब्द सब सरकारी अधिकारियों के लिए काम में आने लगा चाहे वे सर्वांग थे।
- यीशु ने कहा कि कुछ नपुसंक स्वाभाविक रूप से जन्म लेते हैं संभवतः क्षतिग्रस्त अंग के कारण या यौन-शक्ति न होने के कारण। कुछ नपुंसकों के समान अविवाहित जीवन जीते हैं।
- प्राचीन युग में नपुंसक व्यक्ति राजा के सेवक होते थे जिन्हें स्त्रियों की रक्षा के लिए रखा जाता था।
- कुछ नपुंसक मनुष्य महत्वपूर्ण राजकीय अधिकारी होते थे जैसे कूश देश के खोजे जिससे फिलिप्पुस ने रेगिस्तान में भेंट की थी।
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5631, G2134, G2135
ख्रीस्त, मसीह
तथ्य:
“मसीह” या “ख्रिस्त” का अर्थ है, “अभिषिक्त-जन” और परमेश्वर के पुत्र यीशु के संदर्भ में है।
- “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए नियुक्त किया है।
- पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने मसीह के विषय भाविश्यद्वानियाँ लिखी थीं जो पृथ्वी पर उसके आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व की थी।
- पुराने नियम में एक शब्द का प्रायः उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त(जन)” जिसका सन्दर्भ मसीह से है जिसके आने की प्रतीक्षा की जा रही थी|
- यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो सिद्ध करते हैं कि वह मसीह है; शेष भविष्यद्वाणियाँ यीशु के पुनः आने पर पूरी होगी।
- "मसीह" शब्द को अधिकतर "मसीह" और "मसीह यीशु" जैसे पदनामों में प्रयोग किया जाता है।
- "ख्रीस्त" शब्द भी उसके नाम के साथ काम में लिया जाता है जैसे, "ख्रीस्त यीशु"
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद इसके अर्थ के साथ किया जा सकता है, “अभिषिक्त जन” या “परमेश्वर का अभिषिक्त उद्धारकर्ता”।
- अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- लिप्यन्तरित शब्द का अनुवाद इस शब्द की परिभाषा के अनुसार किया जा सकता है, जैसा "मसीह, अभिषिक्त जन" में|
- इसका अनुवाद सम्पूर्ण बाइबल में अपरिवर्तनीय हो जिससे कि स्पष्ट हो कि एक ही निश्चित शब्द का सन्दर्भ दिया जा रहा है|
- सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "ख्रीस्त" शब्दों के अनुवाद उन संदर्भों में अर्थवान हों जहां एक ही पद में इन दोनों शब्दों का प्रयोग किया गया है (जैसे यूहन्ना 1:41)
(यह भी देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर का पुत्र, दाऊद, यीशु, अभिषेक करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 17:7 मसीह परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा।
- 17:8 लेकिन वास्तव में, मसीह के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक।
- 21:1 आरम्भ से ही, परमेश्वर ने मसीह को भेजने की योजना बनाई थी।
- 21:4 परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि मसीह दाऊद के अपने वंश में से होगा।
- 21:5 मसीह __ नई वाचा का आरम्भ करेगा।
- 21:6 परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, मसीह भविष्यद्वक्ता, याजक और राजा होगा।
- 21:9 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
- 43:7 "परन्तु परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए उसको जीवित खडा किया, जिसमें लिखा है, तू अपने __ पवित्र जन__ को कब्र में सड़ने नहीं देगा।'"
- 43:9 "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और मसीह भी!"
- 43:11 पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "तुम में से हर एक जन पश्चाताप करे और यीशु _ मसीह_ के नाम में बपतिस्मा ले कि परमेश्वर तुम्हारे पाप क्षमा करे|"
- 46:6 शाऊल यहूदियों से विवाद करता था, और सिद्ध करता था कि यीशु ही मसीह है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4899, G33230, G55470
गन्धरस
परिभाषा:
“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाले हुआ गोंद से तैयार किया जाता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में उगता है और लोबान की प्रजाति का है।
गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा कब्र में रखने के लिए शवों का अभ्यंजन करने के भी काम में लिया जाता था।
- गन्धरस यीशु के जन्म पर ज्योतिषियों द्वारा चढ़ाई गई भेंटों में से एक था।
- यीशु जब क्रूस पर लटका हुआ था तब गन्धरस मिश्रित मदिरा उसे दी गई थी कि उसकी पीड़ा कम जो जाए।
(यह भी देखें: लोबान, ज्योतिषियों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3910, H4753, G34640, G46660, G46690
गवाही, गवाही देना, साक्षी, साक्षात गवाह
परिभाषा:
जब कोई व्यक्ति "गवाही" देता है तो वह उसके बारे में एक बयान देता है जिसे वह जानता है, और यह दावा करते हुए कि बयान सच है। “गवाही” का अर्थ “गवाही देने” से है।
- मनुष्य प्रायः उस बात की गवाही देता है, जिसका उसे व्यक्तिगत अनुभव है।
- “झूठी गवाही” देने वाला मनुष्य किसी घटना के बारे में सच नहीं कहता है।
- कभी-कभी “गवाही” किसी भविष्यद्वक्ता की भविष्यद्वाणी के संदर्भ में भी होती है।
- नये नियम में यह शब्द प्रायः यीशु के अनुयायियों के संदर्भ में है कि उन्होंने यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरूत्थान की गवाही दी।
अनुवाद के सुझाव:
- “साक्षी देना” या “गवाही देना” का अनुवाद “सत्यों को कहना” या “जो देखा और सुना उसे बताना” या “व्यक्तिगत अनुभव से कहना” या “प्रमाण देना” या “जो हुआ उसका वर्णन करना”।
- “गवाही” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “जो हुआ उसका ब्योरा सुनाना” या “सत्य का कथन सुनाना” या “प्रमाण देना” या “जो कहा गया” या “भविष्यद्वाणी”।
- “उनके लिए गवाही ठहरे” का अनुवाद “उन्हें दिखाए कि सच क्या है” या “उन पर सिद्ध करे कि सच क्या है”।
- “उनके विरूद्ध गवाही ठहरे” का अनुवाद “जिससे उन पर उनके पाप प्रकट हों” या “उनका पाखण्ड प्रकट हो” या “जो सिद्ध करे कि वे गलत हैं”।
- “झूठी गवाही देना” इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी के बारे में झूठी बातें कहना” या “ऐसी बातें कहना जो सच नहीं हैं”।
- "साक्ष्य" या "प्रत्यक्ष गवाह" का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा हो सकता है जिनका अर्थ हो, "जिस मनुष्य ने देखा" या "जिन्होंने (उन बातों को) देखा और सूना"
- कोई बात जो "गवाह" हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, "विश्वास" या "प्रतिज्ञा का चिन्ह" या "कोई बात जो किसी बात की सत्यता को प्रकट करती है"
- "तुम मेरे गवाह होगे", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "तुम मेरे बारे में मनुष्यों को बताओगे" या "तुम अम्नुशों में मेरी शिक्षाओं का प्रचार करोगे" या "तुम मनुष्यों में मेरे द्वारा किए गए कामों और मेरे द्वारा दी गई शिक्षाओं का प्रसारण करो"
- "की गवाही होना" इसका अनुवाद हो सकता है, "जो देखा वह सुनाना" या "गवाही देना" या "जो हुआ उसका वर्णन करना"
- किसी बात का "गवाह होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "किसी घटना को देखना" या "किसी घटना का अनुभव करना"
(यह भी देखें: वाचा का संदूक,
अपराध बोध, न्याय करना,
भविष्यद्वक्ता, गवाह)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाईबल की कहानोयों के उदाहरण
- 39:2 उसके आवास में यहूदी अगुओं ने यीशु पर अभियोग चलाया| वे अनेक झूठे गवाह ले जिन्होंने उसके बारे में झूठ कहा|
- 39:4 महायाजक ने क्रोध में आकर अपने वस्त्र फाड़े और चिल्लाकर कहा, "हमें अब और गवाहों की आवश्यकता नहीं है| तुमने स्वयं सुन लिया है, यह कहता है कि यह परमेश्वर का पुत्र है| तुम्हारा निर्णय क्या है?"
- 42:8 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक मनुष्य को मन फिराना हैकी उनके पापों की उनको क्षमा मिल जाए| ऐसा प्रचार वे यरूशलेम से आरम्भ करके सर्वत्र सब जातियों में पहुंचेंगे| तुम इन बातों के गवाह हो|"
- 43:7 “परमेश्वर ने यीशु को फिर से जीवित कर दिया| इस सत्य के हम गवाह हैं"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G267, G1263, G1957, G2649, G3140, G3141, G3142, G3143, G3144, G4303, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577, G6020
घृणा, घृणित
परिभाषा:
“घृणा” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे।
- मिस्री लोग इब्रानियों को "घृणित" मानते थे। इसका अर्थ है कि मिस्री लोग इब्रानियों को पसन्द नहीं करते थे और उनके साथ संबन्ध नहीं रखना चाहते थे वरन उनके निकट भी नहीं आना चाहते थे।
- बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं, जैसे झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध।
- अपने शिष्यों को अन्त समय की शिक्षा देते समय यीशु ने भविष्यद्वक्ता दानिय्येल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था और जिसमें “उजाड़ने वाली घृणित वस्तु” की चर्चा की गई थी जिसे परमेश्वर से विद्रोह स्वरूप स्थापित करके उसके आराधना स्थल को अशुद्ध किया जाएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- “घृणित वस्तु” का अनुवाद हो सकता है: “जिस वस्तु से परमेश्वर घृणा करता है”, या “वैमनस्य उत्पादक वस्तु" या “घृणित अभ्यास” या “बहुत बुरा काम”।
- प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, "के लिए घृणित है" के अनुवाद रूप हो सकेत हैं: “के लिए अत्यधिक घृणित” या “के लिए वैमनस्यकारी है” या “को पूर्णतः अस्वीकार्य” या “गहरी घृणा उत्पन्न करनेवाली”।
- “उजाड़नेवाली घृणित वस्तु” का अनुवाद हो सकता है: “अशुद्ध करनेवाली वस्तु जिससे मनुष्यों की घोर हानि होती है” या “वैमन्स्यकारी वस्तु जिसके कारण गहरा दुःख होता है”।
(यह भी देखें: व्यभिचार, अशुद्ध करना, उजाड़ , मूरत, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G0946
चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, चिन्ह
परिभाषा:
“चमत्कार” एक ऐसा अद्भुत कार्य है जो परमेश्वर के किए बिना मनुष्य के लिए संभव नही है।
- यीशु के आश्चर्यकर्मों में आंधी को शान्त करना, अंधे मनुष्य को दृष्टिदान।
- आश्चर्यकर्मों को "अद्भुत काम" भी कहा गया है क्योंकि उन्हें देखकर मनुष्य आश्चर्य एवं विस्मय से अभिभूत हो जाता है।
- “अद्भुत काम” का संदर्भ सामान्यतः परमेश्वर के सामर्थ्य केआश्चर्यजनक प्रदर्शन से भी है जैसे, जब उसने आकाश और पृथ्वी की रचना की।
- आश्चर्यकर्मों को “चिन्ह” भी कहा गया है क्योंकि वे संकेत या प्रमाण हैं कि परमेश्वर ही सर्वशक्तिमान है जिसका अधिकार सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड पर है।
- कुछ आश्चर्यकर्म परमेश्वर के मुक्ति कार्य है जैसे, जब उसने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व में से निकाला था और दानिय्येल को शेरों की हानि से सुरक्षित रखा था।
- अन्य आश्चर्यकर्म हैं, परमेश्वर का दण्ड जैसे नूह के युग में उसने जलप्रलय भेजा या मूसा के युग में मिस्र पर विपत्तियां डालीं।
- परमेश्वर के अन्य अनेक आश्चर्यकर्मों में रोगियों को चंगा करना और मृतकों को जिलाना था।
- यीशु द्वारा रोगियों की चंगाई, आंधी शान्त करना, पानी पर चलना, मृतकों को जिलाना परमेश्वर के सामर्थ्य का प्रदर्शन था। यह सब आश्चर्यकर्म थे।
- परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों को भी सामर्थ्य दिया कि वे आश्चर्यकर्म करें जैसे रोग निवारण तथा अन्य सामर्थ्य के कार्य जो केवल परमेश्वर के सामर्थ्य से ही संभव थे।
अनुवाद के सुझाव:
- “आश्चर्यकर्म” और “अद्भुत कामों” के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर कृत असंभव कार्य” या “परमेश्वर के सामर्थी कार्य” या “परमेश्वर के विस्मयकारी कार्य”
- “चिन्ह एवं चमत्कार” एक ऐसी अभिव्यक्ति है जिसका बार-बार उपयोग किया गया है, इसका अनुवाद हो सकता है, “प्रमाण एवं आश्चर्यकर्म” या “परमेश्वर के सामर्थ्य को सिद्ध करने वाले आश्चर्य के काम” या “विस्मयकारी चमत्कार जिनसे परमेश्वर की महानता प्रकट होती है”
- ध्यान दें कि चमत्कारी चिन्ह का अर्थ किसी बात के प्रमाण को सिद्ध करने के चिन्ह से भिन्न है। इन दोनों का अर्थ समान हो सकता है।
(यह भी देखें: सामर्थ्य, भविष्यद्वक्ता, प्रेरित, चिन्ह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:8 परमेश्वर इस्राएलियों को बचाने के लिए गिदोन ने परमेश्वर से दो चिह्न मांगे थे कि उसको विश्वास हो जाए कि परमेश्वर उसके द्वारा इस्राएल को मुक्ति दिलाएगा|
- 19:14 परमेश्वर ने एलीशा के द्वारा बहुत से चमत्कार किए |
- 37:10 अनेक यहूदीयों ने इस काम को देखकर, यीशु पर विश्वास किया।
- 43:6 “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर के सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |”
- 49:2 यीशु ने बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है | वह पानी पर चला, आंधी को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों से अधिक के लिए पर्याप्त हो |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H226, H852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H5953, H6381, H6382, H6383, H6395, H6725, H7560, H7583, H8047, H8074, H8539, H8540,G880, G1213, G1229, G1411, G1569, G1718, G1770, G1839, G2285, G2296, G2297, G3167, G3902, G4591, G4592, G5059,
चिन्ह, प्रमाण, स्मरण कराने वाली बात
परिभाषा:
"चिन्ह" प्रायः उस वस्तु, घटना या कार्य के सन्दर्भ में है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है।
- :बाईबल में "चिन्ह" कभी कभी परमेश्वर द्वारा की गई प्रतिज्ञा या स्थापित वाचा के लिए दिए जाते थे:
- उत्पत्ति के पुस्तक में परमेश्वर द्वारा आकाश में स्थापित मेघधनुष परमेश्वर को स्मरण कराने के लिए एक चिन्ह (स्मारक) है कि उसने प्रतिज्ञा की है कि वह विश्वव्यापी जलप्रलय से जीवन को फिर कभी नष्ट नहीं करेगा।
- उत्पत्ति की पुस्तक में, परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे अपने पुत्रों का खतना करें जो उस तथ्य का एक चिन्ह होगा जो उनके साथ बंधी गई परमेश्वर की वाचा का चिन्ह होगा।
- चिन्ह किसी बात को प्रकट करते हैं या उसकी ओर संकेत करते हैः
- लूका के वृतांत में, स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा उनको सहायता मिलेगी कि वे बैतलहम में पहचान पाएं कि कौन सा शिशु नवजात मसीह है।
- यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि यही यीशु है जिसको उन्हें पकड़ना है।
- चिन्ह किसी बात को सच्चा सिद्ध करते है:
- निर्गमन की पुस्तक में, विपत्तियों ने मिस्र में विनाश ढा दिया था जो एक चिन्ह था कि यहोवा कौन है और उनसे सिद्ध हुआ कि वह फिरौन से और उसके मिस्री देवताओं से अधिक महान है|
- प्रेरितों के काम की पुस्तक में, भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
- यूहन्ना रचित सुसमाचार में कहा गया है कि यीशु ने जो चमत्कार किए, वे चिन्ह जिनसे सिद्ध होता है कि वह वास्तव में मसीह है।
(अनुवाद के सुझाव:
- बार-बार आने वाली अभिव्यक्ति, "चिन्ह और चमत्कार" का अनुवाद हो सकता है: "प्रमाण एवं चमत्कार" या "परमेश्वर के सामर्थ्य को सिद्ध करने वाले चमत्कारी कार्य" या “विस्मयकारी आश्चर्यकर्म जिनसे प्रकट होता है कि परमेश्वर कैसा महान है"।
- “हाथों से संकेत करना” का अनुवाद हो सकता है: “हाथों की गतिविधि” या “हाथों से इंगित करना” या “भाव दर्शाना”।
- कुछ भाषाओं में किसी बात को सिद्ध करने के लिए "चिन्ह" शब्द का एक अनुवादित रूप होता है और आश्चर्यकर्म के लिए "चिन्ह" का दूसरा अनुवादित शब्द होता है।
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, प्रेरित, मसीह, वाचा, खतना करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0226, H0852, H2368, H2858, H4150, H4159, H4864, H5251, H5824, H6161, H6725, H6734, H7560, G0364, G0880, G1213, G1229, G1718, G1730, G1732, G1770, G3902, G4102, G4591, G4592, G4953, G4973, G5280
चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने हुए लोग, चुना हुआ जन, चुनना।
परिभाषा:
“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” यह उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, ये उपनाम यीशु को दर्शाते हैं जो चुना हुआ मसीह है।
- “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को अलग कर लेना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को अपने लिए अलग कर लेने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं।
- “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त”- कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए।
- परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना कि उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए जाएं। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए लोग)” या "चुने हुए" कहते है।
- बाइबल में कभी-कभी इस उक्तिं “चुने हुओं” का उपयोग कुछ विशेष मनुष्यों लिए किया गया है जैसे मूसा, राजा दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। इसका उपयोग,इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी किया गया है क्योंकि वे परमेश्वर के चुने हुए लोग थे|
- “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “अलग किया गया” या “अलग किए हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में काम में लिया गया था|
- अंग्रेज़ी बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है जो "अलग किए हुए" लोगों के लिए काम में लिए गए शब्द का अनुवादित शब्द है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद यथावत “चुना हुआ” ही किया गया हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द, "चयनित" का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, "मनुष्य जिनको परमेश्वर ने चुन लिया है" या "वे जिनको परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त कर दिया है"
- “जो चुने गए” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिन्हें नियुक्त किया” या “जो अलग किए गए” या “जिन्हें परमेश्वर ने चुना”।
- “मैंने तुझे चुन लिया है” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मैंने तुम्हें नियुक्त किया है” या “मैंने तुम्हें अलग किया है”।
- यीशु के संदर्भ में, इस उक्ति “चुना हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है”
(यह भी देखें: नियुक्त, मसीह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0970, H0972, H0977, H1262, H1305, H4005, H6901, G01380, G01400, G15860, G15880, G15890, G19510, G37240, G44000, G44010, G47580, G48990, G55000
चेला, चेले
परिभाषा:
“चेला” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो गुरू के साथ बहुत समय व्यतीत करता है और गुरू के चरित्र और शिक्षाओं से सीखता है।
- जो लोग यीशु के पीछे चलते थे और उसकी शिक्षाओं को सुनकर उनका पालन करते थे, वे उसके “चेले” कहलाते थे।
- यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले के भी चेले थे।
- यीशु के सांसारिक सेवाकाल में उसके अनेक चेले थे और जो उसका अनुसरण करते और उसकी शिक्षाओं को सुनते थे।
- यीशु ने बारह मनुष्यों को चुना कि उसके घनिष्ठ अनुयायी हों, ये पुरुष उसके “प्रेरित” कहलाए।
- यीशु के बारह प्रेरित उसके “शिष्य” या “बारहों” कहलाए।
- अपने स्वर्गारोहण से पूर्व यीशु ने अपने शिष्यों को आज्ञा दी कि उन्हें भी यीशु के शिष्य बनना सिखाएं।
- यीशु में विश्वास करने और उसकी शिक्षाओं का पालन करनेवालों को यीशु के चेले कहा जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “चेला” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्योपार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रेरित” शब्द के अनुवाद से भिन्न शब्द हो।
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास करना, यीशु, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 30:8 यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर चेलों को दी कि वे लोगों को परोसे। चेलों ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी।
- 38:1 यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का उत्सव मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
- 38:11 फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने चेलों के साथ आया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो।
- 42:10 यीशु ने अपने चेलों से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3928, G31000, G31010, G31020
चौथाई देश के राजा
परिभाषा:
"चौथाई देश के राजा" शब्द का अर्थ है एक सरकारी प्रशासक जो रोमी साम्राज्य के एक भाग पर शासन करता था। प्रत्येक चौथाई देश का राजा रोमी सम्राट के अधिकाराधीन था।
- शीर्षक "चौथाई देश के राजा" का अर्थ है, "चार संयुक्त शासकों में से एक है।"
- सम्राट डाइक्लेशियन के समय से रोमी साम्राज्य के चार प्रमुख विभाजन थे और प्रत्येक चौथाई देश का राजा एक विभाजन पर शासन करता था।
- हेरोदेस "महान" जो यीशु के जन्म के समय राजा था, उसकी मृत्यु के बाद उसका राज्य चार वर्गों में विभाजित किया गया था, और उसके पुत्रों ने "चौथाई देश के राजा" या "चौथे के शासकों" के रूप में शासन किया।
- प्रत्येक चौथाई देश में एक या उससे अधिक क्षेत्र थे जिन्हें "प्रांत" कहा जाता था, जैसे गलील या सामरिया।
- "हेरोदेस जो चौथाई देश का राजा था" उसका उल्लेख कई बार नए नियम किया गया है. वह "हेरोदेस अन्तिपास" नाम से भी जाना जाता था।
- "चौथाई देश के राजा," शव्द का अनुवाद, "क्षेत्रीय शासक" या "प्रांतीय शासक" या“शासक” या “अधिपति” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: राज्यपाल, हेरोदेस अन्तिपास, प्रांत, रोम, शासक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G50750, G50760
छुड़ा ले, छुटकारा, छुटकारा, छुटकारा दिलानेवाला
परिभाषा:
“छुड़ा ले” या “छुटकारा” इसका अर्थ है जो व्यक्ति या वस्तु पहले किसी और के अधिकाराधीन या स्वामीत्व में थी उसे पैसा देकर छुड़ा लेना। इसे करने की कार्य को "छुटकारा" कहते है। मुक्तिदाता (छुड़ानेवाला) वह मनुष्य है जो किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ा लेता है।
- परमेश्वर ने इस्राएल को किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ाने के नियम दिए थे।
- उदाहरणार्थ, किसी दास को मूल्य चुका कर कोई मनुष्य छुड़ा सकता था कि वह स्वतंत्र हो जाए। “मुक्ति धन” भी इसी अभ्यास के संदर्भ में है।
- यदि किसी की भूमि बेची जा चुकी है तो उसका कोई परिजन उस भूमि को छुड़ा सकता है या “पुनः खरीद” सकता है कि वह पारिवारिक सम्पदा बनी रहे।
- इन अभ्यासों से प्रकट है कि परमेश्वर पाप के दासत्व में रहनेवालों को कैसे छुड़ाता है, जब यीशु क्रूस पर मर गया था तब उसने मनुष्यों के पापों का पूरा मूल्य चुका दिया और उन सबको छुड़ा लिया जो मुक्ति के लिए उसमें विश्वास करते हैं। जो मनुष्य परमेश्वर द्वारा छुड़ाए गए हैं वे पाप और पाप के दण्ड से मुक्त हो गए हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ के अनुसार, “छुड़ाना” का अनुवाद हो सकता है, “पुनः खरीद लेना” या “स्वतंत्र होने की कीमत चुकाना(कोई)” या "मुक्ति धन"।
- शब्द "छुटकारा" का अनुवाद "मुक्ति धन" या "स्वतंत्र होने की कीमत" या "पुनः खरीद लेना" के रूप में किया जा सकता है।
- शब्द "मुक्ति धन" और “छुटकारा” मूल रूप से एक ही अर्थ है, इसलिए कुछ भाषाओं में इन दोनों शब्दों का अनुवाद करने के लिए केवल एक शब्द हो सकता है। शब्द "मुक्ति धन",तथापि, इसका अर्थ भी आवश्यक भुगतान हो सकता है।
(यह भी देखें: स्वतंत्र, छुटकारे का मूल्य)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G59, G629, G1805, G3084, G3085, H1350, H1353, H6299, H6302, H6304, H6306, H6561, H7069
छोड़ना, छोड़ देता, छोड़ दिया, त्याग कर
परिभाषा:
“छोड़ना” अर्थात किसी को अलग कर देना या किसी वस्तु का प्रत्याख्यान करना। यदि कोई “त्यागा हुआ” है तो वह किसी के द्वारा अकेला छोड़ दिया गया या अलग कर दिया गया है।
- जब मनुष्य परमेश्वर को “त्याग” देते हैं तो वे अवज्ञा के द्वारा उसका विश्वासघात करते है।
- परमेश्वर मनुष्यों का त्याग करता है तो इसका अर्थ है कि उसने उनकी सहायता करना छोड़ दिया है और उन्हें कष्ट भोगने दिया है कि वे उसके पास लौट आएं।
- इस शब्द का अर्थ प्रत्याख्यान भी है जैसे परमेश्वर की शिक्षाओं को त्यागना या उन का अनुसरण नहीं करना।
- “त्यागा हुआ” का भूतकाल में काम में लिया जा सकता है जैसे “उसने तुझे त्याग दिया” या जैसे किसी को "त्याग दिया गया है" के संदर्भ में।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “छोड़ देना” या “अनदेखा करना” या “त्याग देना” या “दूर चले जाना” या “पीछे छोड़ देना” प्रकरण के अनुसार।
- परमेश्वर की व्यवस्था का “त्याग” करना का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की व्यवस्था का पालन नहीं करना” इसका अनुवाद उसकी शिक्षाओं या नियमों को “छोड़ देना” या “विच्छेदित हो जाना” या “आज्ञापालन न करना”।
- “त्यागा हुआ” का अनुवाद “छोड़ा हुआ” या “सुनसान हो जाएगा” हो सकता है।
- लक्षित भाषा में इस शब्द के अनुवाद में स्पष्टता हेतु विभिन्न शब्द हो सकते हैं जो निर्भर करेगा कि अभिलेख में किसी वस्तु का या मनुष्य का त्याग किया गया है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H488, H2308, H5203, H5428, H5800, H5805, H7503, G646, G657, G863, G1459, G2641,
जहाज़
परिभाषा:
यथार्थ में देखें तो यहाँ “जहाज़”, शब्द का अभिप्राय लकड़ी का एक चौकोर डब्बा है जिसमें कोई वस्तु रखी जाती है या सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ा या छोटा हो सकता है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में लिया जा रहां है।
- अंग्रेजी की बाइबल में “जहाज़” शब्द सबसे पहले एक लकड़ी की चौकोर नाव के लिए काम में लिया गया शब्द है जिसे नूह ने विश्वव्यापी जल प्रवाह से बचने के लिए बनाया था। इस जहाज़ का तल समतल था और एक छत थी तथा दीवारें थी।
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “एक विशाल नाव” या “बजरा” या “मालवाहक पोत” या “बड़ी सन्दूकनुमा नाव”।
- इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए जो टोकरी बनाई थी, उसका था। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है।
- “वाचा का सन्दूक” में “सन्दूक” के लिए एक भिन्न इब्रानी शब्द का काम में लिया गया है। इसका अनुवाद “डब्बा” या “सन्दूक” या “बर्तन” किया जा सकता है।
- “सन्दूक” का अनुवाद करते समय प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, टोकरी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0727, H8392, G27870
जीवन, जीना, रहते थे, जीवित
परिभाषा:
""जीवन" शब्द का अर्थ है, शरीर का जीवित रहना अर्थात शारीरिक मृत्यु के विपरीत|
1. शारीरिक जीवन
- "जीवन" किसी मनुष्य के सन्दर्भ में भी होता है, जैसे "जान बचाई गई"
- कभी-कभी "जीवन" शब्द जीवन शैली के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।"
- यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि इस अभिव्यक्ति में है, "उसके जीवन का अंत"
- "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का सन्दर्भ देता है, जैसे, "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे इस शहर में रह रहे थे।"
- बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा प्रायः "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत व्यक्त की गई है।
2. आत्मिक जीवन
- मनुष्य को आत्मिक जीवन प्राप्त होता है जब वह यीशु में विश्वास करता है| परमेश्वर उस मनुष्य में पवित्र आत्मा का निवेश करके उसके जीवन को बदल देता है।
- आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होना और अनन्त दण्ड का भागी होना|
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “जीवन” का अनुवाद “अस्तित्व” या “व्यक्ति” या “प्राण” या “होना” या “अनुभव” हो सकता है।
- “रहना” शब्द का अनुवाद “वास करना” या “निवास करना” या “अस्तित्ववान रहना” किया जा सकता है।
- “जीवन का अन्त” का अनुवाद “सांस रुक जाना” हो सकता है।
- “जान बचा दी” का अनुवाद “जीने दिया” या “हत्या नहीं की” किया जा सकता है।
- “जान खतरे में डाली” का अनुवाद हो सकता है, “जान जोखिम में डाली” या “ऐसा काम किया जो जान लेवा हो सकता था”।
- बाइबल पाठ में आत्मिक जीविन की बात की जाती है, तो "जीवन" का अनुवाद निम्न व्यक्त रूपों में किया जा सकता है: "शाश्वत जीवन" या "परमेश्वर हमें हमारी आत्माओं में जीवित रखता है" या "परमेश्वर के आत्मा द्वारा नव जीवन" या "अपने आंतरिक मनुष्यत्व में जीवित किए गए"
- सन्दर्भ के आधार पर, इस अभिव्यक्ति, "जीवन दान" का अनुवाद हो सकता है, "जीवित रखना" या "अनंत जीवन देना" या "अनंत जीवन देना"
(यह भी देखें: मृत्यु, अनन्त)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:10 फिर परमेश्वर ने मिट्टी ली, और उससे आदम को बनाया, और उसमें जीवन का साँस फूँक दिया।
- 3:1 एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे।
- 8:13 जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक जीवित है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ।
- 17:9 हालांकि, अपने जीवन के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 27:1 एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
- 35:5 यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।"
- 44:5 “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने जीवन के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G01980, G02220, G02270, G08060, G05900
ज्यों का त्यों करना, दृढ़ करना, पुनः स्थापन
परिभाषा:
“ज्यों का त्यों करना” और “पूर्णोद्वार” का अर्थ है, पहले जैसी स्थिति वरन अधिक अच्छा कर देना।
- रोगी के दैहिक अंग को ज्यों का त्यों करने का अर्थ है, पूर्ण “चंगा” करना।
- टूटे संबन्धों को सुधारने का अर्थ है, “मेल करना” परमेश्वर पापियों को फेर लाता है और उन्हें अपने पास ले आता है।
- यदि लोगों को उनके गृह देश में बहाल किया गया है तो इसका अर्थ है, “लौटा लाया जाना” या “स्वदेश लौटना”।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “ज्यों का त्यों करना” का अनुवाद “नवीकरण करना” या “चुकाना” या “लौटा आना” या “चंगा करना” या “वापस लाना” हो सकता है।
- इस शब्द की अन्य वाक्शैली, “नया करना” या “नया सा कर देना” हो सकता है।
- जब संपत्ति "पुनः स्थापन" होती है, तो उसकी "मरम्मत" या "प्रतिस्थापित" या "उसके मालिक को वापस" दिया गया है।
- संदर्भ के आधार पर, "पुनः स्थापनचंगा करने" का अनुवाद "नवीनीकरण" या "चंगाई" या "सामंजस्य" के रूप में किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7725, H7999, H8421, G600, G2675
डर, भय, भयभीत, डरना
परिभाषा:
"भय" शब्द का अर्थ उस अप्रिय भावना से है जिसे व्यक्ति अपनी सुरक्षा या कल्याण के लिए संभावित खतरे का अनुभव करते हुए महसूस करता है। बाइबल में, हालांकि, "भय" शब्द का अर्थ किसी अन्य व्यक्ति के प्रति पूजा, सम्मान, विस्मय, या आज्ञाकारिता का दृष्टिकोण भी हो सकता है, आमतौर पर कोई शक्तिशाली जैसे परमेश्वर या कोई राजा। शब्द "डर" अत्यधिक या गहन भय को संदर्भित करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “भय मानना” का अनुवाद हो सकता है, “डरना” या “गहरा सम्मान करना” या “आदर करना” या “श्रद्धा से पूर्ण होना”
- “डरना” का अनुवाद “भयभीत” या “डरा हुआ” या “भयातुर” भी हो सकता है।
- “सब पर परमेश्वर का भय छा गया” इस वाक्य का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “अकस्मात ही सबमें परमेश्वर के प्रति गहरा सम्मान और श्रद्धा उत्पन्न हो गई” या “सब अकस्मात ही विस्मित होकर परमेश्वर के प्रति गहरे सम्मान से अभिभूत हो गए” या “उसी समय वे सब परमेश्वर से बहुत डर गए”।
(यह भी देखें: अचम्भा, यहोवा, प्रभु, चमत्कार, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H367, H926, H1204, H1481, H1672, H1674, H1763, H2119, H2296, H2727, H2729, H2730, H2731, H2844, H2849, H2865, H3016, H3025, H3068, H3372, H3373, H3374, H4032, H4034, H4035, H4116, H4172, H6206, H6342, H6343, H6345, H6427, H7264, H7267, H7297, H7374, H7461, H7493, H8175, G870, G1167, G1168, G1169, G1630, G1719, G2124, G2125, G2962, G5398, G5399, G5400, G5401
तरस, दयालु
परिभाषा:
“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्य अन्य मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है।
- “तरस” शब्द का अभिप्राय है अवश्यक्ताग्रस्त मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता के लिए क्रियाशील हो जाना|
- बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेम एवं दया भण्डार है।
अनुवाद के सुझाव:
“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या "अनुकम्पा दर्शाना" या “सहायक दया”
“तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद हो सकता है, “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G16530, G33560, G36270, G46970, G48340 G4835
ताड़ना, अनुशासन, आत्म-अनुशासन, आत्म संयम
परिभाषा:
“ताड़ना” नैतिक आचरण के लिए मार्गदर्शक सिद्धान्तों के पालन का प्रशिक्षण।
- माता-पिता नैतिकता के मार्गदर्शन और निर्देशनों द्वारा अपनी सन्तानों का अनुशासन करते है और उनका पालन करना सिखाते हैं।
- इसी प्रकार परमेश्वर अपनी सन्तान की ताड़ना (अनुशासन) करता है कि तुम्हें जीवन में अच्छे आत्मिक फल लाने में सहायता मिले जैसे, आनन्द, प्रेम और धीरज।
- “ताड़ना में निर्देशक होते हैं कि परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन कैसे जीएं तथा परमेश्वर विरोधी आचरण के लिए दण्ड भी दिया जाता है।
- आत्म संयम जीवन में नैतिक एवं आत्मिक सिद्धान्तों को अपनाने की प्रक्रिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुवाद “ताड़ना” का अनुवाद “प्रशिक्षण एवं निर्देशन” या “नैतिक निर्देशन” या “गलत का दण्ड” हो सकता है।
- “ताड़ना” संज्ञा शब्द का अनुवाद नैतिकता का प्रशिक्षण” या “दण्ड” या “नैतिकता का सुधार” या “सदाचार का मार्गदर्शन एक निर्देशन हो सकता है।”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दंडवत करना, घुटने टेकना, उपासना
परिभाषा:
“दंडवत करना” अर्थात मुंह के बल भूमि पर गिरना, सामान्यतः किसी अधिकार संपन्न मनुष्य के अधीन में जैसे राजा या किसी सामर्थी मनुष्य के अधीन। इसी शब्द का अर्थ "आराधना" करना भी होता है जिसका सन्दर्भ परमेश्वर के सम्मान,स्तुति और आज्ञापालन से है ।
- इस शब्द का वास्तविक अर्थ है, “झुकना” या “दण्डवत् करना” कि किसी का दीनतापूर्वक सम्मान करें।
- जब हम परमेश्वर की स्तुति और आज्ञापालन के द्वारा उसकी सेवा और उसका सम्मान करते हैं तब हम उसकी आराधना करते हैं।
- इस्राएलियों द्वारा परमेश्वर की आराधना में अधिकतर वेदी पर पशु की बलि चढ़ाई जाती थी।
- यह शब्द उन दोनों प्रकार के लोगों के लिए काम में लिया जा सकता है एक सच्चे परमेश्वर यहोवा की उपासना करते हैं और उन लोगों के लिए भी जो झूठे देवताओं की उपासना करते हैं।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “उपासना” शब्द का अनुवाद हो सकता है “दण्डवत् करना” या “आदर करना और सेवा करना” या “सम्मान करना एवं आज्ञापालन करना”।
- कुछ प्रकरणों में इसका अनुवाद हो सकता है, “दीनतापूर्वक स्तुति करना” या “सम्मान और स्तुति करें।”
(यह भी देखें: बलिदान, स्तुति, आदर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, "मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न__ मानना__|"
- 14:02 कनानियो ने न तो परमेश्वर की __ आराधना__ की और न ही आज्ञा का पालन किया। उन्होंने झूठे देवताओं की __ उपासना__ की, और बहुत से दुष्टता के कार्य किए।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करे जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- 18:12 इस्राएल राज्य के सभी राजा और बहुत से लोग मूर्तियों की उपासना करते थे।
- 25:07 तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की 'उपासना' कर।’”
- 26:02 सब्त के दिन वह(यीशु)आराधना करने के स्थान पर गया।
- 47:01 वहाँ वह लुदिया नामक एक भक्त स्त्री से मिले जो कि व्यापारी थी। वह बहुत प्रेम के साथ प्रभु की आराधना करती थी।
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी __ आराधना__ करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5457, H5647, H6087, H7812, G1391, G1479, G2151, G2318, G2323, G2356, G3000, G3511, G4352, G4353, G4573, G4574, G4576
दया, दयालु
परिभाषा:
“दया” और “दयालु” शब्दों का अर्थ है आवश्यकताग्रस्त मनुष्यों की सहायता करना विशेष करके जब वे दीन-दरिद्र हों।
- “दया” का अर्थ यह भी है कि मनुष्यों को उनकी गलती का दण्ड न देना।
- कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ सहारद्र व्यवहार करता है।
- दयालु होने का अर्थ यह भी है कि किसी को हमारे साथ बुराई करने के लिए क्षमा कर देना।
- जब हम घोर आवश्यकता में फंसे मनुष्यों की सहायता करते हैं तब हम दया दर्शाते है।
- परमेश्वर हम पर दयालु है और चाहता है कि हम दूसरों के साथ भी दया का व्यवहार करें।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “दया” का अनुवाद “करूणा” या “अनुकंपा” या “सहानुभूति” भी किया जा सकता है।
- “दयालु” का अनुवाद “दया दिखाना” या “किसी पर कृपालु होना” या “क्षमाशील” होना।
- “दया दिखाना” या “दया करना” का अनुवाद “कृपालु व्यवहार करना” या “अनुकंपा दर्शाना” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: तरस, क्षमा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:16 उन्होंने (भविष्यद्वक्ताओं ने) लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और __दया__के काम करना आरंभ करें।
- 19:17 एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए।
- 20:12 फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति दयालू था।
- 27:11 तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर दया की।”
- 32:11 परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर दया करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं |
- 34:9 पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G16530, G16550, G16560, G24330, G24360, G36280, G36290, G37410, G46980
दाहिना हाथ
परिभाषा:
“दाहिना हाथ” प्रतीकात्मक रूप में किसी शासक के दाहिनी या किसी महत्वपूर्ण मनुष्य के दाहिने हाथ की ओर सम्मान या सामर्थ्य का स्थान है।
- दाहिना हाथ सामर्थ्य, अधिकार या शक्ति का प्रतीक होता है।
- बाइबल में यीशु को पिता परमेश्वर के दाहिनी ओर विश्वासियों की देह (कलीसियां) का प्रमुख और संपूर्ण सृष्टि का नियंत्रण रखनेवाला दर्शाया गया है।.
- दाहिना हाथ विशेष सम्मान स्वरूप किसी के सिर पर रखा जाता था वैसे कुलपति याकूब ने यूसुफ के पुत्र एप्रैम के सिर पर दाहिना हाथ रखकर आशिष दी थी।)
- दाहिने हाथ पर सेवा करना” का अर्थ था ऐसा मनुष्य होना जिसकी सेवा विशेष करके उस व्यक्ति के लिए सहायक एवं महत्वपूर्ण है।
अनुवाद के सुझाव:
- कभी-कभी दाहिना हाथ मनुष्य के दाहिने हाथ के लिए भी काम में लिया जाता था जैसे रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा उड़ाने के लिए उसके दाहिने हाथ में सरंकडा पकवाया था। इसका अनुवाद लक्षित भाषा में दाहिने हाथ के शब्द द्वारा ही किया जाए।
- प्रतीकात्मक उपयोगों के संबन्ध में, यदि लक्षित भाषा में “दाहिने हाथ” के लिए ऐसी उक्ति नहीं है तो देखें कि लक्षित भाषा में इसी अर्थ की अन्य कोई उक्ति है।
- "के दाहिनी ओर" अभिव्यक्ति का अनुवाद "दाईं तरफ" या "सम्मान के स्थान पर" या "ताकत की स्थिति" या "सहायता के लिए तैयार" के रूप में किया जा सकता है।
- "अपने दाहिने हाथ से" अनुवाद करने के तरीके में "अधिकार के साथ" या "शक्ति का उपयोग" या "उनकी अद्भुत ताकत के साथ" शामिल हो सकते हैं।
- लाक्षणिक अभिव्यक्ति "उसका दहिने हाथ और उसका शक्तिशाली हाथ" परमेश्वर की सामर्थ और महान ताकत पर बल देने के दो तरीकों का उपयोग करता है। इस अभिव्यक्ति का अनुवाद करने का एक तरीका "उसकी अद्भुत ताकत और शक्तिशाली शक्ति हो सकती है।" (देखें: समानांतरवाद)
- "उनका दहिने हाथ झूठ" के अभिव्यक्ति इस रूप में अनुवाद किया जा सकता है, "उनके बारे में सबसे सम्मानजनक बात भी झूठ से भ्रष्ट है" या "उनकी जगह की प्रतिष्ठा धोखे से भ्रष्ट है" या "वे अपने आप को शक्तिशाली बनाने के लिए झूठ का उपयोग करते हैं।"
(यह भी देखें: दोष, बुराई, आदर, पराक्रमी, दण्ड, बलवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3225, H3231, H3233, G1188
दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता
परिभाषा:
“दीन” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको अन्यों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न अभिमानी है। दीनता दीन होने का गुण है।
- परमेश्वर के समक्ष दीन होने का अर्थ है परमेश्वर की महानता, बुद्धि और सिद्धता के समक्ष स्वयं की दुर्बलता एवं असिद्धता को समझना।
- मनुष्य यदि दीन बने तो वह स्वयं को कम महत्व के स्थान में रखता है।
- नम्रता का अर्थ है अपने से अधिक दूसरों की आवश्यकता की सुधि लेना।
- नम्रता का अर्थ यह भी है कि अपने वरदानों तथा योग्यताओं के उपयोग के समय किसी की सेवा में मर्यादा का पालन करना।
- “दीन बनो” का अनुवाद, “निरभिमान होना” हो सकता है।
- “परमेश्वर के सम्मुख दीन बनो” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महानता को ग्रहण करके अपनी इच्छा परमेश्वर के आधीन कर दो”।
(यह भी देखें: घमंड)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 17:2 दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
- 34:10 “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G08580, G42360, G42390, G42400, G50110, G50120, G50130, G53910
दुष्टात्मा, अशुद्ध आत्मा
परिभाषा:
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्मिक प्राणी हैं|
- परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए थे| ऐसा माना जाता है कि ये “पतित स्वर्गदूत” ही दुष्टात्माएं हैं|
- इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है| “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अपवित्र”
- शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उनको अपने वश में कर लेती हैं|
- दुष्टात्माएं मनुष्यों से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं.
अनुवाद के सुझाव:
- दुष्टात्मा का अनुवाद हो सकता है “बुरी आत्मा”
- “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा.”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद करते समय कोई भी शब्द या उक्ति उस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए.
- ध्यान दें कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: दुष्टात्माग्रस्त, शैतान, मूरत, झूठे देवता, स्वर्गदूत, दुष्ट, अशुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 26:09 बहुत से लोग जिनमें दुष्टात्माएं थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर__दुष्टात्माएं__ प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!”
- 32:08 दुष्टात्माएं उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं.
- 47:05 अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस आत्मा से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह दुष्टात्मा उसमें से निकल गई.
- 49:02 वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया.
शब्द तथ्य:
- सिरोंग्स: H2932, H7307, H7451, H7700, G01690, G11390, G11400, G11410, G11420, G41900, G41510, G41520, G41890
दृष्टान्त, दृष्टान्तों
परिभाषा:
“दृष्टान्त” अर्थात छोटी कहानी या शिक्षाप्रद कथा जिसके द्वारा नैतिकता का पाठ सिखाया जाता है।
- यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ वह अधिकतर नहीं समझाता था।
- उसके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था।
- नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका भयंकर पाप प्रकट करने के लिए एक दृष्टान्त सुनाया था।
- नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है।
यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए।
(यह भी देखें: सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1819, H4912, G38500, G39420
देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा
परिभाषा:
झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप।
- झूठे देवी-देवता अस्तित्ववान नहीं हैं। यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है।
- मनुष्य कभी-कभी वस्तुओं की मूर्तियाँ बना कर अपने झूठे देवी देवताओं का प्रतिरूप तैयार कर लेता है।
- बाइबल में परमेश्वर के लोग बार-बार उसकी अवज्ञा करके इन झूठे देवी-देवताओं की पूजा करने लगे थे।
- दुष्टात्माएं मनुष्यों को धोखा देती हैं कि वे विश्वास करें कि जिन झूठे ईश्वरों और मूर्तियों की वे पूजा करते हैं उनमें शक्ति है।
- बाल, दगोन, मोलेक, ये तीन उन अनेक झूठे ईश्वरों में थे जिनकी पूजा बाइबल युग में की जाती थी।
- अशेरा और अरतिमिस (डायना) दो देवियां थी जिनकी पूजा प्राचीन काल में की जाती थी।
मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं कि वे उसकी पूजा कर सकें। "मूर्तिपूजक" उस किसी को भी कहा जाता है जो एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान दे|
- लोग उन झूठे देवताओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए मूर्तियाँ बनाते हैं जिनकी वे पूजा करते हैं।
- ये झूठे देवता कुछ नहीं हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है।
- कभी-कभी दुष्टात्मा मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही न हो।
- मूर्तियों को अक्सर सोने, चांदी, कांस्य या महंगी लकड़ी जैसी मूल्यवान सामग्रियों से बनाया जाता है।
- एक "मूर्तिपूजक राज्य" का अर्थ है, "उन लोगों का राज्य जो मूर्तियों की पूजा करते हैं" या "उन लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।"
- शब्द "मूर्तिमान आकृति" एक "नक्काशीदार छवि" या "मूर्ति" का दूसरा शब्द है।
अनुवाद के सुझाव:
- लक्षित भाषा या आसपास की भाषा में “ईश्वर” या “झूठे ईश्वर” के लिए कोई शब्द होगा।
- “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है।
- झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द का आरम्भ छोटे अक्षर 'g' से और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का आरम्भ बड़े 'G' से किया जाता है । अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है
- एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है।
- कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त शब्द का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: परमेश्वर, अशेरा, बाल, मोलेक, दुष्ट आत्मा, मूर्ती राज्य, पूजा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
10:2 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है।
13:4 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।
14:2 उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए।
__16:1__इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
18:13 परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे देवताओं के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712
देह, शरीर
परिभाषा:
“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु के शरीर से है। इस शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है।
- “देह” शब्द मृतक मनुष्य या मृतक पशु के संदर्भ में भी काम में आता है। कभी ऐसी देह के “मृतक देह” या “लोथ” कहा गया है।
- अन्तिम फसह के भोजन के समय यीशु ने रोटी तोड़कर अपने शिष्यों से कहा था, “यह मेरी देह है” तो वह अपने शरीर के बारे में कह रहा था जो उनके पापों के लिए तोड़ (मार डाला) जाएगा।
- बाइबल में विश्वासियों के समूह को “मसीह की देह” कहा गया है।
- जैसे शरीर के अनेक अंग होते हैं वैसे ही “मसीह की देह” के अनेक सदस्य हैं।
- मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक विशेष कार्य है जिससे सम्पूर्ण समुदाय को सहता मिलती है कि परमेश्वर की सेवा और उसके महिमान्वन निमित्त एल्जुत होकर कार्य करें|
- यीशु को उसके विश्वासियों की “देह” का “सिर” (अगुआ) भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु है जो विश्वासियों का, अर्थात उसकी "देह" के अंगों का पथप्रदर्शन करता है और उनको निर्देश देता है|
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के सर्वोत्तम अनुवाद हेतु लक्षित भाषा में शरीर के लिए सामान्यतः काम में लिए जाने वाले शब्द का उपयोग किया जाए। सुनिश्चित करें कि जिस शब्द का उपयोग किया गया है वह अस्वीकार्य तो नहीं।
- कुछ भाषाओं में विश्वासियों का सामूहिक संदर्भ देते समय उनको “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा।
- जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह है" तो इसका अनुवाद ज्यों का त्यों करना ही अधिक उचित होगा और यदि आवशक हो तो व्याख्या हेतु टिपण्णी दी जाए|
- कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग किया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो।
(यह भी देखें:
सिर, हाथ; मुंह; कमर; दाहिना हाथ; जीभ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G44300, G49540, G49830, G55590
दोष, दोषी
परिभाषा:
“दोष” शब्द का संदर्भ पाप करने या अपराध से है।
- “दोषी होना” अर्थात नैतिकता के क्षत्र में अनुचित काम करना अर्थात परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करना।
- “दोषी” का विलोम शब्द है “निर्दोष”
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “दोष” का अनुवाद “पाप का बोझ” या “पाप का गिनना” किया गया है।
- “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हों, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना”
(यह भी देखें: निर्दोष, अधर्म के काम, दण्ड देना, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों से उदाहरण:
- 39:2 वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। परन्तु उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी अगुवे यीशु को दोषी सिद्ध नहीं कर पाए।
- 39:11 यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ के सामने आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस पर चढ़ा।” पिलातुस ने कहा , “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता।” परन्तु वे और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा “यह दोषी नहीं है।”
- 40:4 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम अपराधी है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
- 49:10 अपने ही पापों के कारण, तुम दोषी हो और मृत्यु के योग्य हो।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, H7563, G03380, G17770, G37840, G52670
धर्मी ठहराएगा, धार्मिकता
परिभाषा:
“धर्मी ठहराएगा” और “धार्मिकता” का अर्थ है दोषी मनुष्य को न्यायोचित ठहराना। केवल परमेश्वर मनुष्यों को वास्तव में न्यायोचित ठहरा सकता है।
- जब परमेश्वर मनुष्यों को न्यायोचित ठहराता है तब वह उनके पाप क्षमा करके ऐसा कर देता है कि उन्होंने कभी पाप नहीं किया। वह उन पापियों को ही न्यायोचित ठहराता है जो पाप मोचन के लिए यीशु में विश्वास करते हैं।
- “धार्मिकता” का संदर्भ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पापों की क्षमा से और घोषणा से है कि वे मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में न्यायोचित है।
अनुवाद के सुझाव:
- “धर्मी ठहराना” के अन्य अनुवाद है, “(किसी) को धर्मी घोषित करना” या “(किसी) के धर्मी होने का कारण होना।”
- शब्द "औचित्य" का अनुवाद "धर्मी ठहराया जा रहा है" या "धर्मी बनना" या "लोगों को धर्मी होना" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "परिणामस्वरूप औचित्य" का अनुवाद हो सकता है "ताकि परमेश्वर ने कई लोगों को उचित ठहराया" या "जिसके परिणामस्वरूप परमेश्वर ने लोगों को धर्मी ठहराया।"
- वाक्यांश "हमारे औचित्य के लिए" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "ताकि हम भगवान द्वारा धर्मी बनाया जा सके।"
(यह भी देखें: क्षमा, दोष, धर्मीजन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6663, G1344, G1345, G1347
धर्मी, धार्मिकता, अधर्मी, अधर्म, खरा, खराई
परिभाषा:
“धार्मिकता” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्यता और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है।
- इन शब्दों द्वारा परमेश्वर के आज्ञाकारी और सदाचारी मनुष्य का भी चरित्र-चित्रण किया जाता है। परन्तु सबने पाप किया है, इसलिए परमेश्वर को छोड़ कोई भी पूर्ण धर्मी नहीं है।
- बाइबल में जिन लोगों को "धर्मी" कहा गया है वे हैं नूह, अय्यूब, अब्राहम, जकर्याह और इलीशिबा।
- उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करनेवालों को परमेश्वर पापों से शुद्ध करता है और यीशु की धार्मिकता के कारण उन्हें धर्मी कहता है।
- "अधर्मी" शब्द का अर्थ है, पापी और नैतिकता में भ्रष्ट| "अधर्म" का सन्दर्भ पाप या पापी होने की दशा से है|
- इन शब्दों का सन्दर्भ विशेष करके ऐसे जीवन से है जिसमें परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं की अवज्ञा की जाती है|
*अधर्मी जन अपने विचारों और कर्मों में नैतिकता का पालन नहीं करते हैं|
- कभी-कभी "अधर्मी" शब्द का सन्दर्भ उन लोगों से होता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते हैं|
- "खरा" और "खराई", इन शब्दों का सन्दर्भ परमेश्वर की व्यवस्था का पालन करने से है|
- इन शब्दों के अर्थ में समाहित विचार है, सीधे खड़े होना और सीधा आगे देखना|
- "खरा" मनुष्य वह है जो परमेश्वर के नियमों का पालन करता है और उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई काम नहीं करता है|
*"खरा" और "धर्मी" के अर्थ सहार्थी हैं और कभी-कभी एक साथ काम में लिए जाते हैं जैसे, "एकनिष्ठा और खराई"
(देखें: सादृश्यता)
अनुवाद के सुझाव:
- जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सर्वदा धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं।
- परमेश्वर की “धार्मिकता” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है।
- परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले"
- “धर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग”
- प्रकरण के अनुसार “धार्मिकता” का अनुवाद हो सकता है, एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना”
- "अधर्मी"शब्द का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी नहीं"
- प्रकरण के आधार पर इस शब्द के एनी अनुवाद रूप भी हो सकते हैंजैसे, "दुष्ट" या "अनैतिक" या "परमेश्वर के विद्रोही जन" या "पापी"
- "अधर्म" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पाप" या "बे विचार एवाम्कर्म" या "दुष्टता"
- यदि संभव हो तो इसका सर्वोत्तम अनुवाद वह होगा जिसमें इसका सम्बन्ध "धर्मी, धार्मिकता" से दर्शाया जाए|
- "खरा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "खरा व्यवहार" या "परमेश्वर की विधियों का पालन करना" या "परमेश्वर का आज्ञाकारी होना" या "ऐसा व्यवहार करना जो उचित हो"
- "खराई" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "नैतिक शुद्धता" या "उत्तम सदाचार" या "औचित्य प्रदर्शन"
- "खरे मनुष्य" का अनुवाद हो सकता है, "मनुष्य जो खरे हैं" या "खरे मनुष्य"
(यह भी देखें: बुरा, विश्वासयोग्य, भला, पवित्र, खराई, धर्मी, विधियां, व्यवस्था, आज्ञापालन, शुद्ध, धर्मी, पाप, व्यवस्था विरोधी)
बाइबल संदर्भ:
बाईबल की कहानियों के उदाहरण
- 3:2 परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था।
- 4:8 परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया।
- 17:2 दाऊद एक विनम्र और धर्मी व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था।
- 23:1 मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई।
- 50:10 तब धर्मी लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717
धर्मी, भक्ति
परिभाषा:
“धर्मी” शब्द उस मनुष्य को व्यक्त करता है जो इस प्रकार के काम करता है जिनसे परमेश्वर का महिमान्वन होता है और प्रकट होता है कि परमेश्वर कैसा है। "भक्ति" परमेश्वर की इच्छा पूरी करके परमेश्वर का सम्मान करने का गुण है।
- भक्ति का गुण रखनेवाला मनुष्य पवित्र-आत्मा के फल प्रकट करता है जैसे, प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, दया, आत्मसंयम आदि।
- भक्ति की गुणवत्ता से पता चलता है कि एक व्यक्ति को पवित्र आत्मा है और उसे पालन करना है।
अनुवाद के सुझाव
- “ईश्वर-भक्त” का अनुवाद “परमेश्वर परायण लोग” या “परमेश्वर की आज्ञा मानने वाले लोग” (देखें: नाममात्र
- विशेषण "ईश्वरीय" का अनुवाद "ईश्वर के आज्ञाकारी" या "धर्मी" या "ईश्वर को प्रसन्न" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "ईश्वरीय ढंग से" का अनुवाद "परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार" या "कर्मों और शब्दों से किया गया है जो परमेश्वर को खुश करता है" के रूप में किया जा सकता है।
- "भक्ति" का अनुवाद करने के तरीके में "परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले तरीके से काम करना" या "परमेश्वर का पालन करना" या "एक धर्मी तरीके से जी रहे" हो सकते हैं।
(यह भी देखें: सम्मान, आज्ञा पालन, धर्मी, भक्तिहीन, अधर्मी)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H2623, G516, G2124, G2150, G2152, G2153, G2316, G2317
धुन, जोशीला
परिभाषा:
“धुन” और “जोशीला” का संदर्भ किसी मनुष्य या विचार के समर्थन में प्रबलता से समर्पित होने से है।
- उत्साह का अभिप्राय है किसी अच्छे काम को आगे बढाने के लिए प्रबल इच्छा एवं कार्य। इससे प्रायः उस मनुष्य का वर्णन होता है जो निष्ठापूर्वक परमेश्वर की आज्ञा मानता है और अन्यों को भी ऐसी शिक्षा देता है।
- जोशीला होने का अर्थ है, किसी काम को करने में अथक प्रयास करना वरन उस प्रयास में यत्नशील बने रहना।
- “प्रभु की जलन” या “यहोवा की जलन” का अर्थ है परमेश्वर का प्रबल शाश्वत कार्य कि उसके लोगों को आशिष मिले या न्याय सुनिश्चित हो।
अनुवाद के लिए सुझाव:
“जोश से भरा” का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल यत्न करने वाला” या “अथक प्रयास करना”
- “धुन” का अनुवाद हो सकता है, “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश”
- “तेरे भवन की धुन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर के प्रबल सम्मान की लालसा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशीली मनोकामना”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7065, H7068, G22050, G22060, G22070, G60410
नई वाचा
परिभाषा:
“नई वाचा” अर्थात परमेश्वर द्वारा उसके पुत्र यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर की वचनबद्धता या समझौता।
- परमेश्वर की यह “नई वाचा” बाइबल के नये नियम में व्यक्त की गई है।
- यह नई वाचा “पुरानी” या “पूर्वकालिक” वाचा की तुलना में है जो परमेश्वर ने पुराने नियम के युग में इस्राएल के साथ बांधी थी।
- यह नई वाचा पूर्वकालिक वाचा से अधिक उत्तम है क्योंकि यह यीशु के आत्म-बलिदान पर आधारित है जिसके द्वारा मनुष्यों के पापों का प्रायश्चित सदा के लिए एक ही बार में हो गया है। पुरानी वाचा की बलिदानों से ऐसा नहीं हुआ था।
- परमेश्वर यह नई वाचा यीशु में विश्वास करने वालों के हृदयों में लिखता है। * इसके प्रभाव से वे परमेश्वर की इच्छा पूर्ति और पवित्र जीवन जीने की लालसा करते हैं।
- यह नई वाचा अन्त समय में पूरी हो जायेगी जब परमेश्वर इस पृथ्वी पर अपना राज्य स्थापित कर लेगा। सब कुछ पुनः वैसा ही सुंदर हो जाएगा जैसा जगत की सृष्टि के समय था।
अनुवाद के सुझाव:
- “नई वाचा” का अनुवाद “नया विधि के अनुसार समझौता” या “नई संविदा” या “नया अनुबंध” है।
- इन अभिव्यक्तियों में “नया” का अर्थ है “नवीन” या “नया प्रकार” या “दूसरा”
(यह भी देखें: प्रायश्चित, वाचा, इस्राएल, यीशु, मूसा, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:05 यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने वादा किया कि वह एक नई वाचा बनाएगा परन्तु वह उस वाचा के समान न होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी | परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा | मसीह नई वाचा का आरम्भ करेगा |
- 21:14 मसीह की मृत्यु और उसके जी उठने के माध्यम से, परमेश्वर अपनी योजना सिद्ध करेंगे और पापियों को बचाने के लिए नई वाचा का आरम्भ करेंगे |
- 38:05 फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं | यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की क्षमा के लिये बहाया जाता है | मेरी याद में तुम यही किया करो |”
- 48:11 क्योंकि इस नई वाचा के जरिये किसी भी जाती का कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के चुने हुए लोगों में यीशु पर विश्वास करने के द्वारा शामिल हो सकता है।
शब्द तथ्य:
नए सिरे से जन्म लेना, परमेश्वर से जन्मा, नया जन्म
परिभाषा:
“नए सिरे से जन्म लेना” इस उक्ति का प्रयोग पहली बार यीशु ने किया था कि वर्णन करे कि परमेश्वर द्वारा मनुष्य को आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन में बदल दी जाने का अर्थ क्या है| :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" का सन्दर्भ भी मनुष्य को आत्मिक नवजीवन प्रदान किए जाने से है|
- सब मनुष्य जन्म से आत्मिक रूप से मृत होते हैं परन्तु मसीह यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने पर वे “नया जन्म” लेते है।
- आत्मिक नव जीवन के पल से ही पवित्र आत्मा नव विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे।
- मनुष्य को नवजीवन प्रदान करना और परमेश्वर की सन्तान बनाना परमेश्वर ही का काम है।
अनुवाद के सुझाव:
- “नया जन्म” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “नवजीवन पाना” या “आत्मिक जन्म होना”
- उचित होगा कि इसका शब्दशः अनुवाद किया जाए और लक्षित भाषा में सामान्य शब्दों का उपयोग करें जिसका अर्थ जन्म लेना हो।
- “नए जन्म” का अनुवाद “आत्मिक जन्म” किया जा सकता है।
- “परमेश्वर से जन्मा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर द्वारा नवजात शिशु जैसा नया जन्म पाना” या “परमेश्वर के द्वारा नया जीवन दिया जाना”।
- इसी प्रकार “आत्मा से जन्मा” का अनुवाद हो सकता है, “पवित्र आत्मा द्वारा नया जीवन दिया जाना” या “परमेश्वर की सन्तान होने के लिए पवित्र आत्मा द्वारा सामर्थ्य दिया जाना” या “पवित्र आत्मा द्वारा नवजात शिशु जैसा नया जीवन दिया जाना”
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G313, G509, G1080, G3824
नरक, आग की झील
परिभाषा:
नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके सब द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है।
- नरक को आग और घोर पीड़ा का स्थान कहा गया है।
- शैतान और उसके साथ की दुष्टात्माएं अनन्त दण्ड के लिए नरक में डाली जाएंगी।
- जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के दण्ड के लिए नरक में डाला जाएगा।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इन शब्दों का अनुवाद संभवतः अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं।
- कुछ भाषाओं में “आग की झील” का "झील" शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है।
- “नरक” शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान”
- “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “(कष्टों की) विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: स्वर्ग, मृत्यु, अधोलोक, अथाह कुण्ड)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 50:14 वह (परमेश्वर) उन्हें नरक में डालेगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे।
- 50:15 वह शैतान को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7585, G00860, G04390, G04400, G10670, G30410, G44420, G44430, G44470, G44480, G50200, G53940, G54570
नाज़ीर, नाज़ीरों, नाज़ीर शपथ
तथ्य:
“नाज़ीर” वह मनुष्य था जो नाज़ीर होने की शपथ लेता था। अधिकतर पुरुष यह शपथ लेते थे परन्तु स्त्रियां भी इस शपथ को लेती थी।
- नाज़ीर मनुष्य निश्चित दिनों सप्ताहों या महीनों तक अंगूर का या अंगूर के रस का कोई व्यंजन या मदिरा या रस नहीं खाता-पीता था। इस अवधि के दौरान वह अपने बाल काट नहीं सकते और मृत शरीर के पास नहीं जा सकते थे।
जब समय पूरा हो जाता था और शपथ पूरी हो जाती थी तब नाज़ीर याजक के पास जाकर बलि चढ़ाता था। इसमें उसके बालों को काटकर जलाया जाता था। और अन्य सब वर्जित बातों का अन्त हो जाता था।
- शमशोन बाइबल में एक प्रसिद्ध व्यक्ति है जो नाज़ीर था।
- यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को जन्म की भविष्यवाणी करते समय स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था कि उसका यह पुत्र मदिरा पान नहीं करेगा, जिसका अर्थ है कि वह एक नाज़ीर था।
- प्रेरित पौलुस ने भी एक समय यह शपथ ली थी जो प्रेरितों के काम की पुस्तक के एक अंश से प्रकट है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), बलि, शिमशोन, शपथ, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नाम
परिभाषा:
"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या वस्तु को बुलाया जाता है। तथापि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग अनेक भिन्न रूपों में किया जाता है कि अनेक भिन्न-भिन्न अव्धार्नाओं को संदर्भित करें|
- कुछ संदर्भों में “नाम” मनुष्य की प्रतिष्ठा का संदर्भ देता है जैसा कि "हम अपने लिए एक नाम बनाते हैं।"
- “नाम” शब्द किसी स्मृति का संदर्भ भी देता है। उदाहरणार्थ “मूर्तियों का नाम मिटा दो”, अर्थात मूर्तियों को ऐसे नष्ट कर दो कि उनकी स्मृति ही न रहे या उनकी पूजा न की जाए।
- “परमेश्वर के नाम में” बोलना अर्थात उसके सामर्थ्य और अधिकार में या उसके प्रतिनिधि होकर बोलना।
- किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: लक्षणालंकार)
अनुवाद के सुझाव:
- “इसका अच्छा नाम” इस वाक्य का अनुवाद हो सकता है, “उसकी अच्छी प्रतिष्ठा।”
- “के नाम में” कुछ करना, इसका अनुवाद हो सकता है, के अधिकार में” या “की अनुमति से” या “प्रतिनिधित्व में” काम करना।
- “अपना नाम करें”, इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अनेक मनुष्यों में अपनी पहचान बनाने का कारण उत्पन्न करें" या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करें कि हम महत्वपूर्ण हैं।”
- इस अभिव्यक्ति, "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"।
- "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "जो आपसे प्रेम रकते हैं"
- "मूर्तियों के नाम मिटा दे", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "मूर्तियों से छुटकारा पाना कि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण उत्पन्न करना " या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें तकि लोग आगे को उनके बारे में सोचे भी नहीं"
(यह भी देखें: बुलाहट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122
नाश होना, नष्ट
परिभाषा:
“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट हो जाना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह प्रायः मनुष्यों के भटक जाने के लिए आत्मिक अर्थ में प्रयोग किया जाता है या परमेश्वर के लोगों से अलग हो जाने के लिए काम में लिया जाता है।
"नाश होने" का आत्मिक अभिप्राय
- “नाश होने वाले” मनुष्य वे है जिन्होंने अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करने से इन्कार किया है।
- जो "नाश" हो चुके हैं, वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसकी अपेक्षा, उनके लिए परमेश्वरका दंड है कि वे अनंत काल तक नरक में जीवित रहें।
- शारीरिक से तो हर एक जन मरेगा परन्तु वे जो अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास नहीं करते हैं, उनका अनंत नाश हो जाएगा।
- जब "नाश होना" आत्मिक परिप्रेक्ष्य में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक मृत्यु से सर्वथा भिन्न प्रकट करे।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं, "परमेश्वर के लोगों में से बहिष्कृत हो जाना" “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”।
- ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति काम में लें जिसका अर्थ केवल "शारीरिक मृत्यु" या "अस्तित्व का अंत" ही नहीं हो|
(यह भी देखें: मृत्यु, अनन्त)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0006, H0007, H0008, H1478, H1820, H1826, H5486, H5595, H6544, H8045, G0599, G0622, G0684, G0853, G1311, G2704, G4881, G5356
नियुक्त करना, निुयक्त किया
परिभाषा:
“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य को करने या भूमिका को निभाने के लिए चुनना।
- “नियुक्त होना” का संदर्भ “ठहराया हुआ” से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया|” मनुष्य “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे.
- “नियुक्त समय” अर्थात किसी घटना के होने के लिए परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय.”
- “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना." भी हो सकता है|
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “ठहराए” शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनना” या “सौंपना” या “विधिवत चुन लेना” या “अधिकार देना."
- “नियुक्त किया” का अनुवाद हो सकता है, “सौंपा” या “योजनाबद्ध किया" या “विशेष रूप से चुना."
- “निुयक्त किया जाए ” का अनुवाद “चुना हुआ हो ” हो सकता है.
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0561, H0977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G03220, G06060, G12990, G13030, G19350, G25250, G27490, G42870, G42960, G43840, G49290, G50210, G50870
निर्दोष
परिभाषा:
“निर्दोष” शब्द का अर्थ है, अपराध या अनुचित कार्य का दोषी न होना। इसका संदर्भ सामान्यतः उन मनुष्यों से है जो बुरे कामों में नहीं हैं।
- किसी मनुष्य पर अनुचित कार्य का दोष लगाया गया और उसने वह काम नहीं किया तो वह निर्दोष है।
- कभी-कभी “निर्दोष” शब्द का उपयोग उन मनुष्यों के लिए किया जाता है जो किसी बुरे काम को नहीं करने के उपरान्त भी दण्डित किए जाते हैं, जैसे शत्रु की सेना “निर्दोषों” पर आक्रमण करती है।
- बाइबिल में, “लहू” “हत्या” को दर्शाता है, “निर्दोष का लहू” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य जिन्होंने कुछ भी अनुचित कार्य नहीं किया कि उन्हें मार डाला गया”
अनुवाद के सुझाव:
- अधिकांश प्रकरणों में “निर्दोष” शब्द का अनुवाद हो सकता है: "निरपराध" या "उत्तरदायी नहीं" या "दोषी नहीं"
- जब सामान्यतः निर्दोष मनुष्यों के संदर्भ में हो तो इसका अनुवाद होगा, “जिन्होंने कुछ भी अनुचित नहीं किया” या “जो बुराई में सहभागी नहीं हैं”।
- “निर्दोष का लहू बहाना” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्दोषों की हत्या” उन लोगों की हत्या करना जिन्होंने कुछ भी अनुचित नहीं किया”
(यह भी देखें: दोष)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:06 दो साल बाद भी, निर्दोष होने के बावजूद यूसुफ बंदीगृह में था।
- 40:04 उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम अपराधी है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
- 40:08 तब सूबेदार जो यीशु का पहरा दे रहे थे, वो सब कुछ जो हुआ था उसे देखकर कहा कि, “यह मनुष्य धर्मी था। सचमुच यह परमेश्वर का पुत्र था।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2136, H2600, H2643, H5352, H5355, H5356, G121
निवासस्थान #
परिभाषा:
“परमेश्वर का डेरा” (निवास स्थान) एक विशेष मण्डप था जिसमें इस्राएली जंगल के 40 वर्षों में परमेश्वर की आराधना करते थे।
- परमेश्वर ने इस विशाल मण्डप को बनाने के लिए इस्राएलियों को सविस्तार निर्देशन प्रदान किए थे। इसके दो कक्ष थे और यह एक बन्द आंगन से घिरा हुआ था।
- इस्राएली जब भी जंगल में एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते थे तब याजक इस मण्डप को उखाड़कर नये स्थान में ले जाते थे। और अपनी छावनी के केन्द्र में उसे खड़ा करते थे।
- यह मण्डप लकड़ी के ढांचे पर कपड़े, बकरी के बाल तथा पशुओं की खाल से बना हुआ था। उसके चारों ओर का प्रांगण परदों द्वारा घिरा हुआ था।
- मण्डप के दो कक्ष, पवित्र स्थान (जिसमें धूप जलाने की वेदी थी) और परम-पवित्र स्थान (जिसमें वाचा का सन्दूक रखा था) थे।
- मण्डप के प्रागण में एक वेदी थी जिस पर पशु-बलि जलाई जाती थी और एक हौदा था जिसमें शोधन अनुष्ठान का पानी रहता था।
- इस्राएलियों ने इस मण्डप का उपयोग समापत हो गया था जब सुलैमान ने यरूशलेम में मन्दिर बना दिया।
अनुवाद के सुझाव:
- “मण्डप” का अर्थ है “रहने का स्थान”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र मण्डप” या “मण्डप जिसमें परमेश्वर था” या “परमेश्वर का मण्डप”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “मन्दिर” शब्द के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: वेदी, धूप जलाने की वेदी, वाचा का सन्दूक, मन्दिर, मिलापवाला तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H168, H4908, H5520, H5521, H5522, H7900, G4633, G4634, G4636, G4638
न्याय का दिन
परिभाषा:
“न्याय का दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर हर एक मनुष्य का न्याय करेगा।
- परमेश्वर ने अपने पुत्र मसीह यीशु को सब मनुष्यों का न्यायी ठहराया है।
- न्याय के दिन मसीह अपने धर्मनिष्ठ चरित्र के आधार पर मनुष्यों का न्याय करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इसका अनुवाद “न्याय करने का समय” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा।
- इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।”
- कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए: “न्याय का दिन” या “न्याय का समय”
(यह भी देखें: न्यायी, यीशु, स्वर्ग, नरक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2962, H3117, H4941, G22500, G29200, G29620
न्यायी, न्याय
परिभाषा:
“न्यायी” और “न्याय” शब्दों का सन्दर्भ प्रायः निर्णय लेने से है कि कोई बात अच्छी, बुद्धिमानी की, या नयोचित है या नहीं| इन शब्दों का संदर्भ किसी मनुष्य द्वारा निर्णय के परिणाम स्वरुप किए गए कामों से भी हो सकता है- प्रायः किसी बात के विषय निर्णय लेने लेने के परिप्रेक्ष्य में कि वह बुरी, अनुचित या दुष्टता की तो नहीं है|
- "न्यायी" और "न्याय" इन शब्दों का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी को"हानि पहुंचाना" (अधिकतर तब जब परमेश्वर ने निर्णय ले लिया है कि किसी मनुष्य या देश के काम दुष्टता के हैं|)
- “परमेश्वर का न्याय” इस उक्ति का सन्दर्भ प्रायः किसी मनुष्य या वस्तु को पाप का दोषी ठहराने के लिए परमेश्वर के निर्णय के सन्दर्भ में भी होता है|
- परमेश्वर का न्याय प्रायः मनुष्यों को पाप का दण्ड देना होता है।
- “न्याय करना” इसका अर्थ हो सकता है, “दोषी ठहराना|" परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें।
- इसका एक और अर्थ है “के बीच मध्यस्थता” या “दो मनुष्यों का न्याय करना” कि मतभेद में कौन सही है।
- कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों के अनुरूप है।
- “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी का निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “न्याय करना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “निर्णय लेना” या “दोषी ठहराना” या “दण्ड देना” या “आज्ञा देना”
- “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष देने” के रूप में किया जा सकता है।
- कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय।"
(यह भी देखें: आदेश, न्यायी, न्याय का दिन, उचित, नियम, व्यवस्था)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:16 उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तो परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें दण्डित करेंगा।
- __21:08__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का न्याय करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से न्याय करेगा और उचित निर्णय लेगा।
- 39:04 इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या न्याय है?”
- 50:14 परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का न्याय करेंगे। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0148, H0430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G01440, G03500, G09680, G11060, G12520, G13410, G13450, G13480, G13490, G29170, G29190, G29200, G29220, G29230, G42320
न्यायोचित, न्याय, अन्याय, न्यायसंगत सिद्ध करना, औचित्य
परिभाषा:
"न्यायोचित" और "न्याय" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल निष्पक्ष व्यवहार करना| मानवीय नियम जो उचित व्यवहार के परमेश्वर के मानकों को प्रकट करते हैं, वे भी न्यायोचितं होते हैं|
- “न्यायसंगत” होने का अर्थ है, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष और उचित व्यवहार करना| इसमें परमेश्वर की दृष्टि में नैतीता में उचित काम करने की सत्यनिष्ठा औए एकनिष्ठा|
- “न्यायोचित” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल न्याय्य,भला और उचित व्यवहार करना|
- “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों द्वारा सुरक्षा या नियमों के उल्लंघन का दंड।
- कभी-कभी “न्यायोचित” शब्द का अर्थ अधिक व्यापक होता है, जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना”
"अन्याय" और "अन्याय से" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ पक्षपात और हानिकारक व्यवहार से है|
- "अन्याय" का अर्थ है, किसी के साथ बुरा करना जिसके योग्य वह नहीं है| इसका सन्दर्भ मनुष्यों में पक्षपात करने से है|
- "अन्याय" का अर्थ यह भी होता है कि कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जबकि दूसरों के साथ अछा व्यवहार किया जाता है|
- जो मनुष्य अन्याय का व्यवहार करता है, वह "पक्षपाती" या "अपकारी" कहते हैं क्योंकि वह सबके साथ समता का व्यवहार नहीं करता है|
"न्याय करना" और "न्यायसंगत ठहराना", इन शब्दों का सन्दर्भ एक दोषी मनुष्य को न्यायोचित ठहराने से है| केवल परमेश्वर मनुष्य को वास्तव में न्यायोचित ठहराता है|
- जब परमेश्वर मनुष्य को न्यायोचित कह देता है तब वह ऐसा कर देता है कि जैसे उनमें कोई पाप नहीं है| वह मन फिराने वाले पापियों को जो अपने पापों से उद्धार पाने के लिए यीशु में विश्वास करते हैं, उनको न्यायोचित ठहराता है|
- "न्यायोचित" शब्द का सन्दर्भ मनुष्यों के पापों की क्षमा और उसकी दृष्टि में धर्मी ठहराए जाने के परमेश्वर के काम के सन्दर्भ में है|
(यह भी देखें: न्यायी, धर्मीजन, सीधा,क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,)
- प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”।
- “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”।
- “न्यायसंगत काम"” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “न्यायोचित व्यवहार”
- कुछ प्रकरणों में “न्यायोचित” शब्द का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार, "अन्याय" का अनुवाद "पक्षपात" या "अपकार" या "अधर्म" भी हो सकता है|
- "अधर्मी लोग" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अन्यायी लोग" या "अपकारी लोग" या "मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले लोग" या "धर्म विरोधी लोग" या "परमेश्वर के अवज्ञाकारी लोग"
- "अन्यायपूर्ण" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पक्षपाती व्यवहार मनें" या "अनुचित रूप से" या "अपकार में"
- "अन्याय का अनुवाद हो सकता है, "अनुचित व्यवहार" या "पक्षपात का काम"
(देखें: abstractnouns)
- "न्यायोचित ठहराना" के अन्य अन्नुवाद हो सकते हैं, किसी को "धर्मी ठहराना" या " किसी के लिए "धर्मी होने का कारण बनना"
- "औचित्य" का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी घोषित किया जाना" या "धर्मी हो जाना" या "मनुष्यों के धर्मी होने का कारण होना"
- "औचित्य का परिणाम होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि परमेश्वर ने अनेक मनुष्यों को धर्मी ठहराया है" या "जिसका परिणाम हुआ कि परमेश्वर अनेक मनुष्यों के लिए धर्मी होने का कारण बना"
"हमें धर्मी ठहराने के लिए", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि हम परमेश्वर के द्वारा धर्मी ठहराए जाएं"
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
शब्द तथ्य
- स्ट्रोंग्स: H0205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G00910, G00930, G00940, G13420, G13440, G13450, G13460, G13470, G17380
पत्थर, पथरवाह
परिभाषा:
पत्थर चट्टान का टुकड़ा होता है। किसी को "पथरवाह" करने का अर्थ है, उस पर पत्थरो और बड़े-बड़े पत्थरों से प्रहार करना जिसमें उसकी ह्त्या करने की मंशा हो| "पत्थरवाह करना" एक घटना है जिसमें किसी को पत्थरवाह किया जाता था।
- प्राचीन समय में, लोगों को उनके किए गए अपराधों के दंड स्वरुप पथरवाह करके मृत्युदंड देना एक सामान्य प्रथा थी|
- परमेश्वर ने इस्राएल के अगुवों को आज्ञा दी थी कि कुछ पापों का दंड पथरवाह किया जाना हो जैसे व्यभिचार का पाप।
- नए नियम में, यीशु ने व्यभिचार में पकड़ी गई एक महिला को क्षमा कर दिया था और लोगों को उसे पथरवाह करने से रोक दिया था|
- स्तिफनुस, जो यीशु के बारे में गवाही देने के लिए पथरवाह करके मार डाला जाने वाला बाईबल में पहला शहीद था|
- लुस्त्रा शहर में, प्रेरित पौलुस को पत्थरवाह किया गया था, लेकिन वह अपने घावों से मरा नहीं।
(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, करना, अपराध, मृत्यु, लुस्त्रा, गवाही)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0068, H0069, H0810, H1382, H1496, H1530, H2106, H2672, H2687, H2789, H4676, H4678, H5553, H5601, H5619, H6344, H6443, H6697, H6864, H6872, H7275, H7671, H8068, G26420, G29910, G30340, G30350, G30360, G30370, G40740, G43480, G55860
परखना, परखा, परीक्षण, अग्नि परीक्षा
परिभाषा:
“परीक्षा” का संदर्भ कठिन या दुःखदायी अनुभव से है जो मनुष्य की इच्छाशक्ति या दुर्बलता को दर्शाता है।
- परमेश्वर मनुष्य को जांचता है, परन्तु उनको पाप में नहीं गिराता है। परन्तु शैतान मनुष्यों को पाप करने की परीक्षा में डालता है।
- परमेश्वर कभी-कभी कसौटी पर रखकर मनुष्य के पाप को प्रकट करता है। परीक्षा एक व्यक्ति को पाप से दूर करने और परमेश्वर के करीब आने में मदद करती है।
- सोना-चांदी को आग में तपा कर उनकी शुद्धता और मज़बूती देखी जाती है। यह कष्टदायक परिस्थितियों द्वारा मनुष्यों को परखने का चित्रण है।
- “परख कर देखना” अर्थात् “किसी को चुनौती देना कि अपने महत्व को सिद्ध करे।”
- परमेश्वर की परीक्षा लेने का अर्थ है, उससे हमारे लिए एक चमत्कार कराने कि कोशिश करना है, उसकी दया का अनुचित लाभ उठाना।
- यीशु ने शैतान से कहा था कि परमेश्वर की परीक्षा लेना उचित नहीं है। वह सर्वशक्तिमान पवित्र परमेश्वर है जो सबके ऊपर है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परखना” का अनुवाद हो सकता है, “चुनौती देना” या “कठिनाइयों का अनुभव करवाना” या “सिद्ध करना”।
- “परखना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनौती” या “कठिनाई”।
- “परख कर देखना” का अनुवाद हो सकता है, “परीक्षा करना” या “चुनौती देना” या “किसी को विवश करना कि स्वयं को सिद्ध करे।”
- परमेश्वर की परीक्षा लेने के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर को विवश करने का प्रयास करना कि वह अपना प्रेम सिद्ध करे।”
- कुछ संदर्भों में, जब विषय परमेश्वर नहीं है, “परखना” का अर्थ “परीक्षा” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: परीक्षा करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5254, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G1242, G1263, G1303, G1382, G1957, G3140, G3141, G3142, G3143, G3984, G4303, G4451, G4828, G6020
परमप्रधान
तथ्य:
“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का उपनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है।
- इस शब्द का अर्थ “प्रभुता संपन्न” या “सर्वोच्च” जैसा ही है।
- इस पदनाम में ऊँचा का अभिप्राय भौतिक ऊँचाई या दूरी से नहीं है। इसका संदर्भ महानता से है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परमप्रधान परमेश्वर” या “ सर्वोच्च प्राणी” या “सर्वोच्च परमेश्वर” या “सबसे बड़ा” या “सर्वोपरि” या “सबसे महान परमेश्वर”
- यदि “ऊँचा” शब्द का उपयोग किया गया तो सुनिश्चित करें कि उसका अभिप्राय ऊँचाई या लम्बाई न हो।
(यह भी देखें: परमेश्वर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5945, G53100
परमेश्वर
तथ्य:
बाइबल में “परमेश्वर” का संदर्भ शाश्वत प्राणी से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्वर का नाम यहोवा है।
- परमेश्वर सदा से है, जब कुछ भी नहीं था तब परमेश्वर था और वह अनन्त काल तक रहेगा।
- वही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है और उसका अधिकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर है।
- परमेश्वर धार्मिकता में सिद्ध, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्यायी, दयालु और प्रेमी है।
- वह वाचा निभाने वाला परमेश्वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है।
- मनुष्यों को परमेश्वर की उपासना हेतु बनाया गया था और वही एकमात्र है जिसकी उपासना करना मनुष्यों के लिए आवश्यक है|
- परमेश्वर ने अपना नाम “यहोवा” बताया है जिसका अर्थ है, “वह है” या “मैं हूँ” या “जो हमेशा से है।”
- बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना करना मनुष्य की भूल है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “सर्वोच्च प्राणी” या सर्वोच्च सृजनहार" या "अनंत परमप्रधान प्रभु" या "अनंत सर्वोच्च अस्तित्व"
- ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए उसका कोई एक शब्द है। यदि है तो महत्वपूर्ण होगा कि सुनिश्चित किया जाए कि वह शब्द एकमात्र सच्चे परमेश्वर के उन गुणों के अनुरूप है जिनका उल्लेख ऊपर किया गया है।
- अनेक भाषाओं में एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए प्रयुक्त शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा कर दिया जाता है की झूठे देवताओं के लिए काम में लिए गए शब्द से भिन्न हो| इस अंतर को प्रकट करने की एक और विधि है, "परमेश्वर" और "देवताओं" के लिए अलग-अलग शब्दों का प्रयोग किया जाए\ टिप्पणी: बाईबल के लेखों में, जब कोई मनुष्य जो यहोवा की उपासना नहीं करता है, यहोवा की बात करते समय "ईश्वर" शब्द का प्रयोग करता है तो यहोवा के सन्दर्भ में इस शब्द को बिना बड़े अक्षर के लिखना स्वीकार्य है| (देखें योना 1:6, 3:9)
- “मैं उनका परमेश्वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे”, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रचना, झूठे देवता, पिता परमेश्वर, पवित्र आत्मा, मूर्ति, परमेश्वर का पुत्र, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:1 परमेश्वर ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया।
- 1:15 परमेश्वर ने अपने रूप में पुरुष और स्त्री को बनाया।
- 5:3 "मैं परमेश्वर सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा।
- 9:14 परमेश्वर ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का परमेश्वर, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है
- 10:2 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है।
- 16:1 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- 22:7 और तू हे बालक, परमप्रधान परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा।
- 24:9 ” केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता परमेश्वर को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
- 25:7 "कि ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 28:1 "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है।"
- 49:9 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
- 50:16 लेकिन एक दिन परमेश्वर एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0136, H0305, H0410, H0426, H0430, H0433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G01120, G05160, G09320, G09350, G10960, G11400, G20980, G21240, G21280, G21500, G21520, G21530, G22990, G23040, G23050, G23120, G23130, G23140, G23150, G23160, G23170, G23180, G23190, G23200, G33610, G37850, G41510, G52070, G53770, G54630, G55370, G55380
परमेश्वर का पुत्र, पुत्र
तथ्य:
“परमेश्वर का पुत्र” अर्थात यीशु, परमेश्वर का वचन, जो संसार में मानव रूप में आया। उसे प्रायः “पुत्र” भी कहा गया है।
- परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं वरन वह स्वयं ही परमेश्वर है।
- पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर, तथा पवित्र आत्मा परमेश्वर एक ही हैं।
- मानव पुत्रों के विपरीत, परमेश्वर का पुत्र हमेशा अस्तित्व में है।
- आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ। परमेश्वर पुत्र होने के कारण यीशु पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और उसका पिता. परमेश्वर उससे प्रेम करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर का पुत्र” के लिए “पुत्र” ही अनुवाद करना सर्वोत्तम शब्द है जो लक्षित भाषा में मानवीय पुत्र के लिए काम में लिया जाता है।
- सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द हैं।
- “पुत्र” शब्द को यदि कुछ इस प्रकार लिखा जाए कि उससे उसकी परमेश्वर होने की विशिष्टता प्रकट हो तो उचित होगा जैसे अंग्रेजी भाषा में “एस” अक्षर को बड़ा लिख सकते हैं।
- "पुत्र" शब्द " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में प्रकट हो जिसमें "पिता"प्रकट होता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, पूर्वजों, परमेश्वर, परमेश्वर पिता, पवित्र आत्मा, यीशु, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र।)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:5 स्वर्गदूत ने उसको समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।"
- __24:9__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह परमेश्वर का पुत्र है।"
- 31:8 चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू परमेश्वर का पुत्र हैं।";
- 37:5 मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तू मसीहा है, परमेश्वर के पुत्र ।"
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 46:6 तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
- 49:9 लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र __पुत्र__दे दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1121, H1247, G23160, G52070
परमेश्वर का प्रतिरूप, स्वरूप
परिभाषा:
मूरत का अर्थ है किसी के स्वरूप में या चरित्र या तत्त्व में किसी के समान। “परमेश्वर का प्रतिरूप” प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न रूप में काम में लिया गया है।
- आरंभ में परमेश्वर ने मनुष्य को “अपने स्वरूप” में सृजा था अर्थात् उसकी समानता में। इसका अर्थ है कि मनुष्य के कुछ गुण परमेश्वर के स्वरूप को दर्शाते हैं जैसे भावनाओं की अनुभूति की क्षमता, तर्क करने और विचारों का आदान प्रदान करने की क्षमता और अनश्वर आत्मा।
- बाइबल की शिक्षा के अनुसार यीशु, परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर का प्रतिरूप है अर्थात् वह परमेश्वर है। यीशु सृजा नहीं गया था जैसे मनुष्य सृजा गया था। अनादिकाल से पुत्र परमेश्वर में परमेश्वर के सब गुण हैं, क्योंकि उसके पास पिता परमेश्वर का संपूर्ण तत्त्व है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब यीशु को परमेश्वर का प्रतिरूप कहा जाता है तो अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की यथार्थ समानता में” या “परमेश्वर के तत्त्व में” या “परमेश्वर के अस्तित्व में”।
- मनुष्यों के संदर्भ में “परमेश्वर ने उसे अपने स्वरूप में बनाया” का अनुवाद इस प्रकार की उक्तियों से किया जाए जिनका अर्थ है, “परमेश्वर ने उसे अपनी समानता में बनाया” या “परमेश्वर ने उसे अपने जैसे गुणों में बनाया”।
(यह भी देखें: रूप , परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4541, H1544, H2553, H6456, H6459, H6754, H6816, H8403, G504, G179
परमेश्वर का भवन, यहोवा का भवन, परमेश्वर का मंदिर
परिभाषा:
बाइबल में “परमेश्वर के भवन” (परमेश्वर का घर) और “यहोवा के भवन (यहोवा का घर) का सन्दर्भ उस स्थान से है जहां परमेश्वर की आराधना की जाती है।
- यह शब्द अधिक विशिष्टता में मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के लिए काम में आता था।
- कभी-कभी “परमेश्वर का मंदिर”, परमेश्वर की प्रजा के लिए भी काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- आराधना स्थल के संबन्ध में इस उक्ति का अनुवाद “परमेश्वर की आराधना का भवन” या “परमेश्वर की आराधना का स्थान” किया जा सकता है।
- यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “मन्दिर (या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” (या "जहां परमेश्वर उपस्थित रहता है" या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”)
- अनुवाद में "घर" शब्द का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है जिससे कि अर्थ प्रकाशन हो सके कि परमेश्वर वहाँ "निवास" करता है, अर्थात परमेश्वर का आत्मा उस स्थान में है कि उसके लोगों से भेंट करे और उनकी आराधना का आधार हो।
(यह भी देखें: परमेश्वर की प्रजा, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1004, H1005, H3068, G23160, G36240
परमेश्वर का राज्य, स्वर्ग का राज्य
परिभाषा:
“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है।
- यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका नाम न लें। (देखें: लक्षणालंकार)
- नये नियम में मत्ती रचित सुसमाचार वृत्तान्त में मत्ती परमेश्वर के राज्य को “स्वर्ग का राज्य” कहता है क्योंकि उसका लक्षित समूह संभवतः यहूदी समुदाय था।
- परमेश्वर के राज्य का अर्थ है परमेश्वर मनुष्यों पर आत्मिक परिप्रेक्ष्य में राज करता है वरन् लौकिक संसार पर भी राज करता है।
- पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं ने कहा था कि परमेश्वर अपना मसीह भेजेगा कि वह धार्मिकता के साथ राज करे। परमेश्वर का पुत्र, यीशु ही वह मसीह है जो परमेश्वर के राज्य में सदाकालीन राज करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा होकर राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज”
- शब्द “स्वर्ग का राज्य”, इसका अनुवाद किया जा सकता है, “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब पर स्वर्ग का शासन।" यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो इस प्रकार अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर का राज्य"
- कुछ अनुवादक अग्रेज़ी में हेवन(स्वर्ग)शब्द का पहला अक्षर बड़ा रखते हैं ताकि ये परमेश्वर को संदर्भित करे। अन्य पाठ में एक टिप्पणी शामिल कर सकते हैं, जैसे "स्वर्ग का राज्य" (अर्थात् 'परमेश्वर का राज्य')। "
- छपी हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे पादटिप्पणी देकर इस अभिप्राय में "स्वर्ग" इस अभिव्यक्ति में जो "स्वर्ग" का अर्थ है उसको समझाया जा सकता है|
(यह भी देखें: परमेश्वर, स्वर्ग, राजा, राज्य, यहूदियों का राजा, राज करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 24:2 यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 28:6 तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।”
- 29:2 यीशु ने कहा “ इसलिये स्वर्ग का राज्य उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा।
- 34:1 यीशु ने उन्हें स्वर्ग के राज्य के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “स्वर्ग का राज्य राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया।
- 34:3 यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “स्वर्ग का राज्य खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।”
- 34:4 “स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।”
- 34:5 “परमेश्वर का राज्य बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।”
- 42:9 उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देता रहा।
- 49:5 यीशु ने कहा कि परमेश्वर का राज्य इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है।
- 50:2 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G09320, G23160, G37720
परमेश्वर का वचन, परमेश्वर का वचन, यहोवा के वचन, सत्य का वचन, पवित्रशास्त्र,
परिभाषा:
बाइबल में “परमेश्वर का वचन” उन सभी चीजों को संदर्भित करता है जो परमेश्वर ने लोगों को बताया था। इसमें बोले गए तथा लिखित सन्देश शामिल हैं। यीशु को भी “परमेश्वर का वचन” कहा गया है।
- “पवित्रशास्त्र” का अर्थ है “लेख”। नये नियम में “पवित्रशास्त्र” का संदर्भ इब्रानी धर्मशास्त्र या पुराना नियम से है। ये लेख परमेश्वर का सन्देश है जो उसने मनुष्यों से लिखने को कहा कि भविष्य में पढ़ा जा सके।
- इससे संबन्धित शब्द है, “यहोवा का वचन” या “प्रभु का वचन” आमतौर पर परमेश्वर के विशिष्ट सन्देश के संदर्भ में है जो किसी भविष्यद्वक्ता या किसी मनुष्य को दिया गया।
- कभी-कभी मात्र यही लिखा है, “वचन” या “मेरा वचन” या “तेरा वचन” (परमेश्वर के वचन के संदर्भ में)
- नये नियम में यीशु को “वचन” या “परमेश्वर का वचन” कहा गया है। इन पदनामों का अर्थ है कि यीशु परमेश्वर को पूर्णतः प्रकट करता है क्योंकि वह स्वयं परमेश्वर है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के आधार पर इस शब्द के अनुवाद की विधियां है, “यहोवा का सन्देश था” “परमेश्वर का सन्देश” या “परमेश्वर की शिक्षाएं”
- कुछ भाषाओं में इसका बहुवचन अधिक व्यवहारिक होगा, “परमेश्वर के वचन” या “यहोवा के वचन”
- “यहोवा का वचन पहुंचा” यह अभिव्यक्ति प्रायः परमेश्वर द्वारा भविष्यद्वक्ताओं या मनुष्यों को दिए गए सन्देश का आरंभ व्यक्त करती हैं। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “यहोवा ने यह सन्देश दिया” या “परमेश्वर ने ये वचन कहे”।
- “पवित्रशास्त्र” या “पवित्रशास्त्रों” का अनुवाद “लेखे” या “परमेश्वर का लिखित सन्देश” के रूप में किया जा सकता है। इस पद का अनुवाद "शब्द" से अलग तरह से किया जाना चाहिए।
- जब "शब्द" अकेला होता है और यह परमेश्वर के वचन को दर्शाता है, इसका अनुवाद "संदेश" या " परमेश्वर का शब्द" या "शिक्षाओं" के रूप में किया जा सकता है। उपरोक्त सुझाव के अनुसार अनुवादों पर भी ध्यान दें।
- जब बाइबल यीशु को "शब्द" के रूप में संदर्भित करती है, तो इस शब्द का अनुवाद "संदेश" या "सत्य" के रूप में किया जा सकता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित, इस शब्द के एनी अनुवाद रूप हो सकते हैं, "यहोवा का सन्देश" या परमेश्वर का सन्देश" या "परमेश्वर की शिओक्शाएन"
- कुछ भाषाओं में अधिक स्वाभिक होगा कि इस शब्द को बहुवचन में बदल दें और कहें "परमेश्वर के वचन" या "यहोवा के वचन"
- "यहोवा का वचन आया", इस अभिव्यक्ति को प्रायः परमेश्वर प्रदत्त वचनों के लिए काम में लिया जाता है जो उसने भविष्यद्वक्ताओं को दी या अपने लोगों को दिए| इसका अनुवाद हो सकता है, "यहोवा ने यह सन्देश उच्चारित किया" या "यहोवा ने इन शब्दों को सुनाया"
- "पवित्रशास्त्र" या "पवित्र्शास्त्रों" का अनुवाद हो सकता है, "लेख" या "परमेश्वर का लिखित वचन" इसका अनुवाद, "वचन" शब्द के अनुवाद से भिन्न होना चाहिए|
*जब "वचन" शब्द अकेला हो औए परमेश्वर के वचन के सन्दर्भ में हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, "सन्देश" या "परमेश्वर का वचन" या "शिक्षाएं" उपरोक्त व्यक्त वैकल्पिक अनुवादों पर भी ध्यान दें|
- जब बेबल में यीशु को वचन कहकर संदर्भित किया जाता है तब इसका अनुवाद हो सकता है, "सन्देश" या "सत्य"
- "सत्य का वचन", इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर का सत्य वचन" या "परमेश्वर का वचन जो सत्य है"
- इस शब्द के अनुवाद में सत्य होने के अभिप्राय कलो समाहित करना अति महत्वपूर्ण है|
(यह भी देखें: भविष्यद्वक्ता,
सत्य,
यहोवा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 25:7 परमेश्वर के वचन__ में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 33:6 तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, “बीज परमेश्वर का वचन है ।
- 42:3 फिर यीशु ने उन्हें समझाया कि परमेश्वर का वचन मसीहा के बारे में क्या कहता है
- 42:7 यीशु ने कहा, जो बाते मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम्हे बताई थी कि परमेश्वर के वचन में जो कुछ भी मेरे बारे में लिखा है वह सब पूरा होगा।" तब उसने पवित्र शास्त्र बूझने के लिये उनकी समझ खोल दी।
- 45:10 फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
- 48:12 लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वह __ परमेश्वर का वचन__ है।
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487
परमेश्वर की इच्छा
परिभाषा:
“परमेश्वर की इच्छा” का संदर्भ परमेश्वर के मनोरथ और योजना से है।
- परमेश्वर की इच्छा विशेष करके मनुष्यों के साथ उनकी बातचीत से है और वह मनुष्यों से अपने प्रति कैसी प्रतिक्रिया चाहता है, उससे संबन्धित है।
- इसका संदर्भ उसकी योजनाओं और मनोरथों से है जो उसकी संपूर्ण सृष्टि के संबन्ध में हैं।
- “इच्छा करना” का अर्थ है, “ठान लेना” या “मनोकामना साधना” से है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परमेश्वर की इच्छा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का मनोरथ क्या है” या “परमेश्वर ने क्या योजना बनाई है” या “परमेश्वर का उद्देश्य” या “परमेश्वर को क्या प्रसन्न करता है”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6310, H6634, H7522, G1012, G1013, G2307, G2308, G2309, G2596
परमेश्वर के पुत्र, परमेश्वर की सन्तान
परिभाषा:
“परमेश्वर के पुत्र” यह एक प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसके अनेक संभावित अर्थ हैं।
- “परमेश्वर के पुत्र”, नये नियम में इस अभिव्यक्ति का सन्दर्भ यीशु के सब विश्वासियों से है और इसका अनुवाद प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” किया जाता है क्योंकि इसमें स्त्री-पुरुष दोनों हैं।
- इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ मानवीय पिता-पुत्र के जैसा सम्बन्ध दर्शाता है जिसमें पुत्र होने से संयोजित सब लाभ समाहित हैं।
- उत्पत्ति 6 में चर्चित, “परमेश्वर के पुत्रों” की व्याख्या पतित स्वर्गदूतों (दुष्टात्माओं) के अर्थ में करते हैं| अन्य विचारकों के अनुसार ये लोग सामर्थी राजनीतिक शासकों या शेत के वंशजों से है|
- “परमेश्वर का पुत्र” यह उपनाम एक भिन्न उक्ति है: जो यीशु के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर का एकमात्र पुत्र है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब “परमेश्वर के पुत्र” यीशु के विश्वासियों के संदर्भ में है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर की सन्तान” हो सकता है।
- उत्पत्ति 6:2 मैं “परमेश्वर के पुत्र” के चार अन्य अनुवाद हैं “स्वर्गदूत” या “आत्मिक प्राणी” या “अलौकिक प्राणियों” या “दुष्टात्माएं”।
- “पुत्र” का लिंक भी देखें।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दुष्टात्मा, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र, शासक, आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0430, H1121, G52070, G50430
परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता
तथ्य:
यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। इसी का एक और सहार्थी शब्द है, "पिता" है, जिसका सर्वाधिक प्रयोग यीशु ने किया जब वह उसका सन्दर्भ देता था|
- परमेश्वर का अस्तित्व पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर में है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही परमेश्वर हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
- पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा।
- जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
अनुवाद के सुझाव:
- “पिता परमेश्वर” इस उक्ति के अनुवाद में सर्वोत्तम युक्ति यो यह होगी कि लक्षित भाषा में जो शब्द सांसारिक पिता के लिए काम में लिया जाता है उसी कप "पिता" शब्द के स्थान में काम में लिया जाए|
- “स्वर्गीय पिता” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में वास करता है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है।
- जब "पिता" शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर से हो तब प्रायः "पिता" शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पूर्वजों, परमेश्वर, स्वर्ग, पवित्र आत्मा, यीशु, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 24:9 केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता परमेश्वर को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा ।
- [29:9](rc://hi /tn/help/obs/29/09) तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो स्वर्ग में है , तुम से भी वैसा ही करेगा"
- 37:9 फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " पिता, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।"
- 40:7 तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।”
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- [43:8](rc://hi /tn/help/obs/43/08) “यीशु अब महिमा में पिता परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है।"
- [50:10](rc://hi /tn/help/obs/50/10) तब धर्मीलोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0001, H0002, G39620
परीक्षा करना, परीक्षा
परिभाषा:
किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना.
- परीक्षा में मनुष्य को गलत काम करने की प्रेरणा मिलती है.
- मनुष्य अपने पापी स्वभाव से या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं.
- शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा औरअनुचित कार्यों द्वारा परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है.
- शैतान ने यीशु की परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाने का प्रयास किया था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया.
- मनुष्य “परमेश्वर की परीक्षा” लेता है तो वह उससे कुछ गलत करवाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि वह हठीली अवज्ञा करता है, यहाँ तक कि परमेश्वर उसको दंड देने पर विवश हो. यह भी परमेश्वर की परिक्षा लेना कहलाता है.
अनुवाद के सुझाव:
- "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना.”
- “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें.”
- परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीले हो कर परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.”
(यह भी देखें: आज्ञा न मानना, शैतान, पाप, परीक्षा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 25:1 तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उसकी परीक्षा करने आया.
- 25:8 यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया.
- 38:11 यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे प्रार्थना करते रहें कि परीक्षा में न पड़ें.
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987
पवित्र आत्मा से भर गए
परिभाषा:
“आत्मा से भर गए” यह लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति है जिसका उपयोग किसी मनुष्य के सन्दर्भ में किया जाता है तो उसका अर्थ है, कि पवित्र आत्मा उस मनुष्य को सामर्थ्य प्रदान करता है कि वह परमेश्वर की इच्छा पूरी करे।
- “भर जाना” एक वाक्शैली है जिसका अर्थ प्रायः “नियंत्रित होना” होता है।
- मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं", जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए सहायता हेतु उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा प्रकट न हो कि पवित्र आत्मा किसी काम के लिए मनुष्य को विवश कर रहा है।
- “वह पवित्र आत्मा से भर गया” का अनुवाद “वह पूर्णतः पवित्र आत्मा के सामर्थ्य में जी रहा था” या “वह पवित्र आत्मा की पूर्ण अगुआई में था” या “पवित्र आत्मा उसकी अगुआई कर रहा था”।
- यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य अपने जीवन का नियंत्रण एवं अधिकार पवित्र आत्मा को सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G00400, G41300, G41370, G41510
पवित्र आत्मा, परमेश्वर का आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा
तथ्य:
ये सब शब्द पवित्र आत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा अनंत है।
- पवित्र आत्मा को “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है।
- क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अपने सब कार्यों में अनंत शुद्धता और नैतिक सिद्धता में है।
- पिता और पुत्र के साथ पवित्र आत्मा भी जगत की रचना में सक्रिय था।
- परमेश्वर पुत्र यीशु जब स्वर्ग लौट गया तब उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा भेजा कि उनकी अगुवाई करे, उन्हें शिक्षा दे, उन्हें शान्ति दे और परमेश्वर की इच्छा पूर्ति के योग्य बनाए।
- पवित्र आत्मा यीशु की अगुआई करता था तथा यीशु में विश्वास करने वालों का भी मार्गदर्शन करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” के अनुवाद करने वाले शब्दों के द्वारा किया जा सकता है।
- इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” आदि के द्वारा किया जा सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, आत्मा, परमेश्वर, प्रभु, पिता परमेश्वर, परमेश्वर का पुत्र,भेंट
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 1:1 लेकिन परमेश्वर का आत्मा वहाँ जल के ऊपर थी।
- 24:8 और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने परमेश्वर का आत्मा को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा।
- __26:1__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु पवित्र आत्मा की शक्ति में गलील को लौट आया, जहाँ वह रहता था।
- 26:3 यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु का आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।"
- 42:10 तुम जाओ, और सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम में उन्हें बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है मानना सिखाओ|"
- 43:3 वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया।
- 43:8 "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__उंडेल दिया है जैसी उसने प्रतिज्ञा की थी। पवित्र आत्मा इन सब का कर्ता है, जो तुम देखते और सुनते हो।"
- [43:11](rc://hi /tn/help/obs/43/11) पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें पवित्र आत्मा का दान देगा।।"
- 45:1 वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और ज्ञान से भरा था।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3068, H6944, H7307, G00400, G41510
पवित्र करना, पवित्र किया, पवित्रीकरण संस्कार
परिभाषा:
पवित्र करना का अर्थ है, परमेश्वर की सेवा हेतु किसी वस्तु या मनुष्य को समर्पित करना। जिस मनुष्य या वस्तु का पवित्रीकरण संस्कार कर दिया गया उसे पवित्र और परमेश्वर के लिए पृथक माना जाता था।
- इस शब्द का अर्थ “पवित्र करने” जैसा ही है परन्तु इसका अतिरिक्त अर्थ है, किसी को विधिवत परमेश्वर की सेवा हेतु पृथक करना।
- परमेश्वर के लिए पृथक की गई वस्तुओं में बलि के पशु, होमबलि की वेदी तथा निवास का मण्डप थे।
- परमेश्वर के लिए मनुष्यों का भी पवित्रीकरण संस्कार किया जाता था जिनमें थे, याजक, इस्राएली प्रजा तथा पहिलौठे।
- कभी-कभी “पवित्रीकरण” शब्द का अर्थ “शुद्धिकरण” भी होता था। विशेष करके जब मनुष्य या वस्तुओं को परमेश्वर की सेवा के लिए तैयार किया जाता था जिससे कि वे शुद्ध होकर परमेश्वर को ग्रहण योग्य हों।
अनुवाद के सुझाव:
- “पवित्र करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की सेवा के लिए अलग करना" या "परमेश्वर की सेवा के लिए शुद्ध करना।”
- "पवित्र" और "शुद्ध करना" का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दे।
(यह भी देखें: पवित्र, चोखे, पवित्र करने)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2763, H3027, H4390, H4394, H5144, H5145, H6942, H6944, G1457, G5048
पवित्र, पवित्रता, अपवित्र,
परिभाषा:
“पवित्र” और पवित्रता” का संदर्भ परमेश्वर के गुण से है जो पूर्णतः पृथक है और किसी भी पापी और असिद्ध बात से पृथक किया हुआ है।
- केवल परमेश्वर पूर्णतः पवित्र है। वह मनुष्यों और वस्तुओं को पवित्र बनाता है।
- पवित्रजन परमेश्वर का है और वह परमेश्वर की सेवा तथा महिमान्वन के लिए पृथक किया हुआ है।
- जिस वस्तु को परमेश्वर ने पवित्र घोषित कर दिया, वह उसकी महिमा और उपयोग के लिए पृथक कर दी गई है जैसे कि एक वेदी जो उसके बलिदान चढ़ाने के उद्देश्य के लिए है।
- मनुष्य उसकी अनुमति के बिना उसके निकट नहीं आ सकता क्योंकि वे पवित्र और मात्र मनुष्य हैं, पापी और असिद्ध।
- पुराने नियम में, परमेश्वर ने याजकों को पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लिया था। उन्हें परमेश्वर के निकट जाने के लिए सांसारिक रूप में पापों से शुद्ध होना होता था।
- परमेश्वर कुछ स्थानों एवं वस्तुओं को भी पवित्रता में पृथक कर लेता है जो उसके होते हैं या जिनमें उसने स्वयं को प्रकट किया है जैसे मन्दिर।
अनुवाद के सुझाव:
- “पवित्र” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर के लिए पृथक” या “परमेश्वर का” या “पूर्णतः शुद्ध” या “सिद्धता में निष्पाप” या “पाप से पृथक”।
- “पवित्र करना” का अनुवाद प्रायः “शोधन” होता है। इसका अनुवाद “परमेश्वर के महिमा से (किसी को) पृथक करना” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, पवित्र करना, शोधन, पृथक करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 01:16 उस ने सातवें दिन को आशीष दिया और उसे पवित्र बनाया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम लिया था।
- 09:12 “जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि है।”
- 13:02 ,”इसलिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
- 13:05 तू सब्त के दिन को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना।
- 22:05“इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”
- 50:02 जबकि हम यीशु के वापस आने का इंतजार कर रहे हैं, तो परमेश्वर चाहता है कि हम ऐसा जीवन जियें जो पवित्र हो तथा उसे आदर देता हो।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H2455, H2623, H4676, H4720, H6918, H6922, H6942, H6944, H6948, G37, G38, G39, G40, G41, G42, G462, G1859, G2150, G2412, G2413, G2839, G3741, G3742
पवित्रस्थान
परिभाषा:
बाइबल में “पवित्रस्थान” और “परम पवित्रस्थान” मिलापवाले तम्बू या मन्दिर के दो कक्षों के संदर्भ में आते हैं।
- “पवित्र स्थान” पहला कक्ष था जिसमें धूप जलाने की वेदी और भेंट की रोटियाँ रखने की मेज थी।
- “परम पवित्र स्थान” अन्तरतम कक्ष या जिसमें वाचा का सन्दूक रखा हुआ था।
- एक मोटी, भारी पर्दे बाहरी कक्ष को भीतरी कक्ष से अलग करता है।
- परमपवित्र स्थान में केवल महायाजक प्रवेश कर सकता था।
- कभी-कभी पवित्र स्थान संपूर्ण मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के लिए काम में लिया गया है। कभी-कभी पवित्र स्थान परमेश्वर की लिए पृथक किए गए किसी भी स्थान के संदर्भ में होते हैं।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर के लिए पृथक किया गया कक्ष” या “परमेश्वर से भेंट करने का विशेष कक्ष” या “परमेश्वर का आरक्षित स्थान”
- “परम पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर के लिए सर्वथा पृथक कक्ष” या “परमेश्वर से भेंट करने का अति विशेष कक्ष”
- प्रकरण के अनुसार “पवित्र स्थान” का अनुवाद “परमेश्वर का अभिषिक्त स्थान” या “परमेश्वर द्वारा पृथक किया गया स्थान” या “मन्दिर में पवित्र स्थान” या “परमेश्वर के मन्दिर का परिसर”।
(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, वाचा का सन्दूक, रोटी, पवित्र ठहरना, आंगन, परदा, पवित्र, पृथक करना, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1964, H4720, H4725, H5116, H6918, H6944, G39, G40, G3485, G5117
पवित्रस्थान
परिभाषा:
"पवित्र-स्थान" का मूल अर्थ है, "पावन स्थल" और इसका संदर्भ उस स्थान से है जिसे परमेश्वर ने पावन एवं पवित्र बनाया। इसका संदर्भ सुरक्षा एवं रक्षा प्रदान करने के स्थान से भी हो सकता है।
- पुराने नियम में "पवित्र-स्थान" प्रायः निवास के मण्डप या मन्दिर के लिए काम में लिया जाता था जिनमें "पवित्र-स्थान" और "परमपवित्र-स्थान" थे।
- परमेश्वर पवित्र-स्थान को अपनी प्रजा इस्राएल के मध्य अपने निवास का स्थान कहता था।
- वह स्वयं को भी "पवित्र-स्थान" या अपने लोगों के लिए एक सुरक्षित स्थान कहता था जहां उन्हें सुरक्षा प्राप्त थी।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का मूल अर्थ है, "पवित्र-स्थान" या "वह स्थान जो पृथक किया गया है।"
- प्रकरण के अनुसार "पवित्र-स्थान" शब्द का अनुवाद "पावन स्थल" या "पवित्र भवन" या "परमेश्वर का पवित्र निवास" या "सुरक्षा का पवित्र स्थान" या "सुरक्षा का पावन स्थल" भी किया जा सकता है।
- "पवित्र स्थान का शेकेल" का अनुवाद हो सकता है "निवास के मण्डप के लिए दिए गए शेकेल के जैसा" या "मन्दिर के रख-रखाव हेतु कर स्वरूप दिया जाने वाला शेकेल।"
- टिप्पणी: सावधान रहें कि इस शब्द का अनुवाद आज के आराधनालय के आराधना स्थल का अर्थ प्रकट न करे।
(यह भी देखें: पवित्र, पवित्र आत्मा, पवित्र, पृथक करना, तम्बू, कर, मन्दिर, )
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4720, H6944, G39
पहले से ठहराना, पहले से ठहराया
परिभाषा:
“पहले से ठहराना” या “ पहले से ठहराया” इसका संदर्भ समय से पहले निर्णय लेना या योजना बनाना कि कुछ होगा।
- यह शब्द विशेष करके परमेश्वर के संदर्भ में है कि उसने मनुष्यों को समय से पहले ठहरा दिया कि वे अनन्त जीवन पाएं।
- कभी-कभी यह शब्द “पहले से ठहराए” का अर्थ समय से पहले निर्णय लेने के संदर्भ में की काम में लिया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “पहले से ठहराए” का अनुवाद, “पहले से निर्णय लेना” या “समय से पहले निर्णय लेने” के संदर्भ में होता है।
- “पहले से ठहराए गए” का अनुवाद, “बहुत पहले निर्णय लिया गया” या “समय से पूर्व योजनाबद्ध था” समय से पूर्व निर्णय लिया गया”।
- “पहले से ठहराए गए” का अनुवाद, “बहुत पहले से निर्णय लिया गया कि हम” या “समय से पहले ही निर्णय ले लिया गया कि हम”।
- ध्यान रखें कि इस उक्ति का अनुवाद “पूर्व ज्ञान” से भिन्न हो।
(यह भी देखें: पूर्व ज्ञान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पहिलौठे का अधिकार
परिभाषा:
“पहिलौठे का अधिकार” बाइबल में सम्मान, पारिवारिक नाम, सम्पदा, का बोध करवाता है जो प्रथम पुत्र को दिया जाता है।
- प्रथम पुत्र के पहिलौठे होने के अधिकार में पिता की वसीयत का दो गुणा भाग होता था।
- राजा के पहिलौठे को पिता के मृत्यु के बाद राज करने का अधिकार प्राप्त था।
- एसाव ने अपने छोटे भाई याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था। इस कारण एसाव के स्थान में याकूब को पहिलौठे की आशिषें मिलीं।
- पहिलौठे के अधिकार में पहिलौठे का सम्मान होता है कि परिवार के सब वंशजों को पहिलौठे का नाम मिले।
अनुवाद के सुझाव:
- “पहिलौठे का अधिकार” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “प्रथम पुत्र के अधिकार और सम्पदा” या “पारिवारिक सम्मान” या “प्रथम पुत्र के सौभाग्य और उत्तराधिकार”
(यह भी देखें: पहिलौठे, उत्तराधिकार में पाना, वंशज)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पाप, पापी, पापी, पाप करते रहना
परिभाषा:
“पाप” शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर विरोधी कार्यों, विचारों तथा शब्दों से है। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है।
- वह हर एक काम जो परमेश्वर की आज्ञा या प्रसन्नता के विरूद्ध है वरन वे बातें भी जिन्हें अन्य जन नहीं जानते, पाप हैं।
- विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते "पापी" कहलाते हैं।
- क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, यह स्वभाव है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उनसे पाप करवाता है।
- “पापी” अर्थात पाप करनेवाला मनुष्य, अतः हर एक मनुष्य पापी हैं।
- कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, वरन फरीसियों के विचार के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करनेवालों के लिए भी।
- “पापी” शब्द उन मनुष्यों के लिए भी काम में लिया जाता था जो अन्य मनुष्यों से अधिक पापी समझे जाते थे। उदाहरणार्थ, चुंगी लेनेवाले और वैश्याएं।
अनुवाद के सुझाव:
- “पाप” का अनुवाद ऐसी उक्ति के द्वारा भी किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “परमेश्वर की आज्ञा न मानना” या “परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध चलना” या “बुरे कार्य एवं विचार” या “गलत काम करना”।
- “पाप करना” का अनुवाद “परमेश्वर की अवज्ञा” या “अनुचित काम करना” भी हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “पापमय” का अनुवाद “गलत काम करने वाले” या “दुष्ट” या “अनैतिक” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह”
- प्रकरण के अनुसार “पापी” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “वह मनुष्य जो पाप करता है” या “अनुचित काम करनेवाला मनुष्य” या “परमेश्वर की आज्ञा न माननेवाला मनुष्य”
- “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “अनैतिक मनुष्य”
- “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य (यहाँ तक कि) चुंगी लेने वाले मनुष्य”
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार समाहित हों, यहां तक कि वह भी जिनको मनुष्जोय नतो देख सकते हैं और न ही जान सकते हैं।
- "पाप" शब्द सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए काम में लिए गए शब्दों से अलग होना चाहिए।
(यह भी देखें: अवज्ञा, दुष्ट, देह, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 3:15 परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से पापी होते हैं जब वे बच्चे होते हैं।
- 13:12 परमेश्वर उनके पाप के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई।
- 20:1 इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था।
- 21:13 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई पाप नहीं होगा। वह अन्य लोगों के पाप के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा
- 35:1 एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य पापीयों को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे।
- 38:5 तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 48:8 हम सभी हमारे पापों के लिए मरने योग्य हैं!
- 49:17 यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने पापों को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह पाप के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258
पिन्तेकुस्त, सप्ताहों का पर्व
तथ्य:
“सप्ताहों का पर्व” एक यहूदी पर्व है जो फसह के पर्व के पचास दिन बाद मनाया जाता था। जिसे बाद में "पिन्तेकुस्त" कहा गया था।
- सप्ताहों का पर्व, पहले फलों के पर्व के सात सप्ताहों (पचास दिन) बाद मनाया जाता था। नये नियम के युग में इस पर्व को “पिन्तेकुस्त” का पर्व कहते थे जिसके अर्थ में एक भाग “पचास” है।
- सप्ताहों का पर्व अन्न की कटनी के आरंभ के उत्सव में मनाया जाता था। यह वह समय था जब परमेश्वर ने इस्राएल के लिए सर्वप्रथम पत्थर की तख्तियों पर मूसा को व्यवस्था दी थी।
- नये नियम में पिन्तेकुस्त का दिन विशेष करके महत्वपूर्ण था क्योंकि उस दिन यीशु पर विश्वास करनेवालों ने एक नए अनुभव में पवित्र आत्मा प्राप्त किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पर्व, पहले फल, कटनी, पवित्र आत्मा, जीवित करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2282, H7620, G40050
पुत्र
परिभाषा:
एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाती है| उसे उस पुरुष का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है| "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है।
- "का पुत्र" इस उक्ति का प्रयोग किसी के पिता, माता या पूर्वज की पहचान के लिए काम में लिया जाता है| इस उक्ति का प्रयोग वंशावलियों तथा अनेक एनी स्थानों में किया गया है|
- "इस्राएल के पुत्रों" प्रायः (उत्पत्ति की पुस्तक के बाद) इस्रैल जाति है|
- "का पुत्र" पिता का नाम देने के लिए काम में लिया जाता है तो वह अधिकतर उन लोगों के लिए काम में लिया जाता है जिनके नाम एक से होते हैं| उदाहरणार्थ, 1 राजाओं 4 में, सादोक का पुत्र अज़र्याह" और "नातान का पुत्र अज़र्याह"; 2 राजाओं 15 में तीन भिन्न पुरुष हैं|
- “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”।
- "का पुत्र" इस उक्ति का उपयोग प्राय: यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि संदर्भित व्यक्ति का पिता कौन है। यह शब्दावली वंशावलियों तथा अनेक स्थानों में काम में ली गई है।
- पिता का नाम उजागर करने के लिए” “का पुत्र” अधिकतर एक ही नाम के पुरूषों को एक दूसरे से अलग व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है। उदाहणार्थ, सादोक का पुत्र अजर्याह” और “नातान का पुत्र अजर्याह-1 राजा 4 और 2 राजा 15 में “अमस्याह का पुत्र अजर्याह। यहां एक ही नाम के तीन पुरूष हैं जो पिता के नाम से ही पहचाने गए हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अधिकांश संदर्भों में लक्षित भाषा के उसी शब्द को काम में लिया जाए जो “पुत्र” के लिए काम आता है।
- “परमेश्वर का पुत्र” उक्ति के अनुवाद में “पुत्र” के लिए जिस शब्द का उपयोग सामान्यतः किया जाता है, उसी का उपयोग करें।
- जब “पुत्र” के स्थान में किसी वंशज को दर्शाया जाता है तब “वंशज” शब्द का उपयोग किया जाए जैसे यीशु को दाऊद का वंशज कहा जाता था। या वंशावलियों में भी जहां “पुत्र” शब्द किसी वंशज का बोध कराता है।
- कभी-कभी “पुत्रों” का अनुवाद “सन्तान” किया जा सकता है, जब नर-नारी दोनों की समाहित चर्चा की जा रही हो। उदाहरणार्थ “परमेश्वर का पुत्र” का अनुवाद, “परमेश्वर की सन्तान” किया जा सकता है क्योंकि इसमें स्त्री-पुरूष दोनों की चर्चा की जा रही है।
- प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “का पुत्र” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिसमें गुण हैं” या “के स्वरूप” या “में गुण हैं” या “के समान व्यवहार है”
(यह भी देखें: अजर्याह, वंशज, पूर्वजों, पहलौठा, परमेश्वर का पुत्र, परमेश्वर के पुत्र।)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 04:08 परमेश्वर ने अब्राम से वाचा के साथ फिर से बात की कि उसे एक पुत्र होगा और आकाश में तारे के रूप में कई वंश होगे।
- 04:09 परमेश्वर ने कहा, "मैं तुमको तुम्हारे शरीर से एक पुत्र दूँगा।"
- 05:05 लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम 100 वर्ष का था और सारा 90 कि, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया।
- __05:08__जब वे बलिदान की जगह पर पहुंच गए, तो अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे वेदी पर रख दिया। वह अपने पुत्र को मारने ही पर था, जब परमेश्वर ने कहा, "रुको! लड़के को चोट न पहुंचा! अब मुझे पता है कि तुम मुझ से डरते हो क्योंकि तुमने मुझसे अपने पुत्र को भी न रख छोड़ा।"
- __09:07__जब उसने बच्चे को देखा, उसने अपने पुत्र के रूप में ले लिया।
- __11:06__परमेश्वर ने मिस्र के सब पहलौठे पुत्रों को मार डाला।
- __18:01__कई वर्षों के बाद, दाऊद की मृत्यु हो गई, और उसके __पुत्र __ सुलैमान ने शासन शुरू किया।
- 26:04"क्या यह यूसुफ पुत्र है?‚" उन्होंने कहा।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1060, H1121, H1123, H1248, H3173, H3206, H3211, H4497, H5209, H5220, G3816, G5043, G5207
पुनरुत्थान
परिभाषा:
“पुनरुत्थान” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना।
- किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा करने का सामर्थ्य है।
- "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है।
- यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और मनुष्य को पुनर्जीवित करने वाला वही है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “पुनरुत्थान” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है।
- इस शब्द का शाब्दिक अर्थ है, “खडा होना” या "(मृतकों में से) खड़े किए जाने का कार्य|” ये इस शब्द केअन्य संभावित अनुवाद हो सकते हैं।
(यह भी देखें: जीवन, मृत्यु, खड़ा करना
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:14 मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापियों के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा |
- 37:5 यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G03860, G14540, G18150
पूरा करना, पूरा हुआ, सिद्ध किया
परिभाषा:
“पूरा करना” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना।
- जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने भविष्यद्वाणी में जो कहा था उसे पूरा किया।
- यदि मनुष्य अपनी प्रतिज्ञा या शपथ पूरी करता है तो इसका अर्थ है कि उसने जो कहा था उसे निभाया।
- उत्तरदायित्व को पूरा करने का अर्थ है किसी दिए गए कार्य या अनिवार्य कार्य को पूरा करना।
अनुवाद के सुझाव:
*प्रकरण के अनुसार, "पूरा करना" का अनुवाद हो सकता है, “संपन्न करना” या “पूर्ण करना” या “सिद्ध होने का कारण उत्पन्न करना" या “आज्ञा मानना” या “क्रियान्वन करना”
- “पूरा हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है”
- "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन करो" या "निभाओ" या "अभ्यासरत हो जाओ" या “मनुष्यों की सेवा वैसे ही करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”।
(यह भी देखें: भविष्यद्वक्ता, मसीह, सेवक, बुलाहट)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 24:4 यूहन्ना__ ने वह पूरा किया जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।”
- 40:3 सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।”
- 42:7 यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह पूरा होना अवश्य है।"
- 43:5 यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण पूरी होती है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।”
- __43:7__यह भाविश्द्वानी पूरी हुई ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’
- 44:5 यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1214, H5487, G10960, G41380
पृथक करना
परिभाषा:
"अलग करना" इस उक्ति का अर्थ है किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए किसी व्यक्ति या वस्तु को अलग कर देना। यह भी, "पृथक करना" उनसे व्यक्ति वस्तु "पृथक करना"
- इस्राएली परमेश्वर की सेवा के निमित्त अलग किये गए थे।
- पवित्र-आत्मा ने मसीही विश्वासियों को अन्ताकिया में आज्ञा दी कि वे पौलुस और बरनबास को उस काम के लिए पृथक कर दें जो परमेश्वर उनसे करवाना चाहता है।
- परमेश्वर की सेवा के लिए “पृथक” किया गया विश्वासी परमेश्वर की इच्छा-पूर्ति के निमित्त समर्पित होता है।
- “पवित्र” का एक अर्थ है कि परमेश्वर का होने के लिए और संसार के पापी आचरण से अलग होने के लिए पृथक किया गया।
- किसी को "पवित्र" करने का मतलब परमेश्वर की सेवा के लिए उस व्यक्ति को अलग करना।
अनुवाद के सुझाव:
- “पृथक करना” का अनुवाद, “विशेष रूप से चुनना” या “तुममें से अलग करना” या “किसी विशेष काम के लिए अलग करना" हो सकते हैं।
- पृथक किया जाना” का अनुवाद, “अलग किया गया (से)" विशेष रूप से नियुक्त (के लिए)" हो सकता है।
(यह भी देखें: पवित्र, पवित्र करना, निुयक्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2764, H4390, H5674, H6918, H6942, H6944, G37, G38, G40, G873
प्रकट करना, प्रकट किया, प्रकाशन
परिभाषा:
“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहणयोग्य बनाना। प्रकट की गई किसी बात को "प्रकाशन" कहते हैं।
- परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से और अपने उच्चारित एवं लिखित सन्देश के माध्यम से मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी स्वयं को प्रकट किया है।
- परमेश्वर स्वप्नों एवं दर्शनों द्वारा भी स्वयं को प्रकट करता है।
- पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु ने स्वयं उसे सुसमाचार का ज्ञान प्रदान किया है।
- नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना पर सब प्रकट किया था।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना”
- सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि अनुवाद में इसी शब्द, “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
- इस अभिव्यक्ति, "जहां प्रकाशन नहीं" का अनुवाद हो सकता है, "जब परमेश्वर मनुष्यों पर प्रकट नहीं हो रहा है" या "जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें नहीं कर रहा है" या मनुष्यों में परमेश्वर का संचार नहीं है"
(यह भी देखें: सुसमाचार, सुसमाचार, स्वप्न, दर्शन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0241, H1540, H1541, G06010, G06020, G55370
प्रतिज्ञा का देश
तथ्य:
“प्रतिज्ञा का देश” बाइबल की कहानियों में आता है बाइबल के सन्देश में नहीं। यह कनान देश के संदर्भ की एक विधि है वह देश जो परमेश्वर ने अब्राहम और उसके वंशजों को देने की प्रतिज्ञा की थी।
- जब अब्राहम ऊर नगर में रहता था तो परमेश्वर ने उसे आज्ञा दी कि वह वहाँ से निकल कर कनान देश में चला जाए। वह और उसके वंशज इस्राएली वहाँ अनेक वर्ष तक रहे।
- जब भयंकर अकाल के कारण वहाँ भोजन समाप्त हो गया तब इस्राएली मिस्र चले गए।
- चार सौ वर्षों के बाद परमेश्वर ने इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व से मुक्ति दिलाई और उन्हें लौटकर कनान लाया, वह स्थान जिसे देने की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उनसे की थी।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रतिज्ञा का देश” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह देश जिसके लिए परमेश्वर ने अब्राहम से कहा था कि वह उसे देगा”। या “वह देश जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम से की थी”, या “जिस देश की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अपने लोगों से की थी” या “कनान देश”।
- बाइबल के अभिलेखों में किसी न किसी रूप में यह “परमेश्वर की प्रतिज्ञा का देश” प्रकट होता है।
(यह भी देखें: कनान, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:01 अब वह (इस्राएली) दास नहीं रहे, और वह प्रतिज्ञा की भूमि पर जा रहे थे!!
- 14:01 इस्राएलीयों को सीनै पर्वत पर नियम देने के बाद, जिनका उन्हें वाचा के अनुसार पालन करना था, परमेश्वर ने इस्राएलियों का मार्ग दर्शन प्रतिज्ञा की भूमि, कनान तक किया |.
- 14:02 परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम, इसहाक और याकूब से बाँधी थी, कि वह वाचा की भूमि उनके वंशज को देंगा, परन्तु अब वहाँ बहुत से लोगों के समूह रहते हैं |
- 14:14 फिर परमेश्वर लोगों को प्रतिज्ञा की भूमि के किनारे तक फिर से ले गया .
- 15:02 इस्राएलियों को प्रतिज्ञा की भूमि में प्रवेश करने से पहले यरदन नदी को पार करना था |
- __15:12__युद्ध के बाद, परमेश्वर ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को प्रतिज्ञा की भूमि में अपना अपना भाग दिया |
- 20:09 यह वह समय था जब परमेश्वर के लोगों को प्रतिज्ञा की भूमि को छोड़ने के लिए विवश किया गया, यह अवधि निर्वासन कहलाई |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776, H3068, H3423, H5159, H5414, H7650
प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा की
परिभाषा:
"प्रतिज्ञा" को जब क्रिया रूप में काम में लिया जाता है कि मनुष्य कहता है कि वह कुछ करेगा तो इसका तात्पर्य है, वह अपने वचनों को पूरा करने के लिए बाध्य है| जब इसका प्रयोग संज्ञा रूप में किया जाता है, तब इसका "प्रतिज्ञा" शब्द का सन्दर्भ उस बात से होता है जिसको करने के लिए वह व्यक्ति विशेष विवश है|
- बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों से अनेक प्रतिज्ञाएं की हैं।
- प्रतिज्ञाएं औपचारिक समझौतों जैसे वाचाओं का एक महत्वपूर्ण भाग होती हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास दिलाना” हो सकता है।
- “किसी काम को करने की प्रतिज्ञा” का अनुवाद, “किसी को विश्वास दिलाना कि आप कुछ करेंगे” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”हो सकता है।
(यह भी देखें: वाचा, शपथ, प्रण)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 3:15 परमेश्वर ने कहा "मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मनुष्यों के बुरे कर्मों के कारण फिर कभी भूमि को शाप नहीं दूंगा या बाढ़ से दुनिया को नष्ट करूंगा, यद्यपि मनुष्य जन्म से ही पापी है।
- 3:16 तब परमेश्वर ने अपनी वाचा के चिह्न के स्वरुप में मेघ धनुष स्थापित किया। जब -जब आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी वाचा_ को याद करेगा और लोग भी।
- 4:08 परमेश्वर ने अब्राम से बातें कीं और वाचा दोहराया कि उसको पुत्र प्राप्ति होगी और उसका वंश आकाश में तारो के सामान होगा। अब्राम ने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया।
- 5:4 तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।
- 8:15 परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी उसकी प्रतिज्ञाएं अब्राहम के बाद इसहाक, और इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवारों के लिए भी रहीं|
- 17:14 दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी वाचा पर खरा था।
- 50:1 यीशु ने प्रतिज्ञा की कि वह संसार के अंत में पुनः आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपनी __प्रतिज्ञा__पूरी करेगा|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H559, H562, H1696, H8569, G1843, G1860, G1861, G1862, G3670, G4279
प्रभु
तथ्य:
“प्रभु” शब्द का संदर्भ उस मनुष्य से होता है जिसे मनुष्यों पर अधिकार एवं स्वामीत्व प्राप्त होता है। यह परमेश्वर का भी पदनाम होता है। (ध्यान दें कि जब किसी को संबोधित करने के लिए काम में लिया जाए या वाक्य के आरंभ में बड़े अक्षरों में लिखा जाए तो इसका अर्थ “श्रीमान” या “स्वामी” होता है।)
- पुराने नियम में इस शब्द का उपयोग ऐसी अभिव्यक्तियों में भी किया जाता है जैसे “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर” या “प्रभु यहोवा” या “हमारा प्रभु यहोवा।”
- नये नियम में प्रेरितों ने इस शब्द को “प्रभु यीशु” और “प्रभु यीशु मसीह” जैसी अभिव्यक्तियों में काम में लिया है कि यीशु को परमेश्वर दर्शाया जाए।
- “प्रभु” शब्द नये नियम में अकेला ही काम में लिया गया है जो परमेश्वर के लिए सीधा काम में लिया गया है, विशेष करके पुराने नियम के उद्धरणों में। * उदाहरणार्थ, पुराने नियम का संदर्भ है, “धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है” और नये नियम में है, “धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है।”
- यू.एल.बी. और यू.डी.बी. में “प्रभु” का पदनाम केवल यूनानी और इब्रानी शब्दों का अनुवाद है जिनका अर्थ “प्रभु” है। यह परमेश्वर के नाम (यहोवा) का अनुवाद नहीं है जैसा अनेक अनुवादों में किया गया है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” या “शासक” या अन्य कोई शब्द जो स्वामीत्व या परमप्रधान शासक का बोध करवाए, द्वारा किया गया है।
- उचित प्रसंगों में अनेक अनुवाद इस शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा लिखते हैं कि पाठक समझ पाए कि यह परमेश्वर के संदर्भ में है।
- नये नियम में जहां पुराने नियम का उद्धरण दिया गया है, वहां “प्रभु परमेश्वर” का उपयोग किया जा सकता है कि स्पष्ट हो कि यह परमेश्वर का संदर्भ में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, यीशु, प्रभु, शासक, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H113, H136, H4756, G1203, G2962
प्रभु का दिन, यहोवा का दिन
वर्णन:
पुराने नियम में “यहोवा का दिन” निश्चित समय (समयों) के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा।
- नये नियम में “प्रभु का दिन” उस दिन या समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु समय के अंत में मनुष्यों का न्याय करने के लिए पुनः आएगा।
- न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे कभी कभी “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा।
- इन उक्तियों में “दिन” शब्द कभी-कभी वास्तविक दिन के ही संदर्भ में होता है या यह “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है।
- कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का उंडेला जाना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के आधार पर “यहोवा का दिन” का अनुवाद होगा, “यहोवा का समय” या “वह समय जब यहोवा अपने बैरियों को दण्ड देगा” या “यहोवा के क्रोध का समय."
- “प्रभु का दिन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “प्रभु के न्याय का समय” या “वह समय जब प्रभु यीशु मनुष्यों का न्याय करने आएगा”
(यह भी देखें: दिन, न्याय का दिन , प्रभु, पुनरुत्थान, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3068, H3117, G2250, G2962
प्रभु भोज
परिभाषा:
“प्रभु भोज” प्रेरित पौलुस इस उक्ति को फसह के भोज के लिए काम में लेता है जो यीशु ने अपने शिष्यों के साथ उस रात खाया था जब यहूदी अगुओं ने उसे बन्दी बनाया था।
इस भोजन के समय यीशु ने फसह की रोटी को तोड़कर अपनी देह की उपमा दी जो शीघ्र ही प्रताड़ित की जाएगी और मार डाली जायेगी।
दाखरस के कटोरे को उसने अपना लहू कहा जो शीघ्र ही बहाया जायेगा जब वह पापबलि होकर मरेगा।
यीशु ने आज्ञा दी थी कि उसके शिष्य जब भी इस भोज में सहभागी हों तब वे उसकी मृत्यु और पुनरूत्थान को सदैव स्मरण करें।
कुरिन्थियों की कलीसिया को लिखे पत्र में प्रेरित पौलुस ने मसीह के विश्वासियों के लिए इस भोज को एक नियमित अभ्यास बना दिया था।
आज कलीसियाएं प्रभु भोज के लिए “सहभागिता” उक्ति का उपयोग करती हैं। “अन्तिम भोज” उक्ति का भी कभी-कभी उपयोग किया जाता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस उक्ति का अनुवाद “प्रभु का भोज” या “हमारे प्रभु यीशु का भोज” या “प्रभु यीशु को स्मरण करने का भोज” भी कहा जा सकता है।
(यह भी देखें: फसह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G11730, G29600
प्रभु यहोवा, यहोवा परमेश्वर
तथ्य:
पुराने नियम में इस शब्द का अर्थ है एकमात्र सच्चा परमेश्वर।
- “प्रभु” उपनाम है और यहोवा परमेश्वर का नाम है।
- यहोवा के साथ परमेश्वर शब्द भी लिखा जाता है, “यहोवा परमेश्वर”
अनुवाद के सुझाव:
- यदि "यहोवा" का कोई रूप परमेश्वर के नाम के अनुवाद के लिए उपयोग किया जाता है, तो शब्द "प्रभु यहोवा" और "यहोवा परमेश्वर" शब्द का शाब्दिक रूप से अनुवाद किया जा सकता है। ध्यान दे कि “प्रभु” का अनुवाद परमेश्वर को संदर्भित करते समय कैसा हो।
- कुछ भाषाओं में पदनाम बाद में लिखा जाता है, अतः अनुवाद होगा, “यहोवा प्रभु”। लक्षित भाषा में जो भी स्वाभाविक है इसका प्रयोग करें: “प्रभु” शीर्षक “यहोवा” के पहले हो या बाद में।
- “यहोवा परमेश्वर” का अनुवाद “परमेश्वर जो यहोवा कहलाता है” या “जीवित परमेश्वर” या “मैं हूँ जो परमेश्वर है”।
- यदि अनुवाद में “याहवे” को यहोवा या परमेश्वर लिखा जा रहा है तो “प्रभु यहोवा” का अनुवाद होगा “प्रभु परमेश्वर” या “परमेश्वर जो प्रभु” है। अन्य संभावित अनुवाद रूप है, “स्वामी प्रभु” या “प्रभु परमेश्वर”।
- “प्रभु यहोवा” का अनुवाद, “प्रभु-प्रभु” कभी नहीं किया जाए क्योंकि पाठक इन शब्दों का अन्तर नहीं देख पाएंगे जिन्हें इनके लिए पारम्परिक रूप से काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, स्वामी, प्रभु, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H136, H430, H3068, G2316, G2962
प्रभु, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय
परिभाषा:
बाईबल में "प्रभु" शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः उस मनुष्य से है जिसके पास नया लोगों का स्वामित्व या उन पर अधिकार होता है| बाईबल में, इस शब्द को अनेक अनन्य लोगों के लिए काम में लिया गया है, वरन परमेश्वर के लिए भी|
- इस शब्द का अनुवाद कभी-कभी “स्वामी” भी किया जाता है जब यीशु कें संदर्भ में हो या दासों के स्वामी के संदर्भ में हो।
- अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” (sir) किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है।
जब प्रभु शब्द को बड़े अक्षर से आरम्भ किया जाए तो यह परमेश्वर का उपनाम है| (टिप्पणी: जब इसका उयोग किसी को संबोधित करने के लिए या जब यह वाक्य के आरम्भ में हो तो इसका प्रथम अक्षर बड़ा होता है और इसका अर्थ, "महोदय" या "स्वामी" होता है|)
- पुराने नियम में, इस शब्द का उपयोग ऎसी अभिव्यक्तियों में किया जाता है जैसे, सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर" या "प्रभु यहोवा" "यहोवा हमारा प्रभु"
- नए नियम में,प्रेरीतों ने इस शब्द को ऎसी अभिव्यक्तियों में काम में लिया है जैसे, "प्रभु यीशु" और "प्रभु यीशु मसीह" जिसका अर्थ है, यीशु परमेश्वर है|
- नए नियम में "प्रभु" शब्द अकेला भी काम में लिया गया है जो सीधा परमेश्वर के सन्दर्भ में है- विशेष करके पुराने नियम के सन्दर्भों में| उदाहरणार्थ, पुराने नियम में: "धन्य है वह जो यहोवा के नाम में आता है" और नए नियम में इसी को इस प्रकार संदर्भित किया गया है: "धन्य है वह जो प्रभु के नाम में आता है
- ULT और UST में, "प्रभु" शब्द, इब्रानी शब्द और यूनानी शब्द का शाब्दिक अनुवाद किया गया है| वह परमेश्वर के नाम (यहोवा) का अनुवाद कदापि नहीं है, जैसा अनेक अनुवादों में किया गया है|
- कुछ भाषाओं में, "प्रभु" शब्द का अनुवाद, "स्वामी" या "शासक" या अन्य किसी शब्द में किया गया है जिसका अर्थ, स्वामित्व या सर्वोच्च शासन है|
- उचित सन्दर्भों में अनेक अनुवादों में इस शब्द का प्रथम शब् बड़ा रखा गया है कि पाठकों के लिए स्पष्ट हो जाए कि यह परमेश्वर के लिए एक उपनाम मात्र है|
- नए नियम में जब पुराने नियम का उद्धरण दिया गया है तब "प्रभु परमेश्वर" का उपयोग किया जा सकता है कि स्पष्ट हो कि यह परमेश्वर के सन्दर्भ में है|
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द के सहार्थी शब्द के द्वारा किया जा सकता है जब दासों के स्वामी के सन्दर्भ में हो।इसका उपयोग सेवक द्वारा अपने नियोजक के लिए भी किया जा सकता है|
- जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के संबोधन में सम्मानित शब्द से किया जा सकता है, जैसे, "गुरु।"
- यदि यीशु से बात करनेवाला व्यक्ति यीशु को नहीं जानता है तो “प्रभु” शब्द का अनुवाद “श्रीमान” किया जाए। यह अनुवाद अन्य प्रकरणों में भी किया जाए जहां किसी के लिए विनीत संबोधन की आवश्यकता हो।।
- पिता परमेश्वर और यीशु के लिए इस शब्द को उपनाम माना जाए: अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L"
(यह भी देखें: परमेश्वर, यीशु, ruler, यहोवा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 25:5 यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’”
- 25:7 तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
- 26:3 यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।
- __27:2__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
- 31:5 फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे”
- 43:9 “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और मसीह भी।”
- __47: 3__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने स्वामियों के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
- 47:11 पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो प्रभु है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0113, H0136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G02030, G06340, G09620, G12030, G29620
प्रभुता
परिभाषा:
“प्रभुता” शब्द का अर्थ है मनुष्यों, पशुओं और भूमि पर अधिकार, नियंत्रण या सत्ता।
- यीशु के लिए कहा गया है कि भविष्यद्वक्ता, याजक और राजा होने के कारण उसे संपूर्ण पृथ्वी का अधिकार है।
- मसीह यीशु के क्रूस की मृत्यु के द्वारा शैतान की प्रभुता सदा के लिए पराजित हो गई है।
- सृष्टि के समय परमेश्वर ने कहा था कि मनुष्य को मछली, पक्षियों और पृथ्वी के सब प्राणियों पर अधिकार है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद होगा, “अधिकार”, “सामर्थ्य” या “नियंत्रण”।
- “पर प्रभुता” का अनुवाद हो सकता है, “पर शासन” या “प्रबन्धन”।
(यह भी देखें: अधिकार, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1166, H4474, H4475, H4896, H4910, H4915, H7287, H7300, H7980, H7985, G2634, G2904, G2961, G2963
प्राण, स्वयं, व्यक्ति
परिभाषा:
“प्राण” शब्द सामान्यतः किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के स्वयं के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है।
बाइबल में, “प्राण” और “आत्मा” दो भिन्न धारणाएं हैं या वे दो भिन्न शब्द हैं जो एक ही विचार को व्यक्त करते हैं।
मनुष्य जब मरता है तब उसका "प्राण" देह का त्याग कर देता है।
शरीर के विपरीत, "प्राण" को मनुष्य का वह भाग कहाजा सकता है जो "परमेश्वर से सम्बन्ध बनाता है।"
“प्राण” शब्द का उपयोग कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में संपूर्ण व्यक्तित्व के लिए किया गया है। उदाहरणार्थ “आत्मा पाप करती है” अर्थात “मनुष्य पाप करता है”, या “मेरी आत्मा थकित है” अर्थात “मैं थका हुआ हूं।”
अनुवाद के सुझाव:
- “प्राण” का अनुवाद हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व” या “भीतरी मनुष्य”
- कुछ संदर्भों में “मेरा प्राण” का अनुवाद हो सकता है, “मैं” या “मुझे” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “प्राण” का अनुवाद सामान्यतः इस प्रकार हो सकता है, “मनुष्य” या “वह” या “उसे” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में “प्राण” और “आत्मा” के लिए एक ही शब्द होता है।
- इब्रानियों 4:12 में प्रतीकात्मक रूप में “प्राण और आत्मा को… अलग करके” का अर्थ हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व को गहराई से समझना या आन्तरिक मनुष्यत्व को प्रकट करना।”
(यह भी देखें: आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5082, H5315, H5397, G5590
प्रायश्चित
परिभाषा:
“प्रायश्चित” यह एक ऐसी बलि है जो परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट करने और उसके क्रोध को शान्त करने के लिए होती है।
- यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के निमित्त परमेश्वर के लिए अनुरंजन कार्य है।
- क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने पाप के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध को शान्त कर दिया है। इसके द्वारा परमेश्वर मनुष्य पर कृपा दृष्टि कर पाता है और उन्हें अनन्त जीवन देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को अनुग्रह प्रदान करवाना” हो सकता है।
- “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोगों की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: प्रायश्चित, अनन्तकालीन, क्षमा, बलिदान
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
प्रायश्चित का ढकना
परिभाषा:
“प्रायश्चित का ढकना” वाचा के सन्दूक को ढंकने के लिए सोने का तख्त था। अनेक अंग्रेजी अनुवादों में इसे “प्रायश्चित का आवरण” भी कहा गया है।
- प्रायश्चित का ढकना 115 सेन्टी-मीटर लम्बा और 70 सेन्टी-मीटर चौड़ा था।
- प्रायश्चित के ढकने के ऊपर दो सोने के दो करूब थे उनके पंख एक दूसरे को छूते हुए थे
- यहोवा का कहना था कि वह इस्राएलियों से भेंट करने के लिए प्रायश्चित के ढकने पर करूबों के फैले हुए पंखों के नीचे उपस्थित होगा। केवल महायाजक को प्रजा का प्रतिनिधि होकर यहोवा के पास जाने की अनुमति थी।
- इस स्थान को “दया का आसन” भी कहा गया है क्योंकि यह पापी मनुष्यों की मुक्ति हेतु परमेश्वर द्वारा अवतरण में उसकी दया प्रकट करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सन्दूक का आवरण जहां परमेश्वर मुक्ति दिलाने की प्रतिज्ञा करता है” या “वह स्थान जहां परमेश्वर मेल करता है” या “सन्दूक का ढकना जहां परमेश्वर क्षमा करके पुनरूद्वार करता है”।
- इसका अर्थ “प्रसादन का स्थान” भी हो सकता है।
- इस शब्द की तुलना “प्रायश्चित”, “मेल” और “मुक्ति” शब्दों के अनुवाद से करें।
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, प्रायश्चित, करूबों, प्रायश्चित , छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
प्रायश्चित, प्रायश्चित करना, प्रायश्चित किया जाए, प्रायश्चित किया
परिभाषा:
“प्रायश्चित करना” और “प्रायश्चित” का संदर्भ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पापों की बलि का प्रावधान एवं पाप के लिए उसके क्रोध को शान्त करने से है।
- पुराने नियम के युग में परमेश्वर ने इस्राएल के लिए अस्थाई प्रबन्ध किया था कि उनके पापों का प्रायश्चित लहू की बलि चढ़ाने से किया जाए जिसमें पशु का वध किया जाता था।
- जैसा नये नियम में लिखा है, क्रूस पर मसीह की मृत्यु ही पाप का एक मात्र सच्चा एवं स्थाई प्रायश्चित है।
- यीशु ने मरकर मनुष्यों के पाप का दण्ड उठा लिया था। उसने अपनी पापबलि की मृत्यु द्वारा प्रायश्चित का मूल्य चुका दिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रायश्चित करना” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ “मूल्य चुकाना” या “के लिए मूल्य देना” या “किसी के पाप क्षमा करवाना” या “अपराध का शोधन करना”।
- “प्रायश्चित” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “भुगतान” या “पाप का मूल्य चुकाने की बलि” या “क्षमादान का मार्ग उपलब्ध करवाना”।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पैसों के भुगतान का भाव व्यक्त न हो।
(यह भी देखें: प्रायश्चित के ढकने, क्षमा, प्रायश्चित , मेल-मिलाप, छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3722, H3725, G2643
प्रार्थना कर, प्रार्थना
परिभाषा:
“प्रार्थना कर” और “प्रार्थना” का अर्थ है परमेश्वर से बातें करना। यह शब्द मनुष्यों द्वारा किसी झूठे देवता से बातें करने के लिए भी काम में आता है।
- मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, अर्थात, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनाएं निहित हैं।
- प्रार्थना में परमेश्वर से दया, समस्या में सहायता, या निर्णय लेने में बुद्धि का निवेदन भी होता है।
- मनुष्य अधिकतर रोगियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं।
- मनुष्य प्रार्थना में परमेश्वर को धन्यवाद देता है उसका गुणगान करता है।
- प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना भी होता है।
- परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं, जब हमारी आत्मा उसके आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना।
- इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना का भाव भी प्रकट करे।
(यह भी देखें: झूठे देवता, क्षमा, स्तुति)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 6:5 इसहाक ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका गर्भवती हुई और जुड़वां पुत्रों को जन्म दिया|
- 13:12 मूसा ने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया |
- 19:8 तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से प्रार्थना करते रहे, “हे बाल, हमारी सुन |”
- 21:7 याजक परमेश्वर से लोगों के लिए भी प्रार्थना करते थे |
- 38:11 यीशु ने अपने चेलों से कहा, प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो |
- 43:13 चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में लौलीन रहे |
- 49:18 परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H6293, H6419, H6739, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336
प्रार्थना किया, मध्यस्थता की, मध्यस्थता
परिभाषा:
“प्रार्थना किया” या “मध्यस्थता” का अर्थ है किसी के लिए किसी से विनती करना। बाइबल यह शब्द अन्यों के लिए प्रार्थना करने के लिए काम में लिया गया है।
- “के लिए मध्यस्थता करना” और “मध्यस्थता” का अर्थ है मनुष्यों के लिए परमेश्वर से प्रार्थना करना।
- बाइबल में लिखा है कि पवित्र आत्मा हमारे लिए विनती करता है,अर्थात वह हमारे लिए परमेश्वर से प्रार्थना करता है।
- मनुष्य किसी अधिकारी से किसी अनुवाद के लिए विनती करके मध्यस्थता करता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “मध्यस्थता के अन्य अनुवाद रूप, “याचना करना”, या (किसी से) “निवेदन करना” (किसी और के लिए) कुछ करने के लिए हो सकते हैं।
- संज्ञा "और निवेदन" का अनुवाद "आग्रह" या "अनुरोध" या "तत्काल प्रार्थना" के रूप में किया जा सकता है।
- वाक्यांश "के लिए मध्यस्थता" का अनुवाद "के लिए अनुरोध करने के लिए" या "की ओर से अपील करें" या "परमेश्वर से मदद मांगे" या "(किसी के लिए) परमेश्वर से निवेदन करना" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: प्रार्थना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6293, G1783, G1793, G5241
प्रिय
परिभाषा:
“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और जो किसी का प्रिय है।
- “प्रिय” शब्द का वास्तविक अर्थ है “प्रिय जन” या “जिसे प्रेम किया जाता है”
- परमेश्वर ने यीशु के लिए कहा कि वह उसका “प्रिय पुत्र है”
- प्रेरितों द्वारा मसीह की कलीसियाओं को लिखे गए पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्नेही”, या “प्रिय जन” या “अति प्रिय” या “अति स्नेहमय”
- घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में इसको भिन्न रूप से क्रमबद्ध करनाअधिक स्वाभाविक होगा।
- ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द उस शब्द से निकलता है जो परमेश्वर के प्रेम का है जो शर्तरहित,निःस्वार्थ से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और आत्मत्याग का है।
(यह भी देखें: प्रेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G00250, G00270, G52070
प्रेम, प्रिय,
परिभाषा:
किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं।
- परमेश्वर के जैसा प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की सुधि रखता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
- यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि हमें कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को भी सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें।
- जब लोग मनुष्यों से ऐसा प्रेम रखते हैं तब उनका व्यवहार प्रकट करता है कि उनके मन में मनुष्यों की उन्नति के विचार हैं| ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है।
- ULT में “प्रेम” शब्द ऐसे ही आत्मत्याग के प्रेम को संदर्भित करता है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे।
- नये नियम में एक और शब्द है जो भाईचारे के प्रेम या मित्र के प्रेम या परिवार के किसी सदस्य से प्रेम करने को दर्शाता है|
- यह शब्द मित्रों और परिजनों के प्राकृतिक मानव प्रेम का संदर्भ देता है।
- इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उनमें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा” है|
- “प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष के मध्य भावुक प्रेम से भी है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए ULT में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है।
- कुछ भाषाओं में परमेश्वर के निःस्वार्थ, आत्मत्याग के प्रेम के लिए विशेष शब्द हो सकता है। इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “समर्पित निष्ठावान देखरेख” या “निःस्वार्थ सेवा करना” या “परमेश्वर का प्रेम।” सुनिश्चित करें कि परमेश्वर के प्रेम का अनुवाद हो सकता है, अन्यों के लाभ के निमित्त अपनी इच्छाओं को मारना और कोई कुछ भी करे उनसे प्रेम निभाते रहना।
- कभी-कभी “प्रेम” शब्द का अर्थ होता है मित्रों और पारिवारिक सदस्यों के लिए अगाध सेवाभाव रखना। कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “बहुत प्रिय समझना” या “सुधि लेना” या “गहरा लगाव होना।”
- जिन संदर्भों में प्रेम शब्द किसी के प्रति प्रबल अनुराग व्यक्त करे तो उस का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल अधिमान्यता” या “बहुत अधिक चाहना” या “अत्यधिक पसन्द करना”।
- कुछ भाषाओं में पति-पत्नी के बीच भावुक या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त करने के लिए एक सर्वथा भिन्न शब्द होता है।
- अनेक भाषाओं में "प्रेम" शब्द को क्रिया रूप में व्यक्त करना होता है। उदाहरणार्थ उनमें “प्रेम धीरजवन्त है, प्रेम दयालु है, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जब कोई किसी से प्रेम करता है, वह उसके साथ सहनशीलता दिखाता है, उस पर दया करता है।”
(यह भी देखें: वाचा, मृत्यु, बलिदान, उद्धार, पाप)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 27:02 व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रख और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।”
- 33:08 “कंटीली भूमि वे व्यक्ति है जिन्होंने वचन सुना, और संसार की चिन्ता और धन का धोखा, और अन्य वस्तुओं का लोभ उनमें समाकर परमेश्वर के लिए उसके प्रेम को दबा देता है।”
- 36:05 जैसे पतरस बोल ही रहा था कि एक उजले बादल ने उन्हें छा लिया, और उस बादल में से यह शब्द निकला : “ यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे में प्रेम करता हूँ”
- 39:10 हर वह व्यक्ति जिसे सच्चाई से प्रेम है, मुझे सुनेगा।”
- 47:01 वह(लुदिया) बहुत प्रेम के साथ प्रभु की आराधना करती थी।
- __48:1__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ बहुर अच्छा था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से और परमेश्वर से प्रेम करते थे।
- __49:3__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों से उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि तुम स्वयं से प्रेम करते हैं।
- 49:4 उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को प्रेम करना चाहिए।
- 49:7 यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत प्रेम करता है।
- 49:9 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिले, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहे।
- 49:13 परमेश्वर तुमसे प्रेम करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे घनिष्ठ सम्बन्ध बनाए रखे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0157, H0158, H0159, H0160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G00250, G00260, G53600, G53610, G53620, G53630, G53650, G53670, G53680, G53690, G53770, G53810, G53820, G53830, G53880
प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई
परिभाषा:
“प्रेरितों”, यीशु द्वारा भेजे गए पुरूष जो परमेश्वर और उसके राज्य के प्रचारक थे। “प्रेरिताई” अर्थात प्रेरित होने के लिए चुने गए पुरुषों का पद और अधिकार।
- “प्रेरित” शब्द का अर्थ है, “विशेष उद्देश्य निमित भेजा गया मनुष्य”। प्रेरित के पास वही अधिकार होता है जो भेजनेवाले के पास है।
- यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित हुए। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे।
- परमेश्वर के सामर्थ्य से प्रेरित निडर होकर सुसमाचार सुनाने के योग्य हुए थे और वे रोगियों को चंगा करते थे और दुष्टात्माओं को भी निकालते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”।
- “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद विभिन्मेंन रूपों में किया जाना आवश्यक है।
- ध्यान इस बात का भी रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रिय भाषा में कैसे किया गया है
(देखें अपरिचित का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अधिकार, चेले, याकूब (जब्दी का पुत्र), पौलुस, बारह)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 26:10 फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि प्रेरित कहलाए। प्रेरित यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे।
- 30:1 यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
- 38:2 यीशु के शिष्यों में एक यहूदा नाम का एक पुरुष था। वह चेलों के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था।
- 43:13 चेले प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में सदा लौलीन रहे।
- 46:8 तब बरनबास ने उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G06510, G06520, G24910, G53760, G55700
फरीसी, फरीसियों
तथ्य:
फरीसी यीशु के समय यहूदी अगुओं का एक महत्वपूर्ण प्रभावशाली पंथ था।
- उनमें से अधिकांश जन मध्यम वर्ग के व्यापारी थे वरन कुछ फरीसी याजक भी थे।
- सब यहूदी अगुओं में फरीसी मूसा की व्यवस्था के पालन में तथा अन्य यहूदी नियमों एवं परम्पराओं के पालन में सबसे अधिक कट्टर मनुष्य थे।
- वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से अलग रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द का उद्भव “पृथक करना” से हुआ है।
- फरीसी मरने के बाद के जीवन को मानते थे, वे स्वर्गदूतों और अन्य आत्मिक प्राणियों को भी मानते थे।
- फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के कट्टर विरोधी थे।
(यह भी देखें: महासभा, यहूदी अगुवे, व्यवस्था, सदूकी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फसह
तथ्य:
“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जो प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था।
- इस पर्व का नाम उस तथ्य से आता है कि परमेश्वर इस्राएलियों के घरों से होकर निकला परन्तु उसने उनके पुत्रों का घात नहीं किया जबकि मिस्र के सब पहिलौठे मारे गए थे।
- फसह में एक सिद्ध मेमने का मांस भूनकर खाया जाता था और रोटी ख़मीरी नहीं होती थी। इस भोजन से उन्हें उस भोजन का स्मरण होता है जो उनके पूर्वजों ने मिस्र से पलायन करने से पूर्व रात को खाया था।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे प्रतिवर्ष ऐसा भोजन खाकर स्मरण करें वरन उत्सव मनाएं कि परमेश्वर कैसे उनके परिवारों "को अछूता छोड़कर" निकल गया और उन्हें मिस्र के दासत्व से मुक्ति दिलाई।
अनुवाद के सुझाव:
फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है।
- यदि इस पर्व का नाम उन अनुवादित शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है तो यह सहायक सिद्ध होगा ।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 12:14 परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे मिस्रियों पर परमेश्वर की विजय और दासत्व से उनकी मुक्ति के स्मरण में प्रतिवर्ष फसह का पर्व मनाया करें |
- 38:1 यहूदी प्रतिवर्ष फसह का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वे याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व से निकाला था |
- __38:4__यीशु ने अपने चेलों के साथ फसह का पर्व मनाया था |
- 48:9 जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को फसह कहा जाता है|
- 48:10 यीशु हमारा फसह का मेम्ना है | वह सिद्ध और निष्पाप था, और फसह के उत्सव के दिन मारा गया था |
शब्द तथ्य:
बचाना, बचाया, सुरक्षित, उद्धार
परिभाषा:
“बचाना” का सन्दर्भ किसी को बुरी बात से या हानिकारक बात से सुरक्षित रखना| "सुरक्षित होना" अर्थात, हानि या संकट से सुरक्षित रहना|
- शारीरिक अभिप्राय में मनुष्य हानि, संकट या मृतु से बचाए जा सकते हैं|
- आत्मिक अर्थ में यदि मनुष्य का "उद्धार" हो गया है तो क्रूस पर यीशु की मृत्यु के माध्यम से परमेश्वर ने उसको क्षमा कर दिया है और उसको पापों के दंड से बचा लिया है जो अन्यथा नरक का था|
- मनुष्य खतरे से मनुष्यों को बचा सकते हैं परन्तु पापों के अनन्त दण्ड से केवल परमेश्वर ही मनुष्यों को बचा सकता है।
"उद्धार" शब्द का सन्दर्भ बुराई और संकट से बचाए जाने से है|
- बाईबल में, "उद्धार शब्द का सन्दर्भ प्रायः आत्मिक और अनंत मुक्ति से है जो परमेश्वर द्वारा उन लोगों को दी जाती है अपने पापों से मन फिरा कर यीशु में विश्वास करते हैं|
*बाईबल में परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा को क्षत्रुओं से बचाने की भी चर्चा की गई है|
अनुवाद सुझाव:
- “बचाना” शब्द के अनुवाद “मुक्ति दिलाना” या “हानि से बचाना” या “हानि के मार्ग से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं।
- इस अभिव्यक्ति में, “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है।
- “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “उस स्थान में जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”।
- "उद्धार" शब्द का अनुवाद "बचाना" या "उबारना" के सहार्थी शब्दों से किया जा सकता है, जैसे, "परमेश्वर मनुष्यों को (पापों के दंड से) बचा रहा है" या "परमेश्वर अपनी प्रजा को (क्षत्रुओं से) बचा रहा है|
- "परमेश्वर मेरा उद्धार है" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर ही है जो मुझे बचाता है"
- " तुम उद्धार के कुँए से पानी निकालोगे", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, तुम ऐसे ताज़ा हो जाओगे जैसे पानी से क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार कर रहा है"
(यह भी देखें: क्रूस, छुड़ाना, दण्ड देना, उद्धारकर्ता, पाप)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
बाईबल की कहानियों के उदाहरण
- __9:8मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने का प्रयास किया |
- 11:2 परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा ।
- __12:5__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा
- 12:13 इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से बचाया
- 16:17 यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें बचाने के लिए एक उद्धारक भेजता था
- 44:8 तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही उद्धार मिल सकता है ।”
- __47:11__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार उद्धार पाएगा।"
- 49:12 अच्छे कार्य तुम्हें बचा नहीं सकते।
- 49:13 जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु मानकर स्वीकार करता है परमेश्वर उसे बचाएगा। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं बचाएगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198
बचे हुए
परिभाषा:
शब्द “बचे हुए लोग” वास्तव में बचे हुए लोगों या वस्तुओं के संदर्भ में है। इसका अर्थ बड़ी मात्रा में से छोड़ी गई वस्तु या बड़ी संख्या के समूह के बचे हुए लोग भी है।
- “बचे हुए” प्रायः उन लोगों को व्यक्त करता है जो जान की जोखिम से बच गए या सताव के उपरान्त भी जो मनुष्य परमेश्वर के निष्ठावान रहे।
- यशायाह यहूदियों के एक समूह को बचे हुए लोग कहता है जो शत्रुओं के आक्रमण से बचे रहेंगे और प्रतिज्ञा के देश कनान लौटेंगे।
- पौलुस भी “बचे हुए” लोगों की चर्चा करता है जिन्हें परमेश्वर ने चुना कि उसके अनुग्रह के वारिस हों।
- “बचे हुए” का अभिप्राय यह भी है कि कुछ लोग नहीं बचे या छोड़े नहीं गए।
अनुवाद के सुझाव:
- “इनमें से बचे हुए लोग” इस उक्ति का अनुवाद, “इन लोगों में से जो बाकी रह गए” या “शेष मनुष्य” हो सकता है।
- “बाकी सब लोग” का अनुवाद, “शेष सब लोग” या “बचे हुए लोग” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3498, H3499, H5629, H6413, H7604, H7605, H7611, H8281, H8300, G2640, G3005, G3062
बच्चे, बालक, वंशज
परिभाषा:
"बालक" (बहुवचन "बालकों") शब्द स्त्री-पुरुष की संतान के सन्दर्भ में है| इस शब्द का प्रयोग प्रायः अधिक सामान्य रूप में किसी भी कम आयु के मनुष्य के लिए काम मन लिया गया है जो वयस्क नहीं है| "वंशज" शब्द सामान्यतः मनुष्य के या पशुओं की अनुवांशिक संतति के लिए काम में लिया जाता है|
बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बालकों" कहा गया है।
“बालकों” शब्द सामान्यतः मनुष्य के वंशजों के लिए प्रयोग किया गया है।
बाईबल में "संतान" शब्द का अर्थ प्रायः वही है जो "बच्चों" या "वंशजों" का है|
"वंश" शब्द कभी-कभी लाक्षणिक भाषा में संतान के सन्दर्भ में काम में लिया गया है|
यह उक्ति, "की संतान" का अर्थ, किसी लक्षण के सन्दर्भ में हो सकता है| इसके कुछ उदाहरण हैं:
- ज्योति की सन्तान
- आज्ञा मानने वाली सन्तान
- शैतान की संतान
- यह शब्द कलीसिया के सन्दर्भ में भी हो सकता है। उदाहरणार्थ, नए नियम में कभी-कभी यीशु के विश्वासियों को “परमेश्वर की सन्तान” कह कर संदर्भित किया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “सन्तान” का अनुवाद “वंशज” किया जा सकता है जब इसका संदर्भ किसी के पोते-परतोतों से हो।
- प्रकरण के अनुसार “की सन्तान” का अनुवाद “का गुण रखने वाले लोग” या “के सदृश्य व्यवहार करनेवाले लोग” भी किया जा सकता है।
- यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाए क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”।
- यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रिय मित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है।
- पौलुस और यूहन्ना यीशु के विश्वासियों को “बालकों” कहते हैं तो इसका अनुवाद “प्रिय सहविश्वासियों” हो सकता है।
- “प्रतिज्ञा की सन्तान” का अनुवाद हो सकता है “परमेश्वर की प्रतिज्ञा प्राप्त किए हुए लोग”।
(यह भी देखें: वंशज, वंश, परतिज्ञा, पुत्र, आत्मा, विश्वास, प्रिय
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5209, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H 6185, H6363, H6529, H6631, H7908, H7909, H7921, G07300, G08150, G10250, G10640, G10810, G10850, G14710, G34390, G35150, G35160, G38080, G38120, G38130, G38160, G50400, G50410, G50420, G50430, G50440, G52060, G52070, G53880
बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा
परिभाषा:
नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ प्रायः है, विश्वासी को सांस्कारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- विश्वासियों में बपतिस्में की विधि की अनेक धारणाएं हैं। अतः उचित होगा कि इसका अनुवाद सामान्य रूप में किया जाए जिसमें जल के उपयोग की विभिन्न विधियां हों।
- प्रकरण के अनुसार “बपतिस्मा” का अनुवाद “शुद्धिकरण,” “उण्डेलना,” “डुबाना,” “धोना” या “आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करना” हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, “पानी से तुम्हे बपतिस्मा देना” का अनुवाद “पानी में डुबकी” हो सकता है।
- शब्द "बपतिस्मा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "शुद्धिकरण," "उंडेलना," "डुबकी," "सफाई|"
- यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसे किया गया है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मन फिराव करना, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 24:3 जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, बपतिस्मा लिया, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से बपतिस्मा लेने को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया।
- 24:6 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया।
- 24:7 यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे बपतिस्मा दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्कता है।”
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 43:12 लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बप्तिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
- 45:11 फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में बपतिस्मा ले सकता हूँ?"
- 46:5 शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
- 49:14 यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और बपतिस्मा लेने के लिए आमंत्रित करता है।
शब्द तथ्य:
बांधना, बन्धन, बाँधा
परिभाषा:
“बांधना” अर्थात किसी वस्तु को बांधकर रखना या सुरक्षित बन्धन में रखना। बंधी हुई या संयोजित वस्तुएं “बन्धन” में कहलाती हैं। इस शब्द की भूतकाल क्रिया “बांधा” है
“बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु में लिपटा हुआ या बंधा होना।
प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से "बंधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है।
“बंधन” में होना अर्थात किसी भी बांधने वाली वस्तु या सीमाओं में बंधे होना या किसी को बन्दीगृह में डालना। इसका संदर्भ प्रायः जंजीर, बेड़ियों या रस्सी से है जो मनुष्य की स्वतंत्रता को बाधित करती है।
बाइबल के युग में रस्सी या जंजीर बन्दियों को दीवार या पत्थर के फर्श में बांध कर रखने के लिए थी।
“बांधना” शब्द घाव पर पट्टी बांधने के लिए भी काम में लिया जाता था कि घाव भर जाए।
मृतक को भी कपड़ों में लपेटा जाता था कि दफन के लिए तैयार करें।
“बन्धन” प्रतीकात्मक रूप में पाप के लिए भी काम में लिया गया है क्योंकि वह मनुष्य को अपने वश में कर लेता है या दास बना लेता है।
बन्धन दो मनुष्यों के घनिष्ठ संबन्ध में भी होता है, जिसमें वे एक दूसरे को मानसिक, आत्मिक एवं शारीरिक परिप्रेक्ष्य में सहयोग देते हैं। यह विवाह के बन्धन में भी है
पति-पत्नी एक दूसरे से बंधे होते हैं। यह एक ऐसा बन्धन है जिसे परमेश्वर नहीं चाहता कि कभी तोड़ा जाए।
अनुवाद के सुझाव:
- “बांधना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटना”
- प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "(किसी को) किसी से दूर रखने के लिए" हो सकता है।
- "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं देना" है।
- “बन्धनों” शब्द का अनुवाद "जंजीरों" या "रस्सियों" या "बंधन" भी हो सकता है।
- प्रतीकात्मक रूप से “बन्धन” शब्द का अनुवाद "गाँठ" या "सम्बन्ध" या "घनिष्ठ सम्बन्ध" भी हो सकता है।
- "शांति का बंधन", इस उक्ति का अर्थ है, "सामंजस्य में होना, जो लोगों को एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लाता हैं" या "शान्ति से उत्पन्न पारस्परिक बंधन।"
- "बाँधना" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "चारों और से लपेटना" या "पट्टी बाँधना"
- शपथ से "बंधना" का अनुवाद हो सकता है, "शपथ पूरी करने की प्रतिज्ञा" या "शपथ को पूरी करने का समर्पण|
- प्रकरण के अनुसार “बाँधा” शब्द का अनुवाद हो सकता है, "बंधे" या "बांधा गया" या "जंजीर से जकड़ा गया" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की अनिवार्यता"
(यह भी देखें: पूर्ति, शान्ति, बन्दीगृह, सेवक, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0247, H0481, H0519, H0615, H0631, H0632, H0640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G02540, G03310, G03320, G11950, G11960, G11980, G11990, G12100, G13970, G13980, G14010, G14020, G26110, G26150, G37340, G37840, G38140, G40190, G40290, G43850, G48860, G48870, G52650
बारहों, ग्यारहों
परिभाषा:
“बारहों” का संदर्भ उन पुरुषों से है जिन्हें यीशु ने चुना कि उसके घनिष्ठतम शिष्य या प्रेरित हों। यहूदा की आत्महत्या के बाद, वे “ग्यारहों” कहलाते थे।
- यीशु के अनेक अन्य शिष्य थे परन्तु “बारहों” यह उपनाम उन्हें इसलिए दिया गया था कि वे यीशु के निकटतम शिष्य थे।
- इन बारह शिष्यों के नाम, मत्ती 10, मरकुस 3, तथा लूका 6 में सूचीबद्ध हैं।
- यीशु के स्वर्गारोहण के बाद इन ग्यारहों ने मत्तिय्याह को यहूदा के स्थान में चुन लिया था। तब वे फिर से “बारहों” कहलाए।
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में एक संज्ञा शब्द इसमें जोड़ना अधिक स्पष्ट एवं अधिक व्यावहारिक होता है, “बारह शिष्य” या “यीशु के घनिष्ठ बारह शिष्य”।
- “ग्यारहों” का अनुवाद हो सकता है, “यीशु के शेष ग्यारह शिष्य”।
- कुछ अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा काम में लेकर दर्शाया जाता है कि यह उपनाम है, जैसे “वे बारह” या “वे ग्यारह”।
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G14270, G17330
बुद्धिमान, बुद्धि
परिभाषा:
“बुद्धिमान” वह मनुष्य है जो समझता है कि करने के लिए क्या उचित एवं नैतिक है और उसे करता है। “बुद्धि” जो सच एवं नैतिकता में उचित है उसे समझना और उसका अभ्यास करना।
- बुद्धिमान होना अर्थात उचित निर्णय लेने की क्षमता, विशेष करके परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले काम करना।
- मनुष्य परमेश्वर की बात सुनकर और दीनतापूर्वक उसकी इच्छा का पालन करके बुद्धिमान बनते हैं।
- बुद्धिमान मनुष्य अपने जीवन में पवित्र-आत्मा के फल-आनंद, दया, प्रेम, धीरज-प्रकट करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “बुद्धिमान” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर के आज्ञाकारी” या “समझदार और आज्ञाकारी” या “परमेश्वर का भय माननेवाले।”
- “बुद्धि” के अनुवाद में एक ऐसा शब्द या उक्ति काम में लें जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का जीवन” या “समझदारी और आज्ञापालन का जीवन” या “उचित निर्णय।”
- “बुद्धि” और “बुद्धिमान” के अनुवाद अन्य प्रमुख शब्दों जैसे धार्मिक या आज्ञाकारी से भिन्न होना उचित है।
(यह भी देखें: आज्ञा पालन, फल)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __2:5__वह बुद्धिमान भी बनना चाहती थी, इसलिये उसने कुछ फल लिये और उसे खा लिया।
- 18:1 जब सुलैमान ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया।
- 23:9 कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा।
- 45:1 वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और ज्ञान से भरा था।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H998, H1350, H2445, H2449, H2450, H2451, H2452, H2454, H2942, H3820, H3823, H6195, H6493, H6912, H7535, H7919, H7922, H8454, G4678, G4679, G4680, G4920, G5428, G5429, G5430
बुराई, दुष्ट, दुष्टता
परिभाषा:
बाईबल में "बुरा" शब्द का सन्दर्भ या तो नैतिक अनाचार या भावनात्मक मनोमालिन्य से है| इसको प्रकार ही अधिकतर स्पष्ट करेगा कि इस शब्द के प्रासंगिक उपयोग में अभिप्रेत अर्थ क्या है|
- “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, जबकि “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन अधिक करता है| तथापि दोनों शब्द सहार्थी हैं|
- “दुष्टता” का सन्दर्भ होने की दशा से हैजो मनुष्यों द्वारा दुष्टता के कामों से अस्तित्व में आती है|
- बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से प्रकट हो जाते है जब मनुष्य दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करता है, जैसे ह्त्या करना, चोरी करना, मानहानि करना,निर्दयता दिखाना और निष्ठुरता|
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “बुराई” और दुष्टता का अनुवाद “बुरा” या “पापी” या “अनैतिक” हो सकता है।
- इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छा नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं”
- सुनिश्चित करें कि इनके अनुवाद के शब्द और उक्तियां लक्षित भाषा में व्यावहारिक संदर्भ सहित हों।
(यह भी देखें: अवज्ञा, पाप, अच्छा, धर्मी, दुष्टात्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 2:4 "परमेश्वर जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाओगे, तो तुम परमेश्वर के सामान हो जाओगे औरउसी के सामान अच्छे और बुरे को समझने लगोगे|"
- 3:1 एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत दुष्ट और निरंकुश हो गए थे।
- 3:2 लेकिन नूह पर परमेश्वर का अनुग्रह था। वह दुष्ट लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी जन था।
- 4:2 परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर बुराई करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे।
- 8:12 "दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने का प्रयास किया था, परन्तु परमेश्वर ने भलाई के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
- 14:2 वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा करते थे और अनेक बुरे काम करते थे।
- 17:1 लेकिन फिर वह (शाऊल) एक दुष्ट व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा।
- 18:11 इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा बुरे थे
- 29:8 राजा इतना क्रोधित हुआ कि उसने उस दुष्ट दास को बंदीगृह में डलवा दिया कि जब तक वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे।
- 45:2 उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में बुरी बातें कहता है!"
- 50:17 वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोना, बुराई, दर्द या मौत नहीं होगी।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0205, H0605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G00920, G01130, G04590, G09320, G09870, G09880, G14260, G25490, G25510, G25540, G25550, G25560, G25570, G25590, G25600, G26350, G26360, G41510, G41890, G41900, G41910, G53370
बुलाना, पुकारना
परिभाषा:
“बुलाना” और “पुकारना” का अर्थ सामान्यतः है, ऊँचे शब्द में पुकारना, परन्तु इस शब्द, "बुलाना" का अभिप्राय हो सकता है, किसी को नाम देना या किसी के लिए बुलावा भेजना| इसके कुछ अन्य अर्थ भी हैं|
- किसी को “पुकारना” अर्थात चिल्लाना, घोषणा करना या उद्घोषित करना| इसका अर्थ यह भी हो सकता है, किसी से सहायता मांगना, विशेष करके परमेश्वर से|
- बाइबल में “बुलाना” का अर्थ है, “आव्हान” या “आने का आदेश” या “आने का निवेदन”।
- परमेश्वर मनुष्यों को बुलाता है कि उसके पास आएं और उसके लोग हों। यह उनकी “बुलाहट” है।
- “बुलाया” शब्द का बाइबल में अर्थ है, परमेश्वर ने मनुष्यों को नियुक्त किया या चुन लिया कि उसकी सन्तान हों, उसके सेवक हों और यीशु द्वारा उद्धार के सन्देश के प्रचारक हों।
- इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह यूहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम यूहन्ना रखा गया है" या "उसका नाम यूहन्ना है"
- "के नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है।
- एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” अर्थात परमेश्वर ने उस व्यक्ति विशेष को निश्चित रूप से चुन लिया है|
अनुवाद के सुझाव:
- “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्द में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य का विचार निहित हो।
- “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुझ से सहायता मांगता हूं” या “तुझसे आपातकालीन प्रार्थना करता हूं”।
- बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें उसके सेवक होने के लिए “बुलाया” है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "हमें विशेष करके चुना है" या "हमें नियुक्त किया है" कि उसके सेवक हों|
- “उसका नाम बुलाना” इसका अनुवाद हो सकता है “उसको नाम देना”
- “उसका नाम कहलाया” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”।
- “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लाना” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों से क्रोध का भाव प्रकट न हो।
- “तुम्हारी बुलाहट” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य|”
- “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर हो जाओ” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों”
- किसी बात के लिए “पुकार करना”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मांग करना” या “याचना करना” या “आज्ञा देना”
- “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है जो दर्शाता है कि तुम मेरे हो”।
- जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तुझे जानता हूं और तुझे चुन लिया है”।
(यह भी देखें: प्रार्थना करना),
पुकारना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, H7769, H7773, G01540, G03630, G14580, G15280, G19410, G19510, G20280, G20460, G25640, G28210, G28220, G28400, G29190, G30040, G31060, G33330, G33430, G36030, G36860, G36870, G43160, G43410, G43770, G47790, G48670, G54550, G55370, G55810
भजन
परिभाषा:
“भजन” शब्द एक पवित्र गीत का संदर्भ देता है जो कविता रूप में लिखा गया है कि गाया जाए।
- पुराने नियम में भजन संहिता इन भजनों का संग्रह है, राजा दाऊद तथा अन्य इस्राएलियों जैसे मूसा, सुलैमान, आसाप तथा अन्यों ने इन भजनों को लिखा था।
- भजन इस्राएलियों द्वारा परमेश्वर की आराधना में गाए जाते थे।
- भजन आनन्द, विश्वास, श्रद्धा तथा दुःख और व्यथा का वर्णन करते हैं।
- नये नियम में विश्वासियों से आग्रह किया गया है कि परमेश्वर की आराधना में भजन गाएं।
(यह भी देखें: दाऊद, विश्वास, आनन्द, मूसा, पवित्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2158, H2167, H2172, H4210, G5567, G5568
भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन
परिभाषा:
भविष्यद्वक्ता वह मनुष्य है जो परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। ऎसी सेवा करने वाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं।
- भविष्यद्वक्ता मनुष्यों को पापों से विमुख होने और परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए चिताते थे।
- भविष्यद्वाणी वह सन्देश है जो भविष्यद्वक्ता सुनाते हैं| भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना।
- भविष्यद्वाणी का सन्देश प्रायः भावी घटनाओं से सम्बन्षित होता था|
- पुराने नियम की अनेक भविष्यद्वाणियां पूरी हो चुकी हैं।
- बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों को "भविष्यद्वक्ता" कहा गया है।
- उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” यह अभिव्यक्ति सम्पूर्ण इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में काम में ली जाती थी जो पुराने नियम के नाम से भी जाने जाते हैं।
- भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा” या भावी बूझने वाला मनुष्य।
अनुवाद के सुझाव:
- “भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर का वक्ता” “परमेश्वर की ओर से कहने वाला मनुष्य” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाला मनुष्य”।
- "नबी" का अनुवाद हो सकता है, "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "मनुष्य जो परमेश्वर प्रदत्त भविष्य देखता है।"
- “भविष्यद्वक्तिन” शब्द का अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की वक्ता” या “परमेश्वर की ओर से कहनेवाली स्त्री” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाली स्त्री”।
- “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वक्ता का सन्देश”
- "भविष्यद्वाणी करना" का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के वचन सुनाना" या "परमेश्वर का सन्देश सुनाना"
- यह लाक्षणिक अभिव्यक्ति, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद हो सकता है, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें" या "परमेश्वर और उसकी प्रजा के विषय लिखी गई सब बातें, जिनमें परमेश्वर की नियमावली और उसके भविष्यद्वक्ताओं द्वारा सुनाया गया सन्देश"
(देखें: synecdoche)
- जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का सन्दर्भ हो तो आवश्यक है कि इसका अनुवाद, "झूठे भविष्यद्वक्ता (नबी)" या "झूठे देवता का भविष्यद्वक्ता (नबी) या उदाहरणार्थ, "बाल का भविष्यद्वक्ता"
(यह भी देखें: बाल, भावी बूझना, झूठे देवता, झूठे भविष्यद्वक्ता, पूरी करना, व्यवस्था, दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता है।
- 17:13 दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है |
- 19:1 इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से भविष्यद्वक्ता भेजे | भविष्यद्वक्ताओं ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया |
- 19:6 इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ भविष्यद्वक्ता कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए |
- 19:17 अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अधिकतर भविष्यद्वक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे
- 21:9 भविष्यद्वक्ता यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीह एक कुंवारी से पैदा होगा।
- 43:5 "यह वह बात है जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
- 43:7 "लेकिन यह उस भविष्यवाणी को पूरा करता है जो कहटी है, 'तू कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
- 48:12 मूसा एक बहुत बड़ा भविष्यद्वक्ता था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2372, H2374, H4853, H5012, H5013, H5016, H5017, H5029, H5030, H5031, H5197, G2495, G4394, G4395, G4396, G4397, G4398, G5578
भाई
परिभाषा:
“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में अता है जिसका सम्बन्ध किसी के साथ माता या पिता के द्वारा हो|
- पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग परिजनों या साथियों जैसे, एक ही गोत्र, कुल, व्यवसाय या जनजाति के सदस्यों के लिए सर्वनिष्ठ सन्दर्भ हेतु भी काम में लिया गया है| जब इस शब्द का उपयोग इस प्रकार किया जाता है तब इसका सन्दर्भ स्त्री-पुरुष दोनों से हो सकता है|
- नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों के लिए "भाई" शब्द का उपयोग करते थे, जिसमे स्त्री-पुरुष दोनों समाहित होते थे|
- कभी-कभी प्रेरितों ने किसी विश्वासी स्त्री के लिए "बहन" शब्द का उपयोग किया है या बलाघात हेतु कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, याकूब कहता है, "कोई भाई या बहन नंगे-उघाड़े हों और उन्हें प्रतिदिन भोजन की घटी हो" तो उसका बल सब विश्वासियों पर है|
अनुवाद के सुझाव:
- उचित तो यही होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई के लिए काम में आने वाला शब्द हो जब तक कि इसका अर्थ गलत न निकले|
- पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “कुलभ्राता” या “साथी इस्राएली।”
- मसीह में सह-विश्वासी के सन्दर्भ में लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीह में भाई” या “आत्मिक भाई”।
- यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और "भाई" शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों।
- इस शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां जिनमें स्त्री-पुरुष विश्वासियों, दोनों को संदर्भित किया जा सकता है, "साथी विश्वासियों" या "मसीही भाइयों और बहनों"
- यह निश्चित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या पुरुषों और स्त्रियों दोनों को समाहित किया गया है|
(यह भी देखें: प्रेरित, पिता परमेश्वर, बहन, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0251, H0252, H0264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G00800, G00810, G23850, G24550, G25000, G46130, G53600, G55690
मन फिराना, (पश्चाताप),मन फिराव
परिभाषा:
“मन फिराना” और “मन फिराव” का संदर्भ पाप से विमुख होकर परमेश्वर के पास लौट आने से है।
- “मन फिराकर” का मूल अर्थ है, “मनोवृति_चित्वृति का पूर्ण परिवर्तान”
- बाइबल में “मन फिराने” का अर्थ है मनुष्य के सोचने-विचारने और काम करने के पापी स्वभाव से विमुख होकर परमेश्वर के सोचने और कार्य करने की विधि अपनाना।
- जब मनुष्य सच में पापों से मन फिराते हैं, तब परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देता है और उसके आज्ञा पालन में उनकी सहायता करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर की ओर)” या “पाप से विमुख होकर परमेश्वर की ओर मुड़ना” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”।
*"मन फिराव" शब्द का अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।"
- "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से विमुख होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।"
(यह भी देखें: क्षमा, पाप, विमुख होना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 16:2 परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने पश्चाताप किया और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए |
- 17:13 दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
- 19:18 भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे पश्चाताप नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा |
- 24:2 बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 42:8 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा __ प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।”
*44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05) “तो अब मन फिराओ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5150, H5162, H5164, G02780, G33380, G33400, G33410
मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र
परिभाषा:
“मनुष्य का पुत्र” यह उपनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था।
- बाइबल में “मनुष्य का पुत्र” किसी पुरुष के संदर्भ देने या उसे संबोधित करने के लिए काम में लिया जाता था। इसका अर्थ “मनुष्य” भी हो सकता है।
- पुराने नियम की पुस्तक, यहेजकेल में परमेश्वर यहेजकेल को बार-बार “मनुष्य का पुत्र” कहता है। उदाहरणार्थ, वह कहता है, “हे मनुष्य के पुत्र, भविष्यद्वाणी कर” ।
- दानिय्येल ने “मनुष्य के पुत्र” का दर्शन देखा कि वह बादलों पर सवार आ रहा है जो आनेवाले मसीह के संदर्भ में है।
- यीशु स्वयं कहता है कि मनुष्य का पुत्र एक दिन बादलों में सवार होकर आएगा।
- मनुष्य के पुत्र का बादलों पर सवार होकर आना दर्शाता है कि मसीह यीशु परमेश्वर है।
अनुवाद के सुझाव:
- “मनुष्य का पुत्र” जब यीशु इस उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”।
- कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए काम में लेते हैं कि यीशु अपने बारे में बात कर रहा था।
- यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस शब्द का अनुवाद गलत अर्थ तो नहीं देता है (जैसे किसी अवैध पुत्र का संकेत या यीशु का मात्र मनुष्य होने का संकेत )
- जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, तब "मनुष्य का पुत्र" का अनुवाद हो सकता है, "तू, एक मनुष्य" या "हे मनुष्य" या "मनुष्य" या "पुरुष"
(यह भी देखें: स्वर्ग, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0120, H0606, H1121, H1247, G04440, G52070
मन्दिर, भवन, परमेश्वर का भवन
तथ्य:
मन्दिर पर कोटे से घिरा हुआ एक भवन था जहां इस्राएली प्रार्थना करने और बलि चढ़ाने आते थे। यह मन्दिर मोरिय्याह पर्वत पर यरूशलेम नगर में था।
- मन्दिर शब्द संपूर्ण मन्दिर क्षेत्र के संदर्भ में काम में लिया जाता था जिसमें प्रमुख भवन का घिरा हुआ प्रांगण भी था। कभी-कभी यह मात्र भवन के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- मन्दिर के दो भाग थे, पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान।
- परमेश्वर मन्दिर को अपना निवास स्थान कहता था।
- राजा सुलैमान ने अपने शासनकाल के दौरान मंदिर का निर्माण किया। यह यरूशलेम में पूजा का स्थायी स्थान माना जाता था।
- नये नियम में कहा गया है, “पवित्र-आत्मा का मन्दिर” तो वह विश्वासियों के समूह को संदर्भित करता है क्योंकि पवित्र आत्मा उनमें वास करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- मन्दिर में मनुष्यों की उपस्थिति की जब चर्चा की गई है तो इसका अर्थ है कि वे भवन के बाहर प्रांगण में थे। इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मन्दिर के आंगनों में” या “मन्दिर के प्रांगण में”।
- जब भवन की चर्चा की जा रही हो तो कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद होगा, “मन्दिर में” या “मन्दिर के भवन में” कि स्पष्ट समझ में आए।
- “मन्दिर” अनुवाद के रूप “परमेश्वर का पवित्र घर” या “पवित्र आराधना स्थल” किया जा सकता है।
- बाइबल में मन्दिर का संदर्भ “यहोवा का भवन” या “परमेश्वर का घर” से है।
(यह भी देखें: बलि, सुलैमान, बाबेल, पवित्र आत्मा, मिलापवाला तम्बू, आंगन, सिय्योन, घराना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- __18:02__यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए समान एकत्र किया | अब लोग मिलापवाले तम्बू के स्थान पर उस भवन में परमेश्वर की उपासना करते और बलिदान चढ़ाते थे | परमेश्वर भवन में उपस्थित था, और वह अपने लोगों के साथ रहता था |
- 20:07 उन्होंने यरूशलेम को जित लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उनसे छीन कर ले गए |
- 20:13 जब वह लोग वापस यरूशलेम लौटे, उन्होंने मंदिर और साथ ही शहर की आस पास की दीवारों का भी पुनर्निर्माण किया |
- 25:04 तब शैतान यीशु को मंदिर के ऊचे स्थान पर ले गया और उससे कहा, “ यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आप को नीचे गिरा दे; क्योंकि लिखा है: ‘वह तेरे लिये अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा, और वह तुझे हाथों-हाथ उठा लेंगे | कहीं ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे |'"
- 40:07 जैसे ही यीशु की मृत्यु हुई, वहा भूकंप आया और मंदिर का बड़ा परदा जो मनुष्यों को परमेश्वर की उपस्तिथि से दूर रखता था ऊपर से नीचे तक फटकर दो टुकड़े हो गया |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1004, H1964, H1965, H7541, G1493, G2411, G3485
मन्नत, शपथ खाई
परिभाषा:
मन्नत एक शपथ है जो मनुष्य परमेश्वर के सम्मुख करता है।
यदि प्राचीन इस्राएल में एक व्यक्ति ने परमेश्वर के लिए मन्नत मानी, तो वह व्यक्ति मन्नत पूरी करने के लिए बाध्य था। प्राचीन इस्राएलियों का मानना था कि परमेश्वर उस व्यक्ति को दंडित कर सकता है जिसने उसके द्वारा मानी गयी मन्नत को पूरा नहीं किया।
प्राचीन इस्राएल में, कभी-कभी एक व्यक्ति परमेश्वर से उसकी रक्षा करने या मन्नत मांगने के बदले में अपने आप को प्रदान करने के लिए कहता था। हालाँकि, प्राचीन इस्राएलियों को विश्वास नहीं था कि परमेश्वर इन अनुरोधों को पूरा करने के लिए बाध्य है।
प्रकरण के अनुसार, “मन्नत” का अनुवाद हो सकता है, “पावन प्रतिज्ञा” या “परमेश्वर से की गई प्रतिज्ञा”।
(यह भी देखें: प्रतिज्ञा, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5087, H5088, G2171
मन्ना
परिभाषा:
मन्ना सफेद रंग का एक प्रकार का अन्न था जिसका प्रावधान परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए किया था जब वे मिस्र से पलायन करके 40 वर्ष जंगल में थे।
- मन्ना सफेद रंग का रूई जैसा पदार्थ था जो प्रतिदिन प्रातःकाल के समय ओस में पाया जाता था। इसका स्वाद मीठा होता है, शहद की तरह।
- सब्त की अपेक्षा प्रतिदिन इस्राएली मन्ना बटोरते थे।
- सब्त के एक दिन पहले परमेश्वर के आदेश के अनुसार इस्राएलियों को दोगुणा मन्ना एकत्र करना होता था कि सब्त के दिन उन्हें परिश्रम न करना पड़े।
- “मन्ना” शब्द का अर्थ है, “यह क्या है?”
- बाइबल में मन्ना को “स्वर्ग की रोटी” या “स्वार्गिक अन्न” कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव
- इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “सफेद रूई जैसा पदार्थ” या “स्वार्गिक भोजन”।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा की बाईबल में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: रोटी, रेगिस्तान, अन्न, स्वर्ग, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मसीह में, यीशु में, प्रभु में, उसमें
परिभाषा:
“मसीह में” तथा समानार्थक शब्दों का अर्थ है विश्वास के द्वारा मसीह यीशु में संबन्ध रखना।
- इसके समानार्थक अन्य शब्द हैं, “मसीह यीशु में, यीशु मसीह में, प्रभु यीशु में, प्रभु यीशु मसीह में”।
- “मसीह में” इस उक्ति के संभावित अर्थ हैं, “क्योंकि तुम मसीह के हो” या “मसीह के साथ तुम्हारे संबन्ध के द्वारा” या “मसीह में तुम्हारे विश्वास के आधार पर”
- इन सब उक्तियों के अर्थ हैं, यीशु में विश्वास और उसके शिष्य होने की स्थिति में।
- ध्यान रखें: कभी-कभी “में” शब्द क्रिया के साथ प्रबल है। उदाहरण, “मसीह में सहभागी” अर्थात मसीह के ज्ञान से जो लाभ प्राप्त होते हैं, उसमें सहभागी होना। “मसीह” में महिमा करना अर्थात आनन्दित होकर परमेश्वर की स्तुति करना कि यीशु क्या है और उसने क्या किया। मसीह में “विश्वास करना” अर्थात उसमें उद्धारक का विश्वास करना और उसे जानना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “मसीह में” और “प्रभु में” (और सम्बन्धित वाक्यांश) अनुवाद करने के विभिन्न तरीके ये हो सकते हैं:
- “जो मसीह के है”
- “क्योंकि तुम मसीह में विश्वास करते हो”
- "क्योंकि मसीह ने हमें बचा लिया"
- "प्रभु की सेवा में"
- "प्रभु पर निर्भर"
- “क्योंकि प्रभु ने जो कुछ किया”
- जो लोग मसीह में "विश्वास करते हैं" या जो मसीह पर "विश्वास रखते हैं," वे विश्वास करते हैं कि यीशु ने क्या सिखाया है और उन पर विश्वास कर रहे हैं ताकि क्रूस पर उनके बलिदान के कारण उन्हें बचाया जा सके ताकि उनके पापों के लिए दंड का भुगतान किया जा सके। कुछ भाषाओं में एक शब्द हो सकता है जो क्रियाओं का अनुवाद करता है जैसे "विश्वास करना" या "साझा करें" या "विश्वास में"।
(यह भी देखें: मसीह, प्रभु, यीशु, विश्वास, विश्वास)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G1519, G2962, G5547
मसीही विश्वासी
परिभाषा
यीशु के स्वर्गारोहण के कुछ समय बाद विश्वासियों को “मसीही” कहा गया जिसका अर्थ है, “मसीह के अनुयायी”
- अन्ताकिया नगर में यीशु के अनुयायियों को सबसे पहले “मसीही” कहा गया था।
- मसीही जन वह मनुष्य है जो विश्वास करता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है और यीशु में विश्वास करता है कि उसने उसका पाप मोचन किया।
- आज, हमारे युग में “मसीही” शब्द अधिकतर मसीही धर्म मानने वाले के अर्थात उससे पहचान बनाने वाले के संदर्भ में काम में लिया जाता है चाहे वह व्यक्ति वास्तव में यीशु का अनुसरण नहीं करता हो। बाइबल में "मसीही" शब्द का अर्थ यह नहीं है।
- क्योंकि बाइबल में “मसीही” शब्द सदैव उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो वास्तव में यीशु में विश्वास करता है, मसीही जन को "विश्वासी" भी कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव
इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या संभवतः “मसीह जन” जैसा।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद शिष्य और प्रेरित शब्दों के अनुवाद से भिन्न हो।
- सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या वर्ग से हो।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, मसीह, आराधनालय, चेले, विश्वासी, यीशु, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 46:9 और चेलें सब से पहले अन्ताकिया ही में "मसीही" कहलाए।
- 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
- 49:15 यदि आप यीशु पर और जो कुछ उसने आपके लिए किया उस पर विश्वास करते हो, तो आप एक मसीही हो!
- 49:16 यदि तुम एक मसीही हो, तो जो कुछ यीशु ने किया उसके कारण परमेश्वर ने तुम्हारे पाप माफ़ कर दिए हैं।
- 49:17 यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप पाप करने की परीक्षा में पड़ेंगे।
- 50:3 स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
- 50:11 जब यीशु वापस आएगा, तो हर मसीही जो मरा गया है वह मृतकों में से जी उठेगा और उससे आकाश में मिलेगा।
शब्द तथ्य
महामहिमन्
परिभाषा:
“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों से सम्बंधित।
- बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के पर सबसे बड़ा राजा है।
- “महामहिम” राजा को संबोधित करने की विधि है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजसी महानता” या “राजसी ऐश्वर्य
- “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में शासक को संबोधित करने की कोई स्वाभाविक विधि।
(यह भी देखें: राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G31680, G31720
महायाजक
परिभाषा:
“महायाजक” शब्द उस विशेष याजक के सन्दर्भ में है जिसकी नियुक्ति सब इस्राएली याजकों के ऊपर एक वर्ष की सेवा के लिए की जाती थी। नए नियम के युग में, कुछ ऐसे याजक भी थे जिनको अत्यधिक महत्त्वपूर्ण यहूदी धर्म गुरु माना जाता था| उन्हें अन्य याजकों और मनुष्यों पर अधिकार होता था| ये प्रधान याजक थे|
- महायाजक के विशेष उत्तरदायित्व थे। एकमात्र वही था जो वर्ष में एक बार विशेष बलि चढ़ाने के लिए मिलाप वाले तम्बू या मन्दिर के परम-पवित्र स्थान में प्रवेश कर सकता था।
- इस्राएल में याजक तो अनेक थे परन्तु एक बार में एक ही महायाजक होता था।
- सेवानिवृत हो जाने के बाद भी महायाजक अपनी उपाधि प्रतिधारित रखता था वरन उसके पास कुछ कर्यकारी उत्तरदायित्व भे होते थे| उदाहरणार्थ, हन्ना कैफा के महायाजक होते हुए भी महायाजक कहलाता था|
- प्रधान याजकों का उत्तरदायित्व था कि मंदिर में आराधना के लिए सब आवश्यकताओं की पूर्ती करें| वे मंदिर में दिए जाने वाले पैसों के भी प्रभारी थे|
- प्रधान याजक, पद और अधिकारों में अन्य याजकों से ऊपर थे| उनसे अधिक अधिकार संपन्न केवल महायाजक था|
- ये प्रधान याजक यीशु के बैरियों में से थे और उन्होंने रोमी अधिकारियों को प्रभावित किया कि उसको बंदी बनाकर मृत्यु दंड दें|
अनुवाद के सुझाव:
- “महायाजक” का अनुवाद “ सर्वोच्च याजक” या “सबसे बड़ा याजक” किया जा सकता है।
- "प्रधान याजक" शब्द का अनुवाद हो सकता है: "प्रमुख याजक" या "अगुवे याजक" या "प्रशासनिक याजक"
(यह भी देखें: हन्ना, कैफा, याजक, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:8 __महायाजक__की अपेक्षा परदे के पीछे के कक्ष में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता था क्योंकि वहाँ परमेश्वर का निवास था।
- 21:7 मसीह जो आएगा वही एकमात्र एक सिद्ध महायाजक होगा जो परमेश्वर के लिए सिद्ध बलि होने के लिए स्वयं को दे देगा।
- 38:3 यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए |
- 39:1 तब यीशु के पकड़ने वाले उसको__महायाजक__ के घर ले गए, कि महा याजक यीशु से प्रश्न करे।
- 39:3 अंत में, महायाजक ने यीशु की ओर सीधा देखकर उससे कहा, “हमें बता कि क्या तू मसीह है, जीवते परमेश्वर का पुत्र?”
- 44:7 दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर महायाजक और अन्य यहूदी अगुओं के पास गए।
- 45:2 तब धर्मगुरुओं ने स्तिफनुस को पकड़ा और __महायाजक तथा यहूदियों के अन्य धर्मगुरुओं के पास ले गए जहां और अधिक झूठे गवाहों ने स्तिफनुस के विषय झूठी बातें कहीं।
- 46:1 महायाजक ने शाऊल को अनुमति दी कि वह दमिश्क शहर में जाकर वहा के मसीहियों को पकड़कर वापस यरूशलेम ले आए।
- 48:6 यीशु एक महान महायाजक है, दूसरे याजकों से भिन्न। उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सब मनुष्य के पापों को उठा कर ले जा सकता है। यीशु एक सिद्ध महायाजक है क्योंकि उस हर एक पाप का दंड भोगा जो कभी किसी ने किया हो।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7218, H1419, H3548, G748, G749
महिमा करे, महिमा होती है
परिभाषा:
“महिमा करे” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य की महानता एवं महत्व को दर्शाना। इसका मूल अर्थ है, “महिमान्वित करना”।
- मनुष्य परमेश्वर के अद्भुत कामों का गुणगान करके उसका महिमा कर सकते हैं।
- वे परमेश्वर की महिमा भी कर सकते है इस तरीके से जीकर की उसे सम्मान मिले और दिखाते हुए की वह कितना महान और अद्भुत है।
- बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर अपनी महिमा प्रकट करता है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्यों पर अपनी अद्भुत महानता प्रकट करता है, जो प्रायः चमत्कारों द्वारा होती है।
- पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर की महिमा द्वारा पुत्र की सिद्धता, वैभव एवं महानता प्रकट करता है।
- मसीह में विश्वास करनेवाला प्रत्येक जन उसके साथ महिमा पाएगा। जब जीवन के लिए उनका पुनरुत्थान होगा तब वे उसकी महिमा प्रकाशित करने के लिए रूपान्तरिक हो जाएंगे और संपूर्ण सृष्टि पर उसका अनुग्रह प्रकट होगा।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “को महिमा देना” या “का महिमान्वन करना” या “महान दिखाई देने का कारण होना”।
- “परमेश्वर की महिमा करना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की स्तुति करना” या “परमेश्वर की महानता की चर्चा करना” या “दिखाना कि परमेश्वर कैसा महान है”, या “परमेश्वर को (आज्ञा मानकर)प्रतिष्ठित करना”।
- शब्द "महिमा हो" का अनुवाद भी किया जा सकता है, "बहुत महान होना दिखाया जाए" या "स्तुति की जाए" या "ऊंचा हो।"
(यह भी देखें: बड़ाई करना, महिमा, आज्ञापालन , स्तुति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3513, H6286, G1392, G1740, G4888
महिमा, महिमामय, महिमान्वित करना
परिभाषा:
"महिमा" शब्द अवधारणाओं के पूर्ण कुल के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है अर्थात,मान,महत्त्व, प्रतिष्ठा,सम्मान,वैभव या गौरव आदि के लिए| "महिमा" शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु को महिमा का श्रेय देना या प्रकट करना या वर्णन करना कि कोई वस्तु या मनुष्य कैसा वैभवशाली है।
- बाईबल में, "महिमा" शब्द विशेष करके परमेश्वर के वर्णन हेतु काम में लिया गया है क्योंकि वह सम्पूर्ण ब्रहमांड में सबसे अधिक माननीय, अधिक योग्य, अधिक महत्वपूर्ण, अधिक सम्मानित, अधिक वैभवशाली, अधिक गौरवशाली है| उसके गुणों की हर एक बात उसकी महिमा का वर्णन करती है|
*मनुष्य उसके द्वारा किए गए अद्भुत कामों का वर्णन करके उसकी महिमा कर सकते हैं| वे परमेश्वर के गुणों के अनुरूप जीवन निर्वाह करके परमेश्वर की महिमा कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से अन्य मनुष्यों पर उसका मान, सम्मान, महत्त्व, प्रतिष्ठा, वैभव और महातम्य प्रकट होता है|
- यह अभिव्यक्ति "में महिमान्वन" का अर्थ है, डींग मारना या किसी बात पर घमंड करना| कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना
पुराना नियम
- पुराने नियम में यह विशिष्ट उक्ति, "यहोवा का तेज" प्रायः किसी स्थान विशेष में यहोवा के दृष्टिगम्य प्रकटीकरण के सन्दर्भ में है|
नया नियम
- पिता परमेश्वर पुत्र परमेश्वर के महिमान्वन में सब लोगों पर प्रकट करेगा कि यीशु कैसा महिमामय है|
- वह हर एक जन जो मसीह में विश्वास करता है, उसके साथ महिमान्वित किया जाएगा| यहाँ "महिमान्वन" शब्द का अर्थ अद्वैत है| इसका अर्थ है कि जब मसीह में विश्वास करने वाले पुनर्जीवित किए जाएंगे तब उनका शरीर बदल कर यीशु के उस शरीर के सामान हो जाएगा जो पुनरुत्थान के बाद उसका था|
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वैभव” या “तेज” या “प्रताप” या “महातम्य” या “परम मूल्य”
- “महिमामय” का अनुवाद “महिमा से पूर्ण” या “अत्यधिक मूल्यवान” या “तीव्र प्रकाशमान” या “भयानक वैभव” किया जा सकता है।
- "परमेश्वर की महिमा करो", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की महानता का सम्मान करो" या "परमेश्वर के वैभव के कारण उसकी स्तुति करो" या "दूसरों को बताओं कि परमेश्वर कैसा महान है।"
- इस अभिव्यक्ति " में महिमा" का अनुवाद हो सकता है, "स्तुति" या "में गर्व करना" या "घमण्ड करना" या "में प्रसन्न होना।"
- "महिमान्वन करना" का अनुवाद हो सकता है, "महिमा का कारण हो" या "महिमा प्रकट करो" या "महान प्रकट होने का कारण उत्पन्न करो"
- यह अभिव्यक्ति, "परमेश्वर का महिमान्वन करो"; इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की स्तुति करो" या "परमेश्वर की महानता का वर्णन करो" या "प्रकट करो कि परमेश्वर कैसा महान है" या "(आज्ञापालन द्वारा) परमेश्वर का सम्मान करो"
- "महिमान्वित हो" का अनुवाद हो सकता है, "महामहिम दिखाए जाओ" या "स्तुति योग्य हो" या "प्रतिष्ठित हो"
(यह भी देखें: सम्मान, वैभवmajesty, प्रतिष्ठा करना, आज्ञापालन, स्तुति करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:7 तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।”
- 25:6 फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।”
- 37:1 यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की महिमा के लिये है।
- 37:8 यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की महिमा को देखेगी?”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597,
G13910, G13920, G17400, G17410, G27440, G48880
मान लेना, अंगीकार
परिभाषा:
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” एक अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
- “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है. इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है.
- बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा.
- प्रेरित याकूब अपने पत्र में लिखता है कि विश्वासी एक दूसरे के सामने अपने पापों को मान लें तो इससे आत्मिक चंगाई मिलती है.
- प्रेरित पौलुस ने फिलिप्पी की कलीसिया को पत्र लिखा कि एक दिन हर एक जन अंगीकार करेगा या घोषणा करेगा कि यीशु प्रभु है.
- पौलुस ने यह भी कहा है कि मनुष्य यदि यीशु को प्रभु कहकर अंगीकार करें और विश्वास करें कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया तो वे उद्धार पाएंगे.
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “स्वीकार करना” या “पुष्टि करना|”
- “अंगीकार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
(यह भी देखें: विश्वास, साक्षी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3034, H8426, G18430, G36700, G36710
माँस,देह
परिभाषा:
बाइबल में “माँस” शब्द का सन्दर्भ, मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों से है।
- बाइबल में “देह” शब्द लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया गया है जो सम्पूर्ण मानव जाति या सब प्राणियों के सन्दर्भ में है|
- नये नियम में “देह” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के सन्दर्भ में काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः मनुष्य के आत्मिक स्वभाव की विषमता में किया गया है|
- “अपना माँस और लहू” किसी के साथ जीव संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते आदि।
- "मांस और लहू", इस अभिव्यक्ति का संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है।
- “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध में स्त्री-पुरुष का एक होना।
अनुवाद के सुझाव:
- पशु के शरीर के संदर्भ में "देह" का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस”
- जब सब प्राणियों के संदर्भ में काम में लिया जाए तो इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “जीवित प्राणी” या “सब जीवित वस्तुएं”।
- जब मनुष्यों के लिए सामान्य उपयोग किया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य” या “मानव जाति” या “सब जीवित लोग”
- “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में इस शब्द का अर्थ, "पूर्वजों" या “वंशजों” भी हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में ऎसी अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" की समानार्थक हो।
- इस अभिव्यक्ति "एक देह होंगे" का अनुवाद हो सकता है, "यौन एकता" या "एक शरीर स्वरुप होना" या "शरीर और आत्मा में ऐसे हो जाना जैसे एक मनुष्य हों|" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद जांच कर सुनिश्चित किया जाना है कि वह परियोजना की भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: व्यंजना). यह भी समझना आवश्यक है कि यह लाक्षणिक भाषा है | इसका अर्थ यह नहीं है कि पुरुष और स्त्री जो "एक देह होंगे", वे वास्तव में एक मनुष्य बन जाएंगे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G29070, G45590, G45600, G45610
मूर्ख, मूढ, मूर्खता
परिभाषा:
“मूढ़” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो प्रायः अनुचित चुनाव करता है, विशेष करके आज्ञा न मानने का चुनाव करना| "मूर्ख" शब्द उस मनुष्य का या आचरण का वर्णन करता है जो बुद्धीमानी का नहीं है|
- बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विषमता में उस मनुष्य को दर्शाया गया है जो बुद्धीमान है अर्थात, जो परमेश्वर पर भरोसा रखता है और उसकी आज्ञाओं को मानता है|
- भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है। वह परमेश्वर की सृष्टि में, परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है।
- पुराने नियम की पुस्तक, नीतिवचन में भी अनेक वर्णन हैं कि मूर्ख या मूढ़ मनुष्य कैसा होता है।
- “मूर्खता” शब्द उस कार्य के सन्दर्भ में है जो बुद्धीमानी का नहीं है क्योंकि वह परमेश्वर की इच्छा के विरुद्ध है| "मूर्खता" का अर्थ प्रायः ऎसी बात से सम्बंधित होता है जो हास्यजनक या जोखिमभरी होती है|
अनुवाद के सुझाव:
- “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अभक्त मनुष्य” किया जा सकता है।
- “मूर्ख” के अनुवाद रूप हैं, “समझ में कम” या “निर्बुद्धि” या “मन्द बुद्धि”।
(यह भी देखें: बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0191, H0196, H0200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G04530, G04540, G07810, G08010, G08770, G08780, G27570, G31500, G31540, G34710, G34720, G34730, G34740, G39120
मेमना, परमेश्वर का मेमना
परिभाषा:
“मेमना” इस शब्द का सन्दर्भ भेड़ के बच्चे से है। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेमना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसकी दी गई थी।
- इन पशुओं का कोई भी आसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है।
- परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेमने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था।
- यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहा गया है, क्योंकि वह मनुष्यों के पापों के लिए बलि चढ़ाया गया था। वह एक सिद्ध निष्कलंक बलिदान था क्योंकि वह पाप से मुक्त था।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना”।
- "परमेश्वर का मेमना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है।
- यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में वर्णन किया जाए कि भेड़ क्या होती है। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना उस क्षेत्र के किसी पशु से की जा सकती है जो झुंड में रहता है, जो भीरू और अरक्षित होता है, और वह प्रायः भटक जाता है।
- यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद निकटवर्ती स्थानीय भाषा में या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: भेड़, चरवाहा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __5:7__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए मेमना कहाँ है?"
- 11:2 परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध मेमना या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा।
- 24:6 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! परमेश्वर का मेमना जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।”
- 45:8 उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले मेम्ने के समान ले गए और जैसे __मेमना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा।
- 48:8 जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक की बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक मेमने का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्युदंड के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु को जो परमेश्वर का मेमना,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि होकर मर जाए ।
- 48:9 जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध मेमने का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7716, G07210 , G23160
मेल करना, मेल-मिलाप, मेल मिलाप कर लिया, मिलाप
परिभाषा:
“मेल करना” और “मेल मिलाप” का संदर्भ “शान्ति बनाना” से है, उनके मध्य जो पहले एक दूसरे के शत्रु थे। "मिलाप" शांति बनाने का कार्य है
- बाइबल में यह शब्द प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में है कि वह मनुष्यों के साथ मेल करता है जो मसीह यीशु उसके पुत्र के बलिदान के द्वारा है।
- पाप के कारण सब मनुष्य परमेश्वर के बैरी हैं। परन्तु उसकी करूणा प्रेम के कारण, परमेश्वर ने यीशु के द्वारा उसके साथ मेल करने का मार्ग बनाया है।
- पापों का मूल्य चुकाने के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास करके मनुष्य क्षमा किए जाते हैं और परमेश्वर के साथ उनका मेल होता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- शब्द "मेल करना" का अनुवाद "शांति बनाने" या "अच्छे संबंधों को पुनर्स्थापित" या "मित्र बनने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
- “मेल-मिलाप” का अनुवाद “अच्छे संबन्धों को रचना” या “शान्ति बनाना” या “शान्तिदायक संबन्ध उत्पन्न करना” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: शान्ति, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2398 , H3722 , G604 , G1259 , G2433 , G2643, G2644
यहूदियों का राजा
परिभाषा:
“यहूदियों का राजा” यीशु मसीह का पदनाम है।
पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषी “यहूदियों का राजा” होने वाले शिशु को खोज रहे थे।
स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, राजा दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा।
यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था।
यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “यहूदियों का राजा” का अनुवाद हो सकता है, “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक”
- देखें कि “का राजा” अन्य स्थानों में किस प्रकार अनुवाद किया गया है।
(यह भी देखें: वंशज, यहूदी, यीशु, राजा, राज्य, परमेश्वर का राज्य, ज्योतिषी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:9 कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों के राजा__का जन हुआ है।
- 39:9 पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
- 39:12 रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “यहूदियों का राजा देखो”।
- 40:2 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह यहूदियों का राजा है।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G09350, G24530
यहूदी, यहूदियों का, यहूदियों
तथ्य:
यहूदी वे लोग है जो अब्राहम के पोते याकूब के वंशज थे। “यहूदी” शब्द “यहूदा” से आया था।
लोग इस्राएलियों को यहूदी तब कहने लगे जब वे बेबीलोन से यहूदा देश लौट आएँ थे।
- मसीह यीशु यहूदी था। परन्तु यहूदी धर्म के अगुओं ने यीशु का इन्कार किया और उसको मार डालने की मांग की।
- “यहूदी शब्द प्रायः यहूदियों के अगुओं के संदर्भ में लिया जाता था, सब यहूदियों के लिए नहीं। इन संदर्भों में कुछ अनुवादों में “के अगुवे” जोड़ा जाता है कि अर्थ स्पष्ट व्यक्त हो।
(यह भी देखें: अब्राहम , याकूब, इस्राएल, बाबेल, यहूदी अगुवे)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 20:11 इस्राएलियों को अब यहूदी कहा जाता था और उनमें से अधिकतर लोगों ने अपना पूरा जीवन बेबीलोन में व्यतीत किया था।
- 20:12 अत: सत्तर वर्ष तक निर्वासन के बाद, यहूदियों का एक छोटा समूह यरूशलेम को वापस लौट आया।
- 37:10 अनेक यहूदी उसका यह काम देखकर, उस पर विश्वास किया।
- 37:11 परन्तु यहूदियों के धार्मिक गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और लाजर को मरवा सके।
- 40:02 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह यहूदियों का राजा है।”
- __46:06__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3054, H3061, H3062, H3064, H3066, G2450, G2451, G2452, G2453, G2454
यहोवा
तथ्य:
“यहोवा” परमेश्वर का नाम है, उसने उस जलती हुई झाड़ी पर मूसा को यह नाम बताया था
- “यहोवा” नाम उस शब्द से आता है जिसका अर्थ है “होना” या “अस्तित्व में है।”
- “यहोवा” के संभावित अर्थ हो सकते हैं, “वह है” या “मैं हूँ” या “वह जो होता है”।
- इन नाम का अर्थ है परमेश्वर सदा से जीवित है और रहेगा। इसका अर्थ सदा उपस्थित भी है।
- निम्नलिखित परंपरा, कई बाइबल संस्करण शब्द "प्रभु" को दर्शाने के लिए "यहोवा" उपयोग किया है। यह परंपरा इस तथ्य से हुई है कि ऐतिहासिक रूप से, यहूदी लोग डरते हैं कि यहोवा का नाम का उच्चारण गलत ढंग से न हो इसलिए जहाँ भी पाठ में यहोवा आया वहां वे प्रभु कहने लगे। आधुनिक बाइबल "प्रभु"(लार्ड) को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि परमेश्वर के नाम का सम्मान हो।
- यू.एल.बी. और यू.डी.बी. परमेश्वर के नाम को “यहोवा” ही लिखते हैं जैसा इब्रानी भाषा के पुराने नियम में है।
- नये नियम में “यहोवा” नाम का उपयोग नहीं किया गया है; केवल “प्रभु” के लिए यूनानी शब्द का प्रयोग किया जाता है, यहाँ तक कि पुराने नियम के उद्धरण में भी।
- पुराने नियम में जब परमेश्वर स्वयं के बारे में कहता है तब वह सर्वनाम के स्थान में अपना नाम लेता है।
- सर्वनाम “मैं” और “मुझ” के द्वारा यू.एल.बी. पाठकों के लिए स्पष्ट करती है कि कहनेवाला परमेश्वर ही है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “यहोवा” शब्द के स्थान में “मैं हूँ” या “जीवित प्रभु” या “अस्तित्ववान” या “वह जो जीवित है” काम में लिया जा सकता है।
- यह शब्द इस प्रकार लिखा जाए जो “यहोवा” शब्द की वर्तनी के सदृश्य दिखाई दे।
- कुछ कलीसिया के संप्रदायों में "यहोवा" शब्द का प्रयोग करना पसंद नहीं करते हैं और बदले में पारंपरिक प्रतिपादन "प्रभु"(लार्ड को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में) का प्रयोग करते हैं। एक महत्वपूर्ण विचार यह है कि यह भ्रामक हो सकता है जब बड़े पैमाने पर पढ़ा जा सकता है क्योंकि यह शीर्षक "प्रभु" के समान होगा। कुछ भाषाओँ में प्रत्यय या व्याकरणिक निशान जोड़े जा सकते है जो अंतर करता है “प्रभु” (लार्ड को अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में)को नाम के तौर पर (यहोवा) और “प्रभु” को शीर्षक के तौर पर।
- यदि संभव हो तो उचित यही होगा कि जहां-जहां यहोवा का नाम आता है उसे ज्यों का त्यों ही रखें परन्तु कुछ अनुवादों में केवल सर्वनाम का ही उपयोग किया गया है कि पाठ को अधिक स्पष्ट एवं सहज बनाया जाए।
- कुछ इस तरह से उद्धरण लिखें, "यहोवा यूं कहता है।"
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, प्रभु, प्रभु, मूसा, प्रकट करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 09:14 परमेश्वर ने मूसा से कहा मैं जो हूँ सो हूँ। उनसे कहना “जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।” “सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।”
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, "मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।”
- 13:05 “तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना, तू उनकी उपासना न करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला परमेश्वर हूँ।"
- 16:01 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- 19:10 फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर __ यहोवा!__ आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है, और मैं तेरा दास हूँ,
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3050, H3068, H3069
याजक, याजकों, याजकवृति
परिभाषा:
बाइबल में याजक परमेश्वर की प्रजा की ओर से परमेश्वर के लिए चढ़ावे चढ़ाने के लिए चुना गया मनुष्य। “याजकवृति” उसके पद भार या उसकी सेवावृत्ति का नाम है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने हारून और उसके वंश को इस्राएल के लिए याजक होने हेतु चुना था।
- “याजक पद” एक अधिकार एवं उत्तरदायित्व था जो लेवियों के गोत्र में पिता से पुत्र को प्राप्त होता था।
- इस्राएल के याजकों का उत्तरदायित्व था कि वे मनुष्यों द्वारा लाए गए बलिदान परमेश्वर को चढ़ाएँ , इसके साथ मन्दिर के अन्य कार्य भी उनके उत्तरदायित्व में थे।
- याजक परमेश्वर की प्रज़ा की और से परमेश्वर को नियमित प्रार्थनाएं चढ़ाते थे तथा अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा करते थे।
- याजक मनुष्यों को विधिवत आशीर्वाद भी देते थे और उन्हें परमेश्वर की व्यवस्था के बारे में सिखाते थे।
- यीशु के युग में याजकों के अलग-अलग स्तर थे जिनमें प्रधान याजक और महायाजक भी थे।
- यीशु हमारा “बड़ा महायाजक” है जो परमेश्वर की उपस्थिति में हमारे लिए विनती करता है। उसने स्वयं को पाप की अन्तिम बलि करके चढ़ा दिया। इसका अर्थ है कि याजकों द्वारा चढ़ाए गए बलिदानों की अब आवश्यकता नहीं है।
- नये नियम में यीशु का प्रत्येक विश्वासी “याजक” कहा गया है, वह स्वयं के लिए और मनुष्यों के लिए विनती करने के लिए सीधा परमेश्वर के पास आ सकता है।
- प्राचीन युग में अन्यजातियों के भी पुजारी थे जो झूठे देवता को बलि चढाते थे, जैसे बाल देवता को।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “याजक” का अनुवाद “बलि चढ़ानेवाला व्यक्ति” या “परमेश्वर का मध्यस्थ” या “बलि चढ़ानेवाला मध्यस्थ” या “परमेश्वर द्वारा उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त मनुष्य”।
- “याजक” का अनुवाद “मध्यस्थ” के अनुवाद से भिन्न होना है।
- कुछ अनुवादों में अधिक उचित माना जाता है कि सदैव इस प्रकार कहा जाए: “इस्राएली याजक” या “यहूदी याजक” या “यहोवा का याजक” या “बाल पुजारी” जिससे कि सुनिश्चित किया जाए कि वे आज के पुजारियों के समान नहीं थे।
- “याजक” शब्द का अनुवाद करने के लिए प्रयुक्त शब्द “प्रधान याजक” और “महायाजक” और “लेवीय” और “भविष्यद्वक्ता” के अनुवादित शब्दों से भिन्न होना चाहिए।
(यह भी देखें: हारून, प्रधान याजक, महायाजक, मध्यस्थ, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 4:7 "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
- 13:9 जो परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | याजक पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को ढांक देगा और उस मनुष्य को परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध ठहराएगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को याजक पद के लिये चुना |
- 19:7 तब बाल के याजकों ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
- 21:7 इस्राएली याजक वह है जो लोगों के पापों के दंड के प्रतिस्थापन में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाता है | याजक परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3547, H3548, H3549, H3550, G748, G749, G2405, G2406, G2407, G2409, G2420
यीशु, यीशु ख्रीस्त, मसीह यीशु
तथ्य:
यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “ख्रीस्त” एक उपनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीह”
- ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु ख्रीस्त”। इन नामों द्वारा बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था।
- पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के शाश्वत पुत्र को मनुष्यों में जन्माया| उसकी माता को स्वर्गदूत ने निर्देश दिया था कि उसका नाम "यीशु" रखे क्योंकि वह मनुष्यों को पापों से बचाने के लिए नियत था|
*यीशु ने अनेक चमत्कार किए जिनसे प्रकट हुआ कि वह परमेश्वर है और ख्रीस्त है और मसीह है|
अनुवाद के सुझाव:
- अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” शब्दों को इस प्रकार लिखा जाता है कि उनका उच्चारण और वर्तनी मूल भाषा के यथासंभव निकट रखी जाए| उदाहरणार्थ, "यीसुख्रीस्तो", "जीज़स ख्रीस्तुस", "येसूस क्रिसतुस" और "हेसुक्रिस्तो|' ये कुछ विधियां हैं जो विभिन्न भाषाओं में यीशु के नाम के अनुवाद के लिए काम में ली जाती हैं|
- “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द या उसके रूप काम में लाते हैं।
- स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में भी इन शब्दों की वर्तनी पर ध्यान दें।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, परमेश्वर, पिता परमेश्वर, महायाजक, परमेश्वर का राज्य, मरियम, उद्धारकर्ता, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:4 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम यीशु रखना और वह मसीहा होगा।”
- 23:2 "तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।"
- [24:7](rc://hi /tn/help/obs/24/07) तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि यीशु ने कभी पाप नहीं किया था।
- 24:9 केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, और पुत्र यीशु को और पवित्र आत्मा को भी देखा।
- __25:8यीशु शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया,
- 26:8 फिर यीशु गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को यीशु ने चंगा किया।
- 31:3 यीशु__ ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया।
- [38:2](rc://hi /tn/help/obs/38/02) वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने यीशु को मसीहा होने से अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
- 40:8 अपनी मृत्यु के द्वारा__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया।
- 42:11 ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। यीशु सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया।
- 50:17 यीशु और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। यीशु अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
शब्द तथ्य:
योग्य, मूल्यवान, अयोग्य, निकम्मा
परिभाषा:
“योग्य” शब्द किसी ऐसे व्यक्ति या वस्तु का वर्णन करता है जो सम्मान या आदर के योग्य है। “मूल्य” अर्थात कीमती या महत्वपूर्ण होना “निकम्मा” अर्थात किसी काम का नहीं
- “योग्य” अर्थात काम का या महत्वपूर्ण होने से संबंधित है
- “अयोग्य” अर्थात विशेष काम के योग्य नहीं होना
- योग्य प्रतीत न होना अर्थात किसी की तुलना में कम महत्व का होना या सम्मान एवं दया के व्यवहार के योग्य न होना।
- “अयोग्य” और “निकम्मा” संबन्धित शब्द हैं परन्तु इनके अर्थ अलग-अलग हैं। अयोग्य अर्थात सम्मान या मान के योग्य नहीं । “निकम्मा” होने का अर्थ है किसी उद्देश्य या मूल्य का न होना।
अनुवाद के सुझाव
- “योग्य” शब्द का अनुवाद “योग्यता” या “महत्वपूर्ण” या “उपयोगी” हो सकता है।
- “मूल्य” शब्द का अनुवाद “प्रतिष्ठा” या “महत्व” हो सकता है
- “का मूल्य” का अनुवाद “कीमती होना” या महत्वपूर्ण होना हो सकता है।
- “उसका मूल्य…. से अधिक है” का अनुवाद "की तुलना में अधिक मूल्यवान है।" हो सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, “अयोग्य” का अनुवाद “महत्वहीन” या “अनादर” या “अनुपयुक्त” हो सकता है।
- “निकम्मा” का अनुवाद “किसी काम का नहीं” या “किसी उद्देश्य का नहीं” या “महत्वहीन” हो सकता है।
(यह भी देखें: आदर)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H117, H639, H1929, H3644, H4242, H4373, H4392, H4592, H4941, H6994, H7939, G514, G515, G516, G2425, G2661, G2735
रखवाला, रखवाले
परिभाषा:
“रखवाला” शब्द का वास्तविक अर्थ है चरवाहा। इसका उपयोग विश्वासी समुदाय के आत्मिक अगुवे के लिए भी किया जाता है।
- अंग्रेजी बाइबल में यह शब्द एक ही बार इफिसियों की पत्री में आया है। यह शब्द वही है जिसको “चरवाहा” कहा गया है।
- कुछ भाषाओं में “रखवाले” के लिए “चरवाहा” शब्द काम में लिया गया है।
- यह वही है जो यीशु के लिए काम में लिया गया था, “अच्छा चरवाहा”
अनुवाद के सुझाव:
- सबसे अच्छा तो यही होगा कि इस शब्द का अनुवाद, “चरवाहा” किया जाए।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “आत्मिक चरवाहा” या “चरानेवाला मसीही अगुआ”।
(यह भी देखें: चरवाहा, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रब्बी
परिभाषा:
“रब्बी” शब्द का वास्तविक अर्थ है “मेरा स्वामी” या “मेरा गुरू”
- यह एक सम्मानित पदनाम है जो यहूदी धर्मगुरू के लिए काम में लिया जाता था, विशेष करके परमेश्वर की व्यवस्था का शिक्षक।
- यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को और यीशु को भी शिष्य कभी-कभी “रब्बी” कह कर संबोधित करते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं, "मेरे स्वामि" या “मेरे गुरू” या “माननीय शिक्षक महोदय” या “धर्म गुरू” कुछ भाषाओं में ऐसे अभिवादन को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है तो कुछ में नहीं लिखा जाता है।
- लक्षित भाषा में शिक्षकों को संबोधित करने की अपनी ही कोई विशिष्ट भाषा शैली हो सकती हैं।
- परन्तु सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद से यीशु को किसी पाठशाला का शिक्षक न समझा आए।
- यह भी अवलोकन करें कि सम्बन्धित भाषा में या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में “रब्बी” शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है।
देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: शिक्षक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लहू
परिभाषा:
“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाला लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु।
जब मनुष्य परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाते थे तब वे पशु का वध करके उसका लहू वेदी पर उण्डेलते थे। यह पशु के जीवन की बलि द्वारा मनुष्यों के पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था।
“मांस और लहू” एक अभिव्यक्ति है जो मनुष्य को संदर्भित करता है।
“अपना लहू और मांस” मनुष्यों के अनुवांशिक संबन्ध को दर्शाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द/उक्ति द्वारा किया जाए जो लहू के लिए काम में लिया जाता है।
- “मांस और लहू” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्य” या “मानवजाति”।
- प्रकरण के अनुसार “मेरा मांस और मेरा लहू” का अनुवाद हो सकता है, “मेरा अपना परिवार” या “मेरे अपने परिजन” या “मेरे अपने लोग”।
- यदि लक्षित भाषा में ऐसे अभिप्राय के शब्द हैं तो “मांस और लहू” के अनुवाद में उनका उपयोग किया जाए।
(यह भी देखें: लहू, मांस, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __8:3__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके लहू में उसे डुबा दिया।
- 10:3 परमेश्वर ने नील नदी को लहू से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
- 11:5 सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर लहू था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के लहू के द्वारा बच गए।
- 13:9 उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, वह परमेश्वर की दृष्टि में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देगा।
- 38:5 तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नई वाचा का मेरा लहू है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
- 48:10 जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1818, H5332, G01290, G01300, G01310,
लेपालक, गोद लेना, दत्तक
परिभाषा:
“गोद लेना” और “लेपालक” अर्थात माता-पिता के अतिरिक्त किसी के द्वारा किसी को कानूनन रूप से गोद लेने की प्रक्रिया।
- बाइबल में “लेपालक” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है जो प्रकट करता है कि परमेश्वर, मनुष्यों अपने परिवार का सदस्य बनाता है, उन्हें अपना आत्मिक पुत्र-पुत्री बना लेता है।
- लेपालक सन्तान होने के कारण विश्वासी मसीह यीशु के संगी वारिस हो गए हैं और उन्हें परमेश्वर के पुत्र-पुत्री के सब सौभाग्य प्राप्त हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में ऐसा शब्द काम में लिया जाए जो माता-पिता और सन्तान के विशिष्ट संबन्ध को दर्शाए। सुनिश्चित करें कि इसका प्रतीकात्मक या आत्मिक अर्थ स्पष्ट हो।
- “लेपालक पुत्रों का अनुभव” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर द्वारा पुत्र होने के लिए गोद ले लेना” या “परमेश्वर की (आत्मिक)सन्तान होना”।
- "पुत्रों की गोद लेने की प्रतीक्षा करें" इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के बच्चे बनने के लिए तत्पर हैं " या "उम्मीद में परमेश्वर के लिए प्रतीक्षा करे बच्चों के रूप में प्राप्त करने के लिए"
- वाक्यांश "उन्हें अपनाना" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "उन्हें अपने बच्चों के रूप में प्राप्त करें" या "उन्हें स्वयं (आध्यात्मिक) बच्चों को बनाते हैं।"
(यह भी देखें: वारिस, अधिकारी होना, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
वरदान, दान, भेंटें
परिभाषा:
“भेंट” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में है जो किसी को दी जाती है या चढ़ाई जाती है| भेंट, बदले में कुछ पाने की अपेक्षा के बिना दी जाती है।
- पैसा, भोजन, वस्त्र आदि गरीबों को दिए जाते हैं तो उन्हें “दान” कहते हैं।
- बाइबल में परमेश्वर को चढ़ाई गई वस्तु या बलि को “भेंट” कहते हैं।
- उद्धार का दान परमेश्वर हमें यीशु में विश्वास के द्वारा देता है।
- नये नियम में शब्द “वरदान” शब्द का उपयोग उन विशिष्ट आत्मिक शक्तियों के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर सब विश्वासियों को दता है कि अन्य लोगों की सेवा के निमित्त काम में लें।
अनुवाद के सुझाव:
- “भेंट” के अनुवाद के लिए सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।”
- किसी के पास परमेश्वर प्रदत्त वरदान या विशेष शक्ति है तो उस परिप्रेक्ष्य में "आत्मा का वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "आत्मिक क्षमता" या "पविय्र आत्मा से प्राप्त विशिष्ट क्षमता" या "विशिष्ठ आत्मिक योग्यता जो परमेश्वर ने दी|"
(यह भी देखें: आत्मा, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G03340, G13900, G13940, G14310, G14340, G14350, G33110, G54860
वह पवित्र
परिभाषा:
“वह पवित्र” बाइबल में यह एक उपनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है।
- “पुराने नियम में यह नाम अधिकतर “इस्राएल का पवित्र” उक्ति में प्रकट होता है।
- नये नियम में यीशु को भी “पवित्र जन” कहा गया है।
- “पवित्र जन” बाइबल में कभी-कभी स्वर्गदूत के लिए काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- वास्तविक शब्दावली है, “एकमात्र पवित्र”("एक" शब्द अभिप्रेत है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अभिप्रेत संज्ञा शब्द के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") ।
- इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किया गया एकमात्र|"
- "इस्राएल का पवित्र", इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पवित्र परमेश्वर जिसकी इस्राएल आराधना करता है" या "वह पवित्र जो इस्राएल पर राज करता है"
- इस शब्द का अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जाए जो "पवित्र" शब्द के लिए काम में लिया जाता है तो अति उत्तम होगा।
(यह भी देखें: पवित्र, परमेश्वर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2623, H376, H6918, G40, G3741
वाचा का सन्दूक, यहोवा का सन्दूक
परिभाषा:
ये शब्द एक विशेष लकड़ी के सन्दूक के लिए है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई हुई थी। उसमें दस आज्ञाओं की पत्थर की दो पट्टियां थी। उसमें हारून की लाठी और मन्ना का मर्तबान भी था।
- सन्दूक का अनुवाद “बक्सा”, "पेटी" और "तिजोरी" भी किया जा सकता है।इस सन्दूक में रखी वस्तुएं इस्राएल को परमेश्वर की वाचा का स्मरण कराती थी।
- वाचा का सन्दूक "परमपवित्र स्थान" में रखा हुआ था।
- मिलाप वाले तम्बू में परमेश्वर की उपस्थिति परमपवित्र स्थान में वाचा के सन्दूक के ऊपर थी। वहां वह इस्राएलियों के लिए मूसा से बातें करता था।
- जिस समय वाचा का सन्दूक मन्दिर के परमपवित्र स्थान में था, उस समय केवल प्रधान पुरोहित उस सन्दूक के निकट जा सकता था और वह भी वर्ष में एक बार प्रायश्चित दिवस पर।
- अनेक अंग्रजी अनुवादों में “वाचा के आदेशों” का अनुवाद शब्दशः “साक्षी(टेस्टीमनी)” किया गया है। यह इस तथ्य का संदर्भ देता है कि दस आज्ञाएं प्रजा के साथ परमेश्वर की वाचा की साक्षी या गवाही हैं। इसका अनुवाद “वाचा का विधान” भी किया गया है।
(यह भी देखें: सन्दूक, वाचा, प्रायश्चित, पवित्र स्थान, साक्षी, गवाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H727, H1285, H3068
वाचा की विश्वासयोग्यता, निष्ठावान वाचा, वाचा का प्रेम
परिभाषा:
बाइबिल के समय में, "वाचा विश्वास" के रूप में अनुवादित शब्द का उपयोग उस विश्वासयोग्यता, निष्ठा, दया, और प्रेम का वर्णन करने के लिए किया गया था जो दोनों लोगों के बीच उम्मीद और प्रदर्शन करते थे जो एक-दूसरे से निकटता से संबंधित थे, या तो शादी या खून से। इस शब्द का उपयोग अक्सर बाइबिल में किया जाता है ताकि यह वर्णन किया जा सके कि परमेश्वर अपने लोगों से संबंधित है, विशेष रूप से उनके द्वारा किए गए वादों को पूरा करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता।
- इस शब्द का अनुवाद निर्भर करेगा कि “वाचा” और “विश्वासयोग्यता” अनुवाद कैसे किया गया है।
- इस शब्द के अनुवाद की अन्य विधियां हैं, “विश्वासयोग्य प्रेम” या “निष्ठावान समर्पित प्रेम” या “प्रेमपूर्ण निर्भरता”।
(यह भी देखें: वाचा, विश्वास, अनुग्रह, इस्राएल, परमेश्वर की प्रजा, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
वाचा, वाचाओं
परिभाषा:
बाइबल में, "वाचा" शब्द दो पक्षों के बीच एक औपचारिक, वाचा एक विधिवत बन्धक समझौता है जिसे दोनों पक्षों को निभाना होता है।
- यह समझौता दो मनुष्यों, दो जन समूहों में या परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य हो सकता है।
- मनुष्य जब एक दूसरे के साथ वाचा बांधते हैं तब वे कुछ प्रतिज्ञाएं करते हैं और उनका पूरा करना अनिवार्य होता है।
- मनुष्यों के मध्य वाचा के उदाहरण हैं, विवाह, व्यापारिक समझौते तथा देशों के मध्य संधि।
- संपूर्ण बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों के साथ अनेक वाचाएं बांधी हैं।
- कुछ वाचाओं में परमेश्वर ने बिना शर्त अपनी भूमिका निभाने की प्रतिज्ञा की है। * उदाहरणार्थ जब परमेश्वर ने मनुष्यों के साथ बाचा बांधी थी कि वह पृथ्वी को जल प्रलय से कभी नष्ट नहीं करेगा तो उसमें मनुष्यों की कोई भूमिका नहीं थी।
- अन्य वाचाओं में परमेश्वर ने अपनी भूमिका निभाने की शर्तें रखी थी कि मनुष्य आज्ञाओं को मानें और अपना कर्तव्य निभाएं।
शब्द "नई वाचा" परमेश्वर, अपने पुत्र, यीशु के बलिदान के माध्यम से अपने लोगों के साथ की गई प्रतिबद्धता या समझौते को दर्शाता है।
- परमेश्वर के "नई वाचा" को बाइबल के भाग में समझाया गया जिसे "नया नियम" कहा जाता है।
- यह नई वाचा “पुराने” या “पूर्व” वाचा के विपरीत है जिसे परमेश्वर ने पुराने नियम के समय में इस्राएलियों के साथ बांधी थी।
- नई वाचा पुराने की तुलना में उत्तम है क्योंकि यह यीशु के बलिदान पर आधारित है, जो पूर्णरूप से लोगों के पापों के लिए प्रायश्चित करता है। पुरानी वाचा के अधीन किए गए बलिदानों ने ऐसा नहीं किया।
- परमेश्वर यीशु पर विश्वास करने वालों के हृदयों पर नई वाचा लिखते हैं। इससे उन्हें परमेश्वर की आज्ञा मानना और पवित्र जीवन जीना शुरू करना पड़ता है।
- नई वाचा पूरी तरह से अंत के समय में पूरी होगी जब परमेश्वर पृथ्वी पर अपना शासन स्थापित करते हैं। सब कुछ एक बार फिर से बहुत अच्छा होगा, जैसा कि परमेश्वर ने पहली बार दुनिया को बनाया था।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बन्धक समझौता” या “विधिवत समर्पण” या “अनुबन्ध” या “वचनबद्धता”।
- कुछ भाषाओं में वाचा बांधने की एकपक्षीय या द्विपक्षीय प्रतिज्ञाओं के अनुसार अलग-अलग शब्द होते हैं। यदि वाचा एक पक्षीय है तो इसका अनुवाद “प्रतिज्ञा” या “प्रण” हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न सुनाई दे कि मनुष्यों ने वाचा को प्रस्तावित किया है। परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य सब वाचाओं में परमेश्वर ही वाचा का प्रतिपादक है।
- "नई वाचा" शब्द का अनुवाद "नए औपचारिक समझौते" या "नए समझौते" या "नए अनुबंध" के रूप में किया जा सकता है।
- इन अभिव्यक्तियों में "नया" शब्द का अर्थ "ताजा" या "नए प्रकार का" या "दूसरा" है।
(यह भी देखें: नई वाचा, प्रतिज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:09 फिर परमेश्वर ने अब्राम के साथ एक वाचा बांधी। वाचा दो दलों के बीच एक सहमति होती है।
- 05:04 “मैं इश्माएल को भी एक बड़ी जाति बनाऊंगा, लेकिन मेरी वाचा इसहाक साथ होगी।”
- 06:04 एक लंबे समय के बाद अब्राहम की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसके अनुसार, परमेश्वर ने इसहाक को आशीष दी।
- 07:10 परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से इसहाक और इसहाक से याकूब को दी।”
- 13:02 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि वह इस्राएलियों से कहे ,“लिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
- 13:04 परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना।”
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे।
- 21:05 भविष्यवक्ता यिर्मयाह के माध्यम से, परमेश्वर ने वादा किया कि वह एक नई वाचा का निर्माण करेगा, लेकिन सिनाई में इस्राएल के साथ की गई वाचा की तरह नहीं। नई वाचा में, परमेश्वर लोगों के दिलों पर अपना नियम लिखेगा, लोग परमेश्वर को व्यक्तिगत रूप से जानेंगे, वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर उनके पापों को क्षमा करेगा। मसीहा नई वाचा शुरू करेगा।
- 21:14 मसीह की मृत्यु और पुनरुत्थान के माध्यम से, परमेश्वर पापियों को बचाने और नई वाचा शुरू करने की अपनी योजना को पूरा करेगा।
- 38:05 तब यीशु ने एक प्याला लिया और कहा, “इसे पी लो। यह मेरी नई वाचा का लहू है जो पापों की क्षमा के लिए बहाया जाता है। इसे पी कर हर बार मुझे याद करने के लिए करें।”
- 48:11 लेकिन परमेश्वर ने अब एक नई वाचा बाँधी है जो सभी के लिए उपलब्ध है। इस नई वाचा के कारण, किसी भी समूह का कोई भी व्यक्ति यीशु पर विश्वास करके परमेश्वर के लोगों का हिस्सा बन सकता है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1285, H2319, H3772, G802, G1242, G4934
विलाप करना, विलाप
परिभाषा:
“विलाप करना” “विलाप” शब्द शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना के सन्दर्भ देते हैं।
कभी-कभी इसमें पाप के लिए गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा का भाव भी होता है।
- विलाप में कराहना, रोना या छाती-पीटना हो सकता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “विलाप करना” का अनुवाद हो सकता है, “गहरा शोक” या “दुख से छाती पीटना” या “दुःखी होना”।
- "विलाप" (या "विलाप करना") का अनुवाद हो सकता है, "चिल्ला-चिल्ला कर रोना और छाती पीटना" या "गहरा दु: ख" या "दुःख भरा रुदन" या "दुःख भारी आहें"।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0056, H0421, H0578, H0592, H1058, H4553, H5091, H5092, H5594, H6088, H6969, H7015, H8567, G23540, G23550, G28700, G2875
विवेक
परिभाषा:
विवेक मनुष्य की सोच का हिस्सा है जिसके द्वारा परमेश्वर उसे जागरूक करता है जब वह कुछ पाप करता है।
- परमेश्वर ने मनुष्य को विवेक दिया कि वह उचित और अनुचित में अन्तर कर पाए।
- जो मनुष्य परमेश्वर की आज्ञा मानता है उसके लिए कहा जाता है कि उसका विवेक “शुद्ध” या “स्वच्छ” या “निर्मल” है।
- यदि मनुष्य का विवेक स्वच्छ है तो इसका अर्थ है कि वह किसी भी पाप को छिपा नहीं रहा है।
- यदि मनुष्य अपने विवेक की बात न सुने और पाप करते समय उसे अपराध-बोध न हो तो इसका अर्थ है कि उसका विवेक अनुचित कार्य के प्रति संवेदनशील नहीं है। बाइबल इसे दागा गया विवेक कहती है, जिस पर ऐसा चिन्ह लगा है जैसा गर्म लोहे से दागा जाता है। ऐसे विवेक को “संवेदनरहित” या “प्रदूषित” कहा जाता है।
- इस शब्द के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “आन्तरिक नैतिक पथ प्रदर्शन” या “नैतिक विचार”
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
विश्वास
परिभाषा:
सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”।
- किसी में “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि वह जो कहता और करता है वह सच है और विश्वासयोग्य है।
- “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उसकी पाप मोक्षक बलि में तथा पाप के दण्ड से उनकी मुक्ति में विश्वास करते हैं।
- यीशु में सच्चा विश्वास मनुष्य में आत्मिक फल या अच्छा व्यवहार उत्पन्न करता है क्योंकि उसमें पवित्र आत्मा का अन्तर्वास होता है।
- कभी-कभी “विश्वास” शब्द यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के बारे में सामान्य संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “विश्वास के सत्य”
- "विश्वास को थामे रहना" तथा "विश्वास को त्याग देना" इनके सन्दर्भ में "विश्वास" शब्द का सन्दर्भ यीशु के बारे में सब शिक्षाओं पर विश्वास करने की दशा या अवस्था से होता है|
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अंगीकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
- कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” क्रिया के रूपों द्वारा किया जा सकता है। भाववाचक संज्ञा)
- यह अभिव्यक्ति, "विश्वास को थामे रहो", इसका अनुवाद हो सकता है, "यीशु में विश्वास करते रहो" या "यीशु में विश्वास बनाए रखो"
- यह वाक्य,"उनको विश्वास के गहन सत्यों को थाम कर रखना है" इसका अनुवाद हो सकता है, "उनको यीशु के बारे में उन सब सत्यों पर विश्वास करना आवश्यक है जिनकी शिक्षा उनको दी जा चुकी है"
- यह अभिव्यक्ति, "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र", इसका अनुवाद हो सकता है, " वह मेरे पुत्र के जैसा है क्योंकि मैं ने उसको यीशु में विश्वास करना सिखाया है" या "मेरा सच्चा आत्मिक पुत्र जो यीशु में विश्वास करता है"
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 5:6 जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के विश्वास की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र पुत्र को लेकर मेरे निमित्त बलि कर दे।
- 31:7 फिर उसने (यीशु ने) पतरस से कहा, "हे अल्प- विश्वासी तू ने संदेह क्यों किया?"
- 32:16 यीशु ने उससे कहा, "तेरे विश्वास ने तुझे चंगा किया है। शान्ति से जा।"
- 38:9 यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तेरे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0529, H0530, G16800, G36400, G41020, G60660
विश्वास करना, विश्वासी, विश्वास, अविश्वासी, अविश्वास
परिभाषा:
“विश्वास करना” और “में विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर तो है परन्तु बहुत कम है।
1. विश्वास करना
- किसी बात पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है।
- किसी पर विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है।
2. में विश्वास करना
- किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ है, उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना। भरोसा करने का अर्थ है, कोई व्यक्ति वही है जो वह कहता है कि वह है, और कि वह सदा सत्य बोलेगा और वह किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है तो उसको पूरी करेगा|
- जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी बात में विश्वास करता है, तो उसका व्यवहार ऐसा होगा कि उसका विश्वास प्रकट हो|
- यह वाक्यांश "में विश्वास करना" का अर्थ वही है जो "में विश्वास" का है।
- “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए बलि होकर मारा गया। इसका अर्थ है, उस पर भरोसा रखना कि वह उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो।
3. विश्वासी
बाईबल में "विश्वासी" शब्द का सन्दर्भ उस मनुष्य से है जो मसीह यीशु में विश्वास रखता है और अपना उद्धारक होने के लिए उस पर भरोसा रखता है|
अनुवाद के सुझाव:
- “विश्वासी” शब्द का वास्तविक अर्थ है, "विश्वास करने वाला मनुष्य|"
- “मसीही” शब्द अंततः विश्वासियों का पदनाम हो गया क्योंकि इसके द्वारा संकेत मिलता है कि वे मसीह में विश्वास करते हैं और उसकी शिक्षाओं पर चलते हैं|
4. अविश्वास
"अविश्वास शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर विश्वास नहीं करना|
- बाईबल में "अविश्वास" का अर्थ है, यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करना, भरोसा नहीं रखना|
- मनुष्य जो यीशु में विश्वास नहीं करता है उसको "अविश्वासी" कहा जाता है|
अनुवाद के सुझाव
- "विश्वास करना" का नौवाद किया जा सकता है,जानना कि सच है" या "जानना कि न्यायोचित है"
- "में विश्वास करना" का अनुवाद हो सकता है, "पुर्णतः भरोसा रखना" या "भरोसा रखना और आज्ञा मानना" या "पूर्ण निर्भर करना और अनुसरण करना"
- कुछ अनुवादों में "यीशु के विश्वासी" या "मसीह के विश्वासी" कहना वरीयता में रखा गया है|
- इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "यीशु पर भरोसा रखने वाला मनुष्य" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसके लिए जीता है"
*"विश्वासी" शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां हो सकती हैं, "यीशु का अनुयायी" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसका आज्ञाकारी है"
- "विश्वासी" शब्द किसी भी विश्वासी के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है जबकि "शिष्य" और "प्रेरित" शब्द मुख्यतः उन मनुष्यों के लिए विशिष्टता में काम में लिया गया था जिन्होंने यीशु को उसके पार्थिव जीवन में देखा था| इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग करना ही उचित होगा जिससे कि वे पृथक हों|
- "अविश्वास के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, "विश्वास की कमी" या "विश्वास नहीं करना"
- "अविश्वासी" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "यीशु में विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" या "यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य"
(यह भी देखें:
(यह भी देखें: विश्वास करना, प्रेरित, मसीही, शिष्य, विश्वास, भरोसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाईबल की कहानियों के उदाहरण:
3:4 नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर विश्वास नहीं किया।
4:8 अब्राम__ ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर विश्वास किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया है।
11:2 परमेश्वर ने कहा, जो मनुष्य उस पर विश्वास करेंगा उसके पहिलौठे पुत्र को बचाने का का मार्ग उसने तैयार कर दिया है।
11:6परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे।
37:5 यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर विश्वास करती है?”
43:1 यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के विश्वासी लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे होते थे।
43:3 जब सब विश्वासी__एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया। उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक__विश्वासी पर आ ठहरी।
43:13 प्रतिदिन, बहुत से लोग __विश्वासी__बनते गये।
46:6 उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया।
__46:1__शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने विश्वासियों को सताया।
46:9 कुछ विश्वासी यरूशलेम के क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और उन्होंने अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया।
47:14 उन्होंने कलीसियाओं में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0539, H0540, G05430, G05440, G05690, G05700, G05710, G39820, G41000, G41020, G41030, G41350
विश्वास,विश्वास किया, विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता
परिभाषा:
किसी वस्तु या व्यक्ति में "विश्वास रखने का तात्पर्य है, उस वस्तु या व्यक्ति सच्चा एवं निर्भर करने योग्य है। उस विश्वास को "भरोसा" भी कहा जाता है। “विश्वासयोग्य” मनुष्य वह है जिस पर भरोसा किया जा सकता है कि वह उचित और सत्य को कहे और करे, और इसलिए वह मनुष्य जिसमें विश्वासयोग्यता का गुण है।
- भरोसा, विश्वास से संबन्धित है जब हम किसी पर भरोसा करते हैं तब हम उस पर विश्वास करते हैं कि उसने जिस बात की प्रतिज्ञा की है उसे वह पूरा करेगा।
- किसी में विश्वास करने का अर्थ है, उस पर निर्भर रहना।
- मसीह “में विश्वास” करने का अर्थ है, विश्वास करना कि वह परमेश्वर है, विश्वास करना कि वह हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए क्रूस पर मरा और हमारे उद्धार के लिए उस पर निर्भर रहना।
- “एक "विश्वासयोग्य कथन" का सन्दर्भ उस बात से है जो कही गई है और उस पर सत्य होने का भरोसा किया जा सकता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “विश्वास” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भरोसा” या “यकीन” या “पक्की आशा” या “निर्भर रहना”
- “में विश्वास रखो” का अर्थ “भरोसा रखने” से मिलता जुलता है।
- शब्द "विश्वासयोग्य" का अनुवाद हो सकता है, “निर्भर करने योग्य” या “विश्वास के योग्य” या “सदैव भरोसा करने योग्य”
(यह भी देखें: विश्वास, आत्मविश्वास, विश्वास, विश्वासयोग्य, सत्य)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है।
- __14:15__यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- __17:2__दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर पर विश्वास और उसकी आज्ञाओं का पालन करता था।
- 34:6 फिर यीशु ने उन लोगों के बारे में एक कहानी बताई जो अपने स्वयं के अच्छे कर्मों पर विश्वास रखते थे और अन्य लोगों के साथ घृणा करते थे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0539, H0982, H1556, H2620, H2622, H3176, H4009, H4268, H7365, G16790, G38720, G39820, G40060, G41000, G42760
विश्वासघाती, विश्वासघात किया
परिभाषा:
“अविश्वासी” शब्द उन लोगों को व्यक्त करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं। विश्वास में खरे न उतरने की स्थिति या अभ्यास को “विश्वासघात किया” कहा गया है।
- इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
- विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
- परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
- “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
- “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, आज्ञा नहीं मानना, विश्वास, अविश्वासी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता
परिभाषा:
परमेश्वर के प्रति “विश्वासयोग्य” होना का अर्थ परमेश्वर की शिक्षाओं पर निरंथर चलते रहने से है। अर्थात उसे पालन करने के द्वारा उसके प्रति वफादार होना।विश्वासयोग्य होने की अवस्था या स्थिति को "विश्वासयोग्यता" कहते है।
- विश्वासयोग्य मनुष्य पर प्रतिज्ञा पूर्ति का भरोसा किया जा सकता है और मनुष्यों के प्रति दायित्ववहन का भी विश्वास किया जा सकता है।
- विश्वासयोग्य मनुष्य किसी काम को करने में यत्नशील रहता है चाहे वह दीर्घकालीन एवं कठिन भी क्यों न हो।
- परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य होना, परमेश्वर हमसे जो चाहता है उसे लगातार करते रहने का अभ्यास है।
अनुवाद के सुझाव:
- अनेक संदर्भों में “विश्वासयोग्य” का अनुवाद “स्वामीभक्त” या “समर्पित” या “निर्भर करने योग्य” भी किया जा सकता है।
- अन्य संदर्भों में “विश्वासयोग्य” ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ हो, “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर में विश्वास करने और उसके आज्ञापालन में लगे रहना”।
- “विश्वासयोग्य” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विश्वास में यत्नशील रहना” या “स्वामीभक्ति” या “विश्वसनीयता” या “परमेश्वर में विश्वास एवं आज्ञापालन”
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वास)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 08:05 यहाँ तक की बंदीगृह में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी।
- 14:12 फिर भी, परमेश्वर अपनी वाचा पर निष्ठावान रहा जो उसने अब्राहम, इसहाक, व याकूब से बाँधी थी।
- 15:13 लोग ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी आज्ञाओ का पालन करेंगे।
- 17:09 दाऊद ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 18:04 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अधार्मिकता के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
- 35:12 “उसने पिता को उत्तर दिया कि, ‘देख, मैं इतने वर्ष आप के लिये ईमानदारी से काम कर रहा हूँ,
- 49:17 परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने पापों को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा।
- 50:04 यदि तुम अन्त तक मेरे प्रति वफादार रहोगे, तो परमेश्वर तुम्हें बचाएगा!”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H529, H530, H539, H540, H571, G4103
विश्वासी
परिभाषा:
“बाइबल में “विश्वासी” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो यीशु मसीह में विश्वास करके उस पर उद्धार के लिए निर्भर करता है।
- "विश्वासी" शब्द का अर्थ है "विश्वास करनेवाला।"
- मसीही शब्द अन्ततः विश्वासियों का नाम हो गया क्योंकि इस शव्द से प्रकट होता है कि वे मसीह यीशु में विश्वास करते है और उसकी शिक्षाओं पर चलते है।
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में “यीशु के विश्वासी” या “मसीह के विश्वासी” कहना अधिक उचित माना गया है।
- इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द और उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “यीशु पर भरोसा रखनेवाला मनुष्य” या “यीशु को जानने और उसके लिए जीने वाला मनुष्य”
- “विश्वासी” के अन्य अनुवाद, “यीशु का अनुयायी” या “यीशु को जानने और उसकी आज्ञा माननेवाला मनुष्य”।
- “विश्वासी” शब्द किसी भी मसीही विश्वासी के लिए एक सामान्य शब्द है जबकि “शिष्य” और “प्रेरित” शब्द उन मनुष्यों के लिए जो यीशु को इस सांसारिक जीवन में जानते थे। उचित होगा इन शब्दों का अनुवाद भिन्न-भिन्न शब्दों में किया जाए कि उन्हें अलग-अलग समझा जाए।
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, मसीही विश्वासी, चेले)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 43:01 यीशु के स्वर्ग में वापस जाने के बाद, चेले यीशु की आज्ञा के अनुसार यरूशलेम में ही ठहरे हुए थे। विश्वासी वहाँ लगातार प्रार्थना करने के लिये एक साथ एकत्र हुए।
- 43:03 जब सब विश्वासी एक जगह एकत्र हुए, अचानक वो घर जहा वे थे आकाश से बड़ी हवा की आवाज़ से भर गया। और उन्हें आग की लपटे सी कुछ दिखाई दीं और उनमें से हर एक के सिर पर आ ठहरीं।
- 43:13 हर दिन बहुत से लोग विश्वासी बन रहे थे।
- 46:06 उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा उपद्रव करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए। तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का प्रचार करते रहे।
- 46:01 शाऊल वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वास नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
- 46:09 कुछ लोग जो यरूशलेम में सताव के मारे तितर-बितर हो गए थे, वे फिरते-फिरते अन्ताकिया पहुँचे और प्रभु यीशु के सुसमाचार की बातें सुनाने लगे। और विश्वासियों को सब से पहले अन्ताकिया ही में "मसीही" कहलाए।
- __47:14__उन्होंने अनेक खतो के द्वारा कलीसियाओं के __विश्वासियों को शिक्षा और प्रोत्साहन प्रधान किया।
शब्द तथ्य:
वेदी, वेदियों
परिभाषा
वेदी एक पत्थर निर्मित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि चढ़ाते थे।
- बाइबल के युग में मिट्टी के गारे से एक छोटा टीला या बड़े-बड़े पत्थरों को एक के ऊपर एक रख स्थिर वेदी बनाई जाती थी।
- कुछ विशेष वेदियां लकड़ी के बक्से जैसी बनाई जाती थी जिन पर सोना, पीतल या कांसा चढ़ाया जाता था।
- इस्राएल की पड़ोस जातियां भी अपने देवताओं के लिए बलि चढ़ाने हेतु वेदियां बनाती थी।
(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, झूठे देवता, अन्नबलि, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 3:14 नूह जहाज़ से बहार निकल आया, उसने एक वेदी बनाई, और बलि के योग्य प्रत्येक प्रजाति के कुछ पशुओं की बलि चढ़ाई।
- 5:8 जब वे बलि चढ़ाने के स्थान पर पहुंच गए, तब अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे वेदी पर रख दिया।
- 13:9 याजक पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाए।
- 16:6 उसने(गिदोन ने) मूर्तिओं के लिए बनाई गई __वेदी__जहां होती थी वहाँ उसने (गिदोन ने) परमेश्वर को समर्पित एक नई वेदी बनाई और उस पर परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0741, H2025, H4056, H4196, G10410, G23790
व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी
परिभाषा:
“व्यभिचार” शब्द उस पाप को संदेभित करता है जब कोई विवाहित मनुष्य किसी ऐसे मनुष्य से शारीरिक सम्बन्ध बनाता है जो उसका जीवन साथी नहीं है| दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” शब्द ऐसे व्याहार या ऐसा पाप करने वाले मनुष्य का वर्णन करता है|
- "व्यभिचारी" शब्द सामान्यतः व्यभिचार करनेवाले मनुष्य के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है।
- कभी-कभी, "व्यभिचारिणी" शब्द यह निश्चित दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है कि व्यभिचार करने वाली स्त्री है|
- व्यभिचार में पति-पत्नी उनके विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ देते हैं।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी है कि वे व्यभिचार नहीं करें|
अनुवाद के सुझाव:
- यदि लक्षित भाषा में ऐसा कोई शब्द न हो जिसका अर्थ, "व्यभिचार" हो तो इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे वाक्यांश से किया जा सकता है जैसे, "किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”।
- कुछ भाषाओं में व्यभिचार को स्पष्ट व्यक्त नहीं किया जाता है जैसे, “किसी और के जीवन साथी के साथ सोना” या “अपनी पत्नी से विश्वासघात करना”। (देखें: व्यंजना)
(यह भी देखें: करना, वाचा, यौन अनैतिकता, के साथ सोना, विश्वासयोग्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:6 "तू व्यभिचार न करना।"
- 28:2 व्यभिचार मत करना
- 34:7 “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5003, H5004, G34280, G34290, G34300, G34310, G34320
व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था
परिभाषा:
सर्वाधिक भाषा में "व्यवस्था" शब्द का सन्दर्भ शासन या निर्देशनों से है जिनका पालन करना अनिवार्य होता है| बाईबल में, व्यवस्था का प्रायः सामान्य उपयोग उस हेर एक बात वरन सब बातों के लिए किया गया है जिन्हें परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा पालन करे और उन पर चले| यह विशिष्ट शब्द, "मूसा की व्यवस्था" उन आज्ञाओं और निर्देशनों के सन्दर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने इस्राएल द्वारा पालन करने हेतु मूसा को दीए थे|
- प्रकरण के आधार पर “व्यवस्था” का अभिप्राय होगाः
- पत्थर की पट्टियों पर इस्राएल के पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा दस आज्ञाएं।
- मूसा को दिए गए सब नियम
- पुराने नियम की पहली पांच पुस्तकें
- संपूर्ण पुराना नियम (जिसे नये नियम में पवित्रशास्त्र कहा गया है।)
- परमेश्वर के सब आदेश एवं इच्छा
- “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” नये नियम में इब्रानी धर्मशास्त्र (या पुराने नियम) के लिए काम में ली गई उक्ति है।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक निर्देशनों के सन्दर्भ में हैं।
- “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद हो सकता है, “इस्राएल को देने के लिए परमेश्वर ने मूसा को जो नियम सुनाए”।
- प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद यह भी हो सकता है, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था"
- “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की विधियां” इनका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश”
- “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है, “यहोवा की व्यवस्था” या “ पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा उच्चारित नियम” या "यहोवा प्रदत्त नियम" या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें”
(यह भी देखें: निर्देश, मूसा, दस आज्ञाएं, उचित, यहोवा)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:7 परमेश्वर ने और भी बहुत सी विधियां व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन व्यवस्थाओं का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\
- 13:9 जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्था का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी आज्ञाओ का पालन करेंगे।
- __16:1__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही परमेश्वर की व्यवस्था का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\
- 21:5 नई वाचा में परमेश्वर अपनी व्यवस्था उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\
- 27:1 यीशु ने उत्तर दिया, “परमेश्वर की व्यवस्था में क्या लिखा है?”\
- 28:1 यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करना।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G23160, G35510, G35650
शास्त्री, शास्त्रियों
परिभाषा:
शास्त्री वे अधिकारी थे जो राजसी या धार्मिक अभिलेखों को हस्तलेख में लिखने या नकल करने के काम का दायित्व निभाते थे। यहूदी शास्त्रियों को "यहूदी व्यवस्था विशेषज्ञ" भी कहा जाता था।
- शास्त्रियों का उत्तरदायित्व था कि पुराने नियम की पुस्तकों की प्रतिलिपि बनाकर सुरक्षित रखें।
- वे परमेश्वर की व्यवस्था पर धर्म के विचारों की व्याख्या और टीका की प्रतिलिपि बनाकर सुरक्षित रखते थे।
- कभी-कभी शास्त्री महत्वपूर्ण शासकीय अधिकारी भी होते थे।
- बाइबल में महत्वपूर्ण शास्र्यों में बारूक और एज्रा भी थे।
- नये नियम में, इस शब्द शब्द, "शास्त्री" का अनुवाद "व्यवस्थापक" भी किया गया है।
- नये नियम के समय, शास्त्री प्रायः एक धार्मिक पंथ "फरीसी" के सदस्य थे और ये दोनों समूह बार-बार एक साथ चर्चा में रहे हैं।
(यह भी देखें: व्यवस्था, फरीसी)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5608, H5613, H7083, G1122
शुद्ध करना, शोधन
परिभाषा:
शुद्ध करने का अर्थ है, पृथक करना या पवित्र करना। शोधन पवित्र करने की प्रतिक्रया है।
- पुराने नियम में, कुछ लोग और कुछ वस्तुएं परमेश्वर की सेवा के निमित्त पृथक किए गए थे या पवित्र माने गए थे।
- नये नियम की शिक्षा के अनुसार यीशु में विश्वास करने वालों को परमेश्वर पवित्र करता है। अर्थात वह उन्हें पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लेता है।
- यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, "शुद्ध करना" का अनुवाद हो सकता है, "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "परिष्कृत करना"
- जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है।
- जब इसका अर्थ "अभिषेक" हो तब इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "किसी मनुष्य (या वस्तु) को परमेश्वर की सेवा निमित्त समर्पित करना"
- संदर्भ के आधार पर, इस वाक्यांश "तुम्हारा पवित्रीकरण" का अनुवाद हो सकता है, "तुमको पवित्र करना" या "तुमको पृथक करना (परमेश्वर के लिए)" या "तुमको क्या पवित्र बनाता है"
(यह भी देखें: पवित्र करना, पवित्र, पृथक करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6942, G00370, G00380
शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण
परिभाषा:
“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिश्रित न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना।
- पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक स्राव या प्रसव से।
- पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि पापों से कैसे शुद्ध या मुक्त हुआ जाए- पशुओं के बलिदान से। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी।
- नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापमार्जन।
- मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में तथा उसके बलिदान में विश्वास के द्वारा परमेश्वर की क्षमा से क्षमा प्राप्त करने से होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “निर्मल बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना”
- “उनके शुद्ध होने के दिन पूरे हुए” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “जब निश्चित दिनों तक रूकने के बाद उन्होंने स्वयं को शुद्ध कर लिया”
- “पापों से शुद्ध होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्यों के लिए पापों से पूर्ण शोधन का मार्ग उपलब्ध करा दिया”।
- "शोधन" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, “शुद्ध होना” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना”
(यह भी देखें: प्रायश्चित, शुद्ध, आत्मा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514
शुद्ध, शोधन
परिभाषा:
“शुद्ध” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने से है या सबसे पहले, तो मैल या दाग होना ही नहीं है| "शोधन" शब्द का सन्दर्भ विशेष करके किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने की क्रिया से है|
- “शोधन” किसी वस्तु को "शुद्ध" करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” भी हो सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को सांस्कारिक परिप्रेक्ष्य में “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।
- जिस मनुष्य को कोई विशेष त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसकी त्वचा रोगमुक्त न हो जाए कि संक्रमण न फैला पाए|\ त्वचा के शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था कि उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जा सके|
- कभी-कभी “शुद्ध” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता था जिसका सन्दर्भ नैतिक शुद्धता से था अर्थात, पापिओं से "शुद्ध"
बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था|
*परमेश्वर ने इस्राएलियों को निर्देश दीए थे कि कौन से पशु "शुद्ध" हैं और कौन से पशु"अशुद्ध" हैं| अशुद्ध पशुओं को न तो खाने के लिए और न ही बलि चढ़ाने के लिए काम में लिया जाना था|
- कुछ विशेष प्रकार के चर्म रोगियों को भी "अशुद्ध" घोषित कर दिया जाता था, जब तक कि वे रोगमुक्त न हो जाएं|
- यदि इस्राएली किसी "अशुद्ध" वस्तु के संपर्क में आ जाते थे तो वे कुछ समय के लिए अशुद्ध माने जाते थे|
- अशुद्ध वस्तु का स्पर्श न करने और अशुद्ध पशु को न खाने के सम्बन्ध में परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने से इस्राएली परमेश्वर की सेवा निमित्त पृथक होते थे|
*यह शारीरिक और सांस्कारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता की द्योतक भी थी|
- एक और लाक्षणिक प्रयोग में, "अश्द्ध आत्मा" दुष्टात्मा के सन्दर्भ में है|
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है। (मैला न होने के भाव में)
- इसके अनुवाद की अन्य विधियों में हैं, "सांस्कारिक शुद्धता" या "परमेश्वर को स्वीकार्य"
- "शुद्ध"; का अनुवाद "धोने" या "शुद्ध करने" के द्वारा किया जा सकता है।
- सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शोधन" के लिए काम में लिए गए शब्दों को लाक्षणिक भाषा में भी समझा जा सकता है।
- "अशुद्ध" का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "शुद्ध नहीं" या "परमेश्वर की दृष्टि में योग्य" या "शारीरिक रूप से अशुद्ध" या "अशुस्श"
*दुष्टात्मा के सन्दर्भ में अशुद्ध आत्मा के लिए "अशुद्ध" शब्द का अनुवाद "दुष्ट" या "अशुद्ध" किया जा सकता है|
इस शब्द के अनुवाद में आत्मिक अशुद्धता का भाव होना चाहिए और इसका सन्दर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसको परमेश्वर ने स्पर्श, भोजन और बलि के लिए योग्य घोषित कर दिया है|
(यह भी देखें: अशुद्ध करना, दुष्टात्मा, पवित्र, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G01670, G01690, G25110, G25120, G25130, G28390, G28400, G33940, G36890
शुभ सन्देश, सुसमाचार
परिभाषा:
“सुसमाचार” शब्द का अर्थ वास्तव में “शुभ सन्देश” है और ऐसे सन्देश एवं घोषणा के संदर्भ में है जो मनुष्यों को लाभ पहुंचाता है या हर्षित करता है।
- बाइबल में यह शब्द क्रूस पर यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर के उद्धार के संदर्भ में प्रायः उपयोग किया जाता है।
- अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का सुसमाचार” या “परमेश्वर का सुसमाचार” और “राज्य का सुसमाचार”
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हैं, “शुभ सन्देश”, “शुभ घोषणा” या “परमेश्वर का उद्धार का सन्देश” या “परमेश्वर यीशु के बारे में अच्छी बातें सिखाता है”।
- प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार करने के बारे में क्या कहता है”।
(यह भी देखें: राज्य, बलिदान, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:6 तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
- 26:3 यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।”
- 45:10 फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
- 46:10 तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
- 47:1 एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में यीशु का प्रचार करने को गए।
- 47:13 यीशु के सुसमाचार को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
- 50:1 लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं।
- 50:2 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
- 50:3 स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को शुभ समाचार सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G20970, G20980, G42830
शैतान, दुष्ट, वह दुष्ट
तथ्य:
शैतान परमेश्वर द्वारा सृजित एक आत्मिक प्राणी है, परन्तु परमेश्वर से विद्रोह करके वह उसका बैरी हो गया। शैतान को "वह दुष्ट" भी कहा गया है।
- शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के तुल्य उपासना करवाना चाहता है।
- शैतान मनुष्यों को परमेश्वर से विद्रोह करने की परीक्षा में डालता है।
- परमेश्वर ने अपने पुत्र, यीशु को भेजा, कि मनुष्यों को शैतान के वश से मुक्त कराए।
- शैतान शब्द का अर्थ है, "बैरी" या "शत्रु।"
- शैतान शब्द का अर्थ है, "दोष लगाने वाला।"
अनुवाद के सुझाव:
- "शैतान" शब्द का अनुवाद "दोष लगाने वाला" या "दुष्ट" या "दुष्टात्माओं का राजा" या "प्रमुख दुष्टात्मा" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
- "इबलीस" का अनुवाद "विरोधी" या "बैरी" किया जा सकता है या अन्य कोई शब्द जिससे स्पष्ट हो कि वह शैतान है।
- इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न व्यक्त होना है।
- ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, बुराई, परमेश्वर का राज्य, परीक्षा करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:1 जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह शैतान था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह शैतान को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा |
- 25:6 फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |"
- __25:8__यीशु शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया|
- 33:6 तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" मार्ग एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और शैतान उस वचन उससे ले जाता है।"
- __38:7__रोटी खाते ही, यहूदा में शैतान समा गया।
- __48:4__परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि हव्वा का ही एक वंशज शैतान का सिर कुचलेगा, और शैतान उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, शैतान मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु शैतान की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
- 49:15 परमेश्वर ने तुम्हें शैतान के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है |
- 50:9 "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो दुष्ट से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह शैतान का प्रतिनिधित्व करता है।"
- 50:10 "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग शैतान के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे |
- 50:15 जब यीशु वापस आएगा तो वह शैतान और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह शैतान को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया|
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567
श्राप, श्रापित, श्राप दे रहा
परिभाषा:
“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण उत्पन्न करना।
- श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वस्तु की हानि हो।
- किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न विचार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उनके साथ बुरा हो।
- इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होने से भी हो सकता है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”,
- परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना”
- “श्रापित हो” इस उक्ति द्वारा जब मनुष्यों का वर्णन किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”।
- "श्रापित है" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।"
- "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।"
- तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ भिन्न नहीं है, तो इस उक्ति को ऐसा ही रखना उचित होगा।
(यह भी देखें: आशिष देना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 2:09 परमेश्वर ने साँप से कहा, “शापित है तू!”
- 2:11 “अब भूमि शापित है, और तुझे उसकी उपज खाने के लिये कठोर परिश्रम करना होगा।”
- 4:4 “जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे श्राप दें उन्हें मैं श्राप दूँगा।”
- 39:7 तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे श्राप दे।”
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय लिया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0422, H0423, H0779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G03310, G03320, G06850, G19440, G25510, G26520, G26530, G26710, G26720, G60350
सच्चा, सच्चाई, सत्य
परिभाषा:
“सच्चा” और “सच्चाई” तथ्यों के विचार से संबन्धित हैं, घटनाएं जो वास्तव में घटीं, और जो बातें वास्तव में कही गई। ऐसी अवधारणाओं को "सच्चा" कहते है। सत्य कथन वे बातें हैं जो वास्तविक संसार के अनुसार झूठी नहीं हैं|
- सच्ची बातें, सच्ची, वास्तविक अधिकृत, वैध तथा तथ्य आधारित होती हैं।
- सत्य का अर्थ है, समझ, विश्वास, तथ्य या सच्चा कथन होता है।
- यह कहना कि एक भविष्यवाणी "सच हो गई" या "सच हो जाएगी" का अर्थ है, भविष्यवाणी जैसा ही हुआ है या ऐसा ही होगा।
- बाईबल में सत्य की धारणा में निहित है ऐसा कार्य जो विश्वासयोग्य है और निर्भर करने योग्य है|
- यीशु ने अपने वचनों में परमेश्वर के सत्य का प्रकाशन किया था।
- परमेश्वर का वचन सत्य है। उसमें परमेश्वर के और उसकी सम्पूर्ण रचना के विषय में शिक्षा दी गई है|
अनुवाद के सुझाव:
- सन्दर्भ और प्रसंग के आधार पर "सच" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वास्तविक" या "यथार्थ" या "सही" या "उचित" या "निश्चित" या "तथ्यपूर्ण"।
- "सत्य" शब्द के अनुवाद हो सकते है "जो सच है" या "तथ्य" या "निश्चित बात" या "सैद्धांतिक"।
- "पूरा होना" वाक्यांश के अनुवाद हो सकते है: "वास्तव में हो जाना" या "पूर्ण हो जाना" या "भविष्यवाणी पूरी होना"
- "सच्चाई से चलते हुए" या "सच बोले" इन वाक्यांशों के अनुवाद हो सकते है: "सच कहना" या "जो वास्तव में हुआ वह कहना" या "विश्वास योग्य बात कहना"
- “सत्य को ग्रहण करना” का अनुवाद “परमेश्वर के बारे में तथ्यों पर विश्वास करना”
- “आत्मा और सच्चाई में परमेश्वर की आराधना करें”, इस उक्ति में, “सत्य में” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने हमें जो शिक्षा दी है उसका निष्ठापूर्वक पालन करना”
(यह भी देखें: विश्वास, विश्वासयोग्य, पूर्ति, आज्ञापालन, भविष्यद्वक्ता, अभिज्ञान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 2:4 साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह सच नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
- 14:6 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सच है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
- 16:1 इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
- __31:8__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, सचमुच, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
- 39:10 मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “सच क्या है?”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H199, H389, H403, H529, H530, H543, H544, H551, H571, H935, H3321, H3330, H6237, H6656, H6965, H7187, H7189, G225, G226, G227, G228, G230, G1103, G3303, G3483, G3689, G4103, G4137
संत, पवित्र जन
परिभाषा:
शब्द "संत" का शाब्दिक अर्थ है "पवित्र लोग" और यीशु में विश्वासियों को संदर्भित करता है।
- कलीसियाई इतिहास में, आगे चलकर भले कामों के लिए प्रसिद्ध मनुष्य के लिए "संत" शब्द का उपयोग किया गया है लेकिन यह शब्द नये नियम के समय के दौरान ऐसा इस्तेमाल नहीं किया गया था।
- यीशु के विश्वासियों को पवित्र जन इसलिए नहीं कहा गया है कि उन्होंने अच्छे काम किए परन्तु मसीह यीशु के मोक्षक कार्यों में विश्वास करने के कारण उन्हें पवित्र जन कहा गया है। वही उन्हें पवित्र बनाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- "पवित्र जन" या "यीशु के पवित्र विश्वासी" या "पवित्र" या "पवित्र लोग" या "यीशु के पवित्र विश्वासी" या "पृथक किए गए लोग।"
- सावधान रहें कि इस उक्ति द्वारा किसी समूह विशेष का भाव व्यक्त न हो।
(यह भी देखें: पवित्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2623, H6918, H6922, G40
सत्य का वचन
परिभाषा:
“सत्य का वचन” परमेश्वर के वचन और शिक्षा के लिए एक और उक्ति है। इसका संदर्भ सिर्फ एक शब्द से नहीं है।
- परमेश्वर का सत्य का वचन वह है जो परमेश्वर ने अपने बारे में मनुष्यों को सिखाया अर्थात् उसका सृजन कार्य, यीशु के द्वारा उसके उद्धार की योजना।
- इस शब्द से उस तथ्य को महत्त्व प्रदान होता है कि परमेश्वर ने हमसे जो कहा है वह सच है, विश्वासयोग्य और वास्तविक है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इसका अनुवाद “परमेश्वर का सच्चा सन्देश” या “परमेश्वर का वचन जो सच्चा है” हो सकता है।
- इस शब्द के अनुवाद में सत्य होने का भाव प्रकट किया जाना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: सत्य, वचन, परमेश्वर का वचन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487
सदूकी, सदूकियों
परिभाषा:
मसीह यीशु के युग में सदूकी यहूदियों के याजकों में से उभरा एक राजनीतिक दल था। जो रोमी राजा का विरोधी था और पुनरूत्थान में विश्वास नहीं करता था।
- अनेक सदूकी धनवान उच्चवर्गीय यहूदी थे जिनके हाथ में प्रभावशाली अगुआई के पद थे जैसे प्रधान याजक और महायाजक।
- सदूकियों के दायित्वों में मन्दिर के देखरेख करना तथा याजकीय सेवाएँ जैसे बलि चढ़ाना था।
- सदूकियों और फरीसियों ने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए रोमी प्रशासकों को विवश किया था।
- यीशु ने इन दो पंथों के स्वार्थ और पाखण्ड की निन्दा की थी।
(यह भी देखें: प्रधान-याजकों, महासभा, महायाजक, कपटी, यहूदी अगुवों, फरीसी, याजक)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सनातन, अनन्त, अनंत काल
परिभाषा:
“सनातन” और “अनन्त” के अर्थ लगभग एक से ही हैं और सदा उपस्थित या सदाकालीन बात का संदर्भ देते हैं।
- “अनन्तकाल” इस बात का संदर्भ देते हैं जिसकी न आरंभ या न ही अन्त है। इसका संदर्भ ऐसे जीवन से भी है जिसका अन्त नहीं।
- इस वर्तमान पार्थिव जीवन के बाद, मनुष्य परमेश्वर के साथ स्वर्ग में या परमेश्वर से अलग नरक में अनन्त जीवन व्यतीत करेंगे।
- “अनन्त जीवन” और “सदा का जीवन” नये नियम में परमेश्वर के साथ स्वर्ग में सदा के जीवन के लिए काम में ली गई उक्तियां हैं।
- “ युगानुयुग” इस उक्ति द्वारा अनन्तकाल या अनन्त जीवन व्यक्त किया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “अनन्त” और “सदाकाल” का अनुवाद करने की अन्य विधियां, “अन्तरहित” या “कभी नहीं रूकनेवाला” या “सदा चलनेवाला” हो सकते है।
- “अनन्त जीवन” और “सदा का जीवन” का अनुवाद, “जीवन जिसका अन्त नहीं या “जीवन जो रुके बिना चलता है” या “ देह का पुनरूत्थान अनन्त जीवन पाने के लिए” हो सकता है।
- प्रकरण के आधार पर “अनन्तकाल” की अनुवाद विधियां, “समय के परे उपस्थित” या “समाप्त न होने वाला जीवन” या “स्वर्ग का जीवन” हो सकता है।
- *स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: सदाकालीन, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 27:01 एक दिन, यहूदियों के कानून में एक विशेषज्ञ यीशु की परीक्षा लेने के लिए आया था, उन्होंने कहा, "शिक्षक, मुझे अनन्त जीवन पाने के लिए क्या करना चाहिए ?"
- 28:01 एक दिन, एक अमीर युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छा शिक्षक, मुझे क्या करना चाहिए __ अनन्त जीवन__ प्राप्त करने के लिए ?" यीशु ने उस से कहा, "तुम मुझसे क्यों पूछ रहे हो के अच्छा क्या है।? केवल एक ही है जो अच्छा है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तुम __ अनन्त जीवन__ पाना चाहते हो, तो परमेश्वर के नियमों का पालन करें। "
- 28:10 यीशु ने उत्तर दिया, "जिसने मेरे नाम के लिए घर, भाइयों, बहनों, पिता, माता, बच्चों या संपत्ति को छोड़ दिया है, उसे सौ गुणा अधिक मिलेगा और अनन्त जीवन भी प्राप्त करेगा।"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3117, H4481, H5331, H5703, H5705, H5769, H5865, H5957, H6924, G126, G165, G166, G1336
सब्त
परिभाषा:
"सब्त" शब्द का अर्थ है सप्ताह का सातवां दिन, जिसके लिए परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि उस दिन को विश्राम करने के लिए प्रिथक कर दें, उस दिन कोई कार्य नहीं करें।
- परमेश्वर ने छः दिन ब्रह्माण्ड की रचना की, और सातवें दिन विश्राम किया। इसी प्रकार, परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि सातवें दिन को पवित्र मानकर विश्राम का विशेष दिन रखें और उसकी आराधना करें।
- "सब्त के दिन को पवित्र रखने" की आज्ञा दस आज्ञाओं में से एक है जिन्हें परमेश्वर ने पत्थर की पट्टियों पर लिखकर मूसा को इस्राएल के लिए दिए थे।
- यहूदी दिनों की गिनती के अनुसार, सब्त का दिन शुक्रवार सूर्यास्त से आरंभ होकर शनिवार सूर्यास्त तक होता था।
- बाइबल में कभी-कभी मात्र सब्त के स्थान पर "सब्त का दिन" कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इसको इस प्रकार से भी अनुवाद किया जा सकता है जैसे कि "विश्राम दिवस" या "विश्राम के लिए दिन" या "काम नहीं करने का दिन" या "परमेश्वर के विश्राम का दिन।"
- कुछ अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखकर प्रकट किया जाता है कि यह एक विशेष दिन है, जैसे कि "विश्राम दिवस" या "विश्राम का दिन।"
- ध्यान दें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्राम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:5"तू सब्त के दिन को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना | छ: दिन तो तू परिश्रम करके अपना सब काम-काज करना, परन्तु सातवा दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है |"
- __26:2__यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | सब्त के दिन वह आराधना करने के स्थान पर गया |
- __41:3__यीशु को दफ़नाने के दिन के बाद सब्त का दिन था, और यहूदियों को उस दिन कब्र पर जाने की अनुमति नहीं थी|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4868, H7676, H7677, G4315, G4521
सर्वदा
परिभाषा:
बाइबल में “सर्वदा” शब्द का अर्थ है, अनन्त समय। कभी-कभी इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है जिसका अर्थ है, “बहुत लम्बा समय”।
- “युगानुयुग” अर्थात सदा अस्तित्वान वस्तु।
- “युगानुयुग” इस उक्ति द्वारा अनन्तकाल या अनन्तजीवन व्यक्त किया जाता है। इसमें अनन्त समय का भाव निहित है।
- परमेश्वर ने कहा था कि दाऊद का राज्य “सर्वदा” का होगा। इसका अभिप्राय है कि दाऊद का वंशज यीशु राजा होकर सदा राज करता रहेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “सत्त” या “अनन्त” हो सकता है।
- "सदा का होगा" इसका अनुवाद हो सकता है: "सदा बना रहेगा" या “कभी समाप्त न होगा” या “सदा बना रहेगा”
- प्रभावोत्पादक उक्ति “युगानुयुग”, इसका अनुवाद हो सकता है, “सदा-सदा के लिए” या “कभी अन्त न होनेवाला” या “जो कभी समाप्त नहीं होगा”
- दाऊद का राज सदा का होगा, इसका अनुवाद हो सकता है, “दाऊद का वंशज सदा राज करेगा” या “दाउद का वंशज सदा राज करता रहेगा”
(यह भी देखें: दाउद, अनन्त, राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3117, H4481, H5705, H5331, H5703, H5769, H5865, H5957, G165, G166, G1336
सर्वशक्तिमान
तथ्य:
“सर्वशक्तिमान” का वास्तविक अर्थ है “सबसे अधिक शक्तिशाली” बाइबल में यह शब्द परमेश्वर को सम्बोधित करता है।
- “सर्वशक्तिमान” या “सर्व-सामर्थी” शब्द परमेश्वर के संदर्भ में हैं और प्रकट करते है कि उसे सब पर पूर्व अधिकार एवं सामर्थ्य प्राप्त है।
- इस शब्द द्वारा परमेश्वर को पदनामों दिया गया है, “सर्वशक्तिमान परमेश्वर” या “सर्व-सामर्थी परमेश्वर” या “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर”
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “सर्वसामर्थी” या "सर्वशक्तिमान" या "परमेश्वर, जो सर्वशक्तिमान है"
- “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर” के अनुवाद हो सकते हैं, “सामर्थी शासक परमेश्वर” या “सर्वशक्तिमान प्रभुता संपन्न परमेश्वर” या “सामर्थी परमेश्वर जो एक महान स्वामी है”।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: परमेश्वर, प्रभु, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
संसार, सांसारिक
परिभाषा:
“संसार”शब्द आमतौर पर ब्रह्माण्ड के उस भाग को दर्शाता है जहां मनुष्य वास करता हैं: पृथ्वी “सांसारिक” शब्द इस संसार के लोगों की बुरी मान्यताओं तथा व्यवहार का विवरण देता है।
- सामान्य अर्थ में “संसार” आकाश और पृथ्वी और जो कुछ उनमें है उसे दर्शाता है।
- अनेक संदर्भों में “संसार” का अर्थ “संसार के लोग” होता है।
- कभी-कभी इसका संकेत पृथ्वी के बुरे लोगों या उन लोगों से है जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं।
- प्रेरितों ने भी “संसार” शब्द को मनुष्यों के स्वार्थी स्वभाव और भ्रष्ट मान्यतायों के लिए काम में लिया है। इसका अर्थ मानवीय प्रयासों पर आधारित धार्मिकता के पाखंड के धर्म आधारित अभ्यास भी होता है।
- इन मान्यताओं पर निर्भर मनुष्य और वस्तुओं के लक्षणों को “सांसारिक” कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव
- सन्दर्भ के अनुसार “संसार” का अनुवाद “ब्रह्माण्ड” या “संसार के लोग” या “संसार की भ्रष्ट बातें” या “संसार के मनुष्यों का दुष्ट स्वभाव” भी हो सकता है।
- “संपूर्ण संसार” का अर्थ प्रायः “अनेक लोग” और विशेष क्षेत्र के रहने वाले लोगों से होता है। उदाहरणार्थ, “सारी पृथ्वी के लोग मिस्र में आए।” इसका अनुवाद हो सकता है, “आस-पास के देशों से बहुत लोग मिस्र आए” या “मिस्र के आसपास के सब देशों के लोग वहां आए”।
- "रोमी साम्राज्य में सब लोग जनगणना के लिए अपना नाम लिखवाने के लिए अपने-अपने जन्म स्थान को गए" इसका अनुवाद हो सकता है: "बहुत से लोग जो रोमी साम्राज्य के अधीन के राज्यों में रहते थे गए..."।
- सन्दर्भ के अनुसार “सांसारिक” का अनुवाद “बुरा” या “पापमय” या "स्वार्थी" या “अभक्त” या “भ्रष्ट” या “संसार के लोगों की भ्रष्ट मान्यताओं द्वारा प्रभावित” हो सकता है।
- “संसार को यह बातें कहना” का अनुवाद “संसार के लोगों से यह बात कहना” हो सकता है,।
- अन्य संदर्भों में “संसार में” का अनुवाद हो सकता है, “संसार के लोगों में रहते हुए” या “अभक्त लोगों में रहते हुए”
(यह भी देखें: भ्रष्ट, स्वर्ग, रोम, अभक्त)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H776, H2309, H2465, H5769, H8398, G1093, G2886, G2889, G3625
सहभागिता
परिभाषा:
सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है, किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, जो एक सी रूचियों और अनुभवों को साझा करते हैं।
- बाइबल में “सहभागिता” शब्द मसीह के विश्वासियों की एकता के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो विश्वासी मसीह के साथ और पवित्र आत्मा के द्वारा एक दूसरे के साथ रखते हैं।
- आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे।
- विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी सहभागिता रखते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “सहभागिता के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “आपस में बाँटना” या “संबन्ध” या “संगति” या “मसीही समुदाय”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790
साक्षी, गवाहों, गवाह, बातों के देखनेवाले
परिभाषा:
“साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है, जिसने व्यक्तिगत रूप से किसी बात का अनुभव किया है। गवाह प्रायः वह मनुष्य है जो किसी सच बात का साक्षी है। साक्षात गवाह अर्थात अपनी आंखों से किसी घटना को देखने वाला।
- किसी बात का गवाह होना अर्थात उसे देखना।
- अभियोग में गवाह “साक्षी देता है” या “गवाही देता है” इसका अर्थ वही है जो गवाही देने का है।
- गवाहों से अपेक्षा की जाती है कि उन्होंने जो देखा या सुना है उसको सच-सच बताएं।
- जो गवाह सच नहीं बोलता उसे “झूठा गवाह” कहते हैं। उसके लिए कहा जाता है कि वह “झूठी गवाही देता है” या वह “झूठा साक्षी है”।
- “के बीच गवाह होना” अर्थात वाचा बांधने का कोई गवाह है या कोई वस्तु साक्षी है। ऐसा गवाह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक पक्ष अपनी प्रतिज्ञा पूरी करे।
अनुवाद के सुझाव:
- “गवाह” और “साक्षात गवाह” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ, “देखने वाला व्यक्ति” या “जिसने होते हुए देखा” या “जिन्होंने देखा और सुना” हो।
- कुछ ऐसा "एक गवाह" का अनुवाद "वादा" या "हमारे वादे का चिन्ह" या "कुछ ऐसा साबित करता है जो यह सच है।"
- वाक्यांश "आप मेरे गवाह होंगे" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है "आप अन्य लोगों को मेरे बारे में बताएंगे" या "आप लोगों को सच्चाई सिखाना होगा जो मैंने आपको सिखाया था" या "आप लोगों को बताएंगे कि आपने मुझे क्या करते देखा है और सिखाते सुना। "
- '' गवाह होने के लिए '' का अनुवाद "जो देखा वह बताना" या "गवाही देने " या "क्या हुआ यह बताने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
- "किसी का गवाह होने के लिए" का अनुवाद "कुछ देखना" या "कुछ अनुभव करने के लिए" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दोष, न्याय, सत्य, साक्षी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 39:02 घर के अन्दर प्रधान याजकों ने यीशु की जाँच शुरू की। वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे।
- 39:04 इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या न्याय है?”
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए | वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे, तुम इन सब बातों के गवाह हो।”
- 43:07“इसी यीशु को परमेश्वर ने फिर से जिलाया, जिसके हम सब गवाह है।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, G267, G1263, G2649, G3140, G3141, G3142, G3144, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577
सामर्थ्य, शक्तियाँ
परिभाषा:
“सामर्थ्य” शब्द का अर्थ है कुछ करने की क्षमता या बहुत अधिक बल लगाकर कुछ होना संभव करना। “शक्तियों” का संदर्भ मनुष्यों या आत्माओं से है जिनमें कुछ करने की महान शक्ति होती है।
- “परमेश्वर का सामर्थ्य” अर्थात् सब कुछ संभव बनाने की परमेश्वर की शक्ति, विशेष करके वे काम जो मनुष्य के लिए असंभव है।
- परमेश्वर को अपनी संपूर्ण सृष्टि का पूर्ण अधिकार है।
- परमेश्वर जो चाहता है उसे करने के लिए अपने लोगों को सामर्थ्य प्रदान करता है जिससे कि जब वे मनुष्यों को रोगमुक्ति प्रदान करें या अन्य आश्चर्यकर्म करें तो वह परमेश्वर के सामर्थ्य से माने जाएं।
- यीशु और पवित्र-आत्मा भी परमेश्वर हैं इसलिए उनकी सामर्थ्य भी समान है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “सामर्थ्य” का अनुवाद “क्षमता” या “शक्ति” या “ऊर्जा” या “चमत्कारों की क्षमता” या “नियंत्रण” हो सकता है।
- “शक्तियों” का अनुवाद हो सकता है, “शक्तिशाली प्राणी” या “वश में करने वाली आत्माएं” या “मनुष्यों को वशीभूत करने वाले”
- “हमें बैरी के हाथों से बचा” का अनुवाद होगा, “हमें अपने बैरियों के अत्याचार से बचा” या “हमें अपने शत्रुओं के वश से छुड़ा ले”। * यहां “सामर्थ्य” का अर्थ है मनुष्यों को वश में करने और उन पर अत्याचार करने की शारीरिक क्षमता”।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, यीशु, आश्चर्यकर्म)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 22:05 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |”
- 26: 1शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति में लौट आए।
- 32:15 यीशु ने तुरन्त जान लिया कि मुझ में से सामर्थ्य निकली है |
- 42:11 यीशु के मरे हुओ में से जी उठने के चालीस दिनों के बाद, उसने अपने चेलों से कहा कि तुम यरूशलेम में ही रहना जब तक कि मेरे पिता तुम्हे पवित्र आत्मा का __सामर्थ्य __तुम्हे न दे |”
- 43:06“हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो |
- 44:08 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H410, H1369, H1370, H2220, H2393, H2428, H2429, H2632, H3027, H3028, H3581, H4475, H4910, H5794, H5797, H5808, H6184, H7786, H7980, H7981, H7983, H7989, H8280, H8592, H8633, G1411, G1415, G1754, G1756, G1849, G1850, G2159, G2478, G2479, G2904, G3168
सिय्योन की बेटी
परिभाषा:
“सिय्योन की बेटी” इस्राएल के लिए प्रयुक्त प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। इसका उपयोग प्रायः भविष्यद्वाणियों में किया जाता है।
- पुराने नियम में “सिय्योन” शब्द यरूशलेम नगर के लिए प्रयोग किया गाया दूसरा नाम है।
- “सिय्योन” और “यरूशलेम” दोनों शब्द इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी काम में लिए गए हैं।
- “बेटी” शब्द ममता और वात्सल्य का शब्द है। यह परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा के प्रति उसके धीरज और देखरेख के लिए एक रूपक है।
अनुवाद के सुझाव:
- इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सिय्योन से मेरी पुत्री इस्राएल” या “सिय्योन के लोग जो मेरे लिए पुत्री जैसे हैं” या “सिय्योन मेरे प्रिय जन इस्राएल”।
- इस अभिव्यक्ति में “सिय्योन” शब्द को इसी रूप में रखना उचित है क्योंकि बाइबल में उसका अनेक बार उपयोग किया गया है। अनुवाद में एक टिप्पणी लिखी जा सकती है कि उसका प्रतिकात्मक अर्थ और भविष्यद्वाणी का उपयोग स्पष्ट किया जाए।
- “पुत्री” शब्द को भी इस अभिव्यक्ति के अनुव्वाद में ज्यों का त्यों रखना उचित है जब तक कि उसका अर्थ यथार्त रूप में समझा जाता है।
(यह भी देखें: यरूशलेम, भविष्यद्वक्ता, सिय्योन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सिय्योन, सिय्योन पर्वत
परिभाषा:
“सिय्योन” या “सिय्योन पर्वत” एक दृढ़ गढ़ के संदर्भ में है जिसे राजा दाऊद ने यबूसियों से जीता था। दोनो शब्द यरूशलेम के संबोधन के अन्य रूप हुए थे।
- सिय्योन पर्वत और मोरिय्याह पर्वत वे दो पर्वत थे जिन पर यरूशलेम नगर बसा हुआ था। आगे चलकर “सिय्योन” और “सिय्योन पर्वत” इन पर्वतों और यरूशलेम नगर के उपनाम हुए। कभी-कभी ये शब्द यरूशलेम के मन्दिर के संदर्भ में भी काम में लिए गए हैं। (देखें: लक्षणालंकार)
- दाऊद ने सिय्योन या यरूशलेम को “दाऊद नगर” नाम दिया था। यह स्थान दाऊद के अपने स्थान, बैतलहम से भिन्न था जिसे दाऊद नगरी भी कहा गया है।
- “सिय्योन” शब्द को अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा।
(यह भी देखें: अब्राहम , दाऊद, यरूशलेम, बैतलहम, यबूसी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सीधे, सिधाई
परिभाषा:
“सीधे” और “सिधाई” शब्दों का अर्थ है परमेश्वर के नियमानुसार आचरण करना।
- इन शब्दों के अर्थ में सीधा खड़ा होना और सीधा देखने का मूल विचार निहित है।
- एक खरा मनुष्य परमेश्वर के नियमों का पालन करता है और उसकी इच्छा के विरूद्ध कुछ नहीं करता है।
- “खराई” और “धार्मिकता” के समानार्थक शब्द हैं और कभी-कभी समानान्तर रचना में काम में लिए जाते हैं जैसे “खराई और धार्मिकता” (देखें: समानता)
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “सीधे” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “उचित व्यवहार करना” या “उचित काम करनेवाला” या “परमेश्वर के नियमानुसार चलना” या “परमेश्वर का आज्ञाकारी” या “उचित आचरण रखना”।
- “सिधाई” शब्द का अनुवाद “नैतिक शुद्धता” या “अच्छे नैतिक चरित्र” या “औचित्य”
- “खरे” का अनुवाद “सच्चे लोग” या “निष्कपट लोग” हो सकता है।
(यह भी देखें: सत्यनिष्ठा, व्यवस्था, व्यवस्था, पालन, शुद्ध, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1368, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5977, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G3716, G3717
सुसमाचार प्रचारक, सुसमाचार सुनानेवाले
परिभाषा:
“सुसमाचार प्रचारक” मनुष्यों को मसीह यीशु का सुसमाचार सुनाता है।
- “सुसमाचार प्रचारक” का मूल अर्थ है “शुभ सन्देश सुनानेवाला”।
- यीशु ने अपने चेलों को भेजा कि मनुष्यों में शुभ सन्देश प्रसारित करें कि यीशु और पाप के मोचन को उसके बलिदान द्वारा परमेश्वर के राज्य का भाग कैसे बनें।
- सब मसीही विश्वासियों से आग्रह किया जाता है कि इस शुभ सन्देश को सुनाए।
- कुछ विश्वासियों को विशेष आत्मिक वरदान प्राप्त है कि मनुष्यों में इस शुभ सन्देश का प्रभावी प्रचार करें। इन मनुष्यों के पास सुसमाचार प्रचार का वरदान है और इन्हें “सुसमाचार प्रचारक” कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “सुसमाचार प्रचारक” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “सुसमाचार सुनाने वाला” या “सुसमाचार का शिक्षक” या “सुसमाचार सुनानेवाला व्यक्ति(यीशु के बारे में)” या “शुभ समाचार घोषणा।”
(यह भी देखें: शुभ सन्देश, आत्मा, वरदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सूबेदार
परिभाषा:
सूबेदार रोमी सेना का अधिकारी था जिसके अधीन सौ सैनिक होते थे।
- इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभारी अधिकारी”।
- एक रोमी सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे।
- यीशु के क्रूसीकरण का कर्ताधर्ता सूबेदार यीशु की मृत्यु को देखकर आश्चर्यचकित हो गया था।
- परमेश्वर ने एक सूबेदार को पतरस के पास भेजा कि पतरस उसे यीशु का सुसमाचार सुनाए।
(यह भी देखें: रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G15430, G27600
सेनाओं का यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर, आकाश के गण, आकाश का सारा तारागण, सेनाओं का प्रभु
परिभाषा:
“सेनाओं का यहोवा” और “सेनाओं का परमेश्वर” ये पदनाम हजारों स्वर्गदूतों पर परमेश्वर के अधिकार को दर्शाते हैं जो उसकी आज्ञा का पालन करते हैं।
“सेना” या “सेनाओं” ये शब्द किसी भी बात की बड़ी संख्या को व्यक्त करते हैं जैसे सेना या सितारों की विशाल संख्या। यह बुरी आत्माओं सहित सभी कई आत्माओं के संदर्भ में भी है। संदर्भ यह स्पष्ट करता है कि क्या संदर्भित किया जा रहा है। “स्वर्ग की सेना” सितारों, ग्रहों और अन्य आकाशीय पिण्डों के लिए काम में लिए जाते हैं।
नए नियम में, वाक्यांश, "सेनाओं का प्रभु" का अर्थ "सेनाओं का यहोवा" के समान है, लेकिन इसका इस तरह से अनुवाद नहीं किया जा सकता है क्योंकि "यहोवा" इब्रानी शब्द है नए नियम में प्रयोग नहीं किया गया है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “सेनाओं का यहोवा” के अनुवाद हो सकते हैं, “स्वर्गदूतों पर राज करने वाला परमेश्वर” या “स्वर्गदूतों की सेनाओं पर राज करने वाला परमेश्वर” या “यहोवा जो स्वर्गदूतों पर राज करता है।”
- "सेनाओं का" "सेनाओं का परमेश्वर" या "सेनाओं का प्रभु" के सन्दर्भ में इसका अनुवाद, वैसा ही किया जाए जैसा ऊपर "सेनाओं का यहोवा" किया गया है|
- कुछ कलीसियाओं में "यहोवा" शब्द को स्वीकार नहीं किया जाता है| वे "सेनाओं का प्रभु" काम में लेते है जिसमें प्रभु शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है| यह अनेक बाईबल संस्कारों के अनुसार है| इन कलीसियाओं के लिए "सेनाओं का यहोवा" का अनुवाद पुराने नियम में "सेनाओं का यहोवा" को काम में लिया जाता है|
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, अधिकार, परमेश्वर, प्रभु, प्रभु, प्रभु यहोवा यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H430, H3068, H6635
सेवक, सेवकों
परिभाषा:
सेवक स्थानीय कलीसिया का परिचारक होता था, उनकी व्यवहारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता था जैसे भोजन और आर्थिक व्यवस्था.
- सेवक शब्द यूनानी शब्द “डीकन” से निकला है जिसका अर्थ है, "सेवक" या "परिचारक."
- आरंभिक कलीसिया के समय ही से सेवक का दायित्व कलीसिया में एक सुस्पष्ट भूमिका एवं सेवा रहा है.
- उदाहरणार्थ नये नियम के युग में सेवक सुनिश्चित करते थे कि विश्वासी जो पैसा और भोजन उपलब्ध करवाते थे, उसका बंटवारा विधवाओं में निष्पक्षता से किया जाए.
- “सेवक” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “कलीसियाई सेवक” या “कलीसियाई कर्मी” या “कलीसियाई परिचारक” या अन्य कोई उक्ति जिसके द्वारा स्पष्ट हो कि स्थानीय मसीही समुदाय के लिए लाभकारी विशिष्ट कार्य हेतु विधिवत नियुक्त किया गया व्यक्ति.
(यह भी देखें: सेवक, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय
परिभाषा:
जिस शब्द का अनुवाद, “स्वर्ग” किया गया है उसका सन्दर्भ प्रायः उस स्थान से है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी हो सकता है।
“आकाशमण्डल” का संदर्भ उन सब से है जिनको हम पृथ्वी के ऊपर देखते हैं, इनमें सूर्य, चाँद और सितारे भी हैं। उसमें ऐसे आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम पृथ्वी से अपरोक्ष देख नहीं सकते हैं।
“आकाश” शब्द पृथ्वी के ऊपर नीली विस्तार से है जिसमें बादल हैं और हमारी श्वास वायु व्याप्त है| सूर्य और चंद्रमा के लिए भी प्रायः कहा जाता है कि वे "ऊपर आकाश में" हैं।
बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान से भी होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” के अनुवाद में “स्वर्ग” को ही रखा जाए क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है।
- “आकाशमण्डल” या “तारागण” का अनुवाद किया जा सकता है, “सूर्य, चाँद और सितारे” या “ब्रह्माण्ड में सब सितारे”।
- “आकाश के तारों” का अनुवाद किया जा सकता है, “आकाश के सितारे” या “मंदाकिनी के सितारे” या “ब्रह्माण्ड के सितारे”
(यह भी देखें: परमेश्वर का राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 4:2 फिर उन्होंने स्वर्ग तक ऊंचा गुम्लंमत बनाना आरम्भ किया।
- 14:11 उसने (परमेश्वर) उन्हें स्वर्ग से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।”
- 23:7 तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।”
- 29:9 तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो स्वर्ग में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।”
- 37:9 तब यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है।
- 42:11 प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G09320, G20320, G33210, G37700, G37710, G37720
स्वर्गदूत, प्रधान स्वर्गदूत
परिभाषा:
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए गए सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें. और करें| “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है या उनकी अगुवाई करता है.
- "स्वर्गदूत" शब्द का मूल अर्थ है "सन्देशवाहक."
- "प्रधान स्वर्गदूत" का मूल अर्थ है, "परम सन्देशवाहक." बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है.
- बाइबल में स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाया था. इन सन्देशों में निर्देश थे कि परमेश्वर मनुष्यों से क्या करवाना चाहता था.
- स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व समय की घटनाओं की जानकारी भी दी थी.
- स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता है, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि हैं. बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो.
- स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना.
- “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है कि जैसे यहोवा स्वयं कह रहा हो.
अनुवाद के सुझाव:
- “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सेवक” या “परमेश्वर की सन्देशवाहक आत्मा.”
- “प्रधान स्वर्गदूत” का अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख शासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ” हो सकता है.
- ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है.
- “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई दिया”
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: प्रधान, सिर, दूत, मीकाएल, शासक, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 2:12 जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली स्वर्गदूतों को वाटिका के द्वार पर रख दिया.
- __22:3__उस स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं."
- 23:6 अचानक, एक चमकता हुआ स्वर्गदूत उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे बहुत डर गए. तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है,"
- 23:7 तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति करते हुए स्वर्गदूतों से आकाश भर गया.
- 25:8 तब स्वर्गदूत आए और यीशु की सेवा करने लगे.
- 38:12 यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक स्वर्गदूत भेजा.
- 38:15 " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर __स्वर्गदूतों __की पलटन मंगा सकता हूँ.
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H4397, H4398, H8136, G00320, G07430, G24650
हाय
परिभाषा:
“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को आगामी घोर कष्टों के अनुभव की चेतावनी भी दी जाती है।
- “हाय उन पर” इस अभिव्यक्ति में एक चेतावनी है कि वे लोग अपने पापों के कारण कष्टों का अनुभव करेंगे।
- बाइबल में अनेक स्थानों में “हाय” शब्द को दोहराया गया है जिसका अभिप्रेत अर्थ है भयानक दण्ड की प्रबलता व्यक्त करना है।
- मनुष्य कहता है, “हाय मुझ पर” तो इसका अर्थ है घोर कष्टों के कारण दुःख व्यक्त करना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “हाय” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “अगाध दुख” या “शोक” या “आपदा” या “विनाश”
- इस अभिव्यक्ति, "हाय ("शहर का नाम) पर" का अनुवाद हो सकता है, "(शहर का नाम) के लिए कैसा भयानक होगा" या "(उस शहर) के लोगों को गंभीर दंड जाएगा" या "उन लोगों को बहुत भुगतना होगा। "
- यह अभिव्यक्ति, "हाय मुझे पर!" या "मुझ पर हाय!" का अनुवाद हो सकता है, "मैं कितना दुखी हूँ!" या "मैं बहुत उदास हूँ!" या "यह मेरे लिए कैसा भयानक है!"
- यह अभिव्यक्ति, "तुझ पर हाय" का अनुवाद हो सकता है "तू कष्टों का मारा होगा" या "तू भयानक परेशानियों का अनुभव करेगा।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0188, H0190, H0337, H0480, H1929, H1945, H1958, G37590
हृदय, मन
परिभाषा:
शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त प्रवाहित करता है। तथापि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए किया गया है।
- “कठोर मन” एक सामान्य अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति हठपूर्वक परमेश्वर को मानने से इंकार करता है।
- “अपने पूरे हृदय से” या “अपने पूरे मन से” अर्थात, आरक्षण रहित पूर्ण निष्ठा से, समर्पण से, या इच्छा से।
- “मन में बसा लेना” अर्थात किसी बात को गंभीरता से लेते हुए जीवन में आत्मसात कर लेना।
- “दिल टूटना” अर्थात एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बहुत दुखी है। वह व्यक्ति भावनात्मक रूप से बहुत आहत हुआ है।
अनुवाद के सुझाव
- कुछ भाषाओं में विचारों के लिए “पेट” या “कलेजा” जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है।
- कुछ भाषाओं में एक विचार के लिए एक शब्द दूसरे विचार के लिए दूसरा शब्द काम में लिया जाता है।
- यदि “हृदय” या अन्य दैहिक अंग इस अर्थ को व्यक्त नहीं कर पाते तो उन भाषाओं में सीधा-सीधा “विचार” या “भावना” या “इच्छा” शब्द काम में लिया जाए।
- प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”।
- “मन में बसा लेना” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”।
- “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “ या “लगातार परमेश्वर की अवज्ञा करना”
- “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना” या "भावनाओं को गहरी चोट पहुंचना"
(यह भी देखें: कठोर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G06740, G12820, G12710, G21330, G25880, G25890, G46410, G46980, G55900
Names
यूनानी, यूनानी, यूनानीवादी
तथ्य:
शब्द "यूनानी" यूनान देश में बोली जाने वाली भाषा को संदर्भित करता है, यह शब्द यूनान देश के व्यक्ति के लिए भी उपयोग किया है। यूनानी भी रोमन साम्राज्य भर में बोली जाती थी यूनानी का अर्थ था “यूनानी भाषा बोलने”
- क्योंकि रोमन साम्राज्य में अधिकांश गैर-यहूदी लोग यूनानी भाषा बोलते हैं, इसलिए नए नियम में अन्यजातियों को अक्सर "यूनानी" कहा जाता है, विशेष रूप से जब यहूदियों के साथ विषमता दर्शाई गई हो।
- यह वाक्यांश, "यूनानी यहूदी" का सन्दर्भ यहूदियों से है जो यूनानी भाषा बोलते थे जो "इब्रानी यहूदियों" की विषमता में था क्योंकि वे केवल इब्रानी भाषा या संभवतः अरामी भाषा बोलते थे। यूनानीवादी" यूनानी भाषा-भाषी के लिए यूनानी शब्दोच्चारण से वियुत्पन्न है|
- “यूनानी” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं; “यूनानी बोलनेवाले” या “यूनानी संस्कृति के” या “यूनानी”।
- गैर-यहूदियों के संदर्भ में, "यूनानी" का अनुवाद हो सकता है, “अन्य-जाति।"
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, अन्यजाति, यूनान, इब्रानी, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: H3125, G16720, G16730, G16740, G16750, G16760
तथ्य:
याकूब मरियम और यूसुफ का पुत्र था। वह यीशु का अर्धभ्राता, छोटा भाई था।
- यीशु के अन्य भाई (यीशु की माता, मरियम के पुत्र) यूसुफ, यहूदा, शमौन थे।
- यीशु जब तक जीवित था, याकूब और उसके भाई उसे मसीह नहीं मानते थे।
- जब यीशु मृतकों में से जी उठा तब याकूब ने उस पर विश्वास किया और वह यरूशलेम की कलीसिया का अगुआ ठहरा।
- नये नियम में याकूब का पत्र उन विश्वासियों को लिखा गया था जो सताव के कारण अन्य क्षेत्रों में चले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, मसीह, कलीसिया, याकूब का पुत्र यहूदा, सताना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
# मरियम मगदलीनी
तथ्य:
मरियम मगदलीनी उन सब स्त्रियों में से एक थी जो यीशु में विश्वास करती थी और उसकी सेवा में उसके साथ रहती थी। वह यीशु द्वारा सात दुष्टात्माओं से मुक्ति पाने के लिए प्रसिद्ध थी।
- मरियम मगदलीनी और अन्य कुछ स्त्रियाँ यीशु और उसके शिष्यों को सहयोग प्रदान करती थी।
- वह यीशु को मृतकों में से जी उठने के बाद देखनेवाली सर्वप्रथम महिलाओं में से एक थी।
- जब मरियम मगदलीनी खाली कब्र के बाहर खड़ी थी तब उसने यीशु को वहां खड़े देखा और यीशु ने उससे कहा कि वह जाकर शिष्यों से कहे कि वह जी उठा है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, दुष्टात्माग्रस्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G30940, G31370
मरियम (मार्था की बहन)
तथ्य:
मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्या थी।
- मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
- यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
- मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
- कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
- इस काम के लिए यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन के लिए उसके शरीर को तैयार कर रही है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतनिय्याह, लोबान, लाज़र, मार्था)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अक्विला
तथ्य:
अक्विला यहूदी मत से आया मसीही विश्वासी था, वह काले सागर के दक्षिण तट पर स्थित पोन्तुस का निवासी था।
- अक्विला और प्रिस्किल्ला रोम, इटली में कुछ समय रहे थे तब रोमी सम्राट क्लॉडियस ने सब यहूदियों को रोम से चले जाने का आदेश दिया।
- अतः अक्विला और प्रिस्किल्ला कुरिन्थ नगर आ गए जहां उनकी भेंट प्रेरित पौलुस से हुई थी।
- उन्होंने तम्बू बनाने में पौलुस के साथ काम किया था और इस प्रकार प्रचार कार्य में पौलुस के साथी हुए थे।
- अक्विला और प्रिस्किल्ला दोनों विश्वासियों को यीशु के सत्य की शिक्षा देते थे, इन विश्वासियों में एक प्रतिभाशाली शिक्षक अप्पुल्लोस भी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अप्पुलोस, कोरिन्थ, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अजर्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अजर्याह नामक अनेक पुरुष हुए है।
- एक अजर्याह अपने बेबीलोन के नाम से प्रसिद्ध है अबेदनगो। वह यहूदा के उन अनेक इस्राएलियों में था जिन्हें नबूकदनेस्सर की सेना बन्दी बनाकर बेबीलोन ले गई थी। अजर्याह और उसके साथी हनन्याह एवं मीशाएल ने बेबीलोन के राजा की उपासना करने से इन्कार किया। अतः उन्हें धधकते भट्ठे में डाल दिया गया था। परन्तु परमेश्वर ने उन्हें बचा लिया था उनकी कुछ भी हानि नहीं हुई थी।
- यहूदा का राजा उज्जियाह भी "अजर्याह" कहलाता था।
- एक और अजर्याह पुराने नियम में याजक था।
- यिर्मयाह के समय अजर्याह नामक एक पुरुष ने इस्राएललियों को स्वदेश त्यागने का परामर्श देकर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, यिर्मयाह, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अतल्याह
तथ्य:
अतल्याह यहूदा के राजा यहोराम की दुष्ट पत्नी थी। वह इस्राएल के दुष्ट राजा ओम्री की पोती थी।
- यहोराम के मरणोपरान्त अतल्याह का पुत्र अहजय्याह राजा बना।
- अपने पुत्र अहजय्याह के मृत्यु के बाद अतल्याह ने राजा के परिवार के सब सदस्यों को घात करने की योजना बनाई थी।
- परन्तु अतल्याह के सबसे छोटे पोते, योआश को उसकी चाची ने छिपाकर मरने से बचा लिया था। अतल्याह ने छह साल तक इस देश पर राज्य करने के बाद, उसे मार दिया गया और योआश राजा बन गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहज्याह, यहोराम, योआश, ओम्री)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अदन, अदन की वाटिका
तथ्य:
प्राचीन युग में अदन एक ऐसा स्थान था जहां वाटिका थी जिसमें परमेश्वर ने प्रथम पुरुष और स्त्री को रखा था।
- जिस वाटिका में आदम और हव्वा रहते थे वह अदन क्षेत्र का एक भाग मात्र था।
- अदन का स्थान वास्तव में कहां था निश्चित नहीं है परन्तु हिद्देकेल और फरात नदियां वहां बहती थी।
- इब्रानी भाषा में अदन शब्द का अर्थ है, “किसी स्थान में बड़ा आनन्द लेना”।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, फरात नदी, हव्वा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अदोनिय्याह
परिभाषा:
अदोनिय्याह राजा दाऊद का चौथा पुत्र था
- अपने भाई अबशालोम और अम्मोन की मृत्यु के बाद अदोनिय्याह ने इस्राएल का राजा बनने का प्रयास किया।
- परन्तु परमेश्वर ने राजा दाऊद का सिंहासन सुलैमान को देने की प्रतिज्ञा की थी, अतः अदोनिय्याह की योजना विफल हुई और सुलैमान राजा बना।
- अदोनिय्याह ने दूसरी बार राजा बनने का प्रयास किया तो सुलैमान ने उसे मरवा दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्ताकिया
तथ्य:
अन्ताकिया नये नियम में दो नगरों का नाम था। एक नगर भूमध्य सागर के तट पर सीरिया में था। दूसरा नगर रोमी प्रदेश पिसिदिया में कुलुस्से के निकट था।
- सीरिया के अन्ताकिया में स्थानीय कलीसिया के विश्वासियों को पहली बार “मसीही” कहा गया था। वहां की कलीसिया अन्यजातियों में प्रचारकों को भेजने में सक्रिय थी।
- यरूशलेम की कलीसिया के अगुओं ने सीरिया के अन्ताकिया की कलीसिया के विश्वासियों को पत्र लिख कर स्पष्ट किया था कि मसीह के विश्वासी होने के लिए उन्हें यहूदी व्यवस्था का पालन करने की आवश्यकता नहीं है।
- पौलुस, बरनबास और यूहन्ना मरकुस पिसिदिया के अन्ताकिया गए थे कि वहां सुसमाचार सुनाएं। वहां अन्य नगरों से यहूदी आए थे कि समस्या उत्पन्न करें और पौलुस की हत्या करें। परन्तु अनेक लोगों ने, यहूदी और गैर यहूदीयों ने सुसमाचार सुना और यीशु में विश्वास किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें:बरनबास, कुलुस्से, यूहन्ना मरकुस, पौलुस, प्रदेश, रोम, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्द्रियास
तथ्य:
अन्द्रियास उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने अपने घनिष्ठ शिष्यों में से चुना था। (आगे चलकर वे प्रेरित कहलाए)
- अन्द्रियास का भाई शमौन पतरस था। दोनों ही मछुवारे थे।
- पतरस और अन्द्रियास गलील सागर में मछलियां पकड़ रहे थे तब यीशु ने उन्हें अपने चेले होने के लिए बुला लिया था।
- यीशु से भेंट करने से पूर्व पतरस और अन्द्रियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के चेले थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अपुल्लोस
तथ्य:
अपुल्लोस मिस्र के सिंकदरिया नगर का एक यहूदी था, उसे मनुष्यों को यीशु के बारे में शिक्षा देने का विशेष वरदान प्राप्त था।
- अपुल्लोस इब्रानी धर्मशास्त्र का ज्ञाता था और एक प्रतिभाशाली वक्ता भी था।
- इफिसुस में उसे दो विश्वासियों ने मसीही शिक्षा दी थी जिनके नाम थे: अक्विला और प्रिस्किल्ला।
- पौलुस ने जोर दिया कि वह और अप्पुल्लोस तथा अन्य प्रचारकों एवं शिक्षकों का एक ही लक्ष्य है कि वे लोगों को यीशु में विश्वास करने में सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अक्विला, इफिसुस, प्रिस्किल्ला, परमेश्वर का वचन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
अबशालोम
तथ्य:
अबशालोम राजा दाऊद का तीसरा पुत्र था। वह अपनी सुन्दरता और गुस्से के लिए प्रसिद्ध था।
- जब अम्नोन ने अपने सौतेले भाई अबशालोम की बहन तामार का बलात्कार किया तो अबशालोम ने अम्मोन की हत्या की योजना बनाई।
- अम्नोन की हत्या के बाद अबशालोम गशूर भाग गया (उसकी माता माका उसी स्थान की थी) और तीन वर्ष तक वहीं रहा। तब राजा दाऊद ने उसे बुलवाया और यरूशलेम लौटने को कहा, परन्तु दो वर्ष तक उसको अपनी उपस्थिति में आने की अनुमती नहीं दी।
- अबशालोम ने प्रजा के कुछ लोगों को अपने साथ लेकर दाऊद के विरूद्ध विद्रोह कर दिया।
- दाऊद की सेना ने उससे युद्ध करके उसे मार डाला। इस घटना से दाऊद को बहुत दुःख हुआ।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गशूर, अम्नोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अबिय्याह
तथ्य:
अबिय्याह यहूदा का राजा था जिसने 915-913 ई.पू. राज किया था। वह राजा रहूबियाम का पुत्र था। पुराने नियम में अबिय्याह नामक अनेक पुरुष हुए हैं।
- शमूएल के पुत्र अबिय्याह और योएल बेर्शेबा में इस्राएलियों के अगुवे थे। अबिय्याह और उसका भाई बेईमान और लालची थे इसलिए प्रजा ने शमूएल से राजा की मांग की।
- अबिय्याह राजा दाऊद के समय का एक याजक था।
- अबिय्याह यारोबाम राजा के एक पुत्र का नाम भी था।
- जरूब्बाबेल के साथ बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वालों में अबिय्याह नामक एक महायाजक भी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0029, G00070
अबीमेलेक
तथ्य:
अबीमेलेक गरार नगर का एक पलिश्ती राजा था, जब अब्राहम और इसहाक कनान देश में रह रहे थे।
- अब्राहम ने राजा अबीमेलेक को धोखा देकर कहा कि सारा उसकी पत्नी नहीं बहन थी।
- अब्राहम और अबीमेलेक ने बेर्शोबा के कुएं के संबन्ध में वाचा बांधी।
- अनेक वर्षों बाद इसहाक ने भी अबीमेलेक और गरार के विश्वासियों से झूठ कहा कि उसकी पत्नी रिबका उसकी बहन थी।
- अबीमेलेक ने अब्राहम और बाद में इसहाक को झूठ कहने के लिए झिड़का।
- एक और पुरूष जिसका नाम अबीमेलेक था, वह योताम के भाई गिदोन का पुत्र था। कुछ अनुवादों में उनके नामों की वर्तनियों में अन्तर रखा जाता है कि उसमें और राजा अबीमेलेक के नामों में भेद प्रकट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेर्शेबा, गरार, गिदोन, योताम, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अब्नेर
परिभाषा:
अब्नेर राजा शाऊल का रिश्ते का भाई था- पुराना नियम।
- अब्नेर शाऊल की सेना का प्रधान था, जब दाऊद ने गोलियत को मारा तो अब्नेर दाऊद को लेकर शाऊल के पास गया था।
- राजा शाऊल की मृत्यु के बाद अब्नेर ने शाऊल के पुत्र ईशबोशेत को इस्राएल का राजा बनाया था, जबकि दाऊद यहूदा का राजा नियुक्त किया गया था।
- बाद में दाऊद के सेनापति योआब ने अब्नेर को निर्दयता से मार डाला था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
अब्राहम, अब्राम
तथ्य:
अब्राम ऊर नगर का एक कसदी पुरूष था जिसे परमेश्वर ने इस्राएल का पूर्वज होने के लिए चुन लिया था। परमेश्वर ने उसका नाम अब्राम से बदलकर अब्राहम कर दिया था।
- “अब्राम” का अर्थ था, “प्रतिष्ठित पिता”
- “अब्राहम” का अर्थ था, “अनेकों का पिता”
- परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज अनेक होंगे, जो एक महान जाति बन जाएंगे।
- अब्राहम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और उसकी आज्ञाओं को माना। कसदियों के देश से चलकर कनान जाने में परमेश्वर ने अब्राहम की अगुआई की।
- कनान में वास करते समय अब्राहम और सारा को बुढ़ापे में इसहाक प्राप्त हुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, कसदी, सारा, इसहाक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __4:6__जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उसे कहा कि, “अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा”
- 5:4 परमेश्वर ने कहा कि अब तेरा नाम अब्राम न होकर अब्राहम होगा, जिसका अर्थ है –“मूलपिता।”
- 5:5 लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का हुआ और सारा नब्बे वर्ष की तो, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया।
- 5:6 जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली,”अपने एकलौते पुत्र इसहाक को मेरे लिए होमबलि करके चढ़ा।"
- 6:1 जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तबउसका पुत्र, इसहाक वयस्क हो चुका था, अब्राहम ने अपने दासों में से एक को अपने परिजनों के देश में भेजा कि वह उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आएगा।
- 6:4 एक लंबे समय के बाद अब्राहम की मृत्यु हो गयी, परमेश्वर ने अब्राहम से जो वाचा बाँधी थी उसमें की गईं परमेश्वर की सब आशीषें इसहाक को मिलीं।
- 21:2 परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे।
शब्द तथ्य:
अमस्याह
तथ्य:
अमस्याह यहूदा का राजा बना, क्योंकि उसके पिता राजा योआश की हत्या कर दी गई थी।
- अमस्याह ने यहूदा पर 29 वर्ष राज किया था 796-767 ई.पू.।
- वह एक अच्छा राजा था परन्तु उसने ऊंचे स्थानों पर से मूर्तियों को नष्ट नहीं किया था।
- अमस्याह ने अपने पिता के सब हत्यारों को मार डाला था।
- उसने विद्रोही एदोमियों को हराकर यहूदा के अधीन कर दिया था।
- उसने इस्राएल के राजा यहोआश से युद्ध किया परन्तु हार गया था। यरूशलेम की शहरपनाह का एक भाग नष्ट किया गया और मन्दिर के सोने चांदी के पात्र लूट लिए गए।
- कुछ वर्षों बाद अमस्याह यहोवा से मुह मोड़ लिया और यरूशलेम के कुछ लोगों ने उसकी हत्या कर दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: योआश, एदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अमालेक, अमालेकी, अमालेकियों
तथ्य:
अमालेकियों यायावर जाति थे, वे संपूर्ण दक्षिणी कनान में भ्रमण करते रहते थे, नेगेब रेगिस्तान से अरब देश तक। ये लोग एसाव के पोते अमालेक के वंशज थे।
- इस्राएल के कनान प्रवेश के समय से ही अमालेकी उनके कट्टर विरोधी थे।
- कभी-कभी "अमालेक" शब्द प्रतीकातमक रूप में अमालेकियों के लिए भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- अमालेकियों से युद्ध करते समय मूसा ने अपना हाथ उठा रखा था, उस समय इस्राएल जीत रहे थे। जब थक कर वह अपना हाथ नीचे कर लेता था तब इस्राएली हारने लगते थे। अतः हारून और हूर ने मूसा को हाथ ऊपर रखने में सहायता की थी जब तक कि इस्राएलियों ने अमालेकियों को पूर्णतः पराजित नहीं कर दिया।
- राजा शाऊल और दाऊद दोनों ही ने अमालेकियों के विरूद्ध सैनिक अभियान चलाए थे।
- अमालेकियों को एक बार पराजित करके इस्त्राएल ने परमेश्वर की आज्ञा न मानकर कुछ लूट का सामान रख लिया था और अमालेकी राजा का वध नहीं किया था जैसी परमेश्वर ने उसे आज्ञा दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अरब, दाऊद, एसाव, नेगेब, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अमोरा
तथ्य:
अमोरा सदोम के निकट उपजाऊ घाटी में एक नगर था, जहाँ अब्राहम के भतीजे लूत ने रहने का चुनाव किया था।
- अमोरा और सदोम का सही स्थान अज्ञात है परन्तु कुछ संकेतों से ज्ञात होता है कि ये दो नगर खारे ताल के निकट दक्षिण में सिद्दिम घाटी में बसे हुए थे।
- सदोम और आमोरा के क्षेत्र में अनेक राजा युद्ध करते थे।
सदोम और अन्य नगरों के मध्य युद्ध में लूत का परिवार भी बन्दी बनाया गया था, परन्तु अब्राहम ने अपने पुरुषों के साथ जाकर उन्हें छुड़ा लिया था।
इसके बाद अधिक समय नहीं हुआ था कि परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट कर दिया था क्योंकि वहां के निवासी दुराचारी थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बाबेल, लूत, खारे ताल, सदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अम्नोन
तथ्य:
अम्नोन दाऊद का सबसे बड़ा पुत्र था। उसकी माता दाऊद की पत्नी अहीनोअम थी।
- अम्नोन ने अपनी आधी बहन तामार, अबशालोम की बहन को भ्रष्ट किया था।
- यही कारण था कि अबशालोम ने साजिश रचकर अम्नोन की हत्या करवा दी थी।
(यह भी देखें: दाऊद, अबशालोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अम्मोन, अम्मोनी
तथ्य:
“अम्मोनवासी” या “अम्मोनी” कनान का एक समुदाय है। वे बेनम्मी के वंशज थे जो लूत द्वारा उसकी छोटी पुत्री का पुत्र था।
- उत्पत्ति की पुस्तक से विदित है कि अम्मोंन जाति लूत की छोटी पुत्री से जन्मा पुत्र,बेनम्मी के वंशज थे।
- विशिष्ठता में देखा जाए तो "अम्मोनी"शब्द एक अम्मोनी स्त्री के सन्दर्भ में है| इसका अनुवाद हो सकता है, "अम्मोनी स्त्री"।
- ये वही लोग हैं जिन्होंने एक समय बिलाम नामक नबी को खरीद लिया था कि इस्राएल को श्राप दे, परन्तु परमेश्वर ने ऐसा नहीं होने दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: श्राप, यरदन नदी, लूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5983, H5984, H5985
अय्यूब
तथ्य:
अय्यूब को बाइबल में परमेश्वर के सम्मुख निर्दोष एवं खरा मनुष्य कहा गया है। वह घोर कष्टों में भी परमेश्वर में विश्वास के लिए प्रसिद्ध है।
- अय्यूब ऊज़ देश का रहनेवाला था जिसका भौगोलिक स्थान कनान के पूर्व में कहीं था, संभवतः एदोमियों के क्षेत्र के निकट।
- ऐसा माना जाता है कि वह एसाव और याकूब के युग का भी है क्योंकि उसका एक मित्र तेमानी था जो एसाव के पोते के वंशजों की जाति थी।
- पुराने नियम की पुस्तक, अय्यूब में अय्यूब के कष्टों के प्रति उसकी और उसके मित्रों की प्रतिक्रियाओं का वर्णन है। इस पुस्तक में ब्रह्माण्ड के परमप्रधान शासक एवं सृजनहार, परमेश्वर का दृष्टिकोण भी प्रकट किया गया है।
- उसके सर्वनाश के बाद परमेश्वर ने उसे पुनः स्वास्थ्य प्रदान किया और सन्तानों एवं धन सम्पदा से पूर्ण किया।
- अय्यूब की पुस्तक कहती है कि जब वह मरा तब वह बहुत बूढ़ा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम, एसाव, जल-प्रलय, याकूबनूह, जनजातियां)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अरब, अरबी, अरबियों
तथ्य:
अरब संसार का सबसे बड़ा प्रायद्वीप है लगभग 30,00,000 वर्ग कि.मी. का क्षेत्र है। इस्राएल के दक्षिण पूर्व में लाल सागर, अरब सागर और फारस की खाड़ी से घिरा हुआ है।
- “अरबी” शब्द अरबवासी के लिए काम में लिया गया शब्द है या अरब से संबन्धित कोई वस्तु के लिए।
- अरब के आदिवासी शेम के वंशज थे। अरब के अन्य निवासी अब्राहम के पुत्र इश्माएल के वंशज तथा एसाव के वंशज थे।
- इस्राएल जिस जंगल में 40 वर्ष भटके थे वह स्थान अरब मे ही था।
- मसीह को ग्रहण करने के बाद पौलुस कुछ वर्ष अरब के रेगिस्तान में रहा था।
- गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र में पौलुस ने उल्लेख किया है कि सीनै पर्वत अरब में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एसाव, गलातिया, इश्माएल, शेम, सीनै)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6152, H6153, H6163, G688, G690
अराबा
तथ्य:
पुराने नियम का शब्द “अराबा” विशाल रेगिस्तान तथा यरदन नदी के मैदानी क्षेत्र के संदर्भ में है और मृत सागर के उत्तरी सिरे तक जाता है।
- इस्राएली मिस्र से कनान की यात्रा में इस क्षेत्र से होकर आए थे।
- “अराबा सागर” का अनुवाद हो सकता है, “अराबा रेगिस्तान में उपस्थित सागर”। इस सागर को प्रायः “नमक सागर” या “मृत सागर” कहते हैं।
- “अराबा” शब्द किसी भी रेगिस्तान के संदर्भ में भी हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: रेगिस्तान, नड़ सागर, यरदन नदी, कनान, नमक सागर, मिस्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अराम, अरामी, अरामियों, अरामी भाषा
परिभाषा:
पुराने नियम में अराम नामक दो पुरूष हुए हैं। यह कनान के उत्तर-पूर्व में एक क्षेत्र का नाम था जहां आज का सीरिया है।
- अराम के निवासी "अरामी" कहलाते थे और उनकी भाषा "अरामी" थी। यीशु और उसके युग के यहूदी अरामी भाषा बोलते थे।
- शेम के एक पुत्र का नाम अराम था। * दूसरा पुरुष जिसका नाम अराम था वह रिबका का रिश्ते का भाई था। संभव है कि अराम देश का नाम इन दो में से एक के नाम पर पड़ा।
- बाद में अराम देश का नाम यूनानी में "सीरिया" हुआ।
- “पदन अराम” का अर्थ है, “अराम का मैदान” और यह स्थान अराम का उत्तरी भाग था।
- अब्राहम के कुछ परिजन अराम नगर में रहते थे जो "पदन अराम" का एक नगर था।
पुराने नियम में कभी-कभी “अराम” और “पदन अराम” एक ही स्थान के सूचक हैं।
- “अराम नहेरेम” का अर्थ है “दो नदियों का अराम” यह क्षेत्र मिसोपोतामिया के उत्तरी भाग में और "पदन अराम" के पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिसोपोतामिया, पदन अराम, रिबका, शेम, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H758, H763, G689
अरारात
तथ्य:
बाइबल में “अरारात” नाम एक भूभाग, एक राज्य और एक पर्वतीय श्रृंखला को दिया गया है।
- “अरारात प्रदेश” संभवतः आज के तुर्किस्तान के उत्तरी पूर्वी भाग में था।
- अरारात नाम इस कारण प्रसिद्ध है कि नूह का जहाज जल प्रलय के उतर जाने के बाद उन पर्वतों पर टिक गया था।
- आज जिस पर्वत का नाम “अरारात पर्वत” है उसे सामान्यतः बाइबल में व्यक्त अरारात पर्वत का स्थान मानते हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज़, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अर्तक्षत्र
तथ्य:
राजा अर्तक्षत्र ने फारसी साम्राज्य पर लगभग 464 से 424 ई. पू. तक राज किया था।
- अर्तक्षत्र के राज्यकाल में यहूदा के इस्राएली बेबीलोन में बन्धुआई में थे उस समय बेबीलोन फारस के अधीन था।
- अर्तक्षत्र ने याजक एज्रा और अन्य यहूदी अगुओं को बेबीलोन से यरूशलेम लौट कर इस्राएलियों को परमेश्वर की व्यवस्था की शिक्षा देने की अनुमति प्रदान कर दी थी।
- इसके बाद अर्तक्षत्र ने अपने पिलानेहारे नहेम्याह को भी यरूशलेम जाने की अनुमति दे दी थी कि वह यहूदिओं को साथ लेकर शहरपनाह का पुनरुद्धार करे।
- बेबीलोन फारस के अधीन था इसलिए अर्तक्षत्र को कभी-कभी “बेबीलोन का राजा” भी कहा गया है।
- ध्यान दें कि अर्तक्षत्र क्षयर्ष नहीं था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, पिलाने हारा, एज्रा, नहेम्याह, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अशेरा, अशेरा के लिए मूरत, अशेरा नामक मूर्तियों, अश्तोरेत
परिभाषा:
अशेरा कनानियों की देवी का नाम था, पुराने नियम में। "अश्तोरेत" अशेरा का ही दूसरा नाम हो सकता है या यह अन्य देवी थी जो वैसी ही थी।
- “अशेरा की मूर्तियां” अर्थात लकड़ी की मूर्तियां या पेड़ों को काटकर वैसा रूप देना कि उसका प्रतिनिधित्व करें।
- अशेरा की मूर्तियां प्रायः झूठे देवता बाल के वेदी के निकट होती थी क्योंकि उसे अशेरा का पति माना जाता था। कुछ समुदाय बाल की सूर्य देवता और अशेरा या अश्तोरेत को चांद देवी मानकर पूजा करते थे।
- परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि अशेरा की सब मूर्तियां ध्वंस कर दें।
- इस्राएल के कुछ अगुओं ने जैसे गिदोन, राजा आसा, राजा योशिय्याह ने परमेश्वर की आज्ञा मानकर इन मूर्तियों को नष्ट किया था।
- परन्तु कुछ इस्राएली राजा जैसे सुलैमान, मनश्शे आहाब ने उनको नष्ट नहीं किया वरन इस्राएल को उनकी पूजा के लिए प्रेरणा दी।
(यह भी देखें: मूरत, बाल, गिदोन, स्वरूप, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H842, H6252, H6253
अश्कलोन
तथ्य:
बाइबल के युग में अश्केलोन एक प्रमुख पलिश्ती नगर था जो भूमध्यसागर के तट पर स्थित था। यह नगर आज भी इस्राएल में है।
- अश्केलोन पांच अति महत्वपूर्ण पलिश्ती नगरों में से एक था, अश्दोद, एक्रोन, गत और गाज़ा के साथ।
- इस्राएल अश्कलोन को पूर्णतः जीत नहीं पाया था, यद्यपि यहूदा राजा उसके पर्वतीय प्रदेश को ले चुका था।
- अश्कलोन सैंकड़ों वर्ष पलिश्तियों के अधीन ही रहा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्दोद, कनान, एक्रोन, गत, गाजा, पलिश्ती, भूमध्य सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अश्दोद, अज़ोतस
तथ्य:
अश्दोद पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। यह दक्षिण-पश्चिम कनान में भूमध्य-सागर के निकट, गाज़ा और याफा के मध्य स्थित था।
- पलिश्तियों के मिथ्या देवता दागोन का मन्दिर अश्दोद में था।
- पलिश्तियों ने परमेश्वर की वाचा का सन्दूक ले जाकर अश्दोद के विजातीय मंदिर में रख दिया था, इस कारण परमेश्वर ने अश्दोद वासियों को कठोर दण्ड दिया था क्योंकि उसको विधर्मी मन्दिर में रखा गया था।
- इस नगर का यूनानी नाम अज़ोतस था। यह भी उन नगरों में से एक था जहां प्रचारक फिलिप्पुस ने सुसमाचार सुनाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एक्रोन, गत, गाजा, याफा, फिलिप्पुस, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अश्शूर, अश्शूरी, अश्शूर राज्य
तथ्य:
अश्शूर देश एक इस्राएल के कनान वास के समय अश्शूर देश एक शक्तिशाली राज्य था। अश्शूर राज्य विभिन्न जातियों का एक समूह था जिस पर अश्शूर राजा राज करता था।
- अश्शूर देश उस स्थान में था जो आज उत्तरी इराक है।
- इतिहास में अश्शूरों ने इस्राएल से अनेक युद्ध किए थे।
- 722 ई.पू. में अश्शूरों की सेना ने इस्राएल राज्य को पूर्णतः जीत लिया था और इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर देश ले गए थे।
- जो इस्राएली स्वदेश में रह गए थे उन्होंने अश्शूरों द्वारा सामरिया से इस्राएल में लाकर बसाए हुए परदेशियों के साथ विवाह कर लिया था। ऐसे अन्तर्जातीय विवाह से उत्पन्न सन्तान को आगे चलकर सामरी कहा गया था।
(यह भी देखें: सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 20:02 तब परमेश्वर ने दोनों राज्यों को दण्डित किया और उनके शत्रुओं को यह अनुमति दी कि वह उन राज्यों को नष्ट कर दे। अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने इस्राएल के राज्य को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने इस्राएल के बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
- 20:3 अश्शूरियों ने सभी अगुओं को, धनवान मनुष्य और योग्य मनुष्य को एकत्र किया और उन्हें अपने साथ अश्शूर ले आए।
- 20:4 तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को इस्रैल राज्य की उस भूमि पर रहने के लिए ले आए।
शब्द तथ्य:
अहज्याह
तथ्य:
अहज्याह नाम के दो राजा हुए थे: एक इस्राएल का राजा था और दूसरा यहूदा का राजा था।
- यहूदा का राजा अहज्याह राजा यारोबाम का पुत्र था। उसने एक वर्ष(841 ई.पू.) ही राज किया और फिर येहू ने उसकी हत्या की। अहज्याह के पुत्र योआश ने छोटी आयु में ही राज काज सम्भाला था।
- इस्राएल का अहज्याह अहाब राजा का पुत्र था। उसका राज्यकाल दो वर्ष था (850-49 ई.पू.)। वह अपने राजमहल की खिड़की में से गिर जाने के कारण घायल होकर मर गया था और उसके स्थान में उसका भाई योराम राजगद्दी पर बैठा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: येहू, अहाब, यारोबाम, योआश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अहाज
परिभाषा:
अहाज एक दुष्ट राजा था जिसने यहूदा पर 732 से 716 ई.पू. तक राज किया था। यह समय इस्राएल और यहूदा के अनेक निवासियों को बेबीलोन की बन्धुआई में ले जाने से लगभग 140 वर्ष पूर्व का था।
- जब वह यहूदा में राज कर रहा था उसने अश्शूरों के देवता के लिए एक वेदी बनवाई थी, परिणामस्वरूप प्रजा एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा से विमुख हो गई थी।
- राजा अहाज 20 वर्ष की आयु में यहूदा के सिंहासन पर बैठा था और उसने 16 वर्ष राज किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेबीलोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अहिय्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अनेक पुरूषों के नाम अहिय्याह थे। निम्नलिखित इनमें से कुछ पुरूष हैं।
- शाऊल के राज्यकाल में एक याजक का नाम अहिय्याह था।
- सुलैमान राजा के समय अहिय्याह एक लिपिक था।
- अहिय्याह शीलो का एक भविष्यद्वक्ता भी था जिसने इस्राएल राज्य के विभाजन की भविष्यद्वाणी की थी।
- इस्राएल के राजा बाशा के पिता का नाम भी अहिय्याह था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाशा, शीलो)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आदम
तथ्य:
आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था. वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे.
- परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी|
- आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है|
- “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम में “मानवजाति” या “मनुष्य” के लिए शब्द हैं|
- संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं
- आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी| इस कारण वे परमेश्वर से अलग किए गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने का कारण हुए.
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: मृत्यु, वंशज, हव्वा, परमेश्वर का रूप, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 1:9 फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.”
- __1:10__इस आदमी का नाम आदम था. परमेश्वर ने आदम के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया.
- 1:12 फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी आदमी का सहायक नहीं बन सकता था.
- 2:11 और परमेश्वर ने जानवर की खाल से आदम और हव्वा को वस्त्र पहनाए.
- 2:12 और परमेश्वर ने आदम और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया.
- 49:8 जब आदम और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए.
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0120, G00760
आमोस
तथ्य:
आमोस परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जो यहूदा के राजा उज्जिय्याह के राज्य काल में था।
- भविष्यद्वाणी के लिए परमेश्वर द्वारा बुलाए जाने से पहले आमोस यहूदा में एक चरवाहा और अंजीर की खेती करनेवाला था।
- आमोस ने समृद्ध उत्तरी राज्य के लिए भविष्यद्वाणी की थी जो मनुष्यों के साथ उनके अनुचित व्यवहार के विरूद्ध थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अंजीर, यहूदा, इस्त्राएल राज्य, चरवाहा, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आमोस
तथ्य:
आमोस भविष्यद्वक्ता यशायाह के पिता का नाम था।
- एकमात्र स्थान जहां उसके नाम का उल्लेख किया गया है वह यशायाह की पहचान के लिए है कि वह “अमोस का पुत्र” था।
- यह नाम भविष्यद्वक्ता आमोस से भिन्न है जिसका स्पष्टीकरण अनिवार्य है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आमोस, यशायाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आशेर
तथ्य:
आशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “आशेर” था।
- आशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
- उसके नाम का अर्थ उन इब्रानी शब्दों का सहार्थ्क है जिनका अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
- आशेर का गोत्र भूमध्य सागर पर कनान के उत्तरीपश्चिमी कोने में बस गया था| जब देश के एक भूभाग के नाम के लिए इस शब्द को काम में लिया जाता है, तब "आशेर" शब्द आशेर गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र)
याकूब, जिल्पा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसा
तथ्य:
राजा आसा ने यहूदा पर चालीस वर्ष राज किया था 913-873 ई.पू.।
- आसा एक अच्छा राजा था जिसने देवताओं की मूर्तियों को नष्ट किया और इस्राएलियों को यहोवा की उपासना के लिए प्रेरित किया।
- यहोवा ने आसा को अन्यजातियों के साथ युद्ध में विजय प्रदान की थी।
- बाद में अपने शासनकाल में आसा ने यहोवा पर भरोसा करना बंद कर दिया और रोगग्रस्त होकर अन्ततः मर गया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसाप
तथ्य:
आसाप एक लेवीय याजक था साथ ही वह एक प्रतिभाशाली संगीतज्ञ था, उसने राजा दाऊद के भजनों को संगीत से संवारा था। उसने स्वयं भी भजन लिखे थे।
- राजा दाऊद ने आसाप को और दो संगीतज्ञों के साथ मन्दिर की आराधना के लिए भजन तैयार करने का उत्तरदायित्व सौंपा था। इनमें से कुछ भजन भविष्यद्वाणियां थी।
- आसाप ने अपने पुत्रों को भी प्रशिक्षण दिया था कि इस दायित्व को निभाएं, मन्दिर में संगीत वाद्य बजाना तथा भविष्यद्वाणी करना।
- उनके संगीत वाद्य थे, सारंगी, बीणा, नरसींगा और झांझ।
- भजन 50, 73-83 आसाप के भजन माने जाते हैं। संभव है कि इनमें से कुछ भजन उसके परिवार के सदस्यों ने लिखे थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वंशज, वीणा, वीणा, भविष्यद्वक्ता, भजन, तुरही)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आसिया
तथ्य:
बाइबल के युग में “आसिया” रोमी साम्राज्य के एक क्षेत्र का नाम था। यह स्थान आज के तुर्किस्तान के पश्चिमी भाग में था।
- पौलुस ने आसिया के अनेक स्थानों में यात्रा की और वहाँ अनेक नगरों में सुसमाचार सुनाया था। इन स्थानों में इफिसुस और कुलुस्से थे।
- आज के आसिया के भ्रम से बचने के लिए आवश्यक है कि इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जाए, “प्राचीन रोमी प्रान्त आसिया” या “आसिया प्रदेश।”
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में जितनी भी कलीसियाओं के नाम हैं, वे सब रोम के आसिया प्रदेश में थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रोम, पौलुस, इफिसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
आहाब
तथ्य:
अहाब एक अत्यधिक दुष्ट राजा था जिसने उत्तरी राज्य, इस्राएल पर 875-854 ई.पू. तक राज किया था।
- राजा अहाब ने इस्राएल के लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करने के लिए प्रभावित किया।
- भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने अहाब का सामना किया और उसे बताया कि अहाब ने इस्राएल से जो पाप करवाए हैं उनके पापों की सजा के रूप में साढ़े तीन साल तक घोर सूखा पड़ा रहेगा।
- अहाब और उसकी पत्नी इज़ेबेल ने और भी बहुत से बुरे काम किए, जिनमें निर्दोष लोगों को मारने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करना शामिल था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, एलिय्याह, ईजेबेल, इस्राएल का राज्य, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:02 एलिय्याह भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था। अहाब एक दुष्ट व्यक्ति था जो लोगों को झूठे, बाल नामक देवता की उपासना करने के लिए प्रोत्साहित करता था।
- 19:03 अहाब और उसके सैनिक एलिय्याह की ताक में थे, परन्तु वह उसे खोज न सकें।
- __19:05__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन एलिय्याह के पास पहुँचा , “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा
शब्द तथ्य:
इकुनियुम
तथ्य:
इकुनियुम आज के तुर्किस्तान के दक्षिणी मध्य भाग में एक नगर था।
- पौलुस पहली प्रचार यात्रा में बरनबास के साथ इकुनियुम नगर गया था क्योंकि यहूदियों ने अन्ताकिया में उसका विरोध किया था।
- इकुनियुम में भी विश्वास नहीं करने वाले यहूदियों और अन्यजातियों ने पौलुस और उसके साथियों को पत्थरवाह करने की योजना बनाई थी परन्तु पौलुस पास के नगर लुस्त्रा चला गया था
- उसके बाद अन्ताकिया और इकुनियुम से अनेक पुरुषों ने आकर लुस्त्रा में भी लोगों को पौलुस पर पत्थरवाह करने के लिए भड़काया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बरनबास, लुस्त्रा, पत्थर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
इफिसुस, इफिसुस वासी, इफिसियों
तथ्य:
इफिसुस आज के तुर्किस्तान के पश्चिमी तट पर एक प्राचीन यूनानी नगर था।
- आरंभिक विश्वासियों के समय में इफिसुस एशिया की राजधानी थी जो उस समय एक छोटा सा रोमी प्रान्त था।
- अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह नगर व्यापार और परिवहन का एक महत्वपूर्ण केन्द्र था।
- वहां अरतिमिस(डायना) का एक प्रसिद्ध मन्दिर था।
- पौलुस इफिसुस में दो वर्ष से अधिक रहा और कार्य भी किया और वहां के नवविश्वासियों के मार्गदर्शन के लिए तीमुथियुस को नियुक्त कर दिया।
- नये नियम में इफिसुस की पत्री इन विश्वासियों को लिखा पौलुस का पत्र है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, पौलुस, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: G2179, G2180, G2181
इश्माएल, इश्माएली
तथ्य:
इश्माएल अब्राहम और मिस्री दासी हाजिरा का पुत्र था। पुराने नियम में इश्माएल नामक और पुरुष भी हुए हैं।
- इश्माएल का अर्थ है, “परमेश्वर सुनता है”
- परमेश्वर ने अब्राहम के पुत्र इश्माएल को आशीष देने की प्रतिज्ञा की, परन्तु वह वो पुत्र नहीं था जिसके साथ परमेश्वर ने अपनी वाचा स्थापित करने की प्रतिज्ञा की थी।
- परमेश्वर ने हाजिरा और इश्माएल की रक्षा रेगिस्तान में की जब उन्हें वहां भेजा गया।
- जब इश्माएल पारान के रेगिस्तान में रह रहा था, तब उसने मिस्र की एक स्त्री से विवाह किया।
- नतन्याह का पुत्र इश्माएल यहूदा का एक सेनापति था, जिसने बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर द्वारा नियुक्त एक राज्यपाल को मारने के लिए पुरुषों के एक समूह का नेतृत्व किया था।
- पुराने नियम में इश्माएल नाम के चार अन्य व्यक्ति भी थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बाबेल, वाचा, रेगिस्तान, मिस्र, हाजिरा, इसहाक, नबूकदनेस्सर, पारान, सारा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 05:02 तो अब्राम ने हाजिरा से विवाह किया। हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ, अब्राम ने उसका नाम इश्माएल रखा।
- 05:04 “मैं इश्माएल को भी एक बड़ी जाति बनाऊंगा, लेकिन मेरी वाचा इसहाक के साथ होगी।”
शब्द तथ्य:
इसहाक
तथ्य:
इसहाक अब्राहम और सारा का एकलौता पुत्र था। यद्यपि वे वृद्ध थे, परमेश्वर ने उन्हें पुत्र देने की प्रतिज्ञा की थी।
- “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
- परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
- परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
- जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
- इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , वंशज, सदाकालीन, पूर्ति, याकूब, सारा, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 5:4 “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
- 5:6 जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
- 5:9 अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
- 6:1 जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र इसहाक व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा।
- 6:5 इसहाक ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
- 7:10 इसहाक की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से इसहाक और इसहाक से याकूब को दी।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3327, H3446, G2464
इस्राएल के राज्य
तथ्य:
जो इस्राएल देश का उत्तरी भाग था वह इस्राएल का राज्य बन गया जब इस्राएल के बारह गोत्र सुलैमान के मरने के बाद दो राज्यों में विभाजित हो गए
- इस्राएल का राज्य उत्तरी राज्य हो गया जिसमें दस गोत्र और दक्षिण में यहूदा राज्य जिसमें दो गोत्र थे।
- इस्राएल राज्य की राजधानी सामरिया थी। यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम से वह नगर 50 कि.मी. दूर था।
- इस्राएल राज्य के सभी राजा दुष्ट थे। उन्होंने प्रजा को झूठे देवता की मूर्तिपूजा के लिए प्रभावित किया था।
- परमेश्वर ने अश्शूरों को भेजकर इस्राएल पर आक्रमण करवाया। अनेक इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर देश ले जाया गया था।
- अश्शूरों में परदेशियों को इस्राएल राज्य में बसा दिया था। इन परदेशियों ने इस्राएलियों से विवाह कर लिया था। उनकी सन्तान सामरी कहलाई।
(यह भी देखें: अश्शूर, इस्राएल, यहूदा, यरूशलेम, राज्य, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे इस्राएल का राज्य कहा गया।
- 18:10 यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
- 18:11 नए इस्राएली राज्य में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
- 20:01 इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों __ ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया था।
- 20:02 अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने इस्राएल के राज्य को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने इस्राएल के बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
- 20:04 तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर इस्राएली राज्य था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामरी कहलाए।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3478, H4410, H4467, H4468
इस्साकार
तथ्य:
इस्साकार याकूब का पांचवां पुत्र था। उसकी माता का नाम लीआ:
- इस्साकार का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक था।
- इस्साकार का भूभाग नप्ताली, जुबूलिन, मनश्शे और गाद से घिरा हुआ था।
- उसका भौगोलिक स्थान गलील सागर के दक्षिण में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गाद, मनश्शे, नप्ताली, इस्राएल के बारह गोत्र, जबूलून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ईजेबेल #
तथ्य:
ईजेबेल, इस्राएल के राजा आहाब की दुष्ट रानी थी।
- ईजेबेल ने आहाब और इस्राएल की प्रजा को मूर्ति-पूजा के लिए प्रेरित किया था।
- उसने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं में से अनेकों की हत्या करवाई थी।
- उसने एक निर्दोष पुरुष नाबोत की हत्या करवायी थी कि आहाब उसकी दाख की बारी को लूट पाए।
- अन्ततः वह अपने कुकर्मों के परिणाम स्वरूप मारी गई। एलिय्याह ने उसकी मृत्यु की भविष्यद्वाणी की थी और ठीक वैसे ही उसकी हत्या की गई थी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, एलिय्याह, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उज्जियाह, अजर्याह
तथ्य:
उज्जिय्याह 16 वर्ष की आयु में यहूदा का राजा बना था और यरूशलेम में 52 वर्ष राज किया जो एक असाधारण दीर्घकालीन राजा था। उज्जिय्याह को अजर्याह नाम से भी जाना जाता था।
- उज्जिय्याह राजा अपनी सेना व्यवस्था और दक्षता के लिए जाना जाता था। अपने नगर की सुरक्षा के लिए गुम्मट बनवाए थे, उसने युद्ध के हथियारों को विशेष रूप से बनाया था जिनसे वह तीर चला सकता था और बड़े-बड़े पत्थर फेंक सकता था।
- वह जब तक परमेश्वर की सेवा में रहा समृद्ध होता गया। तथापि अपने राज्यकाल के अन्त समय में उसे घमण्ड हो गया था और मन्दिर में धूप जलाकर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया क्योंकि धूप जलाना केवल याजकों का काम था।
- इस पाप के कारण उज्जिय्याह को कोढ़ हो गया था और अन्त तक सबसे अलग रहना पड़ा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यहूदा, राजा, कोढ़, राज करना, गुम्मट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5814, H5818, H5838, H5839
ऊर
तथ्य:
ऊर फरात नदी के पास, प्राचीन कसदी प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर था, जो मेसोपोटामिया का एक भाग था। यह स्थान आज के इराक में स्थित था।
- अब्राहम ऊर नगर का रहने वाला था, वहीं से परमेश्वर ने उसे बुला लिया था कि उसे कनान ले जाएं।
- लूत का पिता, अब्राहम का भाई हारान ऊर में ही मर गया था। लूत का अब्राहम के साथ ऊर छोड़ने का शायद यह भी एक कारण था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , कनान, कसदी, फरात नदी, हारान, लूत, मेसोपोटामिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ऊरिय्याह
तथ्य:
ऊरिय्याह एक धर्मी जन था और दाऊद के उत्तम सैनिकों में से एक था। उसे अक्सर “हित्ती ऊरिय्याह” से संदर्भित किया जाता था।
- ऊरिय्याह की पत्नी बहुत सुन्दर थी, उसका नाम बतशेबा था।
- दाऊद ने उसके साथ व्यभिचार किया और वह दाऊद से गर्भवती हो गई थी।
- दाऊद ने अपना पाप छिपाने के लिए ऊरिय्याह को युद्ध में आगे भेजकर मरवा दिया। फिर दाऊद ने बतशेबा से विवाह किया।
- ऊरिय्याह नाम का एक और आदमी एक था जो राजा आहाज के समय याजक था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाज, बतशेबा, दाऊद, हित्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:12 बतशेबा का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था | दाऊद ने ऊरिय्याह को युद्ध से वापस बुला लिया और उससे कहा अपनी पत्नी के पास जा | परन्तु ऊरिय्याह अपने घर वापस न गया क्योंकि बाकी सैनिक युद्ध लड़ रहे थे | तब दाऊद ने ऊरिय्याह को वापस युद्ध में भेज दिया और योआब से कहा ‘सब से घोर युद्ध के सामने ऊरिय्याह को रखना, तब उसे छोड़कर लौट आओ, कि वह घायल होकर मर जाए |
- 17:13 ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने बतशेबा से विवाह कर लिया।
शब्द तथ्य:
एक्रोन, एक्रोनी
तथ्य:
एक्रोन पलिश्तियों का एक प्रमुख नगर था, भूमध्य सागर से नौ मील भीतर भूमि पर।
- एक्रोन में झूठे देवता बालजबूल का मन्दिर था।
- युद्ध में इस्राएलियों से वाचा का सन्दूक छीन लेने के बाद पलिश्ती इसे अश्दोद में ले गए तदोपरान्त वे उसे गत और एक्रोन में ले गए क्योंकि जिस नगर में भी वे वाचा का सन्दूक ले गए वहां परमेश्वर ने उन्हें रोगग्रस्त किया और मार डाला था। अन्त में पलिश्तियों ने वाचा का सन्दूक इस्राएल भेज दिया।
- जब अहज्याह छत पर से गिर कर घायल हो गया था तो उसने एक्रोन के बालजबूल देवता से पूछा था कि वह जीवित बचेगा या नहीं। उसके इस पाप के कारण परमेश्वर ने उससे कह दिया था कि वह मर जाएगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहज्याह, वाचा का सन्दूक, अश्दोद, शैतान, झूठे देवता, गत, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एज्रा
तथ्य:
एज्रा एक यहूदी याजक एवं व्यवस्था विशेषज्ञ था, उसने बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वाले इस्राएलियों का इतिहास लिखा था। इस्राएल 70 वर्ष बेबीलोन की बन्धुआई में था।
- एज्रा ने यह इतिहास बाइबल की एज्रा नामक पुस्तक में लिखा है। नहेम्याह नामक पुस्तक भी उसी ने लिखी होगी क्योंकि मूल में ये दोनों पुस्तकें एक ही थी।
- यरूशलेम लौटकर उसने व्यवस्था को पुनः लागू किया था, क्योंकि उन्होंने सब्त के नियमों का पालन करना छोड़ दिया था और अन्यजाति स्त्रियों से जो मूर्तिपूजक थी, विवाह कर लिया था।
- एज्रा ने मन्दिर के पुनः निर्माण में भी सहायता की थी जिसे बेबीलोन की सेना ने यरूशलेम पर कब्जा करते समय ध्वंस कर दिया था।
- पुराने नियम में एज्रा नामक दो और पुरुष हुए हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्धुआई, यरूशलेम, व्यवस्था, नहेम्याह, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H250, H5830, H5831
एदोम, एदोमी, एदोमियों, इदूमिया
तथ्य:
एदोम एसाव का दूसरा नाम था। जिस स्थान में वह बस गया उस स्थान का नाम “एदोम” पड़ गया जो आगे चल कर “इदूमिया” हो गया। “एदोमियों” उसके वंशज थे।
- एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और विस्तार करते करते अन्त में दक्षिण में यहूदा तक फैल गया।
- नये नियम के युग में एदोम यहूदा राज्य का दक्षिणी अर्धभाग हो गया था। यूनानियों ने उसे “इदूमिया” कहा।
- एदोम शब्द का अर्थ है “लाल” जो इस तथ्य के संदर्भ में है कि जब एसाव का जन्म हुआ था तब उसके शरीर पर लाल बाल थे। या इसका संदर्भ लाल रंग की उस दाल से भी हो सकता है जिसके बदले में एसाव ने अपने पहिलौठे होने का अधिकार बेच दिया था।
- पुराने नियम में एदोम देश को सदैव ही इस्राएल का शत्रु कहा गया है।
- ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम के अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने भी एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैरी, पहिलौठे का अधिकार, एसाव, ओबद्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H123, H130, H8165, G2401
एनगदी
परिभाषा:
एनगदी नामक जंगल में यरूशलेम के दक्षिण पूर्व में एक नगर था।
एनगदी मृत सागर के पश्चिमी तट पर स्थित था।
- इसके नाम का आधा अर्थ है “सोता” जो उस नगर से बह कर सागर में गिरता है।
- एनगदी दाख की बारियों और उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध स्थान था जिसका कारण था उस सोते का सदाबहार जल प्रवाह।
- एनगदी में अनेक गढ़ थे जहां दाऊद शाऊल राजा से बचने के लिए भाग गया था।
(यह भी देखें: दाऊद, रेगिस्तान, सोता, यहूदा, विश्राम, खारे ताल, शाऊल (पुराना नियम), गढ़, दाख की बारी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एप्रात, एप्राती
तथ्य:
"एप्रात" और "एप्राती" शब्द शायद "एप्रैम" नाम से प्राप्त हुए हैं, जो यूसुफ के पुत्रों में से एक थे और इस्राएल की 12 जनजातियों में से एक के कुलपति बन गए। विभिन्न
"एप्रात" उस क्षेत्र का नाम है जहां बेथेल शहर के पास, राहेल की मृत्यु हो गई।
पुराने नियम में "एप्रात" नाम की एक स्त्री है, जो कालेब की पत्नी थी।
बेथलहम और किरजथ-जियरिम दोनों शहरों को "एप्राती" भी कहा जाता है, भले ही दोनों शहर ऊपर (बेथेल के पास) की तुलना में एक अलग क्षेत्र में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोआज़, कालेब, दाऊद, इस्राएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एप्रैम, एप्रैमी, एप्रैमियों
तथ्य:
एप्रैम यूसुफ का दूसरा पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक हुए।
- एप्रैम नाम उच्चारण में इब्रानी शब्द, के अर्थ, "फलवन्त बनाना" जैसा लगता है।
- एप्रैम का गोत्र इस्राएल के उत्तरी भाग में स्थित दस गोत्रों में से एक था।
- बाइबल में कभी-कभी एप्रैम शब्द संपूर्ण उत्तरी राज्य इस्राएल के लिए काम में लिया जाता था। (ठीक वैसे ही जैसे इस्राएल के दक्षिणी राज्य के लिए कभी-कभी यहूदा शब्द काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यूंसुफ़, मनश्शे, इस्राएल का राज्य, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H669, H673, G2187
एब्यातार
परिभाषा:
एब्यातारन दाऊद के राज्यकाल में इस्राएल का महायाजक था।
- शाऊल जब याजकों का संहार कर रहा था तब एब्यातार भाग कर जंगल में दाऊद की शरण में पहुंचा था।
- एब्यातार और दूसरा महायाजक सादोक दाऊद के संपूर्ण राज्यकाल में उसके विश्वासयोग्य रहे थे।
- दाऊद के मृत्यु के बाद एब्यातार ने सुलैमान के स्थान में अदोनिय्याह को राजा बनाने में सहायता की थी।
- इस कारण राजा सुलैमान ने एब्यातार को याजकीय पद से हटा दिया था।
(यह भी देखें: सादोक, शाऊल (पुराना नियम), दाऊद, सुलैमान, अदोनिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एमोरी, एमोरियों
तथ्य:
एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो कनान में, यारदन नदी के दोनों ओर निवास करती थी।
- उनके नाम का अर्थ है, “ऊंचे लोग” जो संभवतः उनके स्थान के पर्वतों के कारण या उनके लबे कद के कारण पड़ा था।
- उत्पत्ति की पुस्तक से विदित होता है कि एमोरी नूह के पोते, कनान के वंशज थे।
- ऐ नगर में एमोरी बसे हुए थे|
- परमेश्वर “एमोरियों का पाप” के विषय चर्चा करता है- उनकी मूर्तपूजा और उससे जुड़े पापी अभ्यास।
- परमेश्वर ने जैसी आज्ञा दी उसी के अनुसार यहोशू ने एमोरियों का सर्वनाश करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 15:7 कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, एमोरियों के राजा ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल कर लिया है, तब उसने सब के साथ मिलकर एक विशाल सेना तैयार की और गिब्बोनियों पर आक्रमण कार दिया।
- 15:08 प्रात:काल उन्होंने एमोरियों की सेना को चकित कर दिया व उन पर हमला कर दिया।
- 15:9 उस दिन परमेश्वर इस्राएल के लिए लड़ा। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और आकाश से पत्थर गिरा कर अनेक एमोरियों को घात किया।
- 15:10 उस दिन परमेश्वर ने सूर्य को आकाशमण्डल के बीचोंबीच ठहरा दिया, ताकि इस्राएलियों के पास एमोरियों का सर्पवनाश करने के लिए पर्याप्त समय हो।
शब्द तथ्य:
एलयाकीम
तथ्य:
एल्याकीम नामक दो पुरूष पुराने नियम में हुए थे।
- एलयाकीम नामक एक पुरुष हिजकिय्याह राजा का भण्डारी था।
- दूसरा एलयाकीम राजा योशिय्याह का पुत्र था। उसे मिस्र के फिरौन नको ने यहूदा का राजा बनाया था।
- नको ने उसका नाम बदल कर यहोयाकीम रखा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हिजकिय्याह, यहोयाकीम, होशिय्याह, फिरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0471, G16620
एलाम, एलाम लोग
तथ्य:
एलाम शेम का पुत्र और नूह का पोता था।
- एलाम के वंशज एलामी कहलाते थे और वे एलाम क्षेत्र के निवासी थे।
- एलाम क्षेत्र आज के पश्चमी ईरान में हिद्देकेल नदी के दक्षिण पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5867, H5962, G1639
एलिय्याह
तथ्य:
एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ताओं में से एक था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था।
- परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
- एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
- उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
- समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से जीवित ही स्वर्ग में उठा लिया था।
- सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, भविष्यद्वक्ता, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:2 __एलिय्याह__इस्राएल के राजा आहाब के राज्यकाल में एक भविष्यद्वक्ता था।
- 19:2 एलिय्याह ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
- 19:3 परमेश्वर ने एलिय्याह से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
- 19:4 परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनकी कुप्पी का तेल घटने दिया।
- __19:5__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन एलिय्याह के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
- __19:7__और एलिय्याह ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
- 19:12 तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
- 36:3 तब मूसा और एलिय्याह नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
शब्द तथ्य:
एलीआजार
तथ्य:
बाइबल में एलीआजार नामक अनेक पुरुष हुए थे।
- एलीआजार मूसा के भाई हारून का तीसरा पुत्र था। हारून के मरणोपरान्त एलियाजार को इस्राएल का महायाजक बनाया गया।
- एलियाजार दाऊद के शूरवीरों में से भी एक था।
- यीशु के पूर्वजों में भी एलियाजार नामक एक पुरुष था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हारून, महा-याजक, दाऊद, सामर्थी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एलीशा
तथ्य:
एलीशा इस्राएल में अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्य़द्वाणी की सेवा करता था: अहाब, अहज्याह, यहोराम, येहू, यहोआहाज तथा यहोआश
- परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ता एलिय्याह को आदेश दिया था कि वह एलीशा का भविष्यद्वक्ता होने के लिए अभिषेक करे।
- जब एलिय्याह को अग्नि रथ में स्वर्ग में उठा लिया गया था तब एलीशा इस्राएल के राजाओं के लिए परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता हुआ।
- एलीशा ने अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें सीरिया के सेनानायक को कोढ़ से चंगा करना तथा एक शूनेमी स्त्री के पुत्र को मृतकों में से जिलाना भी था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एलिय्याह, नामान, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एलीशिबा
तथ्य:
इलीशिबा यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की माता का नाम था। उसके पति का नाम जकर्याह था।
- जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु उनकी वृद्धावस्था में परमेश्वर ने जकर्याह से प्रतिज्ञा की कि एलिशीबा उसके लिए एक पुत्र को जन्म देगी।
- परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही एलिशीबा गर्भवती हुई और एक पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा।
- इलीशिबा यीशु की माता मरियम की संबन्धी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
एसाव
तथ्य:
एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था।
- एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था।
- एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
- एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एदोम, इसहाक, याकूब, रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 6:7 जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
- 7:2 तो एसाव ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
- 7:4 जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
- 7:5 एसाव ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार और आशीषों को छीन लिया था।
- 7:10 परन्तु एसाव याकूब को पहले ही माफ़ कर चुका था, और वे एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
शब्द तथ्य:
एस्तेर, हदस्सा
तथ्य:
एस्तेर एक यहूदी स्त्री थी, यहूदी जब बेबीलोन की बन्धुआई में ही थे तब वह फारस साम्राज्य की रानी बनी थी।
एस्तेर उसका फारसी नाम था जबकि उसका इब्रानी नाम हदस्सा था।
- एस्तेर की पुस्तक में एस्तेर का फारसी राजा क्षयर्ष की पत्नी बनना और उसके माध्यम से परमेश्वर द्वारा यहूदियों की सुरक्षा का वृत्तान्त लिखा है।
एस्तेर एक अनाथ बालिका थी जिसे उसके रिश्ते के भाई मोर्दकै ने पाल पोस कर बड़ा किया था।
- अपने इस अभिभावक की आज्ञा मानने से उसे परमेश्वर की आज्ञा मानने में सहायता मिली थी।
- एस्तेर ने परमेश्वर की आज्ञा मानी और अपने लोगों को अर्थात यहूदियों को बचाने के लिए जान की जोखिम उठाई थी।
- एस्तेर की कहानी इतिहास की घटनाओं पर परमेश्वर के सर्वोच्च नियंत्रण का वरन विशेष करके उसकी प्रजा की सुरक्षा और उसकी आज्ञा माननेवालों के माध्यम से उसके कार्यों का उदहारण है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, मोर्दकै, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ऐ
तथ्य:
पुराने नियम के युग में ऐ एक कनानी नगर था, जो बेतेल के निकट दक्षिण में था और यरीहो से उत्तर पश्चिम में 8 कि.मी. दूर था।
- यरीहो को जीत लेने के बाद यहोशू ने इस्राएलियों को लेकर ऐ नगर पर आक्रमण किया। परन्तु इस्राएली आसानी से पराजित हुए क्योंकि परमेश्वर उनसे प्रसन्न नहीं था।
- आकान नामक एक इस्राएली पुरूष ने यरीहो की लूट में से कुछ सामान चुराकर रख लिया था, परमेश्वर ने आज्ञा दी कि वह और उसका परिवार घात किया जाए। तब परमेश्वर ने ऐ नगर को पराजित करने में इस्राएल की सहायता की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेतेल, यरीहो)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ओबद्याह
तथ्य:
ओबद्याह पुराने नियम का एक भविष्यद्वक्ता था जिसने एदोमियों (एसाव वंशियों) के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी। पुराने नियम में ओबद्याह नामक अनेक अन्य पुरुष हुए हैं।
- ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है जिसमें ओबद्याह की भविष्यद्वाणी है जो उसने परमेश्वर प्रदत्त दर्शन में पाई थी।
- ओबद्याह के जीवन काल और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और रानी अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे।
- संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह के राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का।
- ओबद्याह नाम के अन्य पुरुषों में थे,शाऊल का वंशज, एक गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था।
- संभव है कि ओबद्याह की पुस्तक का लेखक इन पुरुषों में से एक हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, बाबेल, दाऊद, एदोम, एसाव, यहेजकेल, दानिय्येल, गाद, यहोशापात, योशियाह, लेवी, शाऊल (पुराना नियम), सिदकिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ओम्री
तथ्य:
ओम्री एक सेना प्रधान था जो इस्राएल का छठवां राजा हुआ था।
- राजा ओम्री ने तिर्सा नगर में 12 वर्ष राज किया था।
- इस्राएल के सब राजाओं के सदृश्य ओम्री भी एक दुष्ट राजा था, उसने इस्राएल की प्रजा को और भी अधिक मूर्तिपूजा में गिराया था।
- ओम्री राजा आहाब का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहाब, इस्राएल, यारोबाम, तिर्सा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कनान, कनानी, कनानियों
तथ्य:
कनान हाम का पुत्र था और हाम नूह का पुत्र था। कनानी लोग कनान के वंशज थे।
- “कनान” या “कनान देश” वह क्षेत्र था जो यरदन नदी और भूमध्यसागर के बीच का था। दक्षिण में वह मिस्र की सीमा तक था और उत्तर में सीरिया की सीमा तक।
- इस देश के निवासी कनानी और अन्यजातियां थे।
- परमेश्वर ने अब्राहम से प्रतिज्ञा की थी कि वह कनान देश उसे और उसके वंशज, इस्राएलियों को देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हाम, प्रतिज्ञा का देश)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 4:5 इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किये थे, सब को लेकर कनान देश में जो परमेश्वर ने उसे दिखाया था जाने को निकल चला;
- 4:6 जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि, "अपने चारों ओर देख क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।"
- 4:9 "मैं__कनान__ देश तेरे वंश को दूँगा।"
- 5:3 " मैं तुझको, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश दूँगा कि वह उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा।"
- 7:8 बीस वर्ष तक अपने घर से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3667, H3669, G2581, G5478
कफरनहूम
तथ्य:
कफरनहूम गलील सागर के उत्तर-पश्चिमी तट पर मछुआरों का एक गांव था।
- यीशु जब गलील में शिक्षा देता था तब वह कफरनहूम में ठहरता था।
- उसके अनेक शिष्य कफरनहूम से थे।
- यीशु ने इस गांव में अनेक आश्चर्यकर्म किए थे, जिनमें मृतक बालिका को फिर जीवित करना भी था।
- कफरनहूम उन तीन नगरों में से एक था जिन पर यीशु ने सार्वजनिक हाय की थी क्योंकि वहां के लोगों ने उसका इन्कार किया और उसकी शिक्षाओं में विश्वास नहीं किया था। यीशु ने उन्हें चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उन्हें अविश्वास का दण्ड देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गलील, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
करेतियों
तथ्य:
“करेतियों” एक जाति थी जो संभवतः पलिश्तियों में से थी। कुछ संस्करणों इस नाम को "करेतियों" के रूप में लिखते हैं।
- "करेतियों और पलेतियों" राजा दाऊद की सेना में सैनिकों का विशेष समूह थे जो उसके अंगरक्षक स्वरूप उसके विशेष स्वामी-भक्त थे।
- यहोयादा का पुत्र बनायाह, दाऊद के प्रबन्धक दल का एक सदस्य, करेतियों और पलेतियों का अगुआ था।
- करेतियों दाऊद के साथ थे जब वह अबशालोम के विद्रोह करने पर यरूशलेम छोड़कर गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अबशालोम, बनायाह, दाऊद, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कर्मेल, कर्मेल पहाड़
तथ्य:
“कर्मेल पहाड़” भूमध्यसागर के तट पर स्थित पर्वतीय श्रृंखला-शारोन के मैदान के निकट उत्तर में। उसकी सबसे ऊंची चोटी 546 मीटर ऊंची है।
- कर्मेल नामक एक नगर भी था जो नमक सागर के दक्षिण में यहूदा राज्य में था।
- नाबाल एक धनवान किसान था, उसकी पत्नी का नाम अबीगैल था। वे कर्मेल नगर के निकट रहते थे। दाऊद और उसके साथी नाबाल के चरवाहों की रक्षा करते थे।
- कर्मेल पहाड़ पर एलिय्याह ने बाल पुजारियों के साथ स्पर्धा करके सिद्ध किया था कि केवल यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
- यह स्पष्ट करने के लिए कि कर्मेल एक ही पहाड़ नहीं था, “कर्मेल पहाड़” का अनुवाद “कर्मेल पर्वतीय श्रृंखला के एक पहाड़ पर” या “कर्मेल पर्वतीय श्रृंखला”।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, एलिय्याह, यहूदा, खारा ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3760, H3761, H3762
कसदी, कसदी, कसदियों
तथ्य:
कसदी मेसोपोटामिया या बेबीलोन के दक्षिण का भू भाग था। इस क्षेत्र के निवासी कसदियों कहलाते थे।
- ऊर नगर जो अब्राहम का जन्मस्थान था, वह कसदियों का ही देश था। इसे प्रायः “कसदियों का ऊर” कहा जाता है।
- नबूकदनेस्सर अनेक कसदियों में से एक था जो बेबीलोन पर राजा हुए थे।
- अनेक वर्षों बाद लगभग 600 ई.पू. में कसदी देश "बेबीलोन" कहलाया।
- दानिय्येल की पुस्तक में “कसदी” शब्द एक विशेष मानवीय वर्ग का संदर्भ देता है जो ऊंची शिक्षा प्राप्त मनुष्य थे और नक्षत्रों का अध्ययन करते थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बाबेल, शिनार, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3679, H3778, H3779, G5466
कादेश, कादेशबर्ने, कादेश के मरीबोत
तथ्य:
कादेश, कादेशबर्ने और मरीबा का देश आदि सब नाम इस्राएल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नगर के नाम हैं। जो इस्राएल के दक्षिण में स्थित था, एदोम के निकट।
- कादेश नगर एक मरूद्यान था, रेगिस्तान के मध्य पानी और हरियाली का स्थान, इस रेगिस्तान का नाम सीन था।
- मूसा ने कादेशबर्ने से बारह भेदिए कनान में भेजे थे।
- जंगल में भटकते समय इस्राएल ने कादेश में छावनी डाली थी।
- कादेशबर्ने वह स्थान था जहां मिर्याम की मृत्यु हुई थी।
- मरीबा कादेश में मूसा ने चट्टान को मारकर इस्राएल के लिए पानी निकाला था, अपेक्षा उससे कहने के जैसा परमेश्वर का आदेश था।
- “कादेश” शब्द इब्रानी भाषा का है जिसका अर्थ है “पवित्र” या “पृथक हुआ”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: रेगिस्तान, एदोम, पवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4809, H6946, H6947
काना
परिभाषा:
काना गलील क्षेत्र में एक गांव या नगर था जो नासरत से लगभग नौ मील उत्तर में बसा हुआ था।
- काना नगर बारहों में से एक नतनएल का जन्म स्थान था।
- यीशु काना नगर में एक विवाहोत्सव में गया था जहां उसने पानी को मदिरा में परिणत करके अपना पहला आश्चर्यकर्म किया था।
- कुछ समय बाद यीशु काना में पुनः आया था जहां उसकी भेंट कफरनहूम के एक अधिकारी से हुई थी जिसने अपने पुत्र की चंगाई के लिए उससे विनती की थी।
(यह भी देखें: कफरनहूम, गलील, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कालेब
तथ्य:
कालेब उन बारह इस्राएली भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने कनान की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
- उसने और यहोशू ने लोगों से कनानियों को हराने में मदद करने के लिए परमेश्वर पर भरोसा रखने को कहा।
- यहोशू और कालेब उनकी पीढ़ी के एकमात्र पुरुष थे जिन्हें कनान की प्रतिज्ञा की गई भूमि में प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी।
- कालेब ने विनती की कि हेब्रोन की भूमि उसे और उसके परिवार को दी जाए। वह जानता था कि परमेश्वर वहाँ रहने वाले लोगों को हराने में उसकी मदद करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हेब्रोन, यहोशू)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __14:04__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
- 14:06 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा!"
- 14:08 “यहोशू और कालिब को छोड़कर, जितने बीस वर्ष या उससे अधिक के हैं, वे वहीं मरेंगे और प्रतिज्ञा किए हुए देश में कभी प्रवेश नहीं करेंगे।”
ताकि वे उस देश में शांति से जी सकें।
शब्द तथ्य:
किद्रोन नाला
तथ्य:
किद्रोन नाला यरूशलेम के ठीक बाहर अर्थात पूर्वी दीवार और जैतून पर्वत के मध्य एक गहरी घाटी है।
- यह घाटी 1,000 मीटर से अधिक गहरी और लगभग 32 किलोमीटर लम्बी है।
- जब राजा दाऊद अपने पुत्र, अबशालेम से बचकर भाग रहा था तब वह किद्रोन नाले से होकर जैतून पर्वत पर चढ़ा था।
- यहूदा के राजा आसा और योशिय्याह ने आज्ञा दी थी कि सब ऊंचे स्थान और झूठे देवताओं की वेदियां जला कर ध्वंस कर दी जाएं तब उनकी राख किद्रोन नाले में डाल दी गई थी।
- राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में याजक मन्दिर से निकाली गई किसी भी अशुद्ध वस्तु को किद्रोन घाटी में फेंक देते थे।
- दुष्ट रानी अतल्याह इसी घाटी में घात की गई थी क्योंकि उसने बहुत दुष्टता के काम किए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबशालोम, आसा, अतल्याह, दाऊद, झूठे देवता, हिजकिय्याह, ऊंचे स्थान, योशिय्याह, यहूदा, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5674, H6939, G27480, G54930
किलिकिया
तथ्य:
किलिकिया एक छोटा रोमी प्रान्त था जो आज के तुर्किस्तान में दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में था। वह एजीयन सागर के सिरे पर था
- प्रेरित पौलुस किलिकिया के तरसुस नगर का नागरिक था।
- दमिश्क के मार्ग पर यीशु से आमना-सामना करने के बाद पौलुस ने अनेक वर्ष किलिकिया में व्यतीत किए थे।
- किलिकिया के कुछ यहूदियों ने स्तिफनुस का सामना किया था और लोगों को उसे पथराव करने के लिए भड़काया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पौलुस, स्तिफनुस, तरसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरनेलियुस
तथ्य:
कुरनेलियुस, एक अन्यजाति पुरुष था, वह रोमी सेना में एक अधिकारी था।
- वह परमेश्वर से नियमित प्रार्थना करता था और गरीबों को उदारता से दान देता था।
- प्रेरित पतरस से सुसमाचार सुनकर कुरनेलियुस और उसका परिवार यीशु का विश्वासी हो गया।
- कुरनेलियुस और उसका परिवार प्रथम गैर यहूदी थे, जिन्होंने यीशु में विश्वास किया था।
- इससे यीशु के शिष्यों को समझ में आया कि यीशु सबका उद्धार करने आया था, जिनमें अन्यजातियां भी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, अन्य-जाति, शुभ सन्देश, यूनानी, सूबेदार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरिन्थुस, कुरिन्थवासी
तथ्य:
कुरिन्थुस नगर यूनान देश का एक नगर था, ऐथेन्स से लगभग 50 मील पश्चिम में। कुरिन्थवासी कुरिन्थ नगर के निवासी थे।
- कुरिन्थ नगर आरंभिक कलीसियाओं में से एक का स्थान था।
- नये नियम में 1कुरिन्थियों और 2कुरिन्थियों पौलुस द्वारा कुरिन्थ की कलीसिया को लिखे पत्र थे।
- पहली प्रचार यात्रा में पौलुस लगभग 18 महीने कुरिन्थ नगर में ठहरा था।
- कुरिन्थ नगर में पौलुस की भेट दो विश्वासियों, अक्विला और प्रिस्किल्ला से हुई थी।
- कुरिन्थ की कलीसिया से संबन्धित आरंभिक कलीसियाई अगुवों में थे तीमुथियुस, तीतुस, अप्पुलोस और सीलास।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अप्पुल्लोस, तीमुथियुस, तीतुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुरेन
तथ्य:
कुरेन एक यूनानी नगर था, भूमध्य सागर के उत्तरी तट पर अफ्रीका में क्रेते द्वीप समूह के सीधे दक्षिण में।
- नये नियम के युग में विश्वासी और यहूदी दोनों ही कुरेन में रहते थे।
- बाइबल में कुरेन नगर संभवतः यीशु का क्रूस उठाने वाले शमौन का निवास स्थान होने के कारण जाना जाता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रेते)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G29560, G29570
कुलुस्से, कुलुस्सियों
तथ्य:
नये नियम के युग में कुलुस्से रोमी प्रदेश फ्रूगिया का एक नगर था। आज यह स्थान दक्षिण पश्चिमी तुर्किस्तान है। कुलुस्सेवासी कुलुस्से के निवासी थे।
- भू-मध्यसागर से 100 मील भीतर कुलुस्से इफिसुस और फरात नदी के मध्य एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग था।
- रोम के कारावास में पौलुस ने कुलुस्से के विश्वासियों को पत्र लिखकर झूठी शिक्षाओं का सुधार किया था।
- पत्र लिखते समय पौलुस ने कुलुस्से की कलीसिया से भेंट नहीं की थी। उसने अपने मित्र इपफ्रुदीतुस से उस कलीसिया के बारे में सुना था।
- इपफ्रुदीतुस एक मसीही प्रचारक था जिसने कुलुस्से में कलीसिया संगठित की थी।
- फिलेमोन की पत्री कुलुस्से में ही दासों के एक स्वामी को लिखा पौलुस का पत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इफिसुस, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कुस्रू
तथ्य:
कुस्रू एक फारसी राजा था जिसने सैनिक अभियान द्वारा 550 ई.पू. में फारसी साम्राज्य की स्थापना की थी। इतिहास में वह कुस्रू महान के नाम से भी जाना जाता है।
- कुस्रू ने बेबीलोन को जीत लिया था, और तब ही से बन्धुआ इस्राएलियों की मुक्ति का आरंभ हुआ।
- कुस्रू जीती हुई जातियों के प्रति अपने सहनशील स्वभाव के लिए प्रसिद्ध था। यहूदियों के साथ उसकी उदारता के व्यवहार के कारण ही बन्धुआई के बाद यरूशलेम मन्दिर का पुनः निर्माण हुआ था।
- कुस्रू के राज्यकाल में दानिय्येल, एज्रा और नहेम्याह जीवित थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दानिय्येल, दारा, एज्रा, नहेमायाह, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कूश
तथ्य:
कूश नहू के पुत्र, हाम का बड़ा पुत्र था। वह निम्रोद का पूर्वज था। उसके दो भाइयों के नाम मिस्र और कनान थे।
- पुराने नियम के युग में इस्राएल के दक्षिण में एक विशाल क्षेत्र का नाम कूश था। संभव है कि उस स्थान का नाम हाम के पुत्र कुश के नाम पर पड़ा था।
- कूश का प्राचीन क्षेत्र अलग-अलग समयों में आज के सूडान, मिस्र, इथोपिया और संभवतः सऊदी अरब का देश थे।
- एक और पुरुष का नाम कूश हुआ है जिसका उल्लेख भजनों में किया गया है। वह एक बिन्यामीनी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अरब, कनान, मिस्र, इथोपिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3568, H3569, H3570
कूश, कूशी
तथ्य:
कूश अफ्रीका का एक देश है जो मिस्र के ठीक दक्षिण में है जिसके पश्चिम में नील नदी और पूर्व में लाल सागर है। कूश का निवासी “कूशी” कहलाता है।
- प्राचीन कूश मिस्र के दक्षिण में था और उसकी सीमाओं में आज के अनेक अफ्रीकी देशों को जैसे सूडान, वर्तमान कूश, सोमालिया, केन्या, यूगांडा, केन्द्रिय अफ्रीका गणराज्य तथा चाड हैं।
- बाइबल में कूश को “कूश” देश या “नूबिया” भी कहा गया है।
- इथोपिया (कूश) और मिस्र देशों का उल्लेख बाइबल में प्रायः एक साथ किया गया है, संभवतः इसलिए कि वे पड़ोसी देश थे और उनके पूर्वज संभवतः एक ही थे।
- परमेश्वर ने प्रचारक फिलिप्पुस को रेगिस्तान में भेजा कि वह इथोपिया के खोजे को यीशु का शुभ सन्देश सुनाए।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कूश, मिस्र, खोजा, फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
केदार
तथ्य:
केदार इश्माएल के दूसरे पुत्र का नाम था। केदार नाम का एक महत्वपूर्ण नगर भी था, संभवतः इसी पुरुष के नाम पर।
- केदार नगर अरब के उत्तरी भाग में पलिश्तीन की दक्षिणी सीमा पर स्थित था। बाइबल के युग में यह नगर अपने वैभव और सौदंर्य के लिए प्रसिद्ध था।
- केदार के वंशज एक बड़ी जाति हुए जिन्हें “केदार” के नाम से ही जाना जाता था।
- “केदार के काले तम्बू” इसलिए कहा गया है कि केदार जाति बकरी के काले बालों से बने तम्बुओं में रहते थे।
- यह जाति भेड़ बकरियां पालती थी। वे ऊंट को भी सामान लाने ले जाने में उपयोग करते थे।
- बाइबल में “केदार का वैभव” उस नगर एवं वहां के लोगों के बड़प्पन के संदर्भ में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अरब, बकरी, इश्माएल, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
केदेश
तथ्य:
केदेश एक कनानी नगर था जिसे कनान प्रवेश के समय इस्राएलियों ने जीत लिया था।
- ये शहर इस्राएल के उत्तरी क्षेत्र में स्थापित था, उस भू भाग में जो नप्ताली के गोत्र को दिया गया था।
- केदेश शहर उन चुनिन्दा जगहों में से एक था जहां लेवीय याजक रहे थे, क्योंकि उनके पास उनकी अपनी कोई भूमि नहीं थी।
- इस जगह को "शरण का शहर" के रूप में अलग रखा गया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, हेब्रोन, लेवी, नप्ताली, याजक, शरण, शेकेम, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैन
तथ्य:
कैन और उसका छोटा भाई हाबिल आदम और हव्वा के प्रथम पुत्र थे जिनका उल्लेख बाइबल में किया गया है।
- कैन एक किसान था और हाबिल पशुपालक था।
- कैन ने ईर्ष्या के कारण क्रोध में आकर अपने भाई हाबिल की हत्या कर दी थी, उसके क्रोधित होने का कारण था कि परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की और कैन की भेंट को स्वीकार नहीं किया था।
- दण्डस्वरूप परमेश्वर ने उसे अदन से बाहर निकाल दिया और उसे श्राप दिया कि भूमि उसके लिए फसल उत्पन्न नहीं करेगी।
- परमेश्वर ने कैन के माथे पर एक चिन्ह अंकित कर दिया था कि परमेश्वर उसकी रक्षा करेगा यदि किसी ने उसके प्राण लेने का प्रयास किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैफा
तथ्य:
कैफा यीशु और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में इस्राएल का महायाजक था।
- यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
- महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
- कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हन्ना, महा-याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैसर
तथ्य:
“कैसर” रोमी साम्राज्य के शासकों का पदनाम था। बाइबल में यह नाम तीन रोमी सम्राटों के संदर्भ में आया है।
- पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
- लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियास कैसर था।
- जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियास ही सिंहासन पर था।
- पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
- “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
- कैसर औगुस्तुस या कैसर तिबिरियास आदि के उल्लेख में "कैसर" शब्द की वर्तनी राष्टीय भाषा में उसके उच्चारण के निकटतम हो|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: राजा, पौलुस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कैसरिया, कैसरिया फिलिप्पी
तथ्य:
कैसरिया भूमध्य सागर के तट पर, कर्मेल पर्वत से 39 कि.मी. दक्षिण की ओर, एक महत्वपूर्ण नगर था। कैसरिया फिलिप्पी इस्राएल के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हेर्मोन पर्वत के निकट एक नगर था।
- इन नगरों का नाम रोमी सम्राट कैसर के नाम पर पड़ा था।
- यीशु के जन्म के समय तटीय कैसरिया यहूदिया के रोमी प्रांत की राजधानी बन गया।
- प्रेरित पौलुस ने अन्य जातियों में सर्वप्रथम कैसरिया में ही प्रचार किया था।
- पौलुस ने तरसुस के लिए कैसरिया से ही प्रस्थान किया था और अपनी दो प्रचार यात्राओं में वह कैसरिया होकर गया था।
- यीशु और उसके शिष्यों ने कैसरिया फिलिप्पी के क्षेत्रों में सीरिया का भ्रमण किया था। इन दोनों नगरों का नाम हेरोदेस फिलिप्प के नाम पर पड़ा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैसर, अन्य-जाति, झील, कर्मेल, पर्वत हेर्मोन, रोम, तरसुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कोरह, कोरहियों
परिभाषा:
कोरह नामक तीन पुरुष पुराने नियम में हुए थे।
- एसाव के पुत्रों में से एक का नाम कोरह था। वह अपने समुदाय का अगुआ था।
- एक लेवी वंशी भी कोरह नाम का था जो मिलापवाला तम्बू(मण्डप) में याजकीय सेवा करता था। उसने मूसा और हारून से ईर्ष्या करके कुछ लोगों के साथ उनके विरुद्ध विद्रोह किया था।
- कोरह नामक तीसरा पुरुष यहूदा की वंशावली में नामांकित है।
(यह भी देखें: हारून, अधिकार, कालेब, वंशज, एसाव, यहूदा, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
क्रेते, क्रेती
तथ्य:
क्रेते एक द्वीप है यूनान के दक्षिणी तट पर स्थित है। "क्रेती" वह है जो क्रेते द्वीप पर रहता है।
- प्रेरित पौलुस अपनी सेवकाई की यात्रा में क्रेते द्वीप पर गया था।
- पौलुस ने अपने सहकर्मी तीतुस को क्रेते पर छोड़ दिया था कि वह वहां मसीहियों को सिखाएं और कलीसिया के अगुओं को नियुक्त करे।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
क्षयर्ष
तथ्य:
क्षयर्ष एक राजा था जिसने फारस के प्राचीन साम्राज्य पर 20 वर्ष राज किया था वाला।
- यह वह समय था जब बन्धुआ यहूदी बेबीलोन में थे और बेबीलोन फारसी राजा के अधीन हो गया था।
- हो सकता है कि इस राजा का दूसरा नाम क्षयर्ष रहा हो।
- क्रोध में आकर अपनी रानी को पदच्युत करके क्षयर्ष ने एक यहूदी स्त्री, एस्तेर को अपनी पत्नी और रानी बनाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बेबीलोन, एस्तेर, इथोपिया, बन्धुआई, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
खारा ताल, मृत सागर
तथ्य:
खारा ताल (जिसे मृत सागर भी कहा जाता है) पश्चिम में दक्षिणी इस्राएल और पूर्व में मोआब के मध्य था।
- यरदन नदी दक्षिण की ओर बहकर मृत-सागर में गिरती है।
- क्योंकि यह समुद्र से छोटा है, इसे "नमक की झील" कह सकते हैं।
- इस सागर में लवणों की मात्र बहुत अधिक है जिसका अर्थ है कि इसमें जीवन पनप नहीं सकता है। पौधों और जानवरों की कमी "मृत सागर" नाम का कारण है।
- पुराने नियम में इस सागर को "अराबा का सागर" भी कहा गया है या "नेगेव का सागर" क्योंकि इसका भौगोलिक स्थान अराबा और नेगेव के क्षेत्रों के निकट है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अम्मोन, अराबा, , यरदन नदी, मोआब, नेगेव)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गत, गतवासी, गती
तथ्य:
गत पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था। उसकी भौगोलिक स्थिति एक्रोन के उत्तर में और अश्दोद एवं अश्कलोन के पूर्व में थी।
- पलिश्ती योद्धा गोलियत गत नगर का निवासी था।
- शमूएल के युग में पलिश्तियों ने इस्राएल से वाचा का सन्दूक ले लिया था और उसे अश्दोद में अपने मन्दिर में रख दिया था। उसके बाद वे उसे गत नगर ले गए और बाद में एक्रोन। परन्तु परमेश्वर ने वहां के निवासियों को रोगग्रस्त किया तो उन्होंने वाचा का सन्दूक पुनः इस्राएल भेज दिया था।
- राजा शाऊल से बचकर भागते समय दाऊद गत चला गया था और कुछ समय वहां रहा, उसके साथ उसकी दो पत्नियां और उसके स्वामीभक्त छः सौ पुरुष थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गाज़ा, गोलियत, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गतसमनी
तथ्य:
गतसमनी किद्रोन घाटी के पार, यरूशलेम के पूर्व में जैतून पर्वत के निकट जैतून के वृक्षों की एक वाटिका थी।
** गतसमनी का बाग एक ऐसा स्थान था जहाँ यीशु और उसके चेले भीड़ से दूर अकेले रहने और विश्राम करने जाते थे।
- गतसमनी में ही यहूदी अगुवों द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले यीशु ने गहरे दुख में प्रार्थना की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यहूदा इस्करियोति, किद्रोन घाटी, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गरार
तथ्य:
गरार कनान में एक नगर और प्रदेश था, हेब्रोन के दक्षिण पूर्व में और बेर्शेबा के उत्तर पश्चिम में।
- राजा अबीमेलेक गरार में अब्राहम और सारा के आप्रवास के समय गरार का राजा था।
- जब इस्राएली कनान में रह रहे थे तब गरार पर पलिश्तियों का अधिकार था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एअबी मेलेक, बेर्शेबा, हेब्रोन, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गलातिया, गलातियों
तथ्य:
नए नियम के समय में, गलातिया एक बड़ा रोमी प्रांत था जो आज के तुर्किस्तान के मध्य भाग में स्थित है।
- गलातिया के एक भाग सीमा,उत्तर में काला सागर के तट पर थी। उसकी सीमाओं पर एशिया, बिथुनिया, कप्पदोकिया, किलकिया और पंफूलिया थे।
- प्रेरित पौलुस ने गलातिया प्रदेश के विश्वासियों को पत्र लिखा था। यह पत्र नये नियम में “गलातियों के नाम पौलुस की पत्री” के नाम से है।
- गलातिया के विश्वासियों को यह पत्र लिखने में पौलुस का एक उद्देश्य था कि वे कर्मों द्वारा नहीं अनुग्रह द्वारा उद्धार पर बल दें।
- गलातिया प्रदेश में जो अन्य जाति से आनेवाले विश्वासी थे उन्हें यहूदी मत से आनेवाले विश्वासी शिक्षा दे रहे थे कि विश्वासियों को यहूदी नियमों में से कुछ का पालन करना अनिवार्य था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, विश्वास, किलिकिया , सुसमाचार , पौलुस, कर्म)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गलील सागर, किन्नेरेत की झील, गन्नेसरत की झील, तिबिरियुस की झील
तथ्य:
"गलील सागर" पूर्वी इस्राएल में एक झील का नाम है। पुराने नियम में इस झील को “किन्नेरेत की झील” कहते थे
- इस झील का जल प्रवाह दक्षिण की ओर यरदन नदी में होकर मृतसागर में जाता था।
- कफरनहूम, बेतसैदा, गन्नेसरत और तिबरियास कुछ नगर हैं जो नये नियम के युग में गलील सागर के परिवेश में स्थित थे।
- यीशु के जीवन की अनेक घटनाएं गलील सागर पर या उसके निकट घटी थीं।
- गलील सागर को "तिबरियास सागर और गन्नेसरत की झील भी कहते हैं।"
- इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "गलील क्षेत्र की झील" या "गलील झील" या "तिबरियास (गन्नेसरत) के निकट झील"
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कफरनहूम, गलील, यरदन नदी, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3220, H3672, G10560, G10820, G22810, G30410, G50850
गलील, गलीली, गलीलियों
तथ्य:
गलील इस्राएल की उत्तरी चरम सीमा पर था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलील का रहनेवाला मनुष्य गलीली कहलाता था।
- नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे।
- गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी।
- यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था
यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और शिक्षाएं गलील क्षेत्र में ही हुई थी।
(यह भी देखें: नासरत, सामरिया, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:10 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
- 26:1 शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु पवित्र आत्मा से भरा हुआ अपने अधिवास, गलील क्षेत्र लौट आया|
- 39:6 अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों गलील से हो।”
- 41:6 तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले गलील को जाता है।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1551, G10560, G10570
गशूर, गशूरियों
परिभाषा:
राजा दाऊद के युग में गशूर गलील सागर के पूर्व में एक छोटा सा राज्य था, जो इस्राएल और अराम राज्यों के मध्य था।
- राजा दाऊद ने गशूर के राजा की पुत्री माका से विवाह किया था जिससे अबशालोम उत्पन्न हुआ था।
- अपने आधे भाई अम्नोन की हत्या करने के बाद अबशालोम यरूशलेम से उत्तर पूर्व में गशूर की ओर भाग गया था जो 140 मील दूर था। वहाँ वह तीन वर्ष तक रहा।
(यह भी देखें: अबशालोम, अम्नोन, अराम, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गाज़ा
तथ्य:
बाइबल के युग में गाज़ा एक समृद्ध पलिश्ती नगर था, भूमध्य-सागर के तट पर, अश्दोद से लगभग 38 किलोमीटर दक्षिण में। यह नगर पलिश्तियों के पांच प्रमुख नगरों में से एक था।
- भौगोलिक स्थिति के कारण गाज़ा एक मुख्य बन्दरगाह था, जहां अनेक जातियों एवं देशों के मध्य व्यापार किया जाता था।
- आज भी गाज़ा नगर गाज़ा पट्टी का एक महत्त्वपूर्ण बन्दरगाह है वह भूमध्यसागर के तट पर और उत्तर तथा पूर्व में इस्राएल की सीमा तथा दक्षिण में मिस्र से घिरा हुआ है।
- पलिश्ती शिमशोन को बन्दी बनाने के बाद गाज़ा ले गए थे।
- प्रचारक फिलिप्पुस गाज़ा जाने वाले रेगिस्तानी मार्ग पर चल रहा था जब उसकी भेंट कूश के खोजे से हुई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्दोद, फिलिप्पुस, पलिश्ती, कूश, गत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5804, H5841, G1048
गाद
तथ्य:
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। याकूब को इस्राएल का नाम भी दिया गया था।
- गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
- बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
- “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
(अनुवाद के सुझाव:नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जनगणना, भविष्यद्वक्ता, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1410, H1425, G1045
गिदोन
तथ्य:
गिदोन एक इस्राएली पुरुष था, परमेश्वर ने उसे इस्राएल के शत्रुओं से बचाने के लिए खड़ा किया था।
- गिदोन के समय में, मिद्यानी नामक लोगों का एक समूह इस्राएलियों पर आक्रमण करता रहा और उनकी फसलों को नष्ट करता रहा।
- हालाँकि गिदोन डरता था, फिर भी परमेश्वर ने उसका इस्तेमाल इस्राएलियों को मिद्यानियों से लड़ने और उन्हें हराने के लिए किया।
- गिदोन ने भी झूठे देवताओं बाल और अशेरा की वेदियाँ गिराकर परमेश्वर की आज्ञा मानी।
- उसने न केवल लोगों को उनके शत्रुओं को पराजित करने में अगुवाई की बल्कि उन्हें एक सच्चे परमेश्वर यहोवा की आज्ञा मानने और उसकी आराधना करने के लिए प्रोत्साहित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, अशेरा, छुड़ाएगा, मध्य, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:5 यहोवा का दूत गिदोन के पास आया और कहा, “परमेश्वर तेरे संग है, शक्ति शाली योद्धा। इस्राएलियों को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ा।”
- 16:6 गिदोन के पिता के पास मूर्ति को समर्पित एक वेदी थी। परमेश्वर ने गिदोन से उस वेदी को नीचे गिराने के लिए कहा।
- 16:8 वहाँ पर वह(मिद्यानी) बहुत थे, उन्हें गिना नहीं जा सकता था। गिदोन ने उन सब इस्राएलियों को एकत्र किया उनसे लड़ने के लिए।
- 16:8 गिदोन ने इस्राएलियों को उनसे लड़ने के लिए एक साथ बुलाया। __गिदोन __ ने परमेश्वर से दो चिह्न मांगे ताकि वह आश्वस्त हो सके कि परमेश्वर उसका उपयोग इस्राएल को बचाने के लिए करेगा।
- 16:10 32,000 इस्राएली सैनिक गिदोन के पास आए, परन्तु परमेश्वर ने उससे कहा कि यह बहुत अधिक है।
- 16:12 तब गिदोन ने इस्राएलियों की छावनी में लौटकर एक एक पुरुष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया, और घड़ो के भीतर एक मशाल थी।
- 16:15 लोग गिदोन को अपना राजा बनाना चाहते थे।
- 16:16 तब गिदोन ने सोने का उपयोग एक विशेष वस्त्र बनाने के लिए किया जैसा कि महायाजक पहनते थे। लेकिन लोग उसे मूर्ति की तरह पूजने लगे।
शब्द तथ्य:
गिबा
तथ्य:
गिबा यरूशलेम के उत्तर में और बेतेल के दक्षिण में एक नगर का नाम था।
- गिबा नगर बिन्यामीन गोत्र के क्षेत्र में था।
- बिन्यामीन और इस्राएल के मध्य यह एक युद्ध क्षेत्र भी रहा है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, बेतेल, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1387, H1389, H1390, H1394
गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों
तथ्य:
गिबोन एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर-पश्चिम में 13 किलोमीटर दूर था। गिबोन के निवासी गिबोनी कहलाते थे।
- गिबोनियों ने सुना कि इस्राएलियों ने यरीहो और ऐ नगर का विनाश कर दिया है तो वे डर गए थे।
- अतः गिबोनी इस्त्राएलियों के अगुओं के पास गिलगाल आए और ऐसा स्वांग रचा कि वे दूर देश के हैं।
- इस्राएल के अगुओं ने धोखा खाकर गिबोनियों के साथ समझौता कर लिया था कि वे उनकी रक्षा करेंगे और उन्हें नष्ट नहीं करेंगे।
(यह भी देखें: गिलगाल, यरीहो, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:6 परन्तु कनान निवासियों का एक समूह, जो गिबोनी कहलाता है, उन्होंने यहोशू के साथ छल किया और कहा, हम कनान से दूर एक देश से आए है।
- 15:7 कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, एमोरियों के राजा, ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल किया और उनके बीच रहने लगे है, तब सब ने अपनी अपनी सेना इकट्ठी करके एक विशाल सेना तैयार की और गिबोन के सामने डेरे डालकर उस से युद्ध छेड़ दिया।
- 15:8 तब यहोशू सारे योद्धाओं और शुरवीरों को संग लेकर रातों रात गिबोनियों तक पहुँचने के लिए चल पड़े।
शब्द तथ्य:
गिर्गाशियों
तथ्य:
कनान देश में गलील सागर के तट पर रहनेवाली एक जाति को गिर्गाशी कहते थे।
- वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे, अतः वे कनानी कहलानेवाली अनेक जातियों में से एक थे।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों से प्रतिज्ञा की थी कि वह गिर्गाशियों तथा अन्य सब कनानी जातियों को हराने में उनकी सहायता करेगा।
- अन्य कनानियों के समान गिर्गाशी भी मूर्तिपूजक थे और मूर्तिपूजा के भाग के रूप में अनैतिक काम करते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान , हाम, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गिलगाल
तथ्य:
गिलगाल यरीहो के उत्तर में एक नगर था जहां इस्राएलियों ने यरदन नदी पार करने के बाद सबसे पहली छावनी डाली थी, कनान में।
- गिलगाल में यहोशू ने यरदन नदी के सूखे तल से, जहां से उन्होंने चलकर नदी पार की थी, बारह पत्थर लेकर खड़े किए थे।
- गिलगाल नगर से एलिय्याह और एलीशा ने प्रस्थान किया था, जब यरदन नदी पार करने के बाद एलिय्याह को उठा लिया गया था।
- पुराने नियम में “गिलगाल” नाम के अनेक अन्य स्थान भी थे।
- “गिलगाल” शब्द का अर्थ है, “पत्थरों का गोला” संभवतः यह नाम उस स्थान के संदर्भ में है जहां गोल वेदी बनाई गई थी।
- पुराने नियम में यह नाम लगभग सदैव ही “गिलगाल” कहलाया है। इससे यह संकेत मिलता है कि यह एक निश्चित स्थान का नाम नहीं था वरन् एक स्थान का वर्णन था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: एलिय्याह, , एलीशा, यरीहो, यरदन नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गिलाद, गिलादी, गिलादियों
परिभाषा:
गिलाद यरदन नदी के पूर्व में एक पर्वतीय प्रदेश है जहां इस्राएली गोत्र गाद, रूबेन, मनश्शे वास करने लगे थे।
इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
“गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गाद, यिप्तह, मनश्शे, रूबेन, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गुलगुता
तथ्य:
“गुलगुता” उस स्थान का नाम है जहां यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। इस शब्द का मूल अरामी भाषा में है जिसका अर्थ है, “खोपड़ी” या “खोपड़ी का स्थान”।
- गुलगुता स्थान यरूशलेम की शहरपनाह के बाहर कहीं निकटवर्ती स्थान था। संभवतः जैतून पर्वत के ढलान पर।
- बाइबल के कुछ प्राचीन अंग्रेजी अनुवादों में गुलगुता का अनुवाद “कलवरी” किया गया है जिसका मूल लातीनी भाषा में है जो “खोपड़ी” शब्द से आता है।
- अनेक बाइबल संस्करणों में ऐसे शब्द का उपयोग किया गया है जो “गुलगुता” के सदृश्य दिखता हैं या सुनाई देता हैं क्योंकि इस शब्द का अनुवाद बाइबल अभिलेख में किया जा चुका है।
(अनुवाद के सुझाव: नाम का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गोलियत
तथ्य:
“गोलियत” पलिश्तियों की सेना में एक लम्बा चौड़ा योद्धा था जिसे दाऊद ने मार गिराया था।
- गोलियत की ऊंचाई 2-3 मीटर की थी। अपने शारीरिक डील-डौल के कारण उसे दानव कहा जाता था।
- यद्यपि गोलियत के पास अधिक अच्छे हथियार थे और शरीर में वह दाऊद से बहुत बड़ा था, परमेश्वर ने दाऊद को शक्ति और योग्यता प्रदान की कि उसे हरा दे।
- गोलियत पर दाऊद की विजय के परिणाम स्वरूप इस्राएलियों को पलिश्तियों पर विजय प्राप्त हुई।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
गोशेन
परिभाषा:
गोशेन मिस्र के उत्तरी भाग में नील नदी के परिवेश में बसा एक उपजाऊ प्रदेश था।
जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
- वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
- अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, अकाल, मूसा, नील नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जकर्याह (नया नियम)
तथ्य:
जकर्याह एक यहूदी याजक था जो यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का पिता हुआ।
- जकर्याह परमेश्वर से प्रेम करता था और उसकी आज्ञा मानता था।
- जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा ने वर्षों सन्तान प्राप्ति की प्रार्थना की थी परन्तु उन्हें पुत्र प्राप्त नहीं हुआ था। जब वे वृद्धावस्था को प्राप्त हुए तब परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना सुनकर उन्हें पुत्र दिया।
- जकर्याह ने भविष्यद्वाणी की थी कि उसका पुत्र यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता होगा जो मसीह के लिए मार्ग तैयार करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, इलीशिबा, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:1 अकस्मात् ही एक स्वर्गदूत जकर्याह नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। जकर्याह और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, परन्तु उसके पास संतान नहीं थी।
- 22:2 स्वर्गदूत ने जाकर्याह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।”
- 22:3 तुरन्त ही, जकर्याह गूंगा हो गया।
- 22:7 तब परमेश्वर ने जकर्याह को बोलने में सक्षम किया और वह फिर से बोलने लगा।
शब्द तथ्य:
ज़कर्याह (पुराना नियम)
तथ्य:
जकर्याह फारसी राजा, दारा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला एक भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिनमें लौटने वाले निर्वासितों से मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया।
- भविष्यद्वक्ता ज़कर्याह, एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै का समकालीन था। यीशु द्वारा उसका उल्लेख यीशु ने उन अंतिम भविष्यवक्ताओं में क्या है जिनको पुराने नियम के समय घात किया गया था।
- जकर्याह नाम का एक और पुरुष था जो राजा दाऊद के समय मिलाप वाले मंदिर का प्रमुख द्वारपाल था।
- राजा यहोशापात के पुत्रों में से एक का नाम जकर्याह था जिसकी हत्या उसी के भाई यहोराम ने की थी।
- जकर्याह नाम का एक याजक भी था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था।
- राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था, उसने मात्र छः महीने राज किया था और उसकी हत्या कर दी गई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दारा, एज्रा, यहोशापात, यारोबाम, नहेम्याह, जरूब्बाबेल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जक्कई
तथ्य:
जक्कई यरीहो में चुंगी लेनेवाला अधिकारी था, वह यीशु को देखने के लिए पेड़ पर चढ़ गया था।
- यीशु में विश्वास करके जक्कई पूर्णतः बदल गया था।
- उसने लोगों को धोका देने के पाप का पश्चाताप किया और अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों में बांटने की प्रतिज्ञा की थी।
- उसने यह प्रतिज्ञा भी की थी कि जिनसे उसने अवैध कर वसूल किया है उन्हें वह चारगुणा लौटा देगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वास, प्रतिज्ञा, मन फिराव, पाप, कर, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल सन्दर्भ:
- लूका 19:2
- [लूका 19:6](rc://hi /tn/help/luk/19/06)
शब्द तथ्य:
जबूलून
तथ्य:
जबूलून याकूब और लिआ: का आखरी पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक गोत्र का नाम था।
- जबूलून के गोत्र को खारे ताल के पश्चिम में भूमि दी गई थी।
- कभी-कभी इस गोत्र के निवास स्थान को भी "जबूलून" कह कर पुकारा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, लिआ:, खारे ताल, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2074, H2075, G2194
जब्दी
तथ्य:
जब्दी गलील से एक मछुआरा था जो अपने बेटों, याकूब और यूहन्ना, जो यीशु के चेले थे, के कारण जाना जाता है। वे अक्सर नए नियम में "जब्दी के पुत्र" के रूप में पहचाने जाते हैं।
- जब्दी के पुत्र भी मछुआरे थे और उसके साथ मछली पकड़ने का काम किया करते थे।
- याकूब और यूहन्ना ने अपने पिता जब्दी के साथ मछली पकड़ने का काम छोड़ दिया और यीशु के पीछे हो लिए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, मछुवारे, याकूब (जब्दी का पुत्र), यूहन्ना (प्रेरित))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
जरुब्बाबेल
तथ्य:
पुराने नियम के युग में जरूब्बाबेल नामक दो पुरुष इस्राएल में हुए थे।
- इनमें से एक यहोयाकीम और सिदकियाह का वंशज था।
- एक और जरूब्बाबेल, शेलतीएल का पुत्र, एज्रा और नहेम्याह के समय यहूदा के गोत्र का प्रधान था जब फारस के राजा कुस्रू ने इस्राएलियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त किया था।
- जरूब्बाबेल और महायाजक येशू उन लोगों में से थे जिन्होंने परमेश्वर के मन्दिर और वेदी के पुनः निर्माण में हाथ बंटाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्दी, कुस्रू, एज्रा, महा-याजक, यहोयाकीम, यहोशू, यहूदा, नहेम्याह, फारस, सिदकियाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2216, H2217, G2216
जिब्राईल
तथ्य:
परमेश्वर के एक प्रधान स्वर्गदूत का नाम जिब्राईल था। पुराने नियम और नये नियम में उसका नाम अनेक बार आया है।
- परमेश्वर ने जिब्राईल को भविष्यद्वक्ता दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके दर्शन का अर्थ समझाए।
- एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" की संज्ञा दी थी।
- नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसकी वृद्ध पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे।
- उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने
मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दानिय्येल, इलीशिबा, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मरियम, भविष्यद्वक्ता, परमेश्वर का पुत्र, जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1403, G10430
जैतून पर्वत
परिभाषा:
जैतून पर्वत यरूशलेम के पूर्व में एक ऊंची पहाड़ी है। उसकी ऊंचाई 787 मीटर है।
- पुराने नियम में इस पर्वत को कभी-कभी “यरूशलेम के पूर्व का पर्वत” कहा गया है।
- नये नियम में अनेक अवसरों का उल्लेख है जब यीशु अपने शिष्यों के साथ जैतून पर्वत पर प्रार्थना करने और विश्राम करने गया था।
- यीशु को गतसमनी की वाटिका में बन्दी बनाया गया था, यह भी जैतून के पहाड़ पर है।
- इसका अनुवाद “जैतून का पहाड़” या “जैतून के पेड़ों का पर्वत” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: गतसमनी, जैतून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2022, H2132, G37350, G16360
तरसुस
तथ्य:
तरसुस, रोमी साम्राज्य किलकिया में एक प्राचीन एवं समृद्ध नगर था, यह स्थान आज दक्षिणी मध्य तुर्किस्तान है।
- एक मुख्य नदी और भूमध्य-सागर के तट पर स्थित होने के कारण वह स्थान एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग का भाग था।
- एक समय में यह किलिकिया की राजधानी थी।
- नए नियम में, तरसुस को प्रेरित पौलुस के गृह नगर के रूप में जाना जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: किलिकिया , पौलुस, प्रदेश, समुद्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तर्शीश
तथ्य:
बाइबिल के समय में, तर्शीश भूमध्य सागर पर स्थित एक बंदरगाह शहर था। शहर का विशिष्ट स्थान अज्ञात है। साथ ही, पुराने नियम में तर्शीश नाम के दो अलग-अलग पुरुषों का उल्लेख है।
तर्शीश शहर एक बहुत समृद्ध बंदरगाह शहर था, जिनके जहाजों ने बहुमूल्य उत्पादों को खरीदने, बेचने या व्यापार करने के लिए किया था। बाइबल बताती है कि राजा सुलेमान ने तर्शीश में तैनात जहाजों का एक बेड़ा रखा था।
पुराने नियम योना भविष्यद्वक्ता निनवे में प्रचार करने के लिए परमेश्वर के आदेश का पालन करने के बजाय एक जहाज पर तर्शीश के शहर के लिए निकला।
येपेत के पौत्रों में से एक का नाम तर्शीश था।
राजा क्षयर्ष के बुद्धिमान लोगों में से एक का नाम तार्शिश था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एस्तेर, येपेत, योना, नीनवे, फीनीके, ज्योतिष)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तामार
तथ्य:
तामार पुराने नियम में अनेक स्त्रियों का नाम हुआ है। यह पुराने नियम में कई शहरों या स्थानों का भी नाम था।
- तामार यहूदा की बहू का नाम था। उससे पेरेज उत्पन्न हुआ जो यीशु का पूर्वज था।
- राजा दाऊद की पुत्रियों में से एक का नाम भी तामार था, वह अबशालोम की बहन थी। उसके आधे भाई अम्नोन ने उसके साथ बलात्कार करके उसे उजाड़ दिया था।
- अबशालोम की पुत्री का नाम भी तामार।
- 'हज़जोन तामार' नामक शहर खारे सागर के पश्चिमी तट पर एनगदी शहर के समान था। एक "बाल तामार" भी है, और सामान्य संदर्भ "तामार" नामक जगह जो शहरों से अलग हो सकते हैं।
(यह भी देखें: अबशालोम, पूर्वजों, अम्नोन, दाऊद, पूर्वजों, यहूदा, खारे ताल)
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1193, H2688, H8412, H8559
तिर्सा
तथ्य:
तिर्सा एक महत्त्वपूर्ण कनानी नगर था जिसे इस्राएल ने जीत लिया था। यह गिलाद की बेटी का नाम भी था, जो मनश्शे के वंशज थे।
- तिर्सा नगर मनश्शे के गोत्र के भू-भाग में था। माना जाता है कि यह नगर शकेम के उत्तर में लगभग 10 मील दूर था।
- साल बाद, इस्राएल के चार राजाओं के शासनकाल के दौरान, तिर्सा , इस्राएल के उत्तरी राज्य का एक अस्थायी राजधानी बन गया।
- तिर्सा मनश्शे की पोतियों में से एक का नाम था। उनके पिता की मृत्यु के बाद से जमीन का एक हिस्सा देने के लिए कहा और क्योंकि उनके पिता का कोई बेटा नहीं था जैसा सामान्य रिवाज था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, अधिकारी होना, इस्राएल का राज्य, मनश्शे, शेकेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तीतुस
तथ्य:
तीतुस एक अन्यजाति था। उसे पौलुस द्वारा प्रारंभिक कलीसियो में अगुआई करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
- पौलुस द्वारा तीतुस को लिखा गया एक पत्र नया नियम की पुस्तकों में से एक है।
- इस पत्र में पौलुस ने तीतुस को क्रेते के द्वीप पर कलीसियाओं में प्राचीनों को नियुक्त करने का निर्देश दिया था।
- मसीहियों को लिखे अपने कुछ पत्रों में, पौलुस ने तीतुस को ऐसे किसी व्यक्ति के रूप में बताया, जिसने उसे प्रोत्साहित किया और उसे खुशी दी।
(अनुवाद के संबन्ध में सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त, विश्वासी, कलीसिया, खतना, क्रेते, प्राचीन, प्रोत्साहन, निर्देश, अगुआ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
तीमुथियुस
तथ्य:
तीमुथियुस लुस्त्रा निवासी एक युवक था. बाद में वह पौलुस के साथ अनेक प्रचार यात्राओं पर गया और विश्वासियों के नए समुदायों का मार्गदर्शन किया.
- उसकी नानी लोइस और माता यूनीके दोनों यहूदी थे और मसीह यीशु के विश्वासी थे परन्तु उसका पिता यूनानी था.
- धर्मवृद्धों और पौलुस ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखकर प्रार्थना की और उसे मसीही सेवा में नियुक्त किया था.
- नये नियम में दो पुस्तकें, (1और 2तीमुथियुस) पौलुस द्वारा तीमुथियुस को लिखे पौलुस के दो पत्र हैं जिनमें तीमुथियुस को,स्थानीय कलीसिया के युवा अगुआ होने के कारण,मार्गदर्शन प्रदान किया गया है.
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त करना, विश्वास, कलीसिया, यूनानी, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तुखिकुस
तथ्य:
तुखिकुस सुसमाचार प्रचार में पौलुस का साथी सेवक था।
- तुखिकुस पौलुस की एशिया प्रचार सेवा में कम से कम एक बार गया था।
- पौलुस उसे “प्रिय” और “विश्वासयोग्य” कहता था।
- तुखिकुस इफिसुस और कुलुस्से में पौलुस के पत्र लेकर गया था।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसिया, प्रिय, कुलुस्से, इफिसुस, विश्वासयोग्य, शुभ सन्देश, अगुआ)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
तूबल
तथ्य:
पुराने नियम में तूबल नामक अनेक पुरुष हुए थे।
- येपेत के पुत्रों में से एक का नाम तूबल था।
- “तूबल-कैन” लेमेक का पुत्र था और कैन का वंशज।
- यशायाह और यहेजकेल भविष्यद्वक्ताओं ने भी एक जाति तूबल की चर्चा की है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, वंशज, यहेजकेल, यशायाह, येपेत, लेमेक, जाति, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
तेरह
तथ्य:
तेरह नूह के पुत्र शेम का वंशज था। वह अब्राम, नाहोर और हारान का पिता था।
- तेरह ने अपने पुत्र अब्राम के साथ कनान जाने के लिए ऊर से कूच किया, साथ में उसका भतीजा लूत और अब्राम की पत्नी सारै भी थे।
- कनान के मार्ग में वे कुछ समय मेसोपोटामिया के हारान नगर में ठहरे। तेरह हरान में मर गया, उसकी आयु 205 वर्ष की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , कनान, हारान, लूत, मेसोपोटामिया, नाहोर, सारा, शेम, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
उत्पत्ति 11:31-32
##शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8646, G22910
त्रोआस
तथ्य:
त्रोआस नगर एक बंदरगाह था जो प्राचीन रोम के एशिया प्रांत के पश्चिमी तट पर बसा था।
- पौलुस सुसमाचार का प्रचार करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के दौरे के दौरान त्रोआस में कम से कम तीन बार गया था।
- उसी नगर की एक घटना है कि पौलुस देर रात तक प्रचार कर रहा था और एक युवक यूतुखुस को नींद आ गई। वह बहुत ऊंचे पर खिड़की में बैठा था इसलिए वह बाहर गिर गया और मर गया। परमेश्वर के सामर्थ्य से पौलुस ने उसे पुनः जीवित किया।
- जब पौलुस रोम के बन्दीगृह में था तब उस ने तीमुथिमुस को पत्र लिखा था कि वह त्रोआस से उसके कुंडली ग्रन्थ और बागा ले आए, जिन्हें वह वहां छोड़ आया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एशिया, प्रचार करना, प्रदेश, खड़ा करना, रोम, कुंडली-ग्रन्थ, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
थिस्सलुनिके, थिस्सलुनीकियों, थिस्सलुनीकियों
तथ्य:
नये नियम के युग में थिस्सलुनिके प्राचीन रोमी राज्य के मकिदुनिया की राजधानी थी। उस नगर के लोग “थिस्सलोनिकेवासी” कहलाते थे।
- थिस्सलुनिके नगर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था और एक प्रमुख मुख्य मार्ग पर स्थित था जिसके द्वारा रोम पूर्वी क्षेत्र से जुड़ता था।
- सिलास और तीमुथियुस के साथ पौलुस अपनी दूसरी प्रचार यात्रा में इस नगर में गया और वहाँ एक फलवन्त कलीसिया तैयार की। पौलुस ने अपनी तीसरी प्रचार यात्रा में भी इस नगर की कलीसिया से भेंट की थी।
- पौलुस ने थिस्सलुनिके की कलीसिया को दो पत्र लिखे थे। ये दोनों पत्र (पहला थिस्सलुनीकियों और दूसरा थिस्सलुनीकियों) नये नियम में संग्रहित है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मकिदुनिया, पौलुस, रोम)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
थोमा
तथ्य:
थोमा यीशु के बारह चेलों में से एक था जो आगे चलकर प्रेरित कहलाए। उसे “दिदुमुस” भी कहा गया था,जिसका अर्थ है "जुड़वा।"
- यीशु की मृत्यु से पहले, उसने अपने शिष्यों से कहा कि वह पिता के साथ रहने जा रहा था और उनके साथ रहने के लिए एक जगह तैयार करेगा। थोमा ने यीशु से पूछा कि वे कैसे वहां पहुंचने का तरीका जान सकते हैं जब उन्हें पता भी नहीं कि वह कहाँ जा रहा है।
- यीशु के मृत्यु और जी उठने के बाद, थोमा ने कहाँ जब तक वह यीशु के घावों को छूकर न देखें तब तक विश्वास नहीं करेगा की यीशु वास्तव में जी उठा है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, परमेश्वर पिता, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दक्षिण देश
तथ्य:
नेगेव इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिणपूर्व में था।
- मूल शब्द, नेगेव का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है।
- हो सकता है कि जहां आज नेगेव रेगिस्तान है वह "दक्षिण" नहीं है|
- कादेश में वास करते समय अब्राहम नेगेव या दक्षिणी क्षेत्र में था।
- इसहाक नेगेव में ही रहता था जब रिबका यात्रा करके उससे विवाह करने आई थी।
- यहूदियों के गोत्र का यूहदा और शमौन इस दक्षिणी भाग में रहते थे।
- नेगेव क्षेत्र का सबसे बड़ा नगर बर्शेबा था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बेर्शेबा, इस्राएल, यहूदा, कादेश, खारे ताल, शमौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दमिश्क
तथ्य:
दमिश्क सीरिया की राजधानी है। यह नगर आज भी वहीं है जहां वह बाइबल युग में था।
- दमिश्क दुनिया के सबसे पुराने, लगातार आबाद शहरों में से एक है।
- अब्राहम के युग में दमिश्क अराम राज्य (अराम राज्य आज के सीरिया में था) की राजधानी था।
- संपूर्ण पुराने नियम में दमिश्क के निवासियों और इस्राएली प्रजा के मध्य पारस्परिक क्रिया के अनेक संदर्भ हैं।
- बाइबल की कई भविष्यद्वाणियां दमिश्क के विनाश की भविष्यवाणी करती हैं। हो सकता है कि ये भविष्यद्वाणियां तब पूरी हुई हों जब अश्शूर ने पुराने नियम के समय में शहर को नष्ट कर दिया था, या भविष्य में इस शहर का और अधिक पूर्ण विनाश भी हो सकता है।
- नए नियम में, फरीसी शाऊल (बाद में पौलुस के नाम से जाना गया) दमिश्क शहर में मसीहीयों को बन्दी बनाने के लिए जा रहा था जब यीशु ने उसका सामना किया और उसे विश्वासी बना दिया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, अश्शूर, विश्वास, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दलीला
तथ्य:
दलीला एक पलिश्ती स्त्री थी जिससे शिमशोन प्रेम करने लगा था परन्तु वह उसकी पत्नी नहीं थी।
- दलीला शिमशोन से अधिक पैसो से प्रेम करती थी।
- पलिश्तियों ने दलीला को घूस देकर शिमशोन की शक्तियों को विमुख करने का भेद जानने के लिए कहा। उसकी शक्ति समाप्त हो जाने पर पलिश्तियों ने उसे बन्दी बना लिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: घूस, पलिश्ती, शिमशोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दाऊद
तथ्य:
दाऊद इस्राएल का दूसरा राजा था, वह परमेश्वर से प्रेम रखता था और उसकी सेवा करता था। भजन-संहिता का मुख्य लेखक वही था।
- दाऊद अपने परिवार की भेड़ें चराते समय किशोर ही था कि परमेश्वर ने उसे इस्राएल का दूसरा राजा होने के लिए चुन लिया था।
- दाऊद एक महान योद्धा था और उसने शत्रुओं के विरूद्ध अनेक युद्धों में इस्राएल का नेतृत्व किया था। पलिश्ती गोलियत जैसे दानव का वध करने के लिए वह प्रसिद्ध है।
- राजा शाऊल ने दाऊद की हत्या करने का प्रयास किया परन्तु परमेश्वर ने उसे सुरक्षित रखा और शाऊल के मृत्यु के बाद उसे राजा बनाया।
- दाऊद ने प्रायश्चित किया तो परमेश्वर ने उसका भयानक पाप क्षमा कर दिया था।
- मसीह यीशु को “दाऊद की सन्तान” कहा गया है क्योंकि वह दाऊद का वंशज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गोलियत, पलिश्ती, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:02 शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम दाऊद था। बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
- 17:03 दाऊद एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब दाऊद एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
- 17:04 शाऊल यह देख कि लोग दाऊद को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण दाऊद शाऊल से छिप रहा था।
- 17:05 परमेश्वर ने दाऊद को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। दाऊद ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- 17:09 दाऊद ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
- 17:13 दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, दाऊद ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
शब्द तथ्य:
दाऊद का घराना
तथ्य:
“दाऊद के घराने” का अर्थ है राजा दाऊद के वंशज या उसका परिवार।
- इसका अनुवाद “दाऊद के वंशज” या “दाऊद का परिवार” या “राजा दाऊद का कुल” हो सकता है
- क्योंकि यीशु दाऊद का वंशज था वह “दाऊद के घराने” का था।
- कभी-कभी “दाऊद का घराना” या “दाऊद का वंश” दाऊद के जीवित वंशजों के संदर्भ में भी है।
- अन्यथा यह उक्ति सामान्यतः उसके सब वंशजों के संदर्भ मे है, जो मर गए उनके भी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, वंशज, घराना, यीशु, राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1004, H1732, G11380, G36240
दाऊद का नगर
तथ्य:
"दाऊद का नगर" यरूशलेम और बैतलहम दोनों का दूसरा नाम है।
- यरूशलेम वह नगर है जिसमें दाऊद इस्राएल पर राज करते समय रहता था।
- बैतलहम वह नगर था जहां दाऊद का जन्म हुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, बैतलहम, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1732, H5892, G11380, G41720
दान
तथ्य:
दान याकूब का पांचवां पुत्र था और इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक था। कनान के उत्तरी भाग में जहां यह गोत्र बस गया था उस स्थान का नाम भी दान पड़ गया था।
- अब्राहम के युग में यरूशलेम के पश्चिम में एक नगर का नाम भी दान था।
- वर्षों बाद जब इस्राएली प्रतिज्ञा के देश में आए तब यरूशलेम के उत्तर में 60 मील दूर एक नगर का नाम दान था।
- “दानियों” शब्द दान के वंशजों के संदर्भ में है जो इसी कुल के सदस्य थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, यरूशलेम, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1835, H1839, H2051
दानिय्येल
तथ्य:
दानिय्येल एक इस्राएली भविष्यद्वक्ता था जिसे 600 ई.पू. में नबूकदनेस्सर द्वारा बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था, उस समय वह युवावस्था में ही था।
यह वह समय था जब यहूदा से अनेक इस्राएली बेबीलोन में 70 वर्ष के लिए बन्धुआई में थे।
- दानिय्येल को कसदी नाम, बेलतशस्सर रखा गया।
- दानिय्येल एक सम्मानित एवं धर्मी मनुष्य था, वह परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता था।
- परमेश्वर ने दानिय्येल को योग्यता प्रदान की थी कि वह बेबीलोन के राजाओं के अनेक स्वप्न एवं दर्शनों का अर्थ उन्हें समझाएं।
- उसकी योग्यता और सम्मानित चरित्र के कारण दानिय्येल को बेबीलोन साम्राज्य में अगुआई का ऊंचा स्थान दिया गया था।
- अनेक वर्ष बाद दानिय्येल के बैरियों ने राजा दारा के साथ चतुराई करके आज्ञा निकलवाई कि प्रजा राजा की अपेक्षा अन्य किसी ईश्वर की उपासना न करे। दानिय्येल ने परमेश्वर से प्रार्थना करना नहीं छोड़ा, परिणामस्वरूप उसे शेरों के गुफा में डाल दिया गया। परन्तु परमेश्वर ने उसकी रक्षा की और शेरों ने उसे किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1840, H1841, G1158
दारा
तथ्य:
दारा नाम फारस के अनेक राजाओं का था। संभव है कि “दारा” नाम की अपेक्षा एक उपाधि थी।
- “मादी दारा” को जाल में फंसा कर दानिय्येल विरोधियों ने दानिय्येल को यहोवा की उपासना के कारण सिंहों की मान्द में डलवा दिया था।
- “फारसी दारा” ने एज्रा और नहेम्याह के समय यरूशलेम के मन्दिर के पुनः निर्माण हेतु प्रबन्ध किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फारस, बाबेल, दानिय्येल, एज्रा, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नप्ताली
तथ्य:
नप्ताली याकूब का छठवां पुत्र था। उसके वंशज नप्ताली के गोत्र कहलाए जो इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक था।
- कभी-कभी नाम नप्ताली उनके निवास स्थान के लिए भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- नप्ताली का भूभाग इस्राएल के उत्तर में था, दान और आशेर के साथ। इसकी पूर्वी सीमा किन्नेरेत सागर के पश्चिमी किनारे पर थी।
- इस गोत्र की चर्चा पुराने नियम और नये नियम दोनों में की गई है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आशेर, दान, याकूब, गलील सागर, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नबूकदनेस्सर
तथ्य:
नबूकदनेस्सर बेबीलोन साम्राज्य का राजा था जिसकी शक्तिशाली सेना ने अनेक जातियों और देशों को जीता था।
- नबूकदनेस्सर की अगुआई में बेबीलोन की सेना ने यहूदा राज्य को जीत कर अधिकांश यहूदियों को बन्दी बनाया और बेबीलोन ले गए। बंदियों को 70 साल की अवधि के लिए वहां रहने के लिए मजबूर किया गया था जिसे "बेबीलोन का निर्वासन" कहा जाता था।
इन बन्धुआ लोगों में एक था दानिय्येल, जिसने नबूकदनेस्सर के स्वप्नों का अर्थ बताया था।
- इस्राएली बन्धुआ लोगों में तीन पुरुष और भी थे, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह, जिनको नबूकदनेस्सर ने आग में डलवाया था क्योंकि उन्होंने उसकी सोने की विशाल मूरत को दण्डवत् करने से इन्कार कर दिया था।
- राजा नबूकदनेस्सर अभिमानी था और देवताओं की पूजा करता था। यहूदा को जीतने पर उसने यरूशलेम के मन्दिर में से सोने चांदी के पात्र लूट लिए थे।
- नबूकदनेस्सर घमण्डी था और झूठे देवताओं की पूजा से विमुख नहीं होता था इसलिए परमेश्वर ने उसे सात वर्ष तक निराश्रय रख कर पशु के समान जीवन दिया था। सात वर्ष बाद जब वह नम्र बना और एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा की स्तुति की तब परमेश्वर ने उसको पुनः स्थापित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अभिमानी, अजर्याह, बाबेल, हनन्याह, मीशाएल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- [20:06](rc://hi /tn/help/obs/20/06) अश्शूरों द्वारा इस्राएल राज्य को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, यहूदा पर आक्रमण करे |
- 20:06 बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, नबूकदनेस्सर का सेवक बनकर उसे हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
- 20:08 विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और नबूकदनेस्सर के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया कि वे वहा खेती करें|
शब्द तथ्य:
नहूम
तथ्य:
नहूम एक भविष्यद्वक्ता था जो प्रचार करता था उस समय में जब दुष्ट राजा मनश्शे यहूदा पर राज करता था।
- नहूम यरूशलेम से 20 मील दूर एल्कोश नामक एक नगर का निवासी था।
- पुराने नियम में नहूम की पुस्तक में अश्शूरों के नगर नीनवे की विनाश की भविष्यद्वाणियां हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, मनश्शे, भविष्यद्वक्ता, नीनवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नहेम्याह
तथ्य:
नहेम्याह एक इस्राएली था जिसे विवश होकर बेबीलोन साम्राज्य में आना पड़ा जब इस्राएलियों और यहूदियों को बेबीलोन की सेना ने बन्दी बना कर ले गई थी।
- वह फरसी राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उसने यरूशलेम लौट जाने के लिए राजा से अनुमति मांगी थी।
- नहेम्याह ने यरूशलेम की शहरपनाह का पुनः निर्माण करने में इस्राएलियों की अगुवाई की थी क्योंकिबेबीलोन के सैनिकों ने उस शहरपनाह को ढा दिया था।
- राजा के महल में लौट आने से पूर्व बारह वर्ष तक नहेम्याह यरूशलेम का अधिपति था।
- पुराने नियम में नहेम्याह की पुस्तक में नहेम्याह द्वारा शहरपनाह के पुनः निर्माण कार्य तथा यरूशलेम के लोगों पर प्रशासन का वर्णन किया गया है।
- पुराने नियम में नहेम्याह नामक अन्य पुरुष भी हैं। यदि किसी नहेम्याह की चर्चा की जाती है तो स्पष्टीकरण हेतु उसके पिता का नाम जोड़ा जाता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अर्तक्षत्र, बाबेल, यरूशलेम, पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
नातान
तथ्य:
नातान परमेश्वर का एक विश्वासयोग्य भविष्यद्वक्ता था, और दाऊद के राज्यकाल में सेवा कर रहा था।
- उरिय्याह के विरुद्ध दाऊद के गंभीर पाप का पर्दाफाश करने के लिए परमेश्वर ने नातान को भेजा था।
- नातान ने दाऊद को झिड़का था, यद्यपि दाऊद राजा था।
- नातान के आगमन के बाद दाऊद ने अपने पाप का प्रायश्चित किया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, विश्वासयोग्य, भविष्यद्वक्ता, ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __17:7__परन्तु परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
- [17:13](rc://hi /tn/help/obs/17/13) दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसका पाप कितना बुरा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5416, G34810
नामान
तथ्य:
पुराने नियम में, नामान अरामी सेना का सेनापति था।
- नामान को एक असाध्य त्वचा रोग, कोढ़ था जो ठीक नहीं हो सकता था।
- नामान के घर में एक यहूदी दासी थी जिसने उसे सुझाव दिया कि वह रोग-मुक्ति के लिए भविष्यद्वक्ता एलीशा के पास जाकर निवेदन करे।
- एलीशा ने नामान के पास सन्देश भेज दिया कि वह सात बार यरदन नदी में डुबकी लगाए। नामान ने आज्ञा का पालन किया तो परमेश्वर ने उसे संपूर्ण चंगाई दे दी।
- इसका परिणाम यह हुआ कि नामान एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा में विश्वास करने लगा।
- नामान नाम के दो और पुरुष भी हुए है जो याकूब के पुत्र बिन्यामीन के वंशज थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, यरदन नदी, कोढ़, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:14 जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था |
- 19:15 पहले तो नामान क्रोधित हुआ, और वह ऐसा नहीं करना चाहता था, क्योंकि उसे यह मूर्खता पूर्ण कार्य लग रहा था | परन्तु शीघ्र ही उसने अपना विचार बदल लिया और यरदन को जाकर उसमे सात बार डुबकी मारी |
- 26:6 लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी ठीक नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को चंगा किया।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5283, G34970
नासरत, नासरी
तथ्य:
नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 किलोमीटर दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं।
- यूसुफ और मरियम नासरतवासी थे और यीशु का पालन-पोषण वहीं हुआ था। यही कारण है कि यीशु को “नासरी” कहते थे।
- नासरत के अनेक यहूदी यीशु की शिक्षाओं को स्वीकार नहीं करते थे क्योंकि वह उनके साथ पला-बड़ा था इसलिए वे उसे एक साधारण मनुष्य मानते थे।
- एक बार यीशु नासरत के आराधनालय में शिक्षा दे रहा था तब वहां के यहूदियों ने उसे मार डालना चाहा क्योंकि उसने मसीह होने का दावा किया और उनके द्वारा उसके परित्याग के लिए उन्हें झिड़का था।
- जब नतनएल ने सुना कि यीशु नासरत से है तब उसकी टिप्पणी से प्रकट होता है कि उस नगर की प्रतिष्ठा नहीं थी।
(यह भी देखें: मसीह, गलील, यूसुफ (नया नियम), मरियम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
- 26:2 यीशु नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था |
- 26:7 नासरत के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनशा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें और वह मर जाए|
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G34780, G34790, G34800
नाहोर
तथ्य:
नाहोर अब्राहम के दो परिजनों का नाम था, उसका दादा और उसका भाई।
- अब्राहम का भाई नाहोर इसहाक की पत्नी रिबका का दादा था।
- “नाहोर नगर” अर्थात “नाहोर नामक नगर” या “वह नगर जहां नाहोर रहता था” या “नाहोर का नगर”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5152, G34930
नीनवे, नीनवे के लोग
तथ्य:
नीनवे अश्शूरों के साम्राज्य की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह था जो नीनवे में रहता था।
- परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
- नहूम और सपन्याह नामक दो भविष्यद्वक्ताओं ने भाविश्यद्वानी की थी कि परमेश्वर नीनवे को उनके पापों के दंड स्वरूप नष्ट कर देगा|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, योना, मन फिराना, बदलना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5210, G35350, G35360
नील नदी, मिस्र की नदी, नील नदी
तथ्य:
उत्तरी पश्चिम अफ्रीका में नील नदी एक लम्बी चौड़ी नदी है। यह मिस्र का एक प्रसिद्ध नदी है।
- नील नदी मिस्र में से बहती हुई उत्तर में भूमध्य सागर में गिरती है।
- नील नदी के दोनों ओर उपजाऊ भूमि में अच्छी फसल उगती है।
- अधिकांश मिस्र-वासी नील नदी के निकट रहा करते हैं क्योंकि यह जल एवं भोजन की वस्तुओं का एक महत्वपूर्ण साधन है।
- इस्राएली गोशेन में रहते थे क्योंकि नील नदी के निकट होने के कारण वह एक उपजाऊ प्रदेश था।
- मूसा जब शिशु था तब उसके माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी की लम्बी घासों में छिपा दिया था कि फिरौन के लोग उसे देख न पाएं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, गोशेन, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:04 मिस्र नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा , शक्तिशाली देश था |
- 09:04 जब फ़िरौन ने देखा कि इस्राएलियों की संताने बहुत अधिक बढ़ती जा रही है, तब फ़िरौन ने आपनी सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी, इब्रियों के जितने बेटे उत्पन्न हो उन सभी को तुम नील नदी में डाल देना |
- 09:06 जब लड़के के माता-पिता उसे और छिपा नहीं सकते थे, तो उन्होंने उसे मारे जाने से बचाने के लिए नील नदी के किनारे सरकंडों के बीच तैरती टोकरी में डाल दिया।
- 10:03 परमेश्वर ने नील नदी को लहू से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2975, H4714, H5104
नूह
तथ्य:
नूह लगभग 4000 वर्ष पूर्व था जब परमेश्वर ने पृथ्वी पर से सब पापियों को नष्ट करने के लिए जलप्रलय किया था। परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी कि वह एक विशाल नाव बनाए जिसमें बाढ़ का पानी पृथ्वी पर फैलने के समय उसका परिवार सुरक्षित रहे।
- नूह एक धर्मी पुरूष था जो हर एक बात में परमेश्वर की आज्ञा मानता था।
- नूह ने उस नाव को ठीक वैसा ही बनाया जैसा परमेश्वर ने कहा था।
- इस नाव में नूह और उसका परिवार सुरक्षित रहे और बाद में पृथ्वी पर फैल गए।
- तब के बाद सब मनुष्य नूह के वंशज हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वंशज, जहाज)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 3:2 परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही |
- 3:4 नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
- 3:13 दो महीने बाद परमेश्वर ने नूह से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब नूह और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5146, G35750
नोप
परिभाषा:
नोप नील नदी के किनारे मिस्र की प्राचीन राजधानी थी।
- नोप निचले मिस्र में नील नदी के मुहाने पर दक्षिण में था जहाँ भूमि बहुत उपजाऊ थी और फसलें विपुलता में उगती थी।
- उसकी उपजाऊ भूमि तथा ऊपरी और निचले मिस्र के मध्य उसकी स्थिति के कारण यह नगर व्यापार एवं वाणिज्य के लिए एक अत्यधिक महत्वपूर्ण नगर हो गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मिस्र, नील नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पतरस, शमौन पतरस, कैफा
तथ्य:
पतरस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह आरंभिक कलीसिया का एक महत्वपूर्ण अगुआ था।
- यीशु द्वारा शिष्य होने के लिए बुलाए जाने से पूर्व पतरस का नाम शमौन था।
- बाद में यीशु ने उसे “कैफा” नाम दिया जिसका अर्थ है “पत्थर या चट्टान” अरामी भाषा में। पतरस का अर्थ यूनानी भाषा में “पत्थर” या “चट्टान” होता है।
- परमेश्वर ने पतरस के माध्यम से लोगों को चंगा किया और यीशु के सुसमाचार का प्रचार किया।
- नये नियम में दो पुस्तकें पतरस के पत्र हैं जो विश्वासियों को प्रोत्साहित करने तथा शिक्षा देने के लिए हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, प्रेरित)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 28:9 इस पर पतरस ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
- 29:1 एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
- 31:5 फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने पतरस से कहा, “ आ |”
- 36:1 एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
- 38:9 पतरस ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार कर देगा|”
- 38:15 जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, पतरस ने अपनी तलवार निकाल ली और महायाजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
- 43:11 पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
- 44:8 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G27860, G40740, G46130
पद्दनराम
तथ्य:
पद्दनराम वह क्षेत्र था जहां अब्राहम कनान आने से पहले वास करता था। इसका अर्थ है, “अराम के मैदान।”
- जब अब्राहम ने पद्दनराम के हारान नगर से कनान के लिए कूच किया था तब उसका अधिकांश कुटुम्ब हारान में ही रह गया था।
- वर्षों बाद अब्राहम का सेवक पद्दनराम गया कि इसहाक के लिए पत्नी ले आए और वहां अब्राहम के कुटुम्बियों में बतूएल की प्रपौत्री रिबका को चुना।
- इसहाक और रिबका का पुत्र याकूब भी पद्दनराम गया था और वहां रिबका के भाई लाबान के दोनों पुत्रियों से विवाह किया।
- अराम पद्दनराम और अरामनहरेम सब एक ही क्षेत्र के विभिन्न भाग थे जो आज के सीरिया में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , अराम, बेतूएल, कनान, हारान, याकूब, लाबान, रिबका, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
परमेश्वर का जन
तथ्य:
“परमेश्वर का जन” यहोवा के भविष्यद्वक्ता को संबोधित करने की एक सम्मान-सूचक उक्ति है. यह उक्ति यहोवा के स्वर्गदूत के संदर्भ में भी काम में ली गई है.
- भविष्यद्वक्ता के संदर्भ में हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का अपना जन” या “परमेश्वर का चुना हुआ मनुष्य” या “परमेश्वर का सेवक जन.”
- स्वर्गदूत के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का सन्देश-वाहक” या “तेरा स्वर्गदूत” या “परमेश्वर की ओर से एक स्वार्गिक प्राणी जो मनुष्य जैसा दिखता ह.”
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, सम्मान, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H376, H430, G444, G2316
परिज्जी
तथ्य:
परिज्जी जाति कनान की अनेक जातियों में से एक थी। इस जाति के बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि उनके पूर्वज कौन थे और वे कनान के किसी भाग में रहते थे।
- परिज्जियों की चर्चा पुराने नियम की पुस्तक यहोशू में बहुत की गई है, वहां लिखा है कि परिज्जियों ने इस्राएलियों से विवाह किया और उन्हें मूर्ति-पूजा के लिए प्रभावित किया।
- ध्यान दें कि परेज का कुल जिसे परिज्जी कहा गया है वह परिज्जी जाति से भिन्न है। यहां आवश्यक है कि दोनों की वर्तनियों में अन्तर रखें कि यह भेद स्पष्ट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, झूठे देवता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पलिश्तियों
तथ्य:
पलिश्ती एक जाति थी जो भूमध्य सागर के तट पर पलिश्तीन देश में वास करती थी। इस नाम का अर्थ है, “समुद्री लोग”
- पलिश्तियों के पांच मुख्य नगर थे: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गत और गाज़ा।
- अश्दोद नगर पलिश्तीन के उत्तर में था और गाज़ा नगर दक्षिण में था।
- पलिश्ती इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण चिरपरिचित हो गए थे।
- शिमशोन, एक न्यायी पलिश्तियों से युद्ध करने के लिए प्रसिद्ध था, वह परमेश्वर की अलौकिक शक्ति का उपयोग करता था।
- राजा दाऊद ने भी पलिश्तियों के साथ अनेक युद्ध किए थे, उसने अपनी युवावस्था में पलिश्तियों के दानव गोलियत को हराया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्दोद, अश्कलोन, दाऊद, एक्रोन, गत, गाज़ा, गोलियत, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पलिश्तीन
परिभाषा:
पलिश्तीन कनान में एक वृहत्त क्षेत्र का नाम था और भूमध्य-सागर के तट पर बसा हुआ था।
- यह एक उपजाऊ तटीय मैदान था जो उत्तर में याफा और दक्षिण में गाज़ा तक फैला हुआ था। यह 64 किमी. लम्बा और 16 किमी. चौड़ा प्रदेश था।
- पलिश्तीन देश पलिश्तियों का निवास था, यह एक शक्तिशाली जाति थी जो सदैव ही इस्राएल के बैरी रहे थे।
(यह भी देखें: पलिश्ती, गाज़ा, याफा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776 H6429 H06430
पारान
तथ्य:
पारान मिस्र के पूर्व में और कनान के दक्षिण में रेगिस्तानी या निर्जन प्रदेश था। पर्वत पारान का उल्लेख भी किया गया है जो संभवतः सीनै पर्वत था।
- दासी हाजिरा और उसका पुत्र इश्माएल, सारा और अब्राहम द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद पारान के निर्जन प्रदेश में रहे थे।
- मूसा इस्राएलियों को मिस्र से निकाल कर ला रहा था तब उन्होंने पारान का जंगल पार किया था।
- पारान के जंगल में कादेश बर्ने से मूसा ने 12 पुरुषों को कनान में भेजा था कि वहां का भेद लेकर उसे बताएं।
- सीन का जंगल पारान के उत्तर में था और सीन का जंगल पारान के दक्षिण में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, रेगिस्तान, मिस्र, कादेश, सीनै)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पिलातुस
तथ्य:
रोमी प्रान्त यहूदिया का प्रशासक पिलातुस था जिसने यीशु को मृत्युदण्ड दिया था.
- प्रशासक होने के कारण पिलातुस के पास अपराधियों को मृत्यु दण्ड देने का अधिकार था.
- यहूदी धर्म गुरू चाहते थे कि पिलातुस यीशु को मृत्यु-दण्ड दे, अतः उन्होंने यीशु पर झूठा आरोप लगाया कि वह एक अपराधी है.
- पिलातुस समझ गया था कि यीशु ने कोई अपराध नहीं किया है परन्तु वह जनसमूह से डरता था और उन्हें प्रसन्न करना चाहता था, इसलिए उसने सैनिकों को आज्ञा दी कि यीशु को क्रूस पर चढ़ा दें.
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, हाकिम, दोष, यहूदिया, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 39:9 अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था. वे इस आशा में थे कि पिलातुस उसे दोषी ठहरा कर उसे मरवा डाले. पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?”
- 39:10 पिलातुस ने कहा, “सच क्या है?”
- 39:11 यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” पिलातुस ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब पिलातुस ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.”
- 39:12 पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया.
- 40:2 पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर से ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है. ”
- [41:2](rc://hi /tn/help/obs/41/02) पिलातुस ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्षित कर सकते हो कर लो."
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G40910, G41940
पीनहास
तथ्य:
पुराने नियम में पीनहास नामक दो पुरुष हुए हैं।
- हारून के पोतों में से एक का नाम पीनहास था, वह याजक था जिसने इस्राएल में झूठे देवता की उपासना का घोर विरोध किया था।
- इस्राएली पुरुषों ने मिद्यानी स्त्रियों से विवाह करके उनके देवताओं की उपासना की तो परमेश्वर का प्रकोप उन पर भड़का तब पीनहास ही ने उन्हें बचाया था।
- अनेक अवसरों पर पीनहास इस्राएलियों के साथ आक्रमणकारी मिद्यानियों का विनाश करने गया था।
- पुराने नियम में पीनहास नामक दूसरा पुरुष एली का दुष्ट पुत्र था, वह शमूएल के युग में इस्राएल के लिए याजकीय सेवा कर रहा था।
- पीनहास और उसका भाई होप्नी दोनों पलिश्तियों के साथ युद्ध में मारे गए थे और वाचा का सन्दूक पलिश्ती चुरा कर ले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, यरदन नदी, मिद्यान, पलिश्तियों, शमूएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पुन्तुस
तथ्य
पुन्तुस रोमी साम्राज्य और आरंभिक कलीसिया के समय एक रोमी प्रान्त था। वह काला सागर के दक्षिणी तट पर था जो आज के तुर्किस्तान का उत्तरी भाग था।
- जैसा प्रेरितों के काम की पुस्तक में लिखा है पुन्तस के यहूदी भी यरूशलेम में थे जब पवित्र आत्मा पिन्तेकुस्त के दिन प्रेरितों पर उतरा था।
- अक्विला नामक एक विश्वासी पुन्तुस से था।
- विभिन्न प्रान्तों में विसर्जित विश्वासियों को पत्र लिखते समय पतरस ने पुन्तुस प्रान्त के नाम का भी उल्लेख किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अक्विला, पिन्तेकुस्त)
बाइबल सन्दर्भ
शब्द तथ्य
- स्ट्रोंग्स: G41930, G41950
पोतीपर
तथ्य:
पोतीपर मिस्र के फिरौन का एक महत्वपूर्ण अधिकारी था, उस समय यूसुफ कुछ इश्माएल वंशियों को बेचा गया था।
- पोतीपर ने यूसुफ को इश्माएलवंशी व्यापारियों से खरीद कर अपने घर का पर्यवेक्षक बनाया था।
- यूसुफ पर अनुचित काम का दोष लगाया गया तो उसने यूसुफ को बन्दीगृह में डलवा दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, यूसुफ (पुराना नियम), फ़िरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पोर, पोर पर्वत, बालपोर
परिभाषा:
"पोर" और "पोर पर्वत" शब्द का सन्दर्भ मोआब क्षेत्र के खारे ताल के उत्तरी-पूर्व में स्थित पर्वत से है।
- नाम "बेतपोर" एक शहर का नाम था, शायद उस पहाड़ पर या उसके निकट स्थित था। यह वह स्थान है जहां परमेश्वर ने मूसा को प्रतिज्ञा का देश दिखाया जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
- "बालपोर" मोआबियों का एक झूठा देवता था जिसकी वे पोर पर्वत पर पूजा करते थे। इस्राएलियों ने भी इस मूर्ति की पूजा करना शुरू कर दिया और परमेश्वर ने उन्हें इसके लिए सजा दी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाल, झूठे देवता, मोआब, खारे ताल, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1047, H1187, H6465
पौलुस, शाऊल
तथ्य:
पौलुस आरंभिक कलीसिया का अगुआ था जिसे यीशु ने सब जातियों में सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा था।
- पौलुस रोमी नगर तरसुस में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
- पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
- शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
- यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
- शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
- तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उन्हें रोमन नाम "पौलुस" से जाने गया था।
- पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे। उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीही, यहूदी अगुवे, रोम)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 45:06 एक शाऊल नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
- 46:01 शाऊल वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
- 46:02 परन्तु जब शाऊल दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल! तू मुझे क्यों सताता है?”
- 46:05 तब हनन्याह उठकर शाउल के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
- 46:06 तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
- 46:09 बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
- 47:01 जैसे शाऊल पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "पौलुस" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
- 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
शब्द तथ्य:
प्रिस्किल्ला
तथ्य:
प्रिस्किल्ला और उसका पति अक्विला यहूदियों से आए विश्वासी थे जिन्होंने प्रचार सेवा में पौलुस को सहयोग दिया था।
- प्रिस्किल्ला और अक्विला ने रोम से निर्वासन किया था क्योंकि सम्राट ने मसीही विश्वासियों को वहाँ से चले जाने की आज्ञा दी थी।
- पौलुस ने अक्विला और प्रिस्किल्ला से कुरिन्थ नगर में भेंट की थी। वे तम्बू बनाने वाले थे और पौलुस ने उनके साथ काम किया।
- पौलुस जब कुरिन्थ नगर से सीरिया गया तब प्रिस्किल्ला और अक्विला भी उसके साथ गए।
- सीरिया से ये तीनों इफिसुस नगर गए थे। पौलुस तो इफिसुस से चला गया था परन्तु प्रिस्किल्ला और अक्विला वहीं रूक गए और सुसमाचार प्रचार करते रहे।
- उन्होंने इफिसुस में अपुल्लोस नामक एक मनुष्य को विशेष शिक्षा दी थी, वह यीशु पर विश्वास करता था और एक अच्छा वक्ता एवं शिक्षक था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वास, ईसाई, कुरिन्थ, इफिसुस, पौलुस, रोम, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
Strongs: G4252, G4251
फरात महानद, महानद
तथ्य:
फरात अदन की वाटिका से होकर बहनेवाली चार नदियों में से एक का नाम है। इस नदी का नाम बाइबल में अनेक बार आता है।
- आज की फरात नदी मध्य पूर्व में है जो एशिया की सबसे लम्बी और सबसे अधिक महत्वपूर्ण नदी है।
- टाइगरिस नदी के साथ फरात नदी मेसोपोटामिया क्षेत्र की सीमाएं बान्धती है।
- प्राचीन नगर ऊर जहां से अब्राहम निकला था, फरात नदी के उद्गण के स्थान पर था।यह नदी उस देश की सीमाओं में से एक थी जिसकी प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम को देने के लिए की थी। (उत्प. 15:18)
- कभी-कभी फरात नदी को केवल महानद कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5104, H6578, G2166
फारस, फारसियों
परिभाषा:
फारस एक शक्तिशाली राज्य हो गया था जिसकी स्थापना कुस्रू महान ने 550 ई.पू. में की थी। फारस देश बेबीलोन अश्शूर राज्यों के दक्षिण पूर्व में था। वह आज का ईरान देश है।
- फारस के निवासियों को फारसी कहते थे।
- कुस्रू राजा के आदेश के अनुसार यहूदियों को बेबीलोन की बन्धुआई से मुक्त करके स्वदेश लौटने की अनुमति मिल गई थी, और यरूशलेम का मन्दिर भी फिर से बनाया गया था जिसका खर्चा फारस नगर कोष से मिलता था।
- जब एज्रा और नहेम्याह यरूशलेम की शहरपनाह का पुनरुद्धार करने स्वदेश लौटे थे तब अर्तक्षत्र फारसी राज्य का राजा था।
- एस्तेर राजा क्षयर्स से विवाह करने के बाद फारसी साम्राज्य की रानी हो गई थी।
(यह भी देखें: क्षयर्ष, अर्तक्षत्र, अश्शूर देश, बाबेल, कुस्रू, एस्तेर, एज्रा, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
*स्ट्रोंग्स: H6539, H6540, H6542, H6543
फ़िरौन, मिस्र के राजा
तथ्य:
प्राचीन युग में मिस्र देश के राजा फ़िरौन कहलाते थे।
- कुल 300 फ़िरौन हुए थे जिन्होंने मिस्र पर 2000 से अधिक वर्ष राज किया था।
- मिस्त्र के ये राजा अति शक्तिशाली एवं धनवान मनुष्य थे।
- बाइबल में भी कुछ फिरौन के नाम आते हैं।
- यह पद नाम एक शीर्षक होने की अपेक्षा नाम के रूप में अधिक प्रयोग किया गया है। ऐसी स्थिति में फिरौन शब्द को अंग्रेजी में बड़े “पी” अक्षर से लिखा गया है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्त्र, राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 8:6 एक रात फ़िरौन जो मिस्री अपने राजा को कहते थे, ने दो स्वप्न देखे जो उसे बहुत परेशान कर रहे थे |
- 8:8 फ़िरौन यूसुफ से ऐसा प्रभावित हुआ कि उसने यूसुफ़ को मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया |
- 9:2 उस समय जो फ़िरौन मिस्र पर राज्य करता था, उसने इस्राएलियों को मिस्रियो का दास बनाया।
- 9:13 इसलिये आ मैं तुझे फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्रके दासत्व में से निकाल ले आए |
- 10:2 इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कहीं अधिक शक्तिशाली है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4428, H4714, H6547, G5328
फिलिप्पी, फिलिप्पियों
तथ्य:
फिलिप्पी एक मुख्य नगर एवं रोमी उपनगर था जो प्राचीन यूनान के उत्तरी भाग में मकिदुनिया प्रान्त में था।
- पौलुस और सीलास ने फिलिप्पी नगर जाकर वहां के लोगों को यीशु के बारे में बताया।
- फिलिप्पी में पौलुस और सीलास को बन्दी बना लिया गया था परन्तु परमेश्वर ने चमत्कारी रूप से उन्हें बचाया।
- नये नियम में फिलिप्पियों की पत्री पौलुस द्वारा फिलिप्पी नगर की कलीसिया के विश्वासियों को लिखा पत्र है।
- ध्यान रखें कि यह नगर कैसरिया फिलिप्पी नहीं है, कैसरिया फिलिप्पी उत्तर पूर्वी इस्राएल में हर्मन पर्वत के निकट था।
(यह भी देखें: कैसरिया, मसीही विश्वासी, कलीसिया, मकिदुनिया, पौलुस, सीलास)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 47:1 एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में यीशु का प्रचार करने गए |
- 47:13 जब दिन हुआ तो सिपाहियों ने पौलुस और सीलास को छोड़ दिया और उन्हें आज्ञा दी कि फिलिप्पी छोड़ दे |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G53740, G53750
फिलिप्पुस, प्रेरित
तथ्य:
फिलिप्पुस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह बेतसैदा नगर का था।
- फिलिप्पुस नतनएल को यीशु के पास लाया था।
- यीशु ने फिलिप्पुस से कहा था कि वह 5000 मनुष्यों के जनसमूह के लिए भोजन व्यवस्था करे।
- अन्तिम फसह के भोज में यीशु ने अपने शिष्यों के साथ पिता परमेश्वर के विषय चर्चा की थी। फिलिप्पुस ने यीशु से निवेदन किया था कि वह उन्हें पिता परमेश्वर का दर्शन कराए।
- कुछ भाषाओं में इस फिलिप्पुस का नाम प्रचारक फिलिप्पुस के नाम की वर्तनी से भिन्न लिखना उचित समझा गया है जिससे कि देनों नामों में उलझन उत्पन्न न हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फिलिप्पुस, सुसमाचार प्रचारक
तथ्य:
यरूशलेम में आरंभिक कलीसिया में फिलिप्पुस सात सेवकों में से एक था जिन्हें गरीब और आवश्यकताग्रस्त विश्वासियों की सुधि लेने के लिए चुना गया था, विशेष करके विधवाओं को।
- परमेश्वर ने यहूदिया और गलील के विभिन्न क्षेत्रों में सुसमाचार सुनाने के लिए फिलिप्पुस का उपयोग किया था उसने यरूशलेम से गाजा जाने वाले यरूशलेम के मार्ग में एक कूशी पुरुष को भी सुसमाचार सुनाया था।
- वर्षों बाद जब फिलिप्पुस कैसरिया में रह रहा था तब यरूशलेम लौटते समय पौलुस और उसके साथी उसके घर में ठहरे थे।
- अधिकांश बाइबलविद्ं के विचार में यह फिलिप्पुस यीशु का शिष्य फिलिप्पुस नहीं था। कुछ भाषाओं में इन दोनों के नामों की वर्तनी में परिवर्तन कर दिया गया है कि उनका अलग-अलग व्यक्ति होना स्पष्ट हो।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: फिलिप्पुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
फीनीके
तथ्य:
प्राचीन युग मे फिनिके इस्राएल के उत्तर में भूमध्य सागर के तट पर एक धनाढ्य नगर था।
- फिनिके आज के लेबनान देश के पश्चिमी में स्थित एक भू भाग था।
- नये नियम के युग में फिनिके की राजधानी सूर नगर थी। एक और महत्त्वपूर्ण फीनीके नगर सैदा था।
- फीनीकेवासी काष्ठकला के लिए प्रसिद्ध थे, वे अपने देश के देवदारों की लकड़ी काम में लेते थे और बैंजनी रंग तैयार करते थे, जो बहुत मंहगा होता था। वे समुद्री यात्रा और व्यापार करने के लिए प्रसिद्ध थे। वे अत्यधिक कुशल नाव बनानेवाले भी थे।
- पूर्व के अक्षरों में से एक अक्षर फीनीकेवासी द्वारा बनाया गया था। व्यापार के माध्यम से कई लोगों के समूह के साथ उनके संपर्क के कारण उनकी वर्णमाला व्यापक रूप से इस्तेमाल की गई थी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: देवदारू, बैंजनी, सैदा, सूर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3667, G4949, G5403
बतशेबा
तथ्य:
“बतशेबा” दाऊद के एक सैनिक ऊरिय्याह की पत्नी थी। ऊरिय्याह के मरने के बाद वह दाऊद की पत्नी बन गई थी, वही राजा सुलैमान की माता थी।
- दाऊद ने बतशेबा के साथ व्यभिचार किया जबकि वह ऊरिय्याह की पत्नी थी।
- जब बतशेबा दाऊद से गर्भवती हो गई तब दाऊद ने ऊरिय्याह को युद्ध में आगे भेजकर मरवा दिया।
- उसके बाद दाऊद ने बतशेबा से विवाह किया और उनके पुत्र का जन्म हुआ।
- परमेश्वर ने दाऊद को उसके पाप के लिए उसके जन्म के कई दिनों बाद बच्चे को मार कर दण्डित किया।
- बाद में, बतशेबा ने एक और पुत्र सुलैमान को जन्म दिया, जो बड़ा होकर दाऊद के बाद राजा बना।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दाऊद, सुलैमान. ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:10 एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम बतशेबा था।
- 17:11 कुछ समय बाद बतशेबा ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
- 17:12 बतशेबा का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
- 17:13 ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने बतशेबा से विवाह कर लिया।
- 17:14 उसके बाद, दाऊद और बतशेबा के एक और पुत्र हुआ, और उन्होंने उसका नाम सुलैमान रखा।
शब्द तथ्य:
बतूएल
तथ्य:
बतूएल अब्राहम के भाई नाहोर का पुत्र था।
- बतूएल रिबका और लाबान का पिता था।
- एक नगर का नाम भी बतूएल था जो संभवतः दक्षिणी यहूदा में था जो बेर्शेबा से अधिक दूर नहीं था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेर्शेबा, लाबान, नाहोर, रिबका)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बनायाह
परिभाषा:
बनायाह नामक अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- यहोयादा का पुत्र बनायाह दाऊद के शूरवीरों में था। वह एक कुशल योद्धा था इसलिए दाऊद के अंग रक्षकों का प्रधान बनाया गया था।
जब सुलैमान को राजा बनाया गया तब बनायाह ने उसके बैरियों का नाश किया था। अन्त में वह इस्राएली सेना का सेनापति बन गया था।
- पुराने नियम में बनायाह नामक अन्य पुरुष थे, तीन लेवी, एक याजक एक संगीतकार, आसाप का एक वंशज।
(यह भी देखें: आसाप, यहोयादा, लैव्य., सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरअब्बा
तथ्य:
जब यीशु को बन्दी बनाया गया उस समय बरअब्बा यरूशलेम में एक बन्दी था।
- बरअब्बा एक अपराधी था जिसने रोमी सरकार के विरुद्ध विद्रोह और हत्याएं की थीं।
- जब पेन्तुस पिलातुस ने बरअब्बा और यीशु में से एक को छोड़ देने का प्रस्ताव रखा तो प्रजा ने बरअब्बा को चुना।
- अतः पिलातुस ने बरअब्बा को छोड़ दिया और यीशु को मृत्यु दण्ड दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पिलातुस, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरतुल्मै
तथ्य:
बरतुल्मै यीशु के बारह चेलों में से एक था।
- अन्य चेलों के साथ बरतुल्मै को सुसमाचार प्रचार और यीशु के नाम में आश्चर्यकर्म करने के लिए भेजा गया था।
- वह भी यीशु के स्वर्गारोहण के साक्षात गवाहों में था।
- कुछ सप्ताह बाद पिन्तेकुस्त के दिन जब शिष्यों पर पवित्र-आत्मा उतरा तब वह भी यरूशलेम नगर में अन्य शिष्यों के साथ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, शुभ सन्देश, पवित्र आत्मा, आश्चर्यकर्म, पिन्तेकुस्त, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बरनबास
तथ्य:
प्रेरितों के समय में वास करनेवाला बरनबास एक आरंभिक मसीही विश्वासी था।
- बरनबास इस्राएल के लेवी गोत्र का था जो कुप्रुस द्वीप का निवासी था।
- शाऊल (पौलुस) ने जब यीशु को स्वीकार किया तब बरनबास ने अन्य विश्वासियों से आग्रह किया कि वे उसे एक साथी विश्वासी के रूप में स्वीकार कर ले।
- बरनबास और पौलुस एक साथ विभिन्न नगरों में गए कि वहां यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाए।
- उसका नाम यूसुफ था परन्तु उसे "बरनबास" अर्थात "प्रोत्साहन का पुत्र" कहा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीही विश्वासी, कुप्रुस, शुभ सन्देश, लेवी, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 46:8 तब बरनबास ने उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
- 46:9 बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को स्थिर करने के लिये अन्ताकिया आए। I
- 46:10 एक दिन जब अन्ताकिया की कलीसिया के मसीही उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, "मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।" तब अन्ताकिया की कलीसिया ने शाउल और बरनबास और पौलुस के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा।
शब्द तथ्य:
बाबेल
तथ्य:
बाबेल मेसोपोटामिया क्षेत्र के दक्षिण में शिनार प्रदेश का एक मुख्य नगर था। शिनार आगे चलकर बेबीलोन कहलाया था।
- बाबेल नगर हाम के परपोते, निम्रोद-शिनार का शासक-द्वारा स्थापित किया गया था।
- शिनारवासी घमण्ड से भरकर स्वर्ग तक ऊंचे मन्दिर का निर्माण करना चाहते थे। इस मीनार का नाम आगे चलकर “बेबीलोन का गुम्मट” पड़ा था।
- इस मीनार का निर्माण करने वालों ने पृथ्वी पर फैल जाने की परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया था, इसलिए परमेश्वर ने उनकी भाषाओं को अलग-अलग कर दिया जिससे कि वे एक दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इस कारण वे विवश होकर एक दूसरे से अलग हो गए और पृथ्वी के विभिन्न स्थानों में जाकर बस गए।
- “बाबेल” शब्द का अर्थ है “उलझन” परमेश्वर ने उनकी भाषा में उलझन उत्पन्न कर दी थी इसलिए उस स्थान का यह नाम पड़ गया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, हाम, मिसोपोतामिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बारूक
तथ्य:
बारूक नाम के अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- एक बारूब (जब्बै का पुत्र) यरूशलेम की शहरपनाह के पुनरुद्धार में नहेम्याह का सहायक था।
- नहेम्याह के समय एक और बारूक था। वह(कोलहोजे का पुत्र) उन अगुवों में से एक था जो यरूशलेम की शहरपनाह के बन जाने के बाद वही रहा था।
- भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह के लिपिक का नाम भी बारूक (नेरिय्याह का पुत्र) था। वह अनेक व्यावहारिक कामों में यिर्मयाह की सहायता करता था जैसे परमेश्वर प्रदत्त यिर्मयाह के सन्देशों को लिखकर प्रजा को पढ़ कर सुनाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: चेले, यिर्मयाह, यरूशलेम, नहेम्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाल
तथ्य:
"बाल" का अर्थ "प्रभु" या "स्वामी" है और यह प्राथमिक झूठे देवता का नाम था जिसकी उपासना कनानियों द्वारा की जाती थी।
- ऐसे स्थानीय झूठे देवता भी थे जिनके नाम में "बाल" था, जैसे कि "पोर का बाल।" कभी-कभी इन सभी देवताओं को एक साथ "बाल" कहा जाता है।
- कुछ लोगों के नाम में "बाल" शब्द शामिल था।
- बाल की उपासना में बच्चों की बलि चढ़ाने और वेश्याओं का इस्तेमाल करने जैसे बुरे काम शामिल थे।
- अपने पूरे इतिहास में अलग-अलग समय अवधियों में, इस्राएली भी अपने आसपास के मूर्तिपूजक जातियों के उदाहरण का अनुसरण करते हुए, बाल पूजा में गहराई से शामिल हो गए।
- राजा अहाब के शासनकाल के दौरान, परमेश्वर के भविष्यवक्ता एलिय्याह ने लोगों के सामने यह साबित करने के लिए एक परीक्षा रखी कि बाल अस्तित्व में नहीं है और यहोवा ही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है। परिणामस्वरूप, बाल के भविष्यवक्ता नष्ट हो गए और लोगों ने फिर से यहोवा की उपासना करनी शुरू कर दी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाब, अशेरा, एलिय्याह, झूठे देवता, व्यभिचारिणी, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:02 अहाब एक दुष्ट व्यक्ति था जिसने लोगों को बाल नामक झूठे देवता की उपासना करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- 19:06 इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के भविष्यवक्ता साढ़े चार सौ मनुष्य कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए | एलिय्याह ने लोगों से कहा, “कब तक तुम दो विचारो में लटके रहोगे ? यदि यहोवा परमेश्वर हो , ‘तो उसके पीछे हो लो।’ यदि बाल परमेश्वर हो , ‘तो उसके पीछे हो लो।’”
- 19:07 एलिय्याह ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, परन्तु आग न लगाना।”
- 19:08 तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से प्रार्थना करते रहे, “हे बाल हमारी सुन, हे बाल हमारी सुन।”
- __19:12__तब उन्होंने उनको पकड़ लिया, और एलिय्याह ने उन्हें नीचे ले जाकर मार डाला।
शब्द तथ्य:
बालज़बूल(शैतान)
तथ्य:
बालज़बूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है।
- इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
- इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
- यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, एक्रोन, शैतान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाशा
तथ्य:
बाशा इस्राएल का दुष्ट राजा था जिसने इस्राएल की प्रजा को मूर्ति-पूजा की प्रेरणा दी थी।
- बाशा इस्राएल का तीसरा राजा था और उसने 24 वर्ष राज किया था, उस समय यहूदा में राजा आसा का राज था।
- वह सेनापति था और राजा नादाब की हत्या करके वह सिंहासन पर बैठ गया था।
- बाशा के राज्यकाल में इस्राएल और यहूदा के बीच में अनेक युद्ध हुए थे, विशेष करके यहूदा के राजा आसा के साथ।
- बाशा के अनेक पापों के कारण परमेश्वर ने उसकी हत्या करके उसे सिंहासन से हटाया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: आसा, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बाशान
तथ्य:
बशान गलील सागर के पूर्व का क्षेत्र था। वह क्षेत्र आज के सीरिया और गोलन ऊंचाईयों के क्षेत्र का एक भाग है।
- पुराने नियम का एक शरण नगर, “गोलन” बाशान क्षेत्र में था।
- बाशान एक अत्यधिक उपजाऊ प्रदेश था जो बांज वृक्षों और चारागाहों के लिए प्रसिद्ध था।
- उत्पत्ति 14 में लिखा है कि बाशान अनेक राजाओं और उनके देशों में युद्ध का स्थान था।
- मिस्र से पलायन करने के बाद जब इस्राएल जंगल में था तब उन्होंने बाशान के एक भाग पर अधिकार कर लिया था।
- वर्षों बाद राजा सुलैमान उस क्षेत्र से आपूर्ति प्राप्त करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, बांज, गलील सागर, सूरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बिन्यामीन, बिन्यामीनी, बिन्यामीनियों
तथ्य:
बिन्यामीन याकूब और उसकी पत्नी राहेल का सबसे छोटा पुत्र था। उसके नाम का अर्थ है, “मेरे दाहिने हाथ का पुत्र”
बिन्यामीन और उसका बड़ा भाई यूसुफ राहेल के दो ही पुत्र थे, राहेल बिन्यामीन के जन्म के बाद मर गई थी।
- बिन्यामीन के वंशज इस्राएल का एक गोत्र का था।
- राजा शाऊल इस्राएल के बिन्यामीन गोत्र का था।
- प्रेरित पौलुस भी बिन्यामीन के गोत्र का था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, याकूब, यूसुफ (पुराना नियम), पौलुस, राहेल, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
*strongs: H1144, G958
बिरीया
तथ्य:
नये नियम में बिरीया एक समृद्ध नगर था, मकिदुनिया के दक्षिण पूर्व में थिस्सलुनीके नगर से 80 कि.मी. दूर।
- थिस्सलुनीके नगर में कुछ यहूदियों ने उनके लिए संकट उत्पन्न किया तो उनके विश्वासी भाइयों ने उन्हें वहां से निकल जाने में सहायता की और पौलुस सीलास के साथ बिरीया नगर चला गया।
- बिरीया के लोगों ने पौलुस का प्रचार सुनकर धर्मशास्त्र से तुलना की तो पाया कि पौलुस की बातें सच थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मकिदुनिया, पौलुस, सीलास, थिस्सलोनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बिलाम
तथ्य:
बिलाम एक अन्यजाति भविष्यद्वक्ता था जिसे राजा बालाक ने रिश्वत देकर बुलवाया था कि इस्त्राएलियों को श्राप दे क्योंकि वे उत्तरी मोआब में, यरदन के तट पर छावनी डाले हुए कनान में प्रवेश करने की तैयारी में थे।
- बिलाम पतोर नगर का निवासी था, यह स्थान मोआब से 400 मील दूर फरात नदी के क्षेत्र में था।
- मिद्यानी राजा बालाक इस्राएलियों की बड़ी संख्या से डरता था इसलिए उसने बिलाम को बुलाया था कि उन्हें श्राप दे।
- जब बिलाम इस्राएलियों की ओर जा रहा था तब परमेश्वर का एक दूत उनका मार्ग अवरूद्ध करके खड़ा हो गया, जिसके कारण बिलाम का गधा रूक गया था। परमेश्वर ने उस गधे को मानवीय भाषा में बिलाम से बोलने की क्षमता प्रदान की।
- परमेश्वर ने बिलाम को अनुमति नहीं दी कि वह इस्राएल को श्राप दे परन्तु बिलाम को उन्हें आशिष देने पर विवश किया।
- परन्तु बिलाम ने इस्राएल की बुराई की और उन पर झूठे देवता, बाल पिओर की पूजा करने का प्रभाव डाला।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: आशिष देना, कनान, श्राप, गधा, फरात नदी, यरदन नदी, मिद्यान, मोआब, पिओर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेतशेमेश
तथ्य:
बेतशेमेश एक कनानी नगर का नाम था, जो यरूशलेम के लगभग 30 कि.मी. पश्चिम में था।
- इस्राएलियों ने यहोशू के समय बेतशेमेश पर अधिकार कर लिया था।
- बेतशेमेश नगर लेवी याजकों के निवास हेतु अलग कर दिया गया था।
- जब पलिश्ती वाचा के सन्दूक को लौटाकर यरूशलेम जा रहे थे तब बेतशेमेश पहला नगर था, जहां वे रूके थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, कनान, यरूशलेम, यहोशू, लेवी, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेतेल
तथ्य:
“बेतेल” कनान देश में यरूशलेम के उत्तर में एक नगर था। इसका पूर्व का नाम "लूज" था।
- परमेश्वर से पहली बार प्रतिज्ञा प्राप्त करने पर अब्राम (अब्राहम) ने बेतेल के निकट एक वेदी बनाई थी। उस समय इसका नाम बेतेल नहीं था परन्तु इस शब्द को जनमान्य होने के कारण काम में लिया गया है।
- एसाव से डर कर भागते समय याकूब इस नगर के बाहर ही आकाश के नीचे सोया था। उस समय स्वप्न में उसे स्वर्गदूत एक सीढ़ी पर स्वर्ग पर चढ़ते और वहां से उतरते दिखाई दिए थे।
- इस नगर का नाम बेतेल नहीं था जब तक कि याकूब ने इसे "बेतेल" नाम नहीं दिया। इस शब्द को उजागर करने के लिए कुछ अनुवादों में इस स्थान का नाम “लूज(बाद में बेतेल कहलाया)” किया गया है जब अब्राहम की चर्चा की गई है तथा याकूब द्वारा उस स्थान का नाम बदल कर बेतेल रखने से पूर्व जब वह वहाँ पहुंचा था।
- बेतेल का नाम पुराने नियम में बहुत बार आया है और वहां अनेक महत्त्वपूर्ण घटनाएं भी घटी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , वेदी, याकूब, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बेबीलोन, बाबेल, बबीलोनवासी
तथ्य:
बेबीलोननगर, प्राचीन बाबेल की राजधानी था। यह भी बेबीलोन साम्राज्य का ही भाग था। बाबेल साम्राज्य का ही भाग था।
- बाबेल फरात नदी पर बसा था, वही स्थान जहां सैंकड़ों वर्ष पूर्व बेबीलोन का गुम्मट बनाया जा रहा था।
- कभी-कभी बेबीलोन शब्द, संपूर्ण बेबीलोन साम्राज्य के लिए काम में लिया गया है। उदाहरण के तौर पर, “बेबीलोन का राजा” नगर पर ही नहीं पूरे साम्राज्य पर राज करता था।
- बेबीलोनवासी एक सामर्थी जाति थी जिन्होंने यहूदा राज्य पर आक्रमण करके वहां की प्रजा को 70 वर्ष अपनी गुलामी में बेबीलोन में रखा था।
- इस क्षेत्र का एक भाग "कसदी" कहलाता था और वहां के लोग भी "कसदी" कहलाते थे। अतः “कसदी” शब्द अधिकतर बेबीलोन साम्राज्य के लिए काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- नये नियम में “बाबेल” शब्द कभी-कभी रूपक स्वरूप काम में लिया गया है जो विभिन्न स्थानों, लोगों और मूर्तिपूजा तथा अन्य पापी व्यवहारों से संबन्धित विचार धाराओं के संदर्भ में है।
- “बड़ा बाबेल” या “महान नगर बाबेल” रूपक स्वरूप ऐसे नगर या देश के लिए काम में लिए गए हैं जो बड़ा धनवान और पापी या जैसा प्राचीन बाबेल नगर था। (देखें: उपमा)
(यह भी देखें: बाबेल, कसदी, यहूदा, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 20:06 अश्शूरों द्वारा इस्राएल राज्य को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने __ बेबीलोन__ के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा, कि यहूदा राज्य को नष्ट कर दे। __ बेबीलोन__ एक शक्तिशाली साम्राज्य था।
- 20:07 परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह किया। अत: तब बेबीलोनियों ने वापस आकर यहूदा के राज्य पर आक्रमण किया। उन्होंने यरूशलेम को जीत लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उठा कर ले गए।
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वे वहाँ खेती करें।
- 20:11 लगभग सत्तर वर्ष के बाद फारस के राजा, कुस्रू बेबीलोन को पराजित किया।
शब्द तथ्य:
*स्ट्रोंग्स: H3778, H3779, H8152, H894, H895, H896, G897
बेर्शेबा
तथ्य:
पुराने नियम के युग में बेर्शेबा नगर यरूशलेम से लगभग 45 मील दक्षिण पश्चिम में रेगिस्तान में बसा था जिसे अब नेगेव (दक्षिण देश) कहते हैं।
- बेर्शेबा के आसपास के रेगिस्तान में हाजिरा और इश्माएल भटक रहे थे जब अब्राहम ने उन्हें अपने तम्बुओं से दूर भेज दिया था।
- इस नगर के नाम का अर्थ है “शपथ का कूआं” इस स्थान को यह नाम तब दिया गया था जब अब्राहम ने अबीमेलेक से शपथ खाई थी कि वह उसके लोगों को उसके कूओं में से एक पर अनाधिकृत कब्जा करने के लिए घात नहीं करेगा।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबीमेलेक, अब्राहम , हाजिरा, इश्माएल, यरूशलेम, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बैतनिय्याह
तथ्य:
बैतनिय्याह नगर जैतून पर्वत के पूर्वी ढलान पर यरूशलेम से लगभग 2 मील दूर था।
- बैतनिय्याह यरूशलेम से यरीहो के मार्ग के निकट था।
- यीशु प्रायः बैतनिय्याह जाता था जहां उसके घनिष्ठ मित्र लाजर, मार्था और मरियम थे।
- बैतनिय्याह को विशेष करके उस स्थान के रूप में जाना जाता था जहां यीशु ने लाजर को मरने के बाद जीवित किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: यरीहो, यरूशलेम, लाजर, मार्था, मरियम (मार्था की बहन), जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बैतलहम, एप्रात
तथ्य:
बैतलहम इस्राएल में एक छोटा सा नगर था जो यरूशलेम के निकट स्थित था। इसका नाम “एप्रात” भी था, संभवतः उसका मूल नाम।
- बैतलहम को “दाऊद का नगर” भी कहते थे क्योंकि दाऊद का जन्म वहीं हुआ था।
- भविष्यद्वक्ता मीका ने कहा था कि मसीह बैतलहम एप्रात से आएगा।
- इस भविष्यद्वाणी की पूर्ति हुई जब वर्षों बाद यीशु का जन्म बैतलहम नगर में हुआ था।
- “बैतलहम” का अर्थ है “रोटी का घर” या “भोजन का घर”
(यह भी देखें: कालेब, दाऊद, मीका)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:02 बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था
- 21:09 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म बैतलहम के नगर में होगा।
- 23:04 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
- 23:06 “ आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H376, H672, H1035, G965
बोअज़
तथ्य:
बोअज़ एक इस्राएली पुरुष था जो इस्राएल में न्यायियों के युग में वास करता था| उसने रूत नामक एक मोआबी स्त्री से विवाह किया था और इस प्रकार वह राजा दाऊद का परदादा और मसीह यीशु का पूर्वज हुआ|
- वह एक इस्राएली स्त्री नाओमी का परिजन था, नाओमी अपने पति और पुत्रों की मृत्यु के बाद मोआब से इस्राएल लौट आई थी।
बोअज़ ने "छुटकारे" की परम्परा के अनुसार नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसको एक पति और संतानों का भविष्य दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मोआब, छुटकारा दिलाना, रूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मकिदुनिया
तथ्य:
नये नियम के युग में मकिदुनिया एक रोमी प्रान्त था जो प्राचीन यूनान के ठीक उत्तर में था.
- मकिदुनिया के कुछ महत्वपूर्ण नगरों का नाम बाइबल में है, बीरिया, फिलिप्पी और थिस्सलुनीके.
- परमेश्वर ने पौलुस को दर्शन में कहा कि वह मकिदुनिया के लोगों को सुसमाचार सुनाए.
- पौलुस और उसके सहकर्मी मकिदुनिया गए और वहाँ के लोगों को यीशु के बारे में शिक्षा दी तथा नए-विश्वासियों को विश्वास में दृढ़ होने में सहायता की.
- बाइबल में मकिदुनिया के नगरों की कलीसियाओं को लिखे पौलुस के पत्र हैं:- फिलिप्पियों की पत्री, थिस्सलुनिकियों की पत्रिया.
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विश्वासी, बिरीया, विश्वास, शुभ सन्देश, यूनान, फिलिप्पी, थिस्सलुनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मत्ती, लेवी
तथ्य:
मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था।
- यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
- मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
- बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, लेवी, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मनश्शे
तथ्य:
मनश्शे नामक पाँच पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
यूसुफ के पहिलौठे का नाम मनश्शे था।
मनश्शे और एप्रैम दोनों को यूसुफ के पिता याकूब ने गोद लिया था। जिसके कारण उनके वंशजों को इस्राएल के बारह गोत्रों में गिने जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मनश्शे के वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए।
मनश्शे का गोत्र “मनश्शे का आधा गोत्र” कहलाता था क्योंकि कनान देश में इस गोत्र के एक भाग ने ही निवास किया था, यरदन नदी के पश्चिम में। इस गोत्र का शेष भाग यरदन नदी के पूर्व में बस गया।
यहूदा के एक राजा का नाम भी मनश्शे था।
मनश्शे एक दुष्ट राजा था जिसने अपने बच्चों को झूठे देवताओं के समक्ष होम बलि चढ़ाया था।
परमेश्वर ने राजा मनश्शे को शत्रु की सेना द्वारा बन्दी बनाये जाने का दण्ड दिया। मनश्शे मन फिराकर परमेश्वर के निकट आया और सब मूर्ति-पूजा की सब वेदियों को नष्ट कर दिया।
एज्रा के समय में भी मनश्शे नामक दो पुरुष थे। उन्हें अपनी-अपनी अन्यजाति पत्नियों को तलाक देना पड़ा था क्योंकि उन्होंने मूर्ति-पूजा पर दबाव डाला था।
मनश्शे नामक एक और पुरुष था वह दान वंशियों में कुछ का दादा था, वे झूठे देवताओं के पुजारी थे ।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वेदी, दान, एप्रैम, एज्रा, मूरत, याकूब, यहूदा, मूर्तिपूजक, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4519, H4520, G3128
मरियम, यीशु की माता
तथ्य:
मरियम एक युवती थी जो नासरत में रहती थी। उसकी मंगनी यूसुफ से हुई थी। परमेश्वर ने मरियम को चुना कि वह परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह की माता बने।
- पवित्र आत्मा ने अलौकिक कार्य से मरियम को गर्भवती किया जब कि वह कुँवारी थी।
- स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उससे जन्म लेने वाला शिशु पुत्र परमेश्वर का पुत्र है और उसका नाम यीशु रखा जाए।
- मरियम परमेश्वर से प्रेम करती थी और उसके इस अनुग्रह के लिए उसने परमेश्वर को धन्यवाद दिया।
- यूसुफ ने मरियम से विवाह किया परन्तु वह यीशु के जन्म तक कुँवारी ही थी।
- मरियम ने चरवाहों और ज्योतिषियों द्वारा शिशु यीशु के लिए कहे गए वचनों को मन में बसा लिया था।
- यूसुफ और मरियम यीशु को समर्पित करने के लिए मन्दिर में ले गए। * वे यीशु को हेरोदेस के हाथों हत्या से बचाने के लिए मिस्र ले गए थे। अन्त में वे नासरत लौट आए।
- जब यीशु वयस्क हो गया तब उसने काना में एक विवाह उत्सव के समय पानी से मदिरा बनाई, मरियम भी वहां थी।
- सुसमाचार वृत्तान्तों में लिखा है कि यीशु के क्रूसीकरण के समय मरियम भी वहां थी। यीशु ने अपने शिष्य यूहन्ना को आदेश दिया कि वह मरियम को अपनी माता के जैसा संभाले।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: काना, मिस्र, हेरोदेस महान, यीशु, यूसुफ (नया नियम), परमेश्वर का पुत्र, कुंवारी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:4 जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी मरियम के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
- 22:5 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने मरियम से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
- 22:6 स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने मरियम का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
- 23:2 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
- 49:1 एक दूत ने मरियम नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
शब्द तथ्य:
मलाकी
तथ्य:
मलाकी यहूदा राज्य में परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता था। वह मसीह के आगमन से 500 वर्ष पूर्व का था।
- मलाकी उस समय भविष्यद्वाणी कर रहा था जब यहूदी बेबीलोन से लौटकर मन्दिर का पुनः निर्माण कर रहे थे।
- एज्रा और नहेम्याह मलाकी के समय के ही थे।
- मलाकी की पुस्तक पुराने नियम की अन्तिम पुस्तक है।
- पुराने नियम के सब भविष्यद्वक्ताओं के सदृश्य मलाकी ने भी पाप से मन-फिराव तथा यहोवा की आराधना में लौट आने का प्रचार किया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, बन्दी, एज्रा, यहूदा, नहेमायाह, भविष्यद्वक्ता, मन फिराना, फिरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
माका
तथ्य:
माका अब्राहम के भाई नाहोर के पुत्रों में से एक था। पुराने नियम में इस नाम के और भी पुरुष हुए हैं।
- माका या बेतमाका नगर इस्राएल के दूर उत्तर में नप्ताली गोत्र के क्षेत्र में था।
- यह एक महत्वपूर्ण नगर था और शत्रु बार-बार उस पर आक्रमण करते थे।
- माका अनेक स्त्रियाँ का नाम था, जिनमें दाऊद के पुत्र अबशालोम की माँ भी थी।
- राजा आसा ने अपनी माता माका को रानी होने से हटा दिया था क्योंकि उसने अशेरा की मूर्ति-पूजा आरंभ कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आसा, अशेरा, नहोर, नप्ताली, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मादियों, मादे
तथ्य:
मादी साम्राज्य एक प्राचीन साम्राज्य था जो अश्शूर देश और बेबीलोन के पूर्व में तथा एलाम और फारस के उत्तर में था। मादी राज्य के लोग “मादियों” कहलाते थे।
- मादी साम्राज्य में आज के तुर्किस्तान, सीरिया, ईराक और अफगानिस्तान के कुछ भाग थे।
- मादी लोग फारसियों के निकट संबंध में थे और दोनों की संयुक्त सेना ने बेबीलोन को जीता था।
- बेबीलोन पर मादी घराने के राजा दारा ने आक्रमण किया था जब दानिय्येल भविष्यद्वक्ता बेबीलोन में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, बाबेल, कुस्रू, दानिय्येल, दारा, एलाम, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4074, H4075, H4076, H4077, G3370
मार्था
तथ्य:
मार्था बैतनिय्याह की निवासी थी जो यीशु की अनुयायी थी।
- मार्था की बहन मरियम और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
- एक बार यीशु उनके घर गया तब मार्था तो खाना तैयार करने में व्यस्त हो गई परन्तु मरियम यीशु के पास बैठकर उसकी शिक्षा सुनने लगी।
- लाज़र की मृत्यु पर मार्था ने यीशु के समक्ष स्वीकार किया कि यीशु, परमेश्वर का पुत्र, मसीह है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: लाज़र, मरियम (मार्था की बहन))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिद्यान, मिद्यानियों
तथ्य:
मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह कनान देश के दक्षिण में उत्तरी अरब रेगिस्तान में स्थित लोगों के समूह और क्षेत्र का भी नाम है। उस समूह के लोग “मिद्यानी” कहलाते थे।
- जब मूसा पहली बार मिस्र से निकला, तो वह मिद्यान के इलाके में गया, जहाँ उसने यित्रो की बेटियों से मुलाकात की और उनकी भेड़-बकरियों को पानी पिलाने में मदद की। बाद में मूसा ने यित्रो की एक बेटी से विवाह कर लिया।
- मिद्यानी दास व्यापारियों का एक समूह यूसुफ को मिस्र ले गया।
- कई वर्षों बाद मिद्यानी लोगों ने कनान देश में इस्राएलियों पर हमला किया और उन पर धावा बोल दिया। उन्हें हराने में गिदोन ने इस्राएलियों का नेतृत्व किया।
- आज की अनेक अरब-जातियां इनकी वंशज हैं।
(देखें अरब, मिस्र, झुण्ड, गिदोन, यित्रो, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 16:3 परन्तु फिर लोग परमेश्वर के बारे में भूल गए और फिर से मूर्तियों की पूजा करने लगे। इसलिए परमेश्वर ने मिद्यानियों को, जो कि पास के शत्रु लोगों के समूह थे, उन्हें पराजित करने की अनुमति दी।
- 16:4 इस्राएली इतने डर गए थे कि वे गुफाओं में छिप गए ताकि मिद्यानियों उन्हें न ढूँढ सकें।
- __16:11__उस व्यक्ति के मित्र ने कहा, “इस स्वप्न का अर्थ है कि गिदोन की सेना मिद्यानियों की सेना को हरा देगी!”
- __16:14__परमेश्वर ने मिद्यानियों को भ्रमित कर दिया, जिससे वे एक दूसरे पर आक्रमण करने लगे और एक दूसरे को मारने लगे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4080, H4084, H4092
मिर्याम #
तथ्य:
मिर्याम हारून और मूसा की बड़ी बहन थी।
- जब वह युवा थी तब उसकी माता ने उसे आज्ञा दी थी कि वह नील नदी के नरकटों के मध्य टोकरी में रखे भाई शिशु मूसा की निगरानी करे। फिरौन की पुत्री ने उस बालक को उठा लिया उसने उसकी देखरेख के लिए किसी दासी की आवश्यकता पड़ी तब मिर्याम ने अपनी माता को प्रस्तुत किया था।
- जब इस्राएली लाल सागर पार कर चुके तब मिस्रियों से बच जाने के उपलक्ष्य में और परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिए मिर्याम ने आनन्द विभोर होकर नृत्य किया था।
- वर्षों बाद जब इस्राएली जंगल में थे तब मिर्याम और हारून ने मूसा की बुराई की क्योंकि उसने एक कूशी स्त्री से विवाह किया था।
- उसके विद्रोह और मूसा की बुराई करने का दण्ड देकर परमेश्वर ने उसे कोढ़ग्रस्त कर दिया था। परन्तु मूसा द्वारा उसके लिए प्रार्थना करने पर परमेश्वर ने उसे रोगमुक्ति प्रदान की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हारून, कूश, मध्यस्थता करना, मूसा, नील नदी, फिरौन, विद्रोही)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिस्पा
तथ्य:
मिस्पा पुराने नियम में अनेक नगरों के नाम थे। इसका अर्थ है, “निगरानी का स्थान” या “चौकसी का गुम्मट”।
- जब शाऊल दाऊद की ख़ोज में लगा हुआ था तब दाऊद ने अपने माता-पिता को मोआब के राजा की शरण में मिस्पा में रखा था।
- मिस्पा नामक एक नगर यहूदा और इस्राएल राज्यों की सीमा पर था। वह एक प्रमुख सेना केन्द्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: दाऊद, यहूदा, इस्राएल राज्य, मोआब, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मिस्र, मिस्री, मिस्रियों
तथ्य:
मिस्र अफ्रीका के उत्तर पूर्व से कनान के दक्षिण पश्चिम तक एक देश है। मिस्री जन मिस्र देश का निवासी है।
- प्राचीन युग में मिस्र एक शक्तिशाली एवं धनी देश था।
- प्राचीन मिस्र दो भागों में विभाजित था, निचला मिस्र (उत्तरी भाग जहां से नील नदी बहकर समुद्र में गिरती है) ऊपरी मिस्र (दक्षिणी भाग)। पुराने नियम में इन दोनों भागों को “मिस्र” और “पत्रोस” कहा गया है।
- जब कनान में भोजन की कमी होती थी तब इस्राएल के पित्र भोजन खरीदने मिस्र जाया करते थे।
- इस्राएली सैंकड़ों वर्ष मिस्र में दास बन कर रहे थे।
- यूसुफ और मरियम भी बालक यीशु को हेरोदेस महान से बचाने के लिए मिस्र चले गए थे।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: हेरोदेश महान, यूसुफ (नया नियम), नील नदी, पित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 8:4 और व्यापारी यूसुफ को मिस्र ले गए। मिस्र नील नदी के किनारे स्थित एक बड़ा, शक्तिशाली देश था।
- 8:8 फ़िरौन यूसुफ से बहुत प्रभावित हुआ, और उसे मिस्र का दूसरा सबसे शक्तिशाली मनुष्य नियुक्त कर दिया।
- 8:11 याकूब ने अपने बड़े बेटों को अन्न लाने के लिए __मिस्र__भेजा था।
- 8:14 याकूब वृद्ध हो गया था, वह अपने परिवार के साथ मिस्र देश गया और वे सब वहा रहने लगे।
- 9:1 यूसुफ की मृत्यु के पश्चात्, उसके कुटुम्बियों ने मिस्र में ही वास किया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4713, H4714, G124, G125
मीका
तथ्य:
मीका, मसीह से 700 वर्ष पूर्व यहूदा में यशायाह के सेवाकाल के समय यहूदा ही में एक भविष्यद्वक्ता था। मीका नामक एक और पुरुष था जो न्यायियों के युग में था।
- मीका की पुस्तक पुराने नियम के अन्त में है।
- मीका ने अश्शूरों द्वारा सामरिया के विनाश की भविष्यद्वाणी की थी।
- मीका ने यहूदा की प्रजा को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए झिड़का था और उन्हें चेतावनी दी थी कि शत्रु उन पर आक्रमण करेंगे।
- उसकी भविष्यद्वाणी के अन्त में परमेश्वर में आशा का सन्देश भी था, परमेश्वर विश्वासयोग्य है और अपने लोगों का उद्धार करता है।
- न्यायियों की पुस्तक में मीका नामक एक पुरुष की कहानी है जो एप्रैम में रहता जो चाँदी की मूर्तियां बनाता था। एक युवा लेवी याजक उसके घर में रहने के लिए आया था, उसने उसके घर से वह मूर्ति और अन्य सामान चुराया तथा दान के एक समूह के साथ भाग गया था। अन्त में वह लेवी और दानवंशी लैश नगर में जा बसे और उस चाँदी की मूर्ति को खड़ा करके पूजा आरंभ कर दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अश्शूर, दान, एप्रैम, मूरत, यशायाह, यहूदा, न्याय, लेवी, याजक, भविष्यद्वक्ता, सामरिया, चाँदी)
बाइबल सन्दर्भ:
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शब्द तथ्य:
मीकाएल
तथ्य:
परमेश्वर के सब आज्ञाकारी पवित्र स्वर्गदूतों का प्रधान मीकाएल है। वही एकमात्र स्वर्गदूत है जिसे परमेश्वर का प्रधान स्वर्गदूत कहा जाता है।
- “प्रधान स्वर्गदूत” का अर्थ है “स्वर्गदूतों का मुखिया” या “शासन करनेवाला स्वर्गदूत”।
- मीकाएल एक योद्धा है जो परमेश्वर के बैरियों से युद्ध करके उसके लोगों की रक्षा करता है।
- उसने फारस की सेना से युद्ध करने के लिए इस्राएल की अगुआई की थी। अन्त समय में वह दुष्ट की सेना के विरूद्ध इस्राएल की अगुआई करेगा जैसा उसने दानिय्येल से कहा था।
- बाइबल में मीकाएल नाम के अनेक पुरुष हुए है। अनेक पुरुषों की पहचान “मीकाएल का पुत्र” स्वरूप की गई है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, दानिय्येल, दूत, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मीशाएल
तथ्य:
मीशाएल पुराने नियम में तीन पुरुषों का नाम था।
- एक और पुरुष जिसका नाम मीशाएल था, वह हारून का रिश्ते का भाई था। हारून के दो पुत्रों को परमेश्वर ने इसलिए घात कर दिया था कि उन्होंने परमेश्वर की विधि से भिन्न धूप जलाई थी, उस समय मीशाएल और उसके भाई को उनके शव छावनी से बाहर ले जाने का कार्य सौंपा गया था।
- एक और पुरुष जिसका नाम मीशाएल था एज्रा के साथ खड़ा था जब वह परमेश्वर की व्यवस्था, जो उन्हें मिली थी पढ़कर सबको सुना रहा था।
- जब इस्राएली बाबुल की बन्धुआई में थे तब एक युवक, मीशाएल को भी बन्दी बनाकर वहां से ले जाया गया था। बेबीलोन वासियों ने उसे "मेशक" नाम दिया था। उसने और उसके साथियों, अजर्याह (शद्रक) और हनन्याह (अबेदनगो) ने राजा की मूर्ति को दण्डवत् करने से इन्कार कर दिया था जिसके दण्ड स्वरूप उन्हें आग के भट्ठे में डाल दिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: हारून, अजर्याह, बाबेल, दानिय्येल, हनन्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मूसा
तथ्य:
मूसा एक भविष्यद्वक्ता और इस्राएलियों का अगुआ था, उसने 40 वर्ष उनकी अगुआई की थी। मिस्र से निर्गमन के समय वह उनका अगुआ था, जैसा निर्गमन की पुस्तक में वर्णन किया गया है।
- शिशु अवस्था में मूसा के माता-पिता ने उसे एक टोकरी में रखकर नील नदी के नरकटों के मध्य छोड़ दिया था, वे उसे मिस्र के फिरौन से सुरक्षित रखना चाहते थे। मूसा की बहन मिरयम उसकी रखवाली कर रही थी। मूसा की जान बच गई क्योंकि फिरौन की पुत्री उसे अपने महल में ले गई कि अपना पुत्र बनाकर उसका पालन पोषण करे।
- परमेश्वर ने मूसा को चुना कि इस्राएलियों को मिस्र के दासत्व से निकाल कर प्रतिज्ञा के देश में ले जाए।
- मिस्र से निकलने के बाद जब इस्राएली जंगल में थे तब परमेश्वर ने मूसा को पत्थर की पट्टियों पर लिखकर दस आज्ञाएं दी थी।
- अपने जीवन के अन्त में मूसा ने प्रतिज्ञा के देश को तो देखा परन्तु वहाँ प्रवेश नहीं कर पाया क्योंकि उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार कार्य नहीं किया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिरयम, प्रतिज्ञा का देश, दस आज्ञाए)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 9:12 एक दिन, मूसा जब अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है |
- 12:5 मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत, परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा |”
- 12:7 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा और वह दो भाग हो जाएगा |
- 12:12 जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है।
- __13:7__परमेश्वर ने यह दस आज्ञाएँ मूसा को दो पत्थर की तख्तियों पर लिख के दे दीं |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4872, H4873, G3475
मेलिकिसिदक
तथ्य:
अब्राहम के युग में मेलिकिसिदक सालेम का राजा था। (उत्तरकालीन, यरूशलेम का)
- मेलिकिसिदक के नाम का अर्थ है, “धार्मिकता का राजा” और “शलेम का राजा” पद्वी का अर्थ है, “शान्ति का राजा”।
- उसे “सर्वोच्च परमेश्वर का याजक” भी कहा गया है।
- मलिकिसिदक का नाम बाइबल में सर्वप्रथम तब आया था जब उसने अब्राम को रोटी और दाखरस दिया था, उसके भतीजे लूत को उन सामर्थी राजाओं से छुड़ाकर लाने के बाद। अब्राम ने मेलिकिसिदक को अपनी लूट के माल का दसवां भाग दिया था।
- नये नियम में मेलिकिसिदक को ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया गया है जिसका कोई माता पिता नहीं। उसे सदाकालीन राज करनेवाला याजक एवं राजा कहा गया है।
- नये नियम में यीशु को “मलिकिसिदक की रीति पर” याजक कहा गया है। यीशु इस्राएल के याजकों के तुल्य लेवियों के वंश से नहीं था। उसका याजक होना परमेश्वर से था जैसा मलीकिसिदक का था।
- बाइबल में उसके इस वर्णन के आधार पर मलिकिसिदक एक मानवीय याजक था जो परमेश्वर द्वारा चुना गया था कि यीशु का प्रतिनिधित्व करे या उसकी ओर संकेत करे, यीशु शान्ति और धार्मिकता का सदाकालीन राजा और हमारा महान महायाजक।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , अनन्त, महा-याजक, यरूशलेम, लेवी, याजक, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
मेशेक
तथ्य:
मेशेक पुराने नियम में दो पुरुषों के नाम थे।
- एक मेशेक तो येपेत का पुत्र था।
- दूसरा मेशेक शेम का पोता था।
- मेशेक एक स्थान का नाम भी था जो संभवतः इन दो में से एक के नाम से पड़ा था।
- संभवतः यह क्षेत्र एक भाग में आज के तुर्किस्तान में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: येपेत, नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मेसोपोटामिया,अरम्नहरैम
तथ्य:
मेसोपोटामिया वह क्षेत्र है जो हिद्देकेल और फरात नदियों के मध्य का भूभाग है। यह स्थान आज के ईराक में है।
- पुराने नियम में इस क्षेत्र को अरम्नहरैम कहते थे।
- “मेसोपोटामिया” का अर्थ है “नदियों के मध्य”। * “अरम्नहरैम” का अर्थ है, “दो नदियों का अराम”
- अब्राहम मेसोपोटामिया क्षेत्र ऊर और हारान में रहता था, इससे पूर्व कि वह कनान के लिए प्रस्थान करता।
- मेसोपोटामिया का एक और महत्वपूर्ण नगर बेबीलोन था।
- “कसादियों” का देश भी मेसोपोटामिया में था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, बाबेल, कसदी, फरात नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोआब, मोआबी
तथ्य:
"मोआब" शब्द एक ऐसे समूह को संदर्भित करता है जो खारे सागर के पूर्व में रहता था। उत्पत्ति की पुस्तक इस व्यक्ति समूह को "मोआब" नामक एक व्यक्ति के वंशज के रूप में वर्णित करती है, जो लूत की बड़ी पुत्री का पुत्र था।
रूथ की पुस्तक में, एलीमेलेक और उसका परिवार बेतलेहेम के आसपास के अकाल के कारण मोआब में रहने के लिए गया।
बैतलहमवासी रूत को मोआबिन कहते थे क्योंकि वह मोआब देश की थी। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “मोआबी स्त्री” या “मोआब देश की स्त्री”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, यहूदिया, लूत, रूत, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोर्दकै
तथ्य:
मोर्दकै फारस में निवास कर रहा एक यहूदी पुरुष था। वह अपनी चचेरी बहन एस्तेर का संरक्षक था, एस्तेर बाद में फारसी राजा क्षयर्ष की पत्नी हुई थी।
- राजा के महल में सेवा करते समय मोर्दकै ने प्रजा के कुछ लोगों को राजा की हत्या का षड्यंत्र रचते सुना। उसने इसकी सूचना दी और राजा की जान बच गई।
- कुछ समय पश्चात मोर्दकै ने फारस में यहूदियों के सर्वनाश के षड्यंत्र को भी सुना। उसने एस्तेर से कहा कि वह अपने लोगों को बचाने के लिए राजा से याचना करे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, बाबेल, एस्तेर, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मोलेक, Moloch
तथ्य:
मोलेक कनानियों का झूठे देवता था जिसकी वे उपासना करते थे। उसे मोलेक भी लिखा गया है।
- मोलेक के उपासक अपने बच्चों को उसकी मूर्ति के समक्ष होम करते थे।
- कुछ इस्राएली भी सच्चे परमेश्वर यहोवा को त्याग कर मोलेक की पूजा करने लगे थे। उन्होंने मोलेक उपासकों की बुरी आदतों का पालन किया, जिसमें उनके बच्चों का त्याग भी शामिल था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, बुराई, झूठे देवता, परमेश्वर, मूरत, बलि, सत्य, आराधना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4428, H4432, G3434
यबूस, यबूसी, यबूसियों
तथ्य:
यबूसी कनान देश में रहनेवाली एक जाति थी। वे हाम के पुत्र कनान के वंशज थे।
- यबूसी यबूस नगर के रहनेवाले थे। इस नगर का नाम बदलकर यरूशलेम रखा गया था जब राजा दाऊद ने इसे जीत लिया था।
- मलिकिसिदक, शालेम का राजा, संभवतः यबूसी मूल का था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हाम, यरूशलेम, मलिकिसिदक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यरदन नदी, जॉर्डन
तथ्य:
यरदन नदी उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है और कनान देश की पूर्वी सीमा बनाती है।
- आज यरदन नदी पश्चिम में इस्राएल और पूर्व में जॉर्डन को विभाजित करती है।
- यरदन नदी गलील सागर से बहती हुई मृत सागर में गिरती है।
- यहोशू जब इस्राएलियों को लेकर कनान आ रहा था तब उन्हें यरदन नदी पार करनी पड़ी थी। क्योंकि पानी बहुत गहरा था परमेश्वर ने यरदन नदी का प्रवाह रोक दिया और इस्राएलियों ने उसके तल पर चलकर उसको पार किया।
- बाइबल में यरदन नदी का संदर्भ “यरदन ” से है।
(यह भी देखें: कनान, खारे ताल, गलील सागर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:2 इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने से पहले यरदन नदी को पार करना था।
- __15:3__जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
- 19:14 एलीशा ने उसे कहा, “तू जाकर यरदन नदी में सात बार डुबकी मार।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3383, G24460
यरीहो
तथ्य:
यरीहो कनान देश में एक शक्तिशाली शहर था। वह यरदन के पश्चिम में और मृत सागर के उत्तर में था।
- अन्य सब कनानियों के सदृश्य यरीहोवासी भी मूर्तिपूजक थे।
- यरीहो कनान देश में पहला नगर था, जिसे जितने के लिए परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी।
- जब यहोशू ने यरीहो के विरूद्ध इस्राएलियों की अगुआई की तब यरीहो को पराजित करने में परमेश्वर ने एक महान चमत्कार किया था।
(यह भी देखें: कनान, यरदन नदी, यहोशू, आश्चर्यकर्म, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- [15:1](rc://hi /tn/help/obs/15/01) यहोशू ने दो भेदियों को कनानियो के शहर यरीहो में भेजा।
- 15:3 जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
- 15:5 यरीहो की शहरपनाह नींव से गिर पड़ी! तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया।
शब्द तथ्य:
यरूशलेम
तथ्य:
यरूशलेम वास्तव में एक प्राचीन कनानी नगर था जो बाद में इस्राएल का एक प्रमुख नगर बन गया था। यह नगर खारे ताल के पश्चिम में 34 किलोमीटर दूर और बैतलहम के ठीक उत्तर में स्थित है। यह नगर आज भी इस्राएल की राजधानी है।
- “यरूशलेम” नाम सबसे पहले यहोशू की पुस्तक में आया है। इस नगर के अन्य नाम जो पुराने नियम में हैं वे हैं, “शालेम”, “यबूसियों का नगर” और “सिय्योन” यरूशलेम और शालेम दोनों शब्दों का मूल अर्थ है, “शान्ति”।
- यरूशलेम मूल रूप से यबूसी गढ़ था जिसका नाम “सिय्योन” था, राजा दाऊद ने इस नगर को जीत कर अपनी राजधानी बना लिया था।
- राजा दाऊद के पुत्र, सुलैमान ने सबसे पहला मन्दिर यरूशलेम में मोरियाह पर्वत पर बनाया था। मोरियाह पर्वत वह स्थान था जहां अब्राहम ने अपने पुत्र, इसहाक की बलि चढ़ाई थी। बेबीलोन की सेना द्वारा मन्दिर के विनाश के उपरान्त उसका पुनः निर्माण किया गया था।
- मन्दिर यरूशलेम में था इसलिए यहूदियों के मुख्य पर्व वहीं मनाए जाते थे।
- लोग कहते थे कि वे "ऊपर" यरूशलेम को जा रहे हैं क्योंकि यह नगर पहाड़ पर बसा हुआ था।
(यह भी देखें: बाबेल, मसीह, दाऊद, यबूसी, यीशु, सुलैमान, मन्दिर, सिय्योन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:05 दाऊद ने यरूशलेम पर विजय प्राप्त की और उसे अपनी राजधानी बनाया।
- 18:02 यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए समान एकत्र किया।
- 20:07 उन्होंने(बेबीलोनियों ने) यरूशलेम को जीत लिया, मंदिर का विनाश कर दिया, और शहर व मंदिर की सभी बहुमूल्य वस्तुओं को उठा कर ले गए।
- 20:12 अत: सत्तर वर्ष तक निर्वासन में रहने के बाद, यहूदियों का एक छोटा समूह यहूदा में यरूशलेम वापस लौट आया।
- 38:01 यीशु मसीह ने सार्वजनिक उपदेशों के आरम्भ के लगभग तीन साल बाद अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का त्यौहार मनाना चाहता था, और वहीं वह मार डाला जाएगा।
- 38:02 यीशु और चेलों के __ यरूशलेम__ में पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वासघात करने का प्रस्ताव रखा।
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए। वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे।”
- 42:11 यीशु के मरे हुओ में से जी उठने के चालीस दिनों के बाद, उसने अपने चेलों से कहा कि तुम यरूशलेम में ही रहना जब तक कि मेरा पिता पवित्र आत्मा का सामर्थ्य तुम्हे न दे।”
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3389, H3390, G2414, G2415, G2419
यशायाह
तथ्य:
यशायाह परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसने यहूदा में चार राजाओं के राज्यकाल में सेवा की थी। उज्जियाह, योताम, आहाज और हिज्जकियाह
- जब अश्शूर हिजकिय्याह के युग में नगर पर आक्रमण कर रहे थे तब वह यरूशलेम में वास कर रहा था।
- पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी पुस्तक में से एक है।
- यशायाह ने अनेक भविष्यद्वाणियां लिपिबद्ध की है जिनकी पूर्ति उसके जीवनकाल ही में हो गई थी।
- यशायाह मसीह की भविष्यद्वाणी के लिए विशेष करके जाना जाता है, जिसकी पूर्ति 700 वर्ष बाद यीशु के समय में हुई थी।
- यीशु और उसके शिष्यों ने यशायाह की भविष्यद्वाणियों द्वारा मनुष्यों को मसीह के बारे में शिक्षा दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आहाज, अश्शूर, मसीह, हिजकिय्याह , योताम, यहूदा, भविष्यद्वक्ता, उज्जिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:9 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
- 21:10 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
- 21:11 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
- 21:12 यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
- 26:2 उसे(यीशु)यशायाह नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
- 45:8 जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
- 45:10 फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि यशायाह यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3470, G22680
यहूदा
तथ्य:
यहूदा याकूब के बड़े बेटों में से एक था। उनकी मां लिआ थी। उनके वंशजों को "यहूदा का गोत्र" कहा जाता था। जब भूमि के एक क्षेत्र के नाम के रूप में उपयोग किया जाता है, तो "यहूदा" शब्द यहूदा के जनजाति को दी गई भूमि को संदर्भित करता है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्र यरूशलेम के दक्षिण में स्थित है।
- यहूदा ने ही अपने भाइयों को राय दी थी कि यूसुफ को गड्ढे में मरने के लिए छोड़ने की अपेक्षा उसे बेच दिया जाए।
- राजा दाऊद और उसके बाद के सब राजा यहूदा के वंशज थे। यीशु भी यहूदा का वंशज था।
- सुलैमान के बाद जब इस्राएल राज्य का विभाजन हो गया था तब यहूदा राज्य इस्राएल का दक्षिणी क्षेत्र हुआ।
- नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक यीशु को “यहूदा का सिंह” कहा गया है।
- “यहूदी” और “यहूदिया” शब्द “यहूदा” से ही व्युत्पन्न शब्द हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यहूदी, यहूदा, यहूदिया, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहूदा इस्करियोती
तथ्य:
यहूदा इस्करियोती यीशु के शिष्यों में से एक था। उसने यीशु के साथ छल करके उसको यहूदी अगुओं के हाथों पकड़वा दिया था।
- इस्करियोती का अर्थ हो सकता है, “कारियोथवासी” संभवतः यूहदा उस नगर में पाला- पोसा गया था।
- यहूदा इस्करियोती शिष्यों का पैसा संभालता था और संभवतः उसमें से चोरी भी करता था।
- यहूदा ने यीशु को पकडवाने के लिए धर्म के अगुओ को उसका पता बताकर उससे विश्वासघात किया।
- जब धर्म के अगुओं ने यीशु को मृत्युदण्ड के योग्य ठहरा दिया तब यीशु के साथ विश्वासघात करने क लिए यहूदा पछताया और यहूदी अगुओं का पैसा लौटाकर आत्म-हत्या कर ली।
- एक और शिष्य का नाम यहूदा था| वह याकूब का पुत्र था, यहूदा इस्करियोती नहीं था।
- यीशु के भाइयों में से एक का नाम यहूदा था जो यहूदा इस्करियोती से भिन्न था|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: प्रेरित, पकड़वाना, यहूदी अगुवे, याकूब का पुत्र यहूदा)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 38:2 'यीशु के शिष्यों में से एक यहूदा नाम का एक पुरुष था । ...यीशु और चेलों के यरूशलेम में पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वास घात करने का प्रस्ताव रखा।
- 38:3 यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये तीस चाँदी के सिक्के तोलकर यहूदा को दे दिए।
- 38:14 यहूदा प्रधान याजकों, सैनिकों और एक बड़ी भीड़ को तलवार और लाठियों के साथ लाया। यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा।
- 39:8 इसी दौरान जब यहूदा, विश्वासघाती ने देखा कि यहूदी याजक यीशु को अपराधी घोषित कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदा शोक से भर गया और खुद को मार डाला।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G24550, G24690
यहूदा, यहूदा का राज्य
तथ्य:
यहूदा का गोत्र इस्राएल के बारह गोत्रों में सबसे बड़ा था। यहूदा का राज्य यहूदा और बिन्यामीन के गोत्रों से मिलकर बना था।
- राजा सुलैमान की मृत्यु के बाद, इस्राएल देश दो राज्यों में विभाजित हो गया: इस्राएल और यहूदा। यहूदा का राज्य दक्षिणी राज्य था, जो नमक सागर के पश्चिम में स्थित था।
- यहूदा राज्य की राजधानी यरूशलेम थी।
- यहूदा के आठ राजाओं ने यहोवा की आज्ञा मानी और लोगों को उसकी उपासना करने के लिए प्रेरित किया। यहूदा के अन्य राजा बुरे थे और लोगों को मूर्तियों की पूजा करने के लिए प्रेरित करते थे।
- अश्शूर द्वारा इस्राएल (उत्तरी राज्य) को पराजित करने के 120 से अधिक वर्षों के बाद, यहूदा को बेबीलोन के राष्ट्र द्वारा जीत लिया गया था। बाबुलियों ने नगर और मन्दिर को नष्ट कर दिया, और यहूदा के अधिकांश लोगों को बन्दी बनाकर बाबेल ले गए।
(यह भी देखें: यहूदा, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:07 केवल दो गोत्र उसके (रहूबियाम) के प्रति विश्वासयोग्य बने रहे। ये दो गोत्र यहूदा का राज्य बने।
- 18:10 यहूदा और इस्राएली राज्य शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
- 18:13 यहूदा के राजा दाऊद के वंशज के थे। कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे।
- 20:01 इस्राएल के राज्य और यहूदा के राज्य दोनों ने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।
- 20:05 यहूदा के राज्य के लोगों ने देखा कि किस प्रकार परमेश्वर ने इस्राएल के राज्य के लोगों को उस पर विश्वास न करने और उसकी आज्ञा न मानने के लिए दण्ड दिया था। लेकिन वे फिर भी मूर्तियों की पूजा करते थे, जिनमें कनानियों के देवता भी शामिल थे।
- 20:06 अश्शूरियों द्वारा इस्राएल के राज्य को नष्ट करने के लगभग 100 वर्षों के बाद, परमेश्वर ने यहूदा के राज्य पर आक्रमण करने के लिए बेबीलोनियों के राजा नबूकदनेस्सर को भेजा।
- 20:09 नबूकदनेस्सर और उसकी सेना यहूदा के राज्य के लगभग सभी लोगों को बेबीलोन ले गई, केवल सबसे गरीब लोगों को ही खेतों में रोपने के लिए छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
यहूदिया
तथ्य:
“यहूदिया” प्राचीन इस्राएल के एक भू-भाग को कहा जाता था। इस शब्द का उपयोग कभी संकीर्ण अर्थ में तो कभी वृहत् अर्थ में किया गया है
- संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
- व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
- यदि अनुवादक इस अंतर को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में "यहूदिया प्रदेश" या "यहूदा देश"प्रकट किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां आरम्भ में यहूदा का गोत्र वास करता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गलील, एदोम, यहूदा राज्य, यहूदा राज्य, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहेजकेल
तथ्य:
यहेजकेल परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसे बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था।
- यहेजकेल यहूदा में एक याजक था जिसे अन्य यहूदियों के साथ बेबीलोन की सेना ने बन्दी बनाया था।
- 20 वर्ष से अधिक वह अपनी पत्नी के साथ बाबेल में एक नदी के किनारे रहा, यहूदी उसके पास परमेश्वर का सन्देश सुनने आते थे।
- अन्य बातों के साथ यहेजकेल ने यरूशलेम और मन्दिर के विनाश एवं पुनः स्थापना की भविष्यद्वाणी की थी।
- उसने मसीह के भावी राज्य की भी भविष्यद्वाणी की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, मसीह, बन्धुआई, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोयाकीन
तथ्य:
यहोयाकीन यहूदा का राजा था।
- यहोयाकीन 18 वर्ष की आयु में राजा बन गया था। वह केवल तीन महीने ही राज कर पाया था कि बेबीलोन की सेना ने उसे बन्दी बनाकर बेबीलोन ले गई।
- इस छोटे से राज्यकाल ही में यहोयाकीन ने अपने दादा मनश्शे और पिता यहोयाकीम के सदृश्य बुरे काम किए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहोयाकीम, यहूदा, मनश्शे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3078, H3112, H3204, H3659
यहोयाकीम
तथ्य:
यहोयाकीम यहूदा का एक दुष्ट राजा था, जिसके राज्यकाल का आरम्भ 608 ई.पू. हुआ था, वह राजा योशिय्याह का पुत्र था। उसका नाम वास्तव में एल्याकीम था।
- मिस्र के फ़िरौन नीको ने एल्याकीम का नाम बदलकर यहोकीम रखा और उसे यहूदा का राजा बनाया था।
- फ़िरौन नीको ने यहोयाकीम को बहुत अधिक कर देने पर विवश किया।
- जब आगे चलकर राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा पर आक्रमण किया तब बन्दियों में जो बेबीलोन ले जाए गए थे यहोयाकीम भी था।
- यहोयाकीम एक दुष्ट राजा था जिसने यहूदावासियों को यहोवा से दूर किया था। भविष्यद्वक्ता उसके विरूद्ध भविष्यद्वाणी करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, एलयाकीम, यिर्मयाह, यहूदा, नबूकदनेस्सर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोयादा
तथ्य:
यहोयादा एक याजक था जिसने राजा अहज्याह के पुत्र, योआश को छिपाकर उसकी रक्षा की थी, जब तक कि वह राजा घोषित किए जाने की आयु का नहीं हो गया।
- यहोयादा ने बालक योआश के सुरक्षा हेतु सैंकड़ों अंगरक्षक नियुक्त किए थे क्योंकि प्रजा ने मन्दिर में उसे राजा घोषित कर दिया था।
- यहोयादा ने बाल की सब वेदियों को नष्ट करने में प्रजा की अगुआई की थी।
- याजक यहोयादा ने अपने शेष संपूर्ण जीवन राजा योआश को परमेश्वर की आज्ञा मानने अैर प्रजा पर बुद्धिमानी से राज करने में परामर्श देता रहा था।
- यहोयादा नामक एक और पुरुष बनायाह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहज्याह, बाल, बनायाह, योआश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यहोराम, योराम
तथ्य:
“यहोराम” पुराने नियम में दो राजा हुए हैं। दोनों राजाओं को भी "योराम" के नाम से जाना जाता था।
- एक राजा यहोराम ने यहूदा पर आठ वर्ष राज किया था। वह राजा यहोशापात का पुत्र था। यह राजा है जो योराम भी कहलाता था।
- दूसरा राजा यहोराम इस्त्राएल का राजा था जिसने 12 वर्ष राज किया था। वह आहाब का पुत्र था।
- यहूदा के राजा यहोराम ने उस समय राज्य किया जब भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह, दानिय्येल, ओबद्याह और यहेजकेल यहूदा के राज्य में भविष्यद्वाणी कर रहे थे।
- राजा यहोराम ने भी कुछ समय तक राज्य किया था जब उसके पिता राजा यहोशापात यहूदा पर राज्य कर रहे थे।
- कुछ अनुवादों में इस्राएल के राजा के नाम पर "यहोराम" का नाम लगातार इस्तेमाल करना और यहूदा के राजा के लिए "योराम" नाम का चयन हो सकता है।
- हर किसी को स्पष्ट रूप से पहचानने का दूसरा तरीका उसके पिता का नाम शामिल करना होगा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अहाब, यहोशापात, योराम , यहूदा, इस्राएल का राज्य, ओबद्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3088, H3141, G2496
यहोशापात
तथ्य:
यहोशापात पुराने नियम में कम से कम दो पुरुषों का नाम था।
- इस नाम का प्रसिद्ध पुरूष यहूदा राज्य का चौथा राजा था।
- उसने इस्राएल, यहूदा राज्यों के मध्य शान्ति स्थापित की थी और देवी-देवताओं की वेदियां नष्ट कर दी थी।
- दूसरा यहोशापात दाऊद और सुलैमान का “लिपिक” था। उसका मुख्य धर्म था राजाओं के लिए हस्ताक्षर करने हेतु अभिलेख तैयार करे और राज्य में घटी प्रमुख घटनाओं का वर्णन लिख ले।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वेदी, दाऊद, झूठे देवता, इस्राएल, यहूदा, याजक, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3092, H3146, G2498
यहोशू
तथ्य:
बाइबल में यहोशू नाम के अनेक इस्राएली पुरुष हुए हैं। सबसे अधिक प्रसिद्ध नून का पुत्र यहोशू है, वह मूसा का सहायक था और उसके बाद परमेश्वर की प्रजा का एक महत्वपूर्ण अगुआ हुआ था।
- यहोशू उन बारह भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने प्रतिज्ञा के देश की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
- कालेब के साथ यहोशू ने इस्राएलियों से आग्रह किया कि वे प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने के लिए परमेश्वर की आज्ञा का पालन करें और कनानियों को पराजित करें।
- वर्षों बाद जब मूसा का स्वर्गवास हो गया तब परमेश्वर ने यहोशू को नियुक्त किया कि वह इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में लेकर जाए।
- कनानियों के विरूद्ध प्रथम एवं सर्वाधिक प्रसिद्ध युद्ध में यहोशू ने यरीहो को जीतने में इस्राएलियों की अगुआई की थी।
- पुराने नियम में यहोशू की पुस्तक में वर्णन किया गया है कि यहोशू ने प्रतिज्ञा के देश पर अधिकार करने में इस्राएलियों की कैसे अगुवाई की थी और फिर इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को रहने के लिए भूमि का विभाजान कैसे किया था।
- योसादाक का पुत्र यहोशू महायाजक की चर्चा हाग्गै तथा जकर्याह की पुस्तकों में की गई है, उसने यरूशलेम की शहरपनाह के पुनरूद्धार में सहायता की थी।
- यहोशू नाम के अन्य अनेक पुरुष हुए हैं जिनका उल्लेख वंशावलियों और बाइबल में अन्य स्थानों में किया गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हाग्गै, यरीहो, मूसा, प्रतिज्ञा का देश, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __14:4__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना, इस्राएल के हर गोत्र में से एक, उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाकर उस देश का भेद लें कि वह कैसा है।
- 14:6 तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
- 14:8 उनमे से कालेब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के गिने गए थे, वहीं मर जाएंगे, कोई भी उस देश में कभी जाने न पाएगा।
- 14:14 मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने यहोशू को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन करने में उसकी सहायता करे।
- 14:15 यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
- 15:3 जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
शब्द तथ्य:
याकूब (जब्दी का पुत्र)
तथ्य:
जब्दी का पुत्र याकूब, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। उसके छोटे भाई का नाम यूहन्ना था। वह भी यीशु के बारह शिष्यों में से एक था।
- याकूब और यूहन्ना अपने पिता जब्दी के साथ मछली पकड़ने का व्यवसाय करते थे।
- याकूब और यूहन्ना का उपनाम “गर्जन के पुत्र” दिया गया था संभवतः क्योंकि वे अतिशीघ्र क्रोधित हो जाते थे।
- पतरस, याकूब और यूहन्ना यीशु के घनिष्टतम शिष्य थे और उसके साथ अद्भुत घटनाओं में उपस्थित रहते थे जैसे मूसा और एलिय्याह से बातें करते समय जब यीशु पर्वत पर था और जब यीशु ने एक छोटी लड़की को मृतकों में से जिलाया था।
- यह याकूब वह नहीं था जिसने नये नियम में याकूब की पत्री लिखी थी। कुछ भाषाओं में इनके नाम अलग-अलग लिखे जा सकते है। कि स्पष्ट हो कि वे एक ही मनुष्य नहीं हैं।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, एलिय्याह, याकूब (यीशु का भाई), याकूब (हलफईस का पुत्र), मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याकूब का पुत्र यहूदा
तथ्य:
याकूब का पुत्र यहूदा, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। ध्यान दें कि यह व्यक्ति यहूदा इस्करियोती नहीं था।
- बाइबल में एक ही नाम के विभिन्न व्यक्तियों के उनके पिता का नाम देकर अलग दर्शाया जाता है। यहां इस यहूदा को “याकूब का पुत्र” कहा गया है।
- एक और यहूदा था जो यीशु का भाई था। उसे “यहूदा” भी कहा गया था।
- नये नियम में यहूदा की पत्री संभवतः यीशु के भाई यहूदा द्वारा लिखी गई थी क्योंकि वह स्वयं को “याकूब का भाई” कहता है। याकूब भी यीशु का भाई था।
- यह भी संभव है कि यहूदा की पत्री यीशु के शिष्य याकूब के पुत्र, यहूदा द्वारा लिखी गई थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: याकूब (जब्दी का पुत्र), यहूदा इस्करियोति, पुत्र, बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याकूब, इस्राएल, इस्राएली
तथ्य:
याकूब इसहाक और रिबका के जुड़वा लड़कों में छोटा था। परमेश्वर ने उसका नाम बदल कर "इस्राएल" कर दिया था, उसके वंशज इस्राएली जाती हुए|
याकूब इस्राएली जाती के तीन पितरों में अंतिम था:अब्राहम, इसहाक और याकूब| याकूब के बारह पुत्र इस्राएल के बारह गोत्र हुए|
इब्रानी भाषा में याकूब शब्द उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है,"एड़ी"| जन्म के समय याकूब अपने जुड़वा भाई एसाव की एड़ी पकड़े हुए था।पुराने युग में शरीर के अंग, एड़ी के दो अर्थ थे, वार करना और मनुष्य के शरीर का अधो भाग| इब्रानी नाम याकूब संभवतः किसी पर पीछे से वार करने का अर्थ रखता था|
वर्षों बाद परमेश्वर ने याकूब का नाम बदलकर इस्राएल रखा जिसका अर्थ है, “वह परमेश्वर के साथ संघर्ष करता है।”
याकूब ने लाबान की दो पुत्रियों से विवाह किया था जिनके नाम: लिआ और राहेल थे जिनके साथ उनकी सेविकाएँ, जिल्पा और बिल्हा भी थीं। इन चार स्त्रिओं से बारह पुत्र उत्पन्न हुए जो इस्राएल के बारह गोत्रों के पितृ हुए।
नए नियम में, मत्ती रचित सुसमाचार में जो वंशावली दी गई है उसमें एक और याकूब का उल्लेख किया गया है, वह यूसुफ का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, इस्राएल के बारह गोत्र, लीआ:, राहेल, ज़िल्पा, बिल्हा, deceive, एसाव, इसहाक, रिबका, लाबान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __7:1__फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था। याकूब सीधा मनुष्य था और तम्बुओ में रहा करता था, परन्तु एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया।
- 7:7 याकूब वर्षों वहाँ रहा,उसी समय याकूब ने विवाह किया और उसके बारह पुत्र और एक पुत्री उत्पन्न हए। परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान बनाया।
- 7:8 बीस वर्ष तक अपने घर से, जो कनान में है, दूर रहने के बाद याकूब अपने परिवार, सेवकों, और अपने सारे जानवरों समेत वापस आ गया।
- 7:10 परमेश्वर ने अब्राहम से,तदोपरांत इसहाक से जो वाचा बाँधी थी, वह अब याकूब की भी हो गई थी।
- __8:1__वर्षों बाद, जब याकूब वृद्ध हो गया, तो उसने अपने प्रिय पुत्र यूसुफ को भेजा कि वह जाकर अपने भाइयो को देखे जो भेड़ बकरियों के झुंड की देखभाल कर रहे थे।
शब्द तथ्य:
याकूब(हलफईस का पुत्र)
तथ्य:
हलफईस का पुत्र याकूब यीशु के बारह शिष्यों में एक था।
- इसका नाम सुसमाचार वृत्तान्तों में मत्ती, मरकुस और लूका में यीशु के शिष्यों की सूची में दिया गया है।
- उसका नाम प्रेरितों के काम की पुस्तक में भी आया है कि वह भी उन ग्यारह शिष्यों में था जो यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यरूशलेम में प्रार्थना कर रहे थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेले, याकूब (यीशु का भाई), याकूब (जब्दी का पुत्र), बारहों)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
याफा
तथ्य:
बाइबल के युग में याफा नगर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक बन्दरगाह था जिसकी भौगोलिक स्थिति शारोन के मैदान के दक्षिण में भूमध्य सागर के तट पर थी।
- प्राचीन याफा वर्तमान समय में जाफ़ा शहर के रूप में स्थित है, जो अब तेल अवीव शहर में शामिल हो गया है।
- पुराने नियम में याफा वह स्थान था जहां से जहाज पर चढ़कर योना तर्शीश जाना चाहता था।
- नये नियम में तबिता नामक एक मसीह स्त्री याफा नगर में मृत्यु को प्राप्त हुई थी जिसे पतरस ने जिलाया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: झील, यरूशलेम, शारोन, तर्शीश)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यारोबाम
तथ्य:
नबात का पुत्र यारोबाम 900-910 ईसा पूर्व के आसपास इस्राएल के उत्तरी राज्य का पहला राजा था। राजा योआश के पुत्र यारोबाम ने लगभग 120 वर्ष बाद इस्राएल पर शासन किया।
- यहोवा ने नबात के पुत्र यारोबाम को भविष्यवाणी दी कि वह सुलैमान के बाद राजा बनेगा और वह इस्राएल के दस गोत्रों पर शासन करेगा।
- जब सुलैमान की मृत्यु हुई, इस्राएल के दस उत्तरी गोत्रों ने सुलैमान के पुत्र रहूबियाम के विरुद्ध विद्रोह किया और उसके स्थान पर यारोबाम को अपना राजा बनाया, रहूबियाम को केवल दक्षिणी दो गोत्रों, यहूदा और बिन्यामीन के राजा के रूप में छोड़ दिया।
- यारोबाम एक दुष्ट राजा बन गया जिसने लोगों को यहोवा की उपासना करने से दूर किया और इसके बजाय उनकी उपासना करने के लिए मूर्तियों की स्थापना की। इस्राएल के अन्य सभी राजा यारोबाम के उदाहरण का अनुसरण करते थे और उसके समान दुष्ट थे।
- करीब 120 साल बाद, एक और राजा यारोबाम ने इस्राएल के उत्तरी राज्य पर शासन करना शुरू किया। यह यारोबाम राजा योआश का पुत्र था और इस्राएल के सब पिछले राजाओं के समान दुष्ट था।
- इस्राएलियों की दुष्टता के बावजूद, परमेश्वर ने उन पर दया की और इस राजा यारोबाम को भूमि प्राप्त करने और उनके क्षेत्र के लिए सीमाएँ स्थापित करने में मदद की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मूरत, इस्राएल का राज्य, यहूदा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया।
- 18:09 __यारोबाम ने परमेश्वर से बलवा किया और लोगों से पाप करवाया। उसने यहूदा के राज्य में मंदिर में परमेश्वर की पूजा करने के बजाय अपने लोगों की पूजा करने के लिए दो मूर्तियों का निर्माण किया।
शब्द तथ्य:
यिज्रैल, यिज्रैली
परिभाषा:
यिज्रैल इस्सकार गोत्र में एक महत्वपूर्ण नगर था जो मृत्त सागर के दक्षिण पूर्व में स्थित था।
- यिज्रैल मगिद्दो के मैदान के पश्चिमी क्षेत्रों में से एक था जिसे यिज्रैल की घाटी भी कहते थे।
- यिज्रैल नगर में अपने इस्राएली राजाओं के महल थे।
- नाबोत की दाख की बारी कभी यिज्रैल में राजा आहाब के महल के निकट थी। भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने आहाब के विरूद्ध वहीं भविष्यद्वाणी की थी।
- आहाब की दुष्ट रानी ईज़ेबेल भी वहीं मारी गयी थी।
- इस नगर में अनेक महत्वपूर्ण घटनाएं घटी थी जिनमें युद्ध भी थे।
(यह भी देखें: अहाब, एलिय्याह, इस्साकार, ईजेबेल, महल, खारे ताल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3157, H3158, H3159
यित्रो, रूएल
तथ्य:
“यित्रो” और “रूएल” शाऊल दोनों नाम मूसा की पत्नी सिप्पोरा के पिता के हैं। पुराने नियम में “रूएल” नामक दो पुरुष और थे।
मिद्यान देश में जब मूसा चरवाहा था तब उसने एक मिद्यानी पुरुष, रूएल की पुत्री से विवाह कर लिया था।
- बाद में रूएल को “यित्रो, मिद्यानियों का पुजारी” कहा गया है। हो सकता है कि “रूएल” उसक गोत्र का नाम था।
- जिस समय परमेश्वर ने जलती हुई झाड़ी में से मूसा से बातें की थी, उस समय मूसा यित्रो की भेड़ें चरा रहा था।
- मिस्र से इस्राएलियों को निकाल लाने के कुछ समय पश्चात यित्रो जंगल में इस्राएलियों के पास आया और मूसा को लोगों के विवादों को सुलझाने का अच्छा परामर्श दिया।
- मिस्र में इस्राएलियों के लिए किए गए परमेश्वर के चमत्कारों के बारे में सुनकर उसने परमेश्वर में विश्वास किया।
- एसाव के एक पुत्र का नाम भी रूएल था।
- रूएल नामक एक और पुरुष था जिसका उल्लेख बेबीलोन की बन्धुआई के बाद यहूदी लौटने वाले इस्राएलियों की वंशावली में है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बन्दी, कुल, रेगिस्तान, मिस्र, एसाव, आश्चर्यकर्म, मूसा, रेगिस्तान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यिप्तह
तथ्य:
यिप्तह गिलाद का एक योद्धा था, वह इस्राएल का न्यायी था।
- इब्रानियों 11:32 में यिप्तह की प्रशंसा की गई है कि वह एक महत्वपूर्ण अगुआ था जिसमें अपने लोगों को शत्रुओं से रक्षा प्रदान की थी।
- उसने अम्मोनियों को पराजित करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी और एप्रैमियों को भी हराया था।
- तथापि, यिप्तह ने शीघ्रता में परमेश्वर से शपथ खाई जिसके परिणाम स्वरूप उसे अपनी पुत्री की बलि चढ़ानी पड़ी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अम्मोन, मुक्ति दिलाना, एप्रैम, न्या., मन्नत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यिर्मयाह
तथ्य:
यिर्मयाह यहूदा राज्य में परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में यिर्मयाह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं।
- अन्य भविष्यद्वक्ताओं के सदृश्य यिर्मयाह ने भी इस्राएलियों को चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उनके पापों का दण्ड देगा।
- यिर्मयाह की भविष्यद्वाणी के अनुवार बेबीलोन, यरूशलेम को बन्दी बनाएगा, इस कारण अनेक यहूदावासी उससे क्रोधित थे। परिणामस्वरूप उन्होंने उसे एक सूखे कूएं में डाल दिया कि वह मर जाए। परन्तु यहूदा के राजा ने अपने सेवकों को आज्ञा देकर उसे कूएं में से निकलवाया।
- अपने लोगों के विद्रोह और कष्टों के निमित्त संताप प्रकट करते हुए यिर्मयाह ने लिखा कि उसकी आंकें "आंसुओं का सोता" बन जाएं|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहूदा, भविष्यद्वक्ता, बलवा, दुख उठाना, कुआं)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 19:17 एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर दया की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाएं।
- 21:5 यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा, परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि वह एक नई वाचा बांधेगा परन्तु वह उस वाचा के समान नही होंगी जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी।
शब्द तथ्य:
यिशै
तथ्य:
यिशै राजा दाऊद का पिता और रूत एवं बोआज़ का पोता था।
- यिशै यहूदा के गोत्र का था।
- वह “एप्राती” था अर्थात एप्राता (बैतलहम) नगर का निवासी था।
- भविष्यद्वक्ता यशायाह ने एक “जड़” या “डाली” की भविष्यद्वाणी की थी, कि वह “यिशै की जड़” से फूट निकलेगी और फलवन्त होगी। यह यीशु के संदर्भ में था क्योंकि वह यिशै का वंशज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोअज, वंशज, यीशु, राजा, भविष्यद्वक्ता, रूत, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3448, G24210
यूनान, यूनानी
तथ्य:
नए नियम के युग में यूनान रोमी साम्राज्य का एक प्रान्त था।
- आज के यूनान के स्थान ही में वह यूनान भूमध्य-सागर, एजियन सागर और आयोनियन सागर के तटों पर एक प्रायद्वीप था।
- प्रेरित पौलुस यूनान के अनेक नगरों में गया था और वहां कलीसियाओं की स्थापना की, कुरिन्थ, थिस्सलुनीके, फिलिप्पी तथा अन्य।
- यूनान के नागरिक यूनानी कहलाते हैं और उनकी भाषा भी यूनानी ही कहलाती है। रोम के अन्य प्रान्तों के लोग भी यूनानी भाषा बोलते थे जिनमे यहूदी भी थे।
- कभी-कभी यूनानी शब्द अन्य जाति के लिए भी काम में लिया जाता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कुरिन्थ, अन्य-जाति, यूनानी, इब्रानी, फिलिप्पियों, थिस्सलोनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यूसुफ (नया नियम)
तथ्य:
यूसुफ यीशु का सांसारिक पिता था जिसने उसे पाल-पोस कर बड़ा किया। वह एक धर्मी पुरुष था जिसका पेशा लकड़ी का काम था।
- यूसुफ की मंगनी एक यहूदी स्त्री मरियम के साथ हुई थी जिसे परमेश्वर ने यीशु मसीह की माता होने के लिए चुन लिया था।
- स्वर्गदूत ने यूसुफ से कहा कि पवित्र-आत्मा ने अलौकिक कृत्य द्वारा मरियम को गर्भधारी किया है और मरियम का यह पुत्र परमेश्वर का पुत्र है।
- यीशु के जन्म के बाद एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को चिताया कि वह हेरोदेस से बचने के लिए बालक और मरियम को लेकर मिस्र देश चला जाए।
- यूसुफ अपने परिवार के साथ गलील क्षेत्र के नासरत नगर में रहता था और लकड़ी का काम करके जीविकोपार्जन करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मसीह, गलील, यीशु, नासरत, परमेश्वर का पुत्र, कुंवारी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 22:4 वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
- 23:1 मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
- 23:2 स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
- 23:3 यूसुफ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
- 23:4 अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
- 26:4 यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं है?”
शब्द तथ्य:
यूसुफ (पुराना नियम)
तथ्य:
यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। उसके दो पुत्रों,एप्रैम और मनश्शे के वंशज इस्राएल के दो गोत्र हुए|
#इब्रानी नाम यूसुफ़ उन दो इब्रानी शब्दों का सा है जिनका अर्थ, "जोड़ना, बढाना" और दूसरा, "एकत्र करना,ले जाना" होता है|
#उत्पत्ति के पुस्तक का एक बड़ा भाग युसूफ की कहानी का है कि वह कैसे अनेक कठिनाइयों में परमेश्वर का निष्ठावान रहा और उसने अपने भाइयों को भी क्षमा कर दिया जिन्होंने उसको मिस्र में दास होने के लिए बेच दिया था|
अंत में परमेश्वर ने यूसुफ़ को अधिकार में मिस्र का दूसरा सर्वोच्च अधिकारी बना दिया था और उसको मिस्र की प्रजा तथा परिवेश के जातियों को भोजन की कमी होने पर काम में लिया| यूसुफ़ ने अपने परिवार को भी भूखे मरने से बचाया और उनको लाकर अपने पास मिस्र में बसा दिया|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, एप्रैम, मनश्शे, याकूब, राहेल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 8:2 यूसुफ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे।
- 8:4 और व्यापारी यूसुफ को मिस्र ले गए।
- 8:5 यहाँ तक की बंदीगृह में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी।
- 8:7 परमेश्वर ने यूसुफ को योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा।
- 8:9 यूसुफ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा।
- __9:2__मिस्र वासी अब यूसुफ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3084, H3130, G2500, G2501
यूहन्ना (प्रेरित)
तथ्य:
यूहन्ना यीशु के बारह शिष्यों में से एक था और यीशु का घनिष्ठ मित्र था।
- यूहन्ना और उसका भाई याकूब एक मछुवारे, जब्दी के पुत्र थे।
- उसने यीशु के जीवन का सुसमाचार लिखा तो उसमें स्वयं के लिए लिखा, “वह चेला जिससे यीशु प्रेम रखता था।" इससे प्रकट होता है कि यूहन्ना यीशु का विशेष घनिष्ठ मित्र था।
- प्रेरित यूहन्ना ने पांच नए नियम की पुस्तके लिखीं: यूहन्ना का सुसमाचार, यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य, और विश्वासियों को लिखे तीन पत्र।
- ध्यान दें कि प्रेरित यूहन्ना, यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से भिन्न है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, प्रकट करना, याकूब (जब्दी का पुत्र), यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), जब्दी)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 36:1 एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला यूहन्ना वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\
- 44:1 एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\
- 44:6 पतरस और यूहन्ना लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \
- 44:7 दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और यूहन्ना को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और यूहन्ना से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\
- 44:9 जब उन्होंने पतरस और यूहन्ना का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्होंने पतरस और यूहन्ना को धमकाकर छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)
तथ्य:
यूहन्ना जकर्याह और एलिशिबा का पुत्र था। क्योंकि “यूहन्ना” एक सामान्य नाम था, वह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला कहलाया कि अन्य यूहन्नाओं से उसे अलग किया जाए जैसे प्रेरित यूहन्ना।
- यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता था जिसे परमेश्वर ने भेजा कि मनुष्यों को मसीह के लिए और मसीह के अनुसरण के लिए तैयार करे।
- यूहन्ना ने लोगों से कहा कि वे अपने पापों को मानकर परमेश्वर की ओर फिरें और पाप करना छोड़ दें जिससे कि वे मसीह को ग्रहण करने के लिए तैयार हो जाएं।
- यूहन्ना पानी में बपतिस्मा देता था जो इस बात का प्रतीक था कि वे अपने पापों का पछतावा करते हैं और पापों से विमुख होते हैं।
- यूहन्ना को बपतिस्मा देनेवाला कहा गया है क्योंकि उसने बहुत लोगों को बप्तिस्मा दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बपतिस्मा देना, जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- __22:2__स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनेगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना। वह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा, और लोगों का मन मसीह की ओर फेरेगा।
- __22:7__तब इलीशिबा के प्रसव का समय पूरा हुआ, और उसने पुत्र को जन्म दिया, जकर्याह और इलीशिबा ने उस पुत्र का नाम यूहन्ना रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने उनसे कहा था।
- 24:1 यूहन्ना, जो जकर्याह और इलीशिबा का पुत्र था, वह बड़ा होकर एक नबी बन गया। वह जंगल में रहता था, और ऊँट के रोम का वस्त्र पहनता था और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्द बाँधे रहता था तथा टिड्डियाँ और वनमधु खाया करता था।
- 24:2 बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर निकल आए। यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 24:6 अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया। जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।”
शब्द तथ्य:
यूहन्ना मरकुस
तथ्य:
यूहन्ना मरकुस जो “मरकुस” के नाम से भी जाना जाता है, पौलुस के साथ उसकी प्रचार यात्रा में गया था। अति-संभव है कि मरकुस रचित सुसमाचार का लेखक वही था।
- यूहन्ना मरकुस अपने भाई बरनबास और पौलुस के साथ प्रथम प्रचार यात्रा में गया था।
- जब पतरस को यरूशलेम के बन्दीगृह में डाला गया था तब वहां के विश्वासी यूहन्ना मरकुस की माता के घर में एकत्र होकर उसके लिए प्रार्थना कर रहे थे।
- मरकुस वास्तव में प्रेरित नहीं था परन्तु पौलुस और पतरस की शिक्षाओं में रहकर उनके साथ प्रचार करता था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hin /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: बरनबास, पौलुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
येपेत
तथ्य:
येपेत नूह के तीन पुत्रों में से एक था।
- संपूर्ण पृथ्वी पर जब जल प्रलय आया था तब येपेत और उसके दो भाई नूह के साथ जहाज में थे, उनकी पत्नियां भी उनके साथ थी।
- नूह के पुत्र क्रमवार उल्लेखित किए गए हैं, “शेम, हाम, येपेत।” इससे समझ में आता है कि येपेत सबसे छोटा पुत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज, जल-प्रलय, हाम, नूह, शेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
येहू
तथ्य:
येहू नामक दो पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- हानानी का पुत्र येहू एक भविष्यद्वक्ता था जिस समय इस्राएल में राजा आहाब था और यहूदा में राजा यहोशापात था।
- यहोशापात का पुत्र (या वंशज) येहू इस्राएली सेना का प्रधान था जिसे एलीशा के आदेशानुसार राजा बनाया गया था।
- राजा येहू ने दो बुरे राजाओं को मार डाला, इस्राएल के राजा योराम और यहूदा के राजा अहज्याह।
- येहू ने भूतपूर्व राजा आहाब के सब परिजनों की भी हत्या कर दी थी। और दुष्ट स्त्री ईजेबेल की भी हत्या करवा दी थी।
- येहू ने सामरिया बाल के सब प्रजा स्थल नष्ट करवा दिए थे तथा बाल के सब पुजारियों को मरवा दिया था।
- राजा येहू ने एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा की उपासना की और इस्राएल पर 28 वर्ष राज किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, अहज्याह, बाल, एलीशा, यहोशापात, येहू, ईजेबेल, योराम, यहूदा, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योआब
परिभाषा:
दाऊद राज संपूर्ण राज्यकाल में योआब का एक महत्त्वूपर्ण सेना नायक था।
- दाऊद के राजा बनने से पूर्व वह उसके विश्वासयोग्य अनुयायियों में था।
- राजा दाऊद के सिंहासन पर बैठने के बाद वह राजा दाऊद की सेना का प्रधान हो गया था।
- योआब दाऊद का भांजा भी था क्योंकि उसकी माता दाऊद की बहनों में से एक थी।
- जब अबशालोम ने राज्य पाने के लिए दाऊद से विद्रोह किया था तब योआब ही ने उसकी हत्या की थी।
- योआब एक उग्र योद्धा था जिसने इस्राएल के अनेक बैरियों का नाश किया था।
(यह भी देखें: अबशालोम, दाऊद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योआश
तथ्य:
योआश नामक अनेक पुरुष बाइबल में हुए हैं।
- एक योआश इस्राएल के रक्षक गिदोन का पिता था।
- एक और योआश याकूब के सबसे छोटे पुत्र बिन्यामीन का वंशज था।
- सर्वाधिक प्रसिद्ध योआश यहूदा का राजा था जिसने सात वर्ष की आयु में राजा का दायित्व संभाला था। वह अहज्याह का पुत्र था, यहूदा का राजा जिसकी हत्या कर दी गई थी।
- योआश जब बालक ही था तब उसकी बुआ ने उसे छिपा कर बचा लिया था, जब तक कि वह मुकुट धारण करने योग्य न हो।
- योआश एक अच्छा राजा था और आरंभ में परमेश्वर का आज्ञाकारी था। परन्तु उसने मूर्ति-पूजा के ऊंचे स्थान नष्ट नहीं किए थे जिसके परिणाम-स्वरूप इस्राएलियों ने पुनः मूर्ति-पूजा आरंभ कर दी थी।
- योआश जब यहूदा पर राज कर रहा था तब कुछ वर्ष इस्राएल पर यहोआश का राज्य था। ये दोनों अलग-अलग राजाओं के नाम है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहज्याह, वेदी, बिन्यामीन, झूठे देवता, गिदोन, ऊंचे स्थान, मूरत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योएल
तथ्य:
योएल एक भविष्यद्वक्ता था, वह यहूदा के राजा योआश के राज्यकाल में सेवा कर रहा था। योएल नाम अनेक अन्य पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- योएल की पुस्तक पुराने नियम के अन्तिम भाग में बारह छोटे भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में से एक है।
- हमें योएल की व्यक्तिगत जानकारी में केवल इतना ही ज्ञात है कि उसके पिता का नाम पतूएल था।
- पिन्तेकुस्त के दिन अपने भाषण में प्रेरित पतरस ने योएल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: योआश, यहूदा, पिन्तेकुस्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योताम
परिभाषा:
पुराने नियम में योताम नाम के तीन पुरुष हुए हैं।
- एक योताम गिदोन का सबसे छोटा पुत्र था। योताम ने अपने बड़े भाई अबीमेलेक को पराजित करने में सहायता की जिसने अपने अन्य सभी भाइयों को मार डाला था।
- यहूदा के राजा का नाम भी योताम था, उसने अपने पिता उज्जिय्याह(अजर्याह) के मरणोपरान्त सोलह वर्ष राज किया था।
- अपने पिता के समान योताम भी परमेश्वर का आज्ञाकारी था और एक अच्छा राजा हुआ था।
- तथापि उसने मूर्तियों के स्थानों को नष्ट नहीं किया था जिसका परिणाम यह हुआ कि बाद में यहूदावासी फिर मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
- यीशु की वंशावली में भी एक योतान है, मत्ती रचित सुसमाचार में।
(यह भी देखें: अबीमेलेक, आहाज, गिदोन, उज्जियाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योना
परिभाषा:
योना पुराने नियम का एक इब्रानी भविष्यद्वक्ता था।
- योना की पुस्तक में योना की कहानी है कि उसे परमेश्वर ने नीनवे के लोगों में सन्देश सुनाने भेजा था।
- योना नीनवे जाने की अपेक्षा किसी और तर्शीश देश को जानेवाले जहाज में चढ़ गया था।
- परमेश्वर ने उस जहाज को एक भयानक आंधी से घेर लिया था।
- उसने जहाज के कर्मचारियों से कहा कि वह परमेश्वर से दूर भाग रहा है, और उनको सुझाव दिया कि वे उसे समुद्र में फेंक दें। जब उन्होंने ऐसा किया तब तूफान थम गया।
- योना को समुद्र में एक बहुत बड़ी मछली ने निगल लिया, वह उस मछली के पेट में तीन दिन तीन रात रहा।
- मछली ने जब योना को उगल दिया तब उसने जाकर नीनवे में परमेश्वर का सन्देश सुनाया, परिणामस्वरूप नीनवे वासियों ने उग्रवाद का त्याग करके पापों का पश्चाताप किया।
- योना नीनवे को नष्ट न करने के लिए परमेश्वर पर क्रोधित हो गया, और परमेश्वर ने योना को करुणा का सबक सिखाने के लिए एक पौधे और कीड़े का इस्तेमाल किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आज्ञा न मानना, नीनवे, फिरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3124, G24950
योनातान
तथ्य:
पुराने नियम में लगभग दस पुरुषों का नाम योनातान हुआ है। इस नाम का अर्थ है, “यहोवा ने दिया है”।
- बाइबल में सबसे अधिक परिचित नाम योनातान, दाऊद के मित्र, कहा है। * योनातान शाऊल का बड़ा पुत्र था।
- पुराने नियम के अन्य योनातान हैं, मूसा का वंशज राजा दाऊद का भतीजा, अनेक याजक, एब्यातार का पुत्र भी और पुराने नियम का एक शास्त्री जिसके घर में यिर्मयाह को बन्दी बनाकर रखा गया था।
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: एब्यातार, दाऊद, मूसा, यिर्मयाह, याजक, शाऊल (पुराना नियम), शास्त्री)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योराम
तथ्य:
योराम, जो अहाब का पुत्र, इस्राएल का राजा था। वह यहोराम के नाम से भी जाना जाता है।
- राजा योराम उसी समय इस्राएल पर राज कर रहा था जब यहूदा में भी यहोराम नामक राजा राज्य कर रहा था।
- योराम एक दुष्ट राजा था जिसने स्वयं तो मूर्तिपूजा की और इस्राएल का पाप करने के कारण बना।
- इस्राएल के राजा योराम ने एलिय्याह और ओबद्याह के भविष्यवक्ताओं के समय में राज्य किया।
- योराम नाम का एक और व्यक्ति था जो हमात के राजा तू का पुत्र और राजा दाऊद के राज्यकाल में।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, दाऊद, एलिय्याह, हाम, यहोराम, इस्राएल का राज्य, यहूदा, ओबद्याह, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3088, H3141, G2496
योशिय्याह
तथ्य:
योशिय्याह एक ईश्वर भक्त राजा था जिसने 31 वर्ष यहूदा पर राज किया था। उसने यहूदावासियों को मन फिराकर यहोवा की आराधना करने के लिए अगुवाई किया था।
- उसके पिता आमोन की हत्या के बाद योशिय्याह, उसके पुत्र ने आठ वर्ष की आयु में राजा का दायित्व संभाला।
- अपने राज्यकाल के अठारहवें वर्ष राजा योशिय्याह ने महायाजक हिलकिय्याह को आदेश दिया कि यहोवा के मन्दिर का पुनरुद्धार किया जाए। मन्दिर के पुनरुद्धार कार्य के समय व्यवस्था की पुस्तक मिली थी।
- जब व्यवस्था की पुस्तक योशिय्याह को पढ़कर सुनाई गई तब उसे बोध हुआ कि उसकी प्रजा परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं कर रही थी, इससे उसे बहुत दुःख हुआ। उसने आज्ञा दी कि मूर्ति-पूजा के सब स्थल नष्ट कर दिए जाएं और उनके पुजारियों को मार डाला जाए।
- उसने प्रजा को आज्ञा दी कि फसह के पर्व का उत्सव मनाना आरंभ किया जाए।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मूरत, यहूदा, व्यवस्था, फसह, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रब्बा
परिभाषा:
रब्बा अम्मोनियों का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण नगर था।
- अम्मोनियों के साथ युद्ध करते समय इस्राएली अधिकतर रब्बा नगर पर आक्रमण करते थे।
- इस्राएल के राजा दाऊद ने अपने अन्तिम युद्ध अभियान में रब्बा नगर को जीत लिया था।
- आज का अम्मान जॉर्डन वहाँ स्थित है जहाँ प्राचीन रब्बा नगर हुआ करता था।
(यह भी देखें: अम्मोन, दाऊद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रहूबियाम
तथ्य:
रहूबियाम राजा सुलैमान के पुत्रों में से एक था, और सुलैमान के मरने के बाद वह इस्राएल देश का राजा बना।
- अपने शासन की शुरुआत में, रहूबियाम अपने लोगों के साथ कठोर था, इसलिए इस्राएल के दस गोत्रों ने उसके खिलाफ विद्रोह किया और उत्तर में "इस्राएल का राज्य" बनाया।
- रहूबियाम यहूदा के दक्षिणी राज्य के राजा के रूप में बना रहा, जिसमें शेष दो गोत्र, यहूदा और बिन्यामीन शामिल थे।
- रहूबियाम एक दुष्ट राजा था जो यहोवा की बात नहीं मानता था, परन्तु झूठे देवताओं की उपासना करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल राज्य, यहूदा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 18:05__ सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र रहूबियाम उसके स्थान पर राजा हुआ | रहूबियाम एक मुर्ख मनुष्य था |
- 18:06__ रहूबियाम ने मूर्खता से उत्तर दिया, और उन से कहा, “तुम ने सोचा, कि मेरे पिता सुलैमान ने तुम से कठिन परिश्रम कराया है, परन्तु मैं तुम से उस से अधिक परिश्रम करवाऊंगा, और उस से भी अधिक कठोर दण्ड दूंगा।”
- 18:07 इस्राएल राष्ट्र के दस गोत्रों ने रहूबियाम के विरुद्ध विद्रोह किया। केवल दो जनजातियाँ उसके प्रति वफादार रहीं।
शब्द तथ्य:
रामा
तथ्य:
रामा यरूशलेम से आठ कि.मी. दूर एक प्राचीन इस्राएली नगर था। यह नगर उस क्षत्र में था जहां बिन्यामीन गोत्र के लोग रहते थे।
- रामा में राहेल की मृत्यु हुई थी जब उसने बिन्यामीन को जन्म दिया था।
- बेबीलोन की सेना इस्राएलियों को बन्दी बना कर ले जा रही थी तब वे बेबीलोन पहुंचने से पूर्व रामा लाए गए थे।
- शमूएल के माता पिता का घर भी रामा में था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रामोत
तथ्य:
रामोत यरदन नदी के निकट गिलाद के पहाड़ों में एक महत्वपूर्ण नगर था। उसे रामोत गिलाद भी कहते थे।
- रामोत इस्राएली गोत्र गाद के क्षेत्र में था और वह शरण नगर था।
- इस्राएल के राजा आहाब और यहूदा के राजा यहोशापात ने रामोत में अराम से युद्ध किया था। उस युद्ध में आहाब मारा गया था।
- कुछ समय बाद राजा अहज्याह और राजा योराम ने अराम के राजा से वह नगर पुनः प्राप्त करने का प्रयास किया था।
- रामोत गिलाद नगर ही में येहू को इस्राएल का राजा होने के लिए अभिषेक किया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, अहज्याह, अराम, गाद, यहोशापात, येहू, योराम , यरदन नदी, यहूदा, शरण)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7216, H7418, H7433
राहाब
तथ्य:
राहाब यरीहो वासी स्त्री थी जब इस्राएल ने यरीहो पर आक्रमण किया था। वह एक वैश्या थी।
- आक्रमण करने से पूर्व इस्राएल के दो भेदिये यरीहो में गए थे, उन्हें बचाने के लिए राहाब ने उन्हें छिपा लिया था। पुनः छावनी पहुंचने में उसने उनकी सहायता की थी।
- राहाब यहोवा की विश्वासिनी हो गई थी।
- राहाब और उसका परिवार यरीहो विनाश के समय छोड़ दिया गया था और वे सदैव इस्राएलियों के साथ रहने आए।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, यरीहो , वैश्या)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 15:1 उस शहर में राहाब नामक एक वेश्या रहती थी, उसने उन दोनों भेदियों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी सहायता की क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करती थी। उन्होंने शपथ खाई कि इस्राएली जब यरीहो को नष्ट करेंगे तब राहाब और उसके परिवार की वे रक्षा करेंगे।
- __15:5__तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। उन्होंने केवल राहाब और उसके परिवार को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राएलियों का ही भाग बन गए थे।
शब्द तथ्य:
राहेल
तथ्य:
राहेल याकूब की पत्नियों में से एक थी। राहेल यूसुफ और बिन्यामीन की माता थी, ये दोनों इस्राएल के दो गोत्र हुए।
- राहेल और उसकी बहन लिआ: याकूब के मामा लाबान की पुत्रियां थी।
- वर्षों तक राहेल को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई थी। तब परमेश्वर ने उसे योग्य बनाया और उसने यूसुफ को जन्म दिया।
- वर्षों बाद जब राहेल ने बिन्यामीन को जन्म दिया तब उसकी मृत्यु हो गई और याकूब ने उसे बैतलहम के पास दफन किया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, याकूब, लाबान, लिआ:, यूसुफ (पुराना नियम), इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रिबका
तथ्य:
रिबका अब्राहम के भाई नाहोर की पोती थी।
- परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
- रिबका अरामनहरैम के उस प्रदेश को छोड़कर जहाँ वह रहती थी अब्राहम के सेवक के साथ दक्खिन देश में गई जहाँ इसहाक रहता था।
- लंबे समय तक रिबका के कोई संतान नहीं हुई, लेकिन आखिरकार परमेश्वर ने उसे जुड़वा लड़कों, एसाव और याकूब के साथ आशीर्वाद दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , अराम, एसाव, इसहाक, याकूब, नाहोर, नेगेब)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 06:02 एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने रिबका को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
- 06:06 परमेश्वर ने रिबका से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
- 07:01 फिर वे लड़के बढ़ने लगे, रिबका याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
- 07:03 इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
- __07:06__परन्तु रिबका को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
शब्द तथ्य:
रिम्मोन
तथ्य:
रिम्मोन बाइबल में एक पुरुष का और अनेक स्थानों का नाम था। एक झूठे देवता का भी यही नाम था।
- रिम्मोन नगर एक पुरुष बिन्यामीनी था जो जबूलून कीरोत नगर का निवासी था। इस पुरुष ने योनातान के विकलांग पुत्र ईशबोशेत की हत्या की थी।
- रिम्मोन यहूदा के दक्षिणी क्षेत्र में बिन्यामीन के क्षेत्र में एक नगर था।
- रिम्मोन की चट्टान” एक सुरक्षा का स्थान था जहाँ बिन्यामीनी युद्ध में मारे जाने से बचकर छिपे थे।
- यहूदा के जंगल में “रिम्मोन परेज” एक अज्ञात स्थान था।
- सीरिया के सेना नायक नामान ने रिम्मोन देवता का उल्लेख किया है जहाँ सीरिया के राजा उपासना करते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बिन्यामीन, यहूदिया, नामान, सीरिया, जबूलून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रूत
तथ्य:
रूत एक मोआबी स्त्री थी, जो इस्राएल में न्यायियों के युग में थी। उसने एक इस्राएली से विवाह मोआब में किया था, जब वह अकाल के कारण अपने परिवार के साथ वहां चले गए थे जब न्यायधीश इस्राएल में थे। रूत के पति की मृत्यु हो गई, कुछ समय पश्चात उसकी सास, नाओमी अपने अधिवास बैतलहम लौट रही थी तो उसने भी अपनी सास के साथ जाने का निर्णय लिया।
रूत नाओमी की निष्ठावान रही और उसके लिए भोजन व्यवस्था करती रही।
वह इस्राएल के एकमात्र सच्चे परमेश्वर की सेवा में समर्पित हो गई थी।
रूत का विवाह एक इस्राएली पुरुष बोआज़ के साथ हो गया था, उसका पुत्र यीशु के पूर्वज राजा दाऊद का दादा था। क्योंकि राजा दाऊद यीशु मसीह का पूर्वज था इसलिए रूत भी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बैतलहम, बोआज़, दाऊद, न्याय)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रूबेन
तथ्य:
रूबेन याकूब का पहिलौठा था। उसकी माता का नाम लिआ था।
- यूसुफ के भाई जब उसकी हत्या करना चाहते थे तब रूबेन ने उसे गड्ढे में डलवा कर उसकी जान बचाई थी।
- रूबेन बाद में यूसुफ को गड्ढे से निकालने आया, परन्तु उसके अन्य भाइयों ने उसे वहां से जानेवाले व्यापारियों के हाथ दास होने के लिए बेच दिया था।
- रूबेन के वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक बने थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यूसुफ (पुराना नियम), लिआ:, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7205, H7206, G4502
रोम, रोमी
तथ्यों:
नये नियम के युग में रोम नगर रोमी साम्राज्य की राजधानी था। आज वह इटली देश की राजधानी है।
- रोम साम्राज्य भूमध्य-सागर के संपूर्ण क्षेत्र, इस्राएल पर भी राज कर रहा था।
- “रोमी” शब्द उन सब क्षेत्रों के संदर्भ में है जिन पर रोमी सरकार की सत्ता थी जिनमें रोमी नागरिक और रोमी अधिकारी भी थे।
- प्रेरित पौलुस को बन्दी बनाकर रोम ले जाया गया था क्योंकि वह यीशु का शुभ सन्देश सुनाता था।
- नए नियम की पुस्तक "रोमियों की पत्री" पौलुस द्वारा रोम के मसीही विश्वासियों को लिखा पत्र है।
(यह भी देखें: शुभ सन्देश, समुद्र, पिलातुस, पौलुस)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 23:4 जब मरियम के जनने के दिन पूरे हुए, रोमी सरकार ने आज्ञा दी कि सब लोग नाम लिखवाने के लिए अपने अपने नगर को जाए |
- 32:6 तब यीशु ने उस दुष्टात्मा से पूछा “तेरा क्या नाम है?” उसने उसे कहा “मेरा नाम सेना है: क्योंकि हम बहुत है |” ("सेना" रोमी सेना में 6000 सैनिकों का दल होता है |)
- 39:9 अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमी राज्यपाल था,इस आशा से कि वह मार डाला जाए।
- 39:12 रोमी सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर उसके सिर पर काँटों का मुकुट रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया,देखो! “यहूदियों का राजा" |
शब्द तथ्य:
लबानोन
तथ्य:
लबानोन एक अति सुंदर पर्वतीय प्रदेश है जो इस्राएल के उत्तर में भूमध्यसागर के तट पर है। बाइबल के युग में यह स्थान सनोवर के देवदारू और सरू के वृक्षों से घिरा हुआ था।
- सुलैमान ने लबानोन में श्रमिक भेजे थे कि परमेश्वर के मन्दिर के निर्माण हेतु पेड़ काट कर लाएं।
- प्राचीन लबानोन में फिनिके वासी रहते थे जो पानी के जहाज बनाने में कुशल कारीगर थे, ये जहाज समुद्र में सफल व्यापार के लिए काम में लिए जाते थे।
- सूर और सैदा नगर लबानोन ही में थे। इन्हीं नगरों में बहुमूल्य बैंजनी रंग सबसे पहले काम में लिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: देवदारू, सरू, सनोवर, फिनिके)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लाजर
तथ्य:
लाजर और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु बैतनिय्याह में उनके के घर में प्रायः ठहरा करता था।
- लाजर इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था।
- यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाजर दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे।
- यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाजर” था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: विनती, यहूदी अगुवे, मार्था, मरियम, खड़ा करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 37:1 एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि लाजर बहुत बीमार है। लाजर और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु को बहुत प्रिय थे।
- 37:2 यीशु ने कहा, “हमारा मित्र लाजर सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।”
- 37:3 यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे स्पष्ट कह दिया, “ लाजर मर गया है”
- __37:4__जब यीशु लाज़र के गृहनगर पहुँचा, तो लाजर को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे।
- 37:6 यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?”
- 37:9 यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे लाजर निकल आ।”
- 37:10 लाजर बाहर निकल आया। वह अभी भी कफन में लिपटा हुआ था।
- __37:11__परन्तु यहूदियों के धर्म गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने यीशु और लाजर को मार डालने के लिए आपस में योजना बनाना आरम्भ किया।
शब्द तथ्य:
लाबान
तथ्य:
पुराने नियम में लाबान याकूब का मामा और ससुर दोनों था।
- याकूब पद्दनराम में लाबान के घर में रहा था और उसकी पुत्रियों से विवाह करने की शर्त में उसकी भेड़ बकरियों को संभालता था।
- याकूब लाबान की पुत्री राहेल से विवाह करना चाहता था।
- लाबान ने धोखे से अपनी बड़ी पुत्री राहेल की बहन लिआ: से उसका विवाह कर दिया।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, नाहोर, लिआ:, राहेल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लिआ:
तथ्य:
लिआ: याकूब की पत्नियों में से एक थी। वह याकूब के छह बेटों में से एक थी: रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, और ज़ेबुलुन। वह दीना की माँ भी थी।
- लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
- याकूब लिआः से उतना प्रेम नहीं करता था जितना वह राहेल से प्रेम करता था। परन्तु परमेश्वर ने लिआ: को अधिक सन्तान देकर आशिषत किया था।
- लिआ: के पुत्रों में से एक यहूदा, राजा दाऊद और यीशु का पूर्वज था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याकूब, यहूदा, लाबान, राहेल, रिबका, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लिव्यातान
तथ्य:
लिव्यातान एक विशाल विलुप्त प्राणी जिसकी चर्चा पुराने नियम के अय्यूब की पुस्तक, भजन संहिता और यशायाह में है।
- लिव्यातान का वर्णन एक विशाल सर्प जैसे प्राणी के रूप में किया गया है जो अत्यधिक शक्तिशाली एवं भयानक है और अपने चारों ओर के पानी को उबाल देता है। इसका वर्णन डायनेसोर के जैसा है।
- यशायाह भविष्यद्वक्ता लिव्यातान को “रेंगनेवाला सर्प” कहता है।
- अय्यूब लिव्यातान की चर्चा देखते हुए करता है जिसका अर्थ है कि यह प्राणी उसके समय में जीवित था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यशायाह, अय्यूब, सर्प)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लुस्त्रा
तथ्य:
लुस्त्रा प्राचीन एशिया माइनर में एक नगर था जहां पौलुस ने अपने प्रचार यात्रा के दौरान दौरा किया था। वह लुकाउनिया क्षेत्र में था जो आज के तुर्किस्तान का भाग है।
- पौलुस और उसके साथी इकुनियुम में यहूदियों की धमकी के कारण दिरबे और लुस्त्रा चले गए थे।
- लुस्त्रा में पौलुस की भेंट तीमुथियुस से हुई थी, तीमुथियुस पौलुस का साथी प्रचारक और कलीसिया का संस्थापक हुआ।
- लुस्त्रा में एक लंगड़े मनुष्य को स्वास्थ्य प्रदान करने के कारण वहां के लोगों ने पौलुस और बरनबास की पूजा करने का प्रबन्ध किया वे उन्हें देवता समझने लगे थे परन्तु पौलुस ने उन्हें झिड़क कर ऐसा अनर्थ करने से रोका।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: सुसमाचार प्रचारक, इकुनियुम, तीमुथियुस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लूका
तथ्य:
लूका नये नियम की दो पुस्तकों का लेखक था, लूका रचित सुसमाचार और प्रेरितों के काम की पुस्तक।
- कुलुस्से की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस लूका को वैद्य कहता है। पौलुस अपने दो अन्य पत्रों में भी लूका का नाम लेता है।
- ऐसा माना जाता है कि मसीह का अनुयायी बनने से पूर्व लूका एक यूनानी और अन्यजाति मनुष्य था। अपने सुसमाचार वृत्तान्त में लूका अनेक ऐसी बातों का उल्लेख करता है जिसके द्वारा यीशु का प्रेम सबके लिए, यहूदी और अन्यजाति दोनों के लिए प्रकट होता है।
- लूका पौलुस के साथ दो प्रचार यात्राओं में गया था और उसके कार्यों में उसकी सहायता की थी।
- कुछ आरंभिक कलीसियाई लेखों से जानकारी मिलती है कि लूका सीरिया के अन्ताकिया में जन्मा था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, पौलुस, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: G3065
लूत
तथ्य:
लूत अब्राहम का भतीजा था।
- वह अब्राहम के भाई हारान का पुत्र था।
- लूत अब्राहम के साथ कनान आया था और सदोम नगर में बस गया।
- लूत मोआबियों और अम्मोनियों का मूल पुरुष था।
- जब बैरियों ने सदोम पर आक्रमण करके वहां के निवासियों में लूत को भी बन्दी बना लिया था तब अब्राहम अपने सैंकड़ों पुरुषों को लेकर गया और उन सब को तथा सम्पूर्ण लूट को छुड़ा लाया था।
- सदोम के निवासी दुष्टता की सीमा पार कर गए थे इसलिए परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया। परन्तु उसने लूत और उसके परिवार को पहले बाहर निकाला कि वे बच जाएं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , अम्मोन, हारान, मोआब, सदोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3876, G30910
लेमेक
तथ्य:
लेमेक नामक दो पुरुष पुराने नियम में हैं।
- पहला लेमेक केन का वंशज था। उसने अपनी पत्नियों से बड़े घमण्ड से कहा कि उसने हानि करने वाले एक पुरुष की हत्या कर दी है।
- दूसरा लेमेक शेत का वंशज था। वह नूह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, नूह, शेत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3929, G29840
लेवी, लेवीय, लेवियों
परिभाषा:
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में तीसरा था। उसके वंशज इस्राएल का एक गोत्र हुए।
उसके वंशजों को "लेवी का गोत्र" या "लेविय" कहा गया|
लेवी नाम इब्रानी के उस शब्द के समरूप है जिसका अर्थ है, "से जुड़ना"|
अन्य गोत्रों के सदृश्य लेवी गोत्र को कनान में अपना ही एक सम्पूर्ण भाग नहीं मिला था| उनको विभिन्न गोत्रों में यहाँ-वहाँ नगर दी गए थे
लेवी मिलाप वाले तम्बू (उत्तरकाल में मंदिर) की देखभाल और धार्मिक अनुष्ठानों को करने के उत्तरदायी थे जिसमें बली चढ़ाना तथा लोगों के लिए प्रार्थना करना भी था।
*पुराने नियम में सर्वदा स्पष्ट नहीं है कि "लेवीय" शब्द सामान्य रूप से लेवी के वंशज के लिए काम में लिया गया है या विशिष्ट रूप से उस व्यक्ति के लिए जो याजकों के सहयोग में मंदिर में सेवारत था|
*पुराने नियम की व्यवस्था निर्दिष्ट था कि याजकों को लेवी के गोत्र से ही चुना जाना था| लेवीय याजक पृथक किए गए थे और मंदिर में परमेश्वर की विशिष्ट सेवा निमित्त उनका अभिषेक किया गया था|
लेवी नामक दो पुरुष यीशू के पूर्वजों में थे जिनके नाम लूका रचित सुसमाचार में दी गई वंशावली में हैं।
यीशु का शिष्य मत्ती भी लेवी था।
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, याजक, बलि, मन्दिर, याकूब, लिआ, मत्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3878, H3879, H3881, G3017, G3018, G3019, G3020
वशती
तथ्य:
पुराने नियम में एस्तेर की पुस्तक में वशती राजा क्षयर्ष की रानी थी।
- रानी वशती ने राजा क्षयर्ष के भोज में उपस्थित होकर राजा के मतवाले अतिथियों को अपनी सुंदरता दिखाने की उसकी आज्ञा टाल दी थी, अतः राजा ने उसे त्याग दिया था।
- अब नई रानी के लिए कन्याओं का चयन किया गया और अन्त में एस्तेर रानी बनी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: क्षयर्ष, एस्तेर, फारस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शमूएल
तथ्य:
शमूएल एक भविष्यद्वक्ता था और इस्राएल का अन्तिम न्यायी था। उसने शाऊल और उसके बाद दाऊद दोनों को इस्राएल का राजा होने के लिए अभिषेक किया था।
- शमूएल रामा नगर में एल्काना और हन्ना से उत्पन्न हुआ था।
- हन्ना बांझ थी, उसने परमेश्वर से रो-रोकर प्रार्थना की कि उसे पुत्र दे। उसकी प्रार्थना सुन कर परमेश्वर ने उसे शमूएल दिया।
- हन्ना ने प्रतिज्ञा की थी कि, यदि परमेश्वर उसे पुत्र देगा तो वह उसे यहोवा की सेवा में अर्पित कर देगी।
- जब शमूएल बालक ही था, तब हन्ना ने उस याजक एली के पास दे दिया और परमेश्वर से की गई अपनी प्रतिज्ञा पूरी की।
- परमेश्वर ने शमूएल को अपना एक महान भविष्यद्वक्ता बनाया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हन्ना, न्यायी, भविष्यद्वक्ता, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शमौन
तथ्य:
शमौन याकूब का दूसरा पुत्र था| वह लीआ: का दूसरा पुत्र था| उसके वंशज इस्राएल के गोत्रों में से एक हुए थे।
उसके वंशजों का गोत्र "शमौन का गोत्र" कहलाया|
शमौन नाम उस इब्रानी शब्द के सदृश्य है जिसका अनुवाद, "सुनना है|"
शमौन के गोत्र ने प्रतिज्ञा के देश कनान में दूरस्थ दक्षिणी क्षेत्र प्राप्त किया था| उसका भूभाग पूर्णतः यहूदा के भूभाग से घिरा हुआ था| जब भूभाग के नाम से जाना जाता है तब "शमौन" शब्द शमौन के गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है।
जब यूसुफ और मरियम यीशु को यरूशलेम के मन्दिर में समर्पित करने लाए थे तब शिमोन नामक एक वृद्ध पुरुष ने मसीह के दर्शन पाने हेतु यहोवा की स्तुति की थी।
शमौन नामक एक और पुरुष लूका द्वारा दी गई यीशु की वंशावली में एक था|
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल के बारह गोत्र, याकूब, लीआ:)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8095, H8099, G48260
शमौन कनानी
तथ्यों:
शमौन कनानी यीशु के बारह चेलों में से एक था।
- इस शमौन का नाम यीशु के शिष्यों में तीन बार आया है परन्तु इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
- यह शमौन भी यीशु के स्वर्गारोहण के बाद ग्यारह शिष्यों में था जब वे यरूशलेम में प्रार्थना कर रहे थे ।
- जेलोतेस का अर्थ यह हो सकता है कि वह उस धार्मिक “जेलोतेस” संप्रदाय का था जो मूसा की व्यवस्था के पालन में और रोम विरोधी स्वभाव के कट्टर थे।
- या “जेलोतेस” का अर्थ मात्र “जोशीला” हो सकता है जो संभवतः उसके धर्मिक जोश के कारण हो।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: प्रेरित, चेला, बारहों)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G22080, G25810, G46130
शाऊल (पुराना नियम)
तथ्य:
शाऊल एक इस्राएली था जिसे परमेश्वर ने चुनकर इस्राएल का प्रथम राजा बनाया था।
- शाऊल लम्बा, सुन्दर और शक्तिशाली योद्धा था। वह उस प्रकार का व्यक्ति था जिसे इस्राएली अपना राजा बनाना चाहते थे।
- हालाँकि शाऊल ने पहले परमेश्वर की सेवा की, बाद में वह घमंडी हो गया और उसने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी। परिणामस्वरूप, परमेश्वर ने दाऊद को राजा के रूप में शाऊल की जगह लेने के लिए नियुक्त किया और शाऊल को युद्ध में मारे जाने की अनुमति दी।
- नए नियम में, शाऊल नाम का एक यहूदी था जिसे पौलुस के नाम से भी जाना जाता था और जो यीशु मसीह का प्रेरित बन गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: राजा)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 17:1 शाऊल इस्राएल का पहला राजा था। जैसा कि लोग चाहते थे, वह लम्बा और सुन्दर था। शाऊल इस्राएल पर शासन करने के पहले कुछ वर्षों के लिए एक अच्छा राजा था। लेकिन फिर वह एक दुष्ट व्यक्ति बन गया जिसने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा होगा।
- 17:04 शाऊल दाऊद के प्रति लोगों के प्रेम से जलने लगा। शाऊल ने उसे मारने की कई बार कोशिश की, इसलिए दाऊद शाऊल से छिप गया।
- 17:05 अंततः शाऊल युद्ध में मारा गया, और दाऊद इस्राएल का राजा बन गया |
शब्द तथ्य:
शारोन, शारोन का मैदान
तथ्यों:
शारोन पर्वत कर्मेल के दक्षिण में भूमध्य सागर के तट पर एक समतल उपजाऊ भू भाग था। इसे “शारोना का मैदान” भी कहते हैं
- बाइबल में वर्णित अनेक नगर यहाँ स्थित थे, याफा, लुद्दा तथा कैसरिया।
- इसका अनुवाद “शारोन का मैदान” या “शारोन नामक समतल भूभाग” किया जा सकता है।
- शारोन के निवासियों को शारोनवासी कहते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैसरिया, कर्मेल, याफा, समुद्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिनार
तथ्यों::
“शिनार” अर्थात दो नदियों का देश, यह स्थान दक्षिणी मिसोपोपामिया में था।
बाद में शिनार का नाम कसदी तदोपरान्त बेबीलोन हुआ।
बाबेल में रहनेवाले प्राचीन मनुष्यों ने एक ऊंचा मीनार बनाने का प्रयास किया था कि अपने को महान बनाएं।
पीढ़ियों बाद यहूदी पितर अब्राहम इसी क्षेत्र के ऊर नगर में रहता था, उस समय इस स्थान का नाम “कसदी” था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , बाबेल, बेबीलोन, कसदी, मिसोपोतामिया, पित्र, ऊर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिमशोन
तथ्य:
शिमशोन न्यायियों में से एक था, और इस्राएल का मुक्तिदाता था। वह दान के गोत्र का था।
- परमेश्वर ने उसे अलौकिक शक्ति दी थी जिससे उसने इस्राएल के शत्रु पलिश्तियों से लड़ने में काम में ली।
- शिमशोन शपथ के अधीन था कि वह न तो मदिरा पान करेगा, न ही किसी प्रकार का खमीरी पेय पदार्थ पीएगा। जब तक वह अपनी शपथ का निष्ठावान रहा, परमेश्वर उसे शक्ति देता रहा।
- उसने अपनी शक्ति का भेद प्रकट करके बाल कटवा लिए और पलिश्तियों ने उसे बन्दी बना लिया।
- जब शिमशोन बन्धुआई में था, परमेश्वर ने उसे शक्ति दी और अनेक पलिश्तियों के साथ उनके दागोन देवता के मन्दिर को नष्ट करवाया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मुक्ति दिलाना, पलिश्ती, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शिमी
परिभाषा:
पुराने नियम में शिमी नामक अनेक पुरूष हुए है।
- गेरा का पुत्र शिमी एक बिन्यामीनी था जिसने दाऊद को श्राप दिया और उस पर पत्थर फेंके थे जब वह अपने पुत्र अबशालोम से बच कर यरूशलेम से भाग रहा था।
- पुराने नियम में शिमी नामक अनेक लेवी याजक भी हुए हैं।
(यह भी देखें: अबशालोम, बिन्यामीन, लेवी, याजक)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शीबा
तथ्यों:
प्राचीन युग में शीबा एक प्राचीन सभ्यता थी या एक स्थान था जो दक्षिणी अरब में था।
- शीबा देश या स्थान आज के यमन या इथोपिया देश के निकट था।
वहाँ के निवासी संभवतः हाम के वंशज थे।
- शीबा की रानी सुलैमान के वैभव और बुद्धि की चर्चा सुनकर उससे भेंट करने आई थी।
- पुराने नियम की वंशावलियों में “शीबा” नामक अनेक पुरुष थे। संभव है कि उस स्थान का नाम शीबा इनमें से किसी एक पुरुष के नाम पर पड़ा था।
- बर्शेब नगर का नाम छोटा करके एक बार पुराने नियम में शीबा कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अरब, बर्शेबा, इथोपिया, सुलैमान)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शीलो
तथ्यों:
शीलो शहरपनाह का एक कनानी नगर था जिसे इस्राएल ने यहोशू की अगुआई में जीत लिया था।
शीलो नगर यरदन नदी के पश्चिम में और बेतेल के उत्तर-पूर्व में था।
इस्त्राएल में यहोशू की अगुआई के समय शीलो नगर इस्त्राएलियों के लिए समागम स्थल था।
इस्त्राएल के 12 गोत्र शीलों में उपस्थित होकर यहोशू की घोषणा सुनते थे कि कनान का कौन सा भाग किस गोत्र को दिया गया है।
यरूशलेम के मन्दिर निर्माण से पूर्व इस्त्राएली शीलो में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने आते थे।
बालक शमूएल को उसकी माता ने शीलो में रखा था कि याजक एली से यहोवा की सेवा करना सीखे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बेतेल, समर्पण करना, हन्ना, यरूशलेम, यरदन नदी, याजक, बलिदान, शमूएल, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शेकेम
तथ्यों:
शेकेम कनान में एक नगर था जो यरूशलेम के उत्तर में 40 मील दूर स्थित था। शेकेम पुराने नियम में एक पुरुष का भी नाम था।
- शेकेम वह स्थान था जहाँ याकूब लौटने के बाद अपने भाई एसाव से मेल करके बस गया था।
- याकूब ने शेकेम के हिव्वी हामोर के पुत्रों से भूमि खरीदी जो उनका पारिवारिक कब्रिस्तान हो गया था, वहीं याकूब के पुत्रों ने उसे दफन किया था।
- हामोर के पुत्र शेकेम ने याकूब की पुत्री दीना के साथ बलात्कार किया था जिसके परिणाम स्वरूप याकूब के पुत्रों ने शेकेम नगर के सब पुरुषों को मार डाला था।
(अनुवाद के सुझाव: हामोर
(यह भी देखें: कनान, एसाव, हामोर, हिव्वी, याकूब)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शेत
तथ्य:
उत्पत्ति की पुस्तक में, शेत आदम और हव्वा का तीसरा पुत्र था।
- हव्वा ने कहा कि उसके पुत्र हाबिल के स्थान में उसे शेत दिया गया, हाबिल की हत्या उसके भाई कैन ने कर दी थी।
- नूह शेत के वंशजों में से था, अतः जलप्रलय के बाद सब शेत के वंशज हैं।
- शेत और उसका परिवार सबसे पहले मनुष्य थे जिन्होंने “प्रभु का नाम पुकारा था।"
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हाबिल, कैन, पुकारना, वंशज, पूर्वज, जल-प्रलय, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8352, G45890
शेम
तथ्य:
शेम नूह के तीन पुत्रों में से एक था, उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णित विश्वव्यापी जल-प्रलय के समय वह नूह के साथ उसके जहाज में था।
- शेम अब्राहम और उसके “वंशजों” का पूर्वज था।
- शेम के वंशज “सामी” कहलाए जो इब्रानी और अरबी भाषा जैसी सामी भाषाएं बोलते थे।
- बाइबल बताती है कि शेम लगभग 600 साल जीवित रहा।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , अरेबिया, बड़ा जहाज, जल प्रलय, नूह)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8035, G45900
सदोम
परिभाषा:
सदोम कनान के दक्षिणी हिस्से में एक शहर था, जहाँ अब्राहम का भतीजा लूत अपने परिवार के साथ रहने गया था।
- सदोम का परिक्षेत्र जल प्राचुर्थ के कारण अत्यधिक उपजाऊ था, यही कारण था कि लूत ने वह स्थान अपने निवास के लिए चुना था।
- इस स्थान की भौगोलिक स्थिति अज्ञात है, क्योंकि वह संपूर्ण क्षेत्र, सदोम, अमोरा और आसपास का क्षेत्र वहाँ के निवासियों के भ्रष्ट कर्मों के दण्ड के परिणामस्वरूप परमेश्वर ने पूर्णतः नष्ट कर दिया था।
- वहाँ के लोगों का सबसे बड़ा पाप समलैंगिक योनाचार था।
(यह भी देखें: कनान, अमोरा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5467, G46700
सन्हेरीब
तथ्य:
सन्हेरीब अश्शूरों का एक महान राज्य था जिसने नीनवे को एक समृद्ध एवं महत्वपूर्ण नगर बना दिया था।
- सन्हेरीब बेबीलोन और यहूदा राज्य से युद्ध करने के लिए जाना गया है।
- वह एक अत्यधिक अभिमानी राजा था और यहोवा का उपहासक था।
- सन्हेरीब ने राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल में यरूशलेम पर आक्रमण किया था।
- यहोवा ने सन्हेरीब की सेना को नष्ट कर दिया था।
- पुराने नियम में राजाओं और इतिहास की पुस्तकों में सन्हेरीब के राज्य की घटनाओं के वृत्तान्त हैं।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्शूर, बेबीलोन, हिजकिय्याह, यहूदा, ठट्ठा करना, नीनवे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सपन्याह
तथ्य:
सपन्याह भविष्यद्वक्ता, कूशी का पुत्र, यरूशलेम वासी था और यहूदा के राज्य योशिय्याह के राज्यकाल में उसने भविष्यद्वाणी की थी। उसका सेवाकाल यिर्मयाह के समय का है।
- उसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था। उनकी भविष्यवाणियां पुराने नियम में सपन्याह की पुस्तक में लिखा गया है।
- पुराने नियम में सपन्याह नामक अनेक पुरुष भी हुए हैं जिनमें से ज्यादातर याजक थे।।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: यिर्मयाह, योशियाह, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
समुद्र, महासमुद्र, पश्चिम के समुद्र, भूमध्य सागर
तथ्य:
बाइबल में “महानद” या “पश्चिमी सागर” आज के भूमध्य सागर के संदर्भ में है। यह बाइबल के युग के लोगों के लिए सबसे बड़ा समुद्र था।
- यह इस महानद (भूमध्य सागर) के चारों ओर थे: इस्राएल(पूर्व में), यूरोप (उत्तर और पश्चिम में) और अफ्रीका (दक्षिण में)।
- प्राचीन युग में यह समुद्र अत्यधिक महत्त्वपूर्ण था क्योंकि इसमें व्यापार और जलयात्रा की जाती थी क्योंकि इसके तट पर अनेक देश थे। इस समुद्र के तट पर स्थित नगर और जन समुदाय बहुत समृद्ध थे क्योंकि अन्य देशों से जहाज द्वारा सामान लाना आसान था।
- यह महासागर इस्राएल के पश्चिम में था इसलिए इसे “पश्चिमी सागर” भी कहा गया है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: इस्राएल, लोग समूह, समृद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H314, H1419, H3220
सरकंडों का सागर, लाल समुद्र
तथ्य:
“सरकंडों का सागर” मिस्र और अरब के बीच स्थित एक जलाशय का नाम था। इसे अब "लाल सागर" कहा जाता है।
- लाल सागर लंबा और संकरा है। यह एक झील या नदी से बड़ा है परन्तु समुद्र से बहुत छोटा है।
- इस्राएलियों को मिस्र से निकलने के बाद लाल सागर पार करना पड़ा था। परमेश्वर ने लाल सागर के जल को विभाजित करके सूखी भूमि प्रकट कर दी थी कि इस्राएली चलकर उसे पार कर लें।
- कनान इस सागर के उत्तर में था।
- इसका अनुवाद “सरकंडों का सागर” भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अरब. कनान, मिस्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 12:4__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र की सेना आ रही है, तो उन्हें डर लगा कि वे फिरौन की सेना और लाल सागर के बीच फंस गए हैं
- 12:5__ तब परमेश्वर ने मूसा से कहा, "लोगों को लाल सागर की ओर जाने के लिए कह।"
- 13:1__ जब परमेश्वर ने इस्राएलियों को__लाल सागर__ पार करा दिया तब वह उनको मरुभूमि में लेकर चलते हुए सीने नमक एक पर्वत तक लाया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3220, H5488, G2063, G2281
साइप्रस
तथ्य:
साइप्रस भूमध्य-सागर का अन्तर्देशीय भाग है जो आज के तुर्किस्तान से 64 किलोमीटर दक्षिण में था।
- बरनबास साइप्रस का निवासी था, अतः संभव है कि यूहन्ना मरकुस भी वहीं रहा होगा क्योंकि दोनों रिश्ते में भाई थे।
- पौलुस और बरनबास ने अपनी प्रथम प्रचार यात्रा के आरंभ में साइप्रस में सुसमाचार सुनाया था। उस यात्रा में यूहन्ना मरकुस उनकी सेवा में था।
- बाद में बरनबास और यूहन्ना मरकुस ने साइप्रस का पुनः भ्रमण किया था।
- पुराने नियम में साइप्रस सरू के वृक्षों की बहुतायत के लिए प्रसिद्ध था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बरनबास, यूहन्ना मरकुस, समुद्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सादोक
तथ्य:
सादोक दाऊद राजा के राज्यकाल में इस्राएल का एक महत्वपूर्ण महायाजक था।
- जब अबशालोम ने राजा दाऊद के खिलाफ विद्रोह किया, तब सादोक दाऊद का समर्थन करता था और उसने वाचा के सन्दूक को यरूशलेम से वापस लाने में मदद की।
- वर्षों बाद उसने दाऊद के पुत्र सुलैमान का राज्य अभिषेक करने में योगदान किया था।
- सादोक नामक दो पुरुषों ने नहेम्याह के समय यरूशलेम की शहरपनाह का पुन: निर्माण करने में सहायता की थी।
- योताम राजा के दादा का नाम भी सादोक था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, दाऊद, योताम, नहेम्याह, राज करना, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सामरिया, सामरी
तथ्य:
सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल में एक नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों का नाम था। यह स्थान पश्चिम में शारोन के मैदान और पूर्व में यरदन नदी के मध्य था।
- पुराने नियम के युग में, सामरिया उत्तरी राज्य इस्राएल की राजधानी थी। उत्तरकाल में इसके आसपास का क्षेत्र भी सामरिया कहलाने लगा था।
- जब अश्शूरों ने उत्तरी राज्य इस्राएल को जीत लिया था और उस पर अधिकार कर लिया था तब उन्होंने अधिकाँश इस्राएलियों को वहां से बलपूर्वक ले जाकर दूर अश्शूर देश के विभिन्न नगरों में बसा दिया था।
- अश्शूर अनेक परदेशियों को वहां सामरिया में लाकर इस्राएलियों के स्थान में बसा कर चले गए थे।
- जो इस्राएली वहां रह गए थे उन्होंने उन परदेशियों से विवाह कर लिया था और इस प्रकार उनके वंशज सामरी कहलाए।
- यहूदी सामरियों से घृणा करते थे क्योंकि वे आधे यहूदी थे और क्योंकि उनके पूर्वज मूर्ति-पूजक थे।
- नये नियम के युग में सामरिया क्षेत्र उत्तर में गलील क्षेत्र ओर दक्षिण में यहूदिया की सीमाओं से घिरा हुआ था।
(यह भी देखें: अश्शूर, गलील, यहूदिया, शारोन, इस्राएल का राज्य)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 20:4 तब अश्शूरियों ने इस्राएल राज्य की भूमि पर अन्यजातियों को लाकर बसा दिया | इनअन्यजातियों ने उस नष्टकिए हुए शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ बचे हुए इस्राएलियों से विवाह किया| इन इस्राएलियों के वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया था सामारी कहलाए|
- 27:8 "अगला मनुष्य जो उस मार्सेग से होकर जा रहा था वह एक सामरी था| (सामरी उन यहूदियों के वंश के थे, जिन्होंने अन्यजातियों के लोगों से विवाह किया था| सामरी और यहूदी एक दूसरे से घृणा करते थे।)"
- __27:9__उस सामरी व्यक्ति ने उस घायल व्यक्ति को अपने गधे पर लाद लिया और उसे सड़क के पार एक सराय में ले गया जहाँ उसकी देख-भाल की|"
- 4507 वह (फिलिप्पुस)सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोग बचाए गए|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H8111, H8115, H8118, G4540, G4541, G4542
सारा, सारै
तथ्य:
- सारा अब्राहम की पत्नी थी।
- उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
- सारा ने अब्राहम से की गई परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र, इसहाक को जन्म दिया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , इसहाक)
बाइबल के सन्दर्भ
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 5:01 तो अब्राम की पत्नी सारै, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
- 5:4 "तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
- 5:4"परमेश्वर ने सारै का नाम बदलकर सारा रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
- 5:5"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और सारा नब्बे वर्ष की थी, सारा ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
शब्द तथ्य
*स्ट्रोंग्स: H8283, H8297, G45640
सिदकिय्याह
तथ्य:
सिदकिय्याह यहूदा का अन्तिम राजा था (597-587 ई.पू.)। पुराने नियम में सिदकिय्याह नामक और भी पुरुष हुए हैं।
- राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा के राजा सिदकिय्याह को राजा यहोयाकीन को पकड़ कर बाबेल को ले जाने के बाद बनाया था। बाद में सिदकिय्याह ने विद्रोह किया और नबूकदनेस्सर ने उसे पकड़ा और पुरे यरूशलेम को नष्ट कर दिया।
- सिदकिय्याह, कनाना का पुत्र, इस्राएल के राजा अहाब के समय एक झूठा भविष्यद्वक्ता था।
- सिदकिय्या नाम का एक व्यक्ति नहेम्याह के समय प्रभु के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाब, बाबेल, यहेजकेल, इस्राएल का राज्य, यहोयाकीन, यिर्मयाह, होशिय्याह, यहूदा, नबूकदनेस्सर, नहेम्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सीदोन, सीदोनियों
तथ्य:
सीदोन कनान का सबसे बड़ा पुत्र था। कनानियों के एक नगर का नाम भी सीदोन था, संभवतः कनान के पुत्र के नाम पर।
- सीदोन नगर इस्राएल के उत्तर-पश्चिम में भूमध्य सागर के तट पर बसा था जो आज के लबानोन देश का एक भाग है।
- “सीदोनी” फिनीके जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे।
- बाइबल में सीदोन, सोर के निकट संबन्ध में दर्शाया गया है दोनों नगर अपने वैभव और अनैतिक व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, नूह, फिनीके, समुद्र , सोर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6721, H6722, G46050, G46060
सीनै, होरेब
तथ्यों:
सीनै पर्वत या होरेब पर्वत एक पर्वत था जो संभवतः आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है परन्तु इस पर्वत का वास्तविक स्थान अज्ञात है।
*एक संभावना है कि "होरेब" उस पर्वत का वास्तविक नाम है और "सीनै पर्वत"का सरल सा अर्थ है, "सीने का पहाड़" जिसका सन्दर्भ इस तथ्य से है कि होरेब पर्वत सीनै के मरुस्थल में है|
- इस पर्वत को "परमेश्वर का पर्वत" भी कहते हैं।
- यह वही स्थान है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी।
- यह वही स्थान है जहां परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ वाचा बंधी थी और उनको पत्थर की पट्टियों पर आज्ञाएं लिख कर दी थीं।
- यह वह स्थान भी है जहां परमेश्वर ने मूसा को आज्ञा दी थी कि चट्टान को मार कर पानी निकाले कि मरुस्थल में चलते हुए इस्राएली तृप्त हो जाएं।
(यह भी देखें: रेगिस्तान, दस आज्ञाओं)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:1__ इस्राएलियों को लाल सागर पार कराने के बाद परमेश्वर उनको मरुस्थल से चलाता हुआ सीनै नाम के पहाड़ तक ले गया।
- 13:3 तीसरे दिन के बाद, जब लोगों ने अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार कर लिया,तब परमेश्वर गर्जन और बिजलियों के चमकने, और धुएं और तुरही के ऊँचे शब्द के साथ सीनै पर्वत पर उतर आया |
- 13:11 कई दिनों तक मूसा सीनै पर्वत के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा |
- 15:13 तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वे उसका पालन करने के लिए बाद्य हैं।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2722, H5514, G3735, G4614
सीरिया
तथ्य:
सीरिया इस्राएल के उत्तर पूर्व में है। नए नियम के समय, यह रोमन साम्राज्य के शासन के अधीन एक प्रांत था।
- पुराने नियम के समय मैं सीरिया इस्राएलियों का एक प्रबल सैन्य क्षत्रु था।
- नामान सीरिया की सेना का सेनापति था जिसे एलीशा ने कुष्ठ रोग से मुक्त किया था।
- सीरिया के अनेक निवासी अराम के वंशज थे, जो नूह के पुत्र शेम का वंशज था।
- दमिश्क, सीरिया की राजधानी का नाम है जिसकी चर्चा अनेक बार बाइबल में की गई है।
- शाऊल दमिश्क नगर में विश्वासियों को सताने की योजनाओं से गया था परन्तु यीशु ने उसे रोक दिया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अराम, सेनापति, दमिश्क, वंशज, एलीशा, कुष्ठ रोग, नामान, सताना, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0758, H0804, G49470, G49480
सीलास, सिलवानुस
तथ्य:
सीलास यरूशलेम के मसीही विश्वासियों का अगुआ था।
- यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
- आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
- पौलुस और सीलास को फिलिप्पी नगर के बन्दीगृह में डाल दिया गया था। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें बंदीगृह से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अन्ताकिया, बरनबास, यरूशलेम, पौलुस, फिलिप्पी, बन्दीगृह, गवाही)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 47: 1 एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास__ फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाने के लिए गए।
- 47:2 वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास__ को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके साथ उसके परिवार में रहे।
- 47:3 पौलुस और __ सिलास__ प्रार्थना के स्थान पर प्रायः लोगों से भेंट करते रहते थे।
- 47:7 इसलिए उस दासी के स्वामियों पौलुस और __ सिलास__ को रोमी अधिकारियों के पास ले गए, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें बंदीगृह में डाल दिया।
- 47:8 उन्होंने पौलुस और __ सिलास__ को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बाँध दिया।
- 47:11 बंदीगृह का प्रभारी कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास__ के पास आया और पूछा, "मोक्ष पाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
- 47:13 अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास__ को बंदीगृह से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी नगर छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास__लुदिया और कुछ अन्य मित्रों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
शब्द तथ्य:
सुक्कोत
परिभाषा:
सुक्कोत पुराने नियम में दो नगरों का नाम था। सुक्कोत शब्द का अर्थ है “शरण स्थान”
- पहला सुक्कोत नगर यरदन नदी के पूर्व में था।
- याकूब अपने परिवार और पशुओं के साथ सुक्कोत में रूका जहां उसने अपने लिए झोपड़ियां बनाई थी।
- सैंकड़ों वर्ष बाद गिदोन और उसके योद्धा मिद्यानियों का पीछा करते हुए थककर सुक्कोत में रूके थे परन्तु वहां के निवासियों ने उन्हें भोजन देने से इन्कार कर दिया था।
- दूसरा सुक्कोत मिस्र की उत्तरी सीमा पर था जहां इस्राएली लाल सागर पार करने के बाद रुके थे, जब वे मिस्र से पलायन कर रहे थे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सुलैमान
तथ्य:
सुलैमान दाऊद के पुत्रों में से एक था। उसकी माता बतशेबा थी।
- जब सुलैमान राजगद्दी पर बैठा तब परमेश्वर ने उससे कहा था कि वह जो चाहे उससे मांग ले। अत: सुलैमान ने अपनी प्रजा पर उचित प्रशासन करने के लिए बुद्धि मांगी थी। परमेश्वर सुलैमान की इस विनती से प्रसन्न हुआ और उसे बुद्धि और धन दोनों दिया।
- सुलैमान यरूशलेम के वैभवशाली मन्दिर को बनाने के लिए भी प्रसिद्ध है।
- सुलैमान ने आरम्भिक वर्षों में तो बड़ी बुद्धिमानी से राज किया परन्तु उत्तरकाल में उसने अन्यजाति स्त्रियों से विवाह करके मूर्ति पूजा आरम्भ कर दी थी।
- सुलैमान के इस विश्वासघात के कारण परमेश्वर ने उसके मृत्यु के बाद इस्राएल को दो राज्यों में विभाजित कर दिया, इस्राएल और यहूदा। ये दोनों राज्य प्राय: लड़ते रहते थे।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बतशेबा, दाऊद, इस्राएल, यहूदा, इस्राएल राज्य, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 17:14 उसके बाद, दाऊद और बतशेबा का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
- 18:1 कई वर्षों बाद, जब दाऊद की मृत्यु हो गई, तब उसके पुत्र सुलैमान ने इस्राएल पर शासन करना आरंभ किया | परमेश्वर ने सुलैमान से बात की और उससे कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग |” जब सुलैमान ने बुद्धि माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति बना दिया | परमेश्वर ने उसे बहुत धनवान मनुष्य भी बनाया |
- 18:2 यरुशेलम में, सुलैमान ने अपने पिता की योजना के अनुसार एक भवन बनाने का निर्णय किया और उसके लिए सामान एकत्र किया |
- 18:3 परन्तु सुलैमान अन्य देशों की महिलाओं से प्रेम करता था |...अत: जब सुलैमान बूढ़ा हुआ तब उसकी स्त्रियों ने उसका मन पराये देवताओं की ओर बहका दिया |
- 18:4 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अनिष्ठा के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के राज्य को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
शब्द तथ्य:
सृजनहार
तथ्य:
सामान्यतः “सृजनहार” वस्तुओं का बनानेवाला या निर्माण करने वाला होता है।
- बाइबल में “सृजनहार” कभी-कभी यहोवा के नाम या आदि स्वरूप काम में लिया जाता है क्योंकि उसने सब कुछ बनाया है।
- यह शब्द प्रायः “उसका” या “मेरा” या “तेरा” शब्दों के साथ जुड़ा होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “सृजनहार” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “सृष्टिकर्ता” या “रचनेवाला परमेश्वर” या “जिसने सब कुछ बनाया”।
- “उसका सृजनहान” इसका अनुवाद हो सकता है, “जिसने उसे रचा” या “परमेश्वर जिसने उसे बनाया”।
- “तेरा सृजनहार” और “मेरा सृजनहार” इन उक्तियों का भी अनुवाद इसी प्रकार किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: सर्जन करना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2796, H3335, H6213, H6466, H6467, G1217
सोअर
तथ्य:
परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट किया तो लूत एक छोटे नगर सोअर में जा बसा था।
- इस नगर का नाम “बेला” था परन्तु जब लूत ने परमेश्वर से उस नगर को बचाए रखने की विनती की थी तब उसका नाम सोअर पड़ा था।
- माना जाता है कि सोअर नगर यरदन नदी के मैदानी क्षेत्र में था या मृत-सागर के पश्चिमी सिरे पर था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: लूत, सदोम, अमोरा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सोर, सोर के लोग
तथ्य:
सोर नगर भूमध्यसागरके तट पर बसा एक प्राचीन कनानी नगर था जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था।
- इस नगर का एक भाग मुख्य भूभाग से एक किलोमेटे दूर एक द्वीप पर भी बसा हुआ था।
- उसकी भौगोलिक स्थिति और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों जैसे देव्दार वृक्षों के कारण, सोर का व्यापारिक उद्योग समृद्धि पर था और वह एक धनवान नगर था।
- सोर के राजा हीराम ने राजा दाऊद के लिए महल बनाने में देवदार वृक्षों की लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा था।
- वर्षों बाद, हीराम ने मंदिर बनाने में मदद करने के लिए राजा सुलैमान के पास लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा। सुलैमान ने उन्हें बड़ी मात्रा में गेहूं और जैतून का तेल दिया।
- सोर का नाम प्रायः निकटवर्ती प्राचीन सैदा (सीदोन) नगर के साथ आता है। ये दो नगर कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फिनीके कहा जाता था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, देवदारू, इस्राएल, सागर, फिनीके, सैदा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6865, H6876, G51830, G51840
स्तिफनुस
तथ्यों:
स्तिफनुस प्रथम मसीही शहीद अर्थात् मसीह में विश्वास के कारण मारा गया। उसके जीवन एवं मृत्यु के तथ्य प्रेरितों के काम की पुस्तक में हैं।
- स्तिफनुस को आरंभिक कलीसिया ने यरूशलेम में विधवाओं तथा अन्य आवश्यकताग्रस्त विश्वासियों के लिए भोजन व्यवस्था की सेवा हेतु एक सेवक चुना था।
- कुछ यहूदियों ने उस पर झूठा आरोप लगाया था कि वह परमेश्वर और मूसा की व्यवस्था के विरूद्ध बोलता है।
- स्तिफनुस ने मसीह यीशु के विषय निडर होकर सच्चाई की चर्चा की और इस्राएल के साथ आरंभ से लेकर परमेश्वर के व्यवहार का वर्णन किया था।
- उसकी बातें सुनकर यहूदी अगुवे आग बबूला हो गए और उसे शहर के बाहर ले जाकर पथराव कर के मार डाला।
- उसकी हत्या का साक्षी तर्शिश का शाऊल भी था जो बाद में प्रेरित पौलुस हुआ।
- स्तिफनुस ने मरने से पूर्व जो अन्तिम प्रार्थना की वह स्मरणीय है, “हे प्रभु उनसे इस पाप का लेखा मत लेना” इससे मनुष्यों के प्रति उसका प्रेम प्रकट होता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: नियुक्त, डीकन, यरूशलेम, पौलुस, पत्थर, सच्ची)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हनन्याह
तथ्य:
पुराने नियम में अनेक पुरुषों के नाम हनन्याह थे।
- एक हनन्याह बेबीलोन में एक इस्राएली बंधुआ था। जिसका नाम राजा ने शद्रक रखा था।
- उसके अति-उत्तम चरित्र और योग्यता के कारण उसे राजसी सेवक का पद दिया गया था।
- एक बार हन्नयाह (शद्रक) और अन्य दो इस्राएली पुरुषों को आग की भट्ठी में डाल दिया गया था क्योंकि उन्होंने बेबीलोन के राजा की उपासना नहीं की थी। परमेश्वर ने उन्हें हानि से बचाकर अपना सामर्थ्य प्रकट किया था।
- एक और हनन्याह का नाम राजा सुलैमान की वंशावली में है।
- एक और हनन्याह यिर्मयाह के समय झूठा भविष्यद्वक्ता था।
- हनन्याह नाम का एक याजक भी था जिसने नहेम्याह के समय उत्सव में अगुआई की थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अजर्याह, बाबेल, दानिय्येल, झूठी भविष्यद्वक्ता, यिर्मयाह, मीशाएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हनोक
तथ्य:
हनोक नाम के दो पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
- एक हनोक शेत का वंशज था। वह नूह का परदादा था।
- यह हनोक परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध रखता था, 365 वर्ष की आयु में वह परमेश्वर द्वारा जीवित स्वर्ग में उठा लिया गया था।
- दूसरा हनोक कैन का पुत्र था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कैन, शेत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2585, G18020
हन्ना
तथ्य:
हन्ना दस वर्ष तक यरूशलेम में यहूदियों का महायाजक रहा था लगभग सन् 6-15 तक। उसके बाद रोमी सरकार ने उसे हटा दिया था परन्तु वह यहूदियों का एक प्रभावी अगुवा बना रहा।
- हन्ना यीशु के सेवाकाल में अधिकृत महायाजक कैफा का ससुर था।
- जब यीशु को बंदी बनाया गया था, तब हन्ना का दामाद,कैफा अधिकृत महायाजक था| तथापि, हन्ना को भी महायाजक कहा गया है क्योंकि वह निवर्तमान महायाजक था और मनुष्यों पर उसका वर्चस्व और अधिकार तब भी था|
- महायाजक सेवानिवृत्त होकर भी महायाजक ही कहलाते थे, अतः कैफा और अन्यों के सेवाकाल में भी उसे महायाजक ही कहा जाता था।
- यहूदी अगुओं के समक्ष अभियोग के समय यीशु को वाद-प्रतिवाद के लिए पहले हन्ना के पास लाया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: महा-याजक, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हन्ना
तथ्य:
हन्ना भविष्यद्वक्ता शमूएल की माता थी। वह एल्काना की दो पत्नियों में से एक थी।
- हन्ना निःसन्तान थी यह उसके लिए दु:ख की बात थी।
- मन्दिर में हन्ना ने दिल से प्रार्थना की कि उसे पुत्र मिले जिसे वह परमेश्वर को ही अर्पित कर देगी।
- परमेश्वर ने उसे पुत्र दिया और जब वह बालक बड़ा हो गया तब हन्ना ने उसे मन्दिर में सेवा के लए दे दिया।
- परमेश्वर ने हन्ना को इसके बाद और भी सन्तान दी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गर्भवती होना, शमूएल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हबक्कूक
तथ्य:
हबक्कूक पुराने नियम के समय में एक भविष्यद्वक्ता था, उसका सेवाकाल यहूदा में यहोयाकीम के राज्य काल में था। भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह भी इस समय दृश्य में आ गया था।
- इस भविष्यद्वक्ता ने हबक्कूक नामक पुस्तक लिखी थी लगभग 600 ई.पू. जब बेबीलोन की सेना ने यहूदा की जनता में से अनेकों को बन्दी बनाया और ले गया।
- यहोवा ने हबक्कूक को भविष्यद्वाणी किया था कि कैसे कसदी (बेबीलोन) आकर यहूदा को जीत लेंगे।
- हबक्कूक का एक चिरपरिचित अभिकथन है, “धर्मीजन विश्वास से जीवित रहेगा”
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बाबेल, यहोयाकीम, यिर्मयाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हव्वा
तथ्य:
यह नाम सबसे पहली स्त्री का था. उसके नाम का अर्थ है, “जीवन” या “जीवित.”
- परमेश्वर ने आदम के शरीर से एक पसली निकाल कर हव्वा को बनाया था.
- हव्वा को आदम की “सहायक” होने के लिए बनाया गया था. वह परमेश्वर प्रदत्त कार्यों में आदम के साथ काम करती थी.
- शैतान ने (सर्प का रूप धारण करके) हव्वा को ललचाया था और परमेश्वर के वर्जित फल को खाकर पाप करनेवाली वह मनुष्यों में पहली थी.
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: आदम, जीवन, शैतान)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 01:13 तब परमेश्वर ने आदम की पसलियों में से एक को लेकर औरत को बनाया और उसे आदम के पास लाया.
- __02:02__लेकिन वाटिका में एक चालाक साँप था. उसने औरत से पूछा, “क्या परमेश्वर ने वास्तव में यह कहा है कि वाटिका के किसी भी पेड़ से फल न खाना?”
- 02:11 मनुष्य ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, जिसका मतलब होता है "जीवनदात्री" क्योंकि वह समस्त मानव-जाति की माँ होगी.
- 21:01 परमेश्वर ने यह प्रतिज्ञा की कि हव्वा का एक वंशज उतपन्न होगा जो साँप के सिर को कुचल डालेगा.
- __48:02__शैतान ने हव्वा को धोखा देने के लिए वाटिका में साँप के माध्यम से बात की.
- __49:08__आदम और हव्वा ने पाप किया तो उससे उनका पूरा वंश प्रभावित हुआ.
- 50:16 क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया.
शब्द तथ्य:
हाग्गै
तथ्य:
बेबीलोन की बन्धुआई से स्वदेश लौट आने के बाद हाग्गै यहूदा में एक भविष्यद्वक्ता था।
- हाग्गै की भविष्यद्वाणी के सेवाकाल में उजिय्याह यहूदा का राजा था।
- भविष्यद्वक्ता जकर्याह भी इसी समय भविष्यद्वाणी करता था।
- हाग्गै और जकर्याह ने यहूदियों को उत्साहित किया कि वे मन्दिर का पुनः निर्माण करें क्योंकि बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने मन्दिर को नष्ट कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल../names/babylon.md), यहूदा, नबूकदनेस्सर, उज्जिय्याह, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हाजिरा
तथ्य:
हाजिरा एक मिस्री स्त्री थी जो सारै की अपनी दासी थी।
- सारै सन्तानोत्पत्ति में अक्षम थी इसलिए उसने हाजिरा अब्राम को दी कि वह उससे सन्तान उत्पन्न करे।
- हाजिरा ने अब्राम के पुत्र इश्माएल को जन्म दिया।
- हाजिरा रेगिस्तान में पीड़ित थी परन्तु परमेश्वर ने उसकी सुधि ली और उसके वंशजों को आशिष देने की प्रतिज्ञा की।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , वंशज, इश्माएल, सारा, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 05:01 तो अब्राम की पत्नी सारै ने उससे कहा, “देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा। तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके।
- 05:02 हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ, अब्राम ने उसका नाम इश्माएल रखा।
शब्द तथ्य:
हाबिल
तथ्य:
हाबिल आदम और हव्वा का दूसरा पुत्र था। वह कैन का छोटा भाई था।
- हाबिल एक चरवाहा था।
- हाबिल ने अपने पशुओं में से एक की बलि परमेश्वर को चढ़ाई थी।
- परमेश्वर हाबिल और उसकी भेंट से प्रसन्न हुआ था।
- आदम और हव्वा के पहलौठे कैन ने हाबिल की हत्या कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: कैन, बलि, चरवाहा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H01893, G0060
हाम
तथ्य:
हाम नूह के तीन पुत्रों में से दूसरा था।
- विश्वव्यापी जलप्रलय के समय हाम और उसके भाई अपनी-अपनी पत्नी के साथ नूह की नाव में थे।
- जलप्रलय के बाद हाम एक समय अपने पिता नूह के लिए अपमान का कारण हुआ था। परिणाम-स्वरूप नूह ने हाम के पुत्र कनान और उसके वंशजों को श्राप दिया था, वे अन्ततः कनानी हुए थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: जहाज, कनान, निरादर, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हामात, हमाती, लीबो हामात
तथ्य:
हामात उत्तरी सीरिया में कनान के उत्तर में एक महत्वपूर्ण नगर था। हमाती नहू के पुत्र, कनान के वंशज थे।
- “लीबो हमात” संभवतः हमात नगर के निकट एक पर्वतीय दर्रे का नाम था।
- कुछ संस्करणों में लीबो हमात का अनुवाद “हामात का प्रवेश” किया गया है।
- राजा दाऊद ने हमात के राजा तू के बैरियों को हराया था जिसके परिणामस्वरूप वे अच्छे मित्र बन गए थे।
- हामात सुलैमान के भण्डारण नगरों में से एक था जहां उसने सामान रखा था।
- हामात नगर वह स्थान था जहां नबूकदनेस्सर ने राजा सिदकिय्याह की हत्या की थी और वहीं यहोआहाज मिस्र के फिरौन द्वारा बन्दी बनाया गया था।
- “हामात” का अनुवाद “हामातवासी” भी किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बाबेल, कनान, नबूकदनेस्सर, सीरिया, सिदकिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हामोर
तथ्य:
हामोर शकेम नगर के रहनेवाला एक कनानी पुरुष था, जब याकूब और उसका कुटुम्ब सुक्कोत में रहता था। वह एक हिव्वी था।
- याकूब ने हामोर के पुत्र से कब्र के लिए भूमि खरीदी थी।
- जब वे वहाँ रह रहे थे तब हामोर के पुत्र शेकेम ने याकूब की पुत्री दीना के साथ बलात्कार किया था।
- दीना के भाइयों ने हामोर के परिवार से बदला लेने के लिए शेकेम के सब पुरुषों की हत्या कर दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: कनान, हिव्वी, याकूब, शेकेम, सुक्कोत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हारान
तथ्य:
हारान अब्राहम का छोटा भाई और लूत का पिता था।
- हारान एक नगर का भी नाम है जहाँ अब्राहम ऊर से कूच करने के बाद कनान जाते समय ठहरा था।
- कालेब के पुत्र का नाम भी हारान था।
- बाइबल में हारान नामक तीसरा पुरुष लेवी वंशी था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अब्राहम , कालेब, कनान, लेवी, लूत, तेरह, ऊर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हारून
तथ्य:
हारून मूसा का बड़ा भाई था। परमेश्वर ने हारून को इस्राएल का प्रथम महायाजक होने के लिए चुना था।
- फिरौन से इस्राएलियों के प्रस्थान का आग्रह करते समय फिरौन से बात करने में हारून ने मूसा की सहायता की थी।
- इस्रैलियों की जंगल यात्रा के समय हारून से पाप हो गया था क्योंकि उसने इस्राएलियों की उपासना हेतु एक मूर्ति बना दी थी।
- परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को याजक इस्राएल के याजक होने के लिए नियुक्त कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: याजक, मूसा, इस्राएल)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 9:15 परमेश्वर ने मूसा और हारून को चेतावनी दी कि फ़िरौन कठोर मनुष्य है।
- 10:5 फ़िरौन ने मूसा और हारून को बुलवाकर कहा कि यदि वह इस विपत्ति को रोक दे, तो इस्राएली मिस्र से जा सकते हैं।
- 13:9 परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को अपने याजक होने के लिये चुना।
- 13:11 अतः वे (इस्राएली) हारून के पास सोना ले आए और बोले कि हमारे लिये एक देवता बना!
- 14:7 वे (इस्राएली) मूसा और हारून से क्रोधित होकर कहने लगे, “कि तुम हमे इतनी भीषण जगह क्यों लेकर आए ?”
शब्द तथ्य:
हिजकिय्याह
परिभाषा:
हिजकिय्याह यहूदा राज्य का तेरहवां राजा था। वह परमेश्वर को माननेवाला और परमेश्वर का आज्ञाकारी था।
- अपने पिता दुष्ट राजा आहाज के विपरीत हिजकिय्याह भला राजा था, उसने यहूदा राज्य में से मूर्तियों को ध्वंस कर दिया था।
- हिजकिय्याह बहुत रोगग्रस्त हो गया था और मरने पर था, उसने परमेश्वर से विनती की कि उसे जीवनदान दे। परमेश्वर ने उसे जीवन दान दिया और उसकी आयु को पन्द्रह वर्ष बढ़ा दिया।
- हिजकिय्याह के लिए अपने वचन को सत्य सिद्ध करने हेतु परमेश्वर ने यह आश्चर्यकर्म किया और समय को पीछे कर दिया।
- अपनी प्रजा को अश्शूरी राजा सन्हेरीब से बचाने के लिए हिजकिय्याह ने परमेश्वर से प्रार्थना की थी और परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना सुनी।
(यह भी देखें: आहाज, अश्शूर, मूरत, यहूदा, सेन्हरीब)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2396, H3169, G1478
हित्ती, हित्तियों
परिभाषा:
हित्ती कनान से उत्पन्न हाम के वंशज थे। वे एक विशाल साम्राज्य बने जो आज के तुर्किस्तान और उत्तरी फिलिस्तीन क्षेत्र में था।
- अब्राहम ने हित्ती एप्रोन से भूमि खरीदी थी कि अपनी पत्नी सारा को वहां दफन करे। अब्राहम और उसके अनेक वंशज भी उस कब्र में दफ़न किए गए थे।
- एसाव ने दो हित्ती स्त्रियों से विवाह किया था जिसके कारण उसके माता-पिता दुःखी थे।
- दाऊद का भी एक योद्धा हित्ती था जिसका नाम ऊरिय्याह था।
- सुलैमान की परदेशी रानियों में भी हित्ती स्त्रियां थी। इन स्त्रियों ने सुलैमान को अपनी मूर्ति-पूजा में आकर्षित करके उसके मन को परमेश्वर से दूर कर दिया था।
- हित्ती अधिकतर इस्राएल के लिए शारीरिक एवं आत्मिक खतरा बने हुए थे।
(यह भी देखें: वंशज, एसाव, परदेशी, हाम, सामर्थी, सुलैमान, ऊरिय्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हिल्किय्याह
तथ्य:
राजा योशिय्याह के राज्यकाल में हिल्किय्याह महायाजक था।
- मन्दिर के पुनः निर्माण के समय हिल्किय्याह महायाजक को वहां व्यवस्था की पुस्तक मिली थी, उसने आदेश दिया था कि वह पुस्तक राजा योशिय्याह के पास ले जाया जाए।
- अतः उसने यहूदा राजा की प्रजा को यहोवा की उपासना और उसकी व्यवस्था के पालन हेतु प्रेरित किया।
- हिल्किय्याह नामक एक और पुरुष था, वह एलयाकीम का पुत्र था जो हिजकिय्याह राजा के महल में सेवा करता था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: एलयाकीम, हिजकिय्याह , महा-याजक, योशियाह, यहूदा, व्यवस्था, आराधना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हिव्वी, हिव्वियों
तथ्य:
हिव्वी कनान में वास करनेवाली सात प्रमुख जातियों में से एक थी।
- इन सब जातियों में हिव्वी भी कनान के वंशज थे, जो नूह का पोता था।
- हिव्वी शकेम ने याकूब की पुत्री दीना का शील भंग किया था परिणामस्वरूप उसके भाइयों ने लगभग सब हिव्वियों को मार डाला था।
- कनान के विजय अभियान में जब यहोशू इस्राएलियों की अगुआई कर रहा था तब इन लोगों ने छल से इस्राएल के साथ वाचा बांध ली थी कि उनका सर्वनाश न हो।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: कनान, हाम, नूह, शेकेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेब्रोन
तथ्य:
हेब्रौन यरूशलेम के दक्षिण में लगभग 20 मील दूर ऊंचे चट्टानी पहाड़ों में बसा था।
- यह नगर अब्राहम के युग में 2000 ई.पू. में बनाया था। पुराने नियम के ऐतिहासिक वृत्तान्त में इस नगर का नाम अनेक बार आता है।
- हेब्रोन ने राजा दाऊद के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसके कई पुत्र, अबशालोम का भी जन्म वहां हुआ था।
- लगभग सन् 70 में रोमी सेना ने इस नगर को नष्ट कर दिया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: अबशालोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2275, H2276, H5683
हेरोदियास
तथ्य:
हेरोदियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में यहूदिया के हेरोदेस अन्तिपास की पत्नी थी।
- हेरोदियास वास्तव में अन्तिपास के भाई फिलिप की पत्नी थी परन्तु अवैध विवाह करके वह हेरोदेस अन्तिपास के साथ आ गई थी।
- यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला हेरोदेस और हेरोदियास को उनके अवैध विवाह के लिए झिड़़कता था। इस कारण हेरोदेस ने यूहन्ना को बन्दी बना लिया था और बाद में हेरोदियास के कारण उसका सिर कटवा दिया गया था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: हेरोदेस अन्तिपास, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेरोदेस अन्तिपास
तथ्य:
यीशु के जीवनकाल के अधिकाँश समय, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के उस भाग पर राज करता था जिसमें गलील प्रांत भी था।
उसके पिता, हेरोदेस महान के समान अन्तिपास को भी कभी-कभी "राजा हेरोदेस" कह कर संबोधित किया जाता था जबकि वह वास्तव में राजा नहीं था।
- हेरोदेस अन्तिपास इस्राएल क एक चौथाई भाग पर शासन करता था इसलिए उसको “चौथाई देश का राजा हेरोदेस” भी कहा जता था। चौथाई देश का राजा (तेतरार्ख) देश के चौथाई भाग पर शासन करने वाले को कहते थे|
- अन्तिपास वह “हेरोदेस” था जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का सिर काटने की आज्ञा दी थी।
- इसी हेरोदेस अन्तिपास ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे।
- अन्य हेरोदेस नए नियम के युग में अन्य हेरोदेस थे, एन्तिपास के पुत्र (अग्रिप्पा) और पोता (अग्रिप्पा 2) थे जिन्होंने प्रेरितों के समय में शासन किया था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, हेरोदेस महान, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), राजा, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G22640, G22650, G22670
हेरोदेस महान
तथ्य:
हेरोदेस महान यहूदिया का प्रशासक था जब यीशु का जन्म हुआ। वह कई ईदोमी शासकों में पहला हेरोदेस था, जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर शासन किया था।
- उसके पूर्वजों ने यहूदी धर्म अपना लिया था, अतः वह यहूदी रीति रिवाजों और परम्पराओं में पला-बड़ा हुआ था| कैसर औगुस्तुस ने ही तो उसको यह पदनाम दिया था, "राजा हेरोदेस" यद्यपि वह वास्तव में राजा नहींथा| उसने 33 वर्ष यहूदिया में यहूदियों पर राज किया था।
- औगुस्तुस कैसर ने उसे राजा हेरोदेस नाम दिया था जबकि वह राजा नहीं था। * उसने यहूदिया में यहूदियों पर 33 वर्ष राज किया।
- हेरोदेस महान भव्य ईमारतों के नि र्माण के लिए जाना जाता था जिसमें यरूशलेम के यहूदियों के मन्दिर का नव-निर्माण भी था।
- यह हेरोदेस एक निर्दयी मनुष्य था और उसने अनेक हत्याएं की थी। जब उसने सुना कि यहूदियों के राजा का जन्म हुआ है तब उसके बैतलहम के सब बालकों को मरवा दिया था।
- उसके पुत्र हेरोदेस अन्तिपास और हेरोदेस फिलिप और उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा आगे चलकर यहूदिया का शासक बना। उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा द्वितीय (“राजा अग्रिप्पा” कहलाया) ने भी संपूर्ण यहूदिया पर राज किया।
(देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)
(यह भी देखें: हेरोदेस अन्तिपास, यहूदिया, राजा, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हेर्मोन पर्वत
तथ्य:
हेर्मोन पर्वत इस्राएल के सबसे ऊंचे पर्वत का नाम है जो लबानोन की पर्वत श्रृंखला के दक्षिणी छोर पर है।
- यह पर्वत गलील सागर के उत्तर में, इस्राएल और सीरिया के मध्य उत्तरी सीमा पर है।
- अन्य जातियों द्वारा हेर्मोन पर्वत को “पर्वत सिर्योन” और “पर्वत सनीर” भी कहा गया है।
- हेर्मोन पर्वत की तीन प्रमुख चोटियाँ हैं। सबसे ऊंची चोटी 2,800 मीटर ऊँची है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राएल, गलील सागर, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2022, H2768, H2769, H8149
होरेब
परिभाषा:
सीनै पर्वत का दूसरा नाम होरेब पर्वत है जहाँ परमेश्वर ने मूसा को दस आज्ञाएं दी थी।
- होरेब पर्वत को “परमेश्वर का पर्वत” भी कहा जाता है
- होरेब ही वह पर्वत है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी।
- होरेब वह पर्वत था जहाँ परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ बांधी हुई वाचा को प्रकट किया था और उन्हें पत्थर की पट्टियों पर लिखी दस आज्ञाएं दी थी।
- यही वह स्थान है जहाँ परमेश्वर ने मूसा से कहा था कि वह चट्टान को मार कर इस्राएलियों के लिए पानी का प्रबन्ध करे क्योंकि वे जंगल में भटक रहे थे।
- इस पर्वत का भौगोलिक स्थान अज्ञात है परन्तु संभव है कि यह पर्वत दक्षिणी भाग में आज के सीनै प्रायद्वीप में कही था।
- यह भी संभव है कि पर्वत का नाम होरेब था और “सीनै पर्वत” का अर्थ था “सीनै का पर्वत” जिसका संदर्भ सीनै के रेगिस्तान में इस पर्वत के स्थान से था।
(यह भी देखें: वाचा, इस्राएल, मूसा, सीनै, दस आज्ञाओं)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
होशे
तथ्य:
होशे यीशु से 750 वर्ष पूर्व इस्राएल राज्य में परमेश्वर का एक भविष्यद्वक्ता था।
- उसका सेवाकाल अनेक राजाओं के युग में रहा था, यारोबाम, जकर्याह, यातोम, आहाज, होशे, उज्जिय्याह, और हिजकिय्याह।
- होशे को परमेश्वर ने आदेश दिया कि वह एक वैश्या से विवाह कर ले, उसका नाम गोमर था, यद्यपि वह विश्वासघाती थी तौभी परमेश्वर ने उससे प्रेम करने की उसे आज्ञा दी।
- यह परमेश्वर की विश्वासघाती प्रजा के प्रति उसके प्रेम का चित्रण है।
- होशे ने इस्राएलियों के पाप के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी और उन्हें मूर्ति-पूजा से विमुख होने की चेतावनी दी थी।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाज, हिजकिय्याह, होशे, यारोबाम, योताम, उज्जिय्याह, जकर्याह (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
होशे
तथ्य:
होशे इस्राएल के एक राजा का नाम था, वरन पुराने नियम में अनेक पुरुष इस नाम के हुए हैं।
- एला का पुत्र होशे ने इस्राएल पर नौ वर्ष राज किया था, उस समय यहूदा में आहाज तदोपरान्त हिजकिय्याह का राज था।
- नून के पुत्र यहोशू का पूर्वकालिक नाम होशे था। मूसा ने उसका नाम बदलकर यहोशू रखा था जब वह उसे और उसके साथ ग्यारह लोगों को कनान का भेद लेने भेज रहा था।
- मूसा के मरणोपरान्त यहोशू इस्राएलियों को लेकर कनान पर अधिकार करने आया था।
- एक और पुरुष का नाम होशे जो अजज्याह का पुत्र था, वह एप्रैमियों का अगुआ था।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: अहाज, कनान, एप्रैम, हिजकिय्याह, यहोशू, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
Other
# उजाड़, सूखा
परिभाषा:
“उजाड़” अर्थात अनुपजाऊ या निष्फल।
- बंजर भूमि में पेड़ पौधे नहीं उगते हैं।
- स्त्री जो सन्तान उत्पन्न नहीं कर पाती है उसे बांझ कहते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- भूमि के संदर्भ में कहा जा सकता है, “अनुपजाऊ” या “निष्फल” या “पेड़-पौधों से रहित”
- स्त्री के संबन्ध में कहा जा सकता है, “निःसन्तान” या “संतान उत्पत्ति में अक्षम”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4420, H6115, H6135, H6723, H7921, G06920, G47230
# पकड़वाना, पकड़वानेवाला
परिभाषा:
“पकड़वाना” (धोखा देना) का अर्थ है,ऐसा व्यवहार करना जिससे किसी के साथ धोखा हो और उसकी हानि हो।
- यहूदा “पकड़वाने वाला” था क्योंकि उसने यहूदी अगुओं को युक्ति सुझाई थी कि यीशु को कैसे पकड़ें।
- यहूदा द्वारा विश्वासघात विशेष पाप था, क्योंकि वह यीशु का चेला था और उसने पैसों के बदले में यहूदी अगुओं को जानकारी दी थी जिसका परिणाम यीशु की अन्यायी मृत्यु से हुआ।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “पकड़वाना” का अनुवाद “धोखा देना और हानि पहुंचाना” या “बैरियों के हाथों में कर देना” या “निर्दयता का व्यवहार करना” हो सकता है।
- “पकड़वानेवाला” शब्द का अनुवाद “धोखा देने वाला मनुष्य” या “दुचित्ता व्यवहारी” या “द्रोही” हो सकता है।
(यह भी देखें: यहूद इस्करियोती, यहूदी अगुवे, प्रेरित)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:11 भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि मसीह को मारने वाले उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियां डालेंगे और उसका परम मित्र उसे धोखा देगा। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए धोखा देगा।
- 38:2 यीशु और चेलों द्वारा यरूशलेम पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वासघात करने का प्रस्ताव रखा।
- __38:3__यहूदी गुरुओं ने महायाजक के नेतृत्व में यीशु को पकडवाने के लिए के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए।
- 38:6 फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा पकड़वाने वाला होगा।”
- 38:13 जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे पकड़ने वाले आ गए है।”
- 38:14 यीशु ने यहूदा से कहा कि, “ तूने मुझे पकड़वाने के लिए चूमा है।”
- 39:8 विश्वासघाती यहूदा, ने देखा कि यहूदी अगुओं ने यीशु को मृत्यु दंड का दोषी ठहराया है, तो वह शोकातुर हो गया और उसने जाकर आत्महत्या कर ली।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H7411, G38600, G42730
## भरोसा, आत्मविश्वास से
परिभाषा:
“भरोसा” (हियाव) निश्चय होना कि कोई बात सच है या उसका होना निश्चित है।
- बाइबल में, "आशा" शब्द का अर्थ है, किसी ऎसी बात के लिए आशा बांधकर प्रतीक्षा करना जिसका होना निश्चित है| ULT में इसका अनुवाद, "निश्चित आशा" या "भविष्य के लिए निश्चय" या "भावी निश्चय" किया गया है, विशेष करके जब इसका अभिप्राय हो कि परमेश्वर ने यीशु में विश्वासियों के लिए जो प्रतिज्ञा की है उसको पाने का निश्चय |
- "भरोसा" शब्द का सन्दर्भ प्रायः यीशु के विश्वासियों के निश्चित विश्वास से है कि एक दिन वे परमेश्वर के साथ सदा के लिए स्वर्ग में होंगे|
- “परमेश्वर पर भरोसा” इस उक्ति का अर्थ है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसे प्राप्त करने और उसका अनुभव करने की आशा।
- “भरोसा करना” का अर्थ है परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में विश्वास करना और निश्चय के साथ काम करना कि परमेश्वर ने जो कह दिया है, उसे वह पूरा करेगा। इस शब्द का अर्थ निडर होकर साहस के साथ काम करना भी है।
अनुवाद के सुझाव:
- “भरोसा” शब्द का अनुवाद “निश्चय” या “पूर्ण विश्वास” भी हो सकता है।
- वाक्यांश "भरोसा रखना"; का अनुवाद हो सकता है, "पूर्ण विश्वास" या " के बारे में पूर्णतः सुनिश्चित" या "निश्चित रूप से जानना"
- शब्द "आत्मविश्वास" का अनुवाद हो सकता है, "साहसपूर्वक" या "निश्चय के साथ"
- संदर्भ के आधार पर, "भरोसा" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "पूर्ण आश्वासन" या "निश्चित आशा" या "निश्चितता" शामिल हो सकते हैं।
(यह भी देखें: विश्वास, आस्था, साहसी, विश्वासयोग्य, आशा, भरोस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H982, H983, H986, H3689, H3690, H4009, G2292, G3954, G3982, G4006, G5287
# अशुद्ध, बिगड़कर, नाश होती है, बिगड़ गए, भ्रष्ट, सड़ाहट, बिगड़ गए
परिभाषा:
“बिगड़कर” या “सड़ाहट” का संदर्भ ऐसी स्थिति से है जिसमें मनुष्य नाश हो जाता है, अनैतिक या बेईमान हो जाता है।
- “बिगड़कर” शब्द का मूल अर्थ है, नैतिकता में “झुकना” या “तोड़ा जाना” है।
- जो मनुष्य बिगड़ गया वह सत्य से विमुख हो गया और बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करता है।
- किसी को बिगाड़ना अर्थात उसे बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करने के लिए प्रभावित करना।
अनुवाद के सुझाव:
- “बिगाड़ना” अर्थात “बुरा काम करने के लिए प्रभावित करना” या “अनैतिक होने के लिए प्रेरित करना”।
- बिगड़ा मनुष्य वह है, “जो अनैतिक हो गया है” या “जो बुराई करता है”
- इस शब्द का अनुवाद “बुरा” या “अनैतिक” या “दुष्ट” भी किया जा सकता है।
- “बिगड़ना” शब्द का अनुवाद “बुरा व्यवहार” या “बुराई” या “अनैतिकता” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दुष्ट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H2610, H3891, H4889, H7843, H7844, G861, G1311, G2704, G5351, G5356
# अंधियारा
परिभाषा:
“अंधियारा” का अर्थ है प्रकाश की अनुपस्थिति इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं:
- रूपक स्वरूप “अंधियारा” का अर्थ है, “अशुद्धता” या “बुराई” या “आत्मिक अंधापन”
- इसका सदंर्भ पाप और नैतिक भ्रष्टाचार से सम्बंधित किसी भी बात से है।
- “अन्धकार का राज्य” इस उक्ति का अर्थ है सब कुछ जो बुरा है और शैतान के शासनाधीन है।
- “अंधियारा” शब्द मृत्यु के रूपक स्वरुप भी काम में लिया जा सकता है। (देखें: उपमा)
- जिन मनुष्यों को परमेश्वर का ज्ञान नहीं उनके लिए कहा जाता है कि वे “अंधियारे में रह रहे हैं” अर्थात वे धार्मिकता को समझते नहीं और न ही उसका व्यवहार करते हैं।
- परमेश्वर ज्योति (धार्मिकता) है और अन्धकार (बुराई) उस पर नहीं छा सकती है।
- परमेश्वर का त्याग करनेवालों के दण्ड के स्थान को कभी-कभी “बाहरी अन्धकार” कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों करना उचित है, लक्षित भाषा में इसका पर्यायवाची शब्द जिसका सन्दर्भ रौशनी की अनुपस्थिति से है, वही काम में लिया जाए। यह एक ऐसा शब्द है जो किसी कमरे के अन्धकार के सन्दर्भ में हो सकता है जहां प्रकाश नहीं या समय का वह पहर जब प्रकाश नहीं होता है।
- प्रतीकात्मक उपयोगों में भी प्रकाश के विलोम शब्द का भाव व्यक्त होना है, जैसे भलाई और सत्य के विपरीत बुराई और धोखे का वर्णन करना।
- प्रकरण के अनुसार इसका अनुवाद हो सकता है, "रात का अंधेरा" ("दिन की रोशनी" के विपरीत) या "कुछ भी नहीं दिखना जैसे रात में" या "अंधेरी जगह जैसी बुराई"
(यह भी देखें: भ्रष्ट, प्रभुता, राज्य, ज्योति, उद्धार करना, धर्मी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0652, H0653, H2816, H2821, H2822, H2825, H3990, H3991, H4285, H5890, H6205, G22170, G46520, G46530, G46550, G46560
# वीणा, वीणाओं, वीणा बजानेवाला
परिभाषा:
वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था जिसकी बड़ी चौखट में तार लागे होते थे।
बाइबल के युग में सनौवर की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे।
वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाई जाती थी।
बाइबल में अनेक उदाहरणों में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी।
दाऊद के अनेक भजन लिखे जो वीणा के संगीत पर रचे गए थे।
वह राजा शाऊल की परेशान आत्मा को शान्ति देने के लिए भी वीणा बजाता था।
(यह भी देखें: दाऊद, सनौव्रर, भजन, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3658, H5035, H5059, H7030, G2788, G2789, G2790
चरवाहा,रखवाला +++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
परिभाषा:
चरवाहा वह मनुष्य है जो भेड़ों की रखवाली करता है| पुराने नियम में, इस शब्द का सन्दर्भ "रखवाले" से भी है जो अन्य घरेलु मवेशियों के देखभाल करता है जैसे, बकरियां और चौपाए|
- इसके क्रिया रूप, "चरवाही" का अर्थ है, भेड़ों (या अन्य मवेशियों) को उत्तम भोजन और जल के पास ले जाना, वन्पशुओं से उनकी रक्षा करना, उनको खो जाने से बचाना तथा पशुओं को जीवित और सुरक्षित रखने के लिए अन्य सब उत्तरदायित्वों की पूर्ती करना|
- बाईबल में, इस शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा में किया गया है जिसका अर्थ है, (पशुओं की ही नहीं) मनुष्यों की शारीरिक एवं आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेना|
- पुराने नियम में, परमेश्वर को उसके लोगों का चरवाहा कहा गया है क्योंकि उसने उनकी रखवाली की थी| नये नियम में, यीशु स्वयं को "अच्छा चरवाहा" कहता है और अन्य स्थानों में यीशु को कलीसिया का "महान चरवाहा" कहा गया है|
- नये नियम में, "रखवाला" शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो अन्य विश्वासियों पर आत्मिक अगुआ है| जिस शब्द का अनुवाद "पास्टर" किया गया है वह "चरवाहा" शब्द का अनुवाद ही है| प्राचीन और बिशप भी चरवाहे कहलाए थे|
अनुवाद के सुझाव
- इस स्नाग्या शब्द, "चरवाहा" का अनुवाद हो सकता है, "भेड़ों की देखरेख करने वाला मनुष्य" या भेदून का रखवाला" या भेड़ों की सुध रखने वाला"
- जब भीड़ों से अन्य मवेशियों की देखरेख करने वाले मनुष्य का सन्दर्भ हो तो इस शब्द का अनुइवाद हो सकता है, "वृन्द परिचारक" या "मवेशी कर्मी" या " मवेशियों की सेवा करने वाला मनुष्य|"
- क्रिया रूप में "चरवाही" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भीड़ों की सुध रखना" या "भेड़ों की रक्षा करना|"
- कुछ परिप्रेक्ष्यों में, "चरवाहा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "अगुआ" या "मार्गदर्शक" या "पर्यवेक्षक"
- उपमा स्वरूप उपयोग करने में इस संज्ञा शब्द, "चरवाहा" के अनुवाद भिन्न-भिन्न होते हैं, जैसे, “आत्मिक चरवाहा” या “आत्मिक अगुआ” या “चरवाहे के समान मनुष्य” या “भेड़ों की रखवाली करने वाले चरवाहे के जैसा अपने लोगों की सुधि लेनेवाला जन” या “चरवाहा जैसे अपनी भेड़ों की अगुआई करता है वैसे अपने लोगों की अगुआई करनेवाला जन” या “परमेश्वर की भेड़ों की सुधि लेनेवाला”।
- इसके क्रिया रूप को लाक्षणिक भाषा में काम में लिया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, "सुध रखना" या "आत्मिक पोषण देना" या "अगुआई करना और शिक्षा देना" या "अगुआई करना और संभालना (जैसे चरवाहा अपनी भेड़ों को संभालता है)"
- इसी संदर्भ में “चरवाहे” का अनुवाद “अगुआ” या “पथ प्रदर्शक” या “सुधि लेनेवाला” हो सकता है।
(यह भी देखें: पासबान, भेड़, मवेशी
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 9:11_ मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक चरवाहा बन गया.के प्रति
- 17:2 दाऊद बेथलेहेम के शहर से एक चरवाहा था। जब वह अपने पिता के भेड़ों की निगरानी कर रहा था, तब दाऊद ने एक बार एक शेर को और एक बार एक भालू को मार दिया था क्योंकि उन्होंने उसकी भेड़ों पर चढ़ाई की थी।
- 23:6 उस रात, वहाँ कुछ __ चरवाहे__ थे जो पास के मैदान में अपनी भेड़ों की रखवाली कर रहे थे।
- 23:8 चरवाहे__ तुरंत ही उस स्थान पर पहुंचे जहां यीशु था और उन्होंने उसे चरनी में लेटा हुआ पाया, जैसा स्वर्गदूत ने उन्हें बताया था।
- 30:3 यीशु के लिए, ये लोग किसी चरवाहे के बिना भेड़ों के समान थे।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6629, H7462, H7469, H7473, G07500, G41650, G41660
शिक्षा देना, शिक्षा, अशिक्षित
परिभाषा:
किसी को "सिखाने" का अर्थ है कि उसे वह बताना जो वह पहले से न जानता हो। इसका मतलब सामान्य रूप में "जानकारी प्रदान करने" का भी हो सकता है, जिसका संदर्भ सीखने वाले व्यक्ति विशेष से नहीं होता है। सामान्यतः जानकारी औपचारिक या विधिवत रूप से दी जाती है। मनुष्य का "शिक्षण" या उसकी "शिक्षा" वह हैं जो उसने पढ़ाया गया है।
- “गुरू” वह है जो शिक्षा देता है। “सिखाना” की भूतकालीन क्रिया है, “सिखाया”
- यीशु अपनी शिक्षाओं में परमेश्वर और उसके राज्य की बातों का वर्णन करता था।
- यीशु के चेले उसे “गुरू” कहते थे। यह मनुष्यों को परमेश्वर के विषय शिक्षा देनेवाले के लिए एक सम्मानित पद था।
- जिन जानकारियों की शिक्षा दी जाती है उनका प्रदर्शन किया जा सकता है या शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है।
- “धर्म सिद्धांत” परमेश्वर के बारे में दी जानेवाली परमेश्वर ही की शिक्षाओं का समुच्य तथा जीवन शैली के बारे में परमेश्वर के निर्देश है। इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की शिक्षाएं” या “परमेश्वर हमें जो सिखाता है।"
- “तुझे जो सिखाया गया है” इस वाक्यांश का अनुवाद प्रकरण के अनुसार इस प्रकार हो सकता है, “इन लोगों ने तुझे जो सिखाया” या “परमेश्वर ने तुझे जो सिखाया है।"
- “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “कहना”, या “समझाना” या “निर्देश देना।"
- इस शब्द का अनुवाद प्रायः इस प्रकार होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना”
(यह भी देखें: निर्देश, शिक्षक, परमेश्वर का वचन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G13170, G13210, G13220, G20850, G26050, G27270, G31000, G23120, G25670, G38110, G49940
अकड़ी गर्दन, हठीला, कठोर मन
परिभाषा:
“हठीले”, शब्द बाइबल में प्रयुक्त एक मुहावरा है जो उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करते रहते हैं और मन फिराने से इन्कार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है।
- इसी प्रकार, "हठीला" शब्द उस व्यक्ति का वर्णन करता है जो मन फिराने से और कर्मों से फिर जाने से इन्कार करता है, चाहे उस से कितना भी आग्रह किया जाए| हठीले लोग मनुश्यों द्वारा दिए गए अच्छे परामर्श को या चेतावनी को नहीं मानते हैं।
- पुराने नियम में इस्राएलीयों को "कठोर मन" का कहा गया है क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उनसे पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया।
- यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ती नहीं। लक्षित भाषा में एक अलग मुहावरा हो सकता है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "लचीला" नहीं है अर्थात वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है ।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और न झुकने वाला" या "परिवर्तन से इनकार करने वाला"।
(यह भी देखें: अभिमानी, घमण्डी, मन फिराव करना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H47, H3513, H5637, H6203, H6484, H7185, H7186, H7190, H8307, G483, G4644, G4645
अकाल
परिभाषा:
“अकाल” शब्द उस परिस्थिति को दर्शाता है जब संपूर्ण देश में भोजन की कमी हो, विशेष करके वर्षा न होने के कारण।
- फसल नष्ट हो जाने के प्राकृतिक कारण होते हैं वर्षा न होना, फसल में रोग लग जाना या कीड़े लग जाना।
- भोजन वस्तुओं की कमी का कारण मनुष्य भी होता है जैसे शत्रु फसल को नष्ट कर दे।
- बाइबल में अकाल परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने के कारण जातियों को दण्ड देने का साधन भी है।
- आमोस 8:11 में “अकाल” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किया गया है, जब परमेश्वर ने अपने लोगों से बात करना त्याग दिया था। इसका अनुवाद आपकी भाषा में “अकाल” शब्द से किया जा सकता है या ऐसे वाक्यांश से जिसका अर्थ “महान घटी” या “गंभीर अभाव” हो।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3720, H7458, H7459, G3042
अंग, देह के अंग
परिभाषा:
“अंग” अर्थात एक जटिल शरीर या समूह का एक हिस्सा।
- नये नियम में विश्वासियों को मसीह की देह का "अंग" कहा गया है। मसीह के विश्वासी एक समुदाय के अंग है जो समुदाय अनेक विश्वासियों का संगठन है।
- इस देह का “सिर” मसीह है और विश्वासी उस देह के अंग स्वरूप काम करते हैं। पवित्र आत्मा देह के प्रत्येक सदस्य को एक विशेष भूमिका प्रदान करता है कि संपूर्ण देह सुचारू रूप से कार्य करे।
- यहूदी महासभा तथा फरीसी जैसे समूहों के सदस्यों को उन समूहों के "सदस्य" कहा जाता है।
(यह भी देखें: देह, फरीसी, महासभा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1004, H1121, H3338, H5315, H8212, G1010, G3196, G3609
अंगूर, दाख, दाख की लता
परिभाषा:
अंगूर (दाख) एक छोटा चिकना गोल फल होता है जो दाखलता में गुच्छों में उगता है। अंगूर का रस मदिरा बनाने के काम में आता है।
- अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल।
- एक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है।
- अंगूर के बगीचे लगाए जाते हैं जिन्हें दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं।
- बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था।
- अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है।
- यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था।
(यह भी देखें: दाखलता, दाख की बारी, दाखरस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H3196, H5955, H6025, H6528, G288, G4718
अंजीर, अंजीरों
परिभाषा:
“अंजीर” एक छोटा मीठा फल होता है जो पेड़ में उगता है। पक जाने पर इस फल के विभिन्न रंग होते हैं, भूरा, पीला या बैंगनी।
- अंजीर का पेड़ छः मीटर तक लम्बा हो जाता है और इसके चौड़े पत्तों के कारण पेड़ के नीचे बहुत छाया होती है । इसके फल की लम्बाई 3-5 से.मी. होती है।
- आदम और हव्वा ने पाप करने के बाद अंजीर के पत्तों से अपने वस्त्र बनाए थे।
- अंजीर का फल खाया जाता है, पकाया जाता है या सुखा कर भी रखा जाता है। लोग उन्हें टुकड़े करके उनकी टिक्कियाँ बनाकर सुखा लेते हैं कि बाद में खाने के काम आए।
- बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए और बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण स्रोत थे।
- फलदायक अंजीर के पेड़ की चर्चा बाइबल में बार-बार की गई है। जिसका संदर्भ समृद्धि से है।
- यीशु ने भी अनेक बार अंजीर के वृक्षों का उदाहरण देकर आत्मिक सत्यों की व्याख्या की थी।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1061, H1690, H6291, H8384, G3653, G4808, G4810
अत्याचार करना, अंधेर करना, सताए हुए, अंधेर करनेवाला, अधिकार रखना
परिभाषा:
“अत्याचार करना” और “अंधेर” अर्थात मनुष्यों के साथ निर्दयता का व्यवहार करना। “अत्याचारी” वह है जो मनुष्यों पर अत्याचार करता है।
- “अत्याचार” विशेष करके उस परिस्थिति का संदर्भ देता है जिसमें अधिक शक्तिशाली मनुष्य अपने अधिकार के अधीन या अपने राज्य के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं या उन्हें दास बना लेते हैं।
- “उत्पीड़ित” जन वे हैं जिनके साथ निर्दयता का व्यवहार किया जाता है।
- शत्रु राष्ट्र और उनके शासक इस्राएल की प्रजा पर अत्याचार करते थे।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के आधार पर “अत्याचार” का अनुवाद किया जा सकता है, “कठोर व्यवहार करना” या “भारी बोझ डालना” या “दयनीय दासत्व में रखना” या “निर्दयी शासन करना”।
- “अत्याचार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोर दमन एवं दासत्व” या “कष्टप्रद नियंत्रण”
- शोषित” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ित मनुष्य” या “भयंकर दासत्व में मनुष्य” या “निर्दयता का व्यवहार सहनेवाले"|
- “अत्याचार करने वाले” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचारी मनुष्य” या “कठोर व्यवहार या राज करनेवाला देश” या “उत्पीड़क”|
(यह भी देखें: बांधना, दास बनाना, सताना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H1790, H1792, H2541, H2555, H3238, H3905, H3906, H4642, H5065, H6115, H6125, H6184, H6206, H6216, H6217, H6231, H6233, H6234, H6693, H7429, H7533, H7701, G2616, G2669
अथाह कुण्ड, अथाह गड्ढे
परिभाषा:
“अथाह कुण्ड” एक विशाल अथाह गड्ढे का संदर्भ देता है।
- बाइबल में "अथाह कुण्ड" दण्ड का स्थान है।
- उदाहरणार्थ, यीशु ने एक दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य से दुष्टात्माओं को निकाला तो उन्होंने यीशु से विनती की कि उन्हें अथाह गड़हे (कुण्ड) में न डाले।
“अथाह कुण्ड” का अनुवाद “अथाह गड्ढा” या “अगाध खाई” किया जा सकता है।
- इस शब्द का अनुवाद “अधोलोक” या “नरक” से भिन्न होना चाहिए।
(यह भी देखें: अधोलोक, नरक, दण्ड देना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G00120 , G54210
अधर्मी साक्षी, अन्यायी साक्षी, झूठी गवाही, झूठा गवाह
परिभाषा:
“झूठा साक्षी” या और “अधर्मी साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो किसी के बारे में या किसी घटना के बारे में, न्यायालय जैसी सभा में असत्य बातें कहता है।
- “झूठी गवाही” या “अन्यायी साक्षी” वास्तव में उच्चारित झूठ है।
- “झूठी गवाही देना” अर्थात झूठ कहना या गलत वर्णन करना।
- बाइबल में अनेक उदाहरण हैं जब झूठे गवाहों को भाड़े पर लाया गया कि किसी को दण्ड या मृत्युदण्ड दिलवाने के लिए झूठी गवाही दी जाए।
अनुवाद के सुझाव:
- “झूठी गवाही देना” या “झूठी साक्षी देना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अवैध साक्षी” या “किसी के बारे में मिथ्या वर्णन करना” या “किसी के विरूद्ध झूठा अरोप लगाना” या “झूठ कहना”
- जब “झूठी गवाही” किसी मनुष्य के संदर्भ में हो तब कहा जा सकता है, “झूठ बोलने वाला मनुष्य” या “झूठी गवाही देने वाला मनुष्य” या “असत्य बातें कहनेवाला मनुष्य”।
(यह भी देखें: साक्षी, सत्य
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5707, H6030, H7650, H8267, G19650, G31440, G55710, G55750, G55760, G55770
अधर्मी, अधर्म
परिभाषा:
“अधर्मी” शब्द ऐसे मनुष्य का वर्णन करता है जो व्यवस्था या नियमों का पालन नहीं करता। जब कोई देश या समुदाय में अधर्म की स्थिति हो तो वहां व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता होती है।
अधर्मी जन विद्रोही होता है, वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है।
प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अन्त के दिनों में अधर्म का पुरूष प्रकट होगा अर्थात “अधर्मी जन” जो शैतान के प्रभाव में बुरे काम करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
- “अधर्म” का अनुवाद “विद्रोही” या “अवज्ञाकारी” या “नियम विरोधी” किया जा सकता है।
“अधर्म” का अनुवाद “नियमों का पालन नहीं करना” या “विद्रोह”(परमेश्वर की व्यवस्था के विरुद्ध) किया जा सकता है।
- वाक्यांश "अधर्म का पुरूष" का अनुवाद "मनुष्य जो किसी भी व्यवस्था का पालन नहीं करता है" या "मनुष्य के रूप में किया जा सकता है जो परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करता है।"
- यदि संभव हो तो इस अवधि में "व्यवस्था" की अवधारणा को रखना महत्वपूर्ण है
- ध्यान दें कि इस शब्द से "अवैध" शब्द का एक अलग अर्थ है।
(यह भी देखें: व्यवस्था, व्यवस्थापूर्ण, व्यवस्था)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6530, H7386, G113, G266, G458, G459
अधिकार में लेना, अधिकार में लिया, कब्ज़ा, वंचित करना
तथ्य:
“अधिकार में लेना” (वारिस होना) और “सम्पत्ति” प्रायः किसी वस्तु के स्वामीत्व को दर्शाते हैं। इनका अर्थ किसी वस्तु पर अधिकार करना या भूमि पर अधिकार करना भी होता है।
- पुराने नियम में यह शब्द “भूमि पर अधिकार” या “अधिकार करने” के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं।
- यहोवा ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे कनान देश पर “अधिकार” करें तो इसका अर्थ था कि वे उस देश में जाकर वहां रहें। इसमें पहले वहां के निवासियों, कनानियों को जीतना था।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उसने उन्हें वह देश उनकी संपदा होने के लिए दे दिया है। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनका अधिकृत निवास स्थान”।
- इस्राएल को यहोवा का “निज धन” भी कहा गया है। इसका अर्थ है कि वे उसके अपने लोग थे जिन्हें उसने विशेष करके अपनी आराधना और सेवा के लिए बुलाया था।
अनुवाद के सुझाव:
- “अधिकारी होना” का अनुवाद “स्वामी होना” या “रखना” या “अधिकार रखना” भी हो सकता है।
- “पर अधिकार करो” का अनुवाद “वश में करो” या “अधिग्रहण करो” “वहां रहो”-प्रकरण के अनुसार अनुवाद करें।
- मनुष्यों की संपदा के संदर्भ में “संपदा” का अनुवाद “सामान” या “सम्पत्ति” या “अधिकार की वस्तुएं” या “जिन वस्तुओं के वे स्वामी हैं”।
- यहोवा इस्राएल को “मेरा निज धन” कहता है जिसका अनुवाद “मेरे विशेष लोग” या “मेरे लोग” या “मेरे लोग जिन से मैं प्रेम करता हूं और जिन पर में राज करता हूं”।
- भूमि के संबन्ध में जब कहा गया है, “वह उनका भाग होगा” तो इसका अर्थ है, “वे उस भूमि के अधिकारी होंगे” या “वह देश उनका होगा”।
- “उसके अधिकार में पाया गया" इसका अनुवाद हो सकत्या है, “जिसे वह रखे हुए था” या “ जो उसके पास था”।
- “तुम्हारा निज भाग” का अनुवाद “जो तुम्हारा है” या “वह स्थान जहां तुम रहोगे”।
- “उसकी संपदा” का अनुवाद “जो उसके अधिकार में था” या “जो उसका था”।
(यह भी देखें: कनान, आराधना)
inherit)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0270, H0272, H0834, H2505, H2631, H3027, H3423, H3424, H3425, H3426, H4180, H4181, H4672, H4735, H4736, H5157, H5159, H5459, H7069, G11390, G21920, G26970, G27220, G29320, G29330, G29350, G40470, G52240, G55640
अधीन होना, अधीनता स्वीकार करना, अधीनता में
परिभाषा:
“अधीन होना” इसका सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी मनुष्य के या सरकार के अधिपत्य के अधीन होना।
- बाइबल में यीशु के विश्वासियों को कहा गया है कि वे अपने जीवन में परमेश्वर और अन्य अधिकारियों के अधीन रहें।
- “एक दूसरे के अधीन रहो” इस निर्देश का अर्थ है, दीनतापूर्वक सुधार स्वीकार करें और अपनी अपेक्षा अन्यों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दें।
- “अधीनता में रहना” अर्थात स्वयं को किसी वस्तु या मनुष्य के अधिकाराधीन रखना।
अनुवाद के सुझाव:
- “अधीन रहो” इस आज्ञा का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक प्रतीष्ठा करो और आदर करो”।
- “अधीनता” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञा पालन” या “अधिकार का अनुपालन करना"
- “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो”
- “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो”
(यह भी देखें: प्रजा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3584, G5226, G5293
अधीन, अधीन होना, अधीनता
तथ्यों:
एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के "अधीन" होता है, जब दूसरा व्यक्ति पहले पर शासन करता है। “अधीन रहो” अर्थात, "आज्ञा" मानो या “किसी के अधिकार के अधीन रहो”
- “के अधीन करना” का अर्थ है मनुष्यों को किसी अगुवे या शासक के आधिपत्य के अधीन करना।
- “किसी को किसी बात के अधीन करना” अर्थात् किसी के नकारात्मक अनुभव करवाना जैसे दण्ड की आज्ञा के अधीन करना।
- कभी-कभी “अधीन” शब्द का सन्दर्भ किसी विषय का कारण होना या किसी बात का केंद्र होना जैसे, “निन्दा का पात्र होना"
- “के अधीन” का अर्थ भी वही है जैसे “के अधीन रहो” या “ की अधीनता स्वीकार करो"
(यह भी देखें: अधीन)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G03500, G13790, G13960, G17770, G36630, G52920, G52930
अनमोल, मूल्यवान, बहुमूल्य, बढ़िया
तथ्य:
“अनमोल” उन मनुष्यों या वस्तुओं का संदर्भ देता है जिन्हें बहुत अत्यधिक मान का समझा जाता है।
- “अनमोल पत्थर” या “अनमोल मूंगे” उन चट्टानों या खनिजों के संदर्भ में काम में लिए जाते है जो रंगीन होते हैं या ऐसे अन्य गुणवान होते हैं जो उन्हें सुंदर या उपयोगी बनाते हैं।
- अनमोल पत्थरों में हैं, हीरे, माणिक और पन्ना।
- सोना और चांदी “अनमोल धातु” हैं।
- यहोवा कहता है कि उसकी उसकी दृष्टी में उसकी प्रजा “अनमोल है”। (यशा. 43:4)
- पतरस कहता है, "परमेश्वर की दृष्टी नम्रता और मन की दीनता का मूल्य बड़ा है”। (1पत. 3:4)
- इसका अनुवाद हो सकता है, “मूल्यवान” या “अतिप्रिय” या “संजोने योग्य” या “अति माननीय”।
(यह भी देखें: सोना, चांदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0068, H1431, H2532, H2667, H2896, H3357, H3365, H3366, H3368, H4022, H4030, H4261, H4262, H5238, H5730, H8443, G927, G1784, G2472, G4185, G4186, G5092, G5093
अनार, अनारों
तथ्य:
अनार एक फल है जिसका आवरण मोटा होता है जिसमें लाल रंग का खाने के दाने होते हैं।
बाहरी छिलका लाल रंग का होता है और बीजों का गुदा चमकदार और लाल होता है।
- अनार गर्म और सूखी जलवायु के देशों में बहुतायत से उगते हैं, जैसे मिस्र और इस्राएल।
- परमेश्वर ने इस्राएल से प्रतिज्ञा की थी कि कनान पानी और उपजाऊ भूमि थी जिसके कारण वहां भोजन सामग्री और अनार बहुतायत से हैं।
- सुलैमान निर्मित मन्दिर की सजावट में तांबे के अनार बने हुए थे।
(यह भी देखें: तांबा, कनान, मिस्र, सुलैमान, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
मिस्र
शब्द तथ्य:
अनुकरण करना, अनुकरणकारी
परिभाषा:
“के समान चाल चलना” और “अनुकरण करना” का संदर्भ किसी की नकल करने से है, ठीक उसी व्यक्ति का सा आचरण रखना।
- विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि यीशु मसीह का अनुकरण करें, यीशु के सदृश्य परमेश्वर की आज्ञा मानें और मनुष्यों से प्रेम करें।
- प्रेरित पौलुस ने आरंभिक कलीसिया से कहा था कि वे उसकी सी चाल चलें, जैसे वह मसीह की सी चाल चलता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “अनुकरण” का अनुवाद “वैसा ही करना” या “उसके उदाहरण पर चलना”
- “परमेश्वर का अनुकरण” का अनुवाद, “ऐसे मनुष्य होना जो परमेश्वर का स्वभाव रखते हैं” या “परमेश्वर के से काम करनेवाले होना”
- “तुम हमारी सी चाल चलते हो” का अनुवाद “हमारे उदाहरण पर चले” या “तुम वैसे ही ईश्वर-भक्ति के काम करते हो जो तुमने हमें करते हुए देखा हैं”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H310, H6213, G1096, G2596, G3401, G3402, G4160
अनुवाद करना, व्याख्या, व्याख्याता
तथ्य:
“व्याख्या करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझना और उसकी व्याख्या करना।
- बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ प्रायः स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है।
- जब बेबीलोन के राजा ने बड़े ही परेस्शान करने वाले स्वप्न देखे थे, तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उनका अर्थ समझाए और उनका सन्दर्भ स्पष्ट करे।
- स्वप्न का “अर्थ” बताने का तात्पर्य उस स्वप्न की व्याख्या करने से है।
- पुराने नियम में, परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की घटनाएं बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भाविश्यद्वानियाँ होता था।
- "व्याख्या" शब्द का सन्दर्भ अन्य बातों के अर्थ का अनुमान लगाना भी हो सकता है, जैसे सर्द या गर्म के आधार पर, वायु प्रवाह के आधार पर, और आकाश को देख कर मौसम का निर्धारण करना।
- "व्याख्या" शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं: "अर्थ का मान निर्धारण करना या "वर्णन करना" या "अर्थ बताना।"
- "व्याख्या" शब्द का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वर्णन करना" या "अर्थ निर्धारान।"
(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, स्वप्न, भविष्यद्वक्ता, दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H995, H3887, H6591, H6622, H6623, H7667, H7760, H7922, G1252, G1328, G1329, G1381, G1955, G2058, G3177, G4793
अन्न, किनकों, खेतों
परिभाषा:
“अन्न” अर्थात गेहूं, जौ, मक्का, दाल, चावल जैसे खाद्य संयंत्र के बीज को संदर्भित करता है। इसका अभिप्राय संपूर्ण पौधे से भी हो सकता है।
- बाइबल में मुख्य अन्न हैं गेहूं और जौ।
- बालियां गेहूं के पौधे का वह ऊपरी भाग है जो दाने को पकड़े रहता है।
- कुछ पुराने संस्करणों (अंग्रेजी) में “कार्न” शब्द अर्थात दाना शब्द का उपयोग किया गया है जो अन्न के सामान्य सदंर्भ में है। परन्तु आधुनिक भाषा में “कार्न” का अर्थ केवल मक्का से है।
(यह भी देखें: सिर, गेहूं)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1250, H1430, H1715, H2233, H2591, H3759, H3899, H7054, H7383, H7641, H7668, G248, G2590, G3450, G4621, G4719
अन्नबलि
परिभाषा:
“अन्नबलि” परमेश्वर के लिए अन्न या आटे की रोटी के रूप में बलि थी।
- “अन्न” का अर्थ है अन्न का आटा।
- आटे को पानी या तेल में गूंध कर रोटी बनाई जाती थी। कभी-कभी रोटी पर तेल लगाया जाता था।
- यह बलि प्रायः होमबलि के साथ चढ़ाई जाती थी।
(यह भी देखें: होमबलि, अन्न, बलिदान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्नबलि, अन्नबलियों
परिभाषा:
अन्नबलि परमेश्वर को चढ़ाई जानेवाली गेहूं या जौ के आटे की भेंट थी जो प्रायः होमबलि के बाद चढ़ाई जाती थी।
- अन्नबलि के लिए काम में लिया गया अन्न बारीक पिसा हुआ होना था। कभी-कभी उसे पका कर भी भेंट चढ़ाई जाती थी और कभी कच्चा भी चढ़ाया जाता था।
- अन्न के आटे में तेल और नमक मिलाया जाता था परन्तु खमीर और शहद वर्जित था।
- अन्नबलि का एक अंश जला दिया जाता था शेष याजक खाता था।
(यह भी देखें: होमबलि, दोषबलि, बलिदान, पाप बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अन्यजाति
परिभाषा:
बाइबल में “अन्यजाति” शब्द उन लोगों के लिए काम में लिया गया है जो यहोवा की अपेक्षा देवी-देवताओं की पूजा करते थे।
- ऐसे लोगों से संबन्धित कोई भी बात जैसे उनके उपासना स्थल की वेदियां, धार्मिक अनुष्ठान तथा उनकी श्रद्धा-आस्थाएं आदि सब अन्य जाति कहलाते थे।
- अन्य जातियों के विश्वास में देवी-देवताओं की तथा प्रकृति की पूजा थी।
- इन अन्य जातियों के धर्म में व्यभिचार या नरबलि आराधना का भाग होता था।
(यह भी देखें: वेदी, झूठे देवता, बलि, आराधना, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
अपमान, अपवित्र ठहराती, अपवित्र ठहराया, लज्जा की बात
तथ्य:
“अपमान” अर्थात आदर सम्मान से वंचित होना
- जब मनुष्य पाप करता है तो वह अपमान एवं लज्जा की स्थिति में होता है।
- “लज्जाजनक” शब्द पाप को या पाप करनेवाले का वर्णन करता है।
- कभी-कभी भले काम करने वाले के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे वह लज्जित एवं अपमानित होता है।
- उदाहरणार्थ, यीशु की क्रूस पर मृत्यु एक लज्जाजनक मृत्यु थी। यीशु ने ऐसे अपमान के योग्य कुछ नहीं किया था।
- “अपमान” का अनुवाद “लज्जा” या “मानमर्दन” हो सकता है।
- “लज्जाजनक” का अनुवाद “कलंकित” या “अपमानित” हो सकता है।
(यह भी देखें: अपमान, आदर, लज्जा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H954, H1984, H2490, H2617, H2659, H2781, H2865, H3637, H3971, H5007, H5034, H5039, H6031, H7036, G149, G819, G3680, G3856
अपराध, अपराधी
परिभाषा:
“अपराध” प्रायः ऐसे अनाचार का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना होता है। “अपराधी” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जिसने अपराध किया है।
- अपराध अनेक प्रकार के होते हैं जैसे मनुष्य की हत्या करना या किसी की संपदा की चोरी करना।
- अपराधी को पकड़ कर बन्दी बनाया जाता है और कारावास में रखा जाता है।
- बाइबल के युग में कुछ अपराधी भगोड़े होते थे। वे जगह-जगह भागते फिरते थे कि उनके अपराध का बदला लेनेवालों से बचे”।
(यह भी देखें: चोर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G25560, G25570, G44670
अभिलाषा, कामुक, मनोभाव, लालसाएं
परिभाषा:
प्रायः पाप या अनैतिकता के सन्दर्भ में की गई उत्कट अभिलाषा को लालसा कहते हैं। लालसा करने का अर्थ है, ललकना।
- बाइबल में “लालसा” अपने जीवन साथी के अतिरिक्त किसी और के लिए यौन लालसा को कहा गया है।
- कभी-कभी इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है, मूर्तिपूजा के लिए।
- प्रकरण के अनुसार, “लालसा” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा” या “गहरी इच्छा” या “अनुचित यौन वासना” या “प्रबल अनैतिक कामना” या “पाप करने की प्रबल इच्छा”
- “की लालसा करना” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा मन में बसाना” या “के बारे में अनैतिक मनोकामना करना” या “अनैतिक अभिलाषा करना”
(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे भगवान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806
अर्घ
परिभाषा:
अर्घ परमेश्वर के लिए एक चढ़ावा था जिसमें वेदी पर दाखमधु उण्डेला जाता था। यह होमबलि और अन्नबलि के साथ चढ़ाया जाता था।
- पौलुस अपने जीवन के लिए कहता है कि वह अर्घ की भांति उण्डेला जा रहा है। इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की सेवा में पूर्णतः समर्पित था कि मनुष्यों में सुसमाचार सुनाए,जबकी वह जानता था कि वह इस प्रयोजन निमित्त कष्ट उठाएगा वरन मार डाला भी जाएगा।
- क्रूस पर यीशु की मृत्यु परम अर्घ था क्योंकि हमारे पापों के कारण क्रूस पर उसका लहू उंडेला गया था।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दाखमधु उण्डेलना”
- पौलुस कहता है कि वह अर्घ के समान उण्डेला जा रहा है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं मनुष्यों में परमेश्वर का शुभ सन्देश सुनाने के लिए ठीक वैसे ही पूर्णतः समर्पित हूं जैसे दाखमधु को वेदी पर अर्घ करके चढ़ाया जाता है”।
(यह भी देखें: होमबलि, अन्नबलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5257, H5261, H5262
अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा किया, आज्ञा का उल्लंगन, विद्रोही, आज्ञा का पालन करने से इन्कार करते हैं, अवज्ञाकारी
परिभाषा:
“अवज्ञा” का अर्थ है अधिकारी की आज्ञा या आदेश का पालन न करना। ऐसा करने वाले मनुष्य को “अवज्ञाकारी” कहते है।
- व्यक्ति जो वह काम करता है, जिसे करने के लिए मना किया गया था, उसे अवज्ञा कहते हैं।
- अवज्ञा का अर्थ यह भी है कि वह कार्य करने से मना कर देना जिसकी आज्ञा दी गई थी।
- “अवज्ञाकारी” शब्द ऐसे व्यक्ति का भी चरित्र चित्रण करता है जिसका स्वभाव आज्ञा न मानना और विद्रोह करना है। इसका अर्थ है कि वह पापी और दुष्ट है।
- “अवज्ञा” शब्द का अर्थ है, आज्ञा न मानने का कार्य” या “ऐसा व्यवहार जो परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है।”
- “आज्ञा न मानने वाली जाति” का अनुवाद “अवज्ञा ही में रहनेवाली जाति” या “परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करनेवाली जाति” के रूप में हो सकता है।
(यह भी देखें: अधिकार, बुराई, पाप, आज्ञा पालन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 02:11 परमेश्वर ने उस आदमी से कहा, "तुमने अपनी पत्नी को सुनकर मेरी अनसुनी की।"
- 13:07 अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे अवज्ञा करे तो परमेश्वर उन्हें दण्ड देगा।
- 16:02 क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
- 35:12 "बड़े बेटे ने अपने पिता से कहा, 'इन सभी वर्षों से मैंने आपके लिए ईमानदारी से काम किया है! मैंने कभी भी आपको अवज्ञा नहीं किया लेकिन फिर भी तुमने मुझे एक छोटा बकरी नहीं दिया, ताकि मैं अपने दोस्तों के साथ मना सकूं ।"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H4784, H5674, G506, G543, G544, G545, G3847, G3876
अवतरण, वंश
परिभाषा:
"वंशज वह मनुष्य है जो इतिहास में किसी पूर्वकालिक मनुष्य का सगा संबन्धि है।
- उदाहरणार्थ, अब्राहम नूह का वंशज था।
- वंशज किसी की सन्तान, पोते, परपोते आदि होते हैं। इस्राएल के बारह गोत्र याकूब के वंशज थे।
- "से उत्पन्न" एक और रूप है जो "का वंश" के लिए काम में लिया जाता है जैसे "अब्राहम नूह का वंशज था।" इसका अनुवाद “पारिवारिक वंशावली” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: अब्राहम , पूर्वज, याकूब, नूह, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 02:9 “औरत का वंश तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
- 04:9 “मैं तेरे वंश को कनान देश देता हूँ।”
- 5:10 तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान अनगिनित करूँगा |
- 17:7 तेरे ही वंश में से एक राजा मेरे लोगों पर हमेशा के लिए शासन करेगा, और मसीह भी तेरे वंश से होगा।”
- 18:13 यहूदा के राजा दाऊद के वंश के थे।
- 21:4 परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि मसीह दाऊद के अपने वंश में से एक होगा।
- 48:13 परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि उसका एक वंशज परमेश्वर के लोगों पर सदा राज्य करता रहेगा। यीशु जो मसीह है, वह दाऊद का वही विशेष वंशज है।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H319, H1004, H1121, H1323, H1755, H2232, H2233, H3205, H3211, H3318, H3409, H4294, H5220, H6849, H7611, H8435, G1074, G1085, G4690
अशुद्ध करना, अपवित्र
परिभाषा:
अशुद्ध करने का अर्थ है: अपवित्र करना, गन्दा करना या पवित्र वस्तु का अपमान करना ।
- अशुद्ध मनुष्य वह है जो अपवित्र व्हैयवहार करता है और परमेश्वर का आदर नहीं करता है ।
- "अशुद्ध करना" क्रिया शब्द का अनुवाद हो सकता है: "अपवित्रता से व्यवहार करना" या "श्रृद्धा रहित व्यवहार करना" या "आदर नहीं करना ।"
- परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उन्होंने अपने आप को “अशुद्ध” कर लिया है। अर्थात् वे मूर्ति पूजा के पाप से “अपवित्र” या “अपमानजनक” हो गए थे। वे परमेश्वर का निरादर भी कर रहे थे।
- प्रकरण के अनुसार विशेषण शब्द “अशुद्ध” का अनुवाद हो सकता है: “सम्मान से रहित” या "अभक्त"या “अपवित्र”।
(यह भी देखें: अशुद्ध, पवित्र, अशुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H2455, H2490, H2491, H5234, H8610, G952, G953
अशुद्ध करना, अशुद्ध किया, अपवित्र
परिभाषा:
“अशुद्ध करना” अर्थात किसी पवित्र स्थान को या पवित्र वस्तु के नष्ट-भ्रष्ट करना कि वह आराधना में उपयोग के योग्य न रह जाए।
- “अपवित्र करने” में प्रायः उसके प्रति घोर अपमान की भावना होती है।
- उदाहरणार्थ अन्यजाति राजाओं ने परमेश्वर के मन्दिर के पवित्र पात्रों को अपने राजमहल में भोज के समय मदिरा पान के लिए काम में लिए थे।
- इस्राएल के शत्रु मृतकों की हड्डियों द्वारा परमेश्वर के मन्दिर को पवित्र करते थे।
- इस शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “अपवित्र करने का कारण होना” या “अपवित्र करके अनादर करना” या “अपमानजनक अपवित्र” या “अशुद्धता का कारण उत्पन्न करना”।
(यह भी देखें: वेदी, अशुद्ध, अनादर, अशुद्ध करना, शुद्ध, मन्दिर, अपवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2490, H2610, H2930, G953
अशुद्ध, अशुद्ध किया, भ्रष्ट करना
परिभाषा:
“अशुद्ध करना” और “अशुद्ध होना” का संदर्भ दूषित या मैला हो जाने से है। कोई वस्तु भौतिक, नैतिक या संस्कारिक रूप से अशुद्ध हो सकती है।
- परमेश्वर इस्राएलियों को “अशुद्ध” और “अपवित्र” कही गई वस्तुओं को खाकर या स्पर्श करके अशुद्ध होना स्वीकार नहीं करता था।
- शव या संक्रामक रोग परमेश्वर द्वारा अशुद्ध घोषित किए गए थे और उनका स्पर्श मनुष्यों को अशुद्ध कर देता था।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को यौनाचार के पाप से बचने के लिए कहा था। इसके कारण वे अशुद्ध होकर परमेश्वर के ग्रहणयोग्य नहीं ठहरेंगे।
- कुछ दैहिक क्रियाएं भी उन्हें अशुद्ध करती थी जिनके लिए उन्हें फिर से शुद्ध होने के लिए अनुष्ठान करना होता था।
- नये नियम में यीशु ने शिक्षा दी थी कि पाप का विचार और कार्य वास्तव में मनुष्य को अशुद्ध करते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “अशुद्ध” का अनुवाद “अशुद्ध होना” या “अधर्मी होना या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना”
- “अशुद्ध होना” का अनुवाद हो सकता है, “अस्वच्छ होना” या “नैतिक रूप से (परमेश्वर को) अस्वीकार्य होना” या “संस्कारिक रूप से अस्वीकार्य होना”।
(यह भी देखें: अशुद्ध, शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1351, H1352, H1602, H2490, H2491, H2610, H2930, H2931, G2839, G2840, G3392, G3435
अस्वीकार करना, त्याग कर दिया, परित्याग
परिभाषा:
“अस्वीकार करना” अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को स्वीकार करने से इन्कार करना।
- “अस्वीकार करना” का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी बात में "विश्वास नहीं करना।"
- परमेश्वर का त्याग करने का अर्थ है उसकी आज्ञा मानने से इन्कार करना।
- इस्राएलियों ने मूसा की अगुआई को स्वीकार नहीं किया, इसका अर्थ है कि वे उसके अधिकार का विरोध कर रहे थे। वे उसकी आज्ञा मानना नहीं चाहते थे।
- इस्राएलियों द्वारा मूर्तिपूजा करने का अर्थ था कि वे परमेश्वर का त्याग कर रहे है।
- इस शब्द का मूल अर्थ है, “धक्का देना”। अन्य भाषाओं में ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है जिसका अर्थ हो, किसी वस्तु या मनुष्य में विश्वास करने का त्याग करना या इन्कार करना।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”।
- "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”।
- मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना।"
(यह भी देखें: आज्ञा, अवज्ञा, पालन, हठीले
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0947, H0959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G01140, G04830, G05500, G05790, G05800, G05930, G06830, G07200, G16090, G38680
अहंकारी, आत्माभिमानी
परिभाषा:
“अहंकारी” अर्थात घमण्डी, प्रायः प्रकट, बाहरी रूप में।
- अभिमानी मनुष्य अपनी बड़ाई करता है।
- अभिमानी का अभिप्राय प्रायः यह है कि अन्य मनुष्य इतने महत्वपूर्ण या प्रतिभाशाली नहीं हैं जितना की मनुष्य स्वयं है।
- परमेश्वर का अनादर करनेवाले लोग जो उसके विद्रोही है, अभिमानी हैं, क्योंकि वे स्वीकार नहीं करते कि परमेश्वर कैसा महान है।
(यह भी देखें: स्वीकार करना, डींग मारना, घमण्डी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1346, H1347, H2102, H2103, H6277, G212, G5450
आ पड़े, घेरना
परिभाषा:
“आ पड़े” और “घेरना” का संदर्भ किसी मनुष्य या किसी वस्तु को वश में कर लेने से है। इसमें विचार यह है, पीछा करके पहुंचना।
- जब सेना किसी और दुश्मन सेना को घेर लेती है तो इसका अर्थ है कि उन्होंने उस सेना को युद्ध में पराजित कर दिया।
- जब शिकारी शिकार को घेर लेता है तो इसका अर्थ है कि उसने पीछा करके शिकार को पकड़ लिया।
- यदि किसी पर श्राप आ पड़े तो इसका अर्थ है कि श्राप में जो कुछ कहा गया था वह उसके साथ होता है ।
- यदि मनुष्यों पर आशिष आती है तो इसका अर्थ है कि वे आशीषों का अनुभव कर रहे हैं।
- प्रकरण के अनुसार “घेरना” का अनुवाद “जीतना” या “बन्दी बनाना” या “पराजित करना” या “पकड़ लेना” या “पूर्णतः प्रभावित करना” हो सकता है।
- पूर्वकालिक क्रिया “आ पड़ी” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पकड़ लिया” या “साथ आ गया” या “जीत लिया” या “पराजित कर दिया” या “हानि कर दी।"
- जब चेतावनी दी जाए कि अन्धकार या दण्ड या भय मनुष्यों के पापों के कारण आ पड़ेगा तो इसका अर्थ है कि यदि वे पापों से न फिरे तो उन्हें इन नकारात्मक बातों का अनुभव होगा।
- “मेरे वचन तुम्हारे पितरों पर आ पड़े है” का अर्थ है कि यहोवा ने उनके पूर्वजों को जो शिक्षाएं दी थी उनके कारण उन्हें दण्ड मिलेगा क्योंकि वे उन शिक्षाओं का पालन करने में असफल रहे।
(यह भी देखें: आशिष देना, धिक्कारने लगा, शिकार, दण्ड)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0579, H0935, H1692, H4672, H5066, H5381, G26380, G29830
आग, लुकटियों, अग्निपात्र, भट्ठा, अंगीठियाँ
परिभाषा:
आग: किसी वस्तु के जलाने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ।
- लकड़ी आग में जलकर राख हो जाती है।
*आंधी के परिप्रेक्ष्य में आग का सन्दर्भ बिजली से भी होता है या स्वर्ग की अग्नि से।
- शब्द“आग” को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है, जिसका संदर्भ प्रायः दण्ड और शोधन से है।
- अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाना है।
- आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा मनुष्य की जीवन में कठिन परिस्थितियों द्वारा उसके शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है।
- “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध होने के लिए कष्ट उठाने विवश होना।”
(यह भी देखें: शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0215, H0217, H0398, H0784, H0800, H0801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457
आज्ञा मानना, आज्ञा दिया, आज्ञाकारी, पालन करना,#
परिभाषा:
"आज्ञा मानना" का अर्थ है अनिर्वाय या आज्ञा दी हुई बात को मानना। “आज्ञाकारी” शब्द आज्ञा माननेवाले का चरित्र प्रकट करता है। आज्ञाकारिता" आज्ञाकारी मनुष्य की विशेषता है।कभी-कभी आज्ञा किसी काम को न करने के लिए कहती है जैसे “चोरी मत कर”।
- “आज्ञा मानना” प्रायः किसी अधिकारी की आज्ञाएं मानना नियमों का पालन करना होता है।
- उदाहरणार्थ, मनुष्य देश के अगुओं द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करता है या राज्य के या संस्था के नियमों का।
- सन्तान अपने माता पिता की आज्ञा मानते है, दास अपने-अपने स्वामी की आज्ञा मानते है, मनुष्य परमेश्वर की आज्ञा मानते हैं और नागरिक अपने देश के नियमों का पालन करते हैं।
- जब लोग किसी अधिकारी की आज्ञा मान कर उस काम को न करे तो वे आज्ञा का पालन करते हैं।
- इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ “आज्ञा के अनुसार करें” या “आदेशों का पालन करें” या “परमेश्वर जो कहता है वह करें”।
- “आज्ञाकरी” शब्द का अनुवाद “आज्ञा का पालन करें” या “आदेशों का पालन” या “परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना”।
(यह भी देखें: नागरिक, आदेश, आज्ञा नहीं मानना, राज्य, व्यवस्था)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 03:04 परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार नूह ने किया। नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था।
- 05:06 फिर अब्राहम ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया__, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया |
- 05:10 पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे(अब्राहम) कारण अपने को धन्य मानेंगी; क्योंकि तूने मेरी बात मानी है।
- 05:10 परन्तु मिस्र परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया या आज्ञा का पालन नहीं किया।
- 13:07 यदि वह लोग इन नियमों का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष देंगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1697, H2388, H3349, H4928, H6213, H7181, H8085, H8086, H8104, G191, G3980, G3982, G5083, G5084, G5218, G5219, G5255, G5292, G5293, G5442
आज्ञा/आदेश, आदेश दिया
परिभाषा:
आज्ञा एक नियम या घोषणा है। "आज्ञा" शब्द का अर्थ आदेश देना है जिसका पालन करना अनिवार्य है। आज्ञा को "आदेश" भी कहा जा सकता है।
- एक "आज्ञा" एक "नियम" के समान है, लेकिन सामान्यतः लिखित की अपेक्षा उच्चारित शब्दों के सन्दर्भ में होत्ती है।
- शब्द "आज्ञा" का अनुवाद हो सकता है, "नियम देना" या "आदेश देना" या "औपचारिक रूप से अनिवार्यता" या "सार्वजनिक कानून बनाना"
- परमेश्वर के नियमों को भी आदेश, व्यवस्था और आज्ञाएं कहते हैं।
- मानवीय शासक द्वारा आज्ञा का एक उदाहरण है, कैसर ऑगुस्तुस की आज्ञा थी की रोमी साम्राज्य में हर एक मनुष्य अपने जन्म स्थान जाकर जनगणना में नाम लिखवाए।
(यह भी देखें: आदेश, घोषित करना, व्यवस्था, प्रचार करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0559, H0633, H1697, H5715, H1504, H1510, H1881, H1882, H1696, H2706, H2708, H2710, H2711, H2782, H2852, H2940, H2941, H2942, H3791, H3982, H4055, H4406, H4687, H4941, H5407, H5713, H6599, H6680, H7010, H8421, G13780
आनन्द, आनन्द मनाना, आनन्दित हुआ, आनन्द करें
परिभाषा:
शब्द "आनन्द" का मतलब है खुशी और हर्ष से भरा होना।
- इस शब्द का संदर्भ अक्सर परमेश्वर के उपकारों के कारण अत्यधिक प्रसन्न होना है।
- इसका अनुवाद, “अत्यधिक प्रसन्न होना” या “हर्ष से भर जाना” या “खुशी की सीमा न होना” के रूप में हो सकता है।
- मरियम ने कहा, "मेरी आत्मा मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर में आनन्दित है," उसका मतलब था "परमेश्वर मेरे उद्धारकर्ता ने मुझे बहुत खुश कर दिया है" या “मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के कार्य से अत्यधिक आनन्दित हूं”।
(यह भी देखें: आनन्द
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1523, H1524, H2302, H2654, H4885, H5937, H5938, H5947, H5965, H5970, H6342, H6670, H7442, H7797, H7832, H8055, H8056, H8057, G21, G2165, G2620, G2744, G2745, G4796, G4913, G5463
आनन्द, आनन्दित, आनन्द करे, प्रसन्न
परिभाषा:
###आनन्द
आनंद परमेश्वर से प्राप्त प्रसन्नता की अनुभूति या गहरा सन्तोष। सम्बन्धित शब्द “आनंदित” एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो अत्यधिक प्रसन्न और गहरे आनंद से पूर्ण है।
- मनुष्य आनंदित तब होता है जब उसे यह अनुभूति होती है कि जिसका वह अनुभव कर रहा है वह बहुत अच्छी है।
- परमेश्वर मनुष्य को सच्चा आनंद प्रदान करता है।
- आनंद मनभावन परिस्थितियों में प्राप्त नहीं होता है। परमेश्वर मनुष्य के जीवन में घोर कठिनाइयों में भी आनंद प्रदान कर सकता है।
- कभी-कभी स्थानों को भी आनंद के कहते हैं जैसे घर और नगर। इसका अर्थ है कि वहां रहने वाले लोग आनंदित हैं।
###आनंदित होना
शब्द "आनन्द" का अर्थ खुशी और खुशी से भरा होना है।
- यह शब्द अक्सर परमेश्वर द्वारा की गई अच्छी चीजों के बारे में बहुत खुश होने का उल्लेख करता है।
- इसका अनुवाद "बहुत खुश होना" या "बहुत प्रसन्न होना" या "आनन्द से भरा होना" हो सकता है।
- जब मरियम ने कहा "मेरा प्राण मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर को आनन्दित करता है," उसका मतलब था "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मुझे बहुत आनन्दित किया है" या "मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर ने मेरे लिए जो किया है उसके कारण मुझे बहुत आनन्द हो रहा है।"
*
अनुवाद के सुझाव:
- “आनंद” शब्द का अनुवाद “हर्ष” या “प्रसन्नता” या “महान प्रसन्नता” भी हो सकता है।
- “आनंदित रहो” का अनुवाद हो सकता है, “आनंद करना” या “अत्यधिक प्रसन्न होना” या “परमेश्वर की भलाई में अत्यधिक प्रसन्न होना” जैसी अभिव्यक्ति।
- एक आनंदित मनुष्य को “अत्यधिक प्रसन्न” या “हर्षित” या “बहुत खुश” कह सकते हैं।
- “जय जयकार करो” का अनुवाद हो सकता है, “इस प्रकार चिल्लाओ कि अत्यधिक आनंद प्रकट हो।”
- “आनंदित नगर” या “आनंदित घर” का अनुवाद हो सकता है “वह नगर जिसमें आनंदित लोग रहते हैं” या “आनंदित लोगों से भरा घर” या “जिस नगर के लोग प्रफुल्लित हैं।” (देखें: लक्षणालंकार)
(यह भी देखें: आनन्द करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 33:07 “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वह है जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है।”
- 34:04 “स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया। वह बहुत आनन्द से भर गया और जाकर अपना सब कुछ बेच दिया और उस खेत को मोल ले लिया।”
- 41:07 वे स्त्रियाँ भय और बड़े आनन्द से भर गई। वे चेलो को यह आनन्द का समाचार देने के लिये दौड़ गई।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1523, H1524, H1525, H1750, H2304, H2305, H2898, H4885, H5937, H5947, H5970, H7440, H7442, H7444, H7445, H7797, H8055, H8056, H8057, H8342, H8643, G20, G21, G2167, G2744, G3685, G4640, G5463, G5479
आनन्द, प्रसन्न, सुखी
परिभाषा:
“प्रसन्न होना” अर्थात बहुत आनन्दित होना या अति हर्षित होना।
- “में आनन्द लेना” अर्थात “में सुखी होना” या “के बारे में खुश होना”। यदि कोई मनुष्य किसी बात से "आनंदित" होता है तो इसका अर्थ है कि वह उस बात में अत्यधिक आनंद लेता है।* जब कोई बात अत्यधिक सहमति के योग्य हो या मनभावन हो तो उसे “प्रसन्नता” कहते हैं।
- किसी मनुष्य की प्रसन्नता किसी बात में है तो इसका अर्थ है कि वह उससे अति आनन्दित है।
- “वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता है” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा की व्यवस्था मुझे असीम आनन्द प्रदान करती है”, या “मैं परमेश्वर के नियमों का पालन करने से प्रसन्न होता हूँ” या “यहोवा की आज्ञाओं का पालन करके मुझे आनन्द प्राप्त होता है।”
- “प्रसन्न नहीं होता है” और “आनन्द नहीं पाता है” इनका अनुवाद हो सकता है, “कदापि प्रसन्न नहीं” या “उससे प्रसन्न नहीं।”
- “प्रसन्न रहता है” अर्थात “उसे करने में आनन्द प्राप्त होता है” या “वह बहुत खुश होता है”।
- शब्द "प्रसन्न" उन चीजों को संदर्भित करता है जिनका मनुष्य आनन्द उठाता है। इसका अनुवाद “सुख” या “चीज़ें जो जो सुख देती हैं” के रूप में किया जा सकता है।
- “तेरी इच्छापूर्ति मेरा आनन्द है”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मुझे तेरी इच्छा के अनुसार चलने में प्रसन्नता होती है”, “तेरी आज्ञा मानकर मुझे बहुत सुख प्राप्त होता है”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1523, H2530, H2531, H2532, H2654, H2655, H2656, H2836, H4574, H5276, H5727, H5730, H6026, H6027, H7306, H7381, H7521, H7522, H8057, H8173, H8191, H8588, H8597
आयु, युग, वृद्ध
परिभाषा:
“आयु” अर्थात मनुष्य का जीवनकाल। इसका उपयोग सामान्य तौर पर समय की अवधि के संदर्भ में भी होता है।
- विस्तारित अवधि को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले दूसरे शब्दों में "काल" और "ऋतु" शामिल हैं।
- यीशु ने वर्तमान समय को जब पृथ्वी पर पाप, बुराई और अवज्ञा बहुत अधिक हो जाएगी, “यह युग” कहा था।
- एक भावी युग भी होगा जब नए आकाश और नई पृथ्वी पर धार्मिकता का राज होगा।
अनुवाद सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “युग” शब्द का अनुवाद, “काल” या “इतने वर्ष की आयु” या “समय सीमा” या “समय” हो सकता है।
- “बहुत अधिक आयु” इस उक्ति का अनुवाद, “कई वर्ष का होकर” या “जब वह बहुत वृद्ध हो गया” या “जब वह बहुत समय जी चुका” हो सकता है।
- “यह वर्तमान बुरा युग” अर्थात “वर्तमान में इस समय के दौरान जब लोग बहुत बुरे हैं”।
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G01650 , G10740
आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात
परिभाषा:
“पक्षपात करना” और “पक्षपात”, इनका सन्दर्भ है, कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना का चुनाव करना।
- यह वैसा ही है जैसा किसी को कृपापात्र बनाना अर्थात, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक अनुग्रहीत व्यवहार करना।
- पक्षपात या विशेष अनुग्रह प्रकट करना अधिकतर इसलिए किया जाता है कि मनुष्य अधिक धनवान है या अन्यों से अधिक प्रतिष्ठित है।
- बाइबल अपने लोगों को उपदेश देती है कि वे धनवानों तथा प्रतिष्ठित जनों के प्रति पक्षपाती न हों।
- रोम की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस कहता है कि परमेश्वर पक्षपात नहीं करता है वह निष्पक्ष न्याय करता है।
- याकूब के पत्र में भी यही शिक्षा दी गई है कि धनवानों को अधिक उत्तम स्थान देना या उनके साथ अधिक विनम्र व्यवहार करना उचित नहीं है।
(यह भी देखें: पक्ष धरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383
आहेर, आहेर करना
परिभाषा:
शब्द "आहेर" प्रायः भोजन हेतु किसी पशु का शिकार करना।
- प्रतीकात्मक अर्थ में “शिकार” शब्द उस मनुष्य के लिए भी काम में लिया जा सकता है जिसका लाभ उठाया जाए, दुरूपयोग किया जाए या अधिक सामर्थी मनुष्य द्वारा उस पर अत्याचार किया जाए।
- मनुष्यों का “शोषण” करना अर्थात उन पर अत्याचार करके लाभ उठाना या उनकी चोरी करना।
- “आहेर” का अनुवाद “शिकार किया गया पशु” या “जिसका शिकार किया गया है” या “शिकार”
(यह भी देखें: सताना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H400, H957, H961, H962, H2863, H2963, H2964, H4455, H5706, H5861, H7997, H7998
इतिहास
परिभाषा:
“इतिहास” अर्थात समय के किसी युग की लिखित घटनाओं का अभिलेख।
- पुराने नियम की दो पुस्तकें, “पहला इतिहास” और “दूसरा इतिहास” कहलाती हैं।
- “इतिहास” की इन पुस्तकों में इस्राएल के इतिहास का एक भाग व्यक्त करती हैं जिनका आरंभ आदम से लेकर प्रत्येक पीढ़ी के लोगों की सूची से है।
- “पहला इतिहास” इस पुस्तक में राजा शाऊल के जीवन का अन्त और राजा दाऊद के राज्य का अभिलेखा है।
- “दूसरा इतिहास” राजा सुलैमान और अन्य राजाओं के राज्यकाल का वर्णन है, मन्दिर निर्माण तथा उत्तरी राज्य इस्राएल और दक्षिणी राज्य यहूदा का विभाजन भी।
- दूसरा इतिहास की पुस्तक के अन्त में बेबीलोन की बन्धुआई के आरंभ होने की चर्चा की गई है।
(यह भी देखें: बाबेल, दाऊद, बन्धुआई, इस्राएल का राज्य, यहूदा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
इस्राएल के बारह गोत्र, बारह गोत्र
परिभाषा:
"इस्राएल के बारह गोत्र" का सन्दर्भ याकूब के बारह पुत्रों और उनके वंशजों से है।
- याकूब के पुत्रों के नाम हैं: रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नप्ताली, गाद, अशेर, इस्साकार, जबूलून, यूसुफ, बिन्यामीन।
- बाईबल में अनेक स्थान ऐसे हैं जहां इन बारह गोत्रों की सूची में भिन्नता है| कहीं-कहीं सूची में लेवी, यूसुफ़ या दान को छोड़ दिया गया है और कहीं-कहीं यूसुफ़ के दो पुत्रों, एप्रैम तथा मनश्शे को सूची में जोड़ दिया है|
(यह भी देखें:
रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नाप्ताली, गाद, आशेर, इस्साकार, ज़बूलून, यूसुफ़, बिन्यामीन, एप्रैम, मनश्शे, इस्राएल, याकूब, गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3478, H7626, H8147, G1427, G2474, G5443
उकाब
परिभाषा:
उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे जैसे छोटे जीव जंतु खाता है।
- बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना शिकार पर उकाब के झपटने की फुर्ती से की गई है।
- यशायाह कहता है कि परमेश्वर का भय माननेवाले उकाब के समान हवा से बातें करेंगे। यह एक रूपक है जिसका अर्थ है परमेश्वर में विश्वास करने और उसकी आज्ञाओं को मानने से स्वतंत्रता और शक्ति प्राप्त होती है।
- दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी अधिक लम्बा होता है।
(यह भी देखें: दानिय्येल, स्वतंत्र, नबूकदनेस्सर, सामर्थ्य)
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5403, H5404, H7360, G105
उजड़ा, उजाड़, अकेला, निर्जन
परिभाषा:
“उजड़ा” और “उजाड़” अर्थात किसी बसे हुए स्थान को ऐसा नष्ट करना कि वह निर्जन स्थान हो जाए।
- मनुष्य के संदर्भ में “उजड़ा” शब्द का अर्थ है, विनाश, अकेलापन और दुःख।
- उजड़ने की दशा को उजड़ा हुआ कहते हैं।
- खेती उजड़ने का अर्थ है खेती किसी कारण नष्ट हो गई जैसे टिड्डियों या आक्रमणकारी सेना द्वारा।
- “उजड़ा स्थान” अर्थात कम फसल एवं साग-पात के कारण बहुत ही कम लोग वहां रहते हैं।
- “निर्जन प्रदेश” या “जंगल” वे स्थान थे जहां समाज से बहिष्कृत जन (कोढ़ी) और भयानक वनपशु रहते थे।
- नगर का “उजाड़” होने का अर्थ है, उसके भवन और वस्तुएं नष्ट की गई या “चोरी की गई” और उसकी जनता मार डाली गई या बन्दी बना ली गई। वह नगर, “खाली” एवं “खण्डहर” हो गया। इसका अर्थ “उजाड़ करना” या “उजाड़” जैसा ही है परन्तु खाली होना मुख्य भाव है।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “विनाश” या “ध्वंस” या “निर्जन करना” या “अकेला और बहिष्कृत” या “सुनसान” हो सकता है।
(यह भी देखें: रेगिस्तान, नाश, खण्डहर, निर्जन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0490, H0816, H0910, H1565, H2717, H2720, H2721, H2723, H3173, H3341, H3456, H3582, H4875, H4923, H5352, H5800, H7582, H7701, H7722, H8047, H8074, H8076, H8077, G20480, G20490, G20500, G34430
उजियाला, ज्योतियों, बिजली, बिजलियाँ, उजियाले, सूर्य के उजियाले, सांझ, प्रकाशित, ज्योतिर्मय
परिभाषा:
बाइबल में “उजियाला” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग किए गए हैं। इसका उपयोग अधिकतर धार्मिकता, पवित्रता और सत्य के रूपकों द्वारा किया जाता है। (देखें: उपमा)
- यीशु ने कहा, “जगत की ज्योति मैं हूँ” उसके कहने का अर्थ था वह संसार को परमेश्वर का सच्चा सन्देश सुनाता है और मनुष्यों को उनके पापों के अन्धकार से उबारता है।
- विश्वासियों को आज्ञा दी गई है, “ज्योति में चलो” अर्थात् उन्हें परमेश्वर की इच्छा के अनुसार जीवन जीना है और बुराई से बचना है।
- प्रेरित यूहन्ना ने कहा, “परमेश्वर ज्योति है” और उसमें अन्धकार नहीं
- ज्योति और अन्धकार एक दूसरे के पूर्णतः विपरीत हैं। अन्धकार का अर्थ है ज्योति का अभाव।
- यीशु ने कहा कि वह “जगत की ज्योति है” और उसके अनुयायियों को संसार में ज्योति की नाई चमकना है, उन्हें ऐसा जीवन रखना है जिससे स्पष्ट प्रकट हो कि परमेश्वर कैसा महान है।
- “ज्योति में चलो” अर्थात् ऐसा जीवन रखो जिससे परमेश्वर प्रसन्न होता है अर्थात् भलाई और उचित काम करो। अन्धकार में चलने का अर्थ है, परमेश्वर से विद्रोह करना और परेशान करना।
अनुवाद के सुझाव:
- अनुवाद में “ज्योति” और “अन्धकार” शब्दों को ज्यों का त्यों रखा जाए चाहे उनका उपयोग प्रतीकात्मक हो।
- अभिलेख की तुलना की व्याख्या करना आवश्यक है। उदाहरणार्थ, “ज्योति की सन्तान की नाईं चलो” इसका अनुवाद हो सकता है, खुला धर्मी जीवन जीओ जैसे कोई सूर्य के तीव्र प्रकाश में चलता है”।
- सुनिश्चित करो कि “उजियाला” का अनुवाद ऐसा संकेत दे कि वह ज्योति का स्रोत है जैसे दीपक। इस शब्द का अनुवाद उजियाला ही का संदर्भ है।
(यह भी देखें: अन्धकार, पवित्र, धर्मी, सत्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H216, H217, H3313, H3974, H4237, H5051, H5094, H5105, H5216, H6348, H7052, H7837, G681, G796, G1645, G2985, G3088, G5338, G5457, G5458, G5460, G5462
उठा लिया गया
परिभाषा:
“उठा लिया गया” प्रायः परमेश्वर द्वारा किसी को अकस्मात ही चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लेने के संदर्भ में होता है।
- “साथ हो लिया” शीग्रता करके किसी के निकट पहुंचना इसी का समानार्थक शब्द है, “आगे निकलना”
- प्रेरित पौलुस तीसरे स्वर्ग में “उठा लिए जाने” की चर्चा करता है। इसका अनुवाद “ऊपर ले लेना” भी हो सकता है
- पौलुस कहता है कि जब मसीह पुनः आएगा तब विश्वासी उससे आकाश में भेंट करने के लिए “उठा लिए जाएंगे”।
- यह प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा” इसका अनुवाद हो सकता है “मैं अपने पापों का परिणाम भोग रहा हूं” या “मेरे पापों के कारण मैं दुःख उठा रहा हूं” या “मेरा पाप मुझे कष्ट दे रहा है।"
(देखें: आश्चर्यकर्म, घेरना, दु:ख उठाना, समस्या)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
उत्तराधिकारी
परिभाषा:
“उत्तराधिकारी” वह व्यक्ति है जो मृतक की धन सम्पदा को वैधानिक रूप से प्राप्त करता है।
- बाइबल के युग में पहिलौठा मुख्य उत्तराधिकारी होता है जिसे पिता की सम्पदा और धन का अधिकांश भाग मिलता है।
- बाइबल में “उत्तराधिकारी” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है, विश्वासी परमेश्वर पिता से आत्मिक लाभ पाते हैं।
- परमेश्वर की सन्तान होने के नाते विश्वासी मसीह यीशु के “संगी वारिस” कहलाते हैं। इसका अनुवाद हो सकता है, “सह उत्तराधिकारी” या “संगी उत्तराधिकारी” या “के साथ उत्तराधिकारी”।
- “उत्तराधिकारी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “लाभ प्राप्त करनेवाला मनुष्य” या अपने माता पिता या रिश्तेदार के मरने पर धन सम्पदा प्राप्त करने वाले के लिए भाषा में जो भी अभिव्यक्ति का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: पहिलौठा,उत्तराधिकार में पाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स : H1121, H3423, G2816, G2818, G2820, G4789
उपवास, उपवास करना
परिभाषा:
उपवास करना अर्थात कुछ समय भोजन नहीं करना जैसे एक दिन या अधिक समय। कभी-कभी उपवास में पानी भी नहीं पिया जाता है।
- उपवास मनुष्यों की सहायता करता है कि परमेश्वर में ध्यान केन्द्रित करें और भोजन पकाने और खाने की चिन्ता किए बिना प्रार्थना कर पाएं।
- यीशु ने यहूदी धर्म गुरूओं द्वारा अनुचित कारणों से उपवास करने की आलोचना की थी। उपवास रखने में उनका उद्देश्य था कि लोग उन्हें धर्मी समझें।
- मनुष्य कभी-कभी दुःख या शोक के कारण भी उपवास रखता है।
- “उपवास करना” इस क्रिया का अनुवाद हो सकता है, “खाने का त्याग करना” या “खाना नहीं खाना”
- “उपवास” संज्ञा शब्द का अनुवाद हो सकता है, “खाना नहीं, खाने का समय” या “खाना खाने के त्याग का समय”
(यह भी देखें: यहूदी अगुवे)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 25:01 तुरन्त ही यीशु के बपतिस्मा लेने के बाद, आत्मा ने यीशु को जंगल की ओर भेजा जहाँ उन्होंने चालीस दिन और चालीस रात उपवास किया ।
- 34:08 “उदाहरण के लिये, मैं सप्ताह में दो बार उपवास रखता हूँ; मैं अपनी सब कमाई का दसवाँ अंश भी देता हूँ।”
- 46:10 एक दिन जब अन्ताकिया की कलीसिया के मसीही उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, "मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिसके लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2908, H5144, H6684, H6685, G777, G3521, G3522, G3523
ऊँचे स्थान पर, आकाश में
परिभाषा:
“ ऊँचे स्थान पर” या “आकाश में” का अर्थ है “स्वर्ग में”
- “आकाश में” का अर्थ “सर्वाधिक आदरयोग्य” भी हो सकता है।
- इसका उपयोग शब्दशः भी होता है जैसे “सबसे ऊंचे वृक्ष में”।
- “ऊंचे पर” का संदर्भ आकाश में ऊंचाई पर भी हो सकता है जैसे पक्षी का घोंसला जो ऊंचाई पर है। इस संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “आकाश में ऊँचा” या “ऊँचे वृक्ष की चोटी पर”।
- “ऊंचा” शब्द उठा हुआ स्थान या मनुष्य या वस्तु का महत्व दर्शाता है।
- “ऊपर से” का अनुवाद “स्वर्ग से” से हो सकता है।
(यह भी देखें: स्वर्ग, आदर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1361, H4605, H4791, H7682, G17220, G53080, G53100, G53110
ऊँचे स्थान, ऊँचे स्थानों
परिभाषा:
“ऊंचे स्थान” का संदर्भ वेदियों और पवित्र स्थानों से है जहाँ मूर्ति पूजा की जाती थी। वे ऊँचे स्थानों पर बनाई जाती थी जैसे पहाड़ो पर या पर्वत की चोटियों पर।
- इस्राएल के अनेक राजाओं ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया उन्होंने ऊंचे स्थानों में देवी-देवताओं के लिए वेदियां बनवाई थी। जिसके कारण प्रजा मूर्ति-पूजा में मगन हो गई थी।
- जब इस्राएल या यहूदा राज्य में परमेश्वर का भय माननेवाला कोई राजा राज्य करने आया तब उसने ऊंचे स्थानों या इन वेदियों को नष्ट किया कि मूर्ति-पूजा को रोके।
- तथापि इन अच्छे राजाओं में से कुछ निश्चित रहे और उन्होंने इन वेदियों को ध्वंस नहीं किया जिसके परिणामस्वरूप संपूर्ण इस्राएल देश मूर्ति-पूजा करता रहा”
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मूर्ति-पूजा के ऊंचे स्थान” या “पर्वतीय शिखर पर मूर्तियों के पवित्र स्थान” या “मूर्तियों की वेदी के टीले”।
- सुनिश्चित करें कि इन शब्दों से मूर्तियों की वेदियों का स्पष्ट बोध हो न कि उन वेदियों के ऊँचे स्थान मात्र का जहाँ वे थी।
(यह भी देखें: वेदी, मूरत, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1116, H1181, H1354, H2073, H4791, H7311, H7413
ऊँट
परिभाषा:
ऊँट एक बड़ा चौपाया पशु होता है जिसकी पीठ पर एक या दो उभार होते हैं।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- बाइबल के समय में, ऊँट इस्राएल और आस-पास के क्षेत्रों में पाए जाने वाले सबसे बड़े जानवर थे।
- ऊँट लोग और बोझ भी ले जाने के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता था।
- कुछ जन समुदायों ऊँटों को भोजन के लिए इस्तेमाल करते थे परन्तु इस्राएल में नहीं, क्योंकि परमेश्वर ने कहा कि ऊँट अशुद्ध है इसलिए उसका मांस खाना नहीं है ।
- ऊँट मूल्यवान थे क्योंकि वे तेजी से रेत में आसानी से भाग सकते हैं और कई सप्ताह भोजन और पानी के बिना रह सकते थे।
(यह भी देखें: बोझ, शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
ओलों, ओले गिरना, ओला-वृष्टि, ओलों का तूफ़ान
तथ्य:
ओले आकाश से बरसने वाले बर्फ के टुकड़ों को कहते हैं। “हेल” शब्द अंग्रेजी भाषा में अभिवादन का शब्द है जिसका अर्थ “हेलो” या “तुम्हें शुभकामनाएं” है।
- ओले बरसना अर्थात आकाश से बर्फ के टुकड़े बरसना जिसे “ओला-वृष्टि” कहते हैं।
- ओले सामान्यतः छोटे-छोटे बर्फ के टुकड़े होते हैं (कुछ ही सें.मी. के) परन्तु कभी-कभी वे 20 सेंटिमीटर चौड़ा और एक किलोग्राम तक के होते हैं।
- नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में 50 किलोग्राम तक के ओले बरसने की चर्चा की गई है जब परमेश्वर अन्त समय में मनुष्यों को उनके पाप का दण्ड देगा।
- पुरानी अंग्रेजी भाषा में “हेल” शब्द का अर्थ है “आनन्द मनाना” जिसका अनुवाद “अभिवादन” हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H68, H417, H1258, H1259, G5463, G5464
ओसाई, फटकना
परिभाषा:
“ओसाई” और “फटकना” का अर्थ है, गेहूं के दाने को निकम्मे पदार्थों से अलग करना| बाइबल में इन दोनों शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, मनुष्यों को पृथक करने या उनका विभाजन करने में।
“ओसाई” भी अनावश्यक भूसी को अन्न से अलग करना है अन्न मिश्रित भूसी को हवा में उड़ाया जाता था कि हवा भूसी को उड़ाकर अन्न से अलग कर दे।
“फटकना” गेहूँ को जो हवा में उड़ाकर भूसी से अलग किया जाता है तदोपरांत एक छलनी में फटका जाता था कि उसमें से मिट्टी और कंकड़ जैसे अनावश्यक पदार्थ अलग हो जाएं।
पुराने नियम में फटकना और ओसाई शब्दों का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जिसका संदर्भ कठिनाइयों से है जो धर्मियों को अधर्मियों से अलग करती हैं।
एक बार यीशु ने भी “फटकना” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जब वह शमोन पतरस से कह रहा था कि वह और अन्य शिष्य अपने विश्वास में कैसे परखे जायेंगे।
इन शब्दों का अनुवाद करने के लिए, लक्षित भाषा में उन शब्दों या वाक्यांशों का उपयोग करें जो इन गतिविधियों के संदर्भ में काम आते हैं| इसके संभावित अनुवाद हो सकते हैं, "हिलाना" या "हवा करना।" यदि लक्षित भाषा में ओसाई या फटकना समझ से परे हो तो इनका अनुवाद उन शब्दों के द्वारा किया जा सकता है जो गेंहू को भूँसी या अनाव्शय पदार्थों से पृथक करने के लिए काम में लिए जाते हैं या इस प्रक्रिया का वर्म्नन किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: भूसी, अन्न)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2219, H5128, H5130, G44250, G46170
कटी, कमर
परिभाषा:
“कमर” मनुष्य या पशु के शरीर का वह भाग है जो अंतिम पसली और कूल्हे की हड्डी के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है।
- “कमर कस लो” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कटिबन्ध में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए।
- “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के सन्दर्भ में लिया जाता था।
- बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक एवं शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के संतानोत्पत्ति के स्रोत, गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: शिष्टोक्ति).
- “तुझ से उत्पन्न होगा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है: “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: शिष्टोक्ति).
- शरीर के किसी अंग के संदर्भ में इसका अनुवाद, प्रकरण के अनुसार हो सकता है: “उदर” या “कूल्हा” या “कमर।"
(यह भी देखें: वंशज, कमर कसना, सन्तान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2504, H3409, H3689, H4975, G3751
कठोर, कठोर करना, हठीला/कठोरता
परिभाषा:
“कठोर” शब्द के अर्थ प्रायः कठिन, असाध्य या हठीला के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है।
“कठोर हृदय” “हठीला” उन लोगों के संदर्भ में है जो हठ करके पश्चाताप नहीं करते। यह अभिव्यक्ति उन लोगों का वर्णन करती है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानने का हठ करते हैं।
जब इसे क्रिया विशेषण स्वरूप काम में लिया जाता है जैसे “कठोर परिश्रम” या “कठोर प्रयास” तो इसका अर्थ है किसी काम को दृढ़ता के साथ यत्न से करना, किसी काम को अति उत्तम रूप से करने का प्रयत्न करना।
अनुवाद के सुझाव
- “कठोर” शब्द का अनुवाद “कठिन” या “हठीला” या “चुनौतीपूर्ण” किया जा सकता है जो प्रकरण के अनुसार हो।
- “कठोरता” शब्द या “हृदय की कठोरता” या “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है, “हठीलापन” या “निरन्तर विद्रोह” या “विद्रोही स्वभाव” या “हठीली अवज्ञा” या “हठ करके मन फिराव न करना।"
- “कठोर हो गया” का अनुवाद हो सकता है, “मन न फिराने का हठ” या “आज्ञा मानने से इन्कार।"
- “अपने हृदयों को कठोर मत करो” का अनुवाद “मन फिराव से इन्कार मत करो” या “हठ करके अवज्ञा मत करो”।
- “हठीले” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हठीली अवज्ञा” या “निरन्तर अवज्ञा करना” या “मन फिराव का इन्कार” या “सदैव विद्रोह करना”
- “कठोर परिश्रम करना” या “कठोर प्रयास करना” इसे में “कठोर” का अनुवाद “यत्न के साथ” या “लगन के साथ” किया जा सकता है।
- “दौड़ा चला जाता हूँ” का अनुवाद “बलपूर्वक आगे बढ़ता हूँ” या “दृढ़तापूर्वक अग्रसर होता हूँ”।
- “मनुष्यों को कठोर परिश्रम का दुःख देना” (अत्याचार करना) इसका अनुवाद “मनुष्य से ऐसा कठोर परिश्रम कराना कि वे पीड़ित हों” या “मनुष्यों को अत्याधिक कठिन कार्य द्वारा दुःख देना”।
- एक और अभिव्यक्ति है, प्रसव पीड़ा जो संतान को जन्म देते समय स्त्री का अनुभव है।
(यह भी देखें: अवज्ञा, दुष्ट, हृदय, प्रसव पीड़ा, हठी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0553, H1692, H2388, H2389, H2420, H2864, H3021, H3332, H3513, H3515, H3966, H4165, H4522, H5450, H5647, H5797, H5810, H5980, H5999, H6089, H6381, H6635, H7185, H7186, H7188, H7280, H8068, H8307, H8631, G09170, G14190, G14210, G14220, G14230, G22050, G25320, G25530, G28720, G28730, G34250, G34330, G40530, G41830, G44560, G44570, G46410, G46420, G46430, G46450, G49120
कब्र, कब्र देनेवाले, कब्रें, कब्रिस्तान
परिभाषा:
“कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। “कब्रिस्तान” एक अधिक सामान्य शब्द है जो इसके ही सन्दर्भ में काम में अता है।
यहूदी कभी-कभी प्राकृतिक गुफाओं को कब्रों के लिए काम में लेते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों की चट्टानों में गुफा खोदते थे।
नये नियम के युग में, ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था।
यदि लक्षित भाषा में कब्र के लिए प्रयुक्त शब्द केवल शव को गाड़ने के लिए धरती में बनाया गया एक छेद के सन्दर्भ में हो तो इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं: "गुफा" या पहाड़ में किया गया छेद"।
प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक अवस्था को दर्शाने या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है।
(यह भी देखें: दफन करना, मृत्यु)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 32:4 वह कब्रों में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था|
- 37:6 यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "कब्र में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया|
- 37:7 वो कब्र एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था|
- 40:9 तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई कब्र में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया|
- 41:4 उसने कब्र के पत्थर को जो कब्र के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, कब्र की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए|
- 41:5 जब महिलाएँ कब्र पर पहुँची, तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है|" आओ, यह स्थान देखो |” तब उन स्त्रियों ने कब्र में देखा और जहा यीशु का शरीर रखा गया था वहाँ देख| उसका शरीर वहा नहीं था|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G3418, G3419, G5028
कमर कसना, कमर कसी, लापता, बांधा हुआ, कटीबन्ध, कटिबन्ध कसना, कटिबन्ध बाँधना
परिभाषा:
“बाँधना” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे।
- “कमर कसना” अर्थात वस्त्र का नीचे का भाग उठाकर कमर में बांधना कि मनुष्य आसानी से काम कर पाए।
- इस मुहावरे का अर्थ है "काम करने के लिए तैयार होना" या कठिन काम करने की तैयारी करना।
- “कमर कस लो” के अनुवाद में लक्षित भाषा की समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका लाक्षणिक अनुवाद भी किया जासकता है, “कार्य करने के लिए तैयार हो जाओ” या “तैयार हो जाओ।”
- “लिपटा हुआ” अर्थात “चारों ओर लपेटा हुआ” या “घिरा हुआ” या “बन्धा हुआ”
(यह भी देखें: कमर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H640, H247, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024
कर, अनुदान, भुगतान
परिभाषा:
“कर”, एक राजा द्वारा दूसरे राजा को दी जानेवाली भेंट जिसका उद्देश्य होता था, सुरक्षा एवं दोनों देशों के अच्छे संबन्ध।
- कर एक भुगतान भी हो सकती है जिसे किसी शासक या सरकार को लोगों से आवश्यकता होती है,जैसे कि टोल या कर।
- बाइबल के युग में कोई राजा या शासक किसी और राज्य में से होकर यात्रा करता था तो उस राज्य के राजा को कर देता था कि उस क्षेत्र में उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
- कर में पैसों के अतिरिक्त अन्य पदार्थ जैसे भोजन वस्तुएं, मसाले, उत्तम वस्त्र, और सोने जैसी मूल्यवान धातुएं भी होती थी।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “कर” का अनुवाद किया जा सकता है, “सरकारी भेंट” या “विशेष भुगतान” या “अनिवार्य भुगतान”।
(यह भी देखें: सोना, राजा, शासक, कर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1093, H4061, H4503, H4530, H4853, H6066, H7862, G5411
कर, लगान,करारोपण, करदाता, कर संग्राहक
परिभाषा:
“कर” और “करों” अर्थात उन पर सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना। कर संग्राहक एक सरकारी कर्मचारी होता है जिसका उत्तरदायित्व है कि सरकार को दी जाने वाली धनराशी जनता से वसूल करे|
- कर का मान निर्धारण किसी वस्तु के मूल्य या मनुष्य की सम्पदा के मूल्य पर किया जाता है।
*यीशु और प्रेरितों के युग में, रोमी सरकार रोमी साम्राज्य में रहने वाले हर एक जन से कर वसूलती थी, यहूदिओं से भी|
- यदि कर नहीं चुकाया तब तो सरकार दोषी पर वैधानिक कार्यवाही करके देय राशि की वसूली कर लेती है।
- यूसुफ और मरियम, यात्रा करके बैतलहम को गए ताकि जनगणना में गिने जाए,जो कर देने हेतु रोमी साम्राज्य में रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य थी।
- संदर्भ के आधार पर "कर" शब्द का अनुवाद "आवश्यक भुगतान" या "सरकारी धन" या "मंदिर धन" के रूप में भी किया जा सकता है।
- "करों का भुगतान" करने का अनुवाद "सरकार को पैसा" या "सरकार के लिए धन संग्रह करना" या "आवश्यक भुगतान करना" के रूप में भी किया जा सकता है। "करों को एकत्र करने" का अनुवाद "सरकार के लिए धन प्राप्त करना" किया जा सकता है"
- “चुंगी लेने वाला” सरकारी कर्मचारी है जो मनुष्यों से अनिवार्य धन-राशि एकत्र करता है।
- र्प्मी सरकार के लिए कर वसूली करने वाले प्रायः सरकार द्वारा निर्दिष्ट धनराशी से अधिक वसूली किया करते थे और अतिरिक्त धनराशी अपने पास रख लेते थे|
- क्योंकि कर संग्राहक इस प्रकार जनता को ठगते थे इसलिए यहूदी उनको महा पापी मानते थे|
*यहूदी कर संग्राहकों को देशद्रोही भी मानते थे क्योंकि वे रोमी सर्कार के लिए काम करते थे जो यहूदिओं पर अत्यचार करती थी|
*"चुंगी लेने वाले और पापी"यह उक्ति नए नियम के युग में एक सामान्य अभिव्यक्ति थी जिससे प्रकट होता था कि यहूदी कर संग्रसहकों से कैसी घृणा करते थे
(यह भी देखें: यहूदी, रोम, पाप,
बाइबल सन्दर्भ:
##बाईबल की कहानियों के उदाहरण
34:6 उसने कहा, "दो मनुष्य मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए; एक धर्म गुरु (फरीसी) था अनुर दूसरा चुंगी लेने वाला|"
34:7 "धर्म गुरु (फरीसी) ने इस प्रकार प्रार्थना की, 'हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दुसरे मनुष्यों के सदृश्य पापी नहीं हूँ__जैसे डाकू,अंधेर करने वाले,व्यभिचारी, और न ही इस चुंगी लेने वाले के सामान हूँ|'"
34:9 "परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर स्वर्ग के और आँख उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट पीट कर कहा, 'हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर|'"
34:10 तब यीशु ने कहा, "मैं तुमसे सच कहता हूँ कि परमेश्वर ने उस चुंगी लेने वाले कि प्रार्थना सुन ली और उसको धर्मी घोषित कर दिया|"
35:1 एक दिन यीशु अनेक चुंगी लेने वालों और पापियों के समूह को शिक्षा दे रहा था|
##शब्द तथ्य:
कर: Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G1323, G2778, G5055, G5411 G583, G5411
कर संग्राहक: Strong's: H5065, H5674, G5057, G5058
करकट, गंवाया, उजाड़,निर्बल होना
परिभाषा:
किसी वस्तु को गवांना अर्थात उसे लापरवाही से फेंक देना या उसका निर्बुद्धि उपयोग करना। "उजाड़" या "करकट" का सन्दर्भ उस भूमि या शहर से है जिसे नष्ट कर दिया गया है और उसमें अब कुछ भी नहीं रह गया है।
- "उजाड़ हो जाएँगे" यह एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है, कि अधिक से अधिक बीमार या बर्बाद हो जाएंगे। जो व्यक्ति निर्बल हो रहा है वह बीमारी या भोजन की कमी के कारण बहुत दुबला-पतला हो रहा है।
- किसी नगर या स्थान को “उजाड़ छोड़ देना” अर्थात उसे नष्ट कर देना।
- "उजाड़ स्थान" के लिए एक और शब्द हो सकता है, "रेगिस्तान" या "जंगल", परन्तु निर्जन भूमि का अभिप्राय हो सकता है, वहाँ कभी मनुष्यों का वास था और फलदायी पेड़-पौधे वहाँ थे|
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0535, H1086, H1104, H1326, H2100, H2490, H2522, H2717, H2721, H2723, H3615, H3856, H4127, H4198, H4592, H4743, H5307, H5327, H7334, H7582, H7703, H7736, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, G06840, G12870, G20490, G26730
करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा/समर्पण
परिभाषा:
“समर्पण करना” और “समर्पण” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने की प्रतिज्ञा करने से है.
- कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह उस काम को करने के प्रति समर्पित है.
- किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है परमेश्वर से मेल रखो।
- इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना.”
- “उसे वह सेवा सौंप दी” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम का उत्तरदायित्व संभला दिया."
- “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई."
(यह भी देखें: व्यभिचार, विश्वायोग्य, प्रतिज्ञा, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0539, H0817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G02640, G20380, G27160, G34290, G34310, G38600, G38720, G39080, G41020, G41600, G42030
कराहते, रोना, कराहना
परिभाषा:
“कहरना” अर्थात शारीरिक या मानसिक व्यथा के कारण गहरी निम्न स्तर की ध्वनि निकालना। यह बिना किसी भी शब्द के ध्वनि निकलना हो सकता है।
- मनुष्य गहन दुःख के कारण कराहता है।
- भयानक अत्याचार के बोझ से दब कर भी मनुष्य कराहता है।
“कहरना” के अनुवाद हो सकते हैं, “पीड़ा की निमस्वर ध्वनि” या “गहरा दुःख”
- संज्ञा रूप में इसका अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा की निम्न ध्वनि” या “आर्तनाद”।
(यह भी देखें: दोहाई)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H584, H585, H602, H603, H1901, H1993, H5008, H5009, H5098, H5594, H7581, G1690, G4726, G4727, G4959
करूब, करूबों, करूबों
परिभाषा:
“करूब” और इसके बहुवचन रूप "करूबों" इसका सन्दर्भ परमेश्वर द्वारा सृजित विशेष प्राणी से है। बाइबल के वर्णन के अनुसार करूबों के पंख होते हैं और आग निकलती है।
- करूबों परमेश्वर की महिमा एवं सामर्थ्य को दर्शाते हैं और पवित्र वस्तुओं की रक्षा का प्रतीक होते हैं।
- आदम और हव्वा के पाप के बाद परमेश्वर ने अदन की वाटिका के पूर्व में करूबों को आग की तलवार के साथ नियुक्त कर दिया था कि जीवन के वृक्ष के निकट कोई न जा पाए।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे करूबों को इस प्रकार बनाएं कि वे एक दूसरे के आमने सामने हों और उनके पंख एक दूसरे को छूते हुए वाचा के सन्दूक के प्रायश्चित के ढकने के ऊपर आच्छादित हों।
- परमेश्वर ने उनसे यह भी कहा था कि मिलापवाले तम्बू के परदों पर कढ़ाई करके करूब बनाएं।
- कुछ गद्यांशों में इन प्राणियों के चार मुंह बनाए गए है, मनुष्य, शेर, बैल और उकाब के मुंह।
- करूबों को स्वर्गदूत भी समझा जाता है परन्तु बाइबल में ऐसा स्पष्ट नहीं कहा गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “करूबों” शब्द का अनुवाद “पंखवाले प्राणी” या “पंखोंवाले रक्षक” या “पंखों वाली रक्षक आत्माएं” या “पवित्र, पंखों वाले रक्षक”।
- “करूब” का अनुवाद करूबों के एकवचन के रूप में अनुवाद करना चाहिए उदाहरणार्थ “पंख वाला प्राणी” या “पंखवाली रक्षक आत्मा”।
- स्पष्ट करें कि इन शब्दों का अनुवाद “स्वर्गदूतों” से भिन्न हो।
- यह भी ध्यान रखें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इन शब्दों का अनुवाद क्या किया गया है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: स्वर्गदूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
कलह, झगड़ों
परिभाषा:
“कलह” शब्द का अर्थ है मनुष्यों में शारीरिक एवं मानसिक टकराव।
- एक व्यक्ति जो झगड़े का कारण बनता है, लोगों के बीच मजबूत असहमति और भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
- कभी-कभी “झगड़े” शब्द का उपयोग करने से तात्पर्य होता है क्रोध या कड़वाहट जैसे मजबूत भावनाएं शामिल होना।
- इस शब्द का अनुवाद अन्य तरीकों में, “असहमति” या “झगड़ा” या “लड़ाई” हो सकते हैं।
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1777, H1779, H4066, H4090, H4683, H4808, H7379, H7701, G485, G2052, G2054, G3055, G3163, G5379
काँटा, कंटीली झाड़ियाँ, ऊँटकटारे
तथ्य:
कंटीली झाड़ियां या ऊंटकटार वे पौधे होते हैं जिनकी शाखाओं में कांटे या फूल होते हैं। इन पौधों में फल या काम की कोई वस्तु नहीं उगती है।
- "कांटा" वृक्ष की शाखा पर एक कठोर नुकीला उभार होता है। “कंटीली झाड़ी” एक छोटा वृक्ष या झाड़ी है जिसकी टहनियों पर कांटे होते हैं।
- “ऊंटकटार” वह पौधा है जिसकी टहनियां और पत्तों पर कांटे होते हैं। उसके फूल प्रायः बैगंनी रंग के होते हैं।
- कंटीली झाड़ियां अति शीघ्र बढ़ती हैं और अच्छे पौधों को बढ़ने से रोकते हैं। यह पाप द्वारा मनुष्य की आत्मिक उन्नति को रोकने का एक उत्तम चित्रण है।
- यीशु के क्रूसीकरण से पहले उसके सिर पर गुंथे हुए कांटों का मुकुट रखा गया है।
- यदि संभव हो तो, इन शब्दों का अनुवाद दो अलग-अलग पौधों या झाड़ियों के नाम से किया जाए जो लक्षित भाषा के क्षेत्र में जाने जाते है।
(यह भी देखें: मुकुट , फल, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0329, H1863, H2312, H2336, H4534, H5285, H5518, H5544, H6791, H6796, H6975, H7063, H7898, G01730, G01740, G46470, G51460
कानाफूसी, गपशप, कानाफूसी करनेवाला
परिभाषा:
“कानाफूसी” किसी की व्यक्तिगत बातों के बारे में लोगों में चर्चा करना और वह भी प्रतिकूल एवम् निरर्थक! अधिकतर जो बातें की जाती हैं उनकी सत्यता की पुष्टी नहीं की गई होती है।
- बाइबल में किसी के बारे में अनुचित बातें करना गलत है। अफवाह फैलाना और निन्दा करना ऐसी प्रतिकूल बातों के उदाहरण है।
- जिसके बारे में अनुचित बातें की जा रही है, उसकी हानि ही होती है, क्योंकि ऐसा करने से मनुष्यों के साथ उस व्यक्ति के संबन्धों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है।
(यह भी देखें: झूठा दोष लगाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H5372, G2636, G5397
कांपना, थरथराना
परिभाषा:
“कांपना” (थरथराना) अर्थात भय या घोर निराशा के कारण कंपकंपाना या लगातार कुछ-कुछ हिलना। इस शब्द को लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया जाता है जिसका अर्थ है, "अत्यधिक भयभीत होना|"
- कभी-कभी जब जमीन हिलती है, तो इसे "कम्पन" कहा जाता है। ऐसा भूकंप के समय या भयानक विस्फोट के समय होता है।
- बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर की उपस्थिति में पृथ्वी कांप उठेगी। इसका अर्थ है कि पृथ्वी के लोग परमेश्वर के भय से कांप उठेंगे या पृथ्वी ही कांप उठेगी।
- इस शब्द का अनुवाद प्रकार के अनुसार हो सकता है, “भय माने” या “परमेश्वर से डरो” या “कांप उठो” या प्रकरण के अनुसार।
(यह भी देखें: पृथ्वी, भय, प्रभु)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1674, H2111, H2112, H2151, H2342, H2648, H2729, H2730, H2731, H5128, H5568, H6342, H6426, H6427, H7264, H7268, H7269, H7322, H7460, H7461, H7481, H7493, H7578, H8078, H8653, G1790, G5141, G5156, G5425
कीर्ति, कीर्तिमान
परिभाषा:
“कीर्ति” शब्द का अर्थ अच्छी तरह से ज्ञात होने के साथ जुड़ी महानता को दर्शाता है और प्रशंसनीय प्रतिष्ठा प्राप्त करना है। कुछ या कोई "कीर्तिमान" है अगर वह कीर्ति है
- कीर्तिमान मनुष्य जनमान्य एवं प्रतिष्ठित होता है
- “कीर्ति” शब्द विशेष करके दीर्घकालीन ख्याति का संदर्भ देता है।
- एक शहर जिसे "कीर्तिमान" कहा जाता है वह अक्सर उसके धन और समृद्धि के लिए जाना जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “कीर्ति” का अनुवाद “ख्याति” या “सम्मानित प्रतिष्ठा” या “मनुष्यों में चिर-परिचित महानता” भी हो सकता है।
- “कीर्तिमान” शब्द का अनुवाद “चिरपरिचित एवं सर्वोच्य प्रतिष्ठा” या “उत्कृष्ट प्रतिष्ठा” भी हो सकता है।
- “यहोवा का नाम इस्राएल में कीर्तिमान हो” इस उक्ति का अनुवाद “यहोवा का नाम इस्राएल द्वारा जाना जाए और आदर के योग्य ठहरे” हो सकता है।
- वाक्यांश "कीर्ति के पुरुषों" का अनुवाद "पुरुष जो आपने साहस के लिए जाने जाते है" या "प्रसिद्ध योद्धा" या "अत्यधिक सम्मानित पुरुष" के रूप में किया जा सकता है।
- “तेरी कीर्ति पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेगी” का अनुवाद “युगानुयुग तक हर एक पीढ़ी तेरी महानता को जानेगी” या “तेरी महानता प्रत्येक पीढ़ी में देखी एवं सुनी जायेगी”।
(यह भी देखें: आदर)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1984, H7121, H8034
कुकर्मी, बुराई करने वाला
परिभाषा
“कुकर्मी” शब्द पाप करनेवालों और दुष्टता करनेवालों के लिए यह एक सामान्य शब्द है।
- यह शब्द उन लोगों के लिए एक सामान्य शब्द हो सकता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते।
- इस शब्द के अनुवाद में “बुरा” और “दुष्ट” के लिए शब्दों के उपयोग द्वारा एक ऐसे शब्द के साथ जो “करना” या “बनाना” या “कारण होना” दर्शाता है, उपयोग किया जा सकता है।
(यह भी देखें: बुराई)
बाइबल सन्दर्भ
शब्द तथ्य
*स्ट्रोंग्स: H0205, H6213, H6466, H7451, H7489, G00930, G04580, G20380, G20400 , G25550
कुटुम्ब, घराना
परिभाषा:
“कुटुम्ब” उन सब सदस्यों के संदर्भ में है जो एक घर में रहते हैं, अर्थात परिवार के सदस्य और उनके सभी दास।
- एक घर के प्रबंधन में नौकरों को निर्देश देने और संपत्ति की देखभाल भी शामिल है।
- कभी-कभी घराना शब्द का प्रतीकात्मक अर्थ पारिवारिक वंशावली भी होता था, विशेष करके वंशज।
(यह भी देखें: घराना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1004, H5657, G2322, G3609, G3614, G3615, G3616, G3623, G3624
कुटुम्बी, भाइयों, कुटुम्बी, कुटुम्बियों
परिभाषा:
“कुटुम्बी” शब्द मनुष्यों के रक्त के रिश्तेदारों को संदर्भित करता है, जिसे समूह के रूप में माना जाता है। “कुटुम्बी” अर्थात पुरुष संबंधी।
- “कुटुम्बी” शब्द निकट संबंधी के संदर्भ में ही हैं जैसे माता-पिता या भाई या चाचा-चाची या चचेरे भाई-बहन।
- प्राचीन इस्राएल में यदि कोई पुरुष मरता था तो उसके निकट संबंधी को उसकी विधवा से विवाह करना होता था कि वह उसकी संपदा को संभाले और उसके परिवार का नाम चलाए। ऐसे निकट संबंधी को “छुड़ाने वाला कुटुंबी” कहा जाता था।
- इस उक्ति,"कुटुम्बी" का अनुवाद हो सकता है, “संबंधी” या “कुटुंब का सदस्य।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0251, H1350, H4129, H4130, H7138, H7607, G47730
कुंडली ग्रन्थ, पुस्तक
परिभाषा:
प्राचीन युग में, पुस्तक पेपीरस घास या चमड़े की बनी एक छोटी चटाई होती थी जिस पर लिखकर उसे लपेट लिया जाता था।
- लिखकर या पढ़ कर उसे पुनः दोनों सिरों पर लगे डंडों पर लपेट दिया जाता था।
- वैध अभिलेखों ओर धर्म-शास्त्रों के लिए वे पुस्तक स्वरुप काम में लिए जाते थे।
- सन्देशवाहक के हाथ लाए गए उन कुंडली ग्रंथों पर मोम की मुहर लगी होती थी। जब पुस्तक (दस्तावेज़ों) प्राप्त होने पर मोम ज्यों का त्यों रहता था, तो प्राप्तिकर्ता को विश्वास हो जाता था कि उसे किसी ने खोल कर नहीं पडा है या उसमें कुछ और लिख दिया है क्योंकि उसकी मोहर अछूती है।
- इब्रानी धर्म-शास्त्र की पुस्तक (कुंडली ग्रन्थ) आराधनालयों में ऊंची आवाज़ में पढी जाती थी ।
(यह भी देखें: मुहर, आराधनालय, परमेश्वर का वचन)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4039, H4040, H5612, G09740, G09750
कुण्ड, कुएँ' हौद
परिभाषा:
“कुआँ” और “हौद” बाइबल के युग में पानी के दो स्रोत थे।
- कुआँ भूमि में खोदकर बनाया जाता था कि भूगर्भ का पानी वहाँ एकत्र हो जाए।
- हौद भी भूमि में चट्टान खोदकर बनाया जाता था परन्तु वह वर्षा का पानी एकत्र करने के लिए था।
- हौद अधिकतर चट्टानों को काटकर बनाए जाते थे और लेप लगाकर जलरोधक बनाए जाते थे कि उनमें पानी सुरक्षित रहे। “टूटा हुआ हौद” में लेप फट जाता था और उसमें एकत्र पानी बह जाता था।
- हौद अक्सर लोगों के घरों के आंगन में स्थित होते है जहाँ छत से बहा हुआ बारिश का पानी संग्रहित होता था।
- कुएँ ऐसी जगह स्थित होते थे जहाँ से अनेक परिवारों या पूरे समुदाय द्वारा पहुंचा जा सके।
- पानी मनुष्यों और पशुओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है इसलिए कुएँ के उपयोग का अधिकार कलह और झगड़ों का कारण होता था।
- कुआँ और हौद दोनों ही को बड़े पत्थर से ढांक दिया जाता था कि उसमें कुछ न गिरे। कुएँ से पानी खींचने के लिए बाल्टी में रस्सी बांधकर पानी निकाला जाता था।
- कभी-कभी सूखा हौद किसी को बन्दी बनाने के लिए काम में आता था जैसा यूसुफ और यिर्मयाह के साथ किया गया था।
अनुवाद के सुझाव:
- कुएँ का अनुवाद हो सकता है, “गहरा जल कूप” “पानी के स्रोत का गहरा गड्ढा” या “पानी निकालने का गहरा गड्ढा।"
- “हौद” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पत्थर का जलाशय” या “पानी के लिए गहरा संकीर्ण छिद्र” या “पानी एकत्र करने का भूमिगत जलाशय”
- ये शब्द अर्थ में समान है। इन दोनों में जो अन्तर है वह है कि कुएँ में पानी भूगर्भ से निकलता है और हौद में पानी वर्षा का होता है।
(यह भी देखें: यिर्मयाह, बन्दीगृह, कलह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0875, H0883, H0953, H1360, H4599, H4726, H4841, G40770, G54210
कुर्ता, अंगरखा
परिभाषा:
बाइबल में, "कुर्ता" शब्द का सन्दर्भ उन वस्त्रों से है जो अन्य वस्त्रों के नीचे त्वचा के स्पर्श में पहने जाते थे।
- “अंगरखा” कंधे से कमर या घुटनों तक पहुंचने वाला वस्त्र था जिसको कमरबन्द से बांधा जाता था। धनवान मनुष्यों द्वारा पहने जाने वाले कुरते में कभी-कभी आस्तीन होती थी और टखनों तक कसा होता था।
- अंगरखे चमड़ा, टाट, ऊन, या सन से बने थे, और पुरुषों और महिलाओं दोनों के द्वारा पहने जाते थे।
- अंगरखा लम्बे बागे के नीचे पहना जाता था, जैसे चोगा या बाहरी वस्त्र। गर्म मौसम में अंगरखेके साथ कभी-कभी बाहरी परिधान नहीं पहना जाता था।
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है,, “लंबी कमीज” या “लंबा अधोवस्त्र” या "कमीज जैसा परिधान।" यह एक तरह से "अंगरखा" के समान लिखा जा सकता है, और इसको समझाने के लिए कि यह कैसा कपड़े था, टिप्पणी दी जा सकती है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बागा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2243, H3801, H6361, G55090
कुल, कुलों
परिभाषा:
“कुल” एक ही पूर्वज के वंशजों का विस्तृत परिवार होता है।
- पुराने नियम में इस्राएलियों को उनके कुल या पारिवारिक समुदाय के अनुसार गिना जाता था।
- कुल का नाम सर्वाधिक चिर-परिचित पूर्वज के नाम पर होता था।
- कभी-कभी मनुष्य को उसके कुल के नाम से भी पुकारा जाता था। इसका एक उदाहरण है मूसा का ससुर यित्रो कभी-कभी रूएल नाम से भी बुलाया जाता है जो उसके गोत्र का नाम था।
कुल शब्द का अनुवाद “पारिवारिक समूह” या “विस्तृत परिवार” या “परिजन” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: परिवार, यित्रो, गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1, H441, H1004, H4940
कुलपति, कुलपतियों
परिभाषा:
“कुलपति” शब्द पुराने नियम में यहूदियों के मूल पिताओं का संदर्भ देता है, विशेष करके अब्राहम, इसहाक और याकूब।
- यह शब्द याकूब के बारह पुत्रों के संदर्भ में भी काम में लिया गया है जो इस्राएल के बारह गोत्रों के कुलपति हुए थे।
- “कुलपति” शब्द का अर्थ “पूर्वज” ही है परन्तु इसका विशेष संदर्भ जाति के सर्वाधिक जनमान्य पुरुष पूर्वज से है।
(यह भी देखें: पूर्वज, पिता, पुरखा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1, H7218, G3966
कुल्हाड़ा, कुल्हाड़े
परिभाषा:
कुल्हाड़ी वृक्ष या लकड़ी काटने का साधन है।
- कुल्हाड़ी में एक लकड़ी का डंडा और लोहा लगा होता है।
- यदि आप की भाषा में लकड़ी काटने का एक साधन है तो "कुल्हाड़ी" के स्थान में उस शब्द का प्रयोग करें।
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पेड़ काटने का साधन”, “लकड़ी में लगा हुआ लोहे का उपकरण”, या “लकड़ी काटने का लंबे डंडे का साधन”
- पुराने नियम की एक घटना है कि कुल्हाड़ी डंडे में से निकल कर पानी में गिर गई थी, अतः उसके अनुवाद से प्रकट है कि कुल्हाड़ी डंडे से निकल कर गिर सकती है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1631, H4621, H7134, G05130
कुँवारी, कौमार्य
परिभाषा:
कुँवारी, वह स्त्री होती है जिसने किसी पुरुष के साथ शारीरिक संबन्ध नहीं बनाए हैं।
- भविष्यद्वक्ता यशायाह ने कहा था कि मसीह एक कुँवारी से जन्म लेगा।
- मरियम यीशु को गर्भ में धारण करके भी कुँवारी थी। उसका सांसारिक पिता नहीं था।
- कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: व्यंजना).
(यह भी देखें: मसीह, यशायाह, यीशु, मरियम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:9 यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
- __22:4__वह (मरियम) एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी |
- 22:5 मरियम ने स्वर्गदूत से कहा, “यह कैसे होगा, मैं तो एक कुँवारी हूँ?”
- 49:1 एक दूत ने मरियम नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1330, H1331, G39320, G39330
के समान, एक मन, सादृश्यता,वैसे ही, समरूप, असमान, जैसे कि
परिभाषा:
“के समान” या “समानता” का सन्दर्भ ऎसी वस्तु से है जो किसी दूसरी वस्तु के जैसी हो या समरूप हो।
- “समान” शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति, "उपमा" में किया जाता है जिसमें एक वस्तु की तुलना किसी और से की जाती है जो प्रायः सामान गुणों को उजागर करती है| उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: उपमा)
- “के सदृश्य होना” या “के सामान सुनाई देना” या “समानता में होना” का अर्थ है जिससे तुलना की जा रही है उस वस्तु या मनुष्य के लक्षण/गुण उसमें होना।
- मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसके “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की "समानता" या "सादृश्य में" है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना।
- किसी वस्तु या मनुष्य की “समानता में होना” अर्थात उस वस्तु या मनुष्य के गुण उसमें होना।
अनुवाद के सुझाव
- कुछ संदर्भों में यह उक्ति, “की समानता” का अनुवाद हो सकता है, “जैसा दिखता है” या “जैसा प्रतीत होता है”।
- “उसकी मृत्यु की समानता में” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसकी मृत्यु के अनुभव साझेदारी” या “जैसे कि उसके साथ मृत्यु का अनुभव करना”।
- “पापी देह की समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “पापी मनुष्य के सदृश्य होना” या “मनुष्य होना”। सुनिश्चित करें कि इस उक्ति का अनुवाद यह न दर्शाए कि यीशु पापी था।
- “उसकी समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “उसके स्वरूप होना” या “उसके जैसे अनेक गुण होना”।
- “नाशवान मनुष्य या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों और रेंगनेवाले जन्तुओं की समानता में” का अनुवाद हो सकता है “नाशवान मनुष्यों या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों तथा छोटे-छोटे रेंगनेवाले जन्तुओं के रूप में बनाई गई मूर्तियां”
(यह भी देखें: पशु, मांस, परमेश्वर का प्रतिरूप, छवि, नाश होना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1823, H8403, H8544, G1503, G1504, G2509, G2531, G2596, G3664, G3665, G3666, G3667, G3668, G3669, G3697, G4833, G5108, G5613, G5615, G5616, G5618, G5619
के साथ संबंध थे, प्यार में रत होना, साथ सोना, साथ सोता है, के साथ सोया, के साथ सोना
परिभाषा:
बाइबल में, ये शब्द यौन संबन्ध का संदर्भ देने वाले व्यंजना शब्द हैं। (देखें: व्यंजना)
- अभिव्यक्ति "साथ सो जाओ" किसी व्यक्ति को उस व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखने के लिए संदर्भित करता है। इसका भूतकाल है “साथ सोया”
- पुराने नियम की पुस्तक “श्रेष्ठगीत” में -यू.एल.वी.- में “प्रेम” शब्द काम में लिया गया है जिसका संदर्भ यौन संबन्ध से है। इसकी समानार्थक अभिव्यक्ति है, “प्रेम प्रकट करना”
अनुवाद के लिए सुझाव:
- कुछ भाषाओं में इस शब्दावली के विभिन्न प्रकरणों में विभिन्न अभिव्यक्तियां हैं। जो निर्भर करता है कि बात पति-पत्नी की की जा रही है या अन्य संबन्ध की। यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि इस शब्द का अनुवाद प्रत्येक प्रकरण में इस शब्द का अनुवाद यथोचित अर्थ में हो।
- प्रकरण पर आधारित अनुवाद की ऐसी अभिव्यक्तियां होंगी, “साथ सोना” या "के साथ लेटना" या "प्यार करने के लिए" या "के साथ अंतरंग होना"
- अन्य अनुवाद विधियां है, “साथ संबन्ध बनाना” जिसमें आ सकता है, “साथ यौन संबन्ध बनाना” या “साथ विवाहित संबन्ध बनाना"
- “प्रेमालाप” का अनुवाद, “प्रेम करना” या “अन्तरंग संबन्ध” हो सकता है। या कोई ऐसी अभिव्यक्ति हो सकती है जो कि अलग भाषा में इसका अनुवाद करने का एक स्वाभाविक तरीका है।
- यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इस विचार का अनुवाद बाइबल पाठकों को स्वीकार्य हो।
(यह भी देखें: यौन संबन्धित अनैतिकता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H160, H935, H1540, H2181, H2233, H3045, H3212, H6172, H7250, H7901, H7903, G1097
क्रोध, क्रोधित हुआ, क्रोधित
परिभाषा:
“क्रोधित होना” या “क्रोध में आना” अर्थात किसी बात के बारे में किसी पर अत्यधिक अप्रसन्न होना, खीजना या नाराज़ होना।
- जब लोग क्रोधित हो जाते हैं, तो वे अक्सर पापी और स्वार्थी होते हैं, परन्तु कभी-कभी वे अन्याय या अत्याचार के विरूद्ध न्यायोचित क्रोध भी करते हैं।
- परमेश्वर का क्रोध (जो प्रकोप भी कहलाता है) पाप के विरूद्ध उसकी घोर अप्रसन्नता को व्यक्त करता है।
- “क्रोध दिलाना” अर्थात “क्रोधित होने का कारण होना”।
(यह भी देखें: प्रकोप)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H599, H639, H1149, H2152, H2194, H2195, H2198, H2534, H2734, H2787, H3179, H3707, H3708, H3824, H4751, H4843, H5674, H5678, H6225, H7107, H7110, H7266, H7307, G23, G1758, G2371, G2372, G3164, G3709, G3710, G3711, G3947, G3949, G5520
क्रोध, क्रोधित, भड़का, क्रोध भड़काता +
तथ्य:
“क्रोध” अर्थात नियंत्रण से परे प्रकोप करना। यह शब्द किसी कुपित मनुष्य का सन्दर्भ देता है जो किसी प्रकार नियंत्रण से परे है।
- क्रिया रूप में इस शब्द, "क्रोध" का उपयोग प्रबल भावना का अभिप्राय रखता है जैसे "प्रचंड" वायु या "उफनती" हुई समुद्र की लहरें।
- क्रोध से भर जाना" का अर्थ होता है, भयानक क्रोध की भावना से अभिभूत हो जाना।
(यह भी देखें: क्रोध, संयम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H398, H1348, H1984, H1993, H2121, H2195, H2196, H2197, H2534, H2734, H2740, H3491, H3820, H5590, H5678, H7264, H7265, H7266, H7267, H7283, H7857, G1693, G2830, G3710, G5433
क्षमा कर, क्षमा
परिभाषा:
“क्षमा कर” अर्थात क्षमा करके पाप के दण्ड से मुक्त कर देना।
- इस शब्द का अर्थ “क्षमा करना” ही है परन्तु इसमें एक वैधानिक निर्णय है कि अपराधी को दण्ड न दिया जाए।
- न्यायलय में न्यायाधीन अपराध का दोषी सिद्ध किए गए मनुष्यों को दण्ड मुक्त कर सकता है।
- यद्यपि हम पाप के दोषी हैं, यीशु ने हमें नरक के दण्ड से मुक्त कर दिया है जो उसके द्वारा क्रूस पर अपनी जान की बलि देने के कारण है।
अनुवाद के सुझाव
- यदि लक्षित भाषा में क्षमा का वैधानिक निर्णय लेने का शब्द है तो इस शब्द का उपयोग करें।
- इसका अनुवाद "क्षमा" या "क्षमा करना" हो सकता है।
(यह भी देखें: क्षमा, दोष, न्याय)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3722, H5375, H5545, H5547, H7521
खजूर
परिभाषा:
“खजूर” एक लम्बा वृक्ष होता है जिसके पत्ते और डालियां तन्मयशील होती हैं और ऊपर ही ऊपर पल्लवित होती है तथा पंखे के सदृश्य दिखाई देती हैं।
- बाइबल में जिस खजूर वृक्ष का उल्लेख किया गया है उसके फलों को “खजूर” कहते हैं। उसकी पत्तियां पक्षी के पंख जैसी होती हैं।
- खजूर का वृक्ष गर्म नम जलवायु में उगता है। उसकी पत्तियां पुरे वर्ष हरी रहती हैं।
- जब यीशु गधे पर सवार होकर यरूशलेम प्रवेश कर रहा था तब लोगों ने उनके सामने मार्ग में खजूर की डालियां बिछा दी थी।
- खजूर की डालियां शान्ति और विजय के उत्सव का प्रतीक हैं।
(यह भी देखें: गदहे, यरूशलेम, शान्ति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3712, H8558, H8560, H8561, G54040
खड़ा करना, उठाना, उठाया, खड़ा होना, उठना, उठा, उठा था
परिभाषा:
जीवित करना, खड़ा करना
सामान्यतः जीवित करने के मूल शब्द का अर्थ है, “ऊंचा उठाना” या “ऊंचा बनाना”
- इसका प्रतीकात्मक अर्थ है, किसी को अस्तित्व में लाना या प्रकट होना। इसका अर्थ यह भी हो सकता है, किसी को किसी काम के लिए नियुक्त करना।
- कभी-कभी इस मूल शब्द का अर्थ “पुनः स्थापित करना” या “पुनर्निर्माण करना” होता है।
- “मृतकों में से जिलाया” इस उक्ति में इस मूल शब्द का अर्थ विशिष्ट है। अर्थात मृतक को जीवित करना।
- कभी-कभी इस मूल शब्द का अर्थ किसी वस्तु या व्यक्ति को ऊंचा करना है।
उदय होना, उठना
“उदय होना” या “उठना” का अर्थ है, “ऊपर चढ़ना” या “उठ खड़ा होना” “जी उठा है” या “जी उठा” या “उठ कर” ये शब्द सब भूतकाल को व्यक्त करता हैं।
- जब कोई कहीं जाने के लिए उठता है तो उसको कभी-कभी, “वह उठकर गया” या “वह खड़ा होकर गया” के रूप में व्यक्त किया जाता है।
- यदि कोई बात “उठती” है तो उसका अर्थ है कि, वह "होती है" या “उसका होना आरंभ होता है”
- यीशु ने भविष्यद्वाणी की थी कि वह “मृतकों में से जी उठेगा”। यीशु की मृत्यु के तीसरे दिन स्वर्गदूत ने कहा था, की “वह जी उठा है”।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “उठना” या “उठ खड़ा होना” के अनुवाद “उठाना” या “ऊंचा करना” हो सकते है।
- “उठाना” का अनुवाद, “प्रकट करना” या “नियुक्त करना” या “अस्तित्व में लाना” हो सकता है।
- “तेरे बैरियों का बल बढ़ाऊंगा” का अनुवाद, “तेरे बैरियों को शक्ति दूंगा” हो सकता है।
- “मृतकों में से जी उठाना” का अनुवाद “मृत्यु से जीवन में ले आना” या “पुनःजीवित करना” हो सकता है।
- प्रकरण पर आधारित “उठाने” का अनुवाद, “उपलब्ध करवाना”, “नियुक्त करना” या “होना संभव करना” या “निर्माण करना” या “पुनर्निर्माण करना” या “सुधारना” हो सकता है।
- “उठकर गया” इस उक्ति का अनुवाद, “खड़ा होकर गया” या “गया” हो सकता है।
- प्रकरण पर आधारित “उठा” का अनुवाद, “आरंभ किया” या “चल पड़ा” या “खड़ा हुआ” या “खड़ा हो गया” हो सकता है।
(यह भी देखें: पुनरुत्थान, निुयक्त, महिमान्वित करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 21:14 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह मारा जाएगा और परमेश्वर उसे मुर्दों में से जी उठाएगा।
- 41:05 यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है।"
- 43:07 “यीशु की मृत्यु हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, और यह भविष्यद्वाणी की गई थी कि, ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई |’ इसी यीशु को परमेश्वर ने फिर से जिलाया, जिसके हम सब गवाह है |”
- 44:05 " और तुम ने जीवन के कर्ता को मार डाला, जिसे परमेश्वर ने मरे हुओ में से जिलाया।"
- 44:08 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है | तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया |”
- 48:04 इसका अर्थ यह हुआ कि, शैतान मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु शैतान की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
- 49:02 वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, दुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो।
- 49:12 तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह क्रूस पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: G305, G386, G393, G450, G1096, G1326, G1453, G1525, G1817, G1825, G1892, G1999, G4891, H2210, H2224, H5549, H5782, H5927, H5975, H6209, H6965, H6966, H6974, H7613, H7721
ख़मीर, ख़मीरी, अखामिरी
परिभाषा:
"ख़मीर" एक पदार्थ का सामान्य शब्द है जिसके कारण रोटी का आटा फूल कर उठ जाता है। “ख़मीर” एक विशिष्ट प्रकार का किण्वीकरण है।
अंग्रेजी अनुवादों में खमीर का अनुवाद “यीस्ट” किया गया है। यह आधुनिक खमीर का कारक है जिससे आटे में झाग उठते हैं इससे पकाने के पूर्व आटा फूल जाता है। आटा गूंधते समय उसमें खमीर मिलाया जाता है कि वह पूरे आटे में मिश्रित हो जाए।
- पुराने नियम के युग में खमीर उत्पन्न करने के लिए आटे को कुछ समय गूंधकर रख दिया जाता था * खमीर किए हुए आटे का एक अंश रख दिया जाता था कि नये आटे को खमीर करने के काम में आए।
- मिस्र से निकलते समय इस्राएलियों के पास समय नहीं था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा करें। अतः उन्होंने मार्ग के लिए अखमीरी रोटियाँ बनाई थी। इस बात की स्मृति में यहूदी प्रति वर्ष फसह के पर्व में अखमीरी खाया करते थे।
- बाइबल में खमीर को पाप के लिए प्रतीकात्मक रूप में उपयोग किया गया है कि वह मनुष्य के संपूर्ण जीवन में फैल जाता है और अन्य मनुष्यों को भी प्रभावित करता है।
- यह झूठी शिक्षा के सन्दर्भ में भी उपयोग किया गया है जो प्रायः लोगों में शीघ्र व्याप्त हो जाती है और उन्हें प्रभावित करती है।
- “खमीर” को सकारात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है कि परमेश्वर का राज्य कैसे मनुष्य से मनुष्य में फैल जाता है।
अनुवाद के सुझाव
- इसका अनुवाद हो सकता है, “खमीर”या “वह वस्तु जो आटे को फुला देती है” या “फुलानेवाला पदार्थ।" * “फुलाना” का अनुवाद हो सकता है, “फैलना” या “बड़ा होना” या “मोटा हो जाना।"
- यदि आटे को खमीर करने के लिए कोई और स्थानीय वस्तु काम में ली जाती है तो अनुवाद में उसका उपयोग करें। यदि लक्षित भाषा में इसके लिए कोई चिरपरिचित वस्तु है जिसका अर्थ है, "खमीर करना," वह शब्द प्रयोग करने के लिए उत्तम शब्द होगा।
(यह भी देखें: मिस्र, फसह, अखमीरी रोटी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2556, H2557, H4682, H7603, G01060, G22190, G22200
खराई
परिभाषा:
“मन की खराई” का संदर्भ सत्यनिष्ठा और दृढ़ नैतिक सिद्धान्तों एवं आचरण से है।
- खराई का अर्थ यह भी है कि जब कोई देख न रहा हो तब भी सच्चाई और उचित काम करना।
- बाइबल के कुछ पात्र जैसे यूसुफ एवं दानिय्येल ने मन की खराई का प्रदर्शन किया था जब उन्होंने बुराई करने का परित्याग और परमेश्वर की आज्ञा मानने का निर्णय लिया था।
- नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि धनवान और भ्रष्ट या अनिष्ठ होने की अपेक्षा खरा एवं दरिद्र होना उत्तम है।
अनुवाद सुझाव
- “खराई” का अनुवाद, “सत्यनिष्ठा” या “नैतिक औचित्य” या “सत्यवादी व्यवहार” या “विश्वासयोग्य, ईमानदारी से काम करना” किया जा सकता है ।
(यह भी देखें: दानिय्येल, यूसुफ (पुराना नियम))
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3476, H6664, H6666, H8535, H8537, H8538, H8549, G4587
खुर, खुरों, टापों
तथ्य:
ये शब्द कुछ पशुओं के पाँवों के नीचे की कठोर सतह के बारे में हैं जैसे ऊँट, मवेशी, हिरण, घोड़ा, गधा, सूअर, बैल, भेड़ और बकरी।
- खुर पशु के चलने में उसके पांवों का सुरक्षा कवच होते हैं।
- कुछ पशुओं के खुर दो भागों में बटें होते हैं और कुछ के नहीं होते।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को निर्देश दिया था कि जिन पशुओं के खुर विभाजित हों और जो जुगाली करते हैं उनका माँस खाने के लिए शुद्ध है। इसमें मवेशी, भेड़, हिरण और बैल हैं।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: ऊँट, गाय, गदहे, बकरी, बैल, सुअर, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6119, H6471, H6536, H6541, H7272
खोपड़ी
परिभाषा:
“खोपड़ी”, का सन्दर्भ है, मनुष्य या पशु के सिर का हड्डी के ढाँछे से।
- कभी-कभी “खोपड़ी” शब्द का उपयोग “सिर” के लिए भी किया जाता है जैसे “खोपड़ी मुंडवाले”।
- “खोपड़ी का स्थान” गुलगुता का एक और नाम है जहाँ यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था।
- इस शब्द का अनुवाद “सिर” या “सिर की हड्डी” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: क्रूस पर चढ़ाना, गुलगुता)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1538, H6936, H7218, G28980
गड्ढा, गड्ढे, फंदों, कुण्ड
परिभाषा:
गड्ढा भूमि में खोदा गया गड्ढा होता है।
"कुण्ड " जल संग्रह के लिए खोदा गया गड्ढा होता था|
भूमि में गड्ढा खोदने के दो कारण मुख्य थे, पशुओं को फंसाना या पानी निकालना।
गड्ढा बन्दी को रखने का अस्थाई स्थान भी होता है।
कभी-कभी “गड्ढा” शब्द कब्र या नरक के लिए भी काम में लिया गया है। कभी-कभी इसका संदर्भ “अथाह-कुंड” से भी है।
“गड्ढा” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है, जैसे, “विनाश का गर्त” जिसका अर्थ है विनाशकारी परिस्थिति में फंसना या पापी विनाशक अभ्यासों में पड़ जाना।
(यह भी देखें: अथाह कुण्ड, नरक, बन्दीगृह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0875, H0953, H1356, H1475, H2352, H4087, H4113, H4379, H6354, H7585, H7745, H7816, H7825, H7845, H7882, G00120, G09990, G54210
गदहा, खच्चर
परिभाषा:
गदहा एक घोड़े जैसा चौपाया है जिसका कद घोड़े से कम होता है और कान अधिक लंबे होते हैं।
- खच्चर घोड़ी और गदहे का बच्चा होता है वह नपुंसक होता है।
- खच्चर शक्तिशाली पशु है इसलिए उसे अधिक काम का माना जाता है।
- खच्चर और गदहा, दोनों बोझ उठाने तथा मनुष्य की सवारी में काम में आते है।
- बाइबल के युग में राजा शान्ति के समय गदहे की सवारी करते थे, न कि घोड़े की क्योंकि घोड़ा युद्ध में काम आता था।
- यीशु अपने क्रूसीकरण से एक सप्ताह पूर्व युवा गदहे पर बैठकर यरूशलेम में आया था।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H860, H2543, H3222, H5895, H6167, H6501, H6505, H6506, G3678, G3688, G5268
गन्धक, गन्धकपूर्ण
परिभाषा:
“गन्धक” एक पीले रंग का पदार्थ होता है जो आग में डालने के बाद जलने वाला तरल पदार्थ हो जाता है।
- गन्धक की गंध तीव्र होती है जो सड़े हुए अंडे की गंध की तरह है।
- बाइबल में जलता हुआ गंधक अभक्त एवं विद्रोही मनुष्यों के लिए दण्ड का प्रतीक है।
- लूत के समय मैं परमेश्वर ने सदोम और अमोरा के दुष्ट नगरों पर आग और गन्धक बरसाया था।
- कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में गन्धक को “ज्वलनशील पत्थर” कहा गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है "जलता हुआ पत्थर।"
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का संभावित अनुवाद हो सकता है, “पीला पत्थर जो आग पकड़ता है” या “जलनेवाला पीला पत्थर”।
(यह भी देखें: आमोरा, न्याय करना, लूत, बलवा करना, सदोम, अभक्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1614, G23030
गर्भ
परिभाषा:
“गर्भ” अर्थात स्त्री के शरीर में भ्रूण विकास का अंग।
- यह एक पुराना शब्द है जिसका उपयोग शिष्टता एवं सीधी भाषा के लिए किया गया है। (देखें: व्यंजना).
- “गर्भ” का आधुनिक शब्द है “गर्भाशय”।
- कुछ भाषाओं में गर्भ या गर्भाशय के स्थान में “पेट” शब्द काम में लिया जाता है।
- लक्षित भाषा में प्रचलित एवं स्वाभाविक तथा स्वीकार्य शब्द का उपयोग करे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्: H0990, H4578, H7356, H7358, G10640, G28360, G33880
गर्भवती होना, गर्भ धारण करना
परिभाषा:
“गर्भधारण” या “गर्भवती होना” का अर्थ है “सन्तान को गर्भ में धारण करना” यह शब्द पशुओं के लिए भी काम में लिया जा सकता है।
- “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भ धारण करना” या इसके तुल्य कोई अन्य स्वीकार्य शब्द हो तो उसका उपयोग करें।
- इससे संबन्धित शब्द “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भधारण का आरंभ” या “गर्भधारण का पल”।
- इसका संदर्भ किसी बात की रचना या विचार करना जैसे धारणा, योजना या कार्य से भी हो सकता है। इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विचारना” या “योजना बनाना” या “रचना करना” जो प्रकरण के अनुरूप हो।
- कभी-कभी यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाता है जैसे "अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है" अर्थात “जब पाप का पहला विचार आता है” या “पाप का आरंभिक पल” या “जब पाप का आरंभ होता है”।
(यह भी देखें: उत्पन्न करना, गर्भ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2029, H2030, H2032, H2232, H2254, H2803, H3179, G10800, G17220, G28450, G48150
गाय, बैल, बछड़ा, मवेशी, कलोर, बैल
परिभाषा:
"गाय," "बैल," कलोर," और “मवेशी” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले गोजातीय पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं.
- ऐसे पशु की मादा को गाय कहते हैं और नर को बैल और उसके बच्चे को बछड़ा कहते हैं.
- बाइबल में, मवेशी "शुद्ध"पशुओं में गिने जाते थे इनको मनुष्य खा सकता था और बलिओं के लिए काम में ले सकता था. वे मुख्य रूप से मांस और दूध के लिए थे।
- "कलोर" वह गाय होती थी जिसने बच्चा न दिया हो.
- “बैल” एक चौपाया पशु है जिसे खेती के काम के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है. इस शब्द का बहुवचन है “बैलों.” बैलों नर हैं जिनका बधियाकरण किया गया है.
- संपूर्ण बाइबल में बैलों को जूए में जुता हुआ दर्शाया गया है कि बैलगाड़ी खींचे या हल चलाएं.
- जूए में जुते हुए बैल बाइबल में एक ऐसी सामान्य बात थी कि “जूए में जुतना” कठोर परिश्रम या श्रम की उपमा हो गया.
- सांड भी नर चौपाया है परन्तु उसका बधियाकरण नहीं किया जाता है और न ही काम कराने का उसको प्रशिक्षण दिया जाता था.
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: जूआ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H0504, H0929, H1165, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H6499, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7921, H8377, H8450, G10160, G11510, G23530, G29340, G34470, G34480, G41650, G50220
गिड़गिड़ाना, विनती, मुकद्दमा, वाद विवाद करना, गिड़गिड़ाकर, निवेदन करता, निवेदन
तथ्य:
“गिड़गिड़ाकर विनती करना” और “विनती” का अर्थ है किसी से कुछ करने की आपातकालीन याचना। “गिड़गिड़ाना” एक अत्यावश्यक निवेदन है।
- विनती का अर्थ प्रायः यह होता है कि मनुष्य को सहायता की घोर आवश्यकता या उसमे सहायता पाने की प्रबल इच्छा है।
- मनुष्य परमेश्वर से दया की विनती कर सकते हैं या आपातकालीन याचना कर सकते हैं या स्वयं के लिए या किसी और के लिए उससे कुछ देने का निवेदन कर सकते हैं।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “मांगना”, “अनुनय विनय करना” या “आपातकालीन याचना”
- “प्रार्थना” का अनुवाद हो सकता है, “साग्रह निवेदन” या “प्रबल याचना”।
- स्पष्ट करें कि प्रकरण में इसका अर्थ पैसा मांगना नहीं है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H1777, H2603, H3198, H4941, H4994, H6279, H6293, H6664, H6419, H7378, H7379, H7775, H8199, H8467, H8469, G1189, G1793, G2065, G3870
गुम्मट, पहरे की मिनारें
परिभाषा:
“गुम्मट” एक ऊँची रचना जहाँ से सुरक्षाकर्मी किसी आने वाले संकट पर दृष्टि रख सकते थे। ये गुम्मट अधिकतर पत्थरों के बने होते थे।
- जमींदार भी कभी-कभी गुम्मट बनाते थे कि वहाँ से अपनी फसल की चौकीदारी करें और चोरी होने से उसे बचाएं।
- गुम्मटों में कमरे भी होते थे कि चौकीदार या उसका परिवार वहाँ रहे जिससे कि दिन रात फसल की चौकसी की जा सके।
- नगर के गुम्मट शहरपनाह से ऊँचे बनाए जाते थे कि पहरूए किसी शत्रु की सेना को आते हुए देख पाएं।
- "गुम्मट" शब्द का उपयोग शत्रु से रक्षा के प्रतीक स्वरुप भी काम में लिया जाता है। (देखें: उपमा)
(यह भी देखें: बैरी, पहरा देना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0803, H0971, H0975, H1785, H2918, H4026, H4029, H4692, H4707, H4869, H6076, H6438, H6836, G44440
गुरु, उपदेशक
परिभाषा:
गुरु वह मनुष्य है जो मनुष्यों को नई जानकारी देता है। शिक्षक मनुष्यों को ज्ञान एवं प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है।
- बाइबल में "उपदेशक" शब्द एक विशेष अर्थ में काम में लिया गया है जो परमेश्वर के बारे में शिक्षा देनेवाले के संदर्भ में है।
- शिक्षक से ज्ञान प्राप्त करनेवाले को “विद्यार्थी” या “चेला” कहते हैं।
- कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा गया है यदि वह यीशु के संदर्भ में है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द के अनुवाद में सामान्य शब्द शिक्षक का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि शब्द केवल एक स्कूल शिक्षक के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
- कुछ संस्कृतियों की भाषा में धर्म-गुरूओं के लिए विशेष पदनाम होता है जैसे “श्री-श्री” या “रब्बी” या “प्रचारक”।
(यह भी देखें: चेले, प्रचार करना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 27:1 एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
- 28:1 एक दिन, एक धनवान युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छे शिक्षक,अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
- 37:2 दो दिन बीतने के बाद, यीशु ने अपने चेलों से कहा, “आओ हम फिर यहूदिया को चलें |” चेलों ने उससे कहा “हे रब्बी, कुछ समय पहले तो लोग तुझे मरना चाहते थे |”
- 38:14 यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा |
- 49:3 यीशु एक महान शिक्षक भी था, और वह अधिकार के साथ बोलता था क्योंकि वह परमेश्वर का पुत्र है |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3384. H3925, G1320, G2567, G3547, G5572
गेहूँ
परिभाषा:
गेहूँ एक प्रकार का अन्न है जो मनुष्य भोजन के लिए उगाते है। जब बाइबल "अनाज" या "बीज" का उल्लेख करती है, तो यह अक्सर गेहूँ के दाने या बीज के बारे में बात करती है।
- गेहूँ के दाने या बीज पौधे के ऊपर के भाग में लगते हैं।
- कटनी के बाद गेहूँ के दाने को मार कर कटे हुए सूखे पौधों से निकाला जाता है। * गेहूँ के सूखे पौधों को धरती पर रखा जाता था कि उस पर मवेशी सोएं। गेहूं के सूखे हुए पौधों को "पुआल" कहा जाता है|
- दंवनी के बाद, गेहूं के दानों को हवा में उछल कर भूँसी से अलग किया जाता था| भूँसी फेंक दी जाती थी।
- गेहूँ को पीस कर आटा तैयार किया जाता है जिससे रोटियाँ बनाई जाती हैं।
(यह भी देखें: जौ, भूसा, अन्न, बीज, दांवना, हवा में उड़ाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1250, H2406, G46210
गोत्र, सगोत्र, गोत्रवासी
परिभाषा:
गोत्र मनुष्यों का वह समूह है जो एक ही पूर्वज से उत्पन्न हुआ है।
- एक ही गोत्र के लोग एक ही भाषा एवं संस्कृति को साझा करते है।
- पुराने नियम में, परमेश्वर ने इस्राएल को 12 गोत्रों में विभाजित किया था। प्रत्येक गोत्र याकूब के किसी एक पुत्र या पोते का वंश था।
- गोत्र जाति से छोटा परन्तु कुल से बड़ा था।
(यह भी देखें: कुल, जाति, समुदाय, इस्राएल के बारह गोत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H523, H4294, H7625, H7626, G1429, G5443
गोबर, खाद
परिभाषा:
“गोबर” मनुष्य और पशुओं का मल होता है जिसे विष्ठा कहते हैं। जब इसका उपयोग भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए किया जाता है तो इसे खाद कहते हैं।
- इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में किसी निकम्मी या महत्वहीन वस्तु के लिए काम में लिया गया है।
- पशुओं का सूखा हुआ गोबर ईंधन के लिए काम में लिया जाता था।
- “भूमि के ऊपर खाद के समान पड़ी रहेंगी” का अनुवाद हो सकता है, “निकम्मे गोबर के समान पृथ्वी पर विसर्जित किए गए।”
- “कूड़ा फाटक” यरूशलेम की दक्षिणी दीवार में था जो संभवतः नगर का कूड़ा बाहर ले जाने के लिए काम में आता था।
(यह भी देखें: फाटक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H830, H1119, H1557, H1561, H1686, H1828, H6569, H6675, G906, G4657
ग्रहण करना, स्वागत करना, बीड़ा उठाया, ग्राह्यता
परिभाषा:
“ग्रहण करना” का सामान्य अर्थ है, किसी दी गई या प्रस्तुत की गई या उपहार की गई वस्तु स्वीकार करना।
- “ग्रहण करना” का अर्थ कष्ट सहना या किसी बात का अनुभव करना भी हो सकता है जैसे “उसे अपने कर्मों का दण्ड मिला”
- एक विशेष अर्थ भी है जिसमें हम किसी व्यक्ति को "ग्रहण" करते है। उदाहरणार्थ अतिथियों या आगन्तुकों का स्वागत करना अर्थात उन्हें ग्रहण करके उनका सम्मान करना, जिससे उनके साथ संबन्ध बनाया जाए।
- “पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसको काम करने देने के लिए उसका स्वागत करते हैं।
- “यीशु को ग्रहण करना” का अर्थ है मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर के उद्धार का दान स्वीकार करना।
- जब अन्धा मनुष्य “दृष्टि का दान ग्रहण करता है” तो इसका अर्थ है परमेश्वर ने उसे चंगा कर दिया है और उसे देखने की क्षमता प्रदान की है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “दिया गया”
- “तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” या "परमेश्वर तुम में सामर्थ के कामों हेतु पवित्र आत्मा को सक्रीय करेगा"
- "उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "देखने में सक्षम हुआ" या "फिर से देखने योग्य हो गया" या "परमेश्वर द्वारा चंगा किया गया कि देख सके"
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, यीशु, प्रभु, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:13 भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों का दंड भोगने के लिए के मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी |
- __45:5__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |”
- 49:6 यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे |
- 49:10 जब यीशु क्रूस पर मरा, उसने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर ले लिया |
- 49:13 जो कोई यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में स्वीकार करता है परमेश्वर उसे बचाएगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G4327, G4355, G4356, G4687, G5264, G5562
घड़ी
परिभाषा:
किसी बात को होने के समय या अवधी के अतिरिक्त “घड़ी” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।
- कभी-कभी “घड़ी” का संदर्भ किसी कार्य को करने का नियमित निश्चित समय होता है जैसे “प्रार्थना का समय।”
- जब अभिलेख में लिखा होता है, “वह घड़ी आ पहुंची है” जब यीशु दुःख उठाएगा और मारा जाएगा तो इसका अर्थ है, इस बात के होने के लिए परमेश्वर द्वारा बहुत पहले ही निश्चित किया गया समय।
- “घड़ी” शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है, “उस पल” या “उसी समय।”
- जब अभिलेख में लिखा हो, विलम्ब की "घडी" तो इसका अर्थ होगा, दिन के उत्तरार्ध में विलम्ब का समय जब शीघ्र ही सूर्यास्त होने वाला हो।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रतीकात्मक उपयोग में, शब्द “घड़ी” का अनुवाद “समय” या “पल” या “नियुक्त समय”
- “उस घड़ी में” या “उसी समय” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल” या "तुरंत" या "ठीक उसी समय।"
- अभिव्यक्ति "समय बहुत देर हो चुकी थी" का अनुवाद हो सकता है, "दिन में देर हो गई" या "जल्द ही अंधेरा हो जाएगा" या "यह देर दोपहर था।"
(यह भी देखें: घड़ी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
घमंडी, घमंड, बड़ाई, घमण्ड भरी
परिभाषा:
“घमण्ड” और “घमण्ड भरी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में हैं जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है और विशेष करके सोचता है कि वह अन्यों से कहीं अधिक उत्तम है।
- घमण्डी मनुष्य प्रायः अपनी गलतियां स्वीकार नहीं करता है। वह दीन मनुष्य नहीं है।
- घमण्ड अन्य बातों में परमेश्वर की अवज्ञा की ओर ले जाता है।
- “घमण्ड” और “बड़ाई” को सकारात्मक अर्थ में भी काम में लिया जाता है जैसे किसी की उपलब्धि पर घमण्ड करना या बच्चों पर घमण्ड करना। “अपने काम पर घमण्ड करना” इस अभिव्यक्तिता का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
- कोई घमण्ड से भरे बिना अपने किए हुए काम पर घमण्ड कर सकता है। कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के इन दोनों शब्दों के भाव अलग-अलग शब्दों में व्यक्त किए जा सकते हैं।
- “घमण्ड से भर जाना” सदैव नकारात्मक होता है अर्थात् “अभिमानी” या “अहंमन्य” या “अपने आपको बहुत बड़ा समझनेवाला”।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- संज्ञा "घमंड" का अनुवाद "अहंकार" या "अभिमान" या "आत्म-महत्व" के रूप में किया जा सकता है।
- अन्य संदर्भों में, "घमंड" का अनुवाद "आनन्द" या "संतोष" या "सुख" के रूप में किया जा सकता है।
- "पर गर्व" का अनुवाद "के साथ खुश" या "से संतुष्ट" या " या "आनंदित"( उपलब्धियों पर) " के रूप में किया जा सकता है।
- “अपने काम पर घमण्ड कर” इस वाक्यांश का अर्थ है अपना काम करने में आनन्द का अनुभव करना।
- "यहोवा पर गर्व करना " इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यहोवा ने जो कुछ अद्भुत काम किया है, उसके बारे में प्रसन्न होना" या "खुश होना कि यहोवा कितना अद्भुत है।"
(यह भी देखें: हठीले, दीन, आनन्द)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 04:02 उन्हें बहुत घमंड था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
- 34:10 तब यीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धर्म गुरु की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, उसे परमेश्वर छोटा कर देगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H1341, H1343, H1344, H1346, H1347, H1348, H1349, H1361, H1362, H1363, H1364, H1396, H1466, H1467, H1984, H2086, H2087, H3093, H3238, H3513, H4062, H1431, H4791, H5965, H7295, H7312, H7342, H7311,H7830, H8597, G1391, G1392, G2744, G2745, G2746, G3173, G5187, G5229, G5243, G5244, G5308, G5309, G5426
घमण्ड
परिभाषा:
“घमण्ड” (गर्व) का अर्थ है स्वाभिमान एवं दंभी। इसका संदर्भ ऐसे मनुष्य से है जो अपने आपको बहुत बड़ा समझता है।
- यह शब्द ऐसे मनुष्य के घमण्ड को दर्शाता है जो परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने से नहीं रूकता है।
- अभिमानी मनुष्य अपने बारे में बड़ी-बड़ी बातें करता है
- घमण्डी मनुष्य बुद्धिमान नहीं मूर्ख है।
- इस शब्द का अनुवाद “घमण्डी”, या “दंभी” या “स्वार्थी” किया जा सकता है।
- “घमण्डी आंखें” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “घमण्ड से भरी दृष्टि” या “दूसरों को अपने आप से हीन समझना” या “दूसरों को नीचा समझने वाला घमण्डी मनुष्य”।
(यह भी देखें: बड़ाई, घमण्ड)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1361, H1363, H1364, H3093, H4791, H7312, G5244
घर, घरों, छत के ऊपर, छतों, भण्डार, भण्डारों, घर का कारबार करनेवाले
परिभाषा:
शब्द "घर" एक छोटा सा भवन, आश्रय या तम्बू को संदर्भित करता है, आमतौर पर वह स्थान जहां एक परिवार सोता है। “घर” शब्द का उपयोग बाइबल में प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है।" आदि जैसी विभिन्न अवधारणाओं का अर्थ करने के लिए किया जाता है।
- कभी-कभी इसका अभिप्राय “कुटुम्ब” से है अर्थात एक ही घर में रहने वाले सब सदस्य।
- “घर” प्रायः किसी के वंशजों के संदर्भ में आता है। उदाहरणार्थ, “दाऊद का घराना” अर्थात राजा दाऊद के सब वंशज।
- “परमेश्वर का भवन” और “यहोवा का भवन” अर्थात मिलापवाला तम्बू या मन्दिर। इस अभिव्यक्ति का सामान्यतः अभिप्राय यह होता है कि परमेश्वर की उपस्थिति का स्थान या उसके निवास का स्थान।
- इब्रानियों अध्याय 3 में “परमेश्वर के घर” एक रूपक स्वरूप काम में लिया गया है जो परमेश्वर के लोगों के संदर्भ में है या अधिक सामान्य परिप्रेक्ष्य में, परमेश्वर से संबन्धित सब वस्तुओं के संदर्भ में है।
- “इस्राएल का घराना” सामान्यतः संपूर्ण इस्राएली जाति के संदर्भ में काम में लिया गया है या विशेष रूप में उत्तरी राज्य के इस्राएल के गोत्रों के लिए है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार, “घर” शब्द का अनुवाद , “परिवार” या “लोग” या “कुटुम्ब” या “वंशज” या “मन्दिर” या “निवास स्थान”हो सकता है।
- “दाऊद का घराना”, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “दाऊद का कुल” या “दाऊद का परिवार” या “दाऊद के वंशज”। संबन्धित अभिव्यक्तियों का अनुवाद भी इसी आधार पर किया जा सकता है।
- “इस्राएल का घराना” इस उक्ति के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “इस्राएल की प्रजा” या “इस्राएल के वंशज” या “इस्राएली”
- “यहोवा का भवन” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा का मन्दिर” या “यहोवा की आराधना का स्थल” या “जहां यहोवा अपने लोगों के साथ मिलते है” या “यहोवा का निवास स्थान”। “परमेश्वर का भवन” इसका अनुवाद भी ऐसा ही किया जाए।
(यह भी देखें: दाऊद, वंशज, परमेश्वर का भवन, घराना, इस्राएल राज्य, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1004, H1005, G3609, G3613, G3614, G3624
घात करना, घात किए गए
परिभाषा:
“घात करना” अर्थात किसी पशु या मनुष्य की हत्या करना इसका अभिप्राय है, बलपूर्वक या निर्दयता से मार डालना। अगर किसी व्यक्ति ने एक जानवर को मार डाला है तो उसने "घात किया"
- पशु या किसी जनसमूह के संदर्भ में “संहार” शब्द काम में लिया जाता है।
- संहार का एक कार्य भी "संहार" कहा जाता है।
- “घात किए गए” का अनुवाद हो सकता है, “मारे गए लोग” या “जिन लोगों की हत्या की गई”।
(यह भी देखें: संहार)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2026, H2076, H2490, H2491, H2717, H2763, H2873, H2874, H4191, H4194, H5221, H6991, H6992, H7523, H7819, G337, G615, G1315, G2380, G2695, G4968, G4969, G5407
घुड़सवार
परिभाषा:
बाइबल के युग में “घुड़सवारों” का अर्थ था युद्ध में घोड़े की सवारी करनेवाला।
- रथों पर सवारी करनेवाले योद्धाओं को भी “घुड़सवार” कहते थे। जबकि घुड़सवार वास्तव में घोड़े की सवारी करनेवाला होता है।
- इस्राएलियों का मानना था कि युद्ध में घोड़े काम में लेना यहोवा की अपेक्षा अपनी शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक शक्ति पर अधिक भरोसा रखना था, अतः वे अधिक घुड़सवारों को नहीं रखते थे।
- इसका अनुवाद “घोड़े के सवार” या “घोड़े पर सवार मनुष्य” हो सकता है।
(यह भी देखें: रथ, घोड़ा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6571, H7395, G2460
घूस, घूस, घूस दिया, घूस लेते हैं
परिभाषा:
“घूस”, किसी से गलत काम करवाने के लिए मूल्यवान भेंट जैसे पैसा देना।
- यीशु की कब्र की चौकसी करनेवाले सैनिकों को झूठ बोलने के लिए घूस दी गई थी।
- कभी-कभी सरकारी अधिकारी को अपराध को अनदेखा करने या कोई निर्णय लेने के लिए भी घूस दी जाती है।
- बाइबल में घूस लेना या घूस देना मना है।
- “घूस” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बेइमानी का पैसा” या “झूठ बोलने के लिए दिया गया पैसा” या “नियम तोड़ने की कीमत।”
- “घूस देना” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “प्रभाव डालने के लिए पैसा देना” या “बेईमानी से पक्षपात करने की कीमत देना” या “पक्ष लेने के लिए पैसा देना।”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3724, H4979, H7809, H7810, H7936, H7966, H8641, G5260
घृणा, घृणा करा, घृणित
तथ्य:
“घृणित” शब्द कुछ ऐसी वस्तुओं का वर्णन करता है जिन्हें नापसंद और अस्वीकार करना चाहिए। किसी वस्तु से घृणा करने का अर्थ है उसे दृढ़ता से नापसंद करना।
- बाइबल प्रायः बुराई से घृणा की चर्चा करती है। इसका अर्थ है बुराई से घृणा करना और उसका त्याग करना।
- परमेश्वर ने "घृणित" शब्द का प्रयोग उन लोगों के बुरे कामों का वर्णन करने के लिए किया, जो झूठे देवताओं की पूजा करते थे।
- इस्राएलियों को आज्ञा दी गई थी कि वे पड़ोसी जातियों के पापी अनैतिक अभ्यासों से "घृणा" करें।
- परमेश्वर ने सब अनुचित यौनाचार को "घृणित" कहा है।
- भविष्य कहना, भूत सिद्धि करना तथा शिशु-बलि, सब परमेश्वर के लिए "घृणित" थे।
- "घृणा" शब्द का अनुवाद "दृढ़ता से अस्वीकार" या "नफरत" या "बहुत बुरा मानते हैं" के रूप में किया जा सकता है ।
- “घृणित” शब्द का अनुवाद “भयानक बुराई” या “घृणा योग्य” या “परित्याग के योग्य” किया जा सकता है।
- जब दुष्ट को धर्मी "घृणित" करने के लिए आवेदन किया जाता है, तो इसे "बहुत अवांछनीय माना जाता है" या "अयोग्य" या "अस्वीकार कर दिया" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
- परमेश्वर ने कुछ प्रकार के जानवरों को "घृणा" करने के लिए इस्राएलियों से कहा था कि परमेश्वर ने उन्हें "अशुद्ध" और भोजन के लिए उपयुक्त नहीं घोषित किया था। * इसका अनुवाद “प्रबल नापसंदगी” या “परित्याग” या “अस्वीकार्य मानना” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: # # भविष्य कहना, शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1602, H6973, H8130, H8251, H8262, H8263, H8441, H8581, G946, G947, G948, G4767, G3404
घेर, घेर लेना, घेर लिया, घेर करनेवाला, घेर लेना, मोर्चा बांधना
परिभाषा:
“घेराव” शत्रु की सेना द्वारा नगर को घेर कर भोजन-पानी का आना रोक देना। किसी शहर को "घेर" करने या इसे "घेराबंदी के नीचे" रखने के लिए इसका अर्थ है घेराबंदी के माध्यम से हमला करना।
- जब बाबेल ने इस्राएल पर हमला किया, तो उन्होंने शहर के अंदर लोगों को कमजोर करने के लिए यरूशलेम के खिलाफ घेराबंदी की रणनीति का इस्तेमाल किया।
- घेराव के समय धूल मिट्टी के ढेले बनाए जाते थे कि शत्रु की सेना शहरपनाह को पार करके नगर पर आक्रमण कर पाए।
- एक शहर को "घेर" करने के लिए इसे "घेराबंदी" के रूप में व्यक्त किया जा सकता है या उस पर "घेराबंदी" करने के लिए कहा जा सकता है।
- “घेराव कर दिया” का अर्थ “घेराव” ही है। इन दोनों अभिव्यक्तियों द्वारा किसी नगर का शत्रुओं द्वारा घेराव दर्शाता है।
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4692, H4693, H5341, H5437, H5564, H6693, H6696, H6887
घोड़ा, घोड़े, युद्ध का घोडा, युद्ध के घोड़ों, सवार होकर
परिभाषा:
घोड़ा चार टांगों का एक बड़ा पशु होता है जिसको बाइबल के युग में अधिकतर खेती के काम में या सवारी धोने के काम में लिया जाता था।
- कुछ घोड़े गाड़ी और रथ खींचने के लिए भी काम में लिए जाते थे, उन पर सवारी भी की जाती थी।
- घोड़ों को लगाम लगाई जाती थी कि इच्छा के अनुसार चलाया जाए।
- बाइबल युग में घोड़े एक मूल्यवान सम्पदा थे, उन्हें पशु धन माना जाता था क्योंकि वेमुख्यतः युद्ध में काम आते थे। उदाहरणार्थ, सुलैमान के असीम वैभव का एक भाग उसके हजारों घोड़ें और रथ थे।
- गधे और खच्चर भी घोड़े जैसे ही चौपाए हैं।
(यह भी देखें: रथ, , गधा, सुलैमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H47, H5483, H5484, H6571, H7409, G2462
घोषणा करना, विज्ञप्ति, घोषणा
परिभाषा:
“घोषणा करना ” और “घोषणा” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। इसके सहार्थी शब्द हैं, "उद्घोषित करना", "उद्घोषणा", "प्रकाशित करना", "विज्ञप्ति|"
एक "घोषणा" न केवल घोषित की जा रही के महत्व पर जोर देती है, बल्कि यह घोषणा करने वाले पर भी ध्यान आकर्षित कराती है।
उदाहरणार्थ, पुराने नियम में परमेश्वर के सन्देश से पूर्व, “यहोवा यों कहता है” या “यहोवा का यह वचन” उक्ति आती है। इस उक्ति से इस बात पर बल दिया जाता है कि इस सन्देश को पहुंचाने वाला यहोवा ही है। यह तथ्य कि सन्देश यहोवा का है दर्शाता है कि सन्देश अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “घोषणा करने” का अनुवाद हो सकता है, “विज्ञप्ति प्रकाशित करना” या “सार्वजनिक कथन प्रस्तुत करना” या “बलपूर्वक कहना” या “बल देकर कहना”।
- “घोषणा” शब्द का अनुवाद “कथन” या “उद्घोषण” भी हो सकता है।
- “यहोवा यों कहता है” इस उक्ती का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा घोषणा करता है” या “यहोवा का कहना है कि।"
(यह भी देखें: प्रचार करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0262, H0559, H0816, H0874, H1696, H3045, H4853, H5002, H5042, H5046, H5608, H6567, H7121, H7561, H7878, H8085, G03120, G05180, G06690, G12290, G13440, G15550, G17180, G18340, G20970, G25110, G26050, G26070, G31400, G36700, G37240, G38220, G38700, G39550, G42960
चकित, विस्मय, अचम्भा किया, अचम्भा, अचम्भा किया, अद्भुत, आश्चर्यकर्म, आश्चर्यचकित
परिभाषा:
यह सब शब्द अति विस्मय का संदर्भ देते हैं, क्योंकि एक अति असामान्य बात हुई है।
- इनमें से कुछ शब्द यूनानी कहावत के अनुवाद हैं जैसे, “आश्चर्यचकित होना” या “अपने आपे से बाहर होना”। * इन उक्तियों से व्यक्त होता है कि मनुष्य कैसे विस्मित एवं आघातग्रस्त हुआ है। अन्य भाषाओं में भी इन उक्तियों को व्यक्त करने के शब्द होंगे।
- सामान्यतः आश्चर्य और विस्मय उत्पन्न करने वाली घटना चमत्कार होती है, ऐसा काम केवल परमेश्वर ही कर सकता है।
- इन शब्दों के अर्थ में उलझन की भावना भी हो सकती है क्योंकि जो हुआ वह न उम्मीद था।
- इन शब्दों का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं, “अत्यधिक चकित” या “अत्यधिक विस्मित”
- इसके समानार्थक शब्द हैं, “अद्भुत (विस्मयकारी, आश्चर्यजनक) “विस्मय” “चकित करना”
- सामान्यतः ये शब्द सकारात्मक हैं और दर्शाते हैं कि मनुष्य किसी घटना विशेष से प्रसन्न हैं।
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म, चिन्ह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0926, H2865, H3820, H4159, H6313, H6381, H6382, H6383, H6395, H8074, H8429, H8539, H8540, H8541, G06390, G15680, G15690, G16050, G16110, G18390, G22840, G22850, G22960, G22970, G22980, G40230, G45920, G50590
चंगाई, चंगा किया, चंगा करना, चंगा हो गया, चंगा करने वाला, स्वस्थ, अस्वस्थ
परिभाषा:
“चंगा करना” और "उपचार" दोनों का अर्थ है एक बीमार, अर्थात रोगी, घायल, या विकलांग को स्वास्थ्य प्रदान करना।
- चंगाई पाने वाला या “रोग-मुक्त मनुष्य” “पुष्ट किया गया” या “स्वस्थ किया गया” है।
- चंगाई प्राकृतिक भी होती है क्योंकि परमेश्वर ने हमारे शरीर को अनेक प्रकार की चोटों और रोगों से स्वस्थ हो जाने की क्षमता प्रदान की है। ऐसी चंगाई में समय लगता है।
- तथापि जैसे अंधा होना, लकवा तथा गंभीर रोग जैसे, कोढ़ अपने आप स्वस्थ नहीं होते हैं। जब मनुष्यों को ऐसे रोगों या विकलांगता से चंगाई मिलती है तो वह एक आश्चर्यकर्म होता है।
- उदाहरणार्थ यीशु ने अनेक अंधों, लंगड़ो और रोगियों का तत्काल चंगा किया था और वे उसी पल स्वस्थ हो गए थे।
- प्रेरितों ने भी रोगियों को चमत्कारी चंगाई दी थी जैसे पतरस ने एक लंगड़े को तुरंत चलने योग्य किया था।
(यह भी देखें: आश्चर्यकर्म)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 19:14 जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था। उसने एलीशा के बारे में सुना था तो वह एलीशा के पास गया कि वह उसे चंगा क।
- 21:10 उसने (यशायाह ने) यह भी भविष्यवाणी की थी , कि मसीह बीमारों को चंगा करेगा, तब अन्धे की आँखें खोली जाएगी, बहिरों के कान भी खोले जाएँगे, लंगड़े चलने लगेंगे, गूँगे बोल उठेंगे।
- 26:06 यीशु ने कहना जारी रखा,“और एलीशा भविष्यद्वक्ता के समय इस्राएल में बहुत से कोढ़ी थे, और ऐसे भी थे जिन्हें त्वचा रोग था। लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी चंगा नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को चंगा किया।”
- 26:8 वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो बोल नहीं सकते, देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे और इन सभी को यीशु ने चंगा किया।
- 32:14 उसने यीशु की चर्चा सुनी थी कि वह बिमारो को चंगा करता है और उसने सोचा कि यदि मैं यीशु के वस्त्रो को ही छू लूँगी तो चंगी हो जाऊँगी , ”
- 44:3 तुरन्त, परमेश्वर ने उस लँगड़े व्यक्ति को चंगा किया, तब उसने चलना और चारों ओर कूदना शुरू किया और परमेश्वर की स्तुति करने लगा।
- 44:8 तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
- 49:2 यीशु बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है। वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, ुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H724, H1369, H1455, H2280, H2421, H2896, H3545, H4832, H4974, H7495, H7499, H7500, H7725, H7965, H8549, H8585, H8644, H622, G1295, G1743, G2322, G2323, G2386, G2390, G2392, G2511, G3647, G4982, G5198, G5199
चर्मरोग, कोढ़ी, कोढ़
परिभाषा:
“कोढ़” का उल्लेख बाइबल में आया है| वह विभिन्न त्वचा रोगों का संदर्भ देता है। “कोढ़ी” वह मनुष्य है जो कोढ़ से ग्रस्त है, “कोढ़” मनुष्य या मनुष्य की देह के उस अंग का संदर्भ देता है जहाँ कोढ़ का लक्षण प्रकट होता है।
- एक प्रकार के कोढ़ में त्वचा का रंग उड़ जाता है और वहां सफेद दाग हो जाते हैं जैसे मिरयम और नामान को था।
- आज के युग में कोढ़ के कारण हाथ, पांव और देह के अन्य अंग क्षतिग्रस्त होकर विकृत हो जाते हैं।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को जो आदेश दिए थे उनके अनुसार यदि किसी मनुष्य को कोढ़ हो जाता था तो उसे “अशुद्ध” माना जाता था और उसे अन्य मनुष्यों से अलग रहना होता था कि उन्हें इस रोग का संक्रमण न हो।
- कोढ़ी को “अशुद्ध” चिल्लाना पड़ता था कि मनुष्यों को उससे दूर रहने की चेतावनी मिले।
- यीशु ने अनेक कोढ़ियों को और त्वचा रोगियों को चंगा किया था।
अनुवाद के सुझाव:
- बाइबल में जो “कोढ़” शब्द है उसका अनुवाद “त्वचा रोग” या “भयानक त्वचा रोग” किया जा सकता है।
- “कोढ़” का अनुवाद “कोढ़ग्रस्त” या “त्वचा रोग ग्रस्त” या “त्वचा के घावों से भरा” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: मिरयम, नामान, शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6879, H6883, G30140, G30150
चला, चलता
परिभाषा:
प्रतिकात्मक रूप में “चलने" का उपयोग "आचरण" का बोध करवाता है।
- "हनोक परमेश्वर के साथ चलता था" अर्थात् वह परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध में था।
- “पवित्र-आत्मा के साथ चलना” अर्थात पवित्र आत्मा की अगुआई में चलना कि परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाले और उसे सम्मान पहुंचाने वाले काम करें।
- परमेश्वर की आज्ञाओं में या परमेश्वर के मार्गों में चलना अर्थात उसकी आज्ञाओं के पालन का जीवन जीना अर्थात उसकी “आज्ञाओं को मानना” या “उसकी इच्छा पूरी करना।”
- परमेश्वर कहता है कि वह “अपने लोगों के मध्य वास करेगा” या उनके साथ “घनिष्ठ व्यवहार” करेगा।
- “विपरीत चाल चलना” का अर्थ ऐसा जीवन आचरण रखना जो किसी के विरूद्ध हो।
- “पीछे चलना” अर्थात किसी का पीछा करना। इसका अर्थ अनुकरण करना भी होता है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “जब तक “चलना” का सही अर्थ समझ में आए तब तक इसे ज्यों का त्यों रखना ही उचित है।
- “चलना” के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद हो सकता है “जीवन जीना” या “व्यवहार करना” या “कार्य करना।”
- “आत्मा के अनुसार चलना” का अनुवाद हो सकता है, “पवित्र-आत्मा की आज्ञाकारिता में जीना।” या “पवित्र-आत्मा को प्रसन्न करनेवाला जीवन जीना” या “पवित्र आत्मा की अगुआई में परमेश्वर को ग्रहणयोग्य काम करना”।
- “परमेश्वर की आज्ञाओं पर चलना” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुपालन में जीना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना”।
- “परमेश्वर के साथ चलता था” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की आज्ञाओं को मानकर और उसका सम्मान करके परमेश्वर के साथ घनिष्ठता का जीवन जीना”।
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, आदर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1869, H1980, H1981, H3212, H4108, G1704, G4043, G4198, G4748
चाँदी
परिभाषा:
चाँदी एक चमकीली सफेद रंग की धातु होती है जिससे सिक्के, आभूषण, पात्र और साज सज्जा का सामान बनाया जाता है।
- पात्रों में चाँदी के बड़े-छोटे कटोरे तथा खाना पकाने, खाने या परोसने के पात्र बनते हैं।
- सोना और चाँदी परमेश्वर के निवास तथा मन्दिर के निर्माण में भी काम में लिए गए थे। यरूशलेम के मन्दिर में पात्र सब चाँदी के थे।
- बाइबल के समय में, एक शेकेल वजन का एक इकाई था, और अक्सर एक निश्चित चाँदी की शेकेल की कीमत पर खरीदारी की जाती थी । नए नियम के युग में शेकेल में मापा जाने वाले विभिन्न वजन के चाँदी के सिक्के थे।
- यूसुफ के भाइयों ने उसे चाँदी के बीस शेकेल (सिक्कों) में दास होने के लिए बेचा था।
- यीशु के पकड़वाने के लिए यहूदा को चाँदी के 30 सिक्के दिए गए थे।
(यह भी देखें: मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3701, H3702, H7192, G693, G694, G695, G696, G1406
चिट्ठियाँ, चिट्ठियाँ डालकर
परिभाषा:
“चिट्ठियाँ” पर्चियों पर नाम लिखे जाते हैं और निर्णय लेने के लिए उनमें से एक उठाई जाती है। “चिट्ठियां डालना” अर्थात चिन्ह डालकर पर्चियों को भूमि पर या अन्य स्थान में डालकर एक उठाना।
कुछ संस्कृतियों में चिट्ठियां डालने में तिनकों का गट्ठा काम में लिया जाता था। एक मनुष्य उन तिनकों को पकड़ कर रखता था कि कोई देख न पाए कि वे कितने लम्बे हैं। प्रत्येक मनुष्य एक तिनका खींचता था और जिसके पास सबसे लम्बा तिनका आता था (या सबसे छोटा) वही चुना हुआ माना जाता था।
बाइबिल के समय में, प्रकरण के अनुसार “चिट्ठी” का अनुवाद “अंकित पत्थर” या “मिट्टी के पात्रों के टुकड़ों” या “लकड़ियां” या “तिनके” भी किए जा सकते हैं।
“चिट्ठियां डालना” का अनुवाद, “पर्चियां डालना” या “पर्ची खींचना” या पर्ची गिराना” भी हो सकता है। “डालना” का अनुवाद ऐसा प्रकट न करे कि चिट्ठियां बहुत दूर तक फेंकी जाती थी।
यदि “चिट्ठियों” द्वारा निर्णय लिया गया तो उसका अनुवाद “चिट्ठियां डालकर” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: इलीशिबा, याजक, जकर्याह (पुराना नियम), जकर्याह (नया नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1486, H2256, H5307, G2624, G2819, G2975, G3091
चिताना, चेतावनी, चेतावनी देने
परिभाषा:
“चिताना” अर्थात किसी को दृढ़ चेतावनी देना या समझाना।
- “चिताना” का सामान्यतः अर्थ है कि किसी को कोई काम न करने के लिए समझाना।
- “मसीह की देह में, विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि वे आपस में समझाएं कि पाप से बचना है और पवित्र जीवन जीना है।”
- “चिताना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पाप नहीं करने के लिए उत्साहित करना” या “किसी को पाप नही करने का आग्रह करना”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H2094, H5749, G3560, G3867, G5537
चीता, चीतों
तथ्य:
चीता, बिल्ली जैसा एक बड़ा पशु है जिसका रंग भूरा होता है और उस पर काले धब्बे होते हैं।
- चीता अन्य पशुओं को मार कर खाता है।
- बाइबल में आकस्मिक दुर्घटना की तुलना चीते से की जाती है क्योंकि चीता अपने शिकार पर आकस्मिक हमला करता है।
- भविष्यद्वक्ता दानिय्येल और प्रेरित यूहन्ना ने दर्शन में चीते जैसा एक पशु देखा था।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: पशु, दानिय्येल, शिकार, दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
चुंगी लेनेवाला, चुंगी लेनेवालों
परिभाषा:
एक "चुंगी लेनेवाला" एक सरकारी कर्मचारी था जिसका काम पैसे प्राप्त करना था जो कर लोगों को सरकार को भुगतान करना आवश्यक हो।
- यीशु और प्रेरितों के युग में रोमी सरकार रोमी सम्राज्य में रहने वाले यहूदियों समेत सभी लोगों से कर वसूला करती थी।
- रोमी सरकार के लिए कर वसूल करनेवाले सरकार द्वारा निर्धारित कर से अधिक वसूल किया करते थे। चुंगी लेनेवाले अतिरिक्त पैसा अपने पास रख लेते थे।
- क्योंकि चुंगी लेनेवाले ने इस तरह से लोगों को धोखा दिया, यहूदियों ने उन्हें पापियों में सबसे बुरे लोगों में से एक माना।
- यहूदियों ने यहूदी चुंगी लेनेवाले को अपने ही लोगों के लिए गद्दार माना था क्योंकि उन्होंने रोमी सरकार के लिए काम किया था जो यहूदी लोगों पर अत्याचार कर रहे थे।
- वाक्यांश, "चुंगी लेनेवाले और पापी" नया नियम में एक आम अभिव्यक्ति थी, यह दिखाते हुए कि ये लोग कितना चुंगी लेनेवाले से घृणा करते थे।
(यह भी देखें: यहूदी, रोम, पाप, कर)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 34:06 उसने कहा, “दो व्यक्ति मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए | एक फरीसी था और दूसरा चुंगी लेने वाला |”
- 34:07 “फरीसी ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ |’”
- 34:09 पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं पापी हूँ |’”
- 34:10 यीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और धर्मी होने के लिए उसे घोषित कर दिया |
- 35:01 एक दिन यीशु बहुत से __ चुंगी लेने वालों__ और पापियों को सिखा रहा था, जो उसे सुनने के लिए वहाँ इकट्ठा हुए थे |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5065, H5674, G5057, G5058
चुम्बन, चूमा/चूमना
परिभाषा:
चुम्बन में एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के होठों पर या चेहरे पर अपने होंठ रखता है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया गया है।
- कुछ संस्कृतियों में गालों को चूमा जाता है कि अभिवादन या अलविदा को व्यक्त किया जाए।
- चुम्बन दो व्यक्तियों के मध्य गहरे प्रेम को प्रकट करता है जैसे पति-पत्नी।
- “किसी को विदा का चुम्बन देना” अर्थात किसी को चूमकर विदा करना।
- कभी-कभी “चूमना” शब्द का अर्थ है किसी को “विदा करना”। जब एलीशा ने एलिय्याह से कहा था, “पहले मुझे जाकर अपने माता-पिता को चूमने दे” तो उसके कहने का अर्थ था कि एलिय्याह का अनुसरण करने के लिए उनसे अलग होने के लिए विदाई लेना।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5390, H5401, G27050, G53680, G53700
चोर, लूटना, लूटेरा, लूटना, डाकू
तथ्य:
“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" "डाकू" शब्द अधिकतर एक ऐसे चोर का सन्दर्भ देता है जो लुटने वालों को शारीरिक हानि पहुंचाता है या भयभीत करता है।
- यीशु ने एक सामरी का दृष्टान्त सुनाया, जिसने एक यहूदी व्यक्ति का ख्याल रखा जिस पर लुटेरों ने हमला किया था। लुटेरों ने यहूदी व्यक्ति को पीटा और उसके पैसे और कपड़े चोरी करने से पहले उसे घायल कर दिया था।
- चोर और लुटेरों दोनों चोरी करने अचानक ही आते है, जब लोग इसकी उम्मीद नहीं करते। वे प्रायः अन्धकार में काम करते हैं कि छिपे रहें।
- नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो वह लोगों से उन अच्छी बातों को चुरा जिनकी योजना परमेश्वर ने उनके लिए बनाई है।
- यीशु ने अपने आकस्मिक पुनरागमन की तुलना चोर के अकस्मात् आ जाने से की थी जो की चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो।
(यह भी देखें: आशिष देना, अपराध, क्रूस पर चढ़ाना, अन्धकार, विनाशक, सामर्थ्य, सामरिया, शैतान)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H7703, G727, G2417, G2812, G3027
चौकस, ताकता, देखा, देख रहा था, द्वारपाल, पहरुओं, जागते रहना
परिभाषा:
“चौकस” किसी वस्तु को ध्यान से देखना या किसी वस्तु पर निकटता से और अति सावधानी पूर्वक ध्यान देना। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं। एक "पहरुआ" ऐसा व्यक्ति होता था जिसका काम ध्यान से चारों ओर देखना कि नगरवासियों के लिए कोई ख़तरा या अनर्थ तो नही है।
- अपने जीवन और खरी शिक्षा की “चौकसी” करने की आज्ञा का अर्थ है बुद्धिमानी से जीवन जीना और झूठी शिक्षाओं पर विश्वास नहीं करना।
- “सावधान रहो” अर्थात संकट से बचने और हानिकारक प्रभावों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी।
“जागते रहो” या “चौकस रहो” का अर्थ है सदैव सतर्क रहना और सावधान रहना कि पाप में और बुराई में न पड़ें। इसका अर्थ “तैयार रहना” भी है।
- “पहरा देना” या “चौकसी करना” अर्थात किसी प्राणी या किसी वस्तु की रक्षा करना, निगाह रखना या निगरानी करना।
- इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “ध्यान देना” या “यत्नशील होना” या “अत्यधिक सावधान रहना” या “सतर्क रहना”।
- "पहरुए" के लिए अन्य शब्द "पहरेदार" या "अंगरक्षक" हैं।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H821, H2370, H4929, H4931, H5027, H5341, H6486, H6822, H6836, H6974, H7462, H7789, H7919, H8104, H8108, H8245, G69, G991, G1127, G1492, G2334, G2892, G3525, G3708, G3906, G4337, G4648, G5083, G5438
चौखट
परिभाषा:
चौखट का सीधा खड़ा भाग है जिस पर द्वार टिका होता है।
- जब परमेश्वर इस्राएलियों को मिस्र से निकालने की तैयारी में था तब उसने उनसे कहा था कि वे एक मेम्ने का वध करके उसका लहू चौखट पर लगाएं।
- पुराने नियम के युग में यदि कोई दास अपने स्वामी की आजीवन सेवा करना चाहता था उसका कान एक कील से द्वार की चैखट में ठोंक दिया जाता था।
- इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “द्वार के दोनों पक्षों की लकड़ी का खंभा” या “द्वार की लकड़ी की चौखट” या “द्वार के पक्षों की लकड़ी की शहतीर”।
(यह भी देखें: मिस्र, फसह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
छाया, आच्छादित करना, ओट
परिभाषा:
“छाया” का अर्थ है प्रकाश को रोकने वाली वस्तु का प्रतिबिम्ब हैं। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं।
- “मृत्यु की छाया” अर्थात् मृत्यु सामने खड़ी है या निकट है, जिस प्रकार कि छाया प्रकट करती है कि कोई वस्तु निकट है।
- बाइबल में अनेक बार मनुष्य के जीवन की तुलना छाया से की गई है जो अधिक समय की नहीं होती है और उसका तत्त्व नहीं होता है।
- कभी-कभी “छाया” शब्द को “अन्धकार” के पर्यायवाची शब्द स्वरुप भी काम में लिया जाता है।
- परमेश्वर के पंखों या हाथों की छाया में रखने की चर्चा बाइबल में की गई है। यह सुरक्षित रहने और खतरे से छिप जाने का एक प्रतीकात्मक रूप है। इन प्रकरणों में “छाया” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “ओट” या “सुरक्षा” या “छत्रछाया”।
- उचित तो यह होगा कि “छाया” शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा के उसी शब्द से किया जाए जिसे छाया के लिए काम में लिया जाता है।
(यह भी देखें: अन्धकार, ज्योति)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2927, H6738, H6751, H6752, H6754, H6757, G644, G1982, G2683, G4639
छितरा, तितर-बितर होकर
परिभाषा:
- “छितरा” और “तितर-बितर होकर” मनुष्यों या वस्तुओं का विभिन्न दिशाओं में बिखर जाना।
- पुराने नियम में परमेश्वर लोगों को “तितर-बितर” करने की बात कहता है। उन्हें अलग-अलग करके एक दूसरे से दूर अलग अलग स्थानों में कर देगा। उन्हें पाप का दण्ड देने के लिए परमेश्वर ने ऐसा किया था। संभव था कि तितर-बितर होने के कारण वे मन फिराएं और पुनः परमेश्वर की उपासना करने लगें।
- नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में जाना पड़ा था।
- “तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “विभिन्न स्थानों में विश्वासी” या “विभिन्न देशों में जाकर रहने वाले लोग”।
- “तितर-बितर करना” का अनुवाद “अनेक विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”।
(यह भी देखें: विश्वास, सताना),
बंदी, exile)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2219, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650
छुड़ाना, सौंपना, छुड़ाया जाना, छुटकारा दिलाने वाला ,छुटकारा
परिभाषा:
“छुड़ाना” अर्थात किसी को बचाना। “छुटकारा दिलाने वाला” का अर्थ है, मनुष्यों को दासत्व, अत्याचार, या अन्य खतरों से बचानेवाला। “छुटकारा” शब्द मनुष्यों का दासत्व, अत्याचार और अन्य संकटों से निकाल लेने के बाद की स्थिति को दर्शाता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्त्राएल के लिए छुटकारा दिलाने वाले नियुक्त किए थे कि अन्यजाति जब उन पर आक्रमण करें तो उनके विरूद्ध युद्ध में उनकी अगुआई करें।
- इन छुटकारा दिलाने वालो को “न्यायी” कहा जाता था और पुराने नियम में न्यायियों की पुस्तक में इस्त्राएल पर इन न्यायियों का इतिहास है।
- परमेश्वर को भी “छुटकारा दिलाने वाला” कहा गया है। इस्राएल के संपूर्ण इतिहास में परमेश्वर ने अपनी प्रजा को उनके शत्रुओं से छुड़ाया था।
- “पकड़वाना” या “सौंपा जाना” का अर्थ सर्वथा भिन्न है, अर्थात बैरी के हाथों में दे देना जैसे यहूदा ने यीशु को यहूदी अगुओं के हाथों में पकड़वा दिया था।
अनुवाद के सुझाव:
- मनुष्य को शत्रुओं से बचने में सहायता के संदर्भ में “छुटकारा” का अनुवाद हो सकता है, “बचाना” या “मुक्ति दिलाना” या “उद्धार करना”।
- जब अभिप्राय बैरी के हाथों पकड़वाना हो तो इसका अनुवाद होगा “विश्वासघात करके” या “पकड़वाना” या “सौंप देना”।
- “छुटकारा दिलाने वाला का अनुवाद हो सकता है, “बचानेवाला” या “उद्धारक”।
- जब “छुटकारा दिलाने वाला” शब्द इस्राएल के न्यायियों कें संदर्भ में हो तो उसका अनुवाद हो सकता है, “प्रशासक”, या “न्यायी” या “अगुआ”।
(यह भी देखें: न्याय करना, बचाना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 16:03फिर परमेश्वर ने एक छुटकारा दिलाने वाला प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने दुश्मनों से बचाया और देश में शांति लाए।
- 16:16 उन्होंने(इस्राएल) परमेश्वर से एक बार फिर सहायता माँगी और परमेश्वर ने एक अन्य उद्धारक को उनके लिए भेजा।
- 16:17 कई वर्षों में परमेश्वर ने बहुत से उद्धारक को भेजा जिन्होंने इस्राएलियों को शत्रुओं से बचाया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H579, H1350, H2020, H2502, H3052, H3205, H3444, H3467, H4042, H4422, H4560, H4672, H5337, H5338, H5414, H5462, H6299, H6308, H6403, H6405, H6413, H6475, H6487, H6561, H7725, H7804, H8000, H8199, H8668, G325, G525, G629, G859, G1080, G1325, G1560, G1659, G1807, G1929, G2673, G3086, G3860, G4506, G4991, G5088, G5483
छेदना/बेधाना, बेधा
परिभाषा:
“छेदना” शब्द का अर्थ है, नुकीला धारवाला हथियार घोंपना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग किसी को गहरा मानसिक आघात पहुंचाने के लिए भी किया जाता है।
- जब यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक सैनिक ने उसकी पसलियों को छेदा था।
- बाइबल के युग में जब दास को मुक्त कर दिया जाता था तब वह अपने स्वामी की सेवा करने का स्वैच्छिक निर्णय लेता था तब उसका कान छेदा जाता था जो उसकी स्वैच्छि सेवा का प्रतीक था।
- शमौन ने जब मरियम से कहा था कि एक तलवार उसका हृदय छेदेगी तो वह प्रतीकात्मक रूप में कह रहा था कि पुत्र, यीशु के साथ होने वाले बुरे व्यवहार के कारण उसे गहरा दुःख होगा।
(यह भी देखें: क्रूस, यीशु, दास, शमौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0935, H1856, H2342, H2490, H2491, H2944, H3738, H4272, H5181, H5344, H5365, H6398, G13300, G13380, G15740, G26600, G35720, G40440
जंगल, सुनसान/निर्जन
परिभाषा:
रेगिस्तान या जंगल, सूखी बंजर भूमि का स्थान होता है जहां बहुत ही कम पेड़ पौधे उगते हैं।
- रेगिस्तान की जलवायु सूखी होती है इसलिए वहां बहुत कम हरियाली और वन पशु होते हैं।
- कठोर परिस्थितियों के कारण रेगिस्तान में बहुत ही कम लोग रहते हैं, अतः उसे निर्जन प्रदेश कहा जाता है।
- “जंगल” दूरस्थ स्थान को दर्शाता है, निर्जन एवं उजड़ा हुआ स्थान।
- इस शब्द का अनुवाद “निर्जन स्थान” या “दूरस्थ स्थान” या “सुनसान प्रदेश” किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H776, H2723, H3293, H3452, H4057, H6160, H6723, H6728, H6921, H8047, H8414, G2047, G2048
जल-प्रलय/बाढ़
परिभाषा:
“जल प्रलय” अर्थात भूमि को जल-मग्न करने वाला बहुत पानी।
- यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जिसका संदर्भ किसी पूर्णतः अभिभूत करनेवाली बात से होता है, विशेष करके अक्स्मात ही होनेवाली घटना से।
- नूह के युग में मनुष्य ऐसा दुराचारी हो गया था कि परमेश्वर ने पृथ्वी को जल-मग्न करके सर्वनाश कर दिया था, यहां तक कि पहाड़ भी पानी में डूब गए थे। नूह के जहाज में जितने प्राणी थे उन सबको छोड़ पृथ्वी पर से जीवन समाप्त हो गया था। अन्य सब बाढ़ यदा-कदा ही भूमि को जल-मग्न करती है।
- यह शब्द क्रिया भी हो सकता है, जैसे, “भूमि नदी के जल में मग्न हो गई”।
अनुवाद के सुझाव:
- “जल-प्रलय” के वास्तविक अर्थ का अनुवाद हो सकता है, “जल आप्लापित होना” या “बहुत अधिक पानी”
- रूपात्मक तुलना “जल-प्रलय जैसा” को ज्यों का त्यों भी रहने दिया जा सकता है। या इसका वैकल्पिक शब्द/उक्ति काम में ली जाए जिसका अभिप्राय जल प्रवाह हो जैसे नदी का जल।
- यह अभिव्यक्ति “जल-प्रलय के सदृश्य” जिसमें जल की चर्चा हो चुकी है, अतः “प्रलय” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक मात्रा में” या “उमड़ना”
- इस शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जा सकता है, जैसे “मुझ पर बाढ़ न आने दो” अर्थात आपदाएं मुझे कुचल न डालें। या “मुझे आपदाओं के विनाश में न पड़ने दो” या “तुम्हारा क्रोध मुझे भस्म न करे”। (देखें: उपमा)
- प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “मैंने आँसुओं से अपना बिस्तर भिगाया” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “मेरे आँसू बाढ़ की तरह मेरे बिस्तर पर बह रहे हैं।”
(यह भी देखें: जहाज़, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3999, G26270
जाति, जातियों
परिभाषा:
जाति एक विशाल जनसमूह है जो किसी प्रकार की सरकार के शासनाधीन रहती है। किसी जाति के लोगों के पूर्वज उनके अपने ही होते हैं और उन सब की सजातीयता एक ही होती है।
- किसी “जाति” की अपनी ही सुव्यक्त संस्कृति एवं भौगोलिक सीमाएं होती हैं।
- बाइबल में “जाति” कोई देश (जैसे मिस्र, इथोपिया) हो सकता है परन्तु सामान्य परिप्रेक्ष्य में जन समुदायों के संदर्भ में होता है, विशेष करके बहुवचन में हो तब। अतः प्रकरण पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है|
- बाइबल में जिन जातियों का उल्लेख किया गया है वे अनेक हैं जिनमें इस्राएली, पलिश्ती, अश्शूरी, बेबीलोनी, कनानी, रोमी और यूनानी आदि हैं।
- कभी-कभी “जाति” शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में आया है जो किसी विशेष समुदाय के पूर्वजों के संबन्ध में है, जैसे रिबका से परमेश्वर ने कहा था कि उसके जन्म लेने वाले पुत्र दो “जातियां” हैं जो आपस में लड़ते रहेंगे। इसका अनुवाद हो सकता है, “दो जातियों के संस्थापक” या “दो जन समुदायों के पूर्वज”।
- जिस शब्द का अनुवाद “जाति” किया गया है उस शब्द का उपयोग कभी-कभी अन्यजातियों के लिए भी किया जाता है या उन समुदायों के लिए जो यहोवा की उपासना नहीं करते। प्रकरण से इसका अर्थ बहूदा स्पष्ट हो जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “जाति” शब्द का अनुवाद “जन समुदाय” या “नृजाति” या “देश” किया जा सकता है।
- यदि किसी भाषा में “जाति” के लिए इन सब शब्दों से भिन्न कोई शब्द है तो बाइबल में जहां भी यह शब्द आता है वहां उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है, जब तक कि वह प्रत्येक संदर्भ में स्वाभाविक एवं सही है।
- बहुवचन शब्द “जातियों” का अनुवाद “जन समुदाय” किया जा सकता है।
- कुछ प्रकरणों में इस शब्द का अनुवाद “अन्य-जाति” या “गैर यहूदी” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अश्शूर, बाबेल, कनान, अन्य-जाति, यूनानी, जन समुदाय, पलिश्ती, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H523, H524, H776, H1471, H3816, H4940, H5971, G246, G1074, G1085, G148
जाति, लोगों, लोग, प्रजा
परिभाषा:
“लोगों” या “जाति” अर्थात एक ही भाषा और संस्कृति के लोग। “लोग” शब्द प्रायः किसी स्थान में या किसी विशेष घटना पर मनुष्यों का एकत्र होना।
- जब परमेश्वर अपने लिए “एकजाति” को चुन लेता है तो उसका अर्थ है कि उसके लिए और उसकी सेवा के लिए विशेष मनुष्यों को चुन लेना।
- बाइबल के युग में किसी जनसमुदाय के सदस्यों के पूर्वज एक ही थे और किसी निश्चित स्थान में या भूभाग में वास करते थे।
- प्रकरण पर निर्भर करके “तेरे लोग” का अर्थ हो सकता है, “तेरी जाति” या “तेरा परिवार” या “तेरे परिजन”। शब्द “लोगों” पृथ्वी के सब लोगो के संदर्भ में है। कभी-कभी इसका संदर्भ विशेष करके गैर इस्राएलियों या उन लोगों से होता है जो यहोवा की सेवा नहीं करते। कुछ अंग्रजी बाइबल संस्करणों में “नेशन्स(जातियों)” का अभिप्राय यही है।
अनुवाद के सुझाव:
- “जाति” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बड़ा कुटुम्ब” या “कुल” या “नृजाति”।
- “मेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “मेरे परिजन” या “मेरे इस्राएली भाई” या “मेरा परिवार” या “मेरी जाति के लोग” परन्तु यह प्रकरण पर निर्भर करेगा।
- “अन्य जातियों में तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हें विभिन्न जातियों में रहने पर विवश कर दूंगा” या “तुम्हें अलग-अलग करके संसार के विभिन्न क्षेत्रों में भेज दूंगा”।
- “जाति-जाति” या “अन्यजातियां” का अनुवाद हो सकता है, “संसार के सब लोग” या “सब जनजातियां” परन्तु प्रकरण पर निर्भर करके।
- “एक जाति” का अनुवाद हो सकता है “एक समुदाय के लोग” या “वंशज” या “परिवार” यह निर्भर करेगा कि वह किसी स्थान या व्यक्ति के नाम के पीछे है।
- “पृथ्वी के सब लोगों” का अनुवाद हो सकता है, “पृथ्वी पर रहने वाला हर एक मनुष्य” या “संसार का हर एक मनुष्य” या “सब लोग”।
- “एक ऐसी जाति” इसका अनुवाद हो सकता है, “एक जन समुदाय” या “एक विशेष जाति” या “मनुष्यों का एक समुदाय” या “जन परिवार”
(यह भी देखें: वंशज, जाति, गोत्र, संसार)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 14:02 परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम, इसहाक और याकूब से बाँधी थी, कि वह वाचा की भूमि उनके वंशज को देंगा, परन्तु अब वहाँ बहुत से लोगों के समूह रहते हैं |
- 21:02 परमेश्वर ने अब्राहम से वाचा बाँधी कि भूमंडल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे | यह आशीष तब पूरी होगी जब मसीह भविष्य में आयेगा | यह अनुग्रह आने वाला मसीह है जो एक दिन हर समूह के लोगों के लिए उद्धार का मार्ग प्रदान करेगा |
- 42:08 “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा था कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा प्राप्त करने के लिये पश्चाताप करना चाहिए। वे यरूशलेम से इसकी शुरुआत करेंगे और हर जगह सब जातियों में जायेंगे, तुम इन सब बातों के गवाह हो।”
- 42:10 इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
- 48:11 क्योंकि इस नई वाचा के जरिये किसी भी जाती का कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के चुने हुए लोगों में यीशु पर विश्वास करने के द्वारा शामिल हो सकता है।
- 50:03 उसने कहा, “जाओ और सारे जनसमूह के लोगों को चेला बनाओ!” और, "खेत कटनी के लिए पके खड़े हैं!"
शब्द तथ्य:
- Strong's: H249, H523, H524, H776, H1121, H1471, H3816, H5712, H5971, H5972, H6153, G246, G1074, G1085, G1218, G1484, G2560, G2992, G3793
जादू, जादू टोना, तांत्रिक, जादूगरों
परिभाषा:
“जादू” शब्द अलौकिक शक्ति को काम में लेना है जो परमेश्वर से नहीं आती है। “तांत्रिक” वह मनुष्य है जो जादू करता है।
- मिस्र देश में परमेश्वर ने मूसा के माध्यम से जब अद्भुत कार्य किए थे तब मिस्र के राजा फिरौन के जादूगरों ने भी वैसे ही कुछ जादू किए परन्तु वे परमेश्वर के सामर्थ्य से नहीं थे।
- जादू में मंत्रोच्चारण और जादू-टोना होता है ताकि अलौकिक घटना घटे।
- परमेश्वर ने अपनी प्रजा को ऐसा जादू-टोना करना वर्जित किया था।
- जादू-टोना करने वाला एक प्रकार का जादूगर है जो अक्सर जादू के द्वारा दूसरों को नुकसान पहुचाता है।
(यह भी देखें: भूत-सिद्धी, मिस्र, फ़िरौन, सामर्थ्य, टोना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2748, H2749, H3049, G3097
जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादूगर, जादू टोना
परिभाषा:
“जादू-टोना” या “भूत-सिद्धी” का संदर्भ जादू से है जिसमें दुष्टात्मा की सहायता से सामर्थी कार्य किए जाते हैं। एक "जादूगर" ऐसा कोई है जो इन शक्तिशाली, जादुई चीज़ों को करता है।
- जादू-टोना और भूत-सिद्धी द्वारा अच्छे और बुरे दोनों काम किए जा सकते हैं जैसे रोग निवारण या किसी की हानि। जादू टोना किसी भी प्रकार का हो गलत ही है क्योंकि इसमें दुष्टात्माओं का कार्य होता है।
- बाइबल में जादू टोना को अन्य किसी भी प्रकार के गंभीर पाप जैसा माना गया है(जैसे व्यभिचार, मूर्तियों की पूजा, और बाल बलिदान) ।
- "जादू-टोना" और "भूत-सिद्धी" का अनुवाद “दुष्टात्मा की शक्ति” या “सम्मोहन करना” किया जा सकता है।
- "टोन्हों" का सम्भावित अनुवाद होगा "जादू करनेवाले" या "सम्मोहन करनेवाले" या "दुष्टात्मा की शक्ति से चमत्कार दिखानेवाले"।
- ध्यान दें कि "जादूगर" का अर्थ "भविष्यवाणी" से भिन्न है, जो कि आत्मिक संसार से संपर्क करने का प्रयास करता है।
(यह भी देखें: परस्त्रीगमन, दुष्टात्मा, भविष्य-कथन, मूर्ति, जादू, बलिदान, आराधना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3784, H3785, H3786, H6049, G3095, G3096, G3097, G5331, G5332, G5333
जानना, जानता है, जानता था, जानना, ज्ञान, ज्ञात, प्रकट करना, ज्ञात करता है, ज्ञात करता है, अज्ञात, पहले से जानना, पूर्वज्ञान
परिभाषा:
“जानना” और "ज्ञान" का अर्थ सामान्यतः किसी बात को या किसी व्यक्ति को समझने के लिए होता है।इसका अर्थ किसी तथ्य का जानकार होना या किसी व्यक्ति से परिचित होना भी हो सकता है। "ज्ञात करना" एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है जानकारी देना।
- “ज्ञान” शब्द का संदर्भ में है जो मनुष्य जानकारी रखते हैं। इसका अभिप्राय लौकिक और अलौकिक संसार दोनों की जानकारी हो सकता है।
- परमेश्वर के “बारे में जानना” अर्थात उसके बारे में तथ्यों को अन्तर्ग्रहण करना उसने हम पर जो प्रकट किया है।
- परमेश्वर को “जानना” अर्थात उसके साथ घनिष्ठ संबन्ध बनाना। यह मनुष्यों को जानने के लिए भी काम में लिया जाता है।
- परमेश्वर की इच्छा जानना अर्थात उसकी आज्ञा के प्रति सचेत रहना या मनुष्य से जो चाहता है उसे समझना।
- “व्यवस्था को जानना” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं के प्रति सचेत रहना या परमेश्वर ने मूसा को व्यवस्था में जो निर्देश दिए उन्हें समझना।
- कभी-कभी “ज्ञान” “बुद्धि” के पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है जिसमें परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन शामिल है।
- “परमेश्वर का ज्ञान” को कभी-कभी “यहोवा का भय” का पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है।
अनुवाद सुझाव
- प्रकरण पर आधारित “जानना” के अनुवाद हो सकते हैं, “समझना” या “परिचित होना” या “सचेत होना” या “जानकार होना” या “के संबन्ध” में होना।
- दो चीजों के बीच अंतर को समझने के संदर्भ में, इस शब्द का आमतौर पर "भेद" के रूप में अनुवाद किया जाता है। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो इस शब्द का अक्सर प्रस्तावना के बाद "बीच में" होता है।
- "जानना" शब्द के लिए कुछ भाषाओं के पास दो शब्द अलग-अलग हैं, एक तथ्य जानने के लिए और दूसरा एक व्यक्ति को जानने के लिए और उसके साथ संबंध होने के लिए।
- “प्रकट करना” का अनुवाद “मनुष्यों को जानने योग्य बनाना” या “अनावृत करना” या “बारे में बताना” या “वर्णन करना” हो सकता है।
- “किसी के बारे में बताना” का अनुवाद “सचेत होना” या “परिचित होना हो सकता है।”
- “जानना कैसे” अर्थात कुछ करने की प्रक्रिया या विधि समझना। इसका अनुवाद हो सकता है, “सक्षम होना” था या “करने में निपुण होना”।
- “ज्ञान” शब्द का अनुवाद “जो ज्ञात है” या “बुद्धि” या “समझ” प्रकरण के अनुसार हो सकता है।
(यह भी देखें: व्यवस्था, प्रकट, समझना, बुद्धिमान)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1843, H1844, H1847, H1875, H3045, H3046, H4093, H4486, H5046, H5234, H5475, H5869, G50, G56, G1097, G1107, G1108, G1492, G1921, G1922, G1987, G2467, G2589, G4267, G4894
जीभ, जीभों
परिभाषा:
“जीभ” शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के मुंह के भीतर के उस अंग से है जो शब्दोच्चारण के काम में आता है। यह शब्द "भाषा" या "बोलने" के लिए प्रायः लाक्षणिक रूप में काम में लिया जाता है। इसके अन्य अनेक लाक्षणिक अर्थ भी हैं।
- बाइबल में इस शब्द का सबसे अधिक सामान्य प्रतीकात्मक अर्थ है, “भाषा” या “बोलना”।
- कभी-कभी "जीभ" एक निश्चित मानव समूह द्वारा बोली जाने वाली भाषा को संदर्भित करती है।
- यह एक अलौकिक भाषा को भी संदर्भित करता है जिसे पवित्र आत्मा मसीह के विश्वासियों को "आत्मा के वरदान" के एक रूप में देता है।
- प्रेरितों के काम की पुस्तक में एक अभ्व्यक्ति है, “जीभ के समान आग की लपटें” अर्थात् आग की “लौ” जिनका आकार संभवतः जीभों जैसा था।
अनुवाद सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “जीभ” शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, “भाषा” या “आत्मिक भाषा” * यदि अर्थ स्पष्ट न हो रहा हो तो इसका अनुवाद “भाषा” ही करें।
- आग के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “लौ” किया जा सकता है।
- “मेरी जीभ आनन्द करती है” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं आनन्द करता हूँ और परमेश्वर की स्तुति करता हूँ या “मैं आनन्द के साथ परमेश्वर की स्तुति करता हूँ”।
- “झूठ बोलने वाली जीभ” का अनुवाद हो सकता है, “व्यक्ति जो झूठ बोलते हैं” या “जो लोग झूठ बोलते हैं”।
- “उनकी जीभों से” ऐसी उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “उनके कथनों से” या “उनके शब्दों से”।
(यह भी देखें: वरदान, पवित्र आत्मा, हर्ष, स्तुति, आनन्द करना, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3956, G1100, G1258, G2084
जीवन की पुस्तक
परिभाषा:
“जीवन की पुस्तक” का संदर्भ उस अभिलेख से है जिसमें परमेश्वर ने उन सब मनुष्यों के नाम लिखे हैं जिनका उसने उद्धार करके अनन्त जीवन दे दिया है।
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में इस पुस्तक को “मेम्ने के जीवन की पुस्तक” कहा गया है। इसका अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर के मेम्ने यीशु की जीवन की पुस्तक”। क्रूस पर यीशु की बलि ने मनुष्यों के पाप का दण्ड उठा लिया कि वे उसमें विश्वास के द्वारा अनन्त जीवन पाएं।
- “पुस्तक” शब्द का अर्थ है “कुंडली-ग्रन्थ” या “पत्र” या “लेख” या “वैध अभिलेख।” यह शाब्दिक या प्रतीकात्मक हो सकता है।
(यह भी देखें: अनन्त, मेम्ना, जीवन, बलिदान, पुस्तक (कुंडली-ग्रन्थ))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2416, H5612, G09760, G22220
जूआ, जुते हुए, बंधे हुए
परिभाषा:
जूआ लकड़ी या लोहे का होता है जिसमें दो या अधिक पशु जोते जाते हैं कि हल चलाएं या गाड़ी खीचें। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
- शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से उस बात के लिए किया जाता है, जो मनुष्य को एक साथ काम करने के उद्देश्य से सहकारी करती है जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
- पौलुस ने किसी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करने के लिए "सहकर्मी" शब्द का इस्तेमाल किया जो मसीह की सेवा कर रहा था। इसका अनुवाद “साथी कार्यकर्ता” या “साथी सेवक” या “सहकर्मी” भी हो सकता है।
- शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को उठा कर ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न के समय शोषण किया जाता है।
- अधिकाँश प्रकरणों में इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो तो अच्छा होगा, लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
- इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद सन्दर्भ के आधार पर हो सकता है, “दमनकारी बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।
(यह भी देखें: बांधना, बोझ, अत्याचार करना, सताना, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H3627, H4132, H4133, H5674, H5923, H6776, G2086 G2218,
जूता, खडाऊं
परिभाषा:
"जूते" वास्तव में समतल तले की पादुका होती थी जिसे पांवों और टखने पर चमड़े की पट्टी से बांधी जाती थी। स्त्री-पुरूष दोनों ही इन पादुकाओं को पहनते थे।
- कभी-कभी पादुकाएं किसी वैधानिक विनिमय की पुष्टि हेतु भी काम में ली जाती थी जैसे कोई अपनी सम्पदा बेचता हो तो वह अपनी पादुका उतार कर खरीददार को दे देगा। एक जन एक पादुका उतार कर दूसरे को दे देगा कि प्रकट हो कि वह विनिमय अटूट है।
- अपनी पादुकाएं उतारना सामने वाले के लिए सम्मान एवं श्रद्धा का प्रतीक था, विशेष करके परमेश्वर की उपस्थिति में।
- यूहन्ना ने कहा था कि वह यीशु की पादुकाओं (जूतों) के बन्ध खोलने के योग्य भी नहीं है, ऐसा कार्य सामान्यतः निम्न स्तर के मनुष्य या दास का होता था।
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5274, H5275, H8288, G45470, G52660
जैतून
परिभाषा:
जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है जो जैतून के वृक्ष में फलता है।यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था।
- जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और बहुत कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं।
- जैतून के वृक्ष का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होते हैं।
- जैतून का तेल पकाने के, दीप जलाने और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए काम आता था।
- बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां कभी-कभी मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं।
(यह भी देखें: दीया, समुद्र, जैतून पर्वत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2132, H3323, H8081, G65, G1636, G1637, G2565
जौ
परिभाषा:
"जौ" एक प्रकार का अन्न होता है जिससे वे रोटी बनाते थे।
- जौ का पौधा लम्बा होता है जिसके ऊपरी सिरे पर अन्न की बाली होती है।
- जौ ग्रीष्म ऋतु में फलती है अतः इसकी कटनी बसन्त ऋतु या ग्रीष्म ऋतु में होती है।
- जौ को भूसे से अलग करने के लिए जौ को दांवा जाता हैं।
- जौ को पीसकर आटा बनाते हैं तब पानी या तेल में गूंध कर रोटी बनाई जाती है।
- यदि जौ लक्षित भाषा में जानी नहीं जाती है तो इसका अनुवाद “जौ कहलाने वाला अन्न” या “जौ के दाने” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: अन्न , दांवना, गेहूं)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H8184, G2915, G2916
ज्योतिषी, भावी बतानेवालों
परिभाषा:
मत्ती रचित सुसमाचार में मसीह के जन्म के वृत्तान्त में ज्योतिष “ज्ञानी” या "शिक्षित" पुरुष थे, जो यीशु के जन्म के कुछ समय बाद, उसके लिए भेंट लेकर बैतलहम आए थे। * वे संभवतः भावी बतानेवालें थे जो सितारों का अध्ययन करते थे।
- वे इस्राएल के पूर्व में एक दूरस्थ देश से आये थे। वे कौन थे और कहां से आये थे अज्ञात है। परन्तु वे स्पष्ट रूप से विद्वान थे जिन्होंने सितारों का अध्ययन किया था।
- संभव है कि वे दानिय्येल के युग में बेबीलोन के राजाओं के ज्ञानियों के वंशज थे जो अनेक विषयों में प्रशिक्षित थे जैसे सितारों का ज्ञान एवं स्वप्नों का अर्थ बताना।
- परम्परा के अनुसार तीन ज्ञानी आए थे क्योंकि उन्होंने यीशु को तीन भेंट चढ़ाई थी। परन्तु बाइबल में उनकी संख्या व्यक्त नहीं है।
(यह भी देखें: बाबेल, बैतलहम, दानिय्येल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
झाड़ना, उड़ा ले जाना
तथ्य:
"झाड़ना" सामान्यतः झाड़ू या ब्रश के माध्यम से व्यापक, त्वरित गति द्वारा गंदगी को दूर करना होता है । "झाड़ना" का भूतकाल "झाड़ा" है। इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भी है।
- “झाड़ना” का प्रतीकात्मक अर्थ है सेना द्वारा शीघ्रगामी, निर्णायक, व्यापक कदम उठाना।
- उदाहरणार्थ, यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि अश्शूरों की सेना यहूदा राज्य का सफाया कर देगी। इसका अर्थ है कि वे यहूदा राज्य को नष्ट करके प्रजा को बन्दी बनाकर ले जायेंगे।
- "झाड़ना" शब्द का प्रयोग तीव्रगामी जल प्रवाह द्वारा वस्तुओं को बल पूर्वक बहा कर ले जाने के लिए भी किया जा सकता है का वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है।
- जब मनुष्य के लिए वशवर्ती कठिन परिस्थितियाँ उत्पन्न हों तो कहा जा सकता है कि वे उस पर "अतिव्यापक हो रही हैं"
(यह भी देखें: अश्शूर, यशायाह, यहूदा, भविष्यद्वक्ता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0622, H0857, H1640, H2498, H2894, H3261, H5500, H5595, H7857, G42160, G45630, G49510
झिड़कना, डाँ/ डांटा
परिभाषा:
झिड़कना मौखिक रूप से किसी को सुधारने के लिए शब्दों के प्रयोग के सन्दर्भ में होता है जिसमें प्रायः कठोरता और बल का प्रयोग किया जाता है।
- नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे।
- नीतिवचन नामक पुस्तक में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान द्वारा आज्ञा न मानने पर उनकी ताड़ना करें।
- झिड़की विशेष करके गलती करनेवालों को दी जाती है कि वे आगे को पाप में न पड़ें।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना।"
- “एक झिड़की” का अनुवाद, "कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।
- “बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना।"
(यह भी देखें चिताना, अवज्ञा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G16490, G16510, G19690, G20080, G36790
झिलम, झिलमें, चपरास
परिभाषा:
"झिलम" हथियारों का एक भाग होता था जो छाती पर बांधा जाता था कि युद्ध में सैनिक की रक्षा करे। शब्द "चपरास" का अर्थ कपड़े के एक विशेष टुकड़े को दर्शाता है जो इस्राएली महायाजक अपनी छाती के सामने के हिस्से पर पहनते थे।
- सैनिकों द्वारा पहने जाने वाली "झिलम" लकड़ी, धातु या पशु के चमड़े की होती थी। उनको पहनने का उद्देश्य था कि सैनिक का सीना भाले, तीर और तलवार से सुरक्षित रहे।
- इस्राएली प्रधान पुरोहित के वस्त्र की "झिलम" कपड़े की होती थी जिससे बहुमूल्य पत्थर जड़े होते थे। याजक मन्दिर में परमेश्वर की सेवा करते समय इसे पहनता था।
- शब्द "झिलम" का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "धातु सुरक्षात्मक छाती कवर" या "छाती की रक्षा करने के लिए कवच टुकड़ा" शामिल हो सकते हैं।
- शब्द "चपरास" का एक शब्द के साथ अनुवाद किया जा सकता है जिसका अर्थ है "याजकीय कपड़ा, जिससे छाती का आवरण होता है।" या "याजकीय परिधान के टुकड़े" या "याजकों के कपड़ों के सामने का टुकड़ा"।
(यह भी देखें: हथियार, महा-याजक, छेदना, याजक, मन्दिर, योद्धा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2833 , H8302, G2382
झूठा भविष्यद्वक्ता, झूठे भविष्यद्वक्ताओं
परिभाषा:
झूठा भविष्यद्वक्ता वह व्यक्ति था जो झूठा दावा करता था कि उसका सन्देश परमेश्वर से प्राप्त है।
- झूठे भविष्यद्वक्ताओं की भविष्यद्वाणियां अधिकतर पूरी नहीं होती थी। अर्थात सत्य सिद्ध नहीं होती थीं।
- झूठे भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश बाइबल से पूर्णरूपेण या आंशिक रूप में विपरीत थे।
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वह व्यक्ति जो परमेश्वर का वक्ता होने का झूठा दावा करता है” या "परमेश्वर के वचन का झूठा दवा करने वाला मनुष्य।"
- नये नियम की शिक्षा के अनुसार अन्त समय में अनेक झूठे भविष्यद्वक्ता होंगे जो मनुष्यों को इस भ्रम में डालेंगे कि वे परमेश्वर की ओर से हैं।
(यह भी देखें: पूर्ति, भविष्यद्वक्ता, सत्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
टाट
परिभाषा:
टाट बकरी के या ऊंट के बालों से बना एक चुभनेवाला कठोर वस्त्र होता था।
- जो व्यक्ति इससे बने हुए कपड़े पहने ते थे वह असहज होगा। उसे विलाप, दुःख और दीनता-पूर्वक पश्चाताप प्रकट करने के लिए टाट पहना जाता था।
- "टाट और राख" एक सामान्य उक्ति थी जो विलाप और पश्चाताप के लिए एक सामान्य अभिव्यक्ति थी।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद इसे प्रकार से भी किया जा सकता है जैसे "पशुओं के बालों से बना मोटा वस्त्र" या "बकरी के बालों से बना वस्त्र" या "मोटा चुभने वाला वस्त्र।"
- इस प्रकार से भी इस शब्द का अनुवाद हो सकता है "रूखा, लापरवाह शोक कपड़ों।"
- "टाट ओढ़कर राख में बैठना" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है जैसे "खुरचने वाला वस्त्र पहनकर राख में बैठने के द्वारा दुःख एवं दीनता प्रकट करना।"
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: राख, ऊंट, बकरी, विनम्र, शोक, पश्चाताप, चिन्ह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
टिड्डी
तथ्य:
“टिड्डी” एक प्रकार का उड़नेवाला टिड्डा स्वरूप बड़ा कीट होता है जो कभी कभी अपने समान अन्य टिड्डियों के साथ एक बहुत ही विनाशकारी झुंड बनकर उड़ते हैं जो सभी वनस्पति खा जाते है।
- टिड्डियां या साधारण टिड्डे बड़े और सीधे पर काले लम्बे पैरों वाले कीट होते हैं। इनके जुड़े हुए पिछले पैरों के कारण ये बहुत दूर तक कूद सकते हैं।
- पुराने नियम में टिड्डियों के झुण्ड प्रतीकात्मक रूप से विनाश का प्रतीक होते थे जो इस्राएल की अवज्ञा का भावी परिणाम था।
- परमेश्वर ने मिस्त्रियों पर जो दस विपत्तियां भेजी थी उनमें टिड्डियां भी एक विपत्ति थी।
- नया नियम कहता है कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले के भोजन का मुख्य स्रोत टिड्डियाँ थीं जब वह उजाड़ में रह रहा था।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: बंदी, मिस्र, इस्राएल, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), महामारी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0697, H1357, H1462, H1501, H2284, H3218, H5556, H6767, G02000
टोकरी, टोकरियाँ, टोकरियाँ भरकर
परिभाषा:
“टोकरी” सरकंड़ों से बुना हुआ एक पात्र होता है।
- बाइबल के युग में टोकरियां संभवतः पौधों के दृढ़ भागों से बनती थी जैसे पेड़ की शाखओं के छिलके या सरकंडे।
- टोकरी में जल अवरोधक सामग्री लगाने से वह पानी पर तैरती थी।
- मूसा जब शिशु था तब उसकी माता ने एक टोकरी बनाकर उसे जल अवरोधक करके उसमें मूसा को रखा और नील नदी के नरकटों में रख दिया।
- इस कहानी में जिस शब्द का अनुवाद “टोकरी” किया गया है उसी शब्द का अनुवाद “नाव” भी किया गया है जिसका निर्माण नूह ने किया था। इन दोनों प्रकरणों में इन शब्दों का अभयनिष्ठ अनुवाद “तैरने वाला पात्र” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नाव, मूसा, नील नदी, नूह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0374, H1731, H1736, H2935, H3619, H5536, H7991, G28940, G34260, G45530, G47110
ठहराया, नियुक्त, दशा, पहले से ठहराया
परिभाषा:
मनुष्यों के साथ भविष्य में जो होगा उसे “ठहराया जाना” (नियति) कहते हैं। यदि किसी को भविष्य के लिए “ठहराया” गया है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्य भविष्य में क्या करेगा, परमेश्वर की ओर से निर्धारित किया गया है।
- परमेश्वर किसी देश को क्रोध के लिए “ठहराता” है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि उस देश को पापों का दण्ड मिलेगा।
- यहूदा विनाश के लिए “ठहराया” गया था अर्थात परमेश्वर ने निश्चय कर लिया था कि उसके विद्रोह के कारण वह नाश होगा।
- प्रत्येक मनुष्य की अनन्तकालीन नियति है कि वह स्वर्ग जाए या नरक जाए।
- परन्तु जब सभोपदेशक का लेखक कहता है कि सबकी नियति एक ही है तो उसका अभिप्राय है कि सब मरेंगे।
अनुवाद के सुझाव:
“क्रोध के लिए ठहराएगा” का अनुवाद “तुम्हारा दण्ड निश्चित है” या “निर्णय लिया जा चुका है कि तुम मेरे क्रोध के भागी होगे”।
- प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति में “तलवार से नाश होने के लिए ठहराए गए हो” इसका अनुवाद परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि वे शत्रुओं द्वारा नाश किए जाएंगे जो उन्हें तलवार से घात करेंगे” या “परमेश्वर ने ठान लिया है कि उनके शत्रु उन्हें तलवार से घात करें”।
- “तुम ठहराए गए हो” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जाए जैसे “परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि तुम...”
- प्रकरण के अनुसार “भविष्य” का अनुवाद हो सकता है, “निश्चयक अन्त” या “अन्त में जो होगा” या “परमेश्वर ने जो निश्चित किया है वह होगा”
(यह भी देखें: बन्दी, अनन्त, स्वर्ग, नरक, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), मन फिराव करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2506, H4150, H4487, H4745, H6256, H4507, G5056, G5087
ठोकर का कारण, ठोकर का पत्थर
परिभाषा:
“ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” कोई वस्तु का सन्दर्भ देता है जिससे किसी का पांव टकराए और वह गिर जाए।
- आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” “वह कोई भी बात है जिसके कारण मनुष्य नैतिकता या आत्मिकता में चूक जाए।
- आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” ऐसी कोई भी बात है जो मनुष्य को यीशु में विश्वास करने से रोकती है या मनुष्य को आत्मिकता में विकास नहीं करने देती है।
- पाप प्रायः किसी के लिए या अन्यों के लिए ठोकर का कारण है।
- कभी-कभी परमेश्वर उससे विद्रोह करने वाले के मार्ग में ठोकर का कारण उत्पन्न कर देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि किसी भाषा में फंदे को खुला रखनेवाली वस्तु का कोई शब्द है तो वह शब्द अनुवाद में काम में लिया जा सकता है।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “ठोकर लगने का पत्थर” या “सन्देह उत्पन्न करनेवाली बाधा” या “विश्वास में बाधा” या “किसी से पाप कराने वाली बात”।
(यह भी देखें: ठोकर खाना, पाप)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4383, G30370, G43490, G46250
ठोकर खाना, लड़खड़ाना
परिभाषा:
"ठोकर" खाना अर्थात, चलते या भागते समय किसी वस्तु के पाँव में आ जाने के कारण "लगभग गिर जाना"
- लाक्षणिक भाषा में "ठोकर खाना" का अर्थ होगा, "पाप करना" या विश्वास में "डावांडोल होना"
- यह शब्द युद्ध में लड़ते समय स्ताव के समय या दंड के समय अस्थिर होना या दुर्बलता दिखाना।
अनुवाद के सुझाव
- उन संदर्भों में जहां "ठोकर" शब्द का अर्थ शारीरिक रूप से किसी वस्तु से उलझ कर गिर जाना हो तो इसका अनुवाद एक शब्द के साथ किया जाना चाहिए जिसका अर्थ हो, "लगभग गिर ही गया" या "लड़खड़ाना।"
- इस शाब्दिक अर्थ का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जा सकता है, यदि उस प्रसंग मनें इसका अर्थ उचित हो।
- लक्षित भाषा में यदि लाक्षणिक उयोग का शाब्दिक अर्थ भाव प्रकट न करे तो "ठोकर खाना" का अनुवाद किया जा सकता है, "पाप" या "डावांडोल होना" या "विश्वास का त्याग करना" या "दुर्बल हो जाना" परन्तु प्रकरण के आधार पर।
- इस शब्द का अनुवाद करने की एक और युक्ति हो सकती है,दुर्बल बनाने की क्रिया" या "लड़खड़ा देने की क्रिया"
(यह भी देखें: विश्वास, सताना, पाप, ठोकर का कारण)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1762, H3782, H4383, H5062, H5063, H5307, H6328, H6761, H8058, G679, G4348, G4350, G4417, G4624, G4625
डर, डराना, भयभीत करना, भय, आतंक
परिभाषा:
“भय” शब्द अत्यंत भयभीत होने या गहन आतंक के सन्दर्भ में है। किसी को “भयभीत करना” अर्थात उसे बहुत अधिक दारा देना है।
“आतंक” किसी वस्तु या मनुष्य द्वारा उत्पन्न महान भय या संत्रास भी होता है। डर का एक उदाहरण है, क्षत्रु की आक्रमणकारी सेना या महामारी या सर्वव्यापी बीमारी जिससे असंक्य लोगों की मृत्यु हो रही है।
इन भयावह घटनाओं को कह सकते हैं, "आतंकित करने वाली|" इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयोत्पादक” या “आतंक-उत्पादक।”
परमेश्वर का न्याय एक दिन मन न फिराने वाले मनुष्यों को आतंकित कर देगा क्योंकि उन्होंने उसके अनुग्रह को अस्वीकार किया हैं।
“यहोवा का भय” का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा की भयावह उपस्थिति” या “यहोवा का भयानक न्याय” या “जब यहोवा अत्यंत भय उत्पन्न करता है।”
'आतंक' के अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अत्यधिक भय" या "आतंक से अभिभूत।"
(यह भी देखें: बैरी, भय, न्याय, महामारी, यहोवा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0367, H0926, H0928, H1091, H1161, H1204, H1205, H1763, H2111, H2113, H2189, H2731, H2847, H2851, H2865, H3372, H3707, H4032, H4172, H4288, H4637, H6184, H6206, H6343, H6973, G16290, G16300, G22580, G44220, G44260, G54010
डाह, लालच
परिभाषा:
“डाह” शब्द का अर्थ है किसी की सम्पदा या प्रशंसनीय गुणों के कारण उससे जलना। “लालच” का अर्थ है किसी वस्तु को प्राप्त करने की प्रबल अभिलाषा करना।
- डाह सामान्यतः किसी मनुष्य की सफलता, सौभाग्य या सम्पदा के कारण कुढने की नकारात्मक भावना।
- लालच किसी की सम्पदा या किसी के जीवन साथी को प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है।
(यह भी देखें: ईर्ष्या)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H183, H1214, H1215, H2530, H3415, H5869, H7065, H7068, G866, G1937, G2205, G2206, G3713, G3788, G4123, G4124, G4190, G5354, G5355, G5366
डेवढ़ी, डेवढ़ियों
परिभाषा:
"डेवढी" का सन्दर्भ द्वार के निचले भाग से है या “डेवढ़ी” भवन का वह भाग भी होता है जो प्रवेश द्वार के भीतर का भाग है।
- कभी-कभी डेवढ़ी लकड़ी या पत्थर की एक पट्टी होती है, जिस पर पाँव रख कर कमरे या भवन में प्रवेश किया जाता था।
- फाटक और तम्बू के द्वार दोनों के लिए डेवढ़ी हो सकती है।
- इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द में किया जाना चाहिए जो एक घर के प्रवेश द्वार पर स्थान को संदर्भित करता है जहाँ से एक व्यक्ति घर में प्रवेश करता है।
- यदि “डेवढ़ी” लिए कोई शब्द नहीं है, तो इसका अनुवाद "द्वार" या "खोलने" या "प्रवेश द्वार" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: फाटक, तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H624, H4670, H5592
ढाल, ढाल, ढाल
परिभाषा:
ढाल, सैनिक द्वारा हाथ में पकड़ने का अस्त्र जिससे वह शत्रु के वार से बचता है। “किसी की ढाल होना” अर्थात उसे हानि से बचाना।
- ढाल, आकार में गोल या अण्डाकार होती थी और चमड़े, लकड़ी या धातु की बनी होती थी और तलवार का वार और तीर आदि को रोकने के लिए अत्यधिक कठोर होती थी।
- इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लेते हुए, बाइबल परमेश्वर को उसके लोगों की सुरक्षात्मक कवच कहा गया है। (देखें: उपमा)
- पौलुस “विश्वास की ढाल” उक्ति का उपयोग करता है, यह एक रूपक है जिसका अर्थ है, यीशु में विश्वास करना और परमेश्वर की आज्ञा मानकर उस विश्वास का जीवन जीना, विश्वासियों को शैतान के वार से बचाता था।
(यह भी देखें: विश्वास, आज्ञापालन, शैतान, आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2653, H3591, H4043, H5437, H5526, H6793, H7982, G2375
ढालना, साँचा, ढालकर, बना रहा था, बनानेवाला, फफूंदी
परिभाषा:
ढालना लकड़ी, मिट्टी या धातु का खोखला उपकरण होता है जिसमें मूर्तियाँ या अन्य वस्तुएं बनाने के लिए सोना,चाँदी या अन्य धातुएं तथा प्लास्टिक को पिघला कर डाला जाता है।
- आभूषण, बर्तन तथा अन्य वस्तुएं सांचों में डाल कर बनाई जाती थी।
- बाइबल में सांचा मुख्यतः मूर्तियाँ बनाने के संबन्ध में काम में लिया गया है।
- धातुओं को उच्च ताप पर पिघलाया जाता है कि वे सांचे में उण्डेली जाएं।
- ढालने का अर्थ है सांचे द्वारा या हाथों द्वारा किसी वस्तु को आकार देना।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द का अनुवाद, “रूप देना” या “आकार देना” या “बनाना” हो सकता है।
- “ढालना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आकार देना” या “बनाना”।
- “सांचा” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आकार गर्भित बर्तन” या “तराशी हुई वस्तु”
(यह भी देखें: झूठे देवता, सोना, मूरत, चाँदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4541, H4165, G4110, G4111
ढूँढ़े, ढूँढ़ते हैं, खोजना, मांगा
परिभाषा:
"खोजना" अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य की तलाश करना। इस क्रिया शब्द का भूतकाल है "खोजा।"" इस शब्द का लाक्षणिक प्रयोग भी किया गया है जिसका अर्थ है, किसी काम को करने का या किसी वस्तु को मांगने का "प्रयास करना" या "परिश्रम करना।"
- “खोज करना” या “प्रतीक्षा करना” अर्थात् किसी विशेष काम को करने के अवसर का अर्थ हो सकता है, किसी काम को करने के लिए "समय निकालने का प्रयास” करना।
- “यहोवा की खोज करना” अर्थात् “यहोवा को जानने और उसकी आज्ञा मानने के प्मेंरशिक्षण में समय और ऊर्जा लगाना।"
- “सुरक्षा खोजना” अर्थात् “किसी मनुष्य या स्थान को ढूंढने का प्रयास करना कि संकट से बचाए जाएं।"
- “न्याय खोजना” अर्थात् “मनुष्य के साथ न्याय और निष्पक्षता के व्यवहार को देखने का प्रयास करना।"
- “सत्य की खोज करना” अर्थात् “सत्य क्या है जानने का प्रयास करना।"
- “अनुग्रह की खोज करना” अर्थात् “कृपा पात्र बनने का अविलम्ब निवेदन करना” या “ऐसे काम करना कि किसी से सहायता मिले।"
(यह भी देखें: न्यायी, सच)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H579, H1156, H1239, H1243, H1245, H1556, H1875, H2470, H2603, H2658, H2664, H2713, H3289, H7125, H7592, H7836, H8446, G327, G1567, G1934, G2052, G2212
तम्बू, तम्बू बनाने वाले
परिभाषा:
एक तम्बू मजबूत कपड़े से बना एक चलायमान शरण स्थान है जो खंभे की संरचना पर लपेटा जाता है और उनसे जुड़ा होता है।
- तंबू छोटे हो सकते हैं, जिनमें कुछ लोगों के सोने के लिए पर्याप्त जगह हो, या वे बहुत बड़े हो सकते हैं, जिसमें पूरे परिवार के सोने, खाना पकाने और रहने के लिए जगह हो।
- कुछ लोगों के लिए तम्बू स्थाई निवास स्थान है। उदाहरण के लिए, ज़्यादातर समय में अब्राहम का परिवार कनान देश में रहता था,उस समय के अधिकांश समय में वे बकरी के बालों से बने मजबूत कपड़े से बने बड़े तंबुओं में रहते थे।
- सीनै के जंगल में चालीस वर्ष विचरण करते समय इस्राएली तम्बुओं में रहते थे।
- परमेश्वर के निवास का मण्डप एक बड़ा तम्बू था जिसकी मोटी-मोटी दीवारें कपड़े के पर्दे से बनी थीं।
- जब प्रेरित पौलुस ने सुसमाचार साझा करने के लिए विभिन्न शहरों की यात्रा की, तो उन्होंने तंबू बनाकर स्वयं का समर्थन किया।
- शब्द "तम्बू" का प्रयोग कभी-कभी आलंकारिक रूप से आम तौर पर यह बताने के लिए किया जाता है कि लोग कहाँ रहते हैं। इसका अनुवाद “घर” या “निवास” या “आवास” के रूप में भी किया जा सकता है। (देखें: synecdoche)
(यह भी देखें: अब्राहम, कनान, परदा, पौलुस, सीनै, मिलापवाला तम्बू, मिलापवाला तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0167, H0168, H2583, H3407, H6898
तलवार, तलवारें, तलवार रखनेवाले
परिभाषा:
एक तलवार सपाट ब्लेड, धातु का एक हथियार होता है जो काटने या घोंपने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक बहुत तेज काटने वाले किनारे के साथ एक लम्बा धार ब्लेड और एक कुंदा होता है ।
प्राचीन युग में तलवार के ब्लेड की लंबाई लगभग 60 से 91 सेंटीमीटर थी।
कुछ तलवारों में दोनों ओर धार लगी होती है जिन्हें दोधारी तलवार कहते हैं।
- यीशु के शिष्यों ने स्वयं की रक्षा के लिए तलवारें रखते थे । पतरस अपनी तलवार चलाकर महायाजक के सेवक का कान काट दिया था
यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला और प्रेरित याकूब दोनों का सिर तलवार से काटा गया था।
अनुवाद के सुझाव
एक तलवार परमेश्वर के शब्द के लिए एक रूपक के रूप में प्रयोग किया जाता है । बाइबिल में परमेश्वर की शिक्षाओं ने लोगों के अंदरूनी विचारों को उजागर किया और उन्हें अपने पापों के दोषी ठहराया। इसी प्रकार एक तलवार गहराई से कटती है, पीड़ा उत्पन्न करता है। (देखें: (रूपक](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor))
- इस आलंकारिक उपयोग का अनुवाद करनेका एक तरीका हो सकता है, “परमेश्वर का वचन तलवार जैसा है जो गहरा वार करके पाप को प्रकट करता है”।
- इस पद का एक अन्य आलंकारिक उपयोग भजन संहिता में हुआ है, जहां किसी व्यक्ति की जीभ या भाषण की तुलना तलवार से होती है, जो लोगों को घायल कर सकती है। इसका अनुवाद किया जा सकता है "जीभ एक तलवार की तरह है जो किसी को बुरी तरह से घायल कर सकती है।"
- अगर आपकी संस्कृति में तलवारें नहीं जानी जाती हैं, तो इस शब्द का अनुवाद एक लंबे मोहरे हथियार के नाम से किया जा सकता है जिसका इस्तेमाल काटने या भोंकने के लिए किया जाता है।
तलवार का अनुवाद “धारवाला हथियार” या “लम्बी छुरी” भी किया जा सकता है। कुछ अनुवादों में तलवार का चित्र देना भी उचित हो सकता है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: याकूब (यीशु का भाई), युहन्ना (बपतिस्मा देनेबाला), जीभ, परमेश्वर का बचन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H19, H1300, H2719, H4380, H6609, H7524, H7973, G3162, G4501
तुच्छ जाने, तुच्छ, सुनने योग्य नहीं
तथ्य:
“तुच्छ जानने” का संदर्भ गहन अपमान और अनादर से है जो किसी वस्तु या मनुष्य के लिए है। जो बात गहन निरादर की हो उसे "घृणित" (घिनौनी) कहते हैं।
- परमेश्वर के लिए तिरस्कार प्रकट करने वाला मनुष्य या व्यवहार “तुच्छ” कहलाता है। इसका अनुवाद “घोर निरादर” या “पूर्णतः अपमानजनक” या “निन्दायोग्य” हो सकता है।
- “तुच्छ जानना” अर्थात किसी को अपने से कम महत्व का या कम योग्यता का समझना।
- निम्नलिखित अभिव्यक्तियों का अर्थ यही हो सकता है, कर्मों या शब्दों द्वारा किसी वास्तु या मनुष्य का "तिरस्कार करना” या उसको “घिनौना समझना” या उससे “घृणा करना” या उसको “तुच्छ समझना”। इन सबका अर्थ है, “अत्युक्त निरादर” या “घोर अपमान" करना।
- जब राजा दाऊद ने व्यभिचार और हत्या की तब परमेश्वर ने कहा, “तूने यहोवा की आज्ञा को तुच्छ जानकर....” इसका अर्थ है कि उसने अपने इस कुकर्म द्वारा परमेश्वर का घोर अपमान एवं निरादर किया था।
(यह भी देखें: अपमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H936, H937, H959, H963, H1860, H7043, H7589, H5006, G1848
तुरही, तुरही फूँकनेवालों
परिभाषा:
“तुरही” संगीत के लिए या लोगों को घोषणा या सभा के लिए एकत्र करने के लिए वाद्ययन्त्र था।
- तुरही सामान्यतः धातु, शंख या पशु के सींग से बनाई जाती थी।
- तुरही सामान्यतः युद्ध के लिए आव्हान या/और इस्राएल की सार्वजनिक सभा के लिए फूंकी जाती थी।
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के दृश्य का वर्णन किया गया है जब स्वर्गदूत तुरही फूंकेंगे जो पृथ्वी पर परमेश्वर के प्रकोप को उण्डेले का आरम्भ होने का संकेत होगा।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, सभा, पृथ्वी, सींग, इस्राएल, प्रकोप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2689, H2690, H3104, H7782, H8619, H8643, G4536, G4537, G4538
तेल
परिभाषा:
तेल एक मोटा तरल पदार्थ है जो पौधों से निकाला जाता है। बाइबल के युग में जैतून का तेल अधिकतर काम में लिया जाता था।
- जैतून का तेल पकाने, अभिषेक करने, बलि चढ़ाने, दीपक जलाने और औषधियों के निर्माण में काम में लिया जाता था।
- प्राचीन युग में जैतून का तेल बहुमूल्य था और तेल का संग्रह धन का मापक माना जाता था।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद पकाने के तेल का अभिप्राय प्रकट करे न कि, गाड़ियों में डालने वाले तेल का। कुछ भाषाओं अलग-अलग तेलों के लिए अलग अलग शब्द हैं।
(यह भी देखें: जैतून, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2091, H3323, H4887, H6671, H7246, H8081, G1637, G3464
त्याग, त्यागना, छोड़ना
Definition:
"त्याग" शब्द का अर्थ किसी को त्यागना या छोड़ देना है। किसी को "त्याग दिया गया" किसी के द्वारा छोड़ दिया गया है या छोड़ दिया गया है।
- जब लोग परमेश्वर को त्याग देते हैं, तो वे उसकी अवज्ञा करके उसके साथ विश्वासघात कर रहे होते हैं।
- जब परमेश्वर “लोगों” का त्याग करता है, तो उसने उनकी मदद करना बंद कर दिया है और उन्हें दुख का अनुभव करने की अनुमति दी है ताकि वे उनके पास वापस आ सकें।
- इस शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है कि किसी का त्याग करना, जैसे कि छोड़ना, या परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करना।
- "त्याग दिया" शब्द का उपयोग भूत काल में किया जा सकता है, जैसे कि "वह आपको छोड़ दिया है" या किसी ऐसे व्यक्ति के संदर्भ में जो "भूल गया हो।"
Translation Suggestions:
- इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में संदर्भ के आधार पर "परित्याग" या "उपेक्षा" या "छोड़ देना" या "पीछे हटना" या "पीछे छोड़ना" शामिल हो सकता है।
- "त्याग" करने के लिए परमेश्वर की आज्ञाओं का अनुवाद "परमेश्वर की आज्ञाओं की अवज्ञा" के रूप में किया जा सकता है। इसका अनुवाद “परित्याग” या “हार मानने” या “उसकी आज्ञा मानने से रोकने” के रूप में भी किया जा सकता है
- वाक्यांश "छोड़ दिया जाए" का अनुवाद "त्यागा हुआ" या "निर्जन किया जा सकता है।"
- इस शब्द का अनुवाद करने के लिए अलग-अलग शब्दों का उपयोग करना अधिक स्पष्ट है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पाठ किसी वस्तु या व्यक्ति का त्याग करता है या नहीं।
Bible References:
Word Data:
- Strong’s: H488, H2308, H5203, H5428, H5800, H5805, H7503, G646, G657, G863, G1459, G2641,
दण्ड
परिभाषा:
“दण्ड ” शब्द का संदर्भ दण्ड के न्याय से है जिसमें योजना या बचने की संभावना कदापि नहीं होती है।
- इस्राएलियों को बेबीलोन में बन्दी बनाकर ले जाया गया था, तब भविष्यद्वक्ता ने कहा था, “हम पर विनाश आ पड़ा है”।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आपदा” या “दण्ड” या “आशारहित विनाश”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1820, H3117, H6256, H6843, H8045
दण्ड देना, दंड दिया, दंड, दंडमुक्त
परिभाषा:
“दण्ड देना” शब्द का अर्थ है किसी को उसके गलत काम के नकारात्मक परिणाम भोगना। “दण्ड” का सन्दर्भ उस परिणाम से है जो मनुष्य के अनुचित कार्य के लिए उसे भोगना पड़ता है।
- दण्ड का उद्देश्य होता है कि मनुष्य पाप करना छोड़ दे।
- परमेश्वर इस्राएलियों को अवज्ञा का दण्ड देता था, विशेष करके झूठे देवता की उपासना का। उनके पापों के कारण परमेश्वर उनके शत्रुओं को अनुमति देता था कि वे उन पर आक्रमण करके उन्हें बन्दी बना लें।
- परमेश्वर न्यायी एवं धर्मनिष्ठ है इसलिए उसे पाप का दण्ड देना पड़ता है। प्रत्येक मनुष्य ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया है और दण्ड के योग्य है।
- यीशु को प्रत्येक मनुष्य के सब बुरे कामों का दण्ड मिला। उसने प्रत्येक मनुष्य का दण्ड अपने ऊपर ले लिया जबकि उसने तो कोई भी गलत काम नहीं किया था कि दण्ड भोगे।
- “दंडमुक्त रहना” या “निर्दोष ठहराना” अर्थात् मनुष्य को अनुचित कार्य का दण्ड न देने का निर्णय। परमेश्वर प्रायः पाप का दण्ड विलम्बित करता है क्योंकि वह मनुष्यों द्वारा मन फिराव की प्रतीक्षा करता है।
(यह भी देखें: न्यायोचित, पश्चाताप, धर्मी, पाप
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 13:7 परमेश्वर ने पालन करने हेतु उनको और भी बहुत से नियम और अध्यादेश दिए। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।
- [16:2](rc://hi /tn/help/obs/16/02) क्योंकि इस्राएल परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, इसलिए उसने उनके दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
- 19:16 भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्टता के काम करना बंद नहीं किए, और परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना आरंभ नहीं किया, तो परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें दण्ड देगा |
- 48:6 यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का दण्ड, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किए हों, अपने ऊपर ले लिया |
- 48:10 जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है |
- 49:9 लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
- 49:11 यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने दण्ड उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3027, H3256, H4148, H4941, H5221, H5414, H6031, H6064, H6213, H6485, H7999, H8011, H8199, G13490, G15560, G15570, G28490, G38110, G50970
दण्डवत् करना, दण्डवत् किया
परिभाषा:
“दण्डवत्” का अर्थ है मुंह के बल भूमि पर सीधा गिरना।
- किसी को “दण्डवत् करना” या “मुंह के बल भूमि पर गिरना” का अर्थ है बहुत अधिक झुकना या किसी के समक्ष झुकना।
- दण्डवत करने की यह मुद्रा प्रायः विस्मय, आश्चर्य और भय की प्रतिक्रिया है, किसी अलौकिक घटना के कारण। इसमें जिसको दण्डवत् किया जा रहा है उसके प्रति सम्मान और आदर का प्रदर्शन भी है।
- दण्डवत् करना परमेश्वर की आराधना विधि भी थी। मनुष्य यीशु के चमत्कार या गुरू रूप में उसके आदर हेतु धन्यवाद के साथ ऐसी प्रतिक्रिया दिखाते थे।
- प्रकरण के अनुसार “दण्डवत् ” का अनुवाद हो सकता है, “भूमि पर चेहरा करके झुकना” या “उसके सामने मुंह के बल गिरकर आराधना करना” या “विस्मय के कारण भूमि पर मुंह के बल गिरना” या “आराधना करना”।
- “हम दण्डवत् नहीं करेंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “आराधना नहीं करेंगे” या “आराधना में मुंह के बल नहीं गिरेंगे” या “हम आराधना में नहीं झुकेंगे”।
- “को दण्डवत् करना” का अनुवाद हो सकता है, “आराधना करना” या “सामने झुकना”
(यह भी देखें: आह, दण्डवत् करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5307, H5457, H6440, H6915, H7812, G4098
दण्डवत्, झुक गया, दण्डवत् किया, झुकने, दण्डवत् करना, दण्डवत् करे, दण्डवत् किया, दण्डवत् करते रहे
परिभाषा:
“दण्डवत्” करने का अर्थ है किसी को सम्मान या श्रद्धा अर्पित करने के लिए दीनता पूर्वक झुकना। “दण्डवत् करना” का अर्थ है बहुत अधिक झुकना या घुटनों पर गिरना जिसमें मुख और हाथ भूमि की ओर हों।
- अन्य अभिव्यक्तियों में “घुटने भूमि पर टिकाना” और “सिर झुकाना” (सिर को दीनता पूर्वक सम्मान में आगे की ओर झुकना या दुःख में ऐसा करना)
- “दण्डवत् करना” निराशा और शोक का चिन्ह भी होता है। जिसने “घुटने टेके” वह दीनता की हीन दशा में होता है।
- मनुष्य प्रायः ऊंचे पद या ऊंचे स्तर के मनुष्य के समक्ष घुटने टेकता है जैसे राजाओं और शासकों को।
- परमेश्वर के समक्ष घुटने टेकना उसकी आराधना की अभिव्यक्ति है।
- बाइबल में लोग यीशु के समक्ष घुटने टेकते थे जब उन्हें उसके आश्चर्यकर्मों एवं शिक्षा से यह बोध होता था कि वह परमेश्वर की ओर से भेजा गया है।
- बाइबल में लिखा है कि जब यीशु पुनः आएगा तब हर एक मनुष्य उसकी आराधना में घुटने टेकेगा
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इस उक्ति का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ है “आगे को झुकना” या “सिर झुकाना” या “घुटने टेकना”।
- “घुटने टेकने” का अनुवाद “घुटनों पर गिरना” या “दण्डवत् करना” हो सकता है।
- कुछ भाषाओं में इसके अनुवाद की एक से अधिक विधियां हो सकती हैं जो प्रकरण पर निर्भर करती हैं।
(यह भी देखें: दीन, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H86, H3721, H3766, H5186, H5753, H5791, H6915, H7743, H7812, H7817, G1120, G2578, G2827, G4781, G4794
दर्शन, अलौकिक दृष्टि
तथ्य:
“दर्शन” का अर्थ है, मनुष्य द्वारा कुछ देखना। इसका सन्दर्भ विशेष रूप से असामान्य या अलौकिक विषय से है जो परमेश्वर मनुष्यों को अपना सन्देश देने के लिए दिखाता है।
- दर्शन मनुष्य की जागृत अवस्था में देखे जाते हैं। तथापि सोते समय भी मनुष्य को स्वप्न में दर्शन दिखाई देते हैं।
- परमेश्वर मनुष्य को दर्शन दिखाता है कि उन पर कोई महत्वपूर्ण बात प्रकट करे। उदाहरणार्थ, पतरस को दर्शन दिखाया गया जिसका उद्देश्य था कि उसे अन्यजातियों को सुसमाचार सुनाने के लिए स्वीकार करना सिखाए।
अनुवाद के सुझाव:
- "एक दर्शन देखा" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर की और से असामान्य कुछ देखा" या "परमेश्वर ने उसे कुछ विशेष बात दिखाई।"
- कुछ भाषाओं में "दर्शन" और "स्वप्न" के लिए अलग-अलग शब्द नहीं होंगे। अतः "दानिय्येल के मन में सपने और दर्शन थे" इस वाक्यांश का अनुवाद कुछ इस प्रकार हो सकता है, "दानिय्येल सोते हुए सपना देख रहा था और परमेश्वर ने उसे असामान्य बातों को देखने योग्य किया।"
(यह भी देखें: स्वप्न)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2376, H2377, H2378, H2380, H2384, H4236, H4758, H4759, H7203, H7723, H8602, G37010, G37050, G37060
दस आज्ञाएँ
तथ्य:
"दस आज्ञाएँ" वे आज्ञाएँ थीं जो परमेश्वर ने सीनै पर्वत पर मूसा को दी थीं, जब इस्राएली कनान देश की ओर जाते हुए उजाड़ में रह रहे थे। परमेश्वर ने इन आज्ञाओं को पत्थर की दो बड़ी पटियाओं पर लिखा।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा मानने के लिए कई आज्ञाएँ दी थीं, लेकिन दस आज्ञाएँ इस्राएलियों को परमेश्वर से प्रेम करने और उसकी आराधना करने और अन्य लोगों से प्रेम करने में मदद करने के लिए विशेष आज्ञाएँ थीं।
- ये आज्ञाएँ अपने लोगों के साथ परमेश्वर की वाचा का भी हिस्सा थीं। परमेश्वर ने उन्हें जो करने की आज्ञा दी थी उसका पालन करने से, इस्राएल के लोग दिखाएंगे कि वे परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसके हैं।
- पत्थर की पटियाएँ जिन पर आज्ञाएँ लिखी हुई थीं, उन्हें वाचा के संदूक में रखा गया था, जो मिलापवाले तम्बू के सबसे पवित्र स्थान और बाद में भवन में स्थित था।
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, आज्ञा, वाचा, रेगिस्तान, व्यवस्था, पालन, सीनै, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:07 तब परमेश्वर ने इन दस आज्ञाओं को पत्थर की दो पटियाओं पर लिखकर मूसा को दिया।
- 13:13 जब मूसा पहाड़ से नीचे आया और उसने मूर्ति को देखा, तो वह इतना क्रोधित हुआ कि उसने उन पत्थरों को तोड़ डाला जिन पर परमेश्वर ने दस आज्ञाएँ लिखी थीं।
- 13:15 तब मूसा ने पहली तख्तियों के समान दो और तख्तियाँ गढ़ी; क्योंकि पहली उसने तोड़ डाली थी।
शब्द तथ्य:
दसवां, दशमांश,
परिभाषा:
“दसवां” या “दशमांश” का उस पैसे, फसल, मवेशियों या अन्य संपदा के दस प्रतिशत या दस में से एक भाग के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर को दिया जाना है।
- पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे अपने सब कुछ का दसवां अंश परमेश्वर के लिए धन्यवाद की भेंट स्वरूप पृथक कर दें।
- यह भेंट इस्राएलियों के लेवी गोत्र के संभरण के लिए थी क्योंकि वे इस्राएलियों के लिए याजकों की सेवा करते थे और निवास तथा मंदिर की देखरेख करते थे।
- नये नियम में परमेश्वर के लिए दशमांश पृथक करने की आज्ञा तो नहीं है परन्तु उदारता तथा सहर्ष देने का विचार है कि मसीही सेवा में सहयोग तथा गरीबों को सहायता प्राप्त हो।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “दसवां अंश” या “दस में से एक भाग।”
(यह भी देखें: विश्वास, इस्राएल, लेवी, मवेशी, मेलिकिसिदक, सेवक, बलि मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4643, H6237, H6241, G5860, G11810, G11830
दाख की बारी, दाख की बारियों
परिभाषा:
दाख की बारी एक बड़ा बागवानी क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगाए जाते हैं और अंगूर की खेती होती है।
- दाख की बारी प्रायः दीवारों से घिरी होती है कि चोरों और जानवरों से दाख की रक्षा की जाए।
- परमेश्वर ने इस्राएल की तुलना उस दाख की बारी से की थी जिसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: उपमा)
- दाख की बारी का अनुवाद किया जा सकता है, “अंगूरों का बगीचा” या “अंगूर की खेती”
(यह भी देखें: अंगूर, इस्राएल, दाखलता)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1612, H3754, H3755, H8284, G289, G290
दाख, दाखलता
परिभाषा:
"लता" शब्द ऐसे पौधे को संदर्भित करता है जो भूमि पर फैलता है या पेड़ों और अन्य संरचनाओं पर चढ़ने से बढ़ता है। बाइबल में “दाखलता” शब्द केवल फल लानेवाली लता के लिए काम में लिया गया है और अधिकतर दाखलता के लिए काम में लिया गया है।
- बाइबल में "दाखलता" लगभग सदैव ही “अंगूर की बेल” के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- अंगूर की शाखाएं मुख्य तने से जुड़ी होती हैं जो उन्हें पानी और अन्य पोषक तत्व देती हैं ताकि वे बढ़ सकें।
- यीशु ने स्वयं को “दाखलता” और विश्वासियों को “डालियाँ” कहा है। यहाँ “दाखलता” का अनुवाद हो सकता है “दाखलता की डाली” या “दाख की शाखा”।(देखें: उपमा)
(यह भी देखें: दाख, दाख की बारी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5139, H1612, H8321, G288, G290, G1009, G1092
दाखमधु, दाखमधु
परिभाषा:
“दाखमधु” शब्द उन पेय पदार्थों के लिए काम में लिया गया है जिनका किण्वन किया गया है और उनमें अल्कोहल की मात्रा है।
- मदिरा अन्न से या फल से बनाई जाती थी जो किण्वन की प्रक्रिया से निकाली जाती थी|
- "मदिरा" के प्रकार में दाखरस, ताड़ की मदिरा, बीयर और सेब का सिरका आता है। बाइबिल में, दाखरस सबसे अधिक बार उल्लेख की जाने वाली मदिरा थी।
- याजक या विशिष्ट शपथ खाने वाले जैसे नाजीर मनुष्य को किसी भी प्रकार का खमीर किया गया पेय वर्जित था।
- इस शब्द को "किण्वित पेय" या "अल्कोहलयुक्त पेय" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अंगूर, नाजीर, मन्नत , दाखरस)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5435, H7941, G46080
दाखरस के कुण्ड
परिभाषा:
बाइबल के युग में दाखरस के कुण्ड वे वृहत कुंड या खुले स्थान थे जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए।
- इस्राएल में दाखरस के ये कुण्ड बहुत बड़े होते थे जिनको कठोर चट्टानों में खोद कर बनाया जाता था। दाख के गुच्छे इन गड्ढों के समतल तल पर डाल कर मनुष्यों द्वारा पांवों से रौंदा जाता था कि दाख रस बहकर बाहर निकले।
- आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां वह एकत्र होगा।
- "दाखरस का कुंड" बाईबल में लाक्षणिक रूप में परमेश्वर के प्रकोप के लिए काम में लिया गया है जो दुष्टों पर उंडेला जाएगा|
(देखें: रूपक)
(यह भी देखें: अंगूर, प्रकोप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1660, H3342, H6333, G3025, G5276
दाखरस, कुण्ड, कुण्डों, दाखरस, मशक, मशकों, नई दाखरस
परिभाषा:
बाइबल में, "दाखरस" शब्द एक प्रकार का किण्वत पीने का जो एक फल के रस से बनता है जिसे अंगूर कहते हैं। दाखमधु मशकों में रखा जाता था। मशक पशु की खाल से बनी थैली होती थी।
- “नया दाखरस” अर्थात् अंगूर का ताजा रस जिसका किण्वन नहीं किया गया है। कभी-कभी दाखमधु किण्वत रहित दाखरस को भी कहते थे।
- दाखरस निकालने के लिए अंगूरों को कुण्ड में कुचला जाता है ताकि उनका रस निकले। रस का किण्वन किया जाता था कि उसका मद्यसार बने।
- बाइबल के युग में दाखमधु भोजन के साथ एक सामान्य पेय पदार्थ था। उसमें मद्य की मात्रा उतनी नहीं होती थी जितनी आज की दाखरस में होती है।
- भोजन के समय परोसी गई मदिरा में प्रायः पानी मिलाया गया होता था।
- पुरानी मशक कड़क होकर भंगुरावस्था में आ जाती थी जिसकी दरारों में से दाखरस बह जाता था। नई मशकें कोमल एवं लचीली होती थी अर्थात वे फटती नहीं थी और दाखरस को सुरक्षित रखने के लिए उचित थी।
- यदि आपकी संस्कृति में दाखरस नहीं जानी जाती है तो इसका अनुवाद “किण्वन किया हुआ अंगूर का रस” कह सकते हैं या “अंगूर के फलों से किण्वन किया हुआ रस” या “किण्वन किया हुआ फलों का रस” (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
- “मशक” का अनुवाद “मदिरा की थैली” या “पशु की खाल मदिरा का थैला” या “पशु की खाल मदिरा का पात्र”।
(यह भी देखें: अंगूर, दाखलता, दाख की बारी, दाखरस के कुण्ड)
बाइबल संदर्भ:
नष्ट करना
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H2561, H2562, H3196, H4469, H4997, H5435, H6025, H6071, H8492, G1098, G3631, G3820, G3943
दान
परिभाषा:
“दान” अर्थात गरीबों की सहायता के लिए पैसा, भोजन तथा अन्य वस्तुएं देना।
- दान करना अधिकतर धार्मिकता हेतु धर्म की अनिवार्यताओं में होता था।
- यीशु ने कहा कि दान देना मनुष्यों को दिखाने के लिए नहीं होना है।
- इस शब्द का अनुवाद “पैसा” या “गरीबों को देना” या “गरीबों की सहायता” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दाँवना, दाएँ हुए, दाँवने
परिभाषा:
“दाँवना” और “दाँवने” गेहूं से गेहूं का दाना अलग करने के काम को कहते हैं।
- गेहूं के पौधे को दाँवना से पुआल और भुसा से अनाज को ढीला करता है। बाद में अनाज को "फटका जाता है" ताकि अवांछित सामग्रियों से अनाज को पूरी तरह से अलग किया जा सके, केवल उस भाग को छोड़कर जो खाया जा सकता है।
- बाइबल के युग में खलिहान एक समतल बड़ी चट्टान होती थी या मलबा दबा कर कठोर बनाया हुआ फर्श होता था जिस पर गेहूं की दाँवनी की जाती थी कि गेहूं के दाने अलग किए जाएं।
- “दंवनी छकड़ा” या “दंवनी चर्खी” गेहूं को रौंदने और दानों को भूसी से अलग करने के काम में लिया जाता था।
- “दंवनी हथौड़ा” या “दंवनी पटल” गेहूं के दानों की अलग करने के लिए काम में लिया जाता था। यह लकड़ी का एक तख्ता होता था जिसमें कीले लगी होती थी।
(यह भी देखें: भूसी, अन्न, हवा में उड़ाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H212, H4173, H1637, H1758, H1786, H1869, H2251, G248
दिन, दिनों
परिभाषा:
“दिन” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः प्रकाश और अन्धकार के बारी-बारी से आकाश मेंआने के समय से है जो एक चक्र पूरा करते हैं (अर्थात 24 घंटे) तथापि, बाइबल में, इसी शब्द का उपयोग अधिकतर समय के एक लघुकाल के लिए किया गया है (जैसे सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य का समय) या दीर्घकालीन समय के लिए जिसकी निश्चित अवधि नहीं बताई गई है।
"दिन" का उपयोग कभी-कभी "रात" के विपरीत किया जाता है। इन मामलों में, शब्द उस समय की अवधि को संदर्भित करता है जब आकाश प्रकाशित होता है।
यह शब्द समय के किसी विशिष्ट बिंदु को भी संदर्भित कर सकता है, जैसे कि "आज।"
कभी-कभी “दिन” शब्द का उपयोग रूपक-स्वरूप एक लम्बे समय के लिए भी किया जाता था जैसे “यहोवा का दिन” या “अन्तिम दिनों” कुछ भाषाओं में इन रूपकों के अनुवादों में भिन्न-भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाता हैं या “दिन” का अनुवाद रूपक के रूप में नहीं किया जाता हैं।
अनुवाद के सुझाव:
इस शब्द का अनुवाद "दिन" या "दिन के समय" के रूप में करना सबसे अच्छा है, अपनी भाषा में उस शब्द का उपयोग करें जो दिन के उस समय को दर्शाए जब प्रकाश होता है।
“दिन” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "दिन का समय", “समय”, “ऋतु” या “अवसर” का “घटना” आदि प्रकरण पर आधारित।
(यह भी देखें:
समय,
दण्ड का दिन, अन्तिम दिन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3117, H3118, H6242, G2250
दीन, दीनता
परिभाषा:
"दीन" और "नम्रता", इन शब्दों का संदर्भ गरीब या दीन दशा से है। दीन होने का अर्थ “विनम्र” होने से भी है।
- यीशु मानव रूप धारण करने और मनुष्यों की सेवा करने तक दीन (शून्य) बना था।
- उसका जन्म दीन अवस्था में हुआ था क्योंकि वह राजमहल की अपेक्षा गौशाला में हुआ था।
- दीन स्वभाव अभिमानी होने का विलोम है।
- “दीनता” के अनुवाद रूप है “विनम्र” या “दीन दशा” या “महत्वहीन”।
- “दीन दशा” का अनुवाद “दीनता” या “बहुत कम महत्व” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: दीन, घमण्डी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6041, H6819, H8217, G5011, G5012, G5014
दीया, दीपक
परिभाषा:
“दीपक” शब्द प्रकाश उत्पन्न करने का माध्यम होता है। बाइबल में जिन दीपकों की चर्चा की गई है वे तेल से जलते थे,
बाईबल के युग में जिस दीपक को काम में लिया जाता था वह एक छोटा सा पात्र होता था जिसमें ईंधन डाला जाता था- सामान्यतः तेल, जलाने पर वह प्रकाश देता था।
- साधारण दीया मिट्टी का बनता था जिसमें जैतून का तेल भरा जाता था, उसमें एक बत्ती रखकर जलाई जाती थी।
- कुछ दीए अण्डाकार होते थे जिनकी एक भुजा दबी होती थी जहां बत्ती रखी जाती थी।
- तेल की दीपक को लेकर चला जा सकता है या एक ऊँचे स्थान पर रखा जाता था कि उसका प्रकाश सम्पूर्ण कमरे को या घर को प्रकाशित कर सके।
- धर्म-शास्त्र में दीपक प्रतीकात्मक रूप में जीवन और ज्योति का प्रतीक है।
(यह भी देखें: दीवट, जीवन, ज्योति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3940, H3974, H4501, H5215, H5216, G29850, G30880
दीवट/दीवटों
परिभाषा:
बाइबल में “दीवट” शब्द उस रचना का संदर्भ देता है जिस पर दीपक रखा जाता था कि कमरे में प्रकाश व्याप्त हो।
- एक साधारण दीवट मिट्टी, लकड़ी या धातु का बना होता था (धातु जैसे तांबा, चांदी या सोना)
- यरूशलेम के मन्दिर में एक विशेष दीवट (दीपदान) था जिसमें सात दीपकों के लिए सात शाखाएं थी और वह सोने का था।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दीपक चौकी” या “दीपक रखने की रचना” या “दीपदा।"
- मन्दिर के दीपदान का अनुवाद हो सकता है, “सप्तदीपक पीठिका” या “सात दीपकों की सोने की चौकी।"
- अनुवाद के साथ दीवट का चित्र और बाइबल के संदर्भ में सप्तभुजा दीपदान के चित्र देना की सहायक होगा।
(यह भी देखें: तांबा, सोना, दीया, प्रकाश, चांदी, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4501, G30870
दुःख उठाना, कष्ट
परिभाषा:
“दुःख उठाना” और “कष्ट भोगना” का सन्दर्भ अनर्थकारी अनुभव से है, जैसे रोग, पीड़ा या अन्य क्लेशों से है।
- जब मनुष्यों को सताया जाता है या जब वे रोगी होते हैं तब उन्हें कष्ट होता है।
- कभी-कभी मनुष्य अपने गलत कामों के कारण भी दुख उठाता है, कभी-कभी संसार में पाप और रोग के कारण मनुष्य दुख उठाता है।
- दुख शारीरिक भी होता है जैसे पीड़ा और रोग। मानसिक दुख भी होता है जैसे भय, उदासी या अकेलापन।
- “मुझे सह लो” अर्थात् “मेरे साथ सहनशील रहो” या “मेरी बात सुनो” या “धीरज धरकर सुनो”।
(अनुवाद के सुझाव:
- “दुख उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिनाइयों का सामना करना" या "क्लेश और कष्टदायक अनुभव होना"।
- प्रकरण के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद हो सकता है, "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "क्लेशों का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय"
- “प्यास लगना” का अनुवाद हो सकता है, “प्यासा होना” या “प्यास के कारण व्याकुल होना”
- “हिंसा सहना” का अनुवाद हो सकता है, “हिंसा का शिकार होना” या “हिंसक कामों से हानि उठाना”
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 9:13 परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके दुःख को निश्चय देखा है |”
- 38:12 यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह दुःख का कटोरा मुझे पीना न पड़े |
- 42:3 उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह दुःख उठाएगा और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा |
- 42:7 उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह दुःख उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |”
- 44:5 यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा |
- 46:4 प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा दुःख उठाना पड़ेगा |”
- 50:17 वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी |
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H943, H1741, H1934, H4531, H5142, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G2552, G2553, G2561, G3804, G3958, G4310, G4778, G4777, G4841, G5004
दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, कठिनाइयां, आपदा
परिभाषा:
“दुःख” जीवन का अनुभव है अर्थात कठिन और निराशा का।किसी को “क्लेश” पहुचाना अर्थात् उस मनुष्य को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना।
- कष्ट, शरीरिक, मानसिक या आत्मिक हो सकता है जिससे मनुष्य आहत होता है।
- बाइबल में, कष्ट परिक्षा के समय होते हैं जिनके द्वारा परमेश्वर विश्वासियों को विश्वास में परिपक्व एवं विकसित होने में सहायता करता है।
- पुराने नियम में “कष्ट” अनैतिक जीवनशैली और परमेश्वर का त्याग करनेवाली जातियों के दण्ड के सन्दर्भ में आया है।
अनुवाद के सुझाव
- “कष्ट” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “दुखद अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है।
- “घबराना” का एसे शब्द या उक्ति से अनुवाद किया जा सकता है, जिसका अर्थ हो “कष्टों में होना” या “भयानक कष्ट का अनुभव करना” या “गहरी चिन्ता” या “तनाव” या “विपत्ति” या “भय” या “परेशानी”।
- “उसे परेशान मत करो” का अनुवाद हो सकता है, “उसे रहने दो” या “उसकी आलोचना मत करो”
- “विपत्ति के दिन” या “विपत्ति के समय” का अनुवाद हो सकता है, “जब तुम कष्टों का अनुभव करो” या “जब तुम्हारे सामने कठिनाइयां आएं” या “जब परमेश्वर विपत्तियां लाए”।
- “कष्ट लाना” या “कष्ट का कारण” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टकारी बातें करना” या “कठिनाई उत्पन्न करना” या “कठिनाइयों का अनुभव कराना”
(यह भी देखें: क्लेश देना, सताना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H926, H927, H1204, H1607, H1644, H1804, H2000, H4103, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7489, H8513, G387, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5182
दुःखित, मारेगा, दुःख, क्लेश
परिभाषा:
“क्लेश देना” अर्थात किसी को कष्ट या दुःख देना “दुःख” रोग, मानसिक विषाद या इनसे उत्पन्न अन्य विनाश।
- कभी कभी परमेश्वर अपनी प्रजा को रोगों और कठिन परिस्थितियों से क्लेश देता था कि वे अपने पापों से विमुख होकर उसके पास लौट आएं।
- परमेश्वर ने मिस्र पर क्लेश या विपत्तियां डाली थी क्योंकि उनके राजा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी थी।
- किसी बात से “दबना” रोग, सताव या मानसिक विषाद के कारण क्लेश भोगना।
अनुवाद के सुझाव:
- किसी को क्लेश देना का अनुवाद, “किसी को संकट का अनुभव करवाना” या “किसी को दुःख देना” या “किसी के लिए कष्ट का कारण होना”
- कुछ प्रकरणों में “क्लेश” का अनुवाद हो सकता है, “होना” या “पहुंचाना” या “कष्ट लाना” “कोढ़ से पीड़ित” का अनुवाद “कोढ़ का रोगी होना” हो सकता है।
- मनुष्यों का पशुओं को दुःख देने के लिए जब रोग या मुसीबत भेजी जाती है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “दुख देना”
- प्रकरण के अनुसार “दुःख” का अनुवाद हो सकता है, “मुसीबत” या “रोग” या “कष्ट” या “महाक्लेश”।
- "क्लेश पाते है" इस वाक्यांश के अनुवाद हो सकते है: "से पीड़ित" या "रोगग्रस्त"
(यह भी देखें: कोढ़, महामारी, दुख उठाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H3013, H3905, H3906, H6031, H6039, H6040, H6041, H6862, H6869, H6887, H7451, H7489, G2346, G2347, G3804
दुल्हन, वधू, विवाह
परिभाषा:
दुल्हन वह स्त्री होती है जो विवाह के संस्कार में पुरुष से अर्थात दुल्हें से विवाह करती है।
- “दुल्हन” शब्द यीशु के विश्वासियों अर्थात कलीसिया के लिए भी रूपक स्वरूप काम में लिया गया है।
- यीशु को प्रतीकात्मक रूप में कलीसिया का दुल्हा कहा गया है। (देखें: उपमा)
(यह भी देखें: दुल्हा, आराधनालय)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3618, G35650
दुल्हा, दुल्हे
परिभाषा:
विवाह में दुल्हा पुरुष होता है जो दुल्हन (स्त्री) से विवाह करता है।
- बाइबल के युग में यहूदी संस्कृति में विवाह संस्कार का केंद्र था, जब दुल्हा अपनी दुल्हन को लेने आता है।
- बाइबल में यीशु को "दुल्हें" की उपमा दी गई है जो एक दिन अपनी "दुल्हन", कलीसिया को लेने आएगा।
- यीशु ने अपने शिष्यों की तुलना दुल्हें के मित्रों से की थी। जो दुल्हें के साथ रहते समय उत्सव मनाते हैं परन्तु दुल्हे के चले जाने के बाद दुःखी होते हैं।
(यह भी देखें: दुल्हन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2860, G35660
दूत
तथ्य:
“दूत” शब्द का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जिसे मनुष्यों को सुनाने के लिए कोई सन्देश दिया जाता है।
- प्राचीन युग में सन्देशवाहक को युद्ध क्षेत्र से नगर में भेजा जाता था कि नगर की प्रजा को युद्ध का समाचार सुनाए।
- स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “सन्देश वाहक” भी किया गया है।
- यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी दूत कहलाता था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे।
- यीशु के प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, प्रेरित, यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1319, H4397, H4398, H5046, H5894, H6735, H6737, H7323, H7971, G32, G652
दूत, प्रतिनिधि, राजदूत
परिभाषा:
राजदूत वह व्यक्ति है जिसे अधिकार के साथ चुना गया कि विदेशों के साथ संबन्ध रखे। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जिसका अधिक सामान्य अनुवाद “प्रतिनिधि” होता है।
- दूत या प्रतिनिधि अपने भेजने वाले या अपनी सरकार का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है।
- सामान्यतः दूत उस व्यक्ति के संदर्भ में है जिसे उस व्यक्ति की ओर से कहने या करने का अधिकार प्राप्त होता है जिसने उसे भेजा है।
- प्रेरित पौलुस ने शिक्षा दी कि विश्वासी मसीह के "राजदूत" या "प्रतिनिधित्व" करते हैं क्योंकि वे इस संसार में मसीह का सन्देश सुनाते हैं।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “अधिकारिक रूप से प्रतिनिधि” या “नियुक्त सन्देशवाहक” या “चुना हुआ प्रतिनिधि” या “परमेश्वर का नियुक्त प्रतिनिधि” हो सकता है।
- “दूतों का प्रतिनिधित्व” का अनुवाद “कुछ अधिकृत सन्देशवाहक” या “नियुक्त प्रतिनिधियों का समूह” या “सबकी ओर से बोलने वाला अधिकृत दल”
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: दूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3887, H4135, H4136, H4397, H6735, H6737, G4243
दृढ़ करने, दृढ़ करता, पक्की की, प्रमाण देने
परिभाषा:
“दृढ़ करने” (निश्चित करना) और “प्रमाण देना” कि कोई बात सच है, पक्की है और विश्वासयोग्य है।
- जब किसी राजा को “पक्का” किया जाता है तो इसका अर्थ है कि प्रजा सहमत है और पुष्टि करती है।
- किसी की लिखित बात को निश्चित करने का अर्थ है कि लिखी हुई बात सच है।
- सुसमाचार का “प्रमाण” अर्थात यीशु के बारे में सुसमाचार इस प्रकार सुनाना कि वह सच सिद्ध हो।
- शपथ को “पक्का करना” अर्थात गंभीरता से कहना या वचनबद्ध होना कि वह बात सच है।
- इन शब्दों के अनुवाद “सच कहना” या “विश्वासयोग्य सिद्ध करना” या “सहमत होना” या “विश्वास दिलाना” या “प्रतिज्ञा करना” हो सकते हैं परन्तु उन्हें प्रकरण के अनुसार होना है।
(यह भी देखें: वाचा, शपथ, भरोसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H553, H559, H1396, H3045, H3559, H4390, H4672, H5414, H5975, H6213, H6965, G950, G951, G1991, G2964, G3315, G4300, G4972
दृढ़गढ़ , सुदृढ़ीकरण, गढ़, शहरपनाह
परिभाषा:
“दृढगढ़” या "गढ़" दोनों ही शब्द उन स्थानों के सन्दर्भ में हैं जो बैरियों की सेना के आक्रमण में सुरक्षित होते हैं । "दुर्ग" शहर के भीतर स्थित गढ़ है। "सुदृढीकृत" उस नगर या स्थान के सन्दर्भ में है जिसे हमले से सुरक्षित बनाया गया है।
- अक्सर, गढ़ों और किले रक्षात्मक दीवारों के साथ मानव निर्मित संरचनाएं थीं। वे प्राकृतिक सुरक्षात्मक अवरोधों के साथ भी हो सकते थे जैसे चट्टानों या उच्च पहाड़ों से।
- लोगों ने दृढगढ़ों को मोटी दीवारों या अन्य संरचनाओं के निर्माण से ऐसा बनाया था कि शत्रु के लिए उसे भेद कर प्रवेश करना कठिन हो।
- “गढ़” या “दृढ़गढ़” का अनुवाद हो सकता है “सुरक्षित दृढ़ स्थान” या “दृढ़ सुरक्षा का स्थान”।
- शब्द "गढ़वाले शहर" का अनुवाद "सुरक्षित रूप से संरक्षित शहर" या "दृढ़ता से निर्मित शहर" के रूप में किया जा सकता है।
- "दृढगढ़" का एक और लाक्षणिक अर्थ है, ऐसी वस्तु जिस पर मनुष्य ने सुरक्षा के लिए झूठा भरोसा रखा है, जैसे झूठे देवी-देवता या यहोवा के स्थान में किसी अन्य वस्तु की उपासना करना। इसका अनुवाद हो सकता है, "झूठे दृढगढ़।"
*इस शब्द का अनुवाद "शरणस्थान" से भिन्न होना आवश्यक है जिसका भावार्थ दृढ़ता की अपेक्षा सुरक्षा से है
(यह भी देखें: झूठे देवता, मूर्ति, शरण, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H490, H553, H759, H1001, H1002, H1003, H1219, H1225, H2388, H4013, H4026, H4581, H4526, H4679, H4685, H4686, H4692, H4693, H4694, H4869, H5794, H5797, H5800, H6438, H6877, H7682, G3794, G3925
देखरेख, पर्यवेक्षण, पर्यवेक्षक, अध्यक्ष, पर्यवेक्षक, रखवाला
परिभाषा:
"अध्यक्ष" शब्द उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो मनुष्यों के कामों और कल्याण का प्रभारी है। बाइबल में, अक्सर "रखवाला" शब्द का अर्थ"अध्यक्ष" है।"
- पुराने नियम में अध्यक्ष का कार्य था कि अपने कर्मचारियों से अच्छा काम करवाए।
- नये नियम में यह शब्द आरंभिक कलीसिया के अगुवों के संदर्भ में था। उनका कार्य था कि कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं को पूरा करें और सुनिश्चित करें कि विश्वासियों को उचित बाइबल की शिक्षा दी जाए।
- पौलुस अध्यक्ष को चरवाहा कहता है जो स्थानीय कलीसिया में विश्वासियों की सुधि लेता है क्योंकि कलीसिया उसकी "भेड़ें" हैं।
- एक चरवाहे के सदृश्य अध्यक्ष अपनी भेड़ों की रक्षा करता है। वह झूठी आत्मिक शिक्षा तथा अन्य बुरे प्रभावों से अपनी कलीसिया की रक्षा करता है।
- नये नियम में “अध्यक्ष”, "प्राचीनों" तथा “रखवाले/चरवाहे” आत्मिक अगुओं का बोध कराने के लिए विभिन्न शब्द हैं।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पर्यवेक्षक” या “प्रभारी” या “प्रबन्धक”
- परमेश्वर के लोगों के स्थानीय समुदाय के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “आत्मिक पर्यवेक्षक” या “विश्वासी समुदाय की आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेनेवाला” या “कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं का पर्यवेक्षक करनेवाला मनुष्य”
(यह भी देखें: कलीसिया, प्राचीन, पासवान, चरवाहा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H5329, H6485, H6496, H7860, H8104, G1983, G1984, G1985
देवदारू,देवदारू की लकड़ी
परिभाषा:
“देवदारू” एक बड़ा पेड़ होता है जिसकी लकड़ी लाल-भूरे रंग की होती है। अन्य देवदार प्रजाति के वृक्षों के समान इसके नुकीले पत्ते होते हैं और शंकु जैसे फल होते हैं।
- पुराने नियम में लबानोन के संबन्ध में देवदारू वृक्षों की चर्चा की गई है, वहां ये वृक्ष बहुतायत से पाए जाते थे।
- यरूशलेम के मन्दिर के निर्माण में देवदारू की लकड़ी काम में ली गई थी।
- इसका उपयोग बलि चढ़ाने और शुद्धिकरण के चढ़ावों में किया जाता था।
(यह भी देखें: सनौबर, शुद्ध, बलि, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दोष लगाना, दोष लगाया, आरोप लगाने वाला, आरोप
परिभाषा:
“दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं।
- झूठा दोष अर्थात किसी पर लगाया गया दोष सच नहीं है जैसे यहूदी अगुओें ने यीशु पर अनुचित काम करने का झूठा दोष लगाया था।
- नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप (दोष) लगाने वाला” कहा गया है।
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H3198, H6818, G14580, G21470, G25960, G27240
दोष, निर्दोष, कलंक
तथ्य
“दोष” अर्थात पशु या मनुष्य में शारीरिक दोष या विकलांगता। इसका संदर्भ मनुष्यों में आत्मिक असिद्धता एवं दोष से भी है।
- कुछ बलियों में परमेश्वर की आज्ञा थी कि बलि पशु निर्दोष एवं निष्कलंक हो।
- यह मसीह यीशु की निष्पाप एवं सिद्ध बलि का चित्रण है।
- मसीह के विश्वासी यीशु के लहू द्वारा पापों से शुद्ध किए गए हैं और निष्कलंक माने गए हैं।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष” या “असिद्धता” या “पाप”।
(यह भी देखें: विश्वास, शुद्ध, बलिदान, पाप)
बाइबल सन्दर्भ
शब्द तथ्य
- स्ट्रोंग्स: H3971, H8400, H8549, G34700
दोषबलि, दोषबलियों
परिभाषा:
दोषबलि,एक ऐसी बली या भेंट थी जो परमेश्वर ने इस्राएल के लिए निर्धारित किया था जब अनजाने में वे परमेश्वर के अपमान या किसी की सम्पदा की हानि जैसा अनर्थ कर बैठें।
- इस बलि में पशु चढ़ाया जाता था और सोने या चांदी की मुद्रा में भुगतान किया जाता था।
- इसके अतिरिक्त दोषी मनुष्य की क्षतिपूर्ति करनी होती थी।
(यह भी देखें: होमबलि, अन्नबलि, बलिदान, पाप बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
दौड़ना, धावक, उतावली की, शीघ्र गया, विसर्जित हुए, बहता है
परिभाषा:
"दौड़ना" का शाब्दिक अर्थ है "पैरों के सहारे तीव्र गति से बढ़ना", प्रायः चलने की गति से कहीं अधिक गति|
"दौड़ना" का मुख्य अर्थ लाक्षणिक अभिव्यक्तियों में भी प्रयोग किया जाता है, जैसे निम्नलिखित हैं:
- "पुरूस्कार जीतने के लिए दौड़ना" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की इच्छा कीपूरती में यत्नशील रहना जैसे कि जीतने के लिए दौड़ने में यत्न करना|
- "आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ना"- अर्थात, परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष एवं अति शीघ्र मानना|
- "देवताओं के पीछे भागना" अर्थात, देवी-देवताओं की उपासना के लिए हाथ करना|
- "तेरी शरण में ओट हो जाने के लिए मैं भागता हूँ" अर्थात, कठिनाइयों में शरण एवं सुरस्क्षा के लिए अति शीघ्र परमेश्वर के पास आ जाना|
- पानी और अन्य तरल पदार्थ जैसे, आंसू, लहू, पसीना और नदियाँ "बहती" हैं इनका अनुवाद हो सकता है, "प्रवाहित होना|"
- किसी देश या क्षेत्र की सीमा के लिए कहा जाता है, नदी या किसी और देश की सीमा के साथ "चलती है|" इसका अनुवाद हो सकता है, उस देश की सीमा नदी के साथ या किसी देश विशेष के "साथ लगी है," या कहा जा सकता है, वह देश नदी के किनारे है या किसी देश विशेष की "सीमा से जुड़ा है|"
- नदियाँ और झरने "सूख गए हैं|" इसका अर्थ है, उनमें अब पानी नहीं है| इसका अनुवाद हो सकता है, "निर्जल हो गए हैं" या "शुष्क हो गए हैं"
- पर्व के दिन "अपना क्रम पूरा करते हैं" अर्थात. "वे पूरे होते हैं" या "संपन्न हुए" या "समाप्त होते हैं|"
(यह भी देखें: झूठे देवता, यत्न करना, शरण, फिरना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0213, H0386, H1065, H1272, H1556, H1980, H2100, H2416, H3001, H3212, H3332, H3381, H3920, H3988, H4422, H4754, H4794, H4944, H5074, H5127, H5140, H5472, H5756, H6437, H6440, H6544, H6805, H7272, H7291, H7310, H7323, H7325, H7519, H7751, H8264, H8308, H8444, G04130, G13770, G16010, G15300, G15320, G19980, G27010, G37290, G40630, G43700, G43900, G48900, G49360, G51430, G52400, G52950, G53430
धक्का देना, धक्का दिया, धक्का
परिभाषा:
“धक्का देना” अर्थात बल लगाकर किसी वस्तु को हटाना। इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं।
- “धक्का देने” का अर्थ है, “त्यागना” या “सहायता करने से इन्कार करना”।
- “दबाना” अर्थात “अत्याचार करना” या “सताना” या “हराना”। इसका अर्थ यह भी है कि कोई वास्तव में धरती पर गिराया गया है।
- किसी को “बाहर धकेल देना” अर्थात किसी से “पीछा छुड़ाना” या “दूर भेज देना”।
- “आगे बढ़ना” अर्थात् किसी काम को सुरक्षित रखना या “उचित एवं सुरक्षित का आगास न होते हुए किसी काम को करते चले जाना”।
(यह भी देखें: अत्याचार करना, सताना, परित्याग)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1556, H1760, H1792, H3276, H3423, H3728, H5055, H5056, H5186, H8804, G683, G4261
धनुर्धारी, धनुर्धारियों
परिभाषा:
“धनुर्धारी” धनुष और तीर को हथियार स्वरूप काम में लेने में सक्षम व्यक्ति।
- बाइबल में धनुर्धारी एक सिपाही है जो सेना में धनुष और तीर का उपयोग करता है।
- धनुर्धारी अश्शूरों के सेना का महत्वपूर्ण भाग थे।
- कुछ भाषाओं में इसके लिए अपना शब्द होगा जैसे “धनुर्धर”
(यह भी देखें: अश्शूर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1167, H1869, H2671, H2686, H3384, H7198, H7199, H7228
धनुष और तीर, धनुष
परिभाषा:
यह एक धनुषाकार हथियार से तीर चलानेवाला शस्त्र है। बाइबल के युग में इसका उपयोग बैरी की सेना से लड़ने में किया जाता था और खाने के लिए पशुओं को मारने में भी किया जाता था।
- धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या तांत या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था।
- तीर एक पतली डंडी होता है जिसका एक सिरा नुकीला होता था। प्राचीन युग में तीर विभिन्न वस्तुओं से बनाये जाते थे जैसे लकड़ी, हड्डी, पत्थर या धातु से।धनुष और तीर सामान्यतः शिकारियों तथा योद्धाओं द्वारा काम में लिए जाते थे।
- बाइबल में "तीर" का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2671, H7198, G5115
धर्मोपदेश, शिक्षा, सिखाई, ज्ञान, जान सकें#
परिभाषा:
“धर्मोपदेश” का अर्थ है "शिक्षा देना"। यह प्रायः धार्मिक शिक्षा के संदर्भ में है।
- मसीही शिक्षा के संदर्भ में “धर्मोपदेश” के विषय हैं, पिता, पुत्र, और पवित्र-आत्मा, उसका व्यक्तित्व गुण और सब कार्य।
- इसका अर्थ यह भी है कि परमेश्वर द्वारा विश्वासियों को पवित्र जीवन जीने की शिक्षा देना कि परमेश्वर का महिमान्वन हो।
- शब्द "धर्मोपदेश" कभी-कभी झूठी या सांसारिक धार्मिक शिक्षाओं का उल्लेख करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है जो मनुष्यों से आते हैं। प्रकरण से इसका अर्थ स्पष्ट होता है।
- इस शब्द का अनुवाद "शिक्षा" हो सकता है।
(यह भी देखें: शिक्षा देना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H3948, G1319, G1322, G2085
धीरज धरना, धीरज
परिभाषा:
“धीरज धरना” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को सहबं शक्ति की पराकाष्ठा तक सहन करना.”
- इसका अर्थ यह भी है कि परीक्षा के समय हिम्मत न हारना वरन दृढ़ रहना.
- “धीरज” शब्द का अर्थ “सहनशीलता” या “परीक्षा में सहनशील बने रहना” या “सताव में सहनशीलता दिखाना.”
- विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उनसे कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े.
- “क्लेश सहने” का अर्थ, “दुख उठाना” भी हो सकता है.
अनुवाद के सुझाव:
- “धीरज से सहते रहना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “डटा रहना” या “विश्वास करते रहना” या “परमेश्वर जो चाहता है वह करते रहना” या “दृढ़ खड़े रहना."
- कुछ संदर्भों में “धीरज से सहने” का अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना” या “भोगना.”
- दीर्घकालीन अभिप्राय में “सहन” का अनुवाद हो सकता है, “लम्बे समय रहना” या “होते रहना.” “सहन नहीं करे” का अनुवाद हो सकता है “सदैव नहीं रहेगा” या “अस्तित्व में नहीं रहेगा.”
- “धीरज” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दृढ़ता” या “विश्वास करते रहना” या “विश्वासयोग्य बने रहना.”
(यह भी देखें: धीरज)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H386, H3201, H3557, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2594, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342
धीरज धरना, धीरज
परिभाषा:
“धीरज धरना” और “धीरज” का अर्थ है किसी काम को करते रहना चाहे वह बहुत कठिन या लम्बा समय क्यों न लेनेवाला हो।
- धीरज धरने का अर्थ यह भी हो सकता है कि मसीह के जैसा व्यवहार करना चाहे कठिन परीक्षाओं या परिस्थितियों में हो।
- “धीरज धरने वाला” मनुष्य वह है जो अपने अनिवार्य काम को करता रहता है जो उसे करना चाहिए चाहे वह कष्टकारी या दुःखदायी ही क्यों न हो।
- परमेश्वर की शिक्षाओं पर चलते रहने में धीरज धरने की आवश्यकता होती है, विशेष करके तब जब झूठी शिक्षाओं का बोलबाला हो।
- यहां सावधान रहें कि “हठ” शब्द का उपयोग न करें क्योंकि इसका अर्थ नकारात्मक है।
(यह भी देखें: धीरज धरना, परीक्षा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: G31150, G43430, G52810
धीरजवन्त, धीरज, अधीर
परिभाषा:
“धीरजवन्त” और “सहनशीलता” शब्द कठिन परिस्थितियों में दृढ़ खड़े रहने के संदर्भ में है। “धीरज धरना” में प्रायः प्रतीक्षा करना होता है।
- किसी के साथ धीरजवन्त होने का अर्थ है उससे प्रेम करना और उसकी गलतियों को क्षमा कर देना।
- बाइबल में परमेश्वर के लोगों को शिक्षा दी गई है कि वे कठिनाइयों में धीरज धरें वरन एक दूसरे के साथ सहनशील व्यवहार करें ।
- अपनी दया के कारण परमेश्वर मनुष्यों के साथ धीरजवन्त है जबकि वे दण्ड के योग्य पापी हैं।
(यह भी देखें: सहन करना, क्षमा करना, धीरज धरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H750, H753, H2342, H3811, H6960, H7114, G420, G463, G1933, G3114, G3115, G3116, G5278, G5281
धूप
परिभाषा:
"धूप" का सन्दर्भ उस सुगन्धित मिश्रण से है जिसे जलाने पर मनमोहक सुगंध उठती है।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए भेट स्वरूप धूप जलाया करे।
- यह विशेष धूप परमेश्वर के निर्देश अनुसार पाँच विशिष्ट सुगन्धित द्रव्यों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। यह धूप पवित्र होता था इस कारण इसे अन्य किसी भी उद्देश्य के निमित्त काम में लेना वर्जित था।
- "धूप की वेदी" यह एक विशेष वेदी थी जो केवल धूप जलाने के लिए थी।
- दिन में चार बार, जब मन्दिर में प्रार्थना की जाती थी तब धूप जलाना अनिवार्य था। जब-जब होमबली चढाई जाती थी तब-तब धूप भी जलाई जाती थी।
- धूप जलाने का अभिप्राय था, परमेश्वर के लोगों की प्रार्थना और उपासना उसके धुए के द्वारा परमेश्वर तक जाती है।
- "धूप" का अनुवाद हो सकता है: "सुगन्धित द्रव्य" या "सुगन्धित पौधें"
(यह भी देखें: धूप जलाने की वेदी, होमबलि, लोबान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2553, H3828, H4196, H4289, H5208, H6988, H6999, H7002, H7004, H7381, G23680, G23690, G23700 , G23790, G30310
धूप जलाने की वेदी, धूप वेदी
तथ्य:
धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे।
धूप जलाने की वेदी लकड़ी की बनी हुई थी और उस पर सोना चढ़ा हुआ था। उसकी लम्बाई और चौड़ाई आधा-आधा मीटर की थी तथा ऊंचाई एक मीटर की थी।
- पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
- याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
- इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: धूप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4196, H7004, G23680, G23790
धूर्त , चतुरता
परिभाषा:
शब्द "धूर्त" एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बुद्धिमान और चालाक है, खासकर व्यावहारिक मामलों में।
- इस शब्द का अर्थ प्रायः नकारात्मक होता है क्योंकि इसमें स्वार्थ छिपा होता है।
- धूर्त मनुष्य अन्यों की अपेक्षा स्वयं का लाभ खोजता है।
- इस शब्द का अनुवाद “चालाक” या “चतुर” या “कुशल व्यवहार” या “प्रवीण” हो सकता है प्रकरण के अनुसार।
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2450, H6175, G5429
धोखा, धोखा देनेवाले, धोखा दिया, छलता, छली, धोखेबाज, धोखेबाजों, छलपूर्ण, धूर्तता से, छल में, छलता, छली
परिभाषा:
“धोखा” अर्थात असत्य पर विश्वास दिलाना। किसी को धोखा देने का काम “छल” कहलाता है।
- एक और शब्द, “धोखेबाजी” भी किसी को कुछ ऐसा विश्वास करने का कार्य करता है जो सत्य नहीं है।
- किसी को झूठी बात में विश्वास दिलानेवाले को धोखा करने वाला कहते हैं। उदाहरणार्थ शैतान को धोखा देनेवाला कहा गया है। उसकी दुष्टात्माएं भी धोखा देने वाली हैं।
- व्यक्ति, कार्य या सन्देश जो असत्य है, उसे "धोखा देनेवाला" कहते हैं।
- “छल” और “धोखा” का अर्थ एक ही है परन्तु उनके उपयोग में कुछ अन्तर है।
- व्याख्यात्मक शब्द “छली” और “धोखा देनेवाला” के अर्थ एक ही हैं और एक ही प्रकरण में काम में लिए जाते हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “धोखा” के अनुवाद के अन्य रूप “झूठ बोलना” या “झूठा विश्वास दिलाना” या “किसी को असत्य पर विचार करवाना”।
- “धोखा देना” का अनुवाद “झूठ पर विचार करने हेतु प्रेरित करना” या “झूठ कहना” या “चाल चलना” या “मूर्ख बनाना” या “पथभ्रष्ट करना” हो सकता है।
- “धोखा देने वाला” का अनुवाद “झूठा” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “छलनेवाला”हो सकता है।
- प्रकरण पर निर्भर करके, “छल” या “धोखा” ऐसे शब्दों में अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ “मिथ्यात्व” या “झूठ” या “प्रवंचना” या “छल-कपट” हो।
- “छली” या “धोखा देने वाला” का अनुवाद हो सकता है, “असत्यवादी” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “झूठ बोलने वाला” कि एक ऐसे मनुष्य का वर्णन किया जाए जो कहने और करने में मनुष्य को असत्य में विश्वास दिलाए।
(यह भी देखें: सच्ची)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H898, H2048, H3577, H3584, H3868, H4123, H4820, H4860, H5230, H5377, H5558, H6121, H6231, H6601, H7411, H7423, H7683, H7686, H7952, H8267, H8496, H8582, H8591, H8649, G538, G539, G1386, G1387, G1388, G1818, G3884, G4105, G4106, G4108, G5422, G5423
ध्यान, ध्यान करता, ध्यान
परिभाषा:
“बिचवई” अर्थात किसी बात पर सावधानी-पूर्वक और गहन चिन्तन करना।
- बाइबल में इस शब्द का उपयोग प्रायः परमेश्वर और उसकी शिक्षाओं पर विचार करने के लिए काम में किया गया है।
- भजन 1 में लिखा है कि वह मनुष्य जो “दिन रात” परमेश्वर की व्यवस्था पर मनन करता है, धन्य है।
अनुवाद के सुझाव:
- “बिचवई” का अनुवाद हो सकता है, “सावधानी-पूर्वक गहन चिन्तन करना” या “ध्यान-मग्न होकर गहन विचार करना” या “बार-बार सोचना”।
- इसका संज्ञा रूप है, “ध्यान” और इसका अनुवाद “गहन विचार” हो सकता है। “मेरे मन के विचार” का अनुवाद हो सकता है, “मैं जिसका गहन चिन्तन करता हूं” या “मै अक्सर किस बारे में सोचता हूँ”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1897, H1900, H1901, H1902, H7742, H7878, H7879, H7881, G3191, G4304
नम्र, नम्रता
परिभाषा:
“नम्र” शब्द उस मनुष्य को दर्शाता है जो विनम्र, आज्ञाकारी और अन्याय का सहनेवाला है। नम्रता दीनता की क्षमता है जब कठोरता और बल प्रयोग किया जाए।
- नम्रता प्रायः दीनता के साथ जुड़ी रहती है।
- इस शब्द का अनुवाद “उदार” या “विनीत” या “मृदुस्वभाव” किया जा सकता है।
- “नम्रता” का अनुवाद “सौम्यता” या “विनम्रता” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: दीन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6035, H6037, G4235, G4236, G4239, G4240
नया चाँद, नये चाँद
परिभाषा:
“नया चाँद” शब्द का सन्दर्भ चाँद की उस स्थिति से है जब वह अर्धचंद्र-आकार सा प्रकाश की चमक प्रकट करता। यह सूर्यास्त से आरम्भ होकर पृथ्वी की परिक्रमा में चाँद की प्रथम कला है। इसका सन्दर्भ कुछ दिन की अंधेरी रात के बाद चाँद के प्रकट होने के पहले दिन से है।
- प्राचीन युग में नया चांद निश्चित समयोँ के आरंभ का द्योतक था, जैसे महीनों के आरंभ का।
- इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे जिसकी पहचान नरसिंगा फूंकने से होती थी।
- बाइबल में इस समय को “महीने का आरंभ” माना गया है।
(यह भी देखें: महीने, पृथ्वी, पर्व, सींग, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2320, G3376, G3561
नरकट
तथ्य:
“नरकट” पानी में उगनेवाली एक लम्बी डंडी की घास होती है। जो प्रायः नदी या झरने के तट पर पाई जाती है।
- नील नदी के तट पर उगनेवाले नरकट जिनमें शिशु मूसा को छिपाया गया था, उन्हें “कांसे” भी कहा गया है। वह नदी के पानी में घने उगते थे। इनके डंडे लम्बे और खोखले होते थे।
- प्राचीन मिस्त्र में इस घास से कागज, टोकरियां और छोटी नावें बनाई जाती थी।
- नरकट के डंडे नरम होने के कारण हवा में झुक जाते थे।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: मिस्र, मूसा, नील नदी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0098, H0100, H0260, H5488, H6169, H7070, G25630
नष्ट करना, खंडहर, नष्ट हो गया
परिभाषा:
“नष्ट करना” अर्थात लूटना, विनाश करना, या निकम्मा कर देना। “खण्डहर” या “खण्डहरों” नष्ट किए गए मलबे या नष्ट किए गए अवशेषों के सन्दर्भ में हैं।
- भविष्यद्वक्ता सपन्याह ने परमेश्वर के प्रकोप के दिन को “विनाश का दिन” कहा था, जब संसार का न्याय किया जाएगा और दण्ड दिया जाएगा।
- नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रत्याशित प्रतिफल विनाश एवं मृत्यु है।
- प्रकरण के अनुसार, “नष्ट करना” का अनुवाद “ध्वंस करना” या “खण्डहर कर देना” या “निकम्मा कर देना” या “तोड़ देना” किया जा सकता है।
- “खण्डहर” या “खण्डहरों” का अनुवाद प्रकरण के अनुसार “मलबा” या “ध्वंस ईमारतें” या “नष्ट किया गया नगर” या “विनाश” या “तोड़फोड़” या “सर्वनाश” हो सकता है।
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0006, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4384, H4654, H4876, H4889, H5221, H5327, H5557, H5754, H5856, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G26790, G26920, G36390, G44850
नागरिक, नागरिकता
परिभाषा:
नागरिक उस मनुष्य को कहते हैं जो किसी नगर, देश या राज्य में रहता है। अर्थात जो उस स्थान का अधिकृत निवासी माना जाता है।
- सन्दर्भ के अनुसार, इसका अनुवाद, “निवासियों” या “आधिकारिक निवासी” भी किया जा सकता है।
- निवासी एक क्षेत्र में रहता है जो किसी राज्य का एक भाग हो सकता है जिस पर राजा या सम्राट या शासक राज करता है। उदाहरणार्थ, पौलुस रोमी नागरिक था, रोम के अनेक प्रान्त थे, पौलुस इनमें से एक प्रान्त में रहता था।
- प्रतीकात्मक रूप में यीशु के विश्वासी स्वर्ग के नागरिक कहलाते हैं, अर्थात वे एक दिन वहां होंगे। किसी देश के नागरिकों के समान विश्वासी परमेश्वर के राज्य के नागरिक हैं।
(देखें: राज्य, पौलुस, प्रान्त, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6440, G4175, G41770, G48470
नाम लिखाई
परिभाषा:
“नाम लिखाई (जनगणना)” किसी देश या साम्राज्य में नागरिकों की औपचारिक गणना करना।
- पुराने नियम के अभिलेखों में उन समयों का उल्लेख किया गया है जब परमेश्वर ने इस्राएल के पुरूषों की गिनती करने का आदेश दिया था जैसे जब इस्राएलियों ने मिस्र से पलायन किया था और दूसरी बार जब वे कनान में प्रवेश करने पर थे।
- जनगणना का उद्देश्य प्रायः यह होता था कि कर भुगतान करने के लिए मनुष्यों की संख्या ज्ञात हो।
- उदाहरणार्थ, निर्गमन की पुस्तक में एक बार पुरुषों की गिनती की गई थी कि प्रत्येक पुरुष मन्दिर के रखरखाव के लिए आधा शेकेल कर दे।
- जब यीशु शिशु ही था तब रोमी प्रशासन ने जनगणना करवाई थी कि अपने संपूर्ण साम्राज्य की जनसंख्या ज्ञात करके कर अनिवार्य किया जाए।
अनुवाद के सुझाव
- इस उक्ति का संभावित अनुवाद हो सकता है, “नाम गिनना” या “नामों की सूचि” या “पंजीकरण”।
- “नाम लिखाई करवाना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जनता के नाम पंजीकृत करना” या “मनुष्यों का पंजीकरण करना” या “मनुष्यों के नाम लिखकर रखना”।
(यह भी देखें: जाति, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3789, H5674, H5921, H6485, H7218, G582, G583
नामधराई, लज्जा, शर्म, शर्मपूर्ण, शर्मपूर्णता से, शर्महीनता, शर्महीनता से,लज्जित, लज्जित नहीं
परिभाषा:
“लज्जा” शब्द नीचा दिखलाना या अपमानित होने की दर्दनाक भावना को संदर्भित करता है जो एक व्यक्ति को लगता है जब वे कुछ ऐसा करते हैं जो दूसरों को अपमानपूर्ण या अनुचित मानते हैं।
- कुछ ऐसा काम जो “लज्जाजनक बात” अर्थात “अनुचित” या “अपमानजनक” हो।
- “लज्जित” शब्द का अर्थ है किसी लज्जाजनक या अनुचित कार्य को करने पर मनुष्य के मन में उत्पन्न भावना है।
- शब्द "अपमानित" का अर्थ है किसी को शर्मिंदा या अपमानित महसूस कराना, आमतौर पर सार्वजनिक रूप से। किसी को शर्मसार करने के कार्य को "अपमान" कहा जाता है।
- “लज्जित करना” अर्थात किसी को हरा देना या उसके पापों को प्रकट करना कि उसे अपने पर लज्जा आए।
- किसी की "निंदा करना" का अर्थ है कि उस व्यक्ति के चरित्र या व्यवहार की आलोचना या अस्वीकृति है।
- वाक्यांश "शर्मिंदा किया" का अर्थ है लोगों को हराना या उनके कार्यों को उजागर करना ताकि वे खुद को शर्मिंदा महसूस करें। भविष्यद्वक्ता यशायाह यह कहता है कि जो मूर्तियां बनाते हैं और मूर्तिपूजा करते हैं वे लज्जित किए जाएंगे।
- "लज्जाजनक" शब्द का इस्तेमाल किसी पापी कृत्य या उसे करने वाले व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति कुछ पाप करता है, तो यह उसके अपमान या अपमान की स्थिति में हो सकता है।
- कभी-कभी अच्छा काम करने वाले व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे उसे अपमान या लज्जा का कारण बनता है। उदाहरण के लिए, जब यीशु को एक क्रूस पर मार दिया गया था, तो यह मरने का एक अपमानजनक तरीका था। यीशु ने इस अपमान के लायक कुछ भी गलत नहीं किया था।
- जब परमेश्वर किसी को नम्र करता है, तो इसका मतलब है कि वह एक घमंडी व्यक्ति को असफलता का अनुभव करा रहा है, जिससे वह उसके घमंड को दूर करने में मदद कर सके। यह किसी को अपमानित करने से अलग है, जो अक्सर उस व्यक्ति को चोट पहुंचाने के लिए किया जाता है।
- यह कहना कि यह व्यक्ति "तिरस्कार के ऊपर" या "तिरस्कार से परे" या "तिरस्कार के बिना" है, जिसका अर्थ है कि यह व्यक्ति परमेश्वर का सम्मान अपने व्यवहार से करता है और उसकी आलोचना में बहुत कम या कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
अनुवाद के सुझाव:
- "अपमान" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अनादर" शामिल हो सकता है।
- "अपमानजनक" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जाजनक" या "अनादर करना" शामिल हो सकता है।
- "अपमानित" करने के लिए भी "लज्जा" या "शर्म महसूस करने का कारण" या "शर्मिंदा" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, "निरादर" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अपमानजनक" या "अपमान" शामिल हो सकता है।
- "निन्दा करना" शब्द का अनुवाद "दोषारोपण" या "लज्जा" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है।
- संदर्भ के आधार पर "निन्दा करना" का अनुवाद "डाँटना" या "आरोप लगाना" या "आलोचना करना" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अनादर, दोष लगाना, डांटना, झूठे ईश्वर, दीन, यशायाह, आराधना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स : H937, H954, H955, H1317, H1322, H1421, H1442, H1984, H2490, H2616, H2617, H2659, H2778, H2781, H2865, H3001, H3637, H3639, H3640, H3971, H5007, H5034, H5039, H6030, H6031, H6172, H6256, H7022, H7034, H7036, H7043, H7511, H7817, H8103, H8213, H8216, H8217, H8589, G149, G152, G153, G410, G422, G423, G808, G818, G819, G821, G1788, G1791, G1870, G2617, G3059, G3679, G3680, G3681, G3856, G5014, G5195, G5196, G5484
नाश करना, विनाश, नाश करनेवाला, सत्यानाश करना
परिभाषा:
"नष्ट करना," इस उक्ति का अर्थ है, किसी वास्तु को पूर्णतः ध्वंस कर देना कि उसका अस्तित्व ही मिट जाए।
“नाश करनेवाला” अर्थात “विनाश ढाने वाला मनुष्य”।
- पुराने नियम में इस शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्यों का नाश करनेवालों के लिए काम में लिया गया है, जैसे आक्रमण करने वाली सेना।
- जब परमेश्वर ने मिस्र के एक पहिलौठों को मार डालने के लिए स्वर्गदूत भेजा था तब उस स्वर्गदूत को “पहिलौठे का नाश करनेवाला कहा गया है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह स्वर्गदूत जिसने पहिलौठे पुत्रों का नाश किया”।
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के संबन्ध में शैतान या किसी दुष्टात्मा को “नाश करनेवाला” कहा गया है। वही “नाश करने वाला” है क्योंकि उसका उद्देश्य परमेश्वर द्वारा सृजित सब वस्तुओं का नाश करना है।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, मिस्र, पहिलौठा, फसह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6, H7, h622, H398, H1104, H1197, H1820, H1826, H1942,H2000, H2015, H2026, H2040, H2254, H2255, H2717, H2718, H2763, H2764, H3238, H3341, H3381, H3423, H3582, H3615, H3617, H3772, H3807,H4191, H4229, H4591, H4658, H4889, H5218, H5221, H5307, H5362, H5420,H5422, H5428, H5595, H5642, H6365, H6789, H6979, H7665, H7667, H7703, H7722, H7760, H7843, H7921, H8045, H8074, H8077, H8316, H8552, G355, G396, G622, G853, G1311, G1842, G2049, G2506, G2507, G2647, G2673, G2704, G3089, G3645, G4199, G5351, G5356
नाश किया, काटकर गिराया
परिभाषा:
“काट दिया जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना भी हो सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर की आज्ञाएं नहीं मानने का परिणाम होता था काटा जाना या परमेश्वर की प्रजा या उसकी उपस्थिति से अलग कर दिया जाना।
- परमेश्वर ने यह भी कहा था कि वह अन्य जातियों को “नाश किया” या नष्ट कर देगा क्योंकि वे उसकी उपासना नहीं करते थे न ही उसकी आज्ञा का पालन करते थे वरन् वे इस्राएल के शत्रु थे।
- “रोक दिया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “काट दिया जाए” का अनुवाद हो सकता है, “देश से निकाल दिया जाए”, या “दूर भेज दिया जाए” या “विच्छेदित कर दिया जाए” या “मार डाला जाए” या “नष्ट कर दिया जाए”।
- प्रकरण के अनुसार “काट देना” का अनुवाद किया जा सकता है, “नष्ट करना” या “दूर कर देना” या “विच्छेदित करना” या “नाश करना”।
- प्रवाहित जल काट देने का अनुवाद हो सकता है, “रोक देना” या “जल प्रवाह रोक देना” या “जल विभाजित कर देना”।
- चाकू द्वारा किसी वस्तु को काटने का अर्थ इस शब्द के प्रतीकात्मक अनुवादों से सर्वथा भिन्न होना है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1214, H1219, H1438, H1494, H1504, H1629, H1820, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6789, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113, G609, G851, G1581
नाश होगा, उजाड़ दिया, नाश करता, उजाड़, उजाड़
परिभाषा:
“उजाड़ दिया” या “उजाड़” अर्थात किसी सम्पदा या भूमि का सर्वनाश कर देना। इसके अर्थ में उस देश के निवासियों को उजाड़ देना और बन्दी बनाना भी है।
- इसका संदर्भ घोर एवं पूर्ण विनाश से है।
- उदाहरणार्थ सदोम नगर के निवासियों के पाप के दण्ड में परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया था।
- “उजड़ने” का अभिप्राय दण्ड या विनाश के कारण महान भावनात्मक विशाद से भी है।
अनुवाद के सुझाव
- “उजड़ना” का अनुवाद “सर्वनाश” या “पूर्णतः नष्ट भ्रष्ट कर देना” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार, “उजाड़” का अनुवाद “सर्वनाश” या “नष्ट भ्रष्ट होना” या “विशादग्रस्त होना” या “आपदाग्रस्त होना” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1110, H1238, H2721, H1826, H3615, H3772, H7701, H7703, H7722, H7843, H8074, H8077
निडर, साहस, साहसी
परिभाषा:
इन शब्दों का संदर्भ कठिन एवं जोखिम भरी स्थिति में सत्य बोलने और उचित काम करने में साहस और आत्मविश्वास से है।
- “निडर” मनुष्य उचित एवं अच्छी बात कहने तथा दुर्व्यवहार सहनेवालों को बचाने में निर्भीक रहता है। इसका अनुवाद “साहसी” या “निर्भीक” भी हो सकता है।
- नये नियम में प्रेरित सार्वजनिक स्थानों में यीशु की चर्चा करने में निडर थे चाहे उन पर बन्दीगृह में डालने या हत्या का संकट मंडराता था। इसका अनुवाद, “आत्मविश्वास के साथ” या “प्रबल साहस के साथ” या “साहसपूर्वक” हो सकता है।
- इन आरंभिक शिष्यों द्वारा मसीह की क्रूस पर मृत्यु के द्वारा उद्धार का शुभ सन्देश सुनाने में “निडर” रहने का परिणाम यह हुआ कि यीशु का शुभ सन्देश इस्राएल और आसपास के देशों में और अन्ततः संपूर्ण संसार में फैल गया। “निडर” का अनुवाद, “आत्म बल का साहस” हो सकता है।
(यह भी देखें: आत्मविश्वास, शुभ सन्देश, छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H982, H5797, G662, G2292, G3618, G3954, G3955, G5111, G5112
निन्दा, अपमान, निन्दा, निन्दा, नामधराई
परिभाषा:
किसी की निन्दा करने का अर्थ है आलोचना करना चरित्र या आचरण को स्वीकार नहीं करना। निन्दा करना मनुष्य के लिए नकारात्मक टिप्पणी करना है।
- मनुष्य “निन्दा के योग्य नहीं” या “निन्दा के परे” या “अनिन्दनीय” है तो इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है और उसकी आलोचना नहीं की जा सकती है।
- शब्द "निन्दा" का अनुवाद "अभियोग" या "शर्म" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है।
- संदर्भ के आधार पर "निन्दा करने के लिए" का अनुवाद "ठट्ठा करने के लिए" या "अभियोग करने के लिए" या "आलोचना करने के लिए" के रूप में भी किया जा सकता है
(यह भी देखें: दोष लगाना, झिड़कना, लज्जा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1421, H1442, H2617, H2659, H2778, H2781, H3637, H3639, H7036, G410, G423, G819, G3059, G3679, G3680, G3681, G5195, G5196, G5484
निन्दा, ठट्ठा, ठट्ठा करनेवाला, निंदा, हँसी उड़ाना, ताना कसना, उपहास का पात्र
परिभाषा:
“ठट्ठा करना”, “निन्दा करना”, “उपहास करना,” इन सब उक्तियों का सन्दर्भ किसी का ठट्ठा करने से है और वह भी निर्दयता से करने से है।
- ठट्ठा करने में किसी को लज्जित करने या उसके प्रति घृणा प्रकट करने की मंशा से उसके शब्दों या अंग-विन्यास की नकल करना।
- रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था या उसकी निंदा की थी जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ राजा का सा व्यवहार किया था।
- युवकों के एक दल ने एलीशा का भी ठट्ठा या उपहास किया था, जब उन्होंने उसके गंजे सिर को नाम देकर हंसी की थी।
- "ठट्ठा करना" का सन्दर्भ किसी ऐसे विचार का उपहास करना भी होता है जिसको विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न समझा जाए।
- "ठट्ठा करनेवाला" वह मनुष्य है जो लगातार ठट्ठा करता और उपहास करता है।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 21:12 यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
- 39:05 यहूदी अगुवों ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है!” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढांककर, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका ठट्ठा उड़ाया |
- 39:12 रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया देखो, “यहूदियों का राजा!”
- 40:4 यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक ने यीशु का ठट्ठा उड़ाया परन्तु दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता?
- 40:5 यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वे यीशु का ठट्ठा करके कहते थे,, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर आ, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512
नियुक्त करना, बांटा, काम सौंपना, फिर देना
तथ्य:
“नियुक्त करना” या “नियुक्त किया” किसी को कोई विशेष काम करने के लिए नियुक्त करना या एक या अधिक लोगों को किसी कार्य को निर्दिष्ट करना
- भविष्यद्वक्ता शमूएल ने भविष्यद्वाणी की थी कि राजा शाऊल इस्राएल के सर्वोत्तम युवकों को सेना में नियुक्त करेगा।
- मूसा ने इस्राएल के प्रत्येक गोत्र को उनके निवास हेतु कनान देश की भूमि बांट दी थी।
- पुराने नियम की व्यवस्था के अनुसार कुछ गोत्रों को याजक की सेवा, हस्तकारों की सेवा, गीतकारों की सेवा और निर्माण करताओं की सेवा बांट दी गई थी।
- प्रकरण के अनुसार “नियुक्त करना” का अनुवाद “बांटना” या “काम देना” "कार्य के लिए चुनें" किया जा सकता है।
- “बांटना” का अनुवाद “नियुक्त करना” या “काम सौंपना” हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: नियुक्त करना, शमूएल, शाऊल (पुराना नियम))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2506, H3335, H4487, H4941, H5157, H5307, H5414, H5596, H5975, H6485, H7760, G33070
नियुक्त, ठहराया, अभिषेक, बहुत पहले से योजनाबद्ध, स्थापित, तैयार किया
परिभाषा:
नियुक्त करने का अर्थ है किसी विशेष कार्य या भूमिका हेतु किसी मनुष्य की औपचारिक नियुक्ति का कार्य। इसका संदर्भ औपचारिक रूप से नियम बनाना या आदेश देना भी हो सकता है।
- "अभिषेक" का संदर्भ प्रायः याजक, सेवक या रब्बी नियुक्त करने की औपचारिक प्रक्रिया से भी है।
- उदाहरणार्थ, परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों का अभिषेक याजक होने के लिए किया था।
- इसका अर्थ धार्मिक पर्व या वाचा के निर्धारण से भी हो सकता है।
- संदर्भ के अनुसार, “अभिषेक करना” का अनुवाद हो सकता है ”कार्य-भार सौंपना” या “निुयक्त करना” या “आज्ञा देना” या “नियम बनाना ” या “स्थापना करना”।
(यह भी देखें: आज्ञा, वाचा, आदेश, नियम, व्यवस्था, याजक)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3245, H4390, H6186, H6213, H6680, H7760, H8239, G12990, G25250, G42700, G42820
निरादर, अपमान योग्य
परिभाषा:
“निरादर” का अर्थ है कि किसी की मानहानि का काम करना। इससे उस व्यक्ति के लिए लज्जा और अपयश का कारण उत्पन्न होता है।
- “निंदनीय” शब्द का अर्थ है, लज्जाजनक कार्य या किसी का अपमान करने का कार्य।
- कभी-कभी निरादर शब्द ऐसी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो किसी महत्व की नहीं हैं।
- सन्तानों के लिए आज्ञा है कि वे अपने-अपने माता-पिता का आदर करें और उनकी आज्ञा मानें। बच्चे अवज्ञा करते हैं तो वे अपने माता-पिता का अनादर करते हैं। वे अपने माता-पिता के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जिससे उनको सम्मान प्राप्त नहीं होता है।
- मूर्तिपूजा और अनैतिक आचरण द्वारा इस्राएली यहोवा का अपमान करते थे।
- यहूदी यीशु को दुष्टात्माग्रस्त कहकर उसका अपमान करते थे।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “सम्मान नहीं करना” या “सम्मानरहित व्यवहार करना।"
- “निरादर” संज्ञा शब्द का अनुवाद “अपमान” या “मानहानि” किया जा सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “निरादर” का अनुवाद “आदर योग्य नहीं” या “लज्जाजनक” या "माननीय नहीं" या “महत्वहीन” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: निरादर, आदर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1540, H2490, H2781, H3637, H3639, H5006, H5034, H6172, H6173, H7034, H7043, H7043, G818, G819, G820, G2617
निर्देश देना, आदेश, निर्देश, निर्देशक
तथ्य:
"निर्देश देना" और "आदेश" शब्दों के संदर्भ किसी काम को करने के स्पष्ट निर्देशनों से है।
- “निर्देश” देने से तात्पर्य किसी को निशित रूप से बताना कि उसे क्या करना आवश्यक है।
- जब यीशु ने अपने शिष्यों को रोटी और मछलियां दी कि लोगों में बांट दें तब उसने उन्हें विशेष निर्देश दिए कि कैसे करना है।
- प्रकरण के अनुसार “निर्देश” शब्द का अनुवाद “कहना” या “निर्देश देना” या “शिक्षा देना” या “आदेश देना” भी किया जा सकता है।
- “निर्देश” देने का अनुवाद “निर्देशन” या “समझाना” या “उसने जो कहा है उसे करना” किया जा सकता है।
- जब परमेश्वर निर्देश देता है तब उसका अनुवाद “आज्ञा” या “आदेश” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, शिक्षा/सिखाना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H241, H376, H559, H631, H1004, H1696, H1697, H3256, H3289, H3384, H4148, H4156, H4687, H4931, H4941, H6098, H6310, H6490, H6680, H7919, H8451, G1256, G1299, G1319, G1321, G1378, G1781, G1785, G2727, G2753, G3559, G3560, G3811, G3852, G3853, G4264, G4367, G4822
निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता
परिभाषा:
"निर्दोष ठहराना" अर्थात् किसी को नियम विरोधी का अनैतिकता के दोष से मुक्त करना।
- बाइबल में यह शब्द कभी-कभी पापियों को क्षमा करने के लिए काम में लिया जाता है।
- प्रकरण प्रायः दुष्टों और परमेश्वर विरोधियों को अनुचित रूप से दोषमुक्त करने के बारे में है।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्दोष घोषित करना” या “दोषी ना होने का निर्णय देना”
(यह भी देखें: क्षमा, दोष, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3444, H5352, H5355, H6403, H6663
निष्फल
परिभाषा:
“निष्फल” (लाभहीन) अर्थात अनुपयोगी।
- इसका शाब्दिक अर्थ है कि कुछ भी लाभ न करें या किसी को कुछ हासिल करने में मदद न करें।
- जो निष्फल है वह कुछ करने योग्य नहीं है क्योंकि यह कोई लाभ नहीं देता है
- इसका अनुवाद “निष्प्रयोजन” या “निकम्मा” या “व्यर्थ” या “अयोग्य” या “अलाभकारी” या "कोई लाभ नहीं दे रहा है" हो सकता है।
(यह भी देखें: लाभ, योग्य)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3276, H5532, G255, G512, G888, G889, G890
नीतिवचन,
परिभाषा:
नीतिवचन एक छोटी उक्ति है जो बुद्धि की बात या सत्य प्रकट करती है।
- नीतिवचन प्रभावशाली होते है क्योंकि उन्हें स्मरण रखना और दोहराना आसान होता है।
- नीतिवचन में अधिकतर दैनिक जीवन के व्यावहारिक उदाहरण होते हैं।
- कुछ नीतिवचन स्पष्ट एवं सीधे होते है जबकि कुछ नीतिवचन समझने में कठिन होते हैं।
- राजा सुलैमान अपनी बुद्धि के लिए प्रसिद्ध था, उसने 1,000 से अधिक नीतिवचन लिखे थे।
- यीशु मनुष्यों को शिक्षा देने के लिए प्रायः नीतिवचनों एवं दृष्टान्तों का उपयोग करता था।
- “नीतिवचन” का अनुवाद हो सकता है, “बुद्धि की बातें” या “सत्य वचन”
(यह भी देखें: सुलैमान, सत्य, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2420, H4911, H4912, G38500, G39420
नींद में, सो जाना, सोना, सोने वाला, नींद न आना
परिभाषा:
इन शब्दों के प्रतीकात्मक अर्थ हैं मृत्यु।
- “सोना” या “सोया हुआ” एक उपमा है जिसका अर्थ है, "मृतक अवस्थ।" (देख: उपमा)
- यह अभिव्यक्ति, "नींद आना" का अर्थ है, सोने लगना, या लाक्षणिक प्रयोग में, मरना।
- 'अपने पितरों के साथ सो जाना' अर्थात, मर जाना, जैसे उसके पूर्वज हैं या उसकी पूर्वजों के सदृश्य मृतक होना।
अनुवाद के सुझाव:
- “सो जाना” का अनुवाद हो सकता है, “अक्स्मात ही सो जाना” या “सोने लगना” या “मरना” जैसा भी अभिप्राय हो उसके अनुसार।
- टिप्पणी: विशेष महत्त्व की बात है कि प्रतीकात्मक अभिव्यक्तियां प्रकरण के अनुरूप हों, जहाँ पाठक अर्थ न समझा पाते हों। उदाहरणार्थ, जब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि लाज़र “सोता है” तब वे समझे कि वह सो रहा है। ऐसे में “सोता है” का अनुवाद “मर गया” करना अनुचित होगा।
- यदि लक्षित भाषा में “सोता है” या “सोया हुआ है” समझ में न आए तो इस भाषा में मृत्यु या मरने के भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाए।
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1957, H3462, H3463, H7290, H7901, H8139, H8142, H8153, H8639, G08790, G18520, G18530, G25180, G28370, G52580
नींव डाली, प्रतिष्ठापक, नींव, नीव
परिभाषा:
क्रिया शब्द “स्थापित करना” का अर्थ है, निर्माण करना, बनाना या आधार रखना। इस वाक्यांश, “पर स्थापित”का अर्थ है, समर्थित या आधार पर। “नींव” वह आधार है जिस पर निर्माण किया जाता है या रचना की जाती है।
- घर या भवन की नींव दृढ़ होनी चाहिए, वह संपूर्ण रचना को संभालने के लिए निर्भर करने योग्य होनी चाहिए।
- “नींव” का संदर्भ किसी बात के आरंभ से भी हो सकता है या वह समय जब किसी वस्तु का निर्माण किया गया था।
- प्रतीकात्मक अर्थ में मसीह के विश्वासियों की तुलना एक ऐसे भवन से की गई है जिसकी नींव प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की शिक्षा पर पड़ी है जिस भवन के कोने का पत्थर मसीह स्वयं है।
- “नींव का पत्थर” नींव में रखा गया पत्थर होता है। इन पत्थरों को जांच कर देखा जाता था कि वे संपूर्ण रचना को संभालने के लिए दृढ़ हैं या नहीं।
अनुवाद के सुझाव:
- “जगत की उत्पत्ति से पूर्व” का अनुवाद किया जा सकता है, “ब्रह्माण्ड की रचना से पूर्व”, या “ब्रह्माण्ड के अस्तित्व को समय से पूर्व” या “संपूर्ण सृष्टि की रचना से पूर्व”।
- “नींव... दृढ़़ करके रखी” का अनुवाद हो सकता है, “सुरक्षित बनाया” या “दृढ़ता से आधारित”।
- प्रकरण के अनुसार “नींव” का अनुवाद हो सकता है, “दृढ़ आधार” या “ठोस आधार” या “आरंभ” या “सृष्टि”।
(यह भी देखें: कोने का पत्थर, रचना करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0134, H0787, H2713, H3245, H3247, H3248, H4143, H4144, H4146, H4328, H4349, H4527, H8356, G23100, G23110, G26020
न्यायाधीश, हाकिमों
परिभाषा:
हाकिम नियुक्त अधिकारी होता है जो न्यायाधीश का काम करता है और न्याय के विषयों पर निर्णय देता है।
- बाइबल के युग में हाकिम मनुष्यों में उत्पन्न मतभेदों का निर्णायक मत देता था।
- प्रकरण पर आधारित इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “प्रशासनिक न्यायाधीश” या “वैधानिक अधिकारी” या “नगर का अगुआ”।
(यह भी देखें: न्यायी, व्यवस्था)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H8200, H8614, G758, G4755
न्यायी
परिभाषा:
न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके विधि संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो।
- बाइबल में परमेश्वर को अधिकतर एक न्यायी कहा गया है क्योंकि वही एकमात्र सिद्ध न्यायी है जो सही या गलत का अन्तिम निर्णय देता है।
- इस्राएल जब कनान में प्रवेश कर गया और उनके राजाओं से पूर्व परमेश्वर उनके लिए अगुवे नियुक्त करता था कि संकट के समय उनकी अगुआई करे इन अगुओं को न्यायी कहा गया है। ये न्यायी अधिकतर सैनिक अगुवे थे जिन्होंने शत्रु को पराजित करके इस्राएलियों का उद्धार किया था।
- “न्यायी” को “निर्णय लेने वाला” या “अगुआ” या “मुक्तिदाता” या “अधिपति” कह सकते हैं परन्तु प्रकरण के अनुसार।
(यह भी देखें: हाकिम, न्यायी, व्यवस्था)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923
पड़ोसी, पड़ोसियों, पडोस, आस पास के
परिभाषा:
"पड़ोसी" शब्द प्रायः उस मनुष्य के सन्दर्भ में काम में आता है जो किसी के निकट रहता है| अधिक सर्वनिष्ठ अर्थ में देखा जाए तो इसका सन्दर्भ एक ही समुदाय या जाति के मनुष्य से हो सकता है।
- "पड़ोसी " वह मनुष्य होता है जो सुरक्षा और दया का पात्र होता है क्योंकि वह एक ही समुदाय का सदस्य है।
- नये नियम में नेक सामरी के दृष्टान्त में यीशु ने "पड़ोसी" शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जिसमें वह सब मनुष्यों को समाहित करता है, यहां तक कि जिसे हम अपना बैरी समझते हैं।
- यदि संभव हो तो इसका अनुवाद शाब्दिक अर्थ में ही किया जाए, जिस शब्द का अर्थ हो, “निकट रहनेवाला व्यक्ति”।
(यह भी देखें: बैरी, दृष्टान्त, जाति, सामरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5997, H7138, H7453, H7468, H7934, G1069, G2087, G4040, G4139
पण्डुकी, कबूतर
परिभाषा:
पण्डुकी और कबूतर दो छोटे भूरे रंग के पक्षी हैं जो एक से दिखते हैं। पण्डुकी रंग में हल्की होती है, लगभग सफेद।
- कुछ भाषाओं में इन दोनों पक्षियों के नाम अलग-अलग हैं और कुछ भाषाएं दोनों पक्षियों के लिए एक ही नाम काम में लेते हैं।
- पण्डुकी और कबूतर दोनों परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने के काम में आते थे, विशेष करके उन मनुष्यों द्वारा जो बड़ा पशु खरीदने की क्षमता नहीं रखते थे।
- जब जल प्रलय का पानी घट रहा था तब पण्डुकी जैतून का पत्ता लेकर नूह के पास लौट आई थी।
- पण्डुकी कभी-कभी पवित्रता, निर्दोषिता और शान्ति का प्रतीक भी है।
- यदि अनुवाद की भाषा में पण्डुकी और कबूतर नहीं हैं तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक छोटा भूरा पक्षी जो पण्डुकी कहलाता है” या “एक छोटा भूरे रंग का पक्षी जो (किसी स्थानीय पक्षी का नाम) के समान दिखता है।”
- यदि पण्डुकी और कबूतर दोनों का उल्लेख एक ही पद में है तो उचित होगा कि यथासंभव दो अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जाए।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: जैतून, निर्दोष, शुद्ध करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1469, H1686, H3123, H8449, G40580
पत्री, पत्र
परिभाषा:
पत्र किसी मनुष्य को या किसी समुदाय को भेजा गया लिखित सन्देश है जो लेखक से बहुत दूर है। यह एक विशेष पत्र होता है जो अधिकटार विधिवत शैली में लिखा होता है और एक उद्देश्य विशेष के निमित्त होता है जैसे शिक्षा देना।
- नये नियम के युग में पशु की त्वचा से बने चर्मपत्र थे या वृक्षों की खाल से बने कागजों पर पत्र लिखे जाते थे।
- नये नियम के पत्र जिन्हें पौलुस, यूहन्ना, याकूब और यहूदा और पतरस ने लिखे वे निर्देशन थे जो संपूर्ण रोमी राज्य के विभिन्न स्थानों में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने का उपदेश देने तथा शिक्षा देने के उद्देश्य से लिखे गए थे।
- इस शब्द का अनुवाद “लिखित सन्देश” या “लिखे हुए शब्द” या “लेख” हो सकता है।
(यह भी देखें: प्रोत्साहित करना, उपदेश देना, समझाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0104, H0107, H3791, H4385, H5406, H5407, H5612, H6600, G11210, G19920
परदा, परदा पड़ा, उघाड़े
परिभाषा:
शब्द "परदा" आमतौर पर कपड़े के एक पतले टुकड़े को संदर्भित करता है जिसका उपयोग सिर को ढंकने के लिए किया जाता है, सिर या चेहरे को ढंकने के लिए ताकि इसे देखा न जा सके।
- यहोवा की उपस्थिति में रहने के बाद मूसा ने अपने चेहरे पर परदा डाल लिया था कि उसके चेहरे की चमक इस्राएलियों से छिपी रहे।
- बाइबल में स्त्रियां पुरुषों के सामने या सार्वजनिक स्थानों में, सिर ढांकने के लिए और अधिकतर चेहरा भी ढांकने के लिए परदा डालती थी।
- “परदा डालना” क्रिया का अर्थ है किसी वस्तु को परदे से ढकना।
- कुछ अंग्रेजी संस्करणों में, "परदा" शब्द का उपयोग उस मोटे पर्दे को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो अति पवित्र स्थान प्रवेश द्वार को ढकता है। लेकिन "पर्दा" उस संदर्भ में एक बेहतर शब्द है, क्योंकि यह कपड़े के भारी, मोटे टुकड़े को संदर्भित करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “परदा” शब्द का अनुवाद “पतले कपड़े का आवरण” या “कपड़े का आवरण” या “सिर ढांकना” हो सकता है।
- कुछ संस्कृतियों में स्त्रियों के परदे के लिए अलग शब्द होगा। मूसा के लिए एक अन्य शब्द काम में लेना जरूरी होगा।
(यह भी देखें: मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4304, H4533, H4555, H6777, H6809, H7196, H7479, G03430, G25710, G25720
परदा, परदे
परिभाषा:
बाइबल में “परदा” शब्द बहुत मोटी और भारी चद्दर के सन्दर्भ में काम में लिया गया है जिससे मिलाप वाले तम्बू और मंदिर को बनाया गया था।
- निवास स्थान परदों की चार परतों द्वारा बनाया गया था। ऊपर के लिए और पक्षों के लिए। ये परदे पशुओं की खाल या कपड़ो के थे।
- निवास के चारों ओर प्रांगण को ढांपने के लिए दीवार स्वरूप परदे डाले गए थे। ये परदे “सन” से बने थे ये जो एक प्रकार का कपड़ा है जो सन के पौधे से बनाया जाता था।
- निवास (मण्डप) और मन्दिर में पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान के मध्य कपड़े का एक बहुत मोटा परदा था। यही वह परदा था जो यीशु की मृत्यु पर चमत्कारी रूप से फट कर दो भाग हो गया था।
अनुवाद के सुझाव:
- क्योंकि आधुनिक युग के परदे बाइबल के समय में काम में आनेवाले परदों से सर्वथा भिन्न हैं, भिन्न शब्द का उपयोग करना या व्याख्या हेतु अन्य शब्दों को जोड़ना उचित होगा।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परदे का आवरण” या “आवरण” या “मोटा कपड़ा” या “पशु की खाल का आवरण” या “लटकनेवाला कपड़ा”।
(यह भी देखें: पवित्र स्थान, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1852, H3407, H4539, H6532, H7050, G26650
परदेशी, फूट करा, अलग किए, पराई
परिभाषा:
“परदेशी” अर्थात किसी अन्य देश में रहनेवाला। “परदेशी” का दूसरा शब्द है, विदेशी।
- पुराने नियम में यह शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो किसी अन्य समुदाय से आकर एक समुदाय में रह रहा है।
- परदेशी वह मनुष्य भी है जिसकी भाषा और संस्कृति किसी विशेष क्षेत्र से भिन्न होती है।
- उदाहरणार्थ, जब नाओमी और उसका परिवार मोआब गए थे तब वहां परदेशी हो कर रहते थे। जब नाओमी और उसकी बहू रूत इस्राएल लौटे तब रूत को “परदेशी” कहा गया क्योंकि वह मूल इस्राएली नहीं थी।
- प्रेरित पौलुस ने इफिसियों की कलीसियाँ को लिखा कि मसीह को जानने से पूर्व वे परमेश्वर के विधान के लिए “परदेशी” थे।
- कभी-कभी “परदेशी” का अनुवाद “अनजान” भी किया जा सकता है परन्तु इसका अर्थ गहन हो कि वह “अपरिचित” या “अज्ञात मनुष्य” है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H312, H628, H776, H1471, H1481, H1616, H2114, H3363, H3937, H4033, H5236, H5237, H5361, H6154, H8453, G241, G245, G526, G915, G1854, G3581, G3927, G3941
परम्परा
परिभाषा:
परम्परा, प्रथाएं एवं अभ्यास थे जो दीर्घकालीन व्यवहारगत रहे और आनेवाली पीढ़ियों को दिए गए।
- बाइबल में "परम्पराओं" शब्द शब्द का सन्दर्भ प्रायः मानव रचित शिक्षाओं और अभ्यासों से है जो परमेश्वर की व्यवस्था नही थी। यह अभिव्यक्ति, "मनुष्यों की परंपरा" या "मानवीय परंपरा" इस को स्पष्ट करती है।
- यह वाक्यांश जैसे, "पूर्वजों की परंपराओं" या "पितरों की परंपराओं" का सन्दर्भ विशेष करके उन यहूदी प्रथाओं और अभ्यासों से है जिनको यहूदी अगुओं ने समय के अंतराल में मूसा प्रदत्त परमेश्वर की व्यवस्था में जोड़ दिया था यद्यपि, ये अनुषांगिक परम्पराएं परमेश्वर प्रदत्त नहीं थीं, मनुष्यों में एक धारणा थी कि धार्मिकता के लिए ये आवश्यक थीं।
- प्रेरित पौलुस ने “परम्परा” को अलग तरीके से उपयोग किया जो पत्मेश्वर प्रदत्त मसीही आचरण के सन्दर्भ में शिक्षाओं के सम्बन्ध में थीं और उसने तथा अन्य प्रेरितों ने नव्विश्वासियों को उनकी शिक्षा दी थी।
- आधुनिक समय में, कई मसीही परंपराएं हैं जो बाइबल में सिखाई नहीं गई हैं| वे परम्पराओं और अभ्यासों के ऐतिहासिक स्वीकरण का परिणाम हैं। इन परम्पराओं का अवलोकन बाइबल में निहित परमेश्वर की शिक्मेंषाओं के प्रकाश में की जाना आवश्यक है।
(यह भी देखें: प्रेरित, विश्वास, मसीही विश्वासी, पूर्वजों, पीढ़ी, यहूदी, व्यवस्था, मूसा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
परिवार, घराना
परिभाषा:
“परिवार” शब्द रक्त संबन्धियों के समूह का संदर्भ देता है, प्रायः माता-पिता और सन्तान। बाइबल में, इस शब्द में अन्य सदस्य भी होते हैं जैसे दादा-दादी, पोता-पोती, चाचा-चाची आदि।
बाइबिल के समय में, आमतौर पर, सबसे बुजुर्ग व्यक्ति एक परिवार का प्रमुख अधिकार होता था।
परिवार में सेवक, रखेलियाँ और परदेशी भी होते थे।
कुछ भाषाओं में एक व्यापक शब्द होता है जैसे “कुल” या “कुटुम्ब” जो उन परिप्रेक्षों में अधिक उचित होंगे जहाँ अभिप्राय मात्र माता-पिता और सन्तान से अधिक सदस्यों का हो।
आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों (कलीसिया) को परमेश्वर का परिवार कहा जाता था।
(यह भी देखें: कुल, पूर्वजों, घर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0001, H0251, H0272, H0504, H1004, H1121, H2233, H2859, H2945, H3187, H4138, H4940, H5387, H5712, G10850, G36140, G36240, G39650
परिश्रम, श्रमिक, श्रम, कठोर परिश्रम
परिभाषा:
परिश्रम अर्थात किसी भी प्रकार का कठिन कार्य करना।
- सामान्यतः परिश्रम करना अर्थात शारीरिक ऊर्जा निवेश करने वाला कोई भी काम| इसका अभिप्रेत अर्थ है, कार्य कठिन है।
- श्रमिक वह मनुष्य है जो कैसा भी परिश्रम करता है।
- अंग्रेज़ी भाषा में "labor" प्रसव क्रिया को भी कहते हैं| अन्य भाषाओं में इसके लिए सर्वथा भिन्न शब्द होगा|
- "परिश्रम" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "श्रम" या "कठोर परिश्रम" या "कठिन कार्य" या "कठोर परिश्रम करना"
(यह भी देखें: कठोर, प्रसव पीड़ा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3018, H3021, H3022, H3205, H4522, H4639, H5447, H5450, H5647, H5656, H5998, H5999, H6001, H6089, H6468, H6635, G75, G2038, G2040, G2041, G2872, G2873, G4866, G4904
परिसर, आँगन, आँगनों,
परिभाषा:
“आँगन” और “परिसर” अर्थात दीवारों से घिरा खुला आकाश के नीचे खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं
- मिलापवाला तम्बू मोटे कपड़े के परदों द्वारा घिरे हुए आँगन के भीतर था।
- मन्दिर के तीन भीतरी आँगन थे एक याजकों के लिए, एक यहूदी पुरुषों के लिए और एक यहूदी स्त्रियों के लिए।
- ये आँगन बाहरी आँगन से छोटी पत्थरों की दीवार से विभाजित थे। बाहरी आँगन में गैर यहूदी प्रार्थना कर सकते थे।
- घरों के आँगन घर के बीच में खुले स्थान होते थे।
- “राजा का आँगन” का संदर्भ राजा के महल या उसके राजमहल के उस स्थान से हो सकता है जहां राजा निर्णय देने के लिए बैठता है।
- “यहोवा के आँगनों” यह उक्ति यहोवा के निवास स्थान या मनुष्यों के लिए यहोवा की आराधना के स्थान के संदर्भ में प्रतीकात्मक उपयोग है।
अनुवाद के सुझाव:
- “आँगन” का अनुवाद “संलग्न जगह ” या “दीवारों से घिरा स्थान”, या “मन्दिर का मैदान” या “मन्दिर परिसर”
- कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” द्वारा किया जाना होता है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से।
- “यहोवा के आँगनों” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है।
- “राजा का आँगन” का शब्द यहोवा के आंगन के लिए भी काम में लिया जा सकता है।
(यह भी देखें: अन्य-जाति, न्याय, राजा, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1004, H1508, H2691, H5835, H7339, H8651, G833, G4259
परीक्षा, सिद्ध करना
परिभाषा:
“परीक्षा” शब्द का सन्दर्भ उस परिस्थिति से है जिसमें कोई वस्तु या मनुष्य का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखा” या “जांचा” जाता है।
- अभियोग अर्थात् न्यायिक सुनवाई जिसमें मनुष्य को दोषी या निर्दोष सिद्ध करने के लिए प्रमाणों को प्रस्तुत किया जाता है।
- परमेश्वर द्वारा मनुष्य के विश्वास को परखने के लिए उत्पन्न की गई कठिन परिस्थितियों को भी “परीक्षा” कहा जाता है। इसके लिए अन्य शब्द है "परखना" या "प्रलोभन" जो विशेष प्रकार की परीक्षा है।
- बाइबल में अनेक मनुष्यों की परीक्षा ली गई थी कि परमेश्वर के प्रति उनके विश्वास एवं आज्ञाकारिता का निश्चय किया जाए। वे नाना प्रकार की परीक्षाओं से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, बन्दीगृह में डाले जाना या विश्वास के कारण घात भी किए जाना।
(यह भी देखें: परीक्षा करना, परखा जाना, निर्दोष, दोष)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986
पर्व
परिभाषा:
सामान्यतः किसी जन समुदाय द्वारा उत्सव मनाने को पर्व कहते हैं।
- पुराने नियम में “पर्व” का मूल अर्थ था “नियुक्त समय”
- इस्राएल के पर्व परमेश्वर द्वारा नियुक्त समय एवं ऋतुएं थे जिसके पालन की आज्ञा परमेश्वर ने उन्हें दी थी।
- कुछ अंग्रेजी अनुवादों में "पर्व" के स्थान में भोज शब्द का उपयोग किया गया है क्योंकि पर्वों में विशाल भोज का आयोजन किया जाता था।
- इस्राएल के अनेक मुख्य पर्व थे जिन्हें वे प्रति वर्ष मनाया करते थे:
- फसह
- अखमीरी रोटी का पर्व
- पहले फल
- सप्ताहों का पर्व (पिन्तेकुस्त)
- तुरहियों का पर्व
- प्रायश्चित का दिन
- झोपड़ियों का पर्व
- इन पर्वों का उद्देश्य था परमेश्वर को धन्यवाद देना और उसकी प्रजा के उद्धार, सुरक्षा और प्रावधानों के निमित्त उसके आश्चर्यकर्मों को स्मरण करना।
(यह भी देखें: उत्सव)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1974, H2166, H2282, H2287, H6213, H4150, G14560, G18580, G18590
पर्व, पर्वों, भोज
परिभाषा:
“पर्व” शब्द का अर्थ अति सामान्य है, जिसका सन्दर्भ ऐसे कार्यक्रम से है जिसमें जनसमूह उत्सव मनाने के उद्देश्य से एक वृहत भोज में सहभागी होता है। बैबले के युग में भोज कई दिन वरन अधिक समय तक चलता था।
पर्व विशेष में भोजन परिस्थिति के अनुकूल विशेष होते थे।
परमेश्वर ने यहूदियों को जिन धार्मिक पर्वों को मनाने की आज्ञा दी थी उनमें अधिकतर सहभागिता भोज होते थे। यही कारण है कि उत्सवों को पर्व कहा गया था।
बाइबल के युग में राजा और अन्य धनवान, प्रतिष्ठित जन अपने परिवार या मित्रों का अतिथि सत्कार करने के लिए अधिकतर भोज का आयोजन करते रहते थे।
ऊडा़ऊ पुत्र की कहानी में पिता ने पुत्र के लौट आने के उपलक्ष में विशेष भोज का आयोजन किया था।
“पर्व मनाना” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक खाना” या “बहुत खाकर उत्सव मनाना” या “विशेष व्यापक भोजन करना।"”
प्रकरण के अनुसार “पर्व” का अनुवाद हो सकता है, “विशाल भोज के साथ उत्सव मनाना” या “नाना विविध व्यंजनों का भोजन करना” या “उत्सव का भोज।”
(यह भी देखें: पर्व)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H398, H2077, H2282, H3899, H3900, H4150, H4797, H4960, H7646, H8057, H8354, G26, G1062, G1173, G1859, G2165, G4910
पवित्र
परिभाषा:
"पवित्र" शब्द परमेश्वर की आराधना या अन्य जातियों के झूठे देवता की आराधना का वर्णन करता है।
- पुराने नियम में "पवित्र" शब्द देवी-देवताओं की पूजा में प्रयुक्त पत्थर के स्तंभों और उसमे इस्तेमाल किया गया अन्य वस्तुओं का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। इसका अनुवाद "धार्मिक" भी किया जा सकता है।
- "पवित्र भजन" या "पवित्र संगति" उक्तियां परमेश्वर की महिमा के लिए गाया या बजाने हुआ गाना को सूचित करता है। इसका अनुवाद "यहोवा की आराधना में बजाया गया संगीत" या "परमेश्वर की स्तुति के गीत" जैसे हो सकता है।
- "पवित्र कर्तव्य" का संदर्भ "धार्मिक कार्यों" या "अनुष्ठान" को सूचित करता जो परमेश्वर की आराधना में मनुष्यों की अगुआई हेतु याजकों द्वारा किए गाया था। इसका संदर्भ मूर्तिपूजा में अन्यजाति पुजारियों द्वारा पूजन कृत्यों से भी होता है।
(यह भी देखें: पवित्र, अभिषेक करना, याजक))
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H430, H4676, H6944, H6948, G2413
पवित्र नगर, पवित्र नगरों
परिभाषा:
बाइबल में पवित्र नगर यरूशलेम के संदर्भ में आता है।
- यह उक्ति यरूशलेम के प्राचीन नगर तथा स्वर्गिक यरूशलेम के लिए भी काम में ली गई है जहां परमेश्वर स्वयं वास करके अपने लोगों के मध्य राज करेगा।
- इस उक्ति के अनुवाद में “पवित्र” और “नगर” के अर्थों की संधि करके लिखा जा सकता है जिसे शेष अनुवाद में ज्यों का त्यों रखा जा सकता है।
(यह भी देखें: स्वर्ग, पवित्र, यरूशलेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5892, H6944, G40, G4172
पशु
तथ्य:
“पशु” उन पशुओं को कहते हैं जो भोजन एवं अन्य उपयोगी उत्पाद उत्पन्न करते हैं। कुछ पशुओं को काम के लिए पाला जाता है
- पशु में भेड़, मवेशी, बकरियां, घोड़े और गधे आते हैं।
- बाइबल के युग में सम्पदा का एक भाग पशु भी गिना जाता था।
- पशु से ऊन, दूध, पनीर, घरेलू सामग्री तथा कपड़ों का कच्चा सामान उत्पन्न होता था।
- इसका अनुवाद, “पालतू पशु” भी किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: गाय, गदहे, बकरा, घोड़ा, बैल, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H929, H4399, H4735
पशु,
तथ्य:
बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” के लिए प्रयुक्त दूसरा शब्द है।
- जंगली जानवर एक प्रकार का जानवर है जो जंगल या खेतों में स्वतंत्र रूप से रहता है और लोगों द्वारा प्रशिक्षित नहीं किया गया है।
- घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन के लिए या काम करने के लिए रखा जाता है जैसे कि हल चलाना। अक्सर "पशुधन" शब्द का उपयोग इस तरह के जानवरों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
- पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: रूपक)
- इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जाति या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं।
- इसका अनुवाद संदर्भ के आधार पर हो सकता है, “प्राणी” या “सृजित वस्तु”, "जानवर" या “वनपशु” शामिल हो सकते हैं।
(यह भी देखें: अधिकार, दानिय्येल, पशुधन, जाति, सामर्थ्य, प्रकट करना, बालज़बूल )
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H0338, H0929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074
पहनाना, पहनना, वस्त्र, अंगरखा, उतारा, वस्त्र
परिभाषा:
बाइबल में जब “पहने हुए” का का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता है तो इसका अर्थ होता है, किसी बात से संपन्न या सुसज्जित होना। “पहनना” का अर्थ है, किसी चारित्रिक गुण को अपनाने का यत्न करना।
- जिस प्रकार वस्त्र देह के बाहर दिखाई देते हैं उसी प्रकार किसी गुण से "संपन्न" होने का अर्थ है मनुष्य वह गुण आसानी से देख सकते हैं। “दया धारण कर लो” का अर्थ है तुम्हारे काम दया का ऐसा चरित्र चित्रण प्रकट करें कि सब पर प्रकट हो।
- “स्वर्ग से सामर्थ्य आभूषित” अर्थात स्वार्गिक सामर्थ्य से भर जाना।
- इस शब्द को नकारात्मक भाव व्यक्त व्यक्त करने के लिए भी काम में लिया जाता है जैसे “लज्जित होना” या “भयातुर होना”
अनुवाद के सुझाव:
- यदि संभव हो तो अलंकार को ज्यों का त्यों रखें, “पहन लो” इसका अनुवाद हो सकता है, “धारण कर लो” यदि वस्त्र धारण करने को संदर्भ में है।
- यदि अभिप्राय उचित प्रकट न हो रहा हो तो “पहनने” का दूसरा अनुवाद हो सकता है, “दर्शन” या “प्रकट करना” या “भर जाना” या “गुण होना”
- “पहन लो” का अनुवाद हो सकता है, “से ढांक लो” या “प्रदर्शनीय व्यवहार”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H0899, H3680, H3736, H3830, H3847, H3848, H4055, H4374, H5497, H8008, H8071, H8516, G0294, G1463, G1562, G1737, G1742, G1746, G1902, G2066, G2224, G2439, G2440, G4016, G4749, G5509
पहर, घंटे, तत्काल, क्षण भर के लिए
परिभाषा:
बैबल में, “पहर” शब्द प्रायः उस समय को दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है जब कोई घटना घटती है| इसका उपयोग लाक्षणिक परिप्रेक्ष्य में भी होता है जिसका अर्थ "समय" या "पल" दर्शाने के लिए भी किया जाता है।
- यहूदी दिन को सूर्योदय से गिनते थे। (लगभग सुबह 6 बजे) उदाहरण के तौर पर, “नौवें घन्टे” अर्थात दोपहर के लगभग तीन बजे।
- रात का समय सूर्यास्त के समय (लगभग संध्या 6 बजे) से गिना जाता था। उदाहरणार्थ “रात के तीसरे पहर” अर्थात आज के प्रणाली में "रात में नौ बजे के लगभग"।
- क्योंकि बाइबल में समय का संदर्भ आज की समय पद्धति के अनुकूल नहीं होगा। अतः “लगभग नौ बजे” या “लगभग छः बजे” जैसी अभिव्यक्तियां काम में ली जा सकती हैं।
- कुछ अनुवादों में ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “संध्या समय” या “प्रातःकाल के समय” या “दोपहर के समय” कि दिन के समय को स्पष्ट किया जाए।
- “उस घड़ी में” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल”
- यीशु के संदर्भ में “घड़ी आ पहुंची है” का अनुवाद हो सकता है, “उसका समय आ गया है कि” या “उसका निर्धारित समय आ चुका है”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H8160, G56100
पहर(बाइबल का समय)
परिभाषा:
बाइबल के युग में “पहर” रात का एक समय था जिस समय नगर का पहरूआ या सुरक्षाकर्मी बैरी के संकट की चौकसी करता था।
- पुराने नियम में इस्राएल के लिए तीन पहर होते थे, पहला, सूर्यास्त से रात्रि 10 बजे तक, दूसरा रात्रि दस बजे से 2 बजे तक, और भोर, 2 बजे से सूर्योदय तक।
- नये नियम में यहूदी रोमी पद्धति पर चलने लगे थे जिसमें रात चार पहरों में विभाजित थी, पहला (सूर्यास्त से रात्रि 9 बजे तक), दूसरा (रात्रि 9 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक), तीसरा (मध्यरात्रि 12 बजे से सुबह 3 बजे तक) और चौथा (3 बजे से सूर्योदय तक)।
- इसका अनुवाद अधिक सामान्य रूप में “उत्तरकालीन संध्या" या "मध्यरात्रि" या "भोर के समय” जो निर्भर करता है कि किस पहर की चर्चा की जा रही है।
(यह भी देखें: पहर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0821, G54380
पहली उपज
परिभाषा:
“पहली उपज” अर्थात प्रत्येक मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश।
- इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल आत्मत्याग की भेंट-स्वरूप लाते थे।
- बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, पहलौठा पुत्र परिवार का पहला फल है। क्योंकि वह परिवार में जन्म लेने वाला पहला पुत्र है, वह परिवार का नाम और सम्मान वाहक है।
- यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह अपने सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे।
- यीशु के विश्वासियों को सम्पूर्ण सृष्टि की “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को इसके द्वारा दर्शाया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- इस उक्ति के यर्थाथ उपयोग का अनुवाद “प्रथम अंश(फसल का)” या "फसल का पहला हिस्सा" किया जा सकता है।
- यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों दर्शाने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद ही किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और आलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा।
(यह भी देखें: पहलौठा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1061, H6529, H7225, G536
पहले से जान लिया, पूर्व ज्ञान
परिभाषा:
“पहले से जान लिया”, या “पूर्व ज्ञान” “पहले से जानना” क्रिया से व्युत्पन्न शब्द है जिसका अर्थ है घटना होने से पूर्व उसका बोध हो जाना।
- परमेश्वर समय से बंधा नहीं है। वह भूत काल, वर्तमान काल और भविष्य की सब बातें जानता है।
- यह शब्द अधिकतर इस संदर्भ में काम में लिया जाता है कि परमेश्वर पहले से ही जानता है कि यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने के द्वारा किसका उद्धार होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- “पहले ही से जानता था” का अनुवाद हो सकता है, “पूर्वज्ञान था” या “समय से पहले जानता था” या “पहले से जानता था” या “पहले से ही पता था।”
- “पूर्व ज्ञान” का अनुवाद “पहले से जानना” या “समय से पूर्व जानना” या “जानता ही था” या “समय से पूर्व जानना”।
(यह भी देखें: जानना, पहले से ठहराए गए)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
*स्ट्रोंग्स: G42670, G42680
पहलौठे
परिभाषा:
“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सब बच्चों में सबसे पहले जन्मे बच्चे को कहते हैं।
- बाइबल में “पहलौठे” का संदर्भ सबसे पहले जन्म लेनेवाले पुत्र से है।
- बाइबल के युग में सबसे पहले जन्म लेने वाले पुत्र को प्रमुख स्थान दिया जाता था और माता-पिता की सम्पदा में से अन्य पुत्रों की तुलना में दो गुणा भाग दिया जाता था।
- परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पशु का पहला नर बच्चा होता था।
- इसका उपयोग रूपक स्वरूप भी किया जा सकता है। उदाहरणार्थ, इस्राएल जाति को परमेश्वर का पहलौठा कहा गया है क्योंकि परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों की तुलना में विशेष सौभाग्य प्रदान किए हैं।
- परमेश्वर के पुत्र, यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण।
अनुवाद के सुझाव:
- यदि पहलौठा अभिलेख में अकेला शब्द है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “पहलौठा पुरुष” या “पहलौठा पुत्र” क्योंकि इसका अभिप्राय यही है। (देखें: ग्रहण ज्ञान और अंतर्निहित सूचना)
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “बेटा जो पहले पैदा हुआ” या “सबसे बड़ा बेटा” या “पहला बेटा”।
- यीशु के लिए लाक्षणिक प्रयोग में इसका अनुवाद, एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।"
- सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु के सन्दर्भ में इस शब्द के अनुवाद से ऐसा न लगे कि वह सृजा गया था।
(यह भी देखें: अधिकारी होना, बलि, पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1060, H1062, H1067, H1069, G4416, G5207
पानी, गहरा
परिभाषा:
“पानी” का मूल अर्थ के अतिरिक्त अर्थ जलाशयों से भी है जैसे समुद्र, सागर, झील या नदी भी है।
- "जल" इस वाक्यांश का सन्दर्भ जलाशयों या अनेक जल स्रोतों से है। इसका सन्दर्भ सामान्यतः जल की बड़ी मात्रा से भी है।
- “पानी” का प्रतीकात्मक उपयोग घोर निराशा, कठिनाइयों और कष्टों के लिए भी किया जाता है। उदाहरणार्थ, परमेश्वर प्रतिज्ञा करता है कि जब हम “पानी से होकर चलें” तब वह हमारे साथ-साथ होगा।
- “बहुत जल” का अर्थ है परेशानियां बहुत बड़ी हैं।
- मवेशियों और अन्य पशुओं को पानी पिलाने का अर्थ है उनके लिए "पीने के पानी की व्यवस्था करना"। बाइबल के युग में पानी बाल्टी द्वारा कुएँ से निकाल कर होदे में या किसी और पात्र में डाला जाता था कि पशु उसमें से पानी पीएं।
- पुराने नियम में परमेश्वर को उसके लोगों के लिए “जीवन जल” का सोता कहा गया है। इसका अर्थ है कि वह आत्मिक शक्ति और नवजीवन का सोत है
- नये नियम में यीशु ने “जीवन जल” उक्ति का उपयोग किया है जो मनुष्य को बदलने तथा नवजीवन देने के लिए पवित्र आत्मा का कार्य है।
अनुवाद के सुझाव:
- “पानी भरना” का अनुवाद होगा, “बाल्टी द्वारा कूएँ से पानी निकालना”
- “उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र आत्मा का सामर्थ्य और आशिषें उनमें से नदियों के सदृश्य बहने लगेंगी” “आशिषों” के स्थान में “वरदान” या “फल” या “ईश्वरीय गुण” का उपयोग किया जा सकता है।
- कूएँ पर यीशु उस सामरी स्त्री से बातें करता है तो उस परिदृश्य में, “जीवन जल” का अनुवाद हो सकता है, “जीवनदायक जल” या “पानी जो जीवन देता है” इस संदर्भ में पानी की उपमा को ही अनुवाद में प्रकट करना आवश्यक है।
- प्रकरण के अनुसार, “पानी” और “बहुत पानी” का अनुवाद हो सकता है, “घोर कष्ट” (जो आपको पानी की तरह चारों ओर से घेरे हो) "या" अदम्य कठिनाइयां (जैसे पानी की बाढ़) "या "बड़ी मात्रा में पानी "।
(यह भी देखें: जीवन, आत्मा, पवित्र आत्मा, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2222, H4325, H4529, H4857, H7301, H7783, H8248, H8415 G504, G4215, G4222, G5202, G5204
पापबलि, पापबलि
परिभाषा:
“पापबलि ” उन बलियों में से एक थी जिनकी आज्ञा परमेश्वर ने इस्राएलियों को दी थी।
- इस बलि में बैल की बलि चढ़ानी होती थी, वेदी पर उसका लहू और चर्बी जलाए जाते थे और पशु की लोथ को इस्राएल की छावनी के बाहर धरती पर जला दिया जाता था।
- इस पशु को पूर्णतः भस्म करने का अर्थ था कि परमेश्वर अति पवित्र है और पाप अत्यधिक भयानक है।
- बाइबल की शिक्षा में पाप से शुद्ध होने के लिए लहू का बहाया जाना आवश्यक था जो पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था ।
- पशुबलि पाप के लिए स्थाई क्षमा नहीं उपलब्ध करवा सकती थी।
- क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने सदा के लिए पाप का दण्ड चुका दिया। वह एक सिद्ध पापबलि था।
(यह भी देखें: वेदी, गाय, क्षमा, बलि, पाप)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2401, H2402, H2398, H2403
पाँवों की चौकी
परिभाषा:
“पाँवों की चौकी” बैठते समय पाँवों को आराम देने के लिए रखने की चौकी। इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ है, अधीन रहना या कनिष्ठ पद।
- बाइबल के युग में पाँवों को शरीर का सबसे तुच्छ अंग माना जाता है। अतः पाँवों की चौकी और भी अधिक तुच्छ वस्तु थी, क्योंकि उस पर पाँव रखे जाते थे।
- परमेश्वर कहता है, मैं अपने शत्रुओं को अपने पाँवों की चौकी कर दूँगा तो वह विद्रोहियों पर अपने सामर्थ्य, नियंत्रण और विजय की घोषणा कर रहा है। वे पराजित होकर इतने दीन हो जाएंगे कि परमेश्वर की इच्छा के अधीन समर्पण कर देंगे।
- “परमेश्वर के पाँवों की चौकी पर आराधना करना” अर्थात परमेश्वर सिंहासन पर बैठा है और उपासक उसके चरणों में दण्डवत् करता है। उसके द्वारा परमेश्वर के समक्ष दीनता एवं आत्म समर्पण प्रकट होता है।
- दाऊद मन्दिर को परमेश्वर के पाँवों की चौकी कहता है। इसका संदर्भ उसके अपने लोगों पर उसके संपूर्ण अधिकार से है। यह सिंहासन पर बैठे परमेश्वर का चित्रण भी है जिसके पाँव चौकी पर रखे हुए हैं जो उसके अधीन सबका समपर्ण दर्शाता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1916, H3534, H7272, G4228, G5286
पिघलना, पिघल गया, पिघलाई, पिघल जाता, ढालकर
तथ्य:
“पिघलना” अर्थात गरमी पाकर किसी ठोस पदार्थ का तरल हो जाना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है। पिघली हुई वस्तु को “ढालना” भी कहते हैं।
- विभिन्न धातुओं को पिघला कर सांचों में डालकर हथियार या मूर्तियाँ बनाई जाती हैं। * “ढाली गई धातु” अर्थात पिघलाई गई धातु।
- मोमबत्ती जलती है तो उसका मोम पिघलकर गिरता है। प्राचीन युग में पत्रों के सिरों पर पिघला हुआ मोम डालकर उन्हें मुहरबन्द किया जाता था।
- “पिघलने” का प्रतीकात्मक अर्थ है, कोमल एवं दुलर्भ जैसे पिघला हुआ मोम।
- यह अभिव्यक्ति, “मन पिघल जायेंगे” अर्थात भय के कारण अत्यधिक दुर्बल हो जायेंगे।
- एक और प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है, “वे पिघल जायेंगे” वे चले जाने के लिए विवश किये जायेंगे या वे दुर्बल दिखाई देंगे और हार जायेंगे।
- “पिघलने” का यथार्थ अनुवाद होगा “तरल हो जाना” या “द्रव होना” या “द्रव बनाना।”
- “पिघलने” के प्रतीकात्मक अर्थों का अनुवाद होगा, “कोमल होना” या “दुर्बल होना” या “पराजित होना।”
(यह भी देखें: मन, मूरत, समान, मुहर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1811, H2003, H2046, H3988, H4127, H4529, H4541, H4549, H5140, H5258, H5413, H6884, H8557, G3089, G5080
पिलानेहारा
परिभाषा:
पुराने नियम के युग में “पिलानेहारा” राजा का वह सेवक होता था जो राजा को मदिरा का कटोरा देता था, वह पहले स्वयं मदिरा का स्वाद लेकर निश्चित करता था कि उसमें विष तो नहीं है।
- इसका शाब्दिक अर्थ हो सकता है “कटोरा लाने वाला” या “वह जो कटोरा लाता है”।
- “पिलानेहारा” विश्वासयोग्य होने और राजा का स्वामी-भक्त होने के लिए जाना जाता था।
- उसकी विश्वसनीय स्थिति के कारण पिलानेहारा प्रायः शासक द्वारा लिए गए निर्णय पर प्रभाव डाल सकता था।
- नहेम्याह फारस के राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे।
(यह भी देखें: अर्तक्षत्र, बाबेल, बन्दी, फारस, फिरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
पीड़ा
परिभाषा:
“पीड़ा” अर्थात भयानक दर्द या व्यथा।
- पीड़ा शारीरिक या मानसिक कष्ट या व्यथा हो सकती है।
- भयानक पीड़ा में पड़े लोगों के चेहरे या व्यवहार से वह प्रकट होती है।
- उदाहरण के तौर पर, पीड़ित मनुष्य दांत पीसता है या रोता है।
- “पीड़ा” का अनुवाद हो सकता है, “मानसिक व्यथा” या “महादुःख” या “घोर कष्ट”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2342, H2479, H3708, H4164, H4689, H4691, H5100, H6695, H6862, H6869, H7267, H7581, G09280, G36000, G49280
पीड़ा, पीड़ित किया, पीड़ा पहुंचाने वाले
तथ्य:
“पीड़ा” का सन्दर्भ भयानक कष्टों से है। किसी को पीड़ा पहुंचाने का अर्थ है, उस मनुष्य के लिए कष्ट का कारण होना, प्रायः निर्दयता से।
- कभी-कभी दुःख देने का संदर्भ शारीरिक कष्ट एवं व्यथा से होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में शारीरिक यातना का वर्णन किया गया है जो "पशु" के पूजकों को अंत के समय में भुगतना पड़ेगी।
- पीड़ा आत्मिक एवं मानसिक व्यथा भी होती है जैसा अय्यूब ने अनुभव किया था।
- प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में प्रेरित यूहन्ना लिखता है, कि यीशु में उद्धार का विश्वास नहीं करनेवाले आग की झील में अनन्त आत्मिक पीड़ा सहेंगे।
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयानक कष्ट” या “किसी को घोर कष्ट देना” या “यातना।" कुछ अनुवादक स्पष्टता हेतु “शारीरिक” या “आत्मिक” शब्द को इसके साथ जोड़ देते हैं।
(यह भी देखें: पशु, अनन्त, अय्यूब, उद्धारकर्ता, आत्मा, दुख उठाना, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3013, G09280 , G09290, G09300, G09310 , G25580, G28510, G36000
पीढ़ी
परिभाषा:
“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जीवित हों। वे सभी एक ही समय में पैदा हुए हैं और इसलिए लगभग समान उम्र के हैं।
- पीढ़ी समय का अन्तराल भी हो सकती है। बाइबल के युग में एक पीढ़ी को लगभग चालीस वर्ष माना जाता था।
- माता-पिता और सन्तान दो अलग-अलग पीढ़ियों के होते है।
- बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके गुण सर्वनिष्ठ होते हैं।
अनुवाद के सुझाव
- “यह पीढ़ी” या “इस पीढ़ी के लोग” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जीवित मनुष्य” या “तुम लोग”
- “दुष्ट पीढ़ी” का अनुवाद हो सकता है, “इस समय के दुष्ट लोग”।
- “पीढ़ी से पीढ़ी” या “एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जो लोग है वे और उनके पोते-परपोते” या “हर एक युग के लोग” या “इस समय और आनेवाले समय के लोग” या “सब लोग और उनके वंशज”।
- “आनेवाली पीढ़ी उसकी सेवा करेगी, वे आनेवाली पीढ़ी को परमेश्वर का ज्ञान देंगे”। इसका अनुवाद हो सकता है, “भविष्य में अनेक लोग परमेश्वर की सेवा करेंगे और अपनी सन्तान वरन सन्तान की सन्तान को उसके बारे में बताएंगे”।
(यह भी देखें: वंशज, बुराई, पूर्वज)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1755, H1859, H8435, G10740
पीतल
परिभाषा:
“पीतल” (कांसा) एक धातु है जिसे तांबा और टिन के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इसका रंग हल्की लालिमा लिए गहरा भूरा होता है।
- यह धातु पानी से होने वाली हानि से सुरक्षित रहता है और गर्मी का उत्तम चालक होता है।
- प्राचीन युग में पीतल उपकरणों, हथियारों, कलाकृतियों, वेदियों, खाना पकाने के बर्तन, सैनिकों के रक्षा कवच आदि अनेक वस्तुओं के निर्माण में काम आता था।
- मिलाप वाला तम्बू और मन्दिर में अनेक समान तांबे के बने हुए थे।
- देवी-देवताओं की मूर्तियां भी तांबे से बनती थी।
- तांबे से वस्तुएं बनाने के लिए पहले तांबे को पिघलाया जाता था उसके बाद सांचों में डाला जाता था। इस प्रक्रिया को "ढालना" कहते थे।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: हथियार, मिलाप वाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5153, H5154, H5174, H5178, G5470, G5474, G5475
पुकार, चिल्लाहट, पुकारकर, रोना, दोहाई, दोहाई,
परिभाषा:
“पुकार” या “दोहाई” प्रायः किसी बात को उच्च स्वर में कहना और आवश्यकता व्यक्त करना। कोई “दोहाई” पीड़ा या निराशा या क्रोध में भी पुकार सकता है।
- “दोहाई” का अर्थ चिल्लाना या आवाज देना, अधिकतर सहायता के लिए।
- इसका अनुवाद “ऊंचे स्वर में घोषणा करना” या “शीघ्रता में सहायता मांगना” हो सकता है-प्रकरण के अनुसार।
- “मैं तुझे पुकारता हूं” इस उक्ति का अनुवाद “मैं सहायता के लिए तुझे पुकारता हूं” या “मैं आपातकालीन सहायता के लिए तुझे पुकारता हूं” हो सकता है।
(यह भी देखें: बुलाहट, विनती करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H603, H1058, H2199, H2201, H6030, H6463, H6670, H6682, H6817, H6818, H6873, H6963, H7121, H7123, H7321, H7440, H7442, H7723, H7737, H7768, H7769, H7771, H7773, H7775, H8173, H8663, G310, G349, G863, G994, G995, G1916, G2019, G2799, G2805, G2896, G2905, G2906, G2929, G4377, G5455
पूछना, जांच करना, जाँच-पड़ताल, पूछ-ताछ
तथ्य:
“पूछना” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। * “से पूछना” प्रायः परमेश्वर से सम्मति या बुद्धि मांगने के लिए काम में लिया गया है।
- पुराने नियम में अनेक उदाहरण हैं जब मनुष्यों ने परमेश्वर से बातें पूछी हैं।
- यह शब्द राजा या किसी सरकारी अधिकारी द्वारा लिखित अभिलेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने के लिए भी काम में लिया जाता था।
- प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “पूछना” या “जानकारी मांगते हैं।”
- “यहोवा से पूछना” इसका अनुवाद हो सकता है, “यहोवा से मार्गदर्शन खोजना” या “यहोवा से पूछना कि क्या किया जाए”।
- "पूछताछ करने के लिए" का अनुवाद "प्रश्न पूछें" या "जानकारी के लिए पूछें" के रूप में किया जा सकता है।
- जब यहोवा कहता है, “मैं उत्तर नहीं दूंगा” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तुम्हें जानकारी पूछने की अनुमति नहीं दूंगा” या “तुम्हें मुझसे सहायता मांगने की अनुमति नहीं मिलेगी”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1240, H1245, H1875, G1830
पृथ्वी, मिट्टी, पार्थिव
परिभाषा:
“पृथ्वी” अर्थात् वह संसार जिसमें मनुष्य अन्य सब प्राणियों के साथ रहते हैं। बाइबल में, इस शब्द का कभी-कभी "भूमि" के रूप में अनुवाद किया जाता है, जब इसका उपयोग सामान्य तरीके से जमीन या मिट्टी को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, या जब किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, आमतौर पर किसी देश या राष्ट्र का उल्लेख करने के लिए एक विशिष्ट तरीके से उपयोग किया जाता है।
- बाइबल में, "पृथ्वी" शब्द को अक्सर "स्वर्ग" शब्द के साथ जोड़ा जाता है, जो स्वर्ग में परमेश्वर के निवास के विपरीत पृथ्वी पर मानव जाति के निवास का संकेत देता है।
- इस शब्द का अनुवाद प्रायः "देश" तब किया जाता है जब किसी जाति से जुड़ा होता है कि उस जाति की भौगोलिक सीमाओं को दर्शाया जाए, जैसे, "कनान देश"
- "सांसारिक" शब्द कभी-कभी उन वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है जो अलौकिक और/या अप्रत्यक्ष की विषमता में लौकिक और/या प्रत्यक्ष हों।
- इस शब्द का प्रयोग लाक्षणिक रूप से उन लोगों को जो पृथ्वी के निवासी हैं या पार्थिव वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है, जैसे, "पृथ्वी मगन हो" और "वह पृथ्वी का न्याय करेगा"
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या आस पास की राष्ट्रीय भाषा के उस शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसका उपयोग इस पृथ्वी के लिए जिस पर हम रहते हैं, किया जाता है काम में लिया जाता है।
- प्रकरण के अनुसार “पृथ्वी” का अनुवाद “संसार” या “भूमि” या “धूल” या “मिट्टी” किया जा सकता है।
- प्रतीकात्मक उपयोग में "पृथ्वी" का अनुवाद “पृथ्वी के लोग” या “पृथ्वी पर रहनेवाले लोग” या “पृथ्वी की सब वस्तुएं” किया जा सकता है।
- “सांसारिक” का अनुवाद “भौतिक” या “पृथ्वी की वस्तुएं” या “प्रत्यक्ष” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: संसार)
स्वर्ग)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: H0127, H0772, H0776, H0778, H2789, H3007, H3335, H6083, H7494, G1093, G1919, G2709, G2886, G3625, G4578, G5517
पौधे लगाना, पौधे लगाए, रोपित किया, प्रत्यारोपित किया, प्रतिरोपित करना, बोना, बोया,
परिभाषा:
"पौधे" सामान्यतः भूमि से जुडे उगने वाली वस्तु है| "बोना" अर्थात, भूमि में बीज डालना कि उसमें से पौधे निकलें| "बीज बोने वाला" वह मनुष्य है भूमि में बीज डालता है या बीज उगाता है|
- बीज बोने और पौधे लगाने की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न होती है। एक विधि में बीज हाथ में लेकर भूमि पर विसर्जित किया जाता हैं।
- एक और विधि है जिसमें भूमि में छेद करके प्रत्येक छेड़ में बीज डाला जाता हैं।
- “बोना” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे, मनुष्य जो बोता है वही काटता है। कहने का अर्थ है कि मनुष्य बुरा करता है तो नकारात्मक परिणाम भोगता है, अगर कोई व्यक्ति अच्छा करता है, तो उसे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा ।
अनुवाद के सुझाव
- 'बोना' शब्द का अनुवाद "उगाना" भी किया जा सकता है। सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद करने के लिए जो शब्द काम में लिया जाए उसका अर्थ बीज बोना हो।
- "बोनेवाला" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "रोपणकर्ता" या "किसान" या "बीज बोने वाला मनुष्य"
- अंग्रेजी में, "बोना" शब्द का उपयोग केवल बीज लगाए जाने के लिए किया जाता है, लेकिन अंग्रेजी शब्द "रोपना" शब्द का उपयोग बीज के साथ-साथ बड़ी वस्तुओं जैसे वृक्षों के लिए भी किया जा सकता है। अन्य भाषाओं में भी अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जा सकता है, जो निर्भर करता है कि क्या रोपित किया जा रहा है।
- "मनुष्य जो बोता है वही काटता है" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, " जिस प्रकार एक बीज विशेष अपनी ही प्रजाति का पौधा उत्पन्न करता है, ठीक उसी प्रकार मनुष्य के सुकर्म भला परिणाम देते हैं और मनुष्य के कुकर्म दुष्परिणाम प्रकट करते हैं|"
(यह भी देखें: बुराई, भलाई, कटनी)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2221, H2232, H2233, H2236, H4218, H4302, H5193, H7971, H8362, G4687, G4703, G5452
प्रकार, [दया नहीं]
परिभाषा:
“प्रकार” शब्द वस्तु(ओं) के संग्औरह या वर्गीकरण का सन्दर्भ देता है: वस्तुएं जिनमें सर्वनिष्ठ लक्षण हों परन्तु सब लक्षण एक से न हों|
- बाइबल में ये शब्द विशेष करके परमेश्वर द्वारा आरम्भ में सृजित विभिन्न पौधों और पशुओं के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं।
- प्रत्येक “प्रकार” में भी अनेक प्रजातियां हैं। जैसे घोड़े, ज़ेबरा और गधे आदि सब एक ही जाति के हैं परन्तु उनकी प्रजातियां भिन्न-भिन्न हैं।
- प्रत्येक “प्रकार” को एक अलग वर्ण में रखनेवाली मुख्य बात यह है कि वे अपने ही “प्रकार” की सन्तान उत्पन्न कर सकते हैं। अलग-अलग प्रजातियां आपस में ऐसा नहीं कर सकती हैं।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं: “वर्ग”, “समूह” “पशु(पौधे)समूह” या "वर्ग।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2178, H3978, H4327, G1085, G5449
प्रचार करना, प्रचार करना, प्रचार, घोषणा, उद्घोषणा, उद्घोषणा
परिभाषा:
“घोषणा करने का अर्थ है, किसी बात की सार्वजनिक एवं निर्भीक उद्घोषणा की जाए।
- बाइबल में “प्रचार” शब्द का अर्थ है परमेश्वर के आदेश की सार्वजनिक घोषणा करना या मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में और उसकी महानता के बारे में बताना।
- नये नियम में प्रेरित विभिन्न नगरों और स्थानों में मनुष्यों को यीशु का शुभ सन्देश सुनाते थे।
- “प्रचार करना” राजाओं के उपदेशों या बुराई को सार्वजनिक त्याग के लिए भी काम में लिया गया है।
- “प्रचार” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा करना” खुलकर प्रसारण करना” या “सार्वजनिक उद्घोषणा करना”।
- “प्रचार” का अनुवाद “घोषणा” या “सार्वजनिक उपदेश” भी हो सकता है।
(यह भी देखें: प्रचार करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1319, H1696, H1697, H2199, H3045, H3745, H4161, H5046, H5608, H6963, H7121, H7440, H8085, G518, G591, G1229, G1861, G2097, G2605, G2782, G2784, G2980, G3142, G3853, G4135
प्रचार करना, प्रचार, प्रचारक, घोषणा करना, उद्घोषणा
परिभाषा:
"प्रचार करना" का अर्थ है, जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना।
"घोषणा" करने का अर्थ है, सार्वजनिक रूप से किसी बात की साहसपूर्वक घोषणा करना या प्रचार करना।
- प्रचार प्रायः एक मनुष्य द्वारा जनसमूह में किया जाता है। प्रचार बोलकर किया जाता है, लिखकर नहीं।
- “प्रचार” और “शिक्षण” समान बात है परन्तु एक से नहीं हैं।
- “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना है। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण प्रदान करना कि किसी कार्य को उन्हें कैसे करना है।
- “प्रचार” अधिकतर “सुसमाचार” शब्द के साथ काम में लिया जाता है।
- प्रचारक मनुष्यों में प्रचार करता है तो उसे सामान्यतः उसकी “शिक्षाएं” कहते हैं।
- बाइबल में, “प्रचार” का का अर्थ प्रायः यह है, सार्वजनिक रूप से किसी ऐसी बात की घोषणा करना है, जिसकी आज्ञा परमेश्वर ने दी है, या मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना कि वह कैसा महान है।
- नए नियम में, प्रेरितों ने यीशु के बारे में कई अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों के लोगों को सुसमाचार सुनाया।
- "घोषणा" शब्द का उपयोग राजाओं द्वारा किए गए फरमानों के लिए या बुराई की सार्वजनिक निंदा करने के लिए भी किया जा सकता है।
- "घोषणा" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, में "जनता को सुनाना" या "सार्वजनिक उपदेश करना" या "सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करना।"
- "उद्घोषणा" शब्द का अनुवाद भी ऐसा ही हो सकता है, "सार्वजनिक प्रकाशन" या "सार्वजनिक प्रचार" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: {घोषणा करना](../other/declare.md) सुसमाचार, यीशु, परमेश्वर का राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 24:2 यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
- 30:1 यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
- 38:1 यीशु मसीह ने तीन साल बाद उपदेश और शिक्षा देना आरम्भ किया था। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का पर्व मनाना चाहता था, और वह वहाँ मार डाला जाएगा।
- 45:6 तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का प्रचार करते रहे|
- 45:7 वह ९फिलिप्पुस) सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में प्रचार किया और वहाँ बहुत से लोगों बचाए गए |
- __46:6__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
- 46:10 फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया |
- 47:14 पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
- 50:2 जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स:
- प्रचार करना: H1319, H7121, H7150, G1229, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G4283
- प्रचार: H1319, H1696, H1697, H2199, H3045, H3745, H4161, H5046, H5608, H6963, H7121, H7440, H8085, G518, G591, G1229, G1861, G2097, G2605, G2782, G2784, G2980, G3142, G4135
प्रतिफल, पारितोषक, योग्य
परिभाषा:
“प्रतिफल” शब्द का अर्थ है,मनुष्य के कर्मों का फल: अच्छे कामों का या बुरे कामों का| किसी को "प्रतिफल" देने का अर्थ है, मनुष्य को उसकी योग्यता के लिए कुछ देना; परन्तु यह "पारिश्रीमिक" के विचार से सर्वथा भिन्न है क्योंकि उसका अर्थ है भुगतान (प्रायः पैसों में) जो किए गए काम के बदले में होता है।
- प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिसे मनुष्य तब पाता है जब वह कोई भला काम करता है या जब वह परमेश्वर की आज्ञा मानता है।
- कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक बातों अर्थात अनर्थकारी कामों के सन्दर्भ में भी होता है जो अनुचित व्यवहार से उत्पन्न होते हैं, जैसे कहा जाता है, “दुष्ट का प्रतिफल” इस संदर्भ में जो “प्रतिफल” दिया जाता है वह दंड या नकारात्मक परिणामों के सन्दर्भ में होता है जो मनुष्य के पापी कार्यों के कारण होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “प्रतिफल” का अनुवाद “भुगतान” या
“योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है।
- किसी को “प्रतिफल देना” का अनुवाद हो सकता है, “बदले में देना” या "दंड"देना या “जो योग्य है वह देना”।
- सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद का अर्थ मजदूरी न हो। प्रतिफल काम का वेतन नहीं है।
(यह भी देखें: दण्ड)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0319, H0866, H0868, H1576, H1578, H1580, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7938, H7939, H7999, G04690, G05140, G05910, G26030, G34050, G34060, G34080
प्रतिष्ठित, रईसों, धनी मनुष्य, प्रधान लोग
परिभाषा:
“प्रतिष्ठित” अर्थात श्रेष्ठ और उच्च गुण की वस्तु। “रईस” उच्च राजनीतिक या सामाजिक स्तर का मनुष्य। एक व्यक्ति "कुलीन जन्म का" व्यक्ति वह है जो जन्म से ही एक कुलीन व्यक्ति है।
- रईस प्रायः किसी राज्य का अधिकारी,होता था और राजा का निकट कर्मचारी होता था।
- “रईस” शब्द का अनुवाद “राजा का अधिकारी” या “सरकारी अधिकारी” किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H117, H1419, H2715, H3358, H3513, H5057, H5081, H6440, H6579, H7336, H7261, H8282, H8269, G937, G2104,
प्रधान याजकों
परिभाषा:
महायाजक यीशु के समय महत्वपूर्ण यहूदी धर्म के अगुवे थे
- मन्दिर में आराधना के लिए आवश्यक हर एक बात के लिए महायाजक उत्तरदायी थे। वे मन्दिर में आनेवाली संपूर्ण धनराशि के प्रभारी थे।
- वे साधारण याजकों से पद और अधिकार में अधिक मान्यवर थे। केवल महायाजक का अधिकार सबसे अधिक था।
- महायाजक यीशु के प्रमुख बैरियों में थे और उन्होंने रोमी अधिकारियों को यीशु को बन्दी बनाने और मृत्यु-दण्ड देने के लिए विवश किया था।
अनुवाद के सुझाव:
- “प्रधान याजक” का अनुवाद “प्रधान पुरोहित” या “प्रमुख पुरोहित” या “शास्त्रीय पुरोहित” किया जा सकता है।
- सुनिश्चित करें कि यह अनुवाद “महायाजक” के अनुवाद से भिन्न हो।
(यह भी देखें: प्रधान, महा-याजक, यहूदी अगुवे, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3548, H7218, G749
प्रधान, मुख्य पुरुष
परिभाषा:
“प्रधान” शब्द किसी जाति के सबसे अधिक अधिकार-संपन्न या सर्वाधिक महत्वपूर्ण अगुवे को संदर्भित करता है।
- इसके उदाहरण हैं, “प्रधान बजानेवाला”, “प्रधान याजक” और “चुंगी लेने वालों का प्रधान” तथा “प्रधान शासक”।
- इसका उपयोग परिवार के मुखिया के लिए भी किया जा सकता है जैसा उत्पत्ति अध्याय 36 में कुछ पुरुषों को कुल के “प्रधान” कहा गया है। इस संदर्भ में "प्रधान" का अनुवाद "अगुआ" या "प्रमुख पिता" हो सकता है।
- संज्ञा रूप में इस शब्द का अनुवाद “प्रमुख” या “शासक” किया जा सकता है जैसे “प्रमुख बजानेवाला” या “सत्ताधारी याजक”।
(यह भी देखें: प्रधान, महायाजक, चुंगी लेनेवाला)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H5057, H5387, H5632, H6496, H7218, H7225, H7227, H7229, H7262, H8269, H8334, G07490, G07500, G07540, G44100, G44130, G55060
प्रफुल्लित, मगन, प्रसन्न, आनन्द करनेवाले
परिभाषा:
“आनन्द करना” और “आनन्द” का संदर्भ किसी सफलता और विशेष आशीष के कारण अत्यधिक आनन्दित होने से है।
- “आनन्द करने में” किसी अद्भुत बात के उत्सव की भावना होती है।
- मनुष्य परमेश्वर की भलाई में आनन्द मना सकता है
- “आनन्द करनेवाले” के हर्ष की भावना में घमण्ड भी हो सकता है, सफलता या समृद्धि के कारण।
- “आनन्द मनाना” का अनुवाद “हर्षोल्लास” या “बड़े आनन्द के साथ स्तुति करना” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “आनन्द करना” का अनुवाद “विजय के साथ स्तुति करना” या “आत्म प्रशंसा के साथ उल्लासित होना” या “अभिमान” हो सकता है।
(यह भी देखें: हठीले, आनन्द, स्तुति, आनन्द मनाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5539, H5947, H5970
प्रबंधक, भण्डारी, भंडारीपन
परिभाषा:
“प्रबंधक” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए काम में लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है।
- भण्डारी के बहुत उत्तरदायित्व होते थे जिनमे अन्य सेवकों के कार्यों का पर्यवेक्षण भी था।
- “प्रबंधक ” भण्डारी के लिए एक आधुनिक शब्द है। दोनों शब्दों का संदास्र्भ उस मनुष्य से है जो किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना।
अनुवाद के सुझाव
- इसका अनुवाद “पर्यवेक्षक” या “घरेलू व्यवस्थापक” या “प्रबंध करनेवाला सेवक” या “व्यवस्था करने वाला मनुष्य” हो सकता है।
(यह भी देखें: सेवक)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0376, H4453, H5057, H6485, G20120, G36210, G36230
प्रभेद करना, विवेक, भेद करना
परिभाषा:
“भेद करना” (समझने की शक्ति) अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहण करना विशेष करके समझना कि कोई बात सही है या गलत।
- “समझने की शक्ति” (विवेक) समझकर किसी बात का बुद्धिमानी से निर्णय लेना।
- इसका अर्थ है बुद्धि और उचित निर्णय लेने की क्षमता होना।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार, “भेद करना” का अनुवाद, “समझना” या “अन्तर पहचानना” या “अच्छे और बुरे में भेद करना” या “किसी बात का उचित निर्णय लेना” या “सही को गलत से अलग करके देखना” हो सकता है।
- “विवेक” का अनुवाद “समझना” या “अच्छे और बुरे में अन्तर पहचानने की क्षमता” हो सकता है।
(यह भी देखें: न्याय, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0995, H2940, H4209, H5234, H8085, G03500, G12520, G12530, G29240
प्रशासन, प्रशासक, प्रशासन कर रहा, अधिकारी, अधिकृत, अगुवा
तथ्य:
“प्रबन्ध” और “प्रधान”, (प्रबन्ध करने वाले) किसी देश की प्रजा की सुचारू रूप से प्रबंध या व्यवस्था करने के संदर्भ में हैं।
- दानिय्येल तथा अन्य तीन युवक बेबीलोन के निशित क्षेत्रों पर प्रबन्धक या प्रशासनिक अधिकारी ठहराए गए थे।
- नये नियम में "प्रबन्ध" का संदर्भ पवित्रआत्मा के एक वरदान से भी है।
- जिस व्यक्ति को प्रबन्धन का आत्मिक वरदान प्राप्त है वह मनुष्यों की अगुवाई एवं प्रबन्धन करने योग्य होता है और भवनों तथा सम्पदा का पर्यवेक्षण एवं रखरखाव कर सकता है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण पर आधारित “प्रबन्धक” के अनुवाद के कुछ रूप हो सकते हैं, “शासक” या “व्यवस्थापक” या “प्रबन्धक” या “प्रशासक” या “राजकीय अधिकारी”।
- “प्रबन्ध करना” का अनुवाद हो सकता है, “प्रशासन” या “संचालन” या “अगुवाई” या “व्यवस्था”
- “प्रभारी” या “कार्यनिर्वाहक” या “व्यवस्था करनेवाला” आदि इस अनुवाद के संभावित अंश हैं।
(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, वरदान, हाकिम, हनन्याह, मिशल, अजर्याह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5532, H5608, H5632, H6213, H7860, G2941
प्रसव, जच्चा की सी, जच्चा की सी पीड़ाएँ
परिभाषा:
एक स्त्री “जच्चा की सी” पीड़ा में उस दर्द को अनुभव करती है जिसके द्वारा वह शिशु को जन्म देती है। इसे “जच्चा की सी पीड़ाएँ” कहते हैं।
- गलातिया प्रदेश की कलीसियाओं को लिखे पत्र में पौलुस इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में करता है जिसका अर्थ है कि पौलुस अपने विश्वासी भाइयों को अधिकाधिक मसीह की समानता में लाने के लिए प्रबल प्रयास करता है।
- बाइबल में प्रसव पीड़ा की उपमा अन्तिम दिनों के विनाश को व्यक्त करने के लिए भी दी गई है कि वह अधिकाधिक आवृत्ति एवं प्रबलता में होगा।
(यह भी देखें: प्रसव पीड़ा, आखरी दिन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2342, H2470, H3018, H3205, H5999, H6045, H6887, H8513, G3449, G4944, G5088, G5604, G5605
प्राचीन, से बड़ा, बूढ़े
परिभाषा:
"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, प्राय: पुरुष) जो समुदाय में परिपक्व वयस्क और अगुए बनाने योग्य पर्याप्त वृद्धावस्था को प्राप्त कर चुके हैं हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के बाल पके हुए होना चाहिए, उनकी संतान वयस्क हो, या हो सके तो उनके नाती-पोते वरन उनकी भी संतान हों।
- “प्राचीन” शब्द का मूल इस तथ्य में है कि ये पुरूष आयु में अधिक होते थे और आयु एवं अनुभव के कारण उनमें अधिक बुद्धि होती थी।
- पुराने नियम में "प्राचीन" इस्राएलियों को न्याय और मूसा की व्यवस्था में मार्गदर्शन प्रदान करते थे|
- नये नियम में यहूदी "प्राचीन" अपने समुदायों में अगुवों की भूमिका निभाते थे और समुदाय के न्यायाधीश भी थे।
- आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही "प्राचीन" विश्वासियों की स्थानीय मण्डलियों को आत्मिक क्षेत्र में अगुआई प्रदान करते थे। उन कलीसियाओं में प्राचीनों में यदा-कदा युवक भी थे जो आत्मिकता में परिपक्व थे।
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वृद्ध पुरुषों" या "कलीसिया की अगुआई करने वाले आत्मिकता में परिपक्व पुरुष”
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1419, H2205, H7868, G1087, G3187, G4244, G4245, G4850
प्राणी, सृष्टि
परिभाषा:
“प्राणी” का अर्थ है परमेश्वर द्वारा सृजित सब जीव चाहे मनुष्य हो या पशु।
- भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा के दर्शन में "जीवित प्राणियों" का वर्णन किया है। वह उन्हें पहचानता नहीं था इसलिए उसने उन्हें यह सामान्य नाम दिया।
- ध्यान दें कि सृष्टि का अर्थ यहां भिन्न है क्योंकि इस शब्द में परमेश्वर द्वारा सृजित सब वस्तुओं को समाहित किया गया है-जीवित तथा निर्जीव दोनों को (जैसे भूमि, जल, सितारे). “प्राणी” शब्द का अर्थ है केवल जीवित वस्तुएं।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “प्राणी” का अनुवाद “जीव” या “जीवित प्राणी” या “सृजित प्राणी” भी किया जा सकता है।
- इस शब्द का बहुवचन “प्राणियों” का अनुवाद “सभी जीवित प्राणी" या “मनुष्य और पशु” या "पशु" या “मनुष्य।”
(यह भी देखें: उत्पन्न)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्त्रोंग्स: H1320, H1321, H1870, H2119, H2416, H4639, H5315, H5971, H7430, H8318, G22260, G29370, G29380
प्रांत, प्रांत, प्रादेशिक
तथ्य:
प्रान्त, विशाल क्षेत्रों को संदर्भित करते शब्द हैं जिनमें किसी देश या साम्राज्य को प्नशासनिक सुविधा हेतु विभाजित किया जाता था । में किसी देश या साम्राज्य का एक भाग होता है। "प्रांतीय" शब्द प्रान्त से संबन्धित किसी बात का विवरण देता है, जैसे की प्रांतीय हाकिम।
- उदाहरणार्थ, प्राचीन फारसी राज्य प्रान्तों में विभाजित था जैसे मादी, फारस, सीरिया और मिस्र।
- नये नियम के युग में रोमी साम्राज्य भी प्रान्तों में विभाजित था जैसे मकिदुनिया, एशिया, सीरिया, यहूदिया, सामरिया, गलील तथा गलातिया।
- प्रत्येक प्रदेश का अपना प्रशासनिक अधिकारी था जो साम्राज्य के राजा या शासक के अधीन था। ऐसे प्रशासक को “प्रांतीय आधिकारी”या“अधिपति” कहते थे।
- “प्रान्त” और “प्रांतीय” का अनुवाद, “क्षेत्र” और “क्षेत्रीय” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: एशिया, मिस्र, एस्तेर, गलतिया, गलील, यहूदिया, मकिदुनिया, मादी, रोम, सामरिया, सीरिया)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4082, H4083, H5675, H5676, G1885
प्रेमी, यारों
परिभाषा:
“प्रेमी” अर्थात् “प्रेम करने वाला व्यक्ति।” यह शब्द प्रायः उन मनुष्यों के लिए है जिनके यौन संबन्ध होते हैं।
- बाइबल में “प्रेमी” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो किसी के साथ यौन संबन्ध रखता है, जिससे उसका विवाह नहीं हुआ है।
- ऐसा अवैध संबन्ध बाइबल में इस्राएल द्वारा मूर्तिपूजा करके परमेश्वर की अवज्ञा के लिए काम में लिया जाता है। अतः “प्रेमी” शब्द प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल द्वारा पूजा की जानेवाली मूर्तियों के लिए भी काम में लिया गया है। इन प्रकरणों में इस शब्द का अनुवाद संभव हो तो इस प्रकार किया जाए, “अवैध साथी” या “व्यभिचार के साथी” या “मूर्तियां”, (देखें: उपमा)
- पैसों के “लोभी” (प्रेमी) ऐसा मनुष्य जो धनोपार्जन और धनवान होने को बहुत अधिक महत्व देता है।
- पुराने नियम में श्रेष्ठगीत की पुस्तक में “प्रेमी” शब्द का उपयोग सकारात्मक रूप में किया गया है।
(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, मूरत, प्रेम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H157, H158, H868, H5689, H7453, H8566, G865, G866, G5358, G5366, G5367, G5369, G5377, G5381, G5382
फंदा, फंदे, फंसाना, फंसा, फँसना, जाल
परिभाषा:
"जाल" और "फंदा" ये ऐसे साधन होते थे जिनसे पशु -पक्षी पकड़े जाते थे और वे बचकर भाग नहीं सकते थे। "जाल में फँसाने" का अर्थ है, जाल बिछाकर पकड़ना और फंदे में फंसाना या फंसाने का अर्थ है, फंदे से पकड़ना। बाइबल में इन शब्दों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है कि पाप और परीक्षा छिपे हुए फंदे हैं जो मनुष्य फंसा कर उसकी हानि करते हैं ।
- “जाल” रस्सी या तार की एक कुंडली होती है जिसमें पशु का पांव पड़ जाए तो वह उसमें उलझ जाता है।
- “फंदा” धातु या लकड़ी का बना होता है जिसके दो भाग होते हैं जो पशु का पांव पड़ने पर कठोरता से बन्द हो जाते हैं और पशु भाग नहीं पाता है। कभी-कभी फंदा भूमि में खोदा हुआ गड्ढा भी होता है जिसमें पशु गिर जाता है।
- जाल या फंदा छिपाकर रखा जाता है कि पशु उसे देख न पाए।
- “जाल बिछाना” अर्थात किसी को फंसाने के लिए जाल लगाना।
- “जाल में फंसना” अर्थात किसी गहरे गड्ढे में गिरना जो पहले से पशु को फंसाने के लिए खोदा गया है।
- एक व्यक्ति जो पाप करना शुरू कर देता है और रोक नहीं सकता, उसे "पाप से फंसे" के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जिस प्रकार एक जानवर को फँसाने के लिए किया जाता है कि वह बच नहीं पाए।
- जिस प्रकार कि पशु फंदे में फंसकर संकट में पड़ जाता है और हानि उठाता है उसी प्रकार मनुष्य पाप में फंस कर हानि उठाता है और उसे मुक्ति की आवश्यकता होती है।
(यह भी देखें: स्वतंत्र, , शिकार, शैतान, परीक्षा में डालना)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H2256, H3353, H3369, H3920, H3921, H4170, H4204, H4434, H4685, H4686, H4889, H5367, H5914, H6341, H6351, H6354, H6679, H6983, H7639, H7845, H8610, G64, G1029, G2339, G2340, G3802, G3803, G3985, G4625
फल, फलों, फलवन्त, निष्फल
परिभाषा:
“फल” अर्थात वृक्ष का खानेवाला भाग। “फलवन्त” अर्थात बहुत फल उगना। बाइबल में इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है।
- बाइबल में “फल” शब्द प्रायः मनुष्य के कामों और विचारों के लिए काम में लिया गया है। जिस प्रकार कि फल दर्शाता है कि वृक्ष कैसा है उसी प्रकार मनुष्य के शब्द और कार्य दर्शाते है कि उसका चरित्र कैसा है।
- मनुष्य अच्छे या बुरे आत्मिक फल उत्पन्न करता है परन्तु “फलवन्त” का अर्थ सदैव ही सकारात्मक है अर्थात बहुत अच्छे फल लाना।
- “फलवन्त” का प्रतीकात्मक अर्थ है, “समृद्धि” इसका संदर्भ प्रायः अनेक सन्तान एवं वंशज तथा भोजन की बहुतायत तथा धन धान्य से है।
- सामान्यतः “का फल” का अभिप्रायः है किसी से उत्पन्न कोई बात या जो किसी और द्वारा निर्मित है। उदाहरणार्थ, “बुद्धि का फल” का अर्थ है बुद्धिमान होने के परिणाम-स्वरूप भली वस्तुएं पाना।
- “भूमि का फल” मनुष्यों के खाने के लिए भूमि की उपज है। इसमें न केवल फल जैसे कि खजूर और अंगूर ही नहीं, सब्जियाँ, मेवे और अनाज भी युक्त है।
- प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “आत्मा का फल” आज्ञाकारी मनुष्यों में पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न धार्मिक के गुण।
- “गर्भ का फल” अर्थात स्त्री की सन्तान।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद “फल” के लिए प्रभुता सामान्य शब्द द्वारा ही किया जाए तो अच्छा होगा अर्थात वृक्ष का भोज्य अंश। अनेक भाषाओं में बहुवचन शब्द “फलों” अधिक स्वाभाविक होगा।
- प्रकरण के अनुसार, “फलवन्त” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक आत्मिक फल उत्पन्न करना” या “अनेक सन्तान होना” या “समृद्ध होना”
- “भूमि की उपज” का अनुवाद “भूमि द्वारा उत्पन्न भोजन” या “उस क्षेत्र की फसल”।
- पशुओं और मनुष्यों की सृष्टि करके परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी “फूलो फलो और पृथ्वी को भर दो”। जिसका अर्थ है अनेक सन्तान होना। इसका अनुवाद “अनेक सन्तान होना” या “अनेक सन्तान एवं वंशज होना” या “अनेक सन्तान होना कि अनेक वंशज हों”।
- “गर्भ का फल” अनुवाद हो सकता है, “गर्भ से उत्पन्न” या “स्त्री द्वारा जन्मे सन्तान” या केवल “सन्तान”। एलीशिबा ने मरियम से कहा, “धन्य तेरे गर्भ का फल” तो उसका अर्थ था “जिस पुत्र को तू जन्म देगी वह धन्य है”। लक्षित भाषा में इस उक्ति के लिए भिन्न शब्द हो सकते हैं।
- “दाख का फल” का अनुवाद “दाखलता का फल” या “अंगूर” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार, “अधिक फलवन्त होना” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक फल देगी” या “अधिक सन्तान होगी” या “समृद्ध होगे”।
- प्रेरित पौलुस की अभिव्यक्ति “फलदायक परिश्रम” का अनुवाद हो सकता है, “अच्छे परिणाम लाने वाला काम” या “मसीह में विश्वास करने के लिए काम को लाने वाला प्रयास”।
- “आत्मा का फल” का अनुवाद “पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न कार्य” या “शब्द एवं कार्य जिनसे प्रकट हो कि पवित्र आत्मा मनुष्य में कार्यरत है” हो सकता है।
(यह भी देखें: वंशज, अन्न, अंगूर, पवित्र आत्मा, दाखलता, गर्भ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H4, H1061, H1063, H1069, H2233, H2981, H3581, H3759, H3899, H3978, H4022, H5108, H6509, H6529, H7019, H8393, H8570, G1081, G2590, G2592, G2593, G3703, G5052, G5352
फसल, लवनी, कटनी
परिभाषा:
“उपज” शब्द का अर्थ है, उपजाऊ पेड़-पौधों से पके फल या सब्जियाँ, बीज या अन्न एकत्र करना। “कटनी" शब्द का अर्थ है, फसलों की कटाई करना।
- कटनी का समय फसल उगने की ऋतू के अंत का समय होता है।
- इस्राएल "कटनी का पर्व" मनाता था कि भोजन की फसल काटने का उत्सव मनाएं। परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए पहला फल चढाएं।
- बाईबल के युग में, लावनी करने वाले प्रायः हाथ से फसल काटते थे, पौधों को उखाड़ कर या धार वाले साधन से उनको काट कर।
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द में निहित धारणा का अनुवाद लक्षित भाषा में फसल काटने के सामान्य शब्द द्वारा किया जाए।
- कटनी का अनुवाद हो सकता है, “फल एकत्र करने का समय” या “फसल उठाने का समय” या “फल तोड़ने का समय”।
- “लवनी करना” का अनुवाद हो सकता है, “एकत्र करना”, “तोड़ना” या “संग्रह करना”
(यह भी देखें: पहला फल, पर्व, सुसमाचार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2758, H4395, H4672 H7105, H7114, H7938, G270, G2325, G2326, G2327
फाटक, फाटकों, बेंड़ों, द्वारपाल, चौकीदारों, द्वार के खम्भे, द्वार
परिभाषा:
“फाटक” किसी बाढ़े में या दीवार में जो नगर या घर के चारों ओर से उसमें चूल पर लगी एक बाधा होती है। “बेड़ों” फाटक को बन्द करने के लिए लकड़ी या धातु की सांकल।
नगर के फाटकों को खोला जाता था कि मनुष्य, पशु और सामानवाहक नगर में आ सकें और नगर से जा सकें।
नगर को सुरक्षित रखने के लिए शहरपनाह और फाटक बहुत मोटे होते थे। फाटकों को सांकलों से बन्द किया जाता था कि शत्रु की सेना का नगर प्रवेश रोका जाए।
फाटकों के लिए "बेड़ों" एक लकड़ी या धातु की पट्टी को संदर्भित करता है जिसे जगह में ले जाया जा सकता है ताकि फाटक बाहर से नहीं खुल सकें।
बाइबल के समय में, नगर का फाटक नगर का समाचार एवं सामाजिक केन्द्र होता था। वहां व्यापारिक विनिमय एवं न्याय भी किया जाता था क्योंकि शहरपनाह के मोटे होने के कारण वहां धूप से बचने के लिए पर्याप्त ठंडी छांव होती थी। नागरिकों को उसकी छांव में बैठना मनभावन लगता था कि वहां बैठकर न्याय करें या व्यापार करें।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “फाटक” का अनुवाद “द्वार” या “दीवार का प्रवेश स्थान” या “बाधक” या “प्रवेश द्वार” किया जा सकता है।
- “फाटक की सलाखों” का अनुवाद “फाटक की सिटकनी” या “द्वार को बन्द करने की लम्बी लट्ठा” या “द्वार को बन्द करने की धातु की सांकल”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1817, H5592, H6607, H8179, H8651, G2374, G4439, G4440
फूल जाना
परिभाषा:
“फूल जाना” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है पाखण्डी या अभिमानी होना। (देखें: मुहावरा)
- एक व्यक्ति जो फूल जाता है वह स्वयं को अन्यों से अधिक बड़ा समझता है।
- पौलुस ने सिखाया था कि जानकारियां और तथ्यों या धार्मिक अनुभव की अधिकता के कारण मनुष्य “फूल जाता है” और घमण्डी हो जाता है।
- अन्य भाषाओं में भी ऐसी ही या इससे भिन्न उक्ति हो सकती है जिसका अर्थ यही हो जैसे “अकड़ में रहना”।
- इसका अनुवाद हो सकता है, "बहुत घमंडी" या "दूसरों से घृणा करना" या "अभिमानी" या "स्वयं को दूसरों की तुलना में अधिक अच्सछा मझना" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अभिमानी, घमण्डी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6075, G54480
बकरा-बकरियाँ, बकरियों की खालें, अजाजेल बकरा, बकरी का बच्चा
परिभाषा:
बकरी एक मध्यम कद का भेड़ जैसा चौपाया होता है जिसे दूध और मांस के लिए पाला जाता है। नवजात बकरी को बकरी का बच्चा कहते हैं।
- भेड़ के समान बकरी भी महत्वपूर्ण बलि पशु थी विशेष करके फसह के समय।
- यद्यपि भेड़ और बकरी देखने में एक से हैं, वे कुछ रूप में भिन्न हैं:
- बकरी के बाल सख्त होते है और भेड़ के बाल ऊन होते हैं।
- बकरी की पूंछ ऊपर रहती है जबकि भेड़ की पूंछ लटकती है।
- भेड़ अपने झुण्ड में रहती है, परन्तु बकरी में निरंकुशता होती है और वह झुण्ड को छोड़ कर यहां वहां भागती है।
- बाइबल के युग में बकरी इस्राएल के लिए दूध का प्रमुख साधन थी।
- बकरी की खाल से तम्बुओं का आवरण और मशकें बनाई जाती थी।
- पुराने और नये नियम दोनों में बकरी शब्द को अधर्मियों के प्रतीक स्वरूप काम में लिया गया है, संभवतः रखवाले से दूर भागने के उनके स्वभाव के कारण।
- इस्राएली बकरे को पाप वाहक के प्रतीक स्वरूप काम में लेते थे। एक बकरे की बलि चढ़ाने के बाद याजक दूसरे बकरे के सिर पर हाथ रखकर उसे रेगिस्तान में भेज देता था जो मनुष्यों का पाप उठा ले जाने वाले का प्रतीक था।
(यह भी देखें: झुण्ड, बलि, भेड़, धर्मी, दाखरस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0689, H1423, H1429, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H7716, H8163, H8166, H8495, G01220, G20550, G20560, G51310
बड़ा ठहराएगा
तथ्य:
“बड़ा ठहराएगा” अर्थात किसी को महान बनाना या किसी की महानता की ओर ध्यान आकर्षित करना।
- बाइबल में “बड़ा ठहराएगा” शब्द किसी राजा या परमेश्वर के लिए काम में लिया गया है।
- यदि कोई मनुष्य अपनी बड़ाई करता है तो इसका अर्थ है कि वह घमण्डी है और स्वयं को अन्य मनुष्यों से अधिक महत्वपूर्ण समझता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “बड़ाई” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “बताओ की(कोई) कितना महान है” या “(किसी को)उसकी महानता के लिए प्रशंसा करना”।
- लूका रचित सुसमाचार में मरियम कहती है, “मेरा प्राण प्रभु की बड़ाई करता है।” इसका अनुवाद भी किया जा सकता है "मैं सबको बताऊँगा कि परमेश्वर कितना महान है" या "परमेश्वर इतना महान हैं और आश्चर्यजनक काम करता है!"
- यह शब्द का अर्थ "प्रशंसा" के समान है। पद में जहाँ "प्रशंसा" और "बड़ा ठहराना" दोनों का उपयोग किया जाता है, यदि संभव हो तो इन शब्दों को अलग-अलग तरीकों से अनुवाद करने की कोशिश करना अच्छा है।
- इसी शब्द का दूसरा शब्द है, “महिमा”
(यह भी देखें: प्रशंसा, महिमा करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1431, H7679, G1392, G3170
बढ़ाएगा, बढ़ाता रहता, बढ़ गए, बढ़ने लगी, बढ़ती करेगा
परिभाषा:
“बढ़ाएगा” अर्थात जनसंख्या बहुत बढ़ जाना। इसका संदर्भ और बातों से भी होता है जैसे पीड़ा का बढ़ना।
- परमेश्वर ने मनुष्यों और पशुओं से कहा था कि वे बढ़ कर (फूलो फलो) पृथ्वी को भर दें। यह सन्तति वृद्धि की आज्ञा थी।
- यीशु ने 5,000 पुरुषों को भोजन करवाने के लिए रोटी और मछलियों की मात्रा बढ़ाई थी। भोजन की मात्रा बढ़ती गई कि सबके लिए आवश्यकता से अधिक भोजन हो।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “फैलना” या “वृद्धि का कारण होना” या “संख्या वृद्धि होना” या “संख्या अधिक होना” या “असंख्या हो जाना” भी हो सकता है।
- “तेरी पीड़ा को बहुत बढ़ा देगा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरी पीड़ा को अधिक उग्र बना दे” या “तुझे बहुत अधिक पीड़ा दे”।
- “घोड़े बढ़ाना” अर्थात “लालच करके घोड़ों का संग्रह करना” या “बहुत अधिक घोड़े एकत्र करना”
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3254, H3527, H6280, H7231, H7233, H7235, H7680, G4052, G4129
बदनामी, बदनाम, निंदक, निंदा, नृशंस, झूठी बातें, बुरा-भला, दोष लगानेवाली
परिभाषा:
बदनामी एक नकारात्मक हैं, किसी अन्य व्यक्ति के बारे में बोली जाने वाली बातें (लिखित नहीं) जो बदनाम करती हैं। किसी व्यक्ति के बारे में ऐसी बातें (लिखने के लिए नहीं) कहने के लिए उस व्यक्ति को बदनाम करना है । ऐसी बातें कहने वाला व्यक्ति एक निंदक है।
- बदनामी सच्ची बात नहीं होती है, या झूठा आरोप होता है परन्तु इससे सुननेवाला किसी मनुष्य के बारे में गलत सोचता है।
- 'बदनामी' का अनुवाद "के खिलाफ बोलना" या "बुराई फैलाने" या "अपवाद करना" के रूप में किया जा सकता है।
- बदनामी करने वाले को “सूचना देनेवाला” या “अफवाह फैलाने वाला” भी कहते हैं।
(यह भी देखें: निन्दा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1681, H1696, H1848, H3960, H5791, H7270, H7400, H8267, G987, G988, G1228, G1426, G2636, G2637, G3059, G3060
बदला लेना, पलटा लेनेवाला, पलटा लिया, बदला
परिभाषा:
“बदला लेना”,“प्रतिकार” या “प्रतिशोध करना” किसी को उसके द्वारा की गई हानि का पलटा लेने के लिए दण्ड देना। बदला लेने का काम, प्रतिशोध कहलाता है।
- “बदला लेना” प्रायः न्याय करने या गलत को सही करने के अभिप्राय से होता है।
- जब मनुष्यों के संदर्भ में हो तो “बदला लेना” या “प्रतिशोध” हानि करने वाले पर कार्यवाही के लिए होता है।
- जब परमेश्वर “बदला लेता ” या “प्रतिशोध लागू करता है” तो वह उसकी धर्मनिष्ठा का दावा है क्योंकि वह पाप और विद्रोह का दण्ड देता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “बदला लेना” का अनुवाद “गलतियों को सुधारना” या “न्याय चुकाना” भी हो सकता है।
- जब मनुष्यों से “बदला लेना” हो तब इसका अनुवाद “हिसाब चुकाना” या “दण्ड देने के लिए हानि पहुंचाना”, या “पलटा लेना” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार, “बदला” का अनुवाद हो सकता है, “दण्ड” या “पाप का दण्ड” या “गलत काम का बदला देना” “पलटा” शब्द मनुष्यों के संदर्भ में उपयोग किया गया है।
- परमेश्वर कहता है “मेरा पलटा लो” तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मेरे विरूद्ध किए गए गलत काम का दण्ड उन्हें दो” या “उनका बुरा करो क्योंकि उन्होंने मेरे विरूद्ध पाप किया है।”
- परमेश्वर के बदले की चर्चा करते समय सुनिश्चित करें कि आपके अनुवाद में स्पष्ट हो कि पाप का दण्ड देने में परमेश्वर न्यायोचित है ।
(यह भी देखें: दण्ड, उचित, धर्मीजन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
स्ट्रोंग्स: H1350, H3467, H5358, H5359, H5360, H8199, G15560, G15570, G15580, G37090
बँधुआई, बन्धुओं, बन्दी करके
परिभाषा:
“बन्धुआई” शब्द का अर्थ है कि मनुष्यों को स्वदेश से बाहर कहीं दूर बसाया जाना।
- मनुष्य दण्ड के लिए या राजनीतिक कारणों से अपने देश से बाहर किया जाता है।
- पराजित देश की प्रजा को विजयी देश की सेना अपने देश ले जाती थी कि उनसे अपना काम करवाए।
- “बेबीलोन की बन्धुआई” बाइबल के इतिहास में वह समय था जब यहूदा राज्य की अधिकांश प्रजा को बलपूर्वक स्वदेश से विस्थापित करके बेबीलोन में बसाया गया था। यह अवधी 70 वर्ष तक रही थी।
- “बन्धुआ” शब्द उन लोगों के संबन्ध में है जिन्हें स्वदेश से दूर निर्वासन में रखा जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “बन्धुआई में ले जाना” का अनुवाद एक ऐसे शब्द या ऐसी उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ “दूर भेजना” या “बलपूर्वक निकालना” या “देश निकाला देना”हो।
- “बन्धुआई का समय” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या ऐसी उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ, “निर्वासित समय” या “देश निकाले का समय” या “विवशकारी अनुपस्थिति का समय” या “देश निकाला” हो।
- “बन्धुआ” के अनुवाद रूप हो सकते है, “निर्वासित लोग” या “वे लोग जिन्हें देश से निकाल दिया गया है” या “बेनीलोन में निर्वासित लोग”
(यह भी देखें: बाबेल, यहूदा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1123, H1473, H1540, H1541, H1546, H1547, H3212, H3318, H5080, H6808, H7617, H7622, H8689, G3927
बन्दी बनाना, अभिग्रहण करना, बंदीकरण
परिभाषा:
"बन्दी बनाना" किसी मनुष्य या वस्तु का बल-पूर्वक हरण करना। इसका अर्थ किसी पर हावी होना या नियंत्रण करना भी होता है।
- जब सैन्य बल द्वारा नगर को जीत लिया जाता है तब सैनिक वहाँ के निवासियों की मूल्यवान वस्तुएं लूट लेते हैं।
- प्रतीकात्मक रूप में उपयोग करने पर इस शब्द का अर्थ है, “भयातुर” होना।" इसका अर्थ है कि मनुष्य अकस्मात ही “भय-ग्रस्त” हो जाता है। यदि कोई व्यक्ति “भय-ग्रस्त” है तो यह भी कहा जा सकता है कि वह, “अकस्मात ही बहुत डर गया”।
- स्त्री के प्रसव के संदर्भ में इसका अर्थ है दर्द अकस्मात ही उठा और बहुत अधिक हो गया। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, स्त्री का प्रसव पीड़ा द्वारा “अभिभूत होना” या पीड़ा का “अकस्मात ही आ पड़ना।"
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वशीभूत करना” या “अकस्मात ले लेना” या “जकड़ लेना”।"
- “उसे पकड़ कर उसके साथ सोया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उस पर बलपूर्वक हावी हुआ” या “उसका शील भंग किया” या “उसके साथ बलात्कार किया”।" सुनिश्चित करें कि यह भावार्थ स्वीकार्य हो।
(देखें: व्यंजना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0270, H1497, H2388, H3027, H3920, H3947, H4672, H5377, H5860, H6031, H7760, H8610, G07240, G19490, G26380, G29020, G29830, G48150, G48840
बन्दी, बन्दी बनाना, बन्धुआई, पकड़ना
परिभाषा:
“बन्दी” और “बँधुआई” का अर्थ है मनुष्यों को बन्दी बनानाऔर जहां वे नहीं चाहते वहां उन्हें रहने के लिए विवश करना जैसे परदेश में।
- यहूदा राज्य के इस्राएलियों को बेबीलोन में 70 वर्ष बँधुआ बनाकर रखा गया था।
- बँधुआ लोगों को बन्दी बनाने वाले लोगों या देशों के लिए काम करना पड़ता था।
- दानिय्येल और नहेम्याह इस्राएली बँधुआ थे जो बेबीलोन के राजा की सेवा में थे।
- “बन्दी बनाना” मनुष्यों का दासत्व में ले जाने के लिए एक और अभिव्यक्ति है।
- “तुम्हें बन्दी बना कर ले जाएंगे,”इसका अनुवाद ऐसे भी हो सकता है, “तुम्हें बँधुआ होकर रहने के लिए विवश करेंगे” या “तुम्हें बन्दी बनाकर परदेश में ले जाएंगे"।
- प्रतीकात्मक रूप में प्रेरित पौलुस विश्वासियों से कहता है कि वे प्रत्येक विचार को “बन्दी बना कर” मसीह का आज्ञाकारी बना दें।
- वह यह भी कहता है कि मनुष्य पाप के द्वारा कैसे "दासत्व में" ले लिया जाता है अर्थात पाप के "वश में" होता है।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “बंदी बनाकर रखा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “स्वतंत्र रहने न दिया” या “बन्दीगृह में रखा” या “परदेश में रहने के लिए विवश किया।"
- “बन्दी बनाकर ले गए” या “बन्दी बनाया," इनका अनुवाद हो सकता है, "पकड़ लिया" या "कैद कर लिया" या "परदेश जाने के लिए विवश किया।"
- "बंदियों" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वे लोग जो पकडे गए थे" या "दास बनाए गए लोग"
*प्रकरण के अनुसार, "बन्धुआई" का अनुवाद हो सकता है, "कारावास" या "निर्वासन" या "परदेश में बलात आप्रवास"
(यह भी देखें: बाबेल, बँधुआई, बन्दीगृह, बन्दी बनाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1123, H1473, H1540, H1546, H1547, H7617, H7622, H7628, H7633, H7686, G161, G162, G163, G164, G2221
बन्दीगृह, बन्दी, बन्दी, बन्दीगृह, कैद में, कैद में, बन्दी बनाना, बन्दी बनना, बन्दी बनना
परिभाषा:
“बन्दीगृह” वह स्थान है जहाँ अपराधियों को उनके अपराध का दण्ड देने के लिए रखा जाता है। “बन्दी” वह व्यक्ति जो बन्दीगृह में रखा गया है।
- अभियुक्त को अभियोग के समय तक बन्दीगृह में रखा जाता है।
- “बन्दी बनाया” अर्थात् “बन्दीगृह में रखा” या “दासत्व में रखा”।
- अनेक भविष्यद्वक्ता और परमेश्वर के सेवक निरपराध बन्दीगृह में डाले गए थे।
अनुवाद के सुझाव:
- “बन्दीगृह” का दूसरा शब्द “कारावास” है।
- इस शब्द का अनुवाद “कालकोठरी” भी किया जा सकता है, जब कारावास किसी भवन या राजमहल के तहखाने में हो।
- “बन्दी” का संदर्भ उन लोगों से भी हो सकता है जिन्हें उनके शत्रु बन्दी बनाकर उनकी इच्छा के विरूद्ध किसी स्थान में रखते हैं। इसका अनुवाद “दास” भी किया जा सकता है।
- “बन्दी बनाने” के अनुवाद हो सकते हैं, “बन्दी बनाकर रखना” या “दासता में रखना” या “कैद कर लेना”
(यह भी देखें: बन्दी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H612, H613, H615, H616, H631, H1004, H1540, H3608, H3628, H3947, H4115, H4307, H4455, H4525, H4929, H5470, H6115, H6495, H7617, H7622, H7628, G1198, G1199, G1200, G1201, G1202, G1210, G2252, G3612, G4788, G4869, G5083, G5084, G5438, G5439
बबूल
परिभाषा:
"बबूल" कनान में प्राचीन समय का एक कंटीला वृक्ष था जो आज भी बहुतायत से पाया जाता है।
- बबूल के पेड़ की नारंगी भूरे रंग की लकड़ी बहुत कठोर एवं दीर्घकालीन उपयोग की होती है। जिससे चीजें निर्माण करने के लिए यह उपयोगी सामग्री बनती है।
- यह लकड़ी आसानी से सड़ती नहीं है क्योंकि इसकी घनता बहुत अधिक है यह पानी को भी रोकती है, इसमें प्राकृतिक कीटनाशक निहित होते हैं।
- बाइबल में बबूल की लकड़ी निवास स्थान (भण्डार) और वाचा का सन्दूक बनाने में काम में ली गई थी।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: वाचा का सन्दूक, मिलापवाला तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बल, बलवन्त करना, दृढ़ किया, मजबूत, हियाव बाँधा
तथ्यों:
“बल” अर्थात शारीरिक, मानसिक या आत्मिक शक्ति। “बलवन्त करना” (स्थिर होना, दढ़ होना) अर्थात किसी को अधिक शक्तिशाली बनाना।
- “बल” का अर्थ यह भी है कि किसी प्रकार के विरोधी बल का सामना करना।
- परीक्षा में नहीं गिरनेवाले में “इच्छा शक्ति” होती है।
- भजनकार यहोवा को अपना “बल” कहता है अर्थात् परमेश्वर उसे बलवन्त होने में सहायता करता है।
- दीवार या भवन जैसी रचना को दृढ़ किया जाए तो इसका अर्थ है कि उसका पुनरूद्धार किया जा रहा है उसमें पत्थर और ईंटों को जोड़कर उसे अधिक दृढ़ किया जा रहा है कि वह आक्रमण का सामना कर पाए।
अनुवाद के सुझाव
- “बलवन्त करना” का सामान्यतः अनुवाद हो सकता है, “दृढ़ करना” या “अधिक शक्तिशाली बनाना”।
- आत्मिक अर्थ में “अपने भाइयों को स्थिर कर” का अनुवाद होगा, “अपने भाइयों को प्रोत्साहित कर” या “अपने भाइयों को धीरज धरने में सहायता प्रदान कर”।
- निम्नलिखित उदाहरण इन शब्दों का अर्थ दिखाते हैं, और इसलिए उनका अनुवाद कैसे किया जा सकता है, जब उन्हें लंबे समय तक भाव में शामिल किया जाता है।
- “बल का कटिबन्ध” अर्थात् “पूर्ण शक्ति देना जैसे कटिबन्ध कमर को थामे रहता है”।
- “शान्ति और विश्वास तेरा बल होगा” अर्थात् “शान्ति का आचरण और परमेश्वर में विश्वास तुझे आत्मिक शक्ति प्रदान करेगा”।
- "अपनी शक्ति का नवीनीकरण" का अर्थ "फिर से मजबूत हो जाएंगे”।
- "मेरी ताकत और मेरी बुद्धि से मैंने काम किया" इसका मतलब है "मैंने यह सब किया है क्योंकि मैं बहुत ताकतवर और बुद्धिमान हूं।"
- "दीवार को मजबूत करें" का अर्थ है "दीवार को सुदृढ़ करना" या "दीवार को फिर से बनाना"।
- “मैं तुझे स्थिर करूंगा” अर्थात् “मैं तुझे शक्तिशाली बनाऊंगा”।
- “उद्धार और बल यहोवा से है, अर्थात् “केवल यहोवा हमारा उद्धार करता है और हमें बल देता है”।
- “बल की चट्टान” अर्थात् “वह विश्वासयोग्य जो तुझे बल प्रदान करता है”
- “उसकी दहिनी भुजा के उद्धार के बल से” अर्थात् “वह तुझे संकटों से बलपूर्वक उबारता है जैसे कोई तुझे बलवन्त भुजा से पकड़े रहे”।
- “निर्बल” अर्थात् “दुर्बल” या “अधिक शक्तिशाली नहीं”।
- “अपनी पूरी शक्ति से” अर्थात् “अपने सर्वोत्तम प्रयास से” या “दृढ़ता से पूर्णतः”
(यह भी देखें: विश्वास, दृढ़ रहना, दाहिना हाथ, उद्धार)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H193, H202, H353, H360, H386, H410, H553, H556, H905, H1082, H1369, H1396, H1679, H2220, H2388, H2391, H2392, H2393, H2428, H2633, H3027, H3028, H3559, H3581, H3811, H3955, H4206, H4581, H5326, H5331, H5332, H5582, H5797, H5807, H5810, H5934, H5975, H6106, H6109, H6697, H6965, H7292, H7293, H7296, H7307, H8003, H8443, H8510, H8632, H8633, G461, G772, G950, G1411, G1412, G1743, G1765, G1840, G1849, G1991, G2479, G2480, G2901, G2904, G3619, G3756, G4599, G4732, G4733, G4741
बलवा , बलवा, बलवा किया, विद्रोह, विद्रोही, बलवाई, विद्रोह शीलता
परिभाषा:
“बलवा” शब्द का अर्थ है किसी के अधिकार के अधीन होने से इन्कार करना। “बलवा करने वाला” आज्ञा नहीं मानता है और बुरा काम करता है। ऐसा मनुष्य “बलवाई” कहलाता है
- मनुष्य बलवा करता है जब वह ऐसा काम करता है जिसके लिए अधिकारियों ने मना किया है।
- मनुष्य अधिकारियों द्वारा निर्दिष्ट कार्य न करे तो वह बलवा करता है।
- कभी-कभी मनुष्य अपने सरकार या शासकों से भी बलवा (विद्रोह) करते हैं।
- प्रकरण के अनुसार “बलवा करना” का अनुवाद “आज्ञा न मानना” या “विद्रोह करना” भी हो सकता है।
- “बलवाई” का अनुवाद “लगातार अवज्ञाकारी” या “आज्ञापालन से इन्कार” भी किया जा सकता है।
- “बलवा” का अर्थ है, “आज्ञा मानने से इन्कार” या “अवज्ञा” या “नियम विरोधी”
- “बलवा” का संदर्भ एक संगठित जनसमूह से भी हो सकता है जो नियम को तोड़कर अगुओं और जनता पर सार्वजनिक आक्रमण कर देते हैं। ये लोग अन्य मनुष्यों को भी साथ देने के लिए भड़काते हैं।
(यह भी देखें: अधिकार, शासक)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 14:14 इस्राएलियों के चालीस वर्ष तक जंगल में भटकने के बाद, वह सभी जो परमेश्वर के विरुद्ध बोलते थे मर गए।
- 18:07 दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध बलवा किया।
- 18:09 यारोबाम ने परमेश्वर का विद्रोह किया और लोगों को पाप में धकेल दिया।
- 18:13 यहूदा के बहुत से लोग परमेश्वर के विरुद्ध हो गए और अन्य देवताओं की उपासना करने लगे।
- 20:07 परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के विरुद्ध विद्रोह किया।
- 45:03 फिर स्तिफनुस ने कहा, “हे हठीले और परमेश्वर से बलवा करने वालों, तुम सदा पवित्र आत्मा का विरोध करते हो, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने सदैव परमेश्वर का विरोध किया और उसके भविष्यवक्ताओं को मार डाला।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H4775, H4776, H4777, H4779, H4780, H4784, H4805, H5327, H5627, H5637, H6586, H6588, H7846, G3893, G4955
बलिदान करना, बलि, भेंट, भेंट की वस्तुओं
परिभाषा:
बाइबल में "बलि" और "भेंट का" संदर्भ परमेश्वर की आराधना में विशेष भेंट चढ़ाने से है। लोगों ने भी झूठे देवताओं के लिए बलिदान चढ़ाये।
बलि
- परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाने में प्रायः पशु को वध किया जाता था।
- केवल यीशु- परमेश्वर का सिद्ध निष्पाप पुत्र, की बलि मनुष्यों के पापों से पूर्ण शोधन प्रदान कर सकती है, जानवरों का बलिदान कभी ऐसा नहीं कर सकता था।
भेंट
- "भेंट" शब्द का अर्थ है सामान्यतः है कि जो कुछ भी चढ़ाया गया था दिया गया। "बलि" का संदर्भ उस हर एक बात से था जो चढ़ाने वाले के लिए बहुत मूल्य की होती थी।
- परमेंश्वर के लिए भेंट को विशिष्ट चीजें थीं, जिन्हें उसने इस्राएलियों को भक्ति और आज्ञाकारिता व्यक्त करने के लिए आदेश दिया था।
- विभिन्न बलियों के नाम थे "होमबलि" और "मेलबलि" आदि से प्रकट था कि कैसी बलि चढ़ाए।
अनुवाद सुझाव
- "चढ़ाओ" का अनुवाद "परमेश्वर के लिए भेंट" या "परमेश्वर को दी हुई कोई वस्तु" या "कोई मूल्यवान वस्तु जो परमेश्वर को दी गई है" हो सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, शब्द "बलि" का अनुवाद "आराधना में कुछ मूल्यवान" या "एक विशेष जानवर को मार डाला और परमेश्वर को दिया गया" के रूप में भी किया जा सकता है।
- "बलिदान के लिए" क्रिया का अनुवाद "मूल्यवान" या "किसी जानवर को मारने और इसे परमेश्वर को दे" देने के लिए किया जा सकता है।
- "जीवित बलिदान के रूप में अपने आप को पेश करने" का अनुवाद करने का एक और तरीका हो सकता है "जैसे कि आप अपना जीवन जीते हैं, अपने आप को परमेश्वर के लिए पूरी तरह से वेदी पर चढ़ाया जाता जानवर के जैसे अपने आप को परमेश्वर को दे देना।"
(यह भी देखें: वेदी, होमबलि, अर्घ, झूठे देवता, मेलबलि, स्वैच्छा बलि, मेलबलि, याजक, पाप बलि, आराधना।
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __03:14__तब नूह जहाज में से निकल आने के बाद, उसने एक वेदी बनाई, जिसे बलिदान के लिये इस्तमाल किया जा सके और सभी तरह के जन्तुओ का बलिदान दिया| परमेश्वर उस बलिदान से प्रसन्न हुआ और नूह और उसके परिवार को आशीष दी|
- 05:06"अपने एकमात्र बेटे, इसहाक को ले, और बलिदान के रूप में मार डालो।" फिर अब्राहम ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया|
- 05:09 ईश्वर ने इसहाक के बदले बलिदान के लिए मेढ़ा प्रदान किया था|
- __13:09__जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा। एक याजक जानवर को मारकर वेदी पर जला देगा। उस जानवर का खून जो बलिदान किया गया था, उस व्यक्ति के पाप को आच्छादन किया और उस व्यक्ति को परमेश्वर की दृष्टि से साफ कर दिया।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
- 48:06 यीशु सबसे महान महायाजक है| दूसरे याजकों से भिन्न, उसने अपने आप को उस एकलौते बलिदान के रूप में अर्पण किया जो संसार के सभी मनुष्य के पाप को हटा सकती है|
- 48:08 परन्तु परमेश्वर ने यीशु को भेजा, परमेश्वर का मेम्ना, कि वह हमारे स्थान पर अपने आप को बलिदान करे|
- 49:11 क्योंकि यीशु ने स्वयं का बलिदान दिया, इसलिये परमेश्वर किसी भी पाप को क्षमा कर सकता है, यहाँ तक कि भयानक पापों को भी|
शब्द तथ्य:
- Strong's: H801, H817, H819, H1685, H1890, H1974, H2076, H2077, H2281, H2282, H2398, H2401, H2402, H2403, H2409, H3632, H4394, H4469, H4503, H4504, H5066, H5068, H5069, H5071, H5257, H5258, H5261, H5262, H5927, H5928, H5930, H6453, H6944, H6999, H7133, H7311, H8002, H8426, H8548, H8573, H8641, G266, G334, G1049, G1435, G1494, G2378, G2380, G3646, G4376, G5485
बहन, बहनों
परिभाषा:
बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता या किसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि वह किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है।
- नये नियम में "बहन" शब्द का आलंकारिक उपयोग उस स्त्री के लिए किया जाता है जो यीशु में सहविश्वासी है।
- कभी-कभी,"भाइयों और बहनों" शब्द मसीह के सब विश्वासी स्त्री-पुरुष के लिए उपयोग किया गया है।
- पुराने नियम की पुस्तक श्रेष्ठगीत में "बहन" शब्द प्रेमी या जीवन साथी के लिए उपयोग किया गया है।
अनुवाद के सुझाव:
- अतः उचित होगा कि लक्षित भाषा में इस शब्द का अनुवाद करते समय अनुवांशिक या प्राकृतिक बहन के लिए काम में आने वाले शब्द का ज्यों का त्यों ही उपयोग करें, जब तक कि इसका अभिप्राय गलत न हो।
- इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मसीह में बहन” या “आत्मिक बहन” या “मसीह की विश्वासी स्त्री” या “सहविश्वासी महिला”।
- संभव हो तो पारिवारिक शब्द काम में लेना सबसे अच्छा है।
- यदि लक्षित भाषा में विश्वासी शब्द का स्त्रीलिंग रूप हो तो इसे काम में लेना संभावित अनुवाद हो सकता है।
- प्रेमी या पत्नी के संदर्भ में “प्रिय” या “प्रियतम” का स्त्रीलिंग शब्द काम में ले।
(यह भी देखें: भाई मसीह में, आत्मा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H269, H1323, G27, G79
बहिष्कृत, निकाल दिया, बाहर निकालना
परिभाषा:
“निकालना” या "निकालता" अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को बलपूर्वक दूर करना।
- "डालना" शब्द का अर्थ "फेंकना" के समान है। जाल डालने का मतलब है जाल को पानी में फेंकना।
- प्रतीकात्मक उपयोग में “निकालना” या “दूर करना” अर्थात किसी का त्याग करना या उसे अपने से दूर करना
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण पर आधारित इसके अन्य अनुवाद रूप होंगे, “बलपूर्वक बहिष्कार करना” या “अलग कर देना” या “पीछा छुड़ाना”
- “दुष्टात्मा निकालना” इसका अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा को निकल जाने पर विवश करना” या “दुष्टात्मा को बाहर निकालना” या “दुष्टात्मा का बहिष्कार करना” या “दुष्टात्मा को निकल जाने की आज्ञा देना”।
- आराधनालय या कलीसिया से किसी को "बाहर निकालने" का अनुवाद हो सकता है, उनको बहिष्कृत करना" या "उनको बाहर करना|"
(यह भी देखें: दुष्टात्मा, दुष्टात्माग्रस्त, बहुत सारे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1272, H1644, H1920, H3423, H7971, H7993, G15440
बागा, बागा धारण
परिभाषा:
बागा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में अचकन के समान होता है।
- बागा सामने खुला रहता है और कमरबंद या पट्टे से बंघा होता हैं।
- उनकी लम्बाई बड़ी या छोटी होती है।
- बैंगनी रंग का बागा राजा पहनते थे जो राजाधिकार, वैभव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था।
(यह भी देखें: राजसी, अंगरखा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0145, H0155, H0899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G17460, G20670, G24400, G47490, G40160, G55110
बांज वृक्ष, बांज वृक्षों
परिभाषा:
बांज, या बांज वृक्ष मोटे तने और फैली हुई शाखाओं का एक लम्बा पेड़ होता है।
- बांज वृक्ष की लकड़ी कठोर और दृढ़ होती है जिससे जहाज, हल, जूए और सहारे की छड़ी बनाए जाते थे।
- इस वृक्ष के फल को बंजुफल कहते हैं।
- कुछ बांज वृक्षों के तने 6 मीटर मोटे होते हैं।
- बांज वृक्ष दीर्घायु के प्रतीक थे, उनके अन्य आत्मिक अर्थ भी है। बाइबल में इनका संबन्ध पवित्र स्थानों से है।
अनुवाद के सुझाव:
- कई अनुवादों को "बांज वृक्ष" शब्द का उपयोग करने के बजाय केवल "बांज" शब्द का उपयोग करना महत्वपूर्ण होगा।
- यदि लक्षित भाषा के स्थान में बांज वृक्ष नहीं है तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक बड़ा बांज का छायादार वृक्ष” और इसके गुणों वाले किसी स्थानीय वृक्ष का नाम दें।
*देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: पवित्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H352, H424, H427, H436, H437, H438
बाँसुरी, नर्सीगा
परिभाषा:
बाइबल के युग में बाँसुरी हड्डियों या लकड़ी के खोखले वाद्य-यन्त्र थे जिनसे ध्वनि निकलती थी। बाँसुरी एक प्रकार की नली थी।
- अधिकांश नलियों में सरकंडे जो मोटे घास के बने थे, हवा फूंकने पर कम्पन उत्पन्न होता था।
- एक नली जिसमें सरकंडे नहीं होते थे उन्हें बाँसुरी कहते थे।
- चरवाहे अपनी भेड़ों को शान्ति देने क लिए बांसुरी बजाते थे।
- इन वाद्यों द्वारा सुख या दुःख का संगीत बजाया जाता था।
(यह भी देखें: झुण्ड, चरवाहा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4953, H5748, H2485, H2490, G08320, G08340, G08360
बीज, वीर्य
परिभाषा:
बीज पौधे का वह भाग है जिसे भूमि में डालने पर उसी जाति का पौधा अंकुरित होता है।तथापि बाइबल में "बीज" शब्द का उपयोग लाक्षणिक रूप में भी किया गया है जिसके अनेक भिन्न-भिन्न अर्थ हैं।
- "बीज" शब्द प्रतीकात्मक और शिष्टोक्ति रूप में स्त्री-पुरुष की सन्तानोत्पत्ति की सूक्ष्म कोशिकाओं के लिए भी काम में लिया गया है। इनको वीर्य कहा जाता है।
- इसी संदर्भ में "बीज" शब्द मनुष्य की सन्तान या वंशजों के लिए भी काम में लिया जाता है।
- इस शब्द का अर्थ प्रायः बहुवचन में होता है जो एक से अधिक बीज के दानों या एक से अधिक वंशजों के संदर्भ में होता है।
- बीज बोनेवाले के दृष्टान्त में यीशु उसके बीजों की तुलना परमेश्वर के वचनसे करता है, जब यह मनुष्यों के मन में अंकुरित होता है तब उत्तम आत्मिक फल लाता है।
- प्रेरित पौलुस भी "बीज" शब्द का उपयोग परमेश्वर के वचन के संदर्भ में करता है।
अनुवाद के सुझाव:
- जब संदर्भ वास्तव में बीज का ही हो, तो अनुवाद में "बीज" शब्द का ही उपयोग किया जाए, जो लक्षित भाषा में उपयोग किया जाता है,अर्तात किसान द्वारा अपने खेत में बोया जाने वाला बीज।
- जब परमेश्वर के वचन का लाक्षणिक संदर्भ हो तब बीज शब्द को ज्यों का त्यों ही काम में लेना होगा.
- प्रतीकात्मक उपयोग में जब सन्दर्भ एक ही वंश के पारिवारिक सदसयों से हो तब "बीज" की अपेक्षा "वंशज" या "वंशजों" शब्दों का उपयोग अधिक स्पष्ट होगा। कुछ भाषाओं में ऐसा शब्द भी हो सकता है जिसका अर्थ "सन्तान और नाती-पोते" हो।
- स्त्री या पुरुष का "बीज" के लिए देखें कि लक्षित भाषा में इसे किस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है जिससे पाठकों को बुरा न लगे या लज्जा का अनुभव न हो। (देखें: व्यंजना)
(यह भी देखें: वंशज, सन्तान
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2232, H2233, H3610, H6507, G4615, G4687, G4690, G4701, G4703
बीनने, बीनता, बीना हुआ, इकट्ठा करना
परिभाषा:
“सिला बीनना” खेत से या बगीचे से अन्न और फल जो लवनी करने वालों के हाथों से गिर गए उनको उठाना।
- परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे विधवाओं, गरीबों और परदेशियों को गिरा हुआ अन्न उठाने दें कि उनके भोज के लिए हो।
- कभी-कभी खेत का स्वामी सिला बीनने वालों को लवनी करनेवालों के निकट भी आने देता था जिससे वे और भी अधिक अन्न बटोर सकते थे। इस व्यवस्था का स्पष्ट उदाहरण रूत की कहानी में है उसे उदारता-पूर्वक उसके एक संबन्धी बोआज के खेत में लवनी करनेवालों के पास उदारता-पूर्वक सिला बीनने दिया था।
- “सिला बीनने” के अनुवाद हो सकते हैं, “चुनना” या “एकत्र करना” या “संग्रह करना”।
(यह भी देखें: बोआज, अन्न, फसल, रूत)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3950, H3951, H5953, H5955
बुझाना, बुझेगी, नहीं बुझती
परिभाषा:
“बुझाना” शब्द का अर्थ है आग बुझाना या सन्तोष की अभिलाषा को त्यागना।
- इस शब्द का उपयोग सामान्यतः प्यास बुझाने के संदर्भ में किया जाता है, पेय पदार्थ पीकर प्यास को शान्त करना।
- इसका संदर्भ अग्निदमन से भी है।
- आग और प्यास दोनों ही पानी से बुझते हैं।
- पौलुस “बुझाने” शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लेता है, जब वह विश्वासियों को कहता है, “पवित्र आत्मा को न बुझाओ”। इसका अर्थ है कि मनुष्यों में पवित्र आत्मा के फल तथा वरदानों से मनुष्यों को निरूत्साह न करें। पवित्र आत्मा को बुझाने का अर्थ है ऐसे काम करना कि पवित्र आत्मा मनुष्यों में अपना सामर्थ्य एवं कार्य प्रकट न कर पाए।
(यह भी देखें: फल, वरदान, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1846, H3518, H7665, H8257, G762, G4570
बुद्धिमानी, बुद्धिमानी, बुद्धिपूर्वक
तथ्य:
“बुद्धिमान” (चतुर) वह मनुष्य जो अपने कामों के बारे में सावधानी पूर्वक विचार करता है और समझदारी के निर्णय लेता है।
- “बुद्धिमानी” प्रायः उस क्षमता के संदर्भ में होती है जिसके द्वारा व्यावहारिक, सांसारिक बातों के निर्णय लिए जाते हैं, जैसे पैसे या सम्पदा का प्रबन्ध करना।
- यद्यपि “बुद्धिमानी” और “बुद्धि” अर्थ में एक से हैं, बुद्धि अधिक सामान्य और आत्मिक या नैतिक बातों पर केन्द्रित होती है।
- प्रकरण के अनुसार "बुद्धिमान का अनुवाद हो सकता हैः "चतुर" या "सर्तक" या समझदार।"
(यह भी देखें: चतुर, आत्मा, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H995, H5843, H6175, H6191, H6195, H7080, H7919, H7922, G4908, G5428
बुद्धिमानों, मंत्री
तथ्य:
"बुद्धिमान मनुष्य" का साधारण सा अर्थ है, बुद्धि से परिपूर्ण लोग।बाइबल में, "बुद्धिमान" शब्द अक्सर उन मनुष्यों को दर्शाता है जो असाधारण ज्ञान और योग्यताएं रखते थे और राजा के दरबार में या उच्च अधिकारियों के लिए परामर्शदाता थे।
पुराना नियम
- कभी-कभी शब्द "बुद्धिमान पुरुष" को पाठ में "विवेकपूर्ण पुरुष" या "समझ वाला पुरुष" भी कहा गया है। यह उन लोगों को संदर्भित करता है जो बुद्धिमानी और सत्य से कार्य करते हैं क्योंकि वे परमेश्वर की आज्ञा मानते हैं।
- "बुद्धिमानों" जिन्होंने फिरौन और अन्य राजाओं की सेवा की थी, वे अक्सर विद्वान थे, जिन्होंने सितारों का अध्ययन किया था, विशेषकर उन सितारों के विशेष अर्थों की खोज करते थे जिन सितारों ने आकाश में विशिष्ट स्थिति बनायी होती थी। कभी-कभी, "बुद्धिमान मनुष्य" शकुन भी विचारते थे, जादू टोना करते थे,संभवतः दुष्टात्माओं की सहायता से।
- अक्सर बुद्धिमान पुरुषों से स्वप्न के अर्थ की व्याख्या करने की उम्मीद की जाती थी। उदाहरण के लिए, राजा नबूकदनेस्सर ने मांग की कि उसके बुद्धिमान पुरुष उसके सपनों का वर्णन करें और उसे बताएं कि उसका अर्थ क्या है, लेकिन उनमें से दानिय्येल के सिवाय कोई भी ऐसा करने के लिए, सक्षम नहीं था क्योंकि उसने परमेश्वर की ओर से इसका ज्ञान प्राप्त किया था।
नया नियम
- यीशु के दर्शनार्थ पूर्वी क्षेत्रों से आने वाले पुरुषों के समूह को "ज्योतिशिओं" कहा जाता था, जिसे अक्सर "बुद्धिमान पुरुष" के रूप में अनुवादित किया जाता है, क्योंकि यह शायद उन विद्वानों को दर्शाता है जिन्होंने पूर्वी देश के किसी शासक की सेवा की थी।
अनुवाद के सुझाव
- संदर्भ के आधार पर इस उक्ति, "बुद्धिमान पुरुष" शब्द का अनुवाद "बुद्धिमान" या "प्रतिभाशाली पुरुषों" या "शिक्षित पुरुषों" या किसी अन्य कोई शब्द जो किसी शासक के अधीन महत्वपूर्ण कार्य करने वाले मनुष्यों के सन्दर्भ में हो।
- जब "बुद्धिमान पुरुष" का अभिप्राय मात्र बुद्धिमान मनुष्यों से हो तो "बुद्धिमान" शब्द का अनुवाद वैसे ही किया जाय जैसे बाइबल में अन्य स्थानों में किया गया है।
(यह भी देखें: बाबेल, दानिय्येल, शकुन, जादू-टोना, नबूकदनेस्सर, शासक, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2445, H2450, H3778, H3779, G4680
बुरा, गलत करना, बुरा करनेवाला, दुर्व्यवहार, चोट पहुँचाना, कष्टदायक
परिभाषा:
“बुरा” करने का अर्थ है किसी के साथ अन्याय करना या अनिष्ठ व्यवहार करना।
- "दुर्व्यवहार" शब्द का अर्थ है किसी व्यक्ति के साथ बुरा या कठोर व्यवहार करना, उस व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक कष्ट पहुंचाना।
- "चोट" शब्द अधिक सामान्य है और इसका अर्थ है "किसी को किसी प्रकार हानि पहुंचाना।" इसमें अक्सर "शारीरिक चोट" का अभिप्राय होता है।
- संदर्भ के आधार पर, इन शब्दों का अनुवाद हो सकता है, " किसी के साथ गलत करना" या "अन्याय का व्यवहार करना" या "हानि पहुँचाना" या "हानिकारक व्यवहार करना" या "चोट पहुँचाना," आदि।
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0205, H0816, H2248, H2250, H2255, H2257, H2398, H2554, H2555, H3238, H3637, H4834, H5062, H5142, H5230, H5627, H5753, H5766, H5791, H5792, H5916, H6031, H6087, H6127, H6231, H6485, H6565, H6586, H7451, H7489, H7563, H7665, H7667, H7686, H8133, H8267, H8295, G0091, G0092, G0093, G0095, G0264, G0824, G0983, G0984, G1536, G1626, G1651, G1727, G1908, G2556, G2558, G2559, G2607, G3076, G3077, G3762, G4122, G5195, G5196
बेसुध होकर
परिभाषा:
“बेसुध होकर” मस्तिष्क की वह दशा है जिसमें मनुष्य जागृत तो रहता है परन्तु उसे अपने आसपास की अनुभूति नहीं होती है, क्योंकि वह किसी और बात को देख रहा और अनुभव कर रहा होता है।
- नये नियम में यह शब्द मस्तिष्क की अलौकिक स्थिति का वर्णन करता है जैसी पतरस और पौलुस की थी जब परमेश्वर ने उनसे दर्शन में बातें की थीं।
- पतरस और पौलुस दोनों ही प्रार्थना कर रहे थे जब वे बेसुध हो गए थे।
- परमेश्वर ने उन्हें मूर्छा की स्थिति में किया था।
- "बेसुध" न तो एक "दर्शन" है और न ही एक "सपना" है और अलग ढंग से अनुवाद किया जाना चाहिए।
- “बेसुध होना” अर्थात् “जागते हुए नींद में आ गया”।
(यह भी देखें: स्वप्न, दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
बैंगनी
तथ्य:
“बैंगनी” शब्द एक रंग का नाम है जो नीले और लाल का मिश्रण है।
- प्राचीन युग में, बैंगनी रंग दुर्लभ था और अत्यधिक मूल्यवान रंग था। राजाओं तथा उच्च अधिकारियों के वस्त्र इसी मसाले से रंगे जाते थे।
- इस रंग का निर्माण महंगा और समय लेनेवाला होता था, बैंगनी वस्त्र धनवान होने, विशिष्ट होने तथा राजसी होने का प्रतीक था।
- निवास के मण्डप और मन्दिर के परदों का रंग भी बैंगनी था याजकों के एपोद का रंग भी बैंगनी था।
- बैंगनी रंग समुद्री घोंघे को कुचल कर या उबलते हुए पानी में डालकर निकाला जाता था, या घोंघों को जीवित रखकर यह रंग छोड़ने के लिए उकसाया जाता था। यह एक मंहगी प्रक्रिया थी।
- रोमी सैनिकों ने यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बैंगनी वस्त्र पहनाकर उसकी निन्दा की थी क्योंकि उस पर दोष लगाया गया था कि वह यहूदियों का राजा है।
- फिलिप्पी नगर की लुदिया बैंगनी वस्त्र बेचकर जीविकोपार्जन करती थी।
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: एपोद, फिलिप्पी, शाही, मिलापवाला तम्बू, मंदिर
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0710, H0711, H0713, G42090, G42100, G42110
बोझ, भारी, कठोर परिश्रम, अभिव्यक्तियाँ
परिभाषा:
बोझ कोई भारी वस्तु हो सकता है. इसका मूल अर्थ में सन्दर्भ किसी पदार्थ सम्बन्धी भार से होता है जिसे पशु द्वारा उठाया जाता है. "बोझ" शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं.
- बोझ का सन्दर्भ किसी मनुष्य के कठिन दायित्व या महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व से भी होता है. उसके लिए कहा जाता है कि वह “भारी बोझ” "उठा रहा है" या “से दबा है.”
- निर्दयी शासक अपनी जनता पर बोझ डालता है जैसे उनसे बलात बहुत अधिक कर वसूल करना.
- जो मनुष्य किसी पर बोझ होना नहीं चाहता वह किसी के लिए कष्ट का कारण नहीं होना चाहता है.
- मनुष्य के लिए दोष उसके लिए एक बोझ है.
- “प्रभु का भारी वचन” भविष्यद्वक्ता द्वारा परमेश्वर की प्रजा को सुनाए गए “परमेश्वर के सन्देश” की आलंकारिक अभिव्यक्ति है.
- ”बोझ” जिसका अनुवाद हो सकता है, “दायित्व” या “कर्तव्य” या “भारी बोझ” या “सन्देश” प्रकरण के अनुसार जैसा भी हो.
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H9260, H3053, H4614, H4853, H4864, H5445, H5447, H5448, H5449, H6006, G4, G916, G922, G2347, G2599, G2655, G5413
भटकना, भटक जाते हैं, भटक गए, भरमाना, गलत दिशा की ओर
परिभाषा:
“भटका दिया” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने स्वेछा से अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी।
*“भटकना” शब्द समतल पथ या सुरक्षा के स्थान को छोड़कर गलत और खतरनाक मार्ग में जाने का भाव व्यक्त करता है।
*चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “भटकी हुई” कहते हैं। परमेश्वर पापियों की तुलना उन भेड़ों से करता है जो उसका त्याग करके “भटक गई” हैं।
अनुवाद के सुझाव:
- “भटकने” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “ऎसी जीवन शैली रखना जो परमेश्वर से दूर जाए।”
- “किसी को भरमाना” का अनुवाद हो सकता है, “किसी को परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए प्रेरित करना” या “किसी को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए प्रभावित करना” या “किसी को गलत मार्ग पर अपने पीछे चलाना”
(यह भी देखें: अवज्ञा, चरवाहे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105, G5351
भट्ठा
तथ्य:
भट्ठा एक बहुत बड़ा अग्निकुण्ड होता था जिसमें बहुत उच्च तापमान की आग जलती थी।
- प्राचीन युग में भट्ठे धातु को पिघलाकर पकाने के बर्तन, गहने, हथियार और मूर्तिया बनाने के लिए धधकाए जाते थे।
- मिट्टी के बर्तन पकाने के लिए भी भट्ठे जलाए जाते थे।
- कभी मिट्टी शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जाता है कि बहुत गर्म का भाव व्यक्त हो।
(यह भी देखें: मूरत, छवि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H861, H3536, H3564, H5948, H8574, G2575
भड़काना, भड़काना, भड़काना, भड़काना, भड़काना
तथ्य:
“भड़काना” किसी में नकारात्मक प्रतिक्रिया या भावना उत्पन्न करवाना।
- किसी को क्रोध दिलाने का अर्थ है किसी के लिए क्रोध का कारण होना। इसका अनुवाद हो सकता है, “क्रोध दिलाना” या “क्रोधित करना”
- “उसे भड़काओ नहीं” इसका अनुवाद हो सकता है, “क्रोध मत दिलाओ” या “क्रोध करने का कारण मत बनो” या “क्रोध मत करो”।
(यह भी देखें: क्रोधित)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3707, H3708, H4784, H4843, H5006, H5496, H7065, H7069, H7107, H7264, H7265, G653, G2042, G3863, G3893, G3947, G3948, G3949, G4292
भण्डार, भण्डार
परिभाषा:
"भण्डार गृह" प्रायः अन्न और अन्य वस्तुओं को लम्सुबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई बड़ी बड़ी इमारतें होती हैं।
- बाइबल में “भण्डार गृह” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिएअकाल के समय हेतु सुरक्षित रखने के लिए काम में लिए जाते थे।
- यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन सब अच्छी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो परमेश्वर अपने लोगों को देना चाहता है।
- मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा जाता था।
- “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अन्न भण्डारण का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”।
(यह भी देखें: अभिषेक करना, समर्पण करना, अकाल, सोना, अन्न, चांदी, मन्दिर)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H214, H618, H624, H4035, H4200, H4543, G596
भय, चकित, बुरे, बुरी तरह से, भयातुर, भयानक
परिभाषा:
“भय” का संदर्भ आंतक और भय की अनुभूति से है। जिस मनुष्य को भय से कंपकंपी हो रही हो उसे भयातुर कहते हैं।
“भय” मात्र डर से अधिक प्रबल होती है।
- जो मनुष्य ऐसा डर जाए कि काटो तो खून नहीं वह आघात या जड़वत हो जाता है।
(यह भी देखें: भय, डर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H367, H1091, H1763, H2152, H2189, H4032, H4923, H5892, H6343, H6427, H7588, H8047, H8074, H8175, H8178, H8186
भय, भययोग्य
परिभाषा:
“भय” शब्द किसी महान, सामर्थी एवं भव्य बात को देखकर विस्मय और अगाध सम्मान की भावना के संदर्भ में है।
- “भय” शब्द किसी मनुष्य या वस्तु द्वारा भय उत्पन्न करने के संदर्भ में है।
भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा का दर्शन देखा जो “भययोग्य” या “विस्मयकारी भय” का था।
- परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति भय की प्रतिक्रिया के शब्द हैं, डरना, दण्डवत् करना या घुटने टेकना, मुंह छिपाना और कांपना।
(यह भी देखें: भय, महिमा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H366, H1481, H3372, H6206, H7227, G2124
भस्म कर देगा, खाए,
परिभाषा:
“भस्म करना” का मूल अर्थ है, उपभोग करके समाप्त करना| इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं।
- बाइबल में "खाए" शब्द को वस्तुओं या मनुष्यों को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है।
- आग भस्म करती है अर्थात जलाकर राख कर देती है।
- परमेश्वर को “भस्म करने वाली आग” कहा गया है जो पाप के विरूद्ध उसके क्रोध का वर्णन है। उसका क्रोध पश्चातापरहित पापियों को भयानक दण्ड देता है।
- भोजन खा जाना अर्थात किसी भोजन वस्तु को खाना-पीना।
- "भूमि को भस्म कर देना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है।
अनुवाद के सुझाव
- भूमि और मनुष्यों के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “विनाश” किया जा सकता है।
- जब संदर्भ आग का हो तो इसका अनुवाद “जलाकर राख कर देना” हो सकता है।
- मूसा ने जिस जलती हुई झाड़ी को देखा था वह "भस्म नहीं हो रही थी", इसका अनुवाद हो सकता है, “जल कर राख नहीं हुई” या “जल कर समाप्त नहीं हुई”
- भोजन के संदर्भ में "भस्म कर देगा" का अनुवाद हो सकता है, “खाना” या “चट कर जाना”
- किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म होना" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”।
- “परमेश्वर भस्म करने वाली आग है” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ऐसी आग है जो खाक कर देती है” या “परमेश्वर पाप से क्रोधित होकर पापियों को आग की तरह जलाकर राख कर देता है।”
(यह भी देखें: चट कर जाना, क्रोध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4529, H5595,H8046, H8552, G355, G2618, G2654, G2719, G5315,
भस्म करना/फाड़ खाना
परिभाषा:
“फाड़ खाना” अर्थात उग्रता से खा जाना या निगल लेना।
- इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग पौलुस करता है जब वह विश्वासियों से कहता है कि एक दूसरे को फाड़ खाते हो। अर्थात वचनों और कर्मों द्वारा एक दूसरे को हानि मत पहुंचाओ। (गला. 5:15)
- “भस्म हो जाएगा” प्रतीकात्मक रूप में “पूरी तरह से नष्ट” के लिए काम में लिया जाता है जब जातियां एक दूसरे का विनाश करती हैं या आग मकानों और मनुष्यों को जला कर राख कर देती हैं।
- इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पूर्णतः ध्वंस करना" या "पूर्णतः नष्ट करना।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0398, H0399, H0400, H0402, H1104, H1105, H3216, H3615, H3857, H3898, H7462, H7602, G20680, G26660, G27190, G53150
भाला, भाले, कुन्तधारी
परिभाषा:
भाला एक ऐसा हथियार होता था जिसके सिरे पर धातु का सां चदाया हुआ फल लगा होता था तथा उसके पीछे पकड़ने हेतु लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था।
- बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में लेना एक आम अभ्यास था। आज भी कभी-कभी जन जातियों के झगड़ों में भाले काम में लिए जाते हैं।
- यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक रोमी सैनिक ने भाले से उसकी पसली को छेदा था ।
- कभी-कभी लोग मछली या अन्य शिकार को मारने के लिए भाला काम में लेते हैं।
- ऐसे ही हथियार “बर्छी” और "शूल” हैं।
- सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” के अनुवाद से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घोंपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले में एक लम्बे डंडे के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है।
(यह भी देखें: शिकार, रोम., तलवार, योद्धा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1265, H2595, H3591, H6767, H7013, H7420, G3057
भावी कहने, भावी कहनेवालों, भूत सिद्धिवालों, ज्योतिषी
परिभाषा:
“भावी कहने” तथा “भूत सिद्धिवालों” एक अभ्यास था जिसमें लोग अलौकिक संसार में आत्माओं से जानकारी लेते थे। ऐसा काम करने वाले को “भावी कहने वाला” या “भूत सिद्धी करनेवाला” कहते थे।
- पुराने नियम के समय, परमेश्वर की आज्ञा थी कि इस्राएली भावी कहना या भूत सिद्धि का अभ्यास न करे।
- ऊरिम और तुमिम द्वारा परमेश्वर ने अपनी इच्छा जानने की उन्हें अनुमति दी थी। ये दो पत्थर थे जिन्हें परमेश्वर ने प्रधान पुरोहित के लिए दिए थे कि वह इस उद्देश्य के निमित्त उन्हें काम में ले। परन्तु दुष्टात्माओं के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने की अनुमति उसने उन्हें नहीं दी थी।
- अन्यजाति दर्शी आत्मिक संसार से जानकारियां प्राप्त करने के लिए विभिन्न विधियां काम में लेते थे जैसे पशुओं की आंतड़ियों का परीक्षण करके या हड्डियों को भूमि पर डालकर उनका आकार देखना।
- नए नियम में, यीशु और प्रेरितों ने भी भविष्यवाणी, भूत-सिद्धी, जादू टोना और जादू को खारिज किया है। इन सभी प्रथाओं में बुरी आत्माओं की शक्ति का उपयोग करना शामिल है और ईश्वर द्वारा निंदा की जाती है।
(यह भी देखें: प्रेरित, झूठे देवता, जादू-टोना, भूत-सिद्धी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1870, H4738, H5172, H6049, H7080, H7081, G4436
भूसी
परिभाषा:
भूसी गेहूं की रक्षात्मक आवरण होती है जिसे सूखे गेहूं से अलग किया जाता है। भूसी खाने योग्य नहीं होती है इसलिए उसे गेहूं से अलग करके फेंक दिया जाता था।
- अन्न को हवा में उछालने से भूसी उड़कर गेहूं से अलग हो जाती है। भूसी हवा में उड़ जाती थी और अन्न के दाने नीचे भूमि पर गिर जाते थे। इस प्रक्रिया को "सूप" कहते हैं।
- बाइबल में इस शब्द को दुष्ट जनों तथा दुष्टता की निकम्मी बातों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है।
(यह भी देखें: अन्न, गेहूं, हवा में उड़ाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2842, H4671, H5784, H8401, G08920
भेजना, भेजा, भेजा गया,
परिभाषा:
“भेजना” अर्थात किसी को या किसी वस्तु को कहीं जाने के लिए विवश करना। “बाहर भेजना” अर्थात किसी को किसी दूत कार्य पर ले जाना।
- "बाहर भेजा गया" मनुष्य प्रायः किसी विशेष कार्य के लिए नियुक्त किया जाता है।
- “वर्षा भेजना” या “विनाश लाना” अर्थात “आने का कारण होना” ऐसी अभिव्यक्ति परमेश्वर के लिए काम में ली जाती है कि वह ऐसा होने का कारक है।
- “भेजना” शब्द का उपयोग “सन्देश भेजना” या “समाचार भेजना” अभिव्यक्तियों में भी काम में लिया जाता है अर्थात किसी को सन्देश सौंपना कि किसी को सुनाए।
- किसी को किसी वस्तु "के साथ" “भेजना” अर्थात, किसी और को वह वस्तु ले जाकर देना, प्रायः कुछ दूर तक ले जाना कि आपेक्षित मनुष्य को वह प्राप्त हो।
- यीशु बार-बार कहता था “वह जिसने मुझे भेजा है” यह वाक्यांश पिता परमेश्वर के सन्दर्भ में था जिसने उसे पृथ्वी पर "भेजा" था कि मनुष्यों को मुक्त करा कर उनका उद्धार करे। इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “वह जिसने मुझे इस दूतकार्य पर भेजा है"
(यह भी देखें: निुयक्त, छुटकारा दिलाना),
निकालना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882
भेड़-बकरियों, समूह, झुण्ड, गाय-बैलों
परिभाषा:
बाइबल में “झुण्ड” शब्द भेड़ या बकरियों के समूह के लिए काम में लिया गया है और कभी-कभी यह शब्द मवेशियों, बैलों और सूअरों के लिये भी काम में लिया गया है।
- विभिन्न भाषों में पशुओं और पक्षियों के नाम विभिन्न रूपों में व्यक्त किये जाते है।
- अपनी भाषा में विभिन्न पशु समूहों के लिए काम में लिए गए शब्दों का अवलोकन करें।
- जिन पदों में “झुण्ड और वृन्द” का संदर्भ है वहाँ उचित होगा कि उनके आगे “भेड़ों का” या “मवेशियों का”, उदाहरणार्थ यदि उस भाषा में पशुओं के समूहों के लिए अलग-अलग शब्द न हों। उदाहरणार्थ अंग्रेजी में “हर्ड” शब्द भेड़ों और बकरियों के लिए भी काम में लिए जाते हैं। परन्तु बाइबल में नहीं।
(यह भी देखें: बकरी, बैल, सुअर, भेड़,)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H951, H1241, H2835, H4029, H4735, H4830, H5349, H5739, H6251, H6629, H7399, H7462, G34, G4167, G4168
भेड़, मेंढ़ा, भेड़शाला, भेड़शाला, भेड़ का ऊंन कतरने वाला, भेड़ की खाल
परिभाषा:
“भेड़” एक छोटा चैपाया होती है जिसके शरीर पर ऊन होता है। नर भेड़ को मेढ़ा कहते हैं। मादा भेड़ को भेड़ कहते हैं "भेड़" का बहुवचन भी "भेड़" है।
- भेड़ के बच्चे को मेम्ना कहते हैं।
- इस्राएली अधिकतर भेड़ को बलि के लिए काम में लेते थे, विशेष करके नर भेड़ और मेम्ना।
- लोग भेड़ का मांस खाते हैं और उसके ऊन को वस्त्र और अन्य चीज़े बनाने के लिए उपयोग करते है।
- भेड़ बहुत भरोसा करने वाला, दुर्बल एवं भीरू प्राणी होता है। वे भटकने के लिए आसानी से प्रभावित हो जाते हैं। उन्हें अगुआई, सुरक्षा, भोजन-पानी एवं रहने के लिए चरवाहे की आवश्यकता होती है।
- बाइबल में मनुष्य की तुलना भेड़ से की गई है जिनका चरवाहा परमेश्वर है।
(अनुवाद के सुझाव: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: इस्राएल, मेम्ना, बलि, चरवाहा)
बाइबल के सन्दर्भ:
बाइबल के कहानियों के उदाहरण:
- 9:12 एक दिन, मूसा अपनी भेड़ो की देख रेख कर रहा था , तब उसने देखा कि किसी झाड़ी में आग लगी है |
- __17:2__बैतलहम नगर में दाऊद एक चरवाहा था | वह अपने पिता की भेड़ो की रखवाली करता था, दाऊद ने अलग-अलग समय पर भालू व शेर दोनों को मार गिराया जिन्होंने भेड़ों पर आक्रमण किया था |
- 30:3 यीशु ने लोगों की बड़ी भीड़ देखी और उन पर तरस खाया | क्योंकि वह उन भेड़ो के समान थे जिनका कोई रखवाला न हो |
- 38:8 तब यीशु ने उनसे कहा, “तुम सब मुझे छोड़ दोगे, क्योंकि लिखा है: मैं रखवाले को मारूँगा, और भेड़े तितर-बितर हो जाएँगी |”
शब्द तथ्य:
- Strong's: H352, H1494, H1798, H2169, H3104, H3532, H3535, H3733, H3775, H5739, H5763, H6260, H6629, H6792, H7353, H7462, H7716, G4165, G4262, G4263
भेड़िया, जंगली कुत्ते
परिभाषा:
भेड़िया एक क्रूर मांसाहारी पशु होता है जो कुत्ते जैसा दिखता है।
- भेड़िये आमतौर पर समूहों में शिकार करते हैं और चालाक और गुपचुप तरीके से अपने शिकार को घेरते हैं।
- बाइबल में, "भेड़िए" शब्द का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से झूठे शिक्षक या झूठे भविष्यद्वक्ताओं के लिए किया गया है जो विश्वासियों का नाश करते हैं| उनकी तुलना भीड़ों से की गई है। झूठी शिक्षा लोगों को गलत बातों पर विश्वास करने का कारण होती है जो उन्हें नुकसान पहुँचाती हैं।
- यह तुलना इस तथ्य पर आधारित है कि भेड़े भेड़ियों के आक्रमण और भक्षण के लिए अरक्षित होती हैं क्योंकि उनके पास अपनी रक्षा के लिए कुछ भी नहीं होता है।
अनुवाद के सुझाव
- इस शब्द का अनुवाद, “जंगली कुत्ते” या “जंगली जानवर” हो सकता है।
- जंगली कुत्ते के दुसरे नाम हो सकता है "सियार" या "भेड़िया।"
- जब प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य के लिए प्रयोग किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "बुरे लोग को जो लोगों को नुकसान पहुँचाते हैं जैसे जानवर जो भेड़ों पर हमला करता है। "
(यह भी देखें: बुराई, झूठे भविष्यद्वक्ता, भेड़, सिखाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2061, H3611, G30740
भेद, गुप्त सत्य
परिभाषा:
बाइबल में “भेद” शब्द का संदर्भ किसी अज्ञात या समझने में दुर्बोध बात से है जिसे परमेश्वर अब प्रकट कर रहा है।
- नये नियम में कहा गया है कि मसीह का सुसमाचार एक भेद की बात थी जिसका प्रकाशन पूर्वकाल में नहीं किया गया था।
- एक विशेष बात जिसे भेद कहा गया है, वह है कि यहूदी और अन्यजाति मसीह में एक हैं।
- इस शब्द का अनुवाद “रहस्य” या “गोपनीय बातें” या “अज्ञात बात” भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: मसीह, अन्य-जाति, शुभ सन्देश, यहूदी, सत्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1219, H7328, G34660
भोज
परिभाषा
“भोज” एक बड़ा औपचारिक भोजन है जिसमें अनेक व्यंजन होते थे।
- प्राचीन युग में राजा राजनीतिक अगुओं तथा महत्वपूर्ण लोगों के लिए प्रायः भोज का आयोजन करते थे।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “व्यापक भोज” या “महत्वपूर्ण भोज” या “बहु-व्यंजन भोज”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4960, H4961, H8354, G11730, G14030
भ्रष्ट, आचार भ्रष्टता, विकृत करना, पथभ्रष्ट, कुटिल, कपटी, खोटा, विकृति
परिभाषा:
“भ्रष्ट” शब्द एक ऐसे मनुष्य या कार्य का चित्रण करता है जो नैतिक रूप से धूर्त या विकृत है। “कुटिलता” अर्थात “भ्रष्टाचार”। किसी वस्तु को “विकृत” करना अर्थात उसे उचित या अच्छी अवस्था से बुरी अवस्था में कर देना।
- कोई मनुष्य या वस्तु टेढ़ी है तो वह उचित एवं अच्छे से विपरीत हो गया या गई है।
- बाइबल में इस्राएली परमेश्वर की आज्ञाओं को न मानने के कारण विकृत व्यवहार करते थे। वे प्रायः झूठे देवताओं की पूजा करके ऐसा करते थे।
- परमेश्वर के मानक या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य भ्रष्ट माना जाता था।
- “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे मार्ग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है।
- “भ्रष्ट भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”।
- “टेढ़े लोग” का अनुवाद हो सकता है, “दुराचारी लोग” या “जो लोग नैतिक रूप से पथभ्रष्ट हैं” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने वाले लोग”।
- “टेढ़ी चाल चलना” का अनुवाद हो सकता है, "बुरा व्यवहार करना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं के विरूद्ध चलना” या “परमेश्वर की शिक्षा के विरुद्ध जीवन जीना”।
- “टेढ़ी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भ्रष्टाचरण का कारण होना” या “बुराई में बदल जाना”।
(यह भी देखें: भ्रष्ट, छलना, अवज्ञा, दुष्ट, फिरना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1942, H2015, H3868, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G12940
मछुए, मछली पकड़नेवाले
परिभाषा:
मछुए वो लोग होते हैं जो पानी में से मछली पकड़कर रोजगार चलाते हैं। नये नियम के युग में मछुवे बड़े-बड़े जाल डाल कर मछलियां पकड़ते थे। मछुए को मछुआरे भी कहते हैं।
- यीशु के बुलाने से पहले पतरस और अन्य प्रेरित भी मछुवे थे।
- इस्राएल देश पानी के निकट था इसलिए बाइबल में मछलियों और मछुओं की चर्चा बहुत बार की गई है।
- इस शब्द का अनुवाद, “मछली पकड़नेवाले” या “मछली पकड़कर जीविकोपार्जन करने वाले” जैसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1728, H1771, H2271, G02310
मण्डली, सभा, इकट्ठा होना, सभा,
परिभाषा:
“मण्डली” का संदर्भ मनुष्यों के एक समूह से है जो किसी कारण, प्रायः समस्या पर विचार करने के लिए, राय देने के लिए, या निर्णय लेने के लिए एकत्र होता है।
सभा मनुष्यों का एक ऐसा समूह हो सकता है जो अधिकृत और एक प्रकार से स्थाई रूप में संगठित किया गया है या वह मनुष्यों का एक समूह हो सकता है जो किसी विशेष उद्देश्य या अवसर के निमित्त अस्थाई रूप से एकत्र होता है।
पुराना नियम
- पुराने नियम में एक विशेष सभा होती थी जिसे “पवित्र सभा” कहते थे, वह इस्त्राएलियों द्वारा यहोवा की आराधना के लिए एकत्र समूह होता था।
- कभी-कभी “मण्डली” शब्द इस्राएलियों के समूह को भी कहा जाता था।
नया नियम
- नये नियम में यरूशलेम जैसे प्रमुख नगरों में 70 यहूदी अगुओं की सभा वैधानिक विषयों पर निर्णय लेने और मनुष्यों में वाद-विवाद निपटाने के लिए बैठक करती थी। इस मण्डली को "महासभा" कहते थे।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “मण्डली” का अनुवाद “विशेष समूह” या “सभा” या “परिषद” या “सेना” या “बड़ा समूह” भी किया जा सकता है।
- जब “मण्डली” शब्द सामान्य उपयोग में इस्राएल के लिए काम में लिया जाता है तो इसका अनुवाद “समुदाय” या “इस्राएल की प्रजा” किया जा सकता है।
- “पूरी सभा” का अनुवाद “सब लोग” या “सब इस्राएलियों का संपूर्ण समूह” या “हर एक जन” किया जा सकता है। (देखें: अतिशयोक्ति)
(यह भी देखें: महासभा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H622, H1481, H2199, H3259, H4150, H4186, H4744, H5475, H5712, H6116, H6633, H6908, H6950, H6951, H6952, G1577, G3831, G4863, G4864, G4871, G4905
मतवाले, पियक्कड़
तथ्य:
“मतवाले” अर्थात अत्यधिक मदिरापान करने बेसुध होना।
- “पियक्कड़” मनुष्य सदैव मदिरा के नशे में रहता है। ऐसे मनुष्य को "मतवाला" भी कहते हैं।
- बाइबल में विश्वासियों से कहा गया है कि मदिरा से मतवाले होने की अपेक्षा पवित्र-आत्मा के वश में हो जाएं।
- बाइबल की शिक्षा के अनुसार मतवालापन निर्बुद्धि है और मनुष्य को पाप में गिराता है।
- “मतवालापन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मतवाले” या “नशे में चूर” या “अत्यधिक मदिरापन” या “मदिरा से तृप्त”।
(यह भी देखें: दाखरस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H5433, H7301, H7910, H7937, H7941, H7943, H8354, H8358, G31780, G31820, G31830, G31840, G36300, G36320
मधु, मधु का छत्ता
परिभाषा:
“मधु” खानेवाला एक चिपचिपा मीठा पदार्थ होता है जो मधु मक्खियाँ फूलों के रस से तैयार करती हैं। छत्ता मोम जैसा बनाया मधु संग्रह का एक ढांचा है, जिसमें मधु मक्खियाँ मधु एकत्र करती हैं।
- प्रकार के आधार पर शहद पीले या भूरे रंग का हो सकता है।
- मधु जंगल में पाया जा सकता है, जैसे किसी पेड़ की खोह में, या जहाँ भी मधुमक्खियाँ घोंसला बनाती हैं। लोग मधुमक्खियों को खाने या बेचने के लिए मधु बनाने के लिए छत्ते में भी पालते हैं, लेकिन शायद बाइबल में जिस मधु का ज़िक्र किया गया है वह जंगली मधु था।
- बाइबल में तीन मनुष्यों को जंगली मधु खाते हुए दर्शाया गया है, योनातान, शिमशोन और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला।
- इस शब्द का प्रतिकात्मक उपयोग किसी मीठी या आनन्ददायक चीज के लिए भी किया गया है। उदारहणार्थ, परमेश्वर का वचन और आज्ञाएं "मधु से भी अधिक मीठी" कहीं गई हैं।
(यह भी देखें: उपमा, रूपक)
- कभी-कभी किसी व्यक्ति के शब्दों को शहद की तरह मीठा बताया जाता है, लेकिन इसका परिणाम दूसरों को धोखा देना और नुकसान पहुँचाना होता है।
(यह भी देखें: यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला), योनातान, पलिश्ती, शिमशोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1706, H3293, H3295, H5317, H6688, G31920
मध्यस्थ
परिभाषा:
“मध्यस्थ” दो पक्षों या अधिक मनुष्यों के मध्य मतभेद या कलह का समाधान करता है। वह आपसी मेल में उनकी सहायता करता है।
- पाप के कारण मनुष्य परमेश्वर का बैरी है जो उसके क्रोध और दण्ड का भागी है। पाप के कारण, परमेश्वर और उसके लोगों के मध्य संबन्ध विच्छेद है।
- यीशु पिता परमेश्वर और उसके लोगों के बीच मध्यस्थ है उसने उनके पाप का मूल्य चुकानेवाली अपनी मृत्यु के द्वारा इस विच्छेदित संबन्ध को पुनः स्थापित कर दिया है।
अनुवाद के सुझाव:
- “मध्यस्थ का अनुवाद हो सकता है”, “बिचौलियाँ” या “मेल कराने वाला” या “शान्ति स्थापित करनेवाला”
- इस शब्द के अनुवाद की तुलना “याजक” शब्द के अनुवाद से करें। “मध्यस्थ” का अनुवाद भिन्न शब्द से करें तो उचित होगा।
(यह भी देखें: याजक, मेल करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3887, G33120, G33160
मन, ध्यान रखने वाला, स्मरण कराना, स्मरण पत्र, एक से विचार
परिभाषा:
“मन” मनुष्य का वह भाग है जो सोचता और निर्णय लेता है।
- मनुष्य का मन उसके तर्क एवं विचारों की परिपूर्णता है।
- “मसीह का मन रखना” अर्थात यीशु के समान सोचना एवं कार्य करना। इसका अर्थ है पिता परमेश्वर के आज्ञाकारी होना, मसीह की शिक्षाओं का अनुसरण करना, पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से ऐसा करना।
- “मन परिवर्तन” अर्थात निर्णय बदलना या अब विचार पूर्व के विचार से अलग हो जाना।
अनुवाद के सुझाव
- “मन” का अनुवाद हो सकता है, “विचार” या “तर्क करना” या “सोचना” या “समझना।”
- “मन में रखना” का अनुवाद हो सकता है, "स्मरण रखना" या “ध्यान देना” या “निश्चय जान लेना।”
- “मन, प्राण और बुद्धी” का अनुवाद हो सकता है, “आपको कैसी अनुभूति होती हैं, आप क्या विश्वास करते हैं और आप इस बारे में क्या सोचते हैं। "
- “मन में लाना” का अनुवाद हो सकता है, “स्मरण करना” या “सोचना”।
- “विचार बदल कर चला गया” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्णय बदल कर गया” या “अन्ततः जाने का निर्णय ले ही लिया” या “विचार बदल कर गया।”
- इस अभिव्यक्ति, "दुचित्ता " का अनुवाद हो सकता है, "संदेह" या "निर्णय लेने में असमर्थ" या "विषम विचारों के साथ"
(यह भी देखें: विश्वास, मन, जीव)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590
मरना, मृतक, प्राणघातक, मृत्यु,
परिभाषा:
मृत्यु, यह शब्द जीवित रहने की अपेक्षा शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है।
1. शारीरिक मृत्यु
- “मरने” का अर्थ जीवन समाप्त होना। मृत्यु शारीरिक जीवन का अंत है।
- “मार डाला जाए”, यह अभिव्यक्ति किसी को मारने या हत्या करने के सन्दर्भ में है, विशेष करके जब राजा या शासक किसी को मृत्युदंड देता है।
2. आत्मिक मृत्यु
- आत्मिक मृत्यु में मनुष्य पाप के कारण परमेश्वर से अलग हो जाते हैं।
- आदम की आत्मिक मृत्यु तब हुई जब उसने परमेश्वर की अवज्ञा की। उसका परमेश्वर से सम्बन्ध टूट गया था। वह लज्जित हो गया और परमेश्वर से छिपने की कोशिश की।
- यह मृत्यु हर एक मनुष्य के भाग में है क्योंकि हम पाप करते हैं परन्तु मसीह यीशु में विश्वास करने पर परमेश्वर हमें अनंत जीवन देता है|
अनुवाद के सुझाव:
इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित दैनिक उपयोग के शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए।
कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है।
अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है।
बाइबल में अनंत मृत्यु एवं अनंत जीवन की तुलना प्रायः शारीरिक जीवन एवं शारीरिक मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है।
कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है।
“मृतक” शब्द संज्ञा से बना एक विशेषण शब्द है जो मृतकों को संदर्भित करता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: संज्ञा निर्मित विशेषण
“मार डाला जाए” का अनुवाद "मार डालने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: आस्था, विश्वास, जीवन
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 1:11 परमेश्वर ने आदम से कहा कि वह अच्छे और बुरे के ज्ञान के पेड़ के फल को छोड़ वाटिका के किसी भी पेड़ से खा सकता है। अगर वह इस पेड़ के फल को खाए, तो वह मर जाएगा।
- 2:11 “फिर तुम मर जाओगे, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।”
- 7:10 इसहाक की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी।
- 35:5 यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेगा।”
- 40:8 यीशु ने अपनी मृत्यु के लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का मार्ग खोल दिया।
- 43:7 “यद्यपि यीशु की मृत्यु हुई, परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया,
- 48:2 क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर हर एक जन बीमारी से पीड़ित होता है और हर एक जन की मृत्यु होती है।
- 50:17 वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या मृत्यु नहीं होगी।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0006, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G0336, G0337, G0520, G0599, G0615, G0622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054
मरी, विपत्तियों
परिभाषा:
विपत्तियों ऐसी घटनाएं होती है जिनके कारण बड़ी संख्या में मनुष्यों पर कष्ट आते हैं या मनुष्य मरने लगते हैं। विपत्तियों में महामारी रोग भी होता है जिसके कारण उपचार से पूर्व ही बड़ी संख्या में लोग मर जाते हैं।
- अनेक विपत्तियों को प्राकृतिक कारण होते हैं परन्तु कुछ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के पाप स्वरूप भेजी जाती हैं।
- मूसा के समय परमेश्वर ने मिस्र पर दस विपत्तियां भेजी थी कि इस्राएल के मिस्र से पलायन हेतु फिरौन को विवश करे। उन विपत्तियों में पानी लहू में बदल गया था, शारीरक रोग थे, टिड्डियों और ओला वृष्टि द्वारा फसल का नष्ट होना, तीन दिन पूर्ण अंधकार होना तथा पहिलौठों की मृत्यु।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “व्यापक विनाश” या “व्यापक रोग” प्रकरण के अनुसार करे।
(यह भी देखें: नमस्कार, इस्राएल, मूसा, फ़िरौन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1698, H4046, H4194, H4347, H5061, H5062, H5063, H7752, G3061, G3148, G4127
महल, आवास
परिभाषा:
“महल” उस इमारत या घर को संदर्भित करता है जहां एक राजा अपने परिवार के सदस्यों के साथ तथा सेवकों के साथ रहता था।
- महायाजक भी महल में रहता था जैसा नये नियम से विदित है।
- महल सजे हुए होते थे, उनकी वास्तुकला और साज-सज्जा उत्कृष्ट होती थी।
- महल पत्थर या लकड़ी के बने होते थे और उन पर मूल्यवान लकड़ी, सोना या हाथी दांत की नक्काशी की साज सज्जा होती थी।
- महलों में और भी लोग रहते थे और काम करते थे, महलों में सामान्यतः कई अन्य ईमारतें तथा प्रांगण होते थे।
(यह भी देखें: आंगन, महायाजक, राजा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0759, H1002, H1004, H1055, H1406, H1964, H1965, G08330, G09330, G42320
महासभा, सभाओं
परिभाषा:
महासभा मनुष्यों का एक समूह होता है जो महत्वपूर्ण विषयों पर विचार करने, परामर्श देने तथा निर्णय लेने के लिए बैठता है।
- किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त सभा की व्यवस्था अधिकृत एवं स्थाई रूप में की जाती है जैसे वैधानिक विषयों पर निर्णय लेना।
- “यहूदी महासभा” यरूशलेम, को “सेनहड्रिन” कहते थे, उसके 70 सदस्य थे जिनमें यहूदी अगुवे जैसे महायाजक, प्राचीन, शास्त्री, फरीसी, सदूकी थे, वे यहूदी व्यवस्था से संबन्धित विषयों पर निर्णय लेने के लिए नियमित रूप से सभा करते थे। इसी महासभा ने यीशु पर अभियोग चलाकर उसे मृत्यु देने का निर्णय लिया था।
- अन्य नगरों में भी छोटी यहूदी सभाएं थी।
- प्रेरित पौलुस को रोमी प्रशासक के समक्ष उपस्थित किया गया था क्योंकि वह सुसमाचार प्रचार कर रहा था।
- प्रकरण के अनुसार “सभा” का अनुवाद हो सकता है, “विधान सभा” या “राजनीतिक सभा”
- “सभा में होना” अर्थात किसी बात का निर्णय लेने के लिए किसी विशेष सभा में उपस्थित होना।
- ध्यान दें कि यह शब्द “सम्मति” से भिन्न है जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का परामर्श देना”
(यह भी देखें: सभा, सम्मति, फरीसी, व्यवस्था, याजक, सदूकी, शास्त्री)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4186, H5475, G10100 , G48240, G48920
महीने, महीनों, महीने के
परिभाषा:
“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य पर आधारित कैलेण्डर काम में लिया जाता है।
- चांद आधारित कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी।
- “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद आधारित कैलेण्डर के प्रत्येक महीने का आरंभ है।
- बाइबल में जिन महीनों का उल्लेख किया गया है वे चन्द्र वर्ष के महीने हैं क्योंकि इस्राएल इसी कैलेण्डर को मानता था। आज के यहूदी धार्मिक उद्देश्यों में इसी कैलेण्डर को मानते हैं।
- आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2320, H3391, H3393, G3376
मानना, स्वीकार करना, अंगीकार किया
तथ्य:
“मानना” (अभिस्वीकार करना) अर्थात किसी मनुष्य को या वस्तु को यथा उचित मान देना।
- परमेश्वर का अंगीकार करना में ऐसा आचरण आता है जिससे प्रकट हो कि वह जो कहता है वह सच है।
- परमेश्वर को माननेवाले मनुष्य उसके नाम के महिमान्वन के निमित्त आज्ञापालन द्वारा प्रकट करते हैं।
- किसी बात को मानने का अर्थ है कि उसकी सच्चाई को स्वीकार करना, कार्यों एवं शब्दों द्वारा उसकी पुष्टि करना।
अनुवाद के सुझाव:
- किसी बात की सत्यता को स्वीकार करने के संदर्भ में “मानना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “घोषित करना” या “सत्य का अंगीकार करना” या “विश्वास करना”।
- किसी मनुष्य को मानने (पहचान लो) के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “के महत्व को पहचानना” या “अन्यों से कहना कि वह विश्वासयोग्य है।”
- इस सन्दर्भ में परमेश्वर को मानना का अनुवाद होगा, "परमेश्वर पर विश्वास करना और उसका आज्ञापालन करना" या "घोषित करना कि परमेश्वर कौन है" या "अन्य लोगों को बताना कि परमेश्वर कितना महान है" या "अंगीकार करना कि परमेश्वर जो कहता है और करता है सच है।"
(यह भी देखें: आज्ञापालन, महिमा, उद्धार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3045, H3046, H5046, H5234, H6942, G14920, G19210, G36700
मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिट गए
परिभाषा:
“मिटा दे” और “मिटा डाले” अर्थात किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को पूर्ण रूप से नष्ट कर देना या हटा देना।
- इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को "मिटा डालता" है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है।
- इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को "नष्ट कर देने" या पाप के कारण उनका "सर्वनाश" कर देने के लिए भी किया जाता है।
- बाइबल में वर्णन है कि मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया गया” या “हटा दिया गया” , अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार इनका अनुवाद “पीछा छुड़ाना” या “हटाना” या “पूर्णतः नष्ट कर देना” या “पूर्ण रूप से समाप्त कर देना” हो सकता है।
- जीवन की पुस्तक से किसी का नाम मिटा देने के संदर्भ में इसका अनुवाद “हटा देना” या “मिटाना” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4229, H8045, G1813
मिट्टी देना, दबा देता है, दफन,
परिभाषा:
“मिट्टी देना” का अर्थ है, किसी वस्तु को (प्रायः शव को) कब्र में या अन्य दफ़न के स्थान में रखना और उसको मिट्टी या पत्थरों आदि से भर देना। “दफ़न” अर्थ है, या किसी को गाड़ना या गाड़ने का स्थान का वर्णन करना।
अक्सर लोग शव को जमीन में एक गहरे गड्ढ़े में डालकर दफनाते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढांक देते हैं।
कभी-कभी शव को एक सन्दूक में रखा जाता है जैसे शव-पेटी, फिर गाड़ा जाता है।
बाइबल के युग में मृतक प्रायः गुफा या गुफा जैसे स्थान में रखे जाते थे। मृत्यु के बाद यीशु का शव कपड़ों में लपेटकर एक गुफा रूपी कब्र में रखा गया था जिसके मुंह पर बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था।
“कब्रिस्तान”, “कब्र” या “दफन कक्ष” या “दफन की गुफा” आदि सब शब्द शव को दफनाने के स्थान के संदर्भ में हैं।
अन्य वस्तुओं को भी गाड़ा जाता था जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई चांदी एवं अन्य वस्तुओं का गाड़ा था अर्थात भूमि में गाडा था।
“मुंह ढांपना”“ अर्थात “हाथों से मुंह को छिपाना”
कभी-कभी “छिपाना” शब्द का अर्थ “गाड़ना” भी होता है जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई वस्तुओं को भूमि में गाड़ दिया था। अर्थात उसने उन्हें भूमिगत कर दिया था।
(यह भी देखें:यरीहो, कब्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6900, H6912, H6913, G17790, G17800, G22900, G49160, G50270
मिलापवाला तम्बू
तथ्य:
शब्द "मिलाप का तम्बू" एक ऐसे तम्बू को संदर्भित करता है जो एक अस्थायी स्थान था जहाँ परमेश्वर ने निवासस्थान के निर्माण से पहले मूसा से मुलाकात की थी।
- निर्गमन की पुस्तक में लिखा है कि मिलापवाला तम्बू इस्राएलियों की छावनी से बाहर था।
- जब मूसा मिलापवाले तम्बू में परमेश्वर से मुलाकात करने जाता था तब बादल का एक स्तम्भ वहां उपस्थित होकर परमेश्वर की उपस्थिति को दर्शाता था।
- जब इस्राएलियों ने परमेश्वर के निवासस्थान को बनाया, तो अस्थायी तम्बू की ज़रूरत नहीं थी और निवासस्थान के संदर्भ में "मिलापवाला तम्बू" कभी-कभी इस्तेमाल किया जाता था।
(यह भी देखें: इस्राएल, मूसा, खंभा, मिलापवाला तम्बू, तम्बू)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:8 परमेश्वर ने इस्राएलियों को तम्बू बनाने का विस्तृत विवरण दिया। यह मिलापवाला तम्बू कहलाता था, और इसमें दो कमरे थे, जिन्हें एक बड़ा परदा पृथक कर रहा था।
- 13:9 जो कोई भी परमेश्वर के व्यवस्थाओं का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।
- 14:8 परमेश्वर बहुत क्रोधित थे, और परमेश्वर का तेज मिलापवाले तम्बू में सब इस्राएलियों पर प्रकाशमान हुआ।
- 18:2 अब लोग मिलापवाले तम्बू के स्थान पर उस भवन में परमेश्वर की उपासना करते और बलिदान चढ़ाते थे।
शब्द तथ्य:
मुकुट, मुकुट पहनाना, मुकुट रखा
परिभाषा:
मुकुट राजा रानी द्वारा सिर पर पहना जानेवाला गोलाकार आभूषण हैं। “मुकुट पहनाना” का अर्थ किसी के सिर पर मुकुट रखना; जिसका प्रतीकात्मक अर्थ है “सम्मानित करना।”
- मुकुट सोने या चांदी के बने होते थे और उनमे बहुमूल्य पत्थर मरकत और माणिक जड़े होते थे।
- मुकुट राजा की शक्ति एवं धन-धान्य का प्रतीक था।
- इसके विपरीत सैनिकों ने यीशु के सिर पर कांटों का मुकुट रखा था तो वह उसका ठट्ठा करने और उसे दुःख देने के लिए था।
- प्राचीन युग में जीतने वाले खिलाड़ियों को जैतून के वृक्ष की टहनियों का मुकुट पहनाया जाता था। प्रेरित पौलुस तीमुथियुस को लिखे दूसरे पत्र में इस मुकुट की चर्चा करता है।
- प्रतीकात्मक रूप में “मुकुट पहनाने” का अर्थ है सम्मानित करना। हम परमेश्वर की आज्ञा मानकर और अन्यों में उसका गुणगान करके उसका सम्मान करते हैं। यह ऐसा है जैसे उसके सिर पर मुकुट रखना और उसे राजा स्वीकार करना।
- पौलुस विश्वासियों को अपना “आनन्द और मुकुट” कहता है। इस अभिव्यक्ति में “मुकुट” का अर्थ प्रतीकात्मक है जिसका अर्थ है कि पौलुस बहुत आशिषित और सम्मानित है क्योंकि विश्वासी परमेश्वर की सेवा में विश्वासयोग्य रहे हैं।
- प्रतीकात्मक रूप में उपयोग करने पर मुकुट का अनुवाद “पुरस्कार” या “सम्मान” या “प्रतिफल” किया जा सकता है।
- “मुकुट पहनाने” को जब प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाए तो इसका अनुवाद “सम्मान देना” या “विभूषित करना” हो सकता है।
- किसी को मुकुट पहनाने का अनुवाद हो सकता है, “उसके सिर पर मुकुट रखा गया”।
- “महिमा और आदर का मुकुट” का अनुवाद “उसे महिमा और सम्मान दिया गया” या “उसे महिमान्वित या सम्मानित किया गया” या “वह महिमा और सम्मान से सुसंपन्न था”।
(यह भी देखें: महिमा, राजा, जैतून)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3803, H3804, H5145, H5849, H5850, H6936, G1238, G4735, G4737
मुड़, मुड़ता, लौटना, पीछे मुड़ता है, वापस मुड़ता है, वापस मुड़ना, वापस मुड़ा, भटक जाते, मुड़ जाना, वापस मुड़ा,मोड़, मुड़ कर दूर जा रहा है, लौटता है, वापस लौटाया, वापस लौट रहा है, वापस लौट जाता है
परिभाषा:
“मुड़” का अर्थ है शारीरिक रूप से दिशा बदलने या किसी बात के कारण किसी की दिशा बदलना।
- “मुड़” का अर्थ “पीछे मुड़ना” कि पीछे देखें या दूसरी दिशा में उन्मुख हों।
- “वापस मुड़ना” या “चाल से फिरना” का अर्थ है “लौट जाना” या “दूर हो जाना” या “दूर करने का कारण होना”
- “किसी बात से फिर जाने” का अर्थ है कुछ करने का “त्याग” या किसी का परित्याग करना।
- “की ओर मुड़ें” अर्थात किसी को सीधा देखना।
- “मुड़कर चल देना” या “मुंह मोड़कर चल देना” अर्थात “चले जाना”
- " वापस मुड़ना" का अर्थ है "कुछ फिर से शुरू करना।"
- “किसी बात से फिर जाने” अर्थात “किसी कार्य का त्याग करना”
अनुवाद के सुझाव
- सन्दर्भ के अनुसार “मुड़” का अनुवाद “दिशा परिवर्तन” या “जाना” या “चलना” हो सकता है।
- कुछ संदर्भों में “मुड़” का अनुवाद “कारण” (कोई) कुछ करने के लिए। "(किसी) से दूर मुड़ना" का अनुवाद "कारण (कोई) जाने के लिए" या "कारण (किसी) को रोकने के लिए किया जा सकता है।"
- " परमेश्वर से दूर हो जाना" वाक्यांश का अनुवाद " परमेश्वर की आराधना करना बंद करना" के रूप में किया जा सकता है।
- "परमेश्वर की ओर मुड़ना" वाक्यांश का अनुवाद "फिर से परमेश्वर की आराधना करना शुरू करना" किया जा सकता है।
- जब दुश्मन "पीछे मुड़ें," इसका मतलब है कि वे "पीछे हटना" "दुश्मन को पीछे मुड़ना" का मतलब है "दुश्मन के पीछे हटने का कारण।"
- लाक्षणिक रूप से प्रयुक्त, जब इस्राएल झूठे देवताओं के पास "लौट आए", तब वे "उनकी उपासना करने लगे" जब वे मूर्तियों से "मुड़ गए", उन्होंने "उनकी पूजा करना बंद कर दिया"
- जब परमेश्वर अपने विद्रोही लोगों से "दूर हो गया", तब उसने "उनकी रक्षा करना बंद कर दिया" या "उनकी मदद करना बंद कर दिया"
- वाक्यांश "अपने बच्चों के लिए पिता के दिलों को मोड़ना" का अनुवाद "पिता अपने बच्चों की देखभाल फिर से करे" किया जा सकता है।
- अभिव्यक्ति "मेरी महिमा को शर्मिंदगी में बदलना" का अनुवाद "मेरी महिमा को शर्मिंदा बनाने का कारण" या "मुझे अपमानित करना है कि मैं शर्मिंदा हो जाऊ" या "मुझे शर्मिंदा करना (बुरा काम करके) ताकि लोग मुझे सम्मान न दें ।" के रूप में किया जा सकता है।
- "मैं तुम्हारे नगरों को बर्बाद कर दूंगा" का अनुवाद किया जा सकता है, "मैं तुम्हारे नगरों को नष्ट कर दूंगा" या "मैं शत्रुओं को तुम्हारे शहरों को नष्ट करने का कारण बनाऊंगा।"
- वाक्यांश "में बदलना" का अनुवाद "बन जाना हैं" के रूप में किया जा सकता है। जब मूसा की छड़ी एक साँप "में बदल गई", तो यह एक सांप "बन गया"। इसका अनुवाद भी "में बदल गया" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: झूठे ईश्वर, कुष्ठ रोग, आराधना)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H541, H2015, H2017, H2186, H2559, H3943, H4672, H4740, H4878, H5186, H5253, H5414, H5437, H5472, H5493, H5528, H5627, H5753, H6437, H7227, H7725, H7734, H7750, H7760, H7847, H8159, H8447, G344, G387, G402, G654, G665, G868, G1294, G1578, G1612, G1624, G1994, G3179, G3313, G3329, G3344, G3346, G4762, G5157, G5290
मुँह, मुँह के सामने, सामने, चेहरे, मुँह के बल गिरे
परिभाषा:
“मुँह ” अर्थात मनुष्य का चेहरा। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ होते हैं।
- बाइबल में, "चेहरे" शब्द का प्रयोग अक्सर किसी व्यक्ति की उपस्थिति, किसी वस्तु के सामने या किसी चीज़ की सतह पर होने के लिए लाक्षणिक रूप से किया जाता है।
- “तेरा मुँह” अर्थात “तू” इसी प्रकार “मेरा मुँह” का अर्थ प्रायः “मैं” या “मुझे” होता है।
- किसी का “सामना करना” अर्थात उस व्यक्ति या वस्तु का सीधा सामना करना।
- “आमने-सामने देखना” अर्थात “सीधा एक दूसरे को देखना”
- “आमने-सामने” अर्थात दो मनुष्य निकटता में एक दूसरे के समक्ष हैं।
- “यीशु ने यरूशलेम जाने का निश्चय किया” अर्थात उसने जाने का दृढ़ निश्चय किया था।
- “मुँह फेर लेना” अर्थात किसी स्थान या मनुष्य को सहयोग ना देने या उसका त्याग करने का निश्चय कर लेना।
- “भूमि पर से” अर्थात पृथ्वी पर से, सामान्यतः संपूर्ण पृथ्वी पर से। उदाहरणार्थ “संपूर्ण भूमि पर अकाल पड़ गया” व्यापक अकाल जिससे पृथ्वी पर अनेक प्राणी मर रहे थे।
- यह प्रतीकात्मक उक्ति, “अपने लोगों से अपना मुँह न छिपा” अर्थात “अपने लोगों को त्याग न दे” या “अपने लोगों को अकेला न छोड़ दे” या “अपने लोगों की सुधि लेने से इन्कार न कर।”
अनुवाद के सुझाव:
- इसी उक्ति को ज्यों का त्यों रखा जाए या लक्षित भाषा में इसकी पर्यायवाची उक्ति काम में ली जाए।
- शब्द "सामना करने के लिए" का अनुवाद किया जा सकता है "की ओर मुड़ना" या "सीधे देखने के लिए" या "चेहरे को देखने के लिए।"
- अभिव्यक्ति "आमने-सामने" का अनुवाद "बहुत करीब से" या "ठीक सामने में" या "की उपस्थिति में" के रूप में किया जा सकता है।
- संदर्भ के आधार पर, "उसके चेहरे के सामने" का अनुवाद "उसके आगे" या "उसके सामने" या "उसके पहले" या "उसकी उपस्थिति में" के रूप में किया जा सकता है।
- "उसके चेहरे की तरफ मुड़ें" अभिव्यक्ति का अनुवाद “की ओर बढ़ने” या “दृढ़ता से करने के लिए अपना मन बनाया।”
- अभिव्यक्ति “उसके चेहरे से छिपाए” का अनुवाद “से मुड़ जाना” या “मदद करना या रक्षा करना रोकें” या “अस्वीकार” के रूप में किया जा सकता है।
- 'मुँह फेरना' किसी शहर या लोगों के खिलाफ के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, "क्रोध और निंदा के साथ देखो" या "स्वीकार करने से मना करना " या "अस्वीकार करने का निर्णय लेना" या "निंदा करना और अस्वीकार करना" या "निर्णय देना"।
- अभिव्यक्ति “उनके मुँह पे बोले” का अनुवाद “उनको सीधे बोलना” या “उनकी उपस्थिति में उन्हें यह कहो” या “उन्हें व्यक्ति में कहें” के रूप में किया जा सकता है।
- अभिव्यक्ति “भूमि के मुँह पर” का अनुवाद “पुरे देश पर” या “पूरी धरती पर” या “पूरी पृथ्वी पर रह रहे है” के रूप में किया जा सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H600, H639, H5869, H6440, H8389, G3799, G4383, G4750
मुहर, मुहर, मुहर लगाना, खुली
परिभाषा:
मुहर लगाने का अर्थ है कि मुहरबन्द वस्तु मुहर जोड़े बिना खोली नहीं जा सकती है।
- मुहर में प्राय कोई चिन्ह होता था जिससे प्रकट होता था कि वह किस की है।
- पत्रों तथा अन्य अभिलेखों पर मुहर लगाने के लिए मोम को पिघलाकर काम में लिया जाता था। मोम जब ठंडा होकर कठोर हो जाता था तब मुहर को तोड़े बिना पत्र खोला नहीं जा सकता था।
- यीशु की कब्र के द्वार पर रखे पत्थर पर मुहर लगाई गई थी कि कोई उस पत्थर को हटाए नहीं।
- पौलुस पवित्र आत्मा को प्रतीकात्मक रूप में मुहर कहता है जिससे हमारा उद्धार सुनिश्चित होता है
(यह भी देखें: पवित्र आत्मा, कब्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2368, H2560, H2856, H2857, H2858, H5640, G2696, G4972, G4973
मूरत/मूरतों, खोद कर बनाई हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, प्रतिमा
परिभाषा:
यह सब शब्द मिथ्या देवताओं की आराधना में मूर्तों के संदर्भ में हैं। मूर्तिपूजा के संबन्ध में मूरत तराशी हुई मूर्तियों का लघु शब्द है|
- “तराशी हुई मूर्ति” या “खुदी हुई मूरत” लकड़ी से बनाई हुई पशु, मनुष्य या किसी वस्तु की प्रतिछाया थी।
- “धातु की खुदी हुई मूरत” धातु को पिघला कर सांचे में डालकर किसी वस्तु, पशु या मनुष्य का रूप देना।
- ये लकड़ी के या धातु के प्रतिरूप झूठे देवी-देवताओं की उपासना के काम में लिए जाते थे।
- किसी मूर्ति के लिए “मूरत” शब्द का सन्दर्भ या तो लकड़ी की या धातु की मूर्ति से हो सकता है|
अनुवाद के लिए सुझाव:
- मूर्ति के संदर्भ में “मूरत” का अनुवाद “प्रतिमा” या “खुदी हुई मूरत” या “खुदी धार्मिक वस्तु” किया जा सकता है।
- कुछ भाषाओं में इस शब्द के साथ व्याख्यात्मक शब्द काम में लेना अधिक उचित होगा जैसे “खुदी हुई मूरत” या “ढली हुई मूर्ति” वहाँ भी जहां मूल पाठ में केवल “मूरत” या “लाठ” शब्द हों।
- सुनिश्चित करें कि यह शब्द परमेश्वर के स्वरूप के लिए प्रयुक्त शब्द से भिन्न हो।
(यह भी देखें: झूठे देवता, परमेश्वर, मूरत, परमेश्वर का प्रतिरूप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0457, H1544, H2553, H4541, H4676, H4853, H4906, H5257, H5262, H5566, H6091, H6456, H6459, H6754, H6755, H6816, H8403, H8544, H8655, G15040, G51790
मूर्ति, मूरतें, मूर्तिपूजक, मूर्तिपूजकों, मूर्ति-पूजक, मूर्ति पूजा
परिभाषा:
मूर्ति मनुष्यों द्वारा हाथ से बनायी गई एक प्रतिभा होती है जिसकी वे पूजा करते हैं। एक सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान देना मूर्ति-पूजा कहलाती है।
- मनुष्य देवी-देवताओं की पूजा के लिए मूर्तियां बनाता है।
- देवी-देवताओं का कोई अस्तित्व नहीं है, यहोवा के अलावा और कोई देवता नहीं।
- कभी-कभी दुष्टात्माएं मूर्तियों के माध्यम से काम करके ऐसा प्रकट करती हैं कि उनमें शक्ति है जबकि है नहीं।
- मूर्तियां सोने, चांदी, तांबे या मूल्यवान लकड़ी से बनाई जाती हैं।
- “मूर्ति-पूजकों का राज्य” अर्थात् “मूर्तिपूजा करने वालों का राज्य” या "लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की आराधना करते है।”
- “मूरत” शब्द भी “खुदी हुई छवि”,“मूर्ति” के लिए ही काम में लिया गया है।
(यह भी देखें: झूठे देवता, छवि, राज्य, आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:05“तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना, न किसी की प्रतिमा बनाना, तू उनकी उपासना न करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखने वाला परमेश्वर हूँ।”
- 13:12 हारून ने सोने से एक बछड़े के आकार की मूर्ति बना दी। लोग उस मूर्ति की उपासना करने लगे और उसके लिये बलिदान चढ़ाने लगे!
- 14:03 “तुम उनके देवताओं को पूरी तरह से नष्ट कर देना। यदि तुम मेरी आज्ञाओ का पालन न करो, और मेरे बदले उनके देवताओं की उपासना करों तो तुम दण्ड के पात्र बनोगे।”
- 18:12 इस्राएली राज्य के सभी राजा और बहुत से लोग मूर्तियों की उपासना करते थे। उनकी मूर्ति पुजाओ में कई बार अनैतिकता और कभी- कभी बच्चों का बलिदान भी शामिल होता था।
- 19:16 उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर दया करना आरंभ करें।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2712
मूलपिता, पिता, बापदादे, जन्माता, पूर्वज, पुरखाओं
परिभाषा:
यथार्थ में पिता का अर्थ है किसी का पिता। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।
- “पिता” और “पुरखा” शब्द प्रायः किसी व्यक्ति या समुदाय के पूर्वजों के लिए भी काम में लिया जाता है। * इसका अनुवाद “पूर्वज” या “पितर” किया जा सकता है।
- “का पिता” प्रतीकात्मक रूप में उस व्यक्ति के संदर्भ में होता है जो अनुवांशिक जन समूह का अगुआ हो या किसी का स्रोत हो। उदाहरणार्थ उत्प. 4 में “ वह उन लोगों का पिता था जो तम्बूओं में रहते थे” इसका अर्थ है “तम्बूओं में रहने वालों का कुल पिता हुआ”।
- प्रेरित पौलुस प्रतीकात्मक रूप में स्वयं को सुसमाचार प्रचार द्वारा मसीही विश्वास में आए मनुष्यों का “पिता” कहलाता था।
अनुवाद के सुझाव
- पिता और उसके शारीरिक पुत्र की चर्चा करते समय इसका अनुवाद लक्षित भाषा में वही शब्द काम में ले जो पिता के लिए है।
- “पिता परमेश्वर” का अनुवाद उसी शब्द से करना होगा जो “पिता” के लिए काम में आता है।
- पूर्वजों की चर्चा में इस शब्द का अनुवाद “पूर्वज” या “पैतृक पिता” किया जाए।
- जब पौलुस स्वयं को मसीही विश्वासियों का पिता कहता है तब इसका अनुवाद किया जाए, “आत्मिक पिता” या “मसीह में पिता”।
- कभी-कभी “पिता” शब्द का अनुवाद “कुलपति” किया जा सकता है।
- “सब झूठों का पिता” का अनुवाद “सब झूठों का स्रोत” या “जिससे सब प्रकार के झूठ का उद्गम है”।
(यह भी देखें: परमेश्वर पिता, पुत्र, परमेश्वर का पुत्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1, H2, H25, H369, H539, H1121, H1730, H1733, H2524, H3205, H3490, H4940, H5971, H7223, G256, G540, G1080, G2495, G3737, G3962, G3964, G3966, G3967, G3970, G3971, G3995, G4245, G4269, G4613
मेढ़ों और समुद्री गाय
परिभाषा:
"समुद्री गाय और मेढ़ों" एक विशाल प्राणी है जो समुद्री घास तथा समुद्री तल पर हरियाली खाती है।
- समुद्री गाय राख के रंग की होती है जिसकी त्वचा मोटी होती है। वह पानी में पंखों द्वारा तैरती है।
- बाइबल के युग में इस प्राणी की त्वचा तम्बू बनाने के काम में आती थी। इन पशुओं की खाल निवास के मण्डप की छत के लिए काम में ली जाती थी।
- घास खाने के कारण इसे "समुद्री गाय" कहा गया है, परन्तु वह वास्तव में गाय नहीं है।
- "डगोंग" और "मैनटेई" के जैसे जानवर हैं।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: तम्बू)
बाइबल के सन्दर्भ:
जिस व्यक्ति ने इस पुस्तक को प्राप्त किया था वह अटूट मुहर को देखेगा और उसे पता चलेगा कि किसी ने भी इसे खोला नहीं था।
शब्द तथ्य:
मेलबलि, मेलबलियों
तथ्य:
पुराने नियम में “मेलबलि” एक ऐसा बलिदान था जो अनेक कारणों से चढ़ाया जाता था जैसे परमेश्वर को धन्यवाद देने के लिए या मन्नत पूरी करने के लिए।
- इस बलि में पशुबलि किया जाता था, नर पशु या मादा पशु। यह बलि होमबलि से भिन्न था जिसमें नर पशु की बलि दी जाती थी।
- बलि का एक भाग परमेश्वर को चढ़ाने के बाद, बलि चढ़ाने वाला शेष मांस पुरोहितों तथा अन्य इस्राएलियों के साथ बाँटता था।
- इस बलि से जुड़ा भोजन होता था जिसमें अखमीरी रोटी खाई जाती थी।
- इसे कभी-कभी “मेलबलि” भी कहा जाता है।
(यह भी देखें: होमबलि, पूर्ति, अन्नबलि, दोषबलि, मेलबलि, याजक, बलिदान, अखमीरी रोटी, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
मेलबलि, मेलबलियों
तथ्य:
“मेलबलि” परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार इस्राएल में जो बलियां चढ़ती थी उनमें से एक यह भी थी। * इसे कभी-कभी “धन्यवाद की बलि” या “सहभागिता की बलि” भी कहा गया है।
- इनमें एक निर्दोष पशु को बलि किया जाता था और उस पशु का लहू वेदी पर छिड़का जाता था, उसकी चर्बी तथा पशु को अलग जलाया जाता था।
- इस बलि के साथ अखमीरी रोटी तथा खमीरी रोटी दोनों की भेंट चढ़ाई जाती थी जिन्हें होमबलि के ऊपर जलाया जाता था।
- याजक और उपासक दोनों को यह मांस खाने की अनुमति थी।
- इस बलि में परमेश्वर की अपने लोगों के साथ सहभागिता प्रकट होती थी।
(यह भी देखें: होमबलि, सहभागिता, मेलबलि, अन्नबलि, याजक, बलिदान, अखमीरी रोटी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
यह लिखा है
परिभाषा:
“जैसा लिखा है” या “जो लिखा है” नये नियम में यह उक्ति बार-बार आती है जो इब्रानी धर्मशास्त्र की आज्ञाओं और भविष्यद्वक्ताओं के संदर्भ में है।
- कभी कभी “जैसा लिखा है” मूसा की व्यवस्था की बातों के संदर्भ में भी काम में लिया गया है।
- अन्यथा यह उक्ति पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं के उद्धरण के संदर्भ में हैं।
- इसका अनुवाद हो सकता है, “जैसा मूसा की व्यवस्था में लिखा है” या “जैसा भविष्यद्वक्ताओं ने वर्षों पूर्व लिखा था” या “मूसा लिखित परमेश्वर की व्यवस्था में कहा गया है”।
- एक विकल्प यह भी है कि इसे ज्यों का त्यों रखें, “लिखा है कि” और पाद टिप्पणी में इसका अर्थ स्पष्ट करें।
(यह भी देखें: आज्ञा, व्यवस्था, भविष्यद्वक्ता, परमेश्वर का वचन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3789, G11250
यहूदी अधिकारी, यहूदी अगुवे
तथ्य:
शब्द "यहूदी अगुवे" या "यहूदी अधिकारी" धार्मिक अगुवों जैसे कि याजक और परमेश्केवर की व्यवस्था के शिक्षकों को संदर्भित करता है। उन्हें गैर-धार्मिक मामलों के बारे में भी निर्णय लेने का अधिकार था।
- यहूदी अगुवे महायाजक, मुख्य याजक और शास्त्री (परमेश्वर के नियमों के शिक्षक) थे।
- यहूदी अगुवों के प्रमुख पंथों में फरीसी और सदूकी थे।
- व्यवस्था के मामलों के विषय में निर्णय लेने के लिए यरूशलेम में यहूदी परिषद में सत्तर यहूदी अगुवों ने एक साथ मुलाकात करते थे।
- कई यहूदी अगुवे घमण्डी थे और सोचते थे कि वे धर्मी हैं। वे यीशु से जलते थे और उसे हानि पहुँचाना चाहते थे। उन्होंने परमेश्वर को जानने का दावा तो किया परन्तु उसकी आज्ञा नहीं मानी।
- अक्सर वाक्यांश "यहूदी" यहूदी अगुवों को संदर्भित करता है, खासकर उन संदर्भों में जहां वे यीशु पर क्रोधित थे और उसे धोखा देने या नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे।
- इन शब्दों का अनुवाद "यहूदी शासकों" या "वे लोग जो यहूदी लोगों पर शासन करते थे" या "यहूदी धार्मिक अगुवों" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: यहूदी, प्रधान-याजकों, महासभा, महायाजक, फरीसी, याजक, सदूकी, शास्त्री)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- __24:03__कई धार्मिक अगुवे भी यूहन्ना से बपतिस्मा लेने आए, लेकिन उन्होंने पश्चाताप नहीं किया या अपने पापों को स्वीकार नहीं किया।
- 37:11 परन्तु यहूदियों के धार्मिक अगुवे यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और लाजर को मरवा सकें।
- 38:02 वह(यहूदा) जानता था कि __ यहूदी अगुवों__ ने यीशु को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
- 38:03 महायाजक के नेतृत्व में यहूदी अगुवों ने यीशु को पकड़वाने के लिए यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के दिए।
- 39:05 यहूदी अगुवों ने महायाजक को उत्तर दिया, “वह (यीशु) मरने के योग्य है!”
- 39:09 अगली सुबह यहूदी अगुवों ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमी राज्यपाल था।
- 39:11 परन्तु यहूदी अगुवों ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो।”
- 40:09 तब यूसुफ और निकुदेमुस, दो यहूदी अगुवों जो यीशु को मसीहा मानते थे, ने पीलातुस से यीशु की लाश माँगी।
- 44:07 अगले दिन, यहूदी अगुवे पतरस और यूहन्ना को महायाजक और अन्य धार्मिक अगुवों के पास लाए।
शब्द तथ्य:
यहूदी धर्म, यहूदी मत
परिभाषा:
“यहूदी धर्म” का अंश है यहूदियों का अभ्यासमत धर्म इसे “यहूदी धर्म” भी कहा गया है।
- पुराने नियम में “यहूदी धर्म” की चर्चा है जबकि नये नियम में “यहूदी धर्म” को काम में लिया गया है।
- यहूदी धर्म में पुराना नियम की व्यवस्था तथा इस्राएलियों के पालन हेतु परमेश्वर के आदेश थे। उसमें समय के साथ कार्य में जुड़ने वाली प्रथाएं एवं परम्पराएं भी थी।
- यहूदी धर्म के अनुवाद में दोनों पुराने और नये नियमों में भी “यहूदी धर्म” काम में लिया जा सकता है।
- “यहूदी धर्म” का उपयोग केवल नये नियम में किया जाए क्योंकि यह शब्द इससे पहले नहीं था।
(यह भी देखें: यहूदी, व्यवस्था)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
योग्य करना, योग्य, निकम्मा ठहरा
परिभाषा:
“योग्य करना” का संदर्भ लाभ प्राप्त करने का अधिकार होना या दक्षता के लिए पहचाना जाना।
- किसी काम के लिए “योग्य” मनुष्य के पास उस काम को करने की आवश्यक दक्षता एवं प्रशिक्षणत होता है।
- कुलुस्से की कलीसिया के लिये पत्र में पौलुस लिखता है कि पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को ज्योति के राज्य का सहभागी होने के “योग्य” बनाया है। इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने उन्हें वह सब दिया है जो ईश्वर-परायण जीवन जीने के लिए आवश्यक है।
- विश्वासी परमेश्वर के राज्य का अधिकारी स्वयं नहीं हो सकता है वह केवल मसीह के लहू द्वारा मुक्ति के कारण योग्य ठहरता है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुवाद “योग्य” का अनुवाद “संपन्न” या “दक्ष” या “सक्षम” हो सकता है।
- किसी को “योग्य करना” बनाने का अनुवाद “संपन्न करना” या “सक्षम बनाना” या “समर्थ बनाना” हो सकता है।
(यह भी देखें: कुलुस्से, ईश्वर-भक्त, राज्य, ज्योति, पौलुस, छुटकारा दिलाना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रखैल, रखैलियों
परिभाषा:
“रखैल” किसी विवाहित पुरुष की दूसरी पत्नी होती है। रखैल प्रायः विधिवत विवाह की हुई पत्नी नहीं होती है।
- पुराने नियम में रखैलियाँ अधिकतर दासियां होती थी।
- रखैल को या तो खरीदा जाता था, या युद्ध में जीता जाता था या ऋण चुकाने के स्थान में लिया जाता था।
- राजा के लिए अनेक रखैलियां रखना शक्ति का प्रतीक था।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रथ, रथियों
परिभाषा:
प्राचीन युग में रथ घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाली दो पहियों की गाड़ियां होती थी।
- लोग युद्ध या यात्रा के लिए रथों में बैठते या खड़े होते थे।
- युद्ध में, जिस सेना के पास रथ थे, उसे बिना रथ वाली सेना की तुलना में गति और गतिशीलता का बड़ा लाभ होता था।
- प्राचीन मिस्री और रोमी अपने घोड़ों और रथों के उपयोग के लिए प्रसिद्ध थे।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: मिस्र, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:10 इस प्रकार उन्होंने इस्राएलियों का समुद्र के मार्ग पर पीछा किया, परन्तु परमेश्वर ने मिस्रियों को घबरा दिया और उनके रथों को अटका दिया।
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2021, H4817, H4818, H7393, H7395, H7398, G07160, G44800
रपाई, दानव #
परिभाषा:
“दानव” उस मनुष्य को कहते हैं जो कद और शक्ति में असामान्य रूप से बड़ा हो।
- पलिश्ती सैनिक गोलियत जो दाऊद से लड़ा उसको दानव कहा गया है क्योंकि वह बहुत लम्बा चौड़ा और बलवान पुरुष था।
- कनान का भेद लेने जो इस्राएली भेदिए गये थे उन्होंने कहा कि वहां दानव बसते हैं।
(यह भी देखें: कनान, गोलियत, पलिश्ती)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1368, H5303, H7497
राख, धूल
तथ्य:
“राख” शब्द उस काले पावडर के संबन्ध में काम में लिया जाता है जो लकड़ी के जलने के बाद रह जाता है।
प्राचीन युग में राख में बैठना दुःख और विलाप का संकेत देता था। विलाप के समय टाट का बना कड़ा चुभनेवाला वस्त्र पहन कर राख में बैठना या सिर में राख डालना होता था।
सिर में राख डालना अपमान और लज्जा का भी प्रतीक था।
“राख का ढेर” अर्थात बहुत राख।
बाइबल में कभी-कभी "राख" शब्द के साथ "धूल" शब्द का उपयोग भी किया गया है, जैसे "धुल और राख"। इसका अनुवाद, "धूल और राख" या मात्र "राख" किया जा सकता है।
“राख” शब्द का अनुवाद करते समय लक्षित भाषा में ऐसा शब्द काम में लें जो जली लकड़ी के जल जाने के बाद काले चूर्ण को व्यक्त करता है।
(यह भी देखें: आग, टाट)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0080, H0665, H1854, H6083, H6368, H7834, G28680, G47000, G50770, G55220
राज करना, राज्य करता है, राज्य करता, राज्य कर रहा है
परिभाषा:
“राज करना” का अर्थ है, किसी देश या राज्य की प्रजा पर राज करना। एक राजा का शासनकाल वह समय है, जिसके दौरान वह शासन कर रहा है।
- "राज करना," यह उक्ति सम्पूण विश्व पर राजा होकर परमेश्वर द्वारा राज करने के सन्दर्भ में काम में ली जाती है।
- परमेश्वर ने मानवीय राजाओं को इस्राएल पर राज्य करने की अनुमति तब दी जब लोगों ने उसे अपने राजा के रूप में अस्वीकृत कर दिया था।
- मसीह यीशु जब पुनः आयेगा तब वह संपूर्ण सृष्टि पर राज करेगा और उसके विश्वासी उसके साथ राज करेंगे।
- इस शब्द का अनुवाद, “संपूर्ण राज” या “राजा स्वरूप शासन करना” हो सकता है।
(यह भी देखें: राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3427, H4427, H4437, H4438, H4467, H4468, H4475, H4791, H4910, H6113, H7287, H7786, G757, G936, G2231, G4821
राजकीय, राजसी गौरव,राजा का, रानी का
परिभाषा:
“राजसी ” शब्द राजा या रानी से संबन्धित वस्तुओं और मनुष्यों का संकेत देता है।
- जो वस्तुएं “राजकीय” कहलाती हैं उनके उदाहरण हैं, राजा के (या रानी के) पद, वस्त्र, महल, सिंहासन और मुकुट।
- राजा या रानी राज महल में रहते हैं।
- राजा के विशेष वस्त्र “राजसी वेशभूषा” कहलाते हैं। राजा का बागा बैंगनी रंग का होता था बैंगनी रंग एक अत्यधिक दुर्लभ एवं मूल्यवान रंजक रंगा जाता था।
- नये नियम में यीशु के विश्वासियों को “राजसी याजक” कहा गया है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "राजा स्वरुप परमेश्वर की सेवा में सेवारत याजक” या “परमेश्वर राजा के याजक होने हेतु बुलाए गए।”
- “राजसी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजा सदृश्य” या “राजा के होना”
(यह भी देखें: राजा. महल, याजक, बैंजनी, रानी, बागा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H643, H1921, H1935, H4410, H4428, H4430, H4437, H4438, H4467, H4468, H7985, G933, G934, G937
राजकुमार, राजकुमारी, राजकुमारी, राजकुमारियां
परिभाषा:
“राजकुमार” राजा का पुत्र होता है। “राजकुमारी” राजा की पुत्री होती है।
- “राजकुमार” शब्द को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जो अगुवे, शासक या अन्य अधिकार संपन्न मनुष्य के लिए होता है।
- अब्राहम की धन सम्पदा और प्रतिष्ठा के कारण हित्ती लोग उसे “राजकुमार” कहते थे।
- दानिय्येल की पुस्तक में “राजकुमार” शब्द “फारस का राजकुमार” या “यूनान का राजकुमार” के संदर्भ में काम में लिया गया है। जिसका संभावित अभिप्राय उन सामर्थी दुष्टात्माओं से है जो उस क्षेत्रों पर अधिकार रखती थी।
- दानिय्येल की पुस्तक में प्रधान स्वर्गदूत मीकाएल को भी “राजकुमार” कहा गया है।
- बाइबल में यदाकदा शैतान को “इस संसार का हाकिम” कहा गया है।
- यीशु को “शान्ति का राजकुमार “ और “जीवन के कर्ता” कहा गया है।
- प्रे.का. 2:36 में यीशु को “प्रभु और मसीह” कहा गया है तथा प्रे.का. 5:31 में इसे “प्रभु और उद्धारकर्ता” कहा गया है जिससे “प्रभु” और “राजकुमार” के समानान्तर अर्थ प्रकट होते हैं।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- “राजकुमार” के अनुवाद रूप हो सकते है, “राजा का पुत्र” या “शासक” या “अगुआ” या “मुखिया” या “कप्तान”।
- स्वर्गदूतों के संदर्भ में इसका अनुवाद “शासक आत्मा” या “अगुआई करनेवाला स्वर्गदूत” हो सकता है।
- शैतान और दुष्टात्माओं के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “दुष्टात्माओं का शासक” या “सामर्थी आत्मा अगुओं” या “प्रशासक आत्मा” आदि जो प्रकरण पर निर्भर हों।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, अधिकार, मसीह, दुष्टात्मा, प्रभु, सामर्थ्य, शासक, शैतान, उद्धारकर्ता , आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1, H117, H324, H2831, H3548, H4502, H5057, H5081, H5139, H5257, H5387, H5633, H5993, H6579, H7101, H7261, H7333, H7336, H7786, H7991, H8269, H8282, H8323, G747, G758, G1413, G2232, G3175
राजदण्ड, राजदण्डों
परिभाषा:
"राजदण्ड" शब्द राजा जैसे शासक द्वारा पकड़े जानेवाले एक सजावटी डंडा को सूचित करता हैं।
- राजदण्ड नक्काशी की हुई पेड़ की एक लकड़ी होता था। बाद में सोने जैसी मूल्यवान धातुओं के भी राजदण्ड बनाए गए थे।
- राजदण्ड राजसी शैली और अधिकार का प्रतीक होता था जो राजा के सम्मान एवं मर्यादा को दर्शाता था।
- पुराने नियम में, परमेश्वर को हाथ में धार्मिकता का राजदण्ड पकड़े दर्शया गया है क्योंकि परमेश्वर अपने लोगों पर राजा होकर शासन करता हैं।
- पुराने नियम की एक भविष्यवाणी में मसीह को प्रतीकात्मक रूप में राजदण्ड कहा गया है जो इस्राएल से निकलकर सब जातियों पर राज करेगा।
- इसका अनुवाद "शासन करने का दण्ड" या 'शासक का दंड" या "राजा का दण्ड" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अधिकार, मसीह, राजा, rधर्मी)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2710, H4294, H7626, H8275, G4464
राजा, राज्य, राजसी
परिभाषा:
बाइबल में, "राजा" शब्द से अभिप्राय उस व्यक्ति से है जो लोगों के किसी विशेष समूह अर्थात नगर, राज्य या देश (या दोनों) का सर्वोच्च शासक है।
बाइबिल के समय में, आमतौर पर एक राजा को पिछले राजा (ओं) के पारिवारिक संबंध के आधार पर शासन करने के लिए चुना जाता था। राजा के मरणोपरांत उसका जेठा पुत्र ही राजा बनता था।
बाइबल में परमेश्वर को राजा कहा गया है क्योंकि वह अपने लोगों पर राज करता है।“परमेश्वर का राज्य” अर्थात अपने लोगों पर परमेश्वर का राज।
नये नियम में यीशु को “यहूदियों का राजा”, “इस्राएल का राजा” और “राजाओं का राजा” कहा गया है।
इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “सर्वोच्च प्रधान” या “परम अगुआ” या “सत्ताधारी शासक”
“राजाओं का राजा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “सब राजाओं पर राज करने वाला राजा” या “सर्वोच्च शासक जिसे सब शासकों पर अधिकार है”।
(यह भी देखें: अधिकार, हेरोदेस अन्तिपास, राज्य, परमेश्वर का राज्य)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 08:06 एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसे फ़िरौन कहते है उसने रात में दो स्वप्न देखे जो उसे निरंतर परेशान कर रहे थे।
- 16:01 इस्राएलियों का उस समय कोई राजा न था, इसलिये हर कोई वही करता था जो उन्हें ठीक लगता था।
- 16:18 अत: लोगों ने परमेश्वर से कहा कि उन्हें भी सभी राष्ट्रों के समान एक राजा चाहिए।
- 17:05 अंततः शाऊल युद्ध में मारा गया, और दाऊद इस्राएल का राजा बन गया। वह एक अच्छा राजा था, और लोग उससे प्रेम करते थे।
- 21:06 परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, मसीह एक भविष्यद्वक्ता भी होगा, एक पुरोहित भी और एक राजा भी होगा।
- 48:14 दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है!
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4427, H4428, H4430, G935, G936
राज्य, राज्यों
परिभाषा:
राज्य अर्थात राजा द्वारा शासित एक प्रजा। इसका संदर्भ एक देश या राजनीतिक क्षेत्र से भी हो सकता है जिस पर एक राजा या शासक का नियंत्रण एवं अधिकार होता है।
- राज्य का भौगोलिक क्षेत्र कुछ भी हो सकता है। राजा किसी एक जाती या देश या मात्र एक नगर का शासक हो सकता है।
- “राज्य” शब्द का सन्दर्भ आत्मिक प्रशासन या अधिकार से भी हो सकता है जैसे “परमेश्वर का राज्य।"
- परमेश्वर समस्त सृष्टि का राजा है परन्तु "परमेश्वर का राज्य" विशेष करके उन लोगों पर उसके राज एवं अधिकार के सन्दर्भ में है जिन्होंने यीशु में विश्वास करके उसके अधिकाराधीन हो जाने का समर्पपण किया है।
- बाइबल में शैतान के “राज्य” की भी चर्चा की गई है जिसमें वह पृथ्वी की बहुत सी बातों पर अस्थाई राज कर रहा है। उसका राज्य दुष्टता का है जिसे “अन्धकार” कहा गया है
अनुवाद के सुझाव:
- राजा के भौगोलिक क्षेत्र के संदर्भ में “राज्य” का अनुवाद "देश (एक राजा द्वारा शासित)" या "राजा का क्षेत्र" या "एक राजा द्वारा शासित क्षेत्र" किया जा सकता है।
- आत्मिक अभिप्राय में, "राज्य" का अनुवाद "प्रशासन" या "शासन" या "नियंत्रण" या "संचालन" के रूप में किया जा सकता है।
- "याजकों के राज्य" का अनुवाद हो सकता है, "आध्यात्मिक पुरोहित जो परमेश्वर द्वारा शासित हैं।"
- "ज्योति का राज्य," इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर का शासन जो ज्योति की तरह अद्भुत है है" या "जब परमेश्वर, जो ज्योति है, लोगों पर शासन करता है" या "परमेश्वर के राज्य की ज्योति और अच्छाई।" “ज्योति” शब्द को संजोए रखना उचित है क्योंकि यह बाइबल में एक बहुत महत्वपूर्ण शब्द है।
- ध्यान दें कि "राज्य" शब्द साम्राज्य से अलग हो, जिसमें एक सम्राट कई देशों पर शासन करता है।
(यह भी देखें: अधिकार, राजा, परमेश्वर का राज्य, इस्राएल का राज्य, यहूदा, यहूदा, याजक)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 13:02 परमेश्वर ने मूसा से कहा कि वह इस्राएलियों से कहे ,“इसलिए लिये अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोगे, तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे, समस्त पृथ्वी तो मेरी है, और तुम मेरी दृष्टी में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे।”
- 18:04 तब परमेश्वर ने सुलैमान पर क्रोध किया, और उसकी अधार्मिकता के कारण उसे दंड दिया, और वाचा बाँधी कि सुलैमान की मृत्यु के बाद वह इस्राएल के __ राज्य__ को दो भागों में विभाजित कर देंगा।
- 18:07 दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए। केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे। यह दो गोत्र यहूदा का राज्य बन गए।
- 18:08 अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे इस्राएल का राज्य कहा गया।
- 21:08 राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का न्याय करता है।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H4410, H4437, H4438, H4467, H4468, H4474, H4475, G932
रानी, रानियाँ
परिभाषा:
रानी अर्थात् राजा की पत्नी या किसी देश की शासक।
- राजा क्षयर्ष से विवाह करके एस्तेर फारस साम्राज्य की रानी बन गई थी।
- रानी ईज़ेबेल दुष्ट राजा अहाब की पत्नी थी।
- शीबा की रानी एक प्रसिद्ध शासक थी जो सुलैमान से भेंट करने आई थी।
- “राज माता” राज करने वाले राजा की माता या दादी को कहते है या दिवंगत राजा की पत्नी को कहते हैं। “राज माता” का बहुत प्रभाव होता है जैसा अतल्याह में देखा गया है जिसने मूर्तिपूजा को बढ़ावा दिया था।
(यह भी देखें: क्षयर्ष, अतल्याह, एस्तेर, राजा. फारस शासक, शीबा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
*स्ट्रोंग्स: H1404, H1377, H4410, H4427, H4433, H4436, H4438, H4446, H7694, H8282, G938
रीछ, रीछनियों
परिभाषा:
रीछ भूरा या काले रंग का रोमदार पशु है जिसके दांत और पंजे तीक्ष्ण होते है। बाइबल के युग में रीछ एक सामान्य वन पशु था।
ये पशु जंगलों और पहाड़ों में रहते हैं तथा मछली, कीड़े और पौधे खाते हैं।
- पुराने नियम में रीछ शक्ति का प्रतीक था।
- भेड़ों की रखवाली करते समय दाऊद ने एक रीछ को मार गिराया था।
- कुछ लड़के एलीशा का मज़ाक उड़ा रहे थे तब दो रीछ जंगल से निकल कर आए और उन्हें मार डाला।
(यह भी देखें: दाऊद, एलीशा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
रेहन, का वचन दिया, प्रतिज्ञाओं
परिभाषा:
“रेहन” औपचारिक रूप से एवं सत्यनिष्ठा से की बात को करने या किसी वस्तु को देने की प्रतिज्ञा करना।
- पुराने नियम में इस्राएल के अधिकारियों ने दाऊद के साथ निष्ठा निभाने का वचन दिया था।
- वचन बद्धता के प्रतीक स्वरूप दी गई वस्तु प्रतिज्ञा पूर्ति के समय उसके स्वामी को लौटा दी जाती थी।
- “वचन देने” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत समर्पण करना” या “दृढ़ प्रतिज्ञा करना”
- इस शब्द का उपयोग उस वस्तु के लिए भी किया जाता है जो ऋण चुकाने के आश्वासन या प्रतिज्ञा स्वरूप रखी जाती है।
- “वचन देना” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “औपचारिक समर्पण” या “प्रति भू” या “औपचारिक आश्वासन” प्रकरण के अनुसार।
(यह भी देखें: प्रतिज्ञा, शपथ, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H781, H2254, H2258, H5667, H5671, H6148, H6161, H6162, G728
रोटी
परिभाषा:
रोटी, आटे में पानी और तेल मिलाकर बनाई जाती है। आटे को बेलकर रोटी का आकार देकर सेंका जाता है।
- जब “रोटी” शब्द अकेला हो तो इसका अर्थ है, रोटी।
- रोटी के आटे को फूलाने के लिए उसमें खमीर मिलाया जाता है। रोटी बिना खमीर के भी बनाई जाती है। * बाइबल में ऐसी रोटी को “अखमीरी रोटी” कहा गया है, यह रोटी यहूदी फसह के पर्व में खाते थे।
- रोटी बाइबल के युग में मुख्य भोजन होता था, इसे भोजन के स्थान में भी काम में लिया गया है। (देखें: उपलक्षण)
- “भेंट की रोटियां” निवास के मण्डप या मन्दिर में परमेश्वर को अर्पित की गई बारह रोटियां थी जिन्हें एक सोने की मेज पर रखा जाता था। ये रोटियां इस्राएल के बारह गोत्रों का प्रतिनिधित्व करती थी और केवल याजक ही उन्हें खा सकता था। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनमें परमेश्वर की उपस्थिति के दर्शन वाली रोटियां।” प्रतीकात्मक शब्द, “स्वर्ग की रोटी” विशेष सफेद रंग की अन्न, मन्ना के संदर्भ में है, परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए जंगल में इसका उल्लेख किया था।
- यीशु ने स्वयं को “स्वर्ग से उतरने वाली रोटी” और “जीवन की रोटी” कहा है। यीशु अपने शिष्यों के साथ फसह का भोजन खा रहा था तब उसने अपनी देह को अखमीरी रोटी कहा था जो घायल की जायेगी और अन्त में क्रूस पर मार दी जायेगी। अनेक स्थानों में “रोटी” का अनुवाद “भोजन” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: फसह, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर, अखमीरी रोटी, खमीर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2557, H3899, H4635, H4682, G106, G740, G4286
रौंदे, रौंदेगा, रौंदा, रौंदना
परिभाषा:
“कुचलना” अर्थात् पांव रखकर नष्ट कर देना। बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, “नष्ट करना” या “हराना” या “अपमान करना” है।
- "रौंदना" का एक और उदाहरण हो सकता है लोगों द्वारा मैदान में दौड़ने के कारण घास का कुचला जाना ।
- प्राचीन युग में, अंगूर को पांवों से कुचला (रौंधा) जाता था कि उसका रस निकले।
- कभी-कभी "रौंदना" का प्रतीकात्मक अर्थ है "अपमानित करके दंडित करना" की तुलना यह खलिहान के लिए कीचड़ कुचलता है।
- “रौंदना” शब्द परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दण्ड देने के लिए प्रायः प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है कि उन्हें उनके अभिमान और विद्रोही प्रकृति से गिराया जाए।
- "रौंदे" का अन्य अनुवाद हो सकता है, “पांवों तले कुचलना” या “पांवों से रौंदना” या “ठोकना और कुचलना” या “जमीन में रौंदना”।
- सन्दर्भ के अनुसार, इस शब्द का अनुवाद किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अंगूर, निरादर करना, दण्ड, बलवा, दांवना, दाखरस)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H947, H1758, H1869, H4001, H4823, H7429, H7512, G2662, G3961
लज्जित करना, अपमानित, दीनता
तथ्य:
“लज्जित करना” का अर्थ है किसी का निरादर एवं अपमानित करना। यह प्रायः सार्वजनिक होता है किसी को लज्जित करने का काम “अपमान” है।
- जब परमेश्वर किसी को दीन बनाता है तो इसका अर्थ है, वह घमण्डी को विफल करता है कि घमण्ड पर जय पाने में उसकी सहायता करे। यह निरादर से भिन्न है जो किसी को दुःख पहुँचाने के लिए किया जाता है।
- “निरादर” का अर्थ लज्जित करना भी हो सकता है या “लज्जा की अनुभूति” या “लज्जा”।
- प्रकरण के अनुसार निरादर के अनुवाद हो सकते है, “लज्जा” या “अपमान” या “मर्यादा गर्दन”
(यह भी देखें: अपमान · दीन · लज्जा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H937, H954, H1421, H2778, H2781, H3001, H3637, H3639, H6030, H6031, H6256, H7034, H7043, H7511, H7817, H8216, H8213, H8217, H8589, G2617, G5014
लटका हुआ, लटकाए, लटकाया गया, लटकाकर, पर्दों, लटका दिया
परिभाषा:
“लटका हुआ” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य को भूमि से ऊपर अधर में रखना।
*आधुनिक युग में, फाँसी देकर मारने में रस्सी का फँदा बनाकर मनुष्य के गले में डाला जाता है और उसे किसी ऊँची वास्तु से लटका दिया जाता है, जब तक वह मर न जाए। ये ऊँची वस्तुएँ नाना प्रकार की होती हैं जैसे वृक्ष या फांसी का फंदा अर्थात मनुष्य को मारने के लिए लटकाने हेतु विशेष रूप से तैयार किया गया मंच।
- बाइबल के युग में, प्राचीन संस्कृतियों में ठीक ऐसी ही विधि द्वारा लटका कर मारा नहीं जाता था। उदाहरणार्थ, यीशु की मृत्यु लकड़ी के क्रूस (कभी-कभी उसको वृक्ष कहा गया है) पर लटकाए जाने से हुई थी, परन्तु उसके गले पर कुछ नहीं था। सैनिकों ने उसके हाथ और पाँवों को क्रूस की लकड़ी पर कीलों से ठोंक कर उसे क्रूस पर लटकाया था।
*कुछ प्राचीन संस्कृतियों में मनुष्य को लकड़ी के खम्भे पर इस प्रकार लटका देते थे कि वह भूमि से ऊपर अधर में लटका रहे और बचकर भाग न पाए और वह मनुष्य मरने तक लटका ही रहता था।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2614, H3363, H8518, G519
लवनी, लवनेवाला, काटा, लवनेवाले, लवनेवालों, लवती
परिभाषा:
“लवनी” अर्थात अनाज जैसे फसलों की फसल काटना। “लवनी करने वाला” अर्थात फसल काटने वाला।
आम तौर पर लवनेवाले फसल को हाथ से काटा करते थे, पौधों को खींच कर या उन्हें तेज काटने वाले उपकरण के साथ काटकर।
फसल काटना का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया गया है जिसका संदर्भ मनुष्यों को यीशु के बारे में सुसमाचार सुनाकर उन्हें परमेश्वर के परिवार में लाने से है।
इस शब्द का उपयोग मनुष्यों के कर्मों के परिणाम के संदर्भ में भी किया जाता है। जैसे कहा जाता है “मनुष्य जो बोता है वही काटता है” (देखें: उपमा)
“लवनी” और “लवनेवाले” के अनुवाद रूप और भी हो सकते हैं, “फसल काटना” और “फसल काटने वाला” (या मनुष्य जो फसल काटता है।)
(यह भी देखें: शुभ सन्देश,फसल)
बाइबल सन्दर्भ:
गलातियों* गलातियों 06:9-10
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4672, H7114, H7938, G270, G2325, G2327
लहू बहाना
परिभाषा:
“लहू बहाने” का अर्थ है हत्या, युद्ध या अन्य किसी हिंसा द्वारा मनुष्यों की हत्या।
- इस शब्द का अर्थ है, “रक्तपात” जिसका अर्थ है चोट लगने के कारण मनुष्य के शरीर से रक्त बहना।
- “लहू बहाने” को प्रायः मनुष्यों के संहार के लिए काम में लिया जाता है।
- इसका उपयोग सामान्यतः हत्या के पाप के लिए भी किया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “लहू बहाने” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्यों की हत्या” या “अनेक मनुष्यों की हत्या की गई”।
- “लहू बहाने के द्वारा” का अनुवाद “मनुष्यों की हत्या के द्वारा”
- “निर्दोषों का लहू बहाना” का अनुवाद “निर्दोषों की हत्या करना” हो सकता है।
- “हत्या के बाद हत्या” का अनुवाद हो सकता है, “वे मनुष्यों को मारते रहे” या “मनुष्यों की हत्या का क्रम चलता रहता है”, या “उन्होंने अनेकों की हत्या की और कर रहे हैं”, या “मनुष्य मनुष्यों की हत्या करते रहते हैं”।
- एक और प्रतीकात्मक उपयोग है, “हत्याएं तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ेंगी” का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारे लोगों की हत्या होती रहेगी” या “तुम्हारे लोग मारे जाते रहेंगे” या “तुम्हारे लोग जाति-जाति से युद्ध करते हुए मरते रहेंगे”।
(यह भी देखें: लहू वध करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लाठी
परिभाषा:
“लाठी” एक पतली लम्बी लकड़ी होती है जिसका उपयोग नाना प्रकार से किया जाता है। इसकी लम्बाई लगभग एक मीटर की होती थी
- चरवाहे हिंसक पशुओं से भेड़ों की रक्षा करने के लिए लाठी साथ रखते थे। लाठी फेंक कर भटकती हुई भेड़ को झुण्ड में लाया जाता था।
- भजन 23 में राजा दाऊद ने “सौंठे” और “लाठी” शब्दों को काम में लिया हैं जो उसके लोगों के लिए उसके मार्गदर्शन और अनुशासन के रूपक हैं।
- चरवाहा अपनी लाठी उठाकर भेड़ों की उसके नीचे से निकाल कर उनकी गिनती करता था।
- “लोहे का दण्ड” भी परमेश्वर से विमुख काम करने वालों के लिए परमेश्वर के दण्ड का प्रतीक है।
- प्राचीन युग में मापदण्ड धातु, लकड़ी या पत्थर के बने होते थे जिनकी सहायता से किसी ईमारत या वस्तु की लम्बाई नापी जाती थी।
- बाइबल में लकड़ी की छड़ी बच्चों के अनुशासन के लिए काम में ली जाती थी।
(यह भी देखें: लाठी, भेड़, चरवाहे)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2415, H4294, H4731, H7626, G25630, G44630, G44640
लाठी, सौन्ठा
परिभाषा:
लाठी एक लम्बी लकड़ी होती थी जिसका उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए किया जाता था।
याकूब अपनी वृद्धावस्था में चलने के लिए लाठी का सहारा लेता था।
परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट करने के लिए मूसा की लाठी को सांप बना दिया था।
चरवाहे भी लाठी का उपयोग करके भेड़ों को चलाते थे या वे गिर जाएं या भटक जाएं तो उनका बचाव करते थे।
चरवाहे की लाठी के सिरे पर एक कांटा होता था परन्तु वह चरवाहे की लाठी से भिन्न होती थी क्योंकि चरवाहे की लाठी सीधी होती थी और भेड़ों पर आक्रमण करने वाले वन पशुओं को मारने के लिए काम में ली जाती थी।
(यह भी देखें: फिरौन, सामर्थ्य, भेड़, चरवाहां)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H4132, H4294, H4731, H4938, H6086, H6418, H7626, G25630, G35860, G44640
लाभ, लाभदायक, अलाभकर
परिभाषा:
सामान्यत:, "लाभ" और "लाभदायक" शब्दों का सन्दर्भ किसी निश्चित कार्य या व्यवहार के द्वारा किसी भलाई को पाना|
कोई वस्तु किसी के लिए लाभदायक है, यदि उससे उसकी भलाई उत्पन्न होती है या उससे उसको सहायता मिलती है कि मनुष्यों के लिए भलाई उत्पन्न करे|
- “लाभ” विशेष करके व्यापार में पैसा मुनाफ़ा प्राप्त करने के संदर्भ में होता है। व्यापार लाभदायक होता है जहां निवेष से अधिक पैसा प्राप्त हो।
- कर्म लाभकारी तब होते हैं जब उनके द्वारा मनुष्यों को लाभ होता है।
- 2 तीमु. 3:16 में लिखा है कि संपूर्ण पवित्रशास्त्र मनुष्यों के सुधार और शिक्षा के लिए “लाभदायक” है। इसका अर्थ है कि बाइबल की शिक्षाएँ मनुष्यों को परमेश्वर की इच्छा का जीवन जीने में सहायक और उपयोगी हैं।
"अलाभकारी" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है।
- इसका शाब्दिक अर्थ है किसी लाभ का न होना या लाभ उठाने में किसी के सहायक न होना|
- अलाभकारी काम को करना व्यर्थ है क्योंकि उससे किसी प्रकार का लाभ नहीं होता है|
- इसका अनुवाद हो सकता है, "निकम्मा" या "अनुचित" या "अनुपयोगी" या "अयोग्य" या "अहितकर" या "कोई लाभ का नहीं"
(यह भी देखें: योग्य)
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हित” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है।
- “लाभदायक” का अनुवाद “उपयोगी” या “हितकारी” या “सहायक” हो सकता है।
- “किसी "से लाभ उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “ किसी से हित प्राप्ति” या “से पैसा प्राप्त करना” या “से सहायता प्राप्त करना”
- व्यापार के संदर्भ में “लाभ” का अनुवाद ऐसे शब्द या व्याख्यांश द्वारा किया जाए जिसका अर्थ “पैसों का लाभ” या “पैसों की अधिकता” या “अतिरिक्त पैसा” हो।
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H5532, H7737, H7939, G147, G255, G512, G888, G889, G890, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624
लोबान
परिभाषा:
लोबान पेड़ के रस से बना एक सुगंधित द्रव्य है। इससे इत्र और धूप बनाए जाते थे।
- बाइबल के युग में शवों को दफन के लिए तैयार करने में लोबान एक अत्यधिक महत्वपूर्ण द्रव्य था।
- यह पदार्थ चंगाई और शान्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है।
- जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो तीन उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था।
(यह भी देखें: बैतलहम, ज्योतिषी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
लौट आना, विमुख होना, फेर देना
परिभाषा:
“लौट आना” अर्थात पुनः लौट जाना या किसी वस्तु को फेर देना।
- “पर लौट आना” अर्थात पुनः वही काम करना। "लौट आना" किसी स्थान या व्यक्ति की ओर का अर्थ है किसी स्थान पर या किसी व्यक्ति के पास लौट जाना
- इस्राएली मूर्ति-पूजा में लौट आए, अर्थात उन्होंने पुनः मूर्ति पूजा आरंभ कर दी थी।
- जब वे यहोवा के पास लौट आए, तो उन्होंने पश्चाताप किया और पुनः यहोवा की उपासना करने लगे थे।
- किसी से ली गई भूमि या वस्तु लौटाने का अर्थ था जिसकी वह सम्पदा थी उसको पुनः उसे दे देना।
(यह भी देखें: फिरना
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H5437, H7725, H7729, H8421, H8666, G344, G360, G390, G1877, G1880, G1994, G5290
वचन, शब्द
परिभाषा:
“वचन” शब्द का अर्थ है किसी के द्वारा कही गई बात।
- उदाहरणार्थ, स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था, “तूने मेरी बातों की प्रतीति न की” अर्थात “मैंने जो तुझ से कहा उस पर तूने विश्वास नहीं किया।”
- यह शब्द प्रायः मात्र एक शब्द की अपेक्षा संपूर्ण सन्देश के संदर्भ में होता है।
- कभी-कभी “वचन” शब्द सामान्य कथन के संदर्भ में भी होता है जैसे “वचन एवं कार्य में सामर्थी” जिसका अर्थ है “कहने और व्यवहार में सामर्थी”।
- बाइबल में “वचन” शब्द प्रायः परमेश्वर की बात या आज्ञा के संदर्भ में होता है जैसे परमेश्वर का वचन या सत्य का वचन।
- इस शब्द का अति विशेष उपयोग है जब यीशु को “वचन” कहा गया है। इन अंतिम दो अर्थों के लिए, देखें परमेश्वर का वचन
अनुवाद के सुझाव
- “वचन” या “वचनों” के अनुवाद के विभिन्न रूप, “शिक्षा” या “सन्देश” या “समाचार” या “कथन” या “जो कहा गया।”
(यह भी देखें: परमेश्वर का वचन)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H561, H562, H565, H1697, H1703, H3983, H4405, H4406, H6310, H6600, G518, G1024, G3050, G3054, G3055, G3056, G4086, G4487, G4935, G5023, G5542
वध करना, वध किया
परिभाषा:
“वध करना” शब्द का अर्थ है बड़ी संख्या में पशुओं या मनुष्यों की ह्त्या करना या “निर्दयता से हत्या करना”। इसका सन्दर्भ खाने के लिए पशु की ह्त्या करना भी होता है। * वध करने के कार्य को भी "वध करना" कहा जाता है।
- रेगिस्तान में वास करते समय जब अब्राहम के पास तीन आगन्तुक आए थे तब उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी थी कि उनके लिए बछड़ा वध करके भोजन तैयार किया जाए।
- भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने भविष्यद्वाणी की थी कि परमेश्वर अपना स्वर्गदूत भेजकर उन सबका वध करेगा जो उसके वचनों पर नहीं चलते हैं।
- 1 शमूएल में नरसंहार की चर्चा की गई है जिसमें शत्रुओं ने 30,000 इस्राएलियों की हत्या की थी क्योंकि वे परमेश्वर की आज्ञाओं पर नहीं चलते थे।
- “वध करने के हथियार” का अनुवाद हो सकता है, “हत्या करने के साधन”।
- “बड़ा संहार हुआ” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “बड़ी संख्या में लोग मारे गए” या “हत्या किए हुओं की संख्या बहुत अधिक थी” या “बहुत ही अधिक लोग मरे”।
- “वध” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हत्या करना”, या “मार डालना” या “जान लेना”।
(यह भी देखें: स्वर्गदूत, गाय, अवज्ञा, यहेजकेल, सेवक, मार डाला)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2026, H2027, H2028, H2076, H2491, H2873, H2874, H2878, H4046, H4293, H4347, H4660, H5221, H6993, H7524, H7819, H7821, G2871, G4967, G4969
वर्ष, वर्षों
परिभाषा:
बाइबल में “वर्ष” का वास्तविक अर्थ, 354 दिनों के समय का सन्दर्भ देता था। यह वर्ष चंद्र कैलेण्डर के अनुसार था जब चांद पृथ्वी की एक परिक्रमा कर लेता है।
- आज का वर्ष सौर कैलेण्डर के अनुसार 365 दिन का होता है जो बारह महीनों में विभाजित होता हैं, और पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा के समय पर आधारित है।
- दोनों ही कैलेण्डरों में वर्ष के बारह महीने हैं। चंद्र कैलेण्डर के वर्ष में तेरहवां महीना जोड़ा जाता है यह उस तथ्य की पूर्ति के लिए है कि चांद्र वर्ष सौर वर्ष से ग्यारह दिन छोटा है। इससे दोनों कैलेण्डरों को समानान्तर रखने में सहायता मिलती है।
- बाइबल में वर्षों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जो किसी घटना के लिए समय की सामान्य चर्चा के लिए काम में लिया जाता है। इसके उदाहरण हैं “यहोवा का वर्ष” या “अकाल के वर्ष” या “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष”। ऐसे संदर्भों में “वर्ष” का अनुवाद “समय” या “ऋतु” या “समय का अन्तराल” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: महीने)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3117, H7620, H7657, H8140, H8141, G1763, G2094
वंश
परिभाषा:
“वंश” शब्द मनुष्य या पशु की सांसारिक सन्तति के लिए काम में लिया जाता है।
- बाइबल में “वंश” का अर्थ “सन्तान” या “सन्तति” होता है।
- कभी-कभी “बीज” शब्द प्रतीकातमक रूप से सन्तान के लिए काम में लिया जाता है।
(यह भी देखें: वंशज, बीज)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1121, H2233, H5209, H6363, H6529, H6631, G1081, G1085
विधि
परिभाषा:
विधि विशेष लिखित नियम है जो मनुष्यों के जीवन-आचरण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।
*"विधि" शब्द अर्थ में "अध्यादेश" और "आज्ञा" और "नियम" और "आदेश" के समान है। इन सभी शब्दों में वे निर्देश और अनिवार्यताएं हैं जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों को दिया है या शासक अपनी प्रजा को देता है।
- राजा दाऊद कहता था कि वह यहोवा की विधियों से प्रसन्न रहता था।
- “विधि” का अनुवाद “विशिष्ट आज्ञाएं” या “विशेष आदेश” रूप मैं किया जा सकता है।
(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, कानून, अध्यादेश, यहोवा)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2706, H2708, H7010, G 1345
विधि, विधियों
परिभाषा:
विधि सार्वजनिक नियम या विधान होता है जिसमें जनता द्वारा पालन करने का निर्देशन एवं नियम होते हैं। यह शब्द “अभिषेक” का समानार्थक शब्द है।
- कभी-कभी नियम वर्षों के अभ्यास के बाद स्थापित प्रथा भी होता था।
- बाइबल में अध्यादेश या परमेश्वर की आज्ञाएं परमेश्वर द्वारा इस्राएलियों के दिए गए निर्देश थे कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। कभी-कभी परमेश्वर ने उन्हें हमेशा के लिए ऐसा करने का आदेश दिया।
- “आज्ञाओं” को “सार्वजनिक आदेश” या “नियम” या “विधान” अनुवाद किया जा सकता है परन्तु प्रकरण के अनुसार।
(यह भी देखें: आज्ञा, आदेश, नियम, अभिषेक करना, विधि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2706, H2708, H4687, H4931, H4941, G1296, G1345, G1378, G1379, G2937, G3862
विनती, विनती की, भिखारी, कंगाल
परिभाषा:
“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।
- मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
- “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगते रहना”
(यह भी देखें: निवेदन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 10:4 परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से विनती की।
- 29:8 तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
- 32:7 दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस प्रदेश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे विनती करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
- 32:10 तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
- 35:11 उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे विनती करने लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
- 44:1 एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0034, H7592, G01540, G18710, G43190, G44340
विपत्ति, क्लेश, दुःख
परिभाषा:
“क्लेश” शब्द का अर्थ है, कठिनाइयां, कष्ट और विपत्ति।
नये नियम में लिखा है कि एल समय ऐसा आएगा जब मसीही विश्वासियों को सताव तथा अन्य प्रकार के क्लेशों का सामना करना पडेगा क्योंकि इस संसार में अनेक मनुष्य यीशु की शिक्षाओं के विरोधी होंगे।
“क्लेश” का अनुवाद हो सकता है, “घोर पीढ़ा का समय” या “भयानक कष्टों का समय” या “महान परेशानियों का समय”।
(यह भी देखें: पृथ्वी, शिक्षा देना, प्रकोप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6869, G2347, G4423
विरोधी, द्रोहियों, बैरी, शत्रुओं
परिभाषा:
“विरोधी” वह मनुष्य (या समुदाय) है जो किसी के विरूद्ध हो। “बैरी” शब्द का भी यही अर्थ है।
- बैरी वह मनुष्य है जो किसी दूसरे मनुष्य का विरोध करता है या उसको हानि पहुंचाता है।
- जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, तो एक को दूसरे का "शत्रु" कहा जा सकता है।
- बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
- “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।
(यह भी देखें: शैतान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H341, H6146, H6887, H6862, H6965, H7790, H7854, H8130, H8324, G476, G480, G2189, G2190, G5227
विवाहविच्छेद
परिभाषा:
विवाहविच्छेद विवाह के निराकारण की कानूनी प्रक्रिया है। "विवाहविच्छेद" का अर्थ है, विवाह का अन्त करने के लिए जीवन साथी को औपचारिक एवं कानूनी रूप से त्याग देना।
- विवाहविच्छेद का शाब्दिक अर्थ हैः "दूर कर देना" या "औपचारिक रूप से पृथक होना।" अन्य भाषाओं में विवाहविच्छेद के लिए इसी प्रकार का कोई शब्द हो सकता है।
- "त्याग पत्र" का अनुवाद हो सकता हैः "विवाह निरस्त करने के दस्तावेज़।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स : H1644, H3748, H5493, H7971, G06300, G06470, G0 8630
विश्राम करना, विश्राम, विश्राम किया, विश्राम रहित
परिभाषा:
“विश्राम करना” अर्थात काम करने से रूकना कि तनाव मुक्ति प्राप्त हो या नवशक्ति प्राप्त हो। “शेष” अर्थात किसी वस्तु का बचा हुआ काम बंद करना “विश्राम करना” है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति लड़ने से विश्राम कर सकता है, बोलने से विश्राम कर सकता है, या चलने से विश्राम कर सकता है, आदि।
- किसी वस्तु के लिए कहा जाए कि वह रखी हुई है तो इसका अर्थ है, कि वह वस्तु वहां विद्यमान है या “स्थापित है”,
- नाव “आकर रूकी” कही पर तो इसका अर्थ है, “ठहर गई” या “पहुंच गई।”
- मनुष्य या पशु “विश्राम” करता है तो इसका अर्थ है कि वह बैठा है या लेटा है ताकि ताजगी पाएं।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि सप्ताह के सातवें दिन विश्राम करें। काम नहीं करने का यह दिन “सब्त” का दिन कहलाता था।
- किसी वस्तु को कहीं रखना अर्थात उसे वहां स्थापित करना या स्थिर करना।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- संदर्भ के आधार पर, "विश्राम करना (स्वयं को)" "काम करना बंद करना" या "खुद को ताज़ा करने के लिए" या "बोझ उठाना बंद करने के लिए" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
- किसी वस्तु पर "विश्राम" करने का अनुवाद "स्थान" या "डालना" या "स्थापित" किसी वस्तु को किसी पर के रूप में किया जा सकता है
- जब यीशु ने कहा, "मैं तुम्हें विश्राम दूंगा," इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "मैं आपको अपना बोझ उठाना बंद कर दूंगा" या "मैं आपको शांति में रहने में मदद करूंगा" या "मैं तुमको मुझ मे आराम और विश्वास करने के लिए सशक्त बनाता हूं ।"
- परमेश्वर ने कहा, "वे मेरे विश्राम में प्रवेश नहीं करेंगे" और इस कथन का अनुवाद किया जा सकता है कि "वे बाकी की आशीषों का अनुभव नहीं करेंगे" या "वे मुझ पर भरोसा करने से आने वाले आनन्द और शांति का अनुभव नहीं करेंगे।"
- शब्द "विश्राम" का अनुवाद "जो लोग" या "अन्य सभी लोग" या "जो कुछ भी बचा है" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: बचे हुए लोग, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H14, H1824, H1826, H2308, H3498, H3499, H4494, H4496, H4771, H5117, H5118, H5183, H5564, H6314, H7258, H7280, H7599, H7604, H7605, H7606, H7611, H7673, H7677, H7901, H7931, H7954, H8058, H8172, H8252, H8300, G372, G373, G425, G1515, G1879, G1954, G1981, G2270, G2663, G2664, G2681, G2838, G3062, G4520
वीणा, तार वाला बाजा, सारंगियाँ
परिभाषा:
“वीणा” और “तारवाला बाजा” ये वाद्य-यंत्र परमेश्वर की आराधना में इस्राएल द्वारा काम में लिए जाते थे।
- वाद्य एक छोटे वीणा की तरह दिखती है, जिसमें एक चौखटे में तार लगा होता था।
- जिसे तारवाला बाजा कहा गया है वह काफी कुछ आज के गिटार जैसा होता था एक खोखला डब्बा और लम्बी डंडी जिस पर तार कसे होते थे।
- वाद्यों को बजाने के लिए एक हाथ से तारों को दबाया जाता था और दूसरे हाथ से उन तारों को छेड़ा जाता था।
- वीणा, तारवाला बाजा और सारंगी सबको तार छेड़ कर बजाया जाता था।
- इनके तारों की संख्या अलग-अलग थी परन्तु पुराने नियम में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि दस तार वाले बाजे।
(यह भी देखें: वीणा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3658, H5035, H5443
वैभव
परिभाषा:
"वैभव" का अर्थ परम सुंदरता और चारुता है जो अक्सर धन और एक तेजस्वी रूप से जुड़ा होता है ।
- “वैभव” शब्द उपयोग अधिकतर राजा के पास जो धन है या उसके बहुमूल्य सुन्दर वस्त्रों में उसके रूप का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- "वैभव" शब्द वृक्षों, पर्वतों और परमेश्वर की सृष्टि की अन्य वस्तुओं का वर्णन करने के लिए भी किया जाता है।
- कुछ नगरों को भी वैभवशाली कहा जाता है, उनके प्रकृति संसाधनों, विस्तृत ईमारतों एवं सड़कों तथा निवासियों की धन-सम्पदा जैसे वेशभूषा, सोना-चांदी आदि के लिए भी वैभवशाली कहा जाता है।
- संदर्भ के आधार पर,
इस शब्द का अनुवाद, "शानदार सौंदर्य" या "अद्भुत महिमा" या "राजसी महानता" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: महिमा, राजा, महामहिम)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1925, H1926, H1927, H1935, H2091, H2122, H2892, H3314, H3519, H6643, H7613, H8597
वैश्या, गणिका, वेश्यावृत्ति,
परिभाषा:
“वैश्या” और "व्यभिचारिणी " इस दोनों शब्दों का सन्दर्भ ऐसे मनुष्य से है जो पैसों के लिए या धार्मिक अनुष्ठानों के लिए व्यभिचार करता है। वैश्याएं प्रायः स्त्रियां होती थी परन्तु पुरुष भी होते थे।
- बाइबल में “वैश्या” शब्द कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो मूर्तिपूजक है या भूत सिद्धि करने वाला है।
- “व्यभिचार करना” अर्थात वैश्या के सदृश्य अनैतिक यौनाचार करना। बाइबल में यह उक्ति मूर्तिपूजक के लिए भी काम में ली गई है।
- “व्यभिचारिणी होना” अर्थात अनैतिक यौनाचार करना या प्रतीकात्मक रूप में देवी-देवताओं की पूजा करके परमेश्वर से विश्वासघात करना।
- प्राचीन युग में मन्दिरों में स्त्री और पुरूष दोनों ही धार्मिक अनुष्ठान के लिए व्यभिचार के पात्र होते थे।
- इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द से किया जाए जिसका अर्थ वैश्या हो। कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: व्यंजना)
(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, यौन अनैतिकता, मूर्ति)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2154, H2181, H2183, H2185, H6945, H6948, H8457, G4204
व्यभिचार, व्यभिचार, अनैतिक, परस्त्रीगमन
परिभाषा:
“व्यभिचार” स्त्री या पुरुष के विवाह से अलग यौनाचार। यह परमेश्वर की योजना के विरूद्ध है पुरानी अंग्रेजी बाइबलों में इसे फोर्निकेशन (परस्त्रीगमन) कहा गया है।
- इस शब्द का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध किसी भी प्रकार का यौन संबन्ध जिसमें समलैंगिक संबन्ध और अश्लील साहित्य भी है।
- एक प्रकार का अनैतिकता है व्यभिचार जो यौन संबन्ध खास तौर पर, कोई विवाहित व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से रखता है जो उसका साथी नहीं है।
- एक और अनैतिक है वैश्यागमन जिसमें यौन संबन्ध के लिए पैसा दिया जाता है।
- इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल की मूर्तिपूजा के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर से विश्वासघात है।
अनुवाद के सुझाव:
- “व्यभिचार” का अनुवाद अनैतिकता किया जा सकता है जब तक कि इस शब्द का सही अर्थ समझ में आए।
- इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अनुचित यौन संबन्ध” या “विवाहित संबन्ध के बाहर यौन संबन्ध”।
- इसका अनुवाद “व्यभिचार” से अलग शब्द में किया जाए।
- इसके प्रतीकात्मक उपयोग का अनुवाद में वहीं शब्द रखना उचित है क्योंकि परमेश्वर के साथ विश्वासघात और यौन संबन्ध में विश्वासघात का बाइबल में उभयनिष्ठ तुलना है।
(यह भी देखें: व्यभिचार, झूठे देवता, वैश्या, अविश्वासी)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2181, H8457, G1608, G4202, G4203
व्यर्थ, निस्सारता
परिभाषा:
शब्द "व्यर्थ" और "निस्सारता" शब्द ऎसी स्थिति का वर्णन करते हैं जो किसी काम की नहीं है या अत्यधिक अस्थायी है।
- पुराने नियम में मूर्तियों को "व्यर्थ" वस्तुएं कहा गया है जो निकम्मी है और कुछ कर नहीं सकती हैं।
- यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि उसके लिए किए गयी प्रयास या कार्य कुछ भी उपलब्ध नहीं कर पाए हैं। "व्यर्थ में", इस उक्ति का अनुवाद विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जैसे: "परिणाम के बिना;" "कोई परिणाम नहीं?" "निरर्थक", "अकारण", या "निरुद्देश्य"
- प्रकरण के अनुसार “व्यर्थ” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “खाली” या “निकम्मा” या “निराशाजनक” या “घटिया” या “अर्थहीन” हो सकता है।
(यह भी देखें: झूठे ईश्वर, योग्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1891, H1892, H2600, H7307, H7385, H7387, H7723, H8193, H8267, H8414, G945, G1500, G2756, G2758, G2761, G3151, G3152, G3153, G3155
व्यवस्था पालन, उचित नहीं, अधर्म, अराजकता
परिभाषा:
“व्यवस्था पालन” अर्थात् व्यवस्था या अन्य अनिवार्यताओं के अनुसार अनुमति प्राप्त। इसका विलोम “व्यवस्था विरोधी” अर्थात् “व्यवस्था का पालन नहीं करना।"
- बाइबल में यदि किसी बात को “उचित” कहा गया है तो इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की व्यवस्था में अनुमति प्राप्त है, या मूसा की व्यवस्था या यहूदी रीतियों के अनुसार है। जो “व्यवस्था के विरुद्ध” है, उसका अर्थ है, नियमों के अनुसार “जिसकी अनुमती नहीं दी गई है।"
- “व्यवस्था के अनुसार कुछ करने" का अर्थ है, “न्यायोचित” होना या “सही करना।"
- यहूदी नियमों में जो अनेक बातें उचित या अनुचित मानी जाती थीं वे परमेश्वर की व्यवस्था से सुसंगत नहीं थीं जैसे, मनुष्यों से प्रेम करना|।
- प्रकरण के अनुसार "व्यवस्था पालन" काअनुवाद हो सकता है, “अनुमति प्राप्त” या “परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार” या “अपने नियमों के पालन में” या “उचित” या “सुसंगत”
- “क्या यह व्यवस्था है” इसका अनुवाद हो सकता है, “क्या हमारी परम्पराएंअनुमति देती हैं?” या “क्या यह व्यवस्था के अनुरूप है”
"व्यवस्था विरोधी" और " अवैध" शब्दों का उपयोग उन कार्यों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो व्यवस्था के किसी नियम को तोड़ते हैं।
- नए नियम में, "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का उपयोग न केवल परमेश्वर के नियमों को तोड़ने से संबंधित है परन्तु मानव निर्मित यहूदी नियमों को तोड़ने के लिए भी किया जाता था।
- वर्षों के अंतराल में, यहूदियों ने परमेश्वर द्वारा उन्हें दिए गए नियमों में परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे कुछ बातों को "व्यवस्था के विरुद्ध" कहते थे यदि वे उनके मानव निर्मित नियमों के अनुरूप नहीं होती थीं।
- जब यीशु और उसके चेले सब्त के दिन अनाज तोड़ रहे थे, तब फरीसियों ने उन पर “व्यवस्था के विरुद्ध” काम करने का आरोप लगाया क्योंकि वे उस दिन काम न करने की यहूदी व्यवस्था को तोड़ रहे थे।
*जब पतरस ने कहा कि उसके लिए अशुद्ध भोजन सामग्री खाना "व्यवस्था के विरुद्ध" था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उस भोजन सामग्री को खा लिया तो वह परमेश्वर की व्यवस्था को तोड़ देगा जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को भोजन सम्बंधित नियमावली में निर्दिष्ट की थी।
"अराजकता" शब्द एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो नियमों या अधिनियमों का पालन नहीं करता है। जब कोई देश या समुदाय "अराजकता" की स्थिति में होता है, तो व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता फैल जाती है।
- व्यवस्था विरोधी व्यक्ति विद्रोही होता है और वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है।
- प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अंतिम दिनों में “अधर्म का मनुष्य” या “अधर्मी जन” होगा, जो बुरे काम करने के लिए शैतान से प्रभावित होगा।
अनुवाद के सुझाव:
"व्यवस्था के विरुद्ध" इसका अनुवाद एक ऐसे शब्द या एक ऎसी अभिव्यक्ति के द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "नियम विरोधी" या "कानून ताड़ने का।"
*"व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "अनुमति रहित" या "परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार नहीं" या "हमारे नियमानुसारनहीं।"
"व्यवस्था विरोधी" "अवैध" का सहार्थी ही है।
"व्यवस्था विरोधी" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है।
शब्द "अराजकता" का अनुवाद हो ससकता है, "किसी भी नियम का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध)"
"अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियम का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करने वाले व्यक्ति "।
यदि संभव हो तो इस शब्द की अवधारणा को "व्यवस्था" रखना महत्वपूर्ण है।
ध्यान दें कि "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का इस शब्द से अलग अर्थ है।
(यह भी देखें: व्यवस्था, व्यवस्था, मूसा, सब्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H6530, G01110, G01130, G02660, G04580, G04590, G18320, G35450
व्यवस्था, सिद्धांत
परिभाषा:
“व्यवस्था” वैधानिक नियम होते हैं, जो प्रायः लिखे हुए रहते हैं और अधिकारी द्वारा लागू किए जाते हैं। “सिद्धान्त” निर्णय लेने और व्यवहार करने के दिशा-निर्देशक नियम हैंजो प्रायः लिखित रूप में नहीं होते हैं और बलात लागू नहीं किए जाते हैं| तथापि, कभी-कभी "व्यवस्था" को भी "सिद्धांत" रूप में काम में लिया जाता है|
*"व्यवस्था" एक "आदेश" के तुल्य है, लेकिन "व्यवस्था" शब्द का प्रायः उच्चारित की अपेक्षा लिखित का सन्दर्भ देता है।
- “व्यवस्था” और "सिद्धान्त" दोनों ही मनुष्य के व्यवहार के दिशा-निर्देशक सामान्य नियम या मान्यताएँ होते हैं।
- “व्यवस्था” का अर्थ “मूसा की व्यवस्था” के अर्थ से भिन्न है क्योंकि वे परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दी गई आज्ञाएँ एवं निर्देशन थे।
- जब एक सामान्य नियमों को "व्यवस्था" संदर्भित किया गया हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम”
(यह भी देखें: मूसा की व्यवस्था, आदेश, आज्ञा, घोषणा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H1285, H1881, H1882, H2706, H2708, H2710, H4687, H4941, H6310, H7560, H8451, G1785, G3548, G3551, G4747
व्याकुल, ललकारने, घबरा गया
तथ्य:
व्याकुल का अर्थ है किसी हानि के प्रति सतर्क करना। “घबरा जाना” किसी खतरनाक या डरावनी बात से चिन्तित एवं भयभीत होना।
- राजा यहोशापात मोआबियों द्वारा यहूदा पर आक्रमण करने की योजना के बारे में सुनकर घबरा गया था।
- यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि जब वे अन्तिम दिनों में मुसीबतों की चर्चा सुनें तो घबराएं नहीं।
- “तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना” अर्थात सतर्क करना। प्राचीन युग में मनुष्य तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना बजाकर चेतावनी देता था।
अनुवाद के सुझाव
- “किसी को घबरा देना” अर्थात “किसी को चिन्तित करना” या “किसी को परेशानी में डाल देना”।
- “घबराना” का अनुवाद हो सकता है, “चिन्तित होना” या “डर जाना” या “बहुत परेशान हो जाना”।
- “तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना” का अनुवाद “सार्वजनिक चेतावनी” या “संकट के आने की घोषणा” या “खतरे के बारे में चेतावनी देने के लिए तुरही फूंका”।
(यह भी देखें: यहोशापात, मोआब)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
शपथ, प्रण, शपथ खाना, की शपथ खाना,
परिभाषा:
बाइबल में “शपथ” का अर्थ है किसी काम को करने की औपचारिक प्रतिज्ञा जो वैधानिक या धार्मिक परिप्रेक्ष्य में होती थी। शपथ मानने वाला यदि शपथ पूरी करने से चूक जाए तो वह उसका लेखादायी होने या दंड का भागी होने के लिए बाध्य होता था।
- न्यायलय में गवाह शपथ खाता है कि वह जो भी कहेगा वह सच एवं तथ्य आधारित होगा।
- आज के युग में, "कसम से" एक अर्थ में ओछी या अभद्र भाषा है परन्तु बाईबल में ऐसा कदापि नहीं था|
- बाइबल में “शपथ” खाने का अर्थ है अखण्ड प्रतिज्ञा करना।
- “की शपथ खाना” अर्थात किसी स्थान या व्यक्ति के नाम को आधार या शक्ति मानना जिसके नाम पर शपथ खाई गई है।
- कभी-कभी इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में लिया जाता है, “शपथ खिलाई”।
- अब्राहम और अबीमेलेक ने शपथ खाई थी जब उन्होंने कुएं को एक साथ उपयोग करने की वाचा बांधी थी।
- अब्राहम ने अपने सेवक को शपथ (विधिवत प्रतिज्ञा) खिलाई थी कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लाएगा।
- परमेश्वर भी शपथ खाता था जिसमें वह अपनी प्रजा से प्रतिघ्याएँ करता था।
अनुवाद के सुझाव:
- प्रकरण के अनुसार “शपथ” का अनुवाद “वचन देना” या “अखण्ड प्रतिज्ञा करना”
- “वचन देना” का अनुवाद हो सकता है, “विधिवत प्रतिज्ञा करना” या “प्रण करना” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”।
- “मेरे नाम की शपथ खाना” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मेरे नाम से प्रतिज्ञा को पक्का करना"
- “स्वर्ग और पृथ्वी की शपथ खाना” का अनुवाद “किसी बात की प्रतिज्ञा करके कहना कि आकाश और पृथ्वी उसे दृढ़ करते हैं”।
- सुनिश्चित करें कि “शपथ खाना” का अभिप्राय कोसने से न हो। बाइबल में ऐसा कोई आशय नहीं है।
(यह भी देखें: अबीमेलेक, वाचा, शपथ)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H422, H423, H3027, H5375, H7621, H7650, G332, G3660, G3727, G3728
शब्द, स्वर
परिभाषा:
“शब्द” का उपयोग प्रायः बोलने या विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए किया गया है।
परमेश्वर अपने शब्द को कहता है यद्यपि उसका शब्द मनुष्य जैसी नहीं है।
शब्द संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देती है जैसे “जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द सुनाई देता है, प्रभु का मार्ग तैयार करो।” इसका अनुवाद हो सकता है, “जंगल में एक मनुष्य की पुकार सुनी जाती है”। (देखें: उपलक्षण)
“किसी की वाणी सुनना” अर्थात “किसी को बोलते सुनना”।
कभी कभी "शब्द" का प्रयोग ऐसी वस्तुओं के लिए भी किया गया है जो बोल नहीं सकती, जैसे दाऊद लिखता है कि परमेश्वर की अद्भुत सृष्टि उसके कामों का वर्णन करती है, अर्थात् उनके शब्द उनकी महानता की घोषणा करती है। इसका अनुवाद हो सकता हैः "उनकी गरिमा परमेश्वर की महिमा का वर्णन कर रही है।"
(यह भी देखें: बुलाहट, प्रचार करना, वैभव)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H6963, H7032, H7445, H8193, G2906, G5456, G5586
शरण, शरणार्थी, शरणार्थियों, मण्डप, आड़, आड़ देना
परिभाषा:
“शरण” अर्थात सुरक्षा और रक्षा की स्थिति या स्थान “शरणस्थल” एक ऐसा स्थान जो मौसम और खतरों से सुरक्षित रखता है।
- बाइबल में प्रायः परमेश्वर को शरण-स्थान कहा गया है, जहां उसके लोग सुरक्षित और निगरानी में संभाले हुए रहते हैं।
- “शरण नगर” पुराने नियम में कुछ नगर ऐसे थे जिनमें यदि किसी ने गलती से हत्या कर दी तो वह बदला लेने वालों से भागकर वहां शरण ले सकता था।
- “शरण स्थान” एक ऐसी भौतिक संरचना होती है जैसे कोई भवन या छत जो मनुष्यों को या पशुओं को सुरक्षा प्रदान करती थी।
- कभी-कभी "आश्रय" का अर्थ "सुरक्षा" होता है, जैसा कि लूत ने कहा था कि उनके मेहमान "छत के नीचे" उसकी छत के। उसके कहने का अर्थ है कि वे उसके घर में हैं इसलिए वे सुरक्षित रहें।
अनुवाद के लिए सुझाव:
“शरण स्थान” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान” या “सुरक्षा का स्थान” हो सकता है।
"शरणार्थी" एक खतरनाक स्थिति से बचने के लिए लोग अपने घरों को छोड़ रहे हैं, और उन्हें "विदेशी", "बेघर लोग" या "निर्वासित" के रूप में अनुवादित किया जा सकता है।
प्रकरण के अनुसार “शरण” का अनुवाद “सुरक्षा देने वाला” या “सुरक्षा” या “सुरक्षित स्थान”।
यदि उसका संदर्भित भौतिक संरचना है तो “शरण” का अनुवाद “सुरक्षित ईमारत” हो सकता है या
“सुरक्षित स्थान में” का अनुवाद “सुरक्षित स्थान में” या “इस स्थान में जहां सुरक्षा प्राप्त होगी” के रूप में हो सकता है।
“शरण पाना” या “शरण लेना” या “सुरक्षा का स्थान पाना” का अनुवाद “किसी के सुरक्षित स्थान में रखना” के रूप में हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2620, H4268, H4498, H4585, H4733, H4869
शान्ति, शान्ति देता है, शान्तिदाता, शान्ति नहीं मिली
परिभाषा:
“शान्ति” और “शान्ति देनेवाला” का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जो शारीरिक या भावनात्मक दर्द से पीड़ित की सहायता करता है।
- शान्ति देने वाले को शान्तिदाता कहते हैं।
- पुराने नियम में “शान्ति देना” परमेश्वर की प्रजा के लिए उसकी दया और उसके प्रेम और कष्टों में उनकी सहायता का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है।
- नये नियम में कहा गया है कि परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने लोगों को शान्ति प्रदान करेगा। जिन्हें शान्ति मिलती है वे बदले में कष्ट उठानेवालों को वैसी ही शान्ति देंगे।
- “इस्राएल का शान्ति दाता” मसीह के संदर्भ में है जो अपने लोगों का उद्धार करने के लिए आएगा।
- यीशु ने पवित्र आत्मा को सहायक कहा जो यीशु में विश्वास करनेवालों की सहायता करेगा।
अनुवाद के सुझाव:
प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करना" या "सांत्वना देन।"
“हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारा प्रोत्साहन” या "हमारा (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"।
शब्द "शान्ति देनेवाला" का अनुवाद "कोई व्यक्ति शान्ति देता है" या "कोई व्यक्ति जो दर्द को कम करने में सहायता करता है" या "कोई व्यक्ति जो प्रोत्साहित करता है"।
जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद हो सकता है, "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "मनुष्य जो सहायता करता है और मार्गदर्शन करता है।"
वाक्यांश "इस्राएल का शान्तिदाता" का अनुवाद हो सकता है, "मसीह जो इस्राएल को शान्ति प्रदान करता है।"
यह अभिव्यक्ति, "उनके पास कोई शान्ति देनेवाला नहीं" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "उन्हें किसी ने भी शान्ति नहीं दी" या "उन्हें प्रोत्साहित करने या उनकी मदद करने के लिए कोई नहीं है।"
(यह भी देखें: प्रोत्साहित करना, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2505, H5150, H5162, H5165, H5564, H8575, G03020, G38700, G38740, G38750, G38880, G38900, G39310
शान्ति,शान्त, शांतिपूर्ण, शांतिपूर्वक, शंतियोग्य, शांति बनाने वाले
परिभाषा:
“शान्ति” शब्द वह परिस्थिति है जब किसी भी प्रकार का झगड़ा या चिन्ता या भय न हो। “शांतिपूर्ण” मनुष्य नीरवता का अनुभव करता है और उसे सुरक्षा का विश्वास होता है।
- पुराने नियम में, "शांति" शब्द का सामान्य अर्थ अक्सर किसी व्यक्ति की समृद्धि, कल्याण या पूर्णता होता है।
- “शान्ति” उस समय को भी दर्शाती है जब जातियां और देश आपस में युद्ध नहीं करते हैं। इन लोगों के “शांतिपूर्ण संबन्ध” कहलाते हैं।
- किसी मनुष्य का समुदाय के साथ “शान्ति स्थापित” का करने का अर्थ है युद्ध रोकने का प्रयास करना।
- “शान्ति बनाने वाला” वह मनुष्य है जो मनुष्यों को परस्पर शान्ति में रहने के लिए काम करता है या प्रभावित करनेवाली बातें करता है।
- मनुष्यों के साथ “शान्ति बनाए रखने” का अर्थ है उन लोगों के खिलाफ नहीं लड़ने की स्थिति में होना।
- परमेश्वर और मनुष्यों में अच्छे एवं उचित संबन्ध तब उत्पन्न होते हैं जब परमेश्वर मनुष्यों के पापों से बचा लेता है। इसे "परमेश्वर के साथ मेल" कहते हैं।
- “अनुग्रह और शान्ति” का अभिवादन प्रेरित अपने पत्रों में विश्वासियों को आशीर्वाद स्वरूप लिखते थे।
- “शान्ति” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के साथ या परमेश्वर के साथ उचित संबन्ध में रहने से भी है।
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 15:06 परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता संधि स्थापित न करे,
- __15:12__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ शांति प्रदान की।
- __16:03__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में शांति लाई।
- 21:13 वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी।
- 48:14 दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और शांति के साथ हमेशा राज्य करेगा।
- 50:17 यीशु अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H5117, H7961, H7962, H7965, H7999, H8001, H8002, H8003, H8252, G269, G1514, G1515, G1516, G1517, G1518, G2272
शासन करना, प्रभुता, प्रधानताएँ, राज्यपाल, अधिपति, हाकिम,
परिभाषा:
राज्यपाल वह मनुष्य है जो किसी देश या साम्राज्य के किसी विशाल क्षेत्र पर शासन करता है (जैसे सीमाओं में, क्षेत्र या प्रांत में)।
- पुराने नियम का यह शब्द, "अधिपति (तर्शाता)" राज्यपाल के लिए एक अधिक विशिष्ट शीर्षक था जो एक फारसी प्रांत पर शासन करता था।
*नए नियम में, राज्यपाल (प्रोकौन्सुल) शब्द रोम के किसी प्रान्त नियुक्त राज्यपाल के लिए विशिष्ट पदनाम था।
- बाइबल के युग में हाकिम राजा या सम्राट के द्वारा नियुक्त किए जाते थे, और वे उसके अधीन रहते थे।
- "प्रभुता" किसी देश या साम्राज्य के सब सत्ताधारी शासकों से संगठित होती है। ये शासक ऐसे कानून बनाते हैं जो अपने नागरिकों के व्यवहार को निर्देशित करते हैं ताकि उस देश के सभी लोगों के लिए शांति, सुरक्षा और समृद्धि हो।
अनुवाद के सुझाव:
- “राज्यपाल” का अनुवाद “प्रशासक” या पर्यवेक्षक” या “क्षेत्रीय अगुआ” या “एक छोटे क्षेत्र का शासक” भी किया जा सकता है।
- प्रकरण के अनुसार “राज करना” का अनुवाद “शासन करना” या “अगुआई करना” या “प्रबन्ध करना” या “पर्यवेक्षण करना” हो सकता है।
- शब्द "राज्यपाल" का अनुवाद "राजा" या "सम्राट" के शब्दों से अलग ढंग से किया जाना चाहिए, क्योंकि एक राज्यपाल कम शक्तिशाली शासक था जो उनके अधिकार के अधीन था।
- "हाकिम" शब्द का अनुवाद “रोमन राज्यपाल” या “रोमन प्रांतीय शासक” के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: अधिकार, राजा, सामर्थ्य, प्रदेश, रोम, शासक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H324, H1777, H2280, H4951, H5148, H5460, H6346, H6347, H6486, H7989, H8269, H8660, G445, G446, G746, G1481, G2232, G2233, G2230, G4232
शासन, नियम, शासित, शासक, शासकों, हाकिमों, निर्णयों, फैसलों, अतिरंजित
परिभाषा:
“शासक” सामान्यतः एक व्यक्ति जो अन्य लोगों पर अधिकार रखता है, जैसे किसी देश, राज्य, या धार्मिक संप्रदाय का अगुआ। एक शासक एक है जो "नियम" और उसका अधिकार उसका "नियम" है।
*पुराने नियम में राजा को भी अधिपति कहा जाता था जैसे इस वाक्य में है, “इस्त्राएल पर अधिपति ठहराया”
- परमेश्वर को सबसे बड़ा राजा कहा गया है जो राजाओं का राजा है।
- नये नियम में आराधनालय के अगुवे को "अधिपति" कहा गया है।
- नये नियम में एक और अधिपति था जिसे हाकिम कहा गया है।
- प्रकरण के अनुसार “अधिपति” शब्द का अनुवाद “अगुआ” या “अधिकार रखनेवाला मनुष्य” किया जा सकता है।
- “शासन करने” के कार्य का अर्थ है, “अगुआई करना” या “किसी पर अधिकार रखना”। इसका अर्थ वही है जैसे “राज करना” जब राजा के संदर्भ में होता है।
(यह भी देखें: अधिकार, हाकिम, राजा, आराधनालय)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H995, H1166, H1167, H1404, H2708, H2710, H3027, H3548, H3920, H4043, H4410, H4427, H4428, H4438, H4467, H4474, H4475, H4623, H4910, H4941, H5057, H5065, H5387, H5401, H5461, H5715, H6113, H6213, H6485, H6957, H7101, H7218, H7287, H7300, H7336, H7786, H7860, H7980, H7981, H7985, H7989, H7990, H8199, H8269, H8323, H8451, G746, G752, G755, G757, G758, G932, G936, G1018, G1203, G1299, G1778, G1785, G1849, G2232, G2233, G2525, G2583, G2888, G2961, G3545, G3841, G4165, G4173, G4291
शोक करना, विलाप कर रहा है, विलाप करने लगे, शोक करता हुआ, शोक करनेवाला, विलाप करनेवालों, उदासी, शोक
तथ्य:
“विलाप” और "विलाप करना” का अर्थ है शोक करना, प्रायः किसी की मृत्यु पर।
- अनेक संस्कृतियों में विलाप के लिए विशिष्ट बाहरी व्यवहार होता है जिससे दुःख एवं शोक प्रकट होता है।
- प्राचीन युग में इस्राएल और अन्य जातियां ऊंचे स्वर में रोकर और शोक प्रकट करके दुःख व्यक्त करते थे। वे टाट के बने वस्त्र पहनते थे और सिर में राख डालते थे।
- भाड़े के शोक मनाने वाले भी होते थे, प्रायः स्त्रियाँ, वे मृत्यु के समय से लेकर दफन के बहुत बाद तक रोती और विलाप करती थीं।
- शोक का समय सात दिन होता था परन्तु तीस दिन तक भी हो सकता था (जैसे मूसा और हारून के लिए था) या सत्तर दिन (जैसा याकूब के लिए किया गया था)।
- बाइबल इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी करती है, जैसे पाप के लिए “विलाप करना”। इसका संदर्भ गहरे दुःख की भावना से है क्योंकि पाप परमेश्वर और मनुष्य को कष्ट पहुँचाता है।
(यह भी देखें: टाट, पाप)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H56, H57, H60, H205, H578, H584, H585, H1058, H1065, H1068, H1671, H1897, H1899, H4553, H4798, H5092, H5098, H5110, H5594, H6937, H6941, H8386, G2354, G2875, G3602, G3996, G3997
श्रद्धा, भय माना, भय मानकर, सम्मानों, भक्तिपूर्ण, भक्तियुक्त
परिभाषा:
“भय मानकर” शब्द का अर्थ, किसी मनुष्य या वस्तु के प्रति अगाध आदर की भावना है। किसी व्यक्ति या चीज़ के प्रति "श्रद्धा" दिखाने के लिए सम्मान।
- श्रद्धा की भावना श्रद्धा के पात्र के सम्मान के काम में देखी जा सकती है।
- परमेश्वर का भय आन्तरिक श्रद्धा है जो परमेश्वर की आज्ञाएं मानने से प्रकट होती है।
- इस शब्द का अनुवाद “भय एवं आदर” या “हार्दिक सम्मान” हो सकता है।
(यह भी देखें: भय, आदर, पालन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H3372, H3373, H3374, H4172, H6342, H7812, G127, G1788, G2125, G2412, G5399, G5401
श्वांस, श्वांस फूंकना
परिभाषा:
बाइबल “सांस फूंकना” और “सांस” प्रायः प्रतीकात्मक रूप में जीवन देना या जीवन होने के संदर्भ में काम में लिए गए है।
- बाइबल में व्यक्त है कि परमेश्वर ने आदम में जीवन का "सांस फूंका।" उसी पल आदम जीवित प्राणी हो गया।
- जब यीशु ने शिष्यों पर फूंका और उनसे कहा “आत्मा लो” तब वह वास्तव में उन पर सांस फूंक रहा था जो उन पर पवित्र आत्मा के अवतरण का प्रतीक था।
- कभी-कभी “सांस लेना” या “सांस छोड़ना” का संदर्भ उच्चारण करने से भी है।
- "परमेश्वर की सांस” या “यहोवा का श्वांस” इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ प्रायः विद्रोही और अभक्त जातियों पर परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने से है। इससे उसका सामर्थ्य प्रकट होता है।
अनुवाद के सुझाव
- “अन्तिम सांस लेना” अर्थात मरना। इसका अनुवाद हो सकता है, “उसने अपनी अन्तिम सांस ली” या “उसकी सांस बन्द हो गई और वह मर गया “ या “उसने अन्तिम बार हवा में सांस ली”।
- धर्मशास्त्र को “परमेश्वर की श्वांस से रचित हैं” इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने वचन कहे या प्रेरित किए तब मानवीय लेखकों ने लिखा। यदि संभव हो तो अति उत्तम यही होगा कि “परमेश्वर की सांस” का अनुवाद ज्यों का त्यों ही रहने दिया जाए क्योंकि इसका अनुवाद करना कठिन होगा।
- यदि “परमेश्वर की सांस से रचा गया” को ज्यों का त्यों रखना स्वीकार्य न हो तो इसको अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर प्रेरित” या “परमेश्वर द्वारा रचित” या “परमेश्वर द्वारा उच्चारित” यह भी कहा जा सकता है कि “परमेश्वर ने धर्मशास्त्र के वचनों को श्वांस द्वारा प्रसारित किया”।
- “सांस डालना” या “जान फूंकना” या “जीवन देना” का अनुवाद हो सकता है, “सांस लेने योग्य बनाना” या “पुनजीर्वित करना” या “जीने एवं सांस लेने योग्य करना” या “जीवन देना”
- यदि संभव हो तो “परमेश्वर के श्वांस” को लक्षित भाषा में "सांस" शब्द के लिए प्रयुक्त शब्द ही से अनुवाद करें। यदि परमेश्वर के लिए सांस लेना सांस लेना माना नहीं जाता है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर का सामर्थ्य” या “परमेश्वर का उच्चारण” करें।
- “सांस तो लेने दो” या "सांस लेने का समय देना" का अनुवाद “अधिक शान्ति से सांस लेने के लिए विश्राम करना” या “सामान्य रूप से सांस लेने के लिए दौड़ने थामना”।
- यह अभिव्यक्ति, “सांस भर का होना” अर्थात “बहुत कम समय का है”।
- इसी प्रकार, “मनुष्य सांस भर का” होता है अर्थात “मनुष्य बहुत कम समय जीवित रहता है” या “मनुष्यों का जीवन बहुत छोटा है”। या “परमेश्वर की तुलना में मनुष्य का जीवन इतना छोटा है जितनी कि एक सांस होती है”।
(यह भी देखें: आदम, पौलुस, परमेश्वर का वचन, जीवन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3307, H5301, H5396, H5397, H7307, H7309, G17200, G41570
सताना/सताव
परिभाषा:
“सताना” और “सताव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे।
- उपद्रव किसी एक मनुष्य या अनेक मनुष्यों पर हो सकता है जिसमें बार-बार, लगातार वार करना होता है।
- इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने सताया था। उन्होंने उन पर आक्रमण किया, उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा।
- मनुष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों।
- यहूदी धर्म के अगुवे यीशु को सताते थे क्योंकि उन्हें उसकी शिक्षाएं अच्छी नहीं लगती थी।
- यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यहूदी धर्म के अगुवे और रोमी सरकार यीशु के अनुयायियों को सताने लगे थे।
- “सताना” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना।"
- “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार कष्टदायक व्यवहार”
(यह भी देखें: मसीही विश्वासी, आराधनालय, अत्याचार करना, रोम)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
- 33:7 “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर उपद्रव होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
- 45:6 उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा उपद्रव करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
- 46:2 शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू सताता है |”
- 46:4 परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बुराइयाँ की है |"
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1814, H7291, H7852, G13750, G13760, G13770, G15590, G23470
सनौबर
परिभाषा:
“सनौबर” बाइबल के युग में बहुतायत से उगते थे विशेष करके भूमध्य-सागर के तटीय प्रदेशों में।
- साइप्रस और लबानोन दो ऐसे स्थान थे जिनकी चर्चा बाइबल में की गई है कि वहां सनौबर बहुतायत से थे।
- नूह ने अपना जहाज बनाने के लिए जिस लकड़ी को इस्तेमाल किया था वह संभवतः सनौबर ही की थी।
- क्योंकि सनौबर की लकड़ी ठोस एवं दीर्घकालीन होती है इसलिए प्राचीन युग के लोग इससे नाव एवं अन्य निर्माण कार्य करते थे।
(यह भी देखें: सन्दूक, साइप्रस, देवदार, लबानोन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सनौबर, सनौबर
परिभाषा:
“सनौबर” एक सदाबहार वृक्ष है जिसमें शंकुओं के अन्दर बीज होते है।
इन वृक्षों की सदाबहार वृक्ष भी कहते हैं।
प्राचीन युग में सनोवर की लकड़ी संगीतवाद्यों को बनाने में तथा नाव, घर एवं मन्दिर बनाने के लिए प्रयोग किया जाता था।
बाइबल में इस प्रजाति के वृक्षों के नाम है, चीड़, देवदारू, सनौबर, और सदाबहार वृक्ष।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: देवदारु, सनौबर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H766, H1265, H1266
सप्ताह, सप्ताहों
परिभाषा:
“सप्ताह” शब्द सात दिन के समय के संदर्भ में है।
- यहूदी सप्ताह का आरंभ शनिवार के सूर्यास्त से गिनते थे और सप्ताह का अन्त अगले शनिवार के सूर्यास्त तक मानते थे।
- बाइबल में “सप्ताह” का प्रतीकात्मक उपयोग समय की सात ईकाइयों के संदर्भ में होता था जैसे सात वर्षों का सप्ताह।
- “सप्ताहों का पर्व” फसल का उत्सव जो फसह के सात सप्ताहों बाद आता था। इसे पिन्तेकुस्त भी कहते थे।
(यह भी देखें: पिन्तेकुस्त)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
समझना, समझता है, समझ लिया, समझ
परिभाषा:
“समझना” शब्द का अर्थ है सुनना या किसी जानकारी को अंतर्ग्रहण करना और समझना कि वह क्या है।
- “समझ” शब्द का संदर्भ “ज्ञान” या “बुद्धि” से भी हो सकता है या “किसी काम को करने की समझ से भी”।
- किसी को समझने का अर्थ यह भी हो सकता है कि वह व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा है।
- इम्माऊस के मार्ग में यीशु ने उन शिष्यों को धर्मशास्त्र से मसीह का अर्थ समझने में सहायता की थी।
- प्रकरण के अनुसार “समझ” का अनुवाद “जानना” या “विश्वास करना” या “अंतर्ग्रहण करना” या “अर्थ समझना” भी हो सकता है।
- “समझ” का अनुवादक प्रायः “ज्ञान” या “बुद्धि” या “अंतर्ग्रहण” किया गया है।
(यह भी देखें: विश्वास, जानना, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H995, H998, H999, H1847, H2940, H3045, H3820, H3824, H4486, H7200, H7306, H7919, H7922, H7924, H8085, H8394, G50, G145, G191, G801, G1097, G1107, G1108, G1271, G1921, G1922, G1987, G1990, G2657, G3129, G3539, G3563, G3877, G4441, G4907, G4908, G4920, G5424, G5428, G5429, G6063
समय, समयानुकूल, समय, असाधारण
तथ्य:
बाइबल में "समय" शब्द का प्रयोग आलंकारिक रूप से विशिष्ट मौसम या समय की अवधि के संदर्भ में किया गया है जब कुछ घटनाएं हुईं थीं। इसका अर्थ “युग” या “काल” या “ऋतु” के समान है।
- दानिय्येल और प्रकाशितवाक्य दोनों पुस्तकों में "समय" का संकेत तकलीफ और पीड़ा से है जो पृथ्वी पर आएंगी।
- “समय, समयों और आधे समय” इस उक्ति में समय का अर्थ है, “वर्ष।” यह उक्ति साढ़े तीन वर्ष के समय के संदर्भ में है जो महान पीड़ा पूर्ण इस वर्तमान युग के अन्त का समय है।
- "समय" का अर्थ "अवसर" एक वाक्यांश में "तीसरी बार" के रूप में हो सकता है। वाक्यांश "कई बार" का अर्थ "कई अवसरों पर" हो सकता है।
- "समय पर" होने का मतलब तब आना जब आने की उम्मीद है, देर से नहीं।
- प्रकरण के अनुसार “समय” शब्द का अनुवाद “मौसम” या “काल” या “पल” या "घटना" या "घटन" हो सकता है ।
- “समयों और ऋतुओं” यह उक्ति, आलंकारिक तौर पर एक ही विचार को दो बार व्यक्त करती है। इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी निश्चित समय में घटनाओं का होना” (देखें: प्रतिलिपि)
(यह भी देखें: युग, पीड़ा)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H116, H227, H310, H1697, H1755, H2165, H2166, H2233, H2465, H3027, H3117, H3118, H3119, H3259, H3427, H3967, H4150, H4279, H4489, H4557, H5331, H5703, H5732, H5750, H5769, H6235, H6256, H6440, H6471, H6635, H6924, H7105, H7138, H7223, H7272, H7281, H7637, H7651, H7655, H7659, H7674, H7992, H8027, H8032, H8138, H8145, H8462, H8543, G744, G530, G1074, G1208, G1441, G1597, G1626, G1909, G2034, G2119, G2121, G2235, G2250, G2540, G3461, G3568, G3764, G3819, G3956, G3999, G4178, G4181, G4183, G4218, G4287, G4340, G4455, G5119, G5151, G5305, G5550, G5551, G5610
समर्पण करना, अर्पण करना, स्थापति, प्राणार्पित
परिभाषा:
समर्पण करने का अर्थ है, किसी को या किसी वस्तु की विशेष उद्दश्य या कार्य के लिए पृथक करना या प्रतिबद्ध करना।
- दाऊद ने अपना सोना-चांदी परमेश्वर को समर्पित कर दिया था।
“समर्पण” शब्द का अर्थ प्रायः होता है, किसी विशेष कार्य हेतु किसी वास्तु को पृथक करने का विधिवत कार्य या अनुष्ठान का संदर्भ देता है कि किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त उसे पृथक कर दिया गया है।
- वेदी के समर्पण में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई जाती थी।
- नहेम्याह ने यरूशलेम की पुनरुद्धार की गई शहरपनाह के समर्पण में इस्राएलियों की गुआई की थी और केवल यहोवा की सेवा करने की और उसके इस नगर की देखरेख की प्रतिज्ञा का नवीकरण किया था। इस घटना में संगीत वाद्यों और संगत के द्वारा परमेश्वर को धन्यवाद दिया गया था।
- “समर्पण करना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विशेष उद्देश्य की विशेष रूप से नियत करना" या “किसी विशेष उपयोग हेतु किसी वस्तु को समर्पित करना” या “किसी विशेष कार्य हेतु किसी का समर्पण करना”।
(यह भी देखें: प्रतिबद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2596, H2597, H2598, H2764, H4394, H6942, H6944, G1456, G1457
समाचार, समाचारों, समाचार दिया
परिभाषा:
“समाचार सुनाना” अर्थात किसी घटन की सूचना देना, या अधिकतर उस घटना का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत करना। "समाचार" वह होता है जो बताया जाता है और लिखित या उच्चारित हो सकता है।
- “समाचार” का अनुवाद, “कहना” या वर्णन करना” या “विवरण सुनाना” हो सकता है
- “किसी से न कहना” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “इसकी चर्चा किसी से न करना” या “किसी से इसका उल्लेख न करना|"
- “समाचार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वर्णन” या “कहानी” या “विस्तृत विवरण” जो प्रकरण के अनुसार किए जाएंगे।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1681, H1696, H1697, H5046, H7725, H8034, H8052, H8085, H8088, H8089, G01890, G01910, G03120, G05180, G09870, G12250, G13100, G18340, G20360, G21630, G30040, G30560, G31400, G33770
समृद्ध होना, समृद्धि, समृद्ध
परिभाषा:
“समृद्धि” शब्द का अर्थ है अच्छा जीवन और इसका संदर्भ सांसारिक एवं आत्मिक समृद्धि से भी हो सकता है। जब मनुष्य या देश “समृद्ध” होते हैं तो इसका अर्थ है वे धनाड्य हैं और सफलता के लिए उनके पास सब कुछ है। वे “समृद्धि” का अनुभव पाते हैं।
- “समृद्ध” शब्द प्रायः धन-सम्पदा का संदर्भ देता है या मनुष्यों के सुखी जीवन के लिए सब आवश्यकताओं की पूर्ति का संदर्भ देता है।
- बाइबल में “समृद्ध” शब्द का अभिप्राय है, स्वास्थ्य एवं सन्तान की आशिष।
- “समृद्ध” नगर या देश वह है जिसमें अनेक लोग हों, भोजन का अच्छा उत्पाद हो तथा बहुत पैसा लानेवाले व्यापार हों।
- बाइबल के अनुसार परमेश्वर की आज्ञाओं को मानने वाला आत्मिक समृद्धि पाता है। उसे आनन्द और शान्ति भी मिलती है। परमेश्वर मनुष्य को सदैव धन सम्पदा नहीं देता है परन्तु उसके मार्गों पर चलने से उन्हें आत्मिक समृद्धि प्रदान करता है।
- प्रकरण पर आधारित “समृद्ध” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “आत्मिक उन्नति” या “परमेश्वर द्वारा आशिषित” या “भली वस्तुओं का अनुभव” या “उत्तम जीवन”।
- “समृद्ध” शब्द का अनुवाद यह भी हो सकता है, “सफल” या “धनवान” या “आत्मिकता में फलवन्त”।
- “समृद्धि” का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है, “कल्याण” या “धन सम्पदा” या “सफलता” या “विपुल आशिषें”।
(यह भी देखें: आशिष देना, फल, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1129, H1767, H1878, H1879, H2428, H2896, H2898, H3027, H3190, H3444, H3498, H3787, H4195, H5381, H6500, H6509, H6555, H6743, H6744, H7230, H7487, H7919, H7951, H7961, H7963, H7965, G2137
सम्मति, सम्मति देना, मंत्री, सम्मति, सम्मति देनेवाला, वकील
परिभाषा:
“सम्मति” या “युक्ति” के अर्थ एक ही है जिसमें किसी को किसी परिस्थिति में काम करने के लिए बुद्धिमानी का निर्णय लेने में सहायता दी जाती है। बुद्धिमान “युक्ति करनेवाला” या “मंत्री”, वह व्यक्ति जो किसी को सही निर्णय लेने में सहायता करता है।
- राजाओं के पास सदैव अधिकृत मंत्री या परामर्शदाता होते थे जो जनता से संबन्धित महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के लिए उनकी सहायता करते थे।
- कभी-कभी दी गई सम्मति या सुझाई गई युक्ति उचित नहीं होती थी। बुरे मंत्री राजा को ऐसी युक्ति सुझाते थे जिसके अनुसार दी गई आज्ञा उसको और जनता को हानि पहुंचाती थी।
- प्रकरण पर आधारित “युक्ति” या “सम्मति” का अनुवाद हो सकता है, “निर्णय लेने में सहायता करना” या “चेतावनियाँ” या “समझाना” या “मार्गदर्शन”
- “सम्मति” देने के कार्य का अनुवाद हो सकता है, “राय देना” या “सुझाव देना” या “प्रेरणा देना”।
- ध्यान दें कि “सम्मति” “सभा” से अलग शब्द है। सभा का अर्थ है मनुष्यों का समूह।
(यह भी देखें: समझाना, पवित्र आत्मा, बुद्धिमान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1697, H1847, H1875, H1884, H1907, H3272, H3289, H3982, H4156, H4431, H5475, H5779, H6440, H6963, H6098, H7592, H8458, G10110, G10120, G11060, G48230, G48250
संयम, संयमी, आत्म नियंत्रित
परिभाषा:
“संयम” पाप से बचने के लिए किसी के व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता रखना।
- इसका संदर्भ सदाचार से है अर्थात् पाप के विचार, भाषा और कामों से बचना।
- संयम पवित्र-आत्मा द्वारा मसीहियों को दिया गया फल या गुण है।
- संयम रखने वाला मनुष्य किसी गलत काम को करने की इच्छा से अपने आप को रोक लेता है। परमेश्वर ही मनुष्य को संयम प्रदान करता है।
(यह भी देखें: फल, पवित्र आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H4623, H7307, G192, G193, G1466, G1467, G1468, G4997
सर्प, साँप, नाग
तथ्य:
ये सब शब्द एक ऐसे रेंगनेवाले जन्तु के संदर्भ में हैं जिसका शरीर पतला और लम्बा होता है| उसके दांत बड़े और नुकीले होते हैं वह भूमि पर टेढ़ी मेढ़ी चाल से रेंगता है। “सांप” (सर्प) शब्द एक बड़े सांप के संदर्भ में है और “नाग” विषैला सांप होता है जो अपने शिकार को मारने के लिए विष काम में लेता है।
- यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में एक ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो दुष्ट है, विशेष करके धोखा देनेवाले के लिए।
- यीशु धर्म के अगुओं को “सांप के बच्चे” कहता था क्योंकि वे धार्मिकता का स्वांग रचते थे परन्तु मनुष्यों को धोखा देते थे और उनके साथ पक्षपात का व्यवहार करते थे।
- अदन की वाटिका में, शैतान ने सर्प का रूप धारण किया और हव्वा को बहका कर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया।
- जब शैतान ने सर्परूप में हव्वा को परीक्षा में गिराकर पाप करवाया, तब हव्वा और उसका पति,दोनों ने पाप किया| परमेश्वर ने सर्प को श्राप दिया कि उसका वंश भूमि पर रेंग कर चलेगा| इसका अभिप्रेत अर्थ है कि इससे पूर्व सर्प के पाँव थे|
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: शाप, छलना, अवज्ञा, अदन, दुष्ट, शिकार, शैतान, पाप, परीक्षा करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0660, H2119, H5175, H6620, H6848, H8314, H8577, G21910, G20620, G37890
सहना, सह लेने वाला, ढोना
तथ्य:
“सहना” का शाब्दिक अर्थ है "उठाना", लेकर चलना। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
- सन्तानोत्पत्ति के संदर्भ में इसका अर्थ है, शिशु को "जन्म देना"।
- “बोझ उठाना” अर्थात "कठिनाइयों का सामना करना"। इन कठिनाइयों में शारीरिक एवं मानसिक कष्ट दोनों हैं।
- एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल होना।”
- “गवाही देना” अर्थात् “साक्षी देना” या “जो देखा है अनुभव किया है उसका वर्णन करना।”
- “पुत्र पिता के पाप का फल नहीं भोगेगा” अर्थात वह पिता का “उत्तरदायी नहीं होगा” या पिता के पापों का “दण्ड नहीं पाएगा।”
- सामान्यत: इस शब्द का अनुवाद “उठाना” या “जिम्मेदार होना” या “उत्पन्न करना” या “सहन करना” या “सहना” संदर्भ के आधार पर भी हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: बोझ, एलीशा, धीरज धरना, फल, अधर्म के काम, समाचार, भेड़, बल, साक्षी, गवाह)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2232, H3201, H3205, H5375, H5445, H5449, H6030, H6509, H6779, G01420, G04300, G09410, G10800, G16270, G25920, G31400, G41600, G47220, G48280, G50410, G50880, G53420, G54090, G55760
साथी, संगी, मित्र
तथ्य:
“साथी” का अर्थ है किसी के साथ रहनेवाला व्यक्ति या किसी से जुड़ा हुआ व्यक्ति, जैसे मित्रता या विवाह में। "संगी" शब्द किसी अन्य व्यक्ति के साथ काम करने वाले व्यक्ति को संदर्भित करता है।
- साथी एक ही अनुभव की अनुभूति एक साथ करते हैं, एक साथ भोजन करते हैं और एक दूसरे को सहयोग देते हैं और प्रोत्साहित करते हैं।
- संदर्भ के आधार पर, इस शब्द का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश के द्वारा भी किया जा सकता है, जिसका अर्थ है, "मित्र" या "सहयात्री" या "सहायक-व्यक्ति जो साथ जाता है" या "वह व्यक्ति जो साथ काम करता है।"
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0251, H0441, H2269, H2270, H2273, H2278, H3674, H3675, H4828, H7453, H7462, H7464, G28440, G33530, G48980, G49040
सामर्थ्य, सामर्थी, बहुत सामर्थी, पराक्रम से
परिभाषा:
“सर्वशक्तिमान” और “सामर्थ्य” का संदर्भ महान शक्ति या बल से है।
- “सामर्थी” प्रायः “बल” के लिए दूसरा शब्द है। परमेश्वर के बारे में चर्चा करते समय इस शब्द का अर्थ “शक्ति” हो सकता है।
- “सामर्थी पुरूष” का संदर्भ साहसी एवं युद्ध में जयवन्त पुरूषों के लिए किया गया है। दाऊद के विश्वासयोग्य साथी जो उसकी रक्षा एवं सुरक्षा करते थे उन्हें कई बार “सामर्थी पुरूष” कहा गया है।
- परमेश्वर को भी “सामर्थी” कहा गया है।
- “सामर्थी कार्य” प्रायः परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों, विशेष करके चमत्कारों को कहा गया है
- यह शब्द “सर्व-शक्तिमान” के समानार्थक है जो परमेश्वर का सामान्य वर्णन है जिसका अर्थ है कि उसके पास संपूर्ण शक्ति है।
अनुवाद के लिए सुझाव:
- सन्दर्भ के अनुसार “सामर्थी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “शक्तिमान” या “आश्चर्यजनक” या “अत्यधिक बलवन्त”
- “उसका सामर्थ्य” का अनुवाद हो सकता है, “उसकी शक्ति” या “उसका बल”।
- प्रे.का. 7 में मूसा को “वचन और कर्म दोनों में सामर्थी” कहा गया है। इसका अनुवाद हो सकता है, “मूसा परमेश्वर के सामर्थी वचन बोलता था और चमत्कारी काम दर्शाता था।” या “मूसा परमेश्वर के वचन सामथ्र्य के साथ उच्चारित करता था और आश्चर्य के काम करता था।”
- सन्दर्भ के अनुसार, “सामर्थी कार्य” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के विस्मयकारी कार्य” या "आश्चर्यकर्म" या “परमेश्वर सामर्थ्य के साथ काम करता है।”
- “सामर्थ्य” का अनुवाद “शक्ति” या “महान बल” हो सकता है।
- इस शब्द का अंग्रेजी में संभावना सूचक शब्द के साथ भ्रमित न करें जैसे वर्षा हो सकती है।
(यह भी देखें: सर्वशक्तिमान, आश्चर्यकर्म, शक्ति, बल
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H46, H47, H117, H193, H202, H352, H386, H410, H430, H533, H650, H1219, H1368, H1369, H1370, H1396, H1397, H1401, H1419, H2220, H2389, H2394, H2428, H3201, H3524, H3581, H3966, H4101, H5794, H5797, H5807, H5868, H6099, H6105, H6108, H6184, H6697, H6743, H7227, H7580, H7989, H8623, H8624, H8632, G972, G1411, G1413, G1414, G1415, G1498, G1752, G1754, G2159, G2478, G2479, G2900, G2904, G3168, G3173, G5082
सिद्ध, खरा
परिभाषा:
बाइबल में “सिद्ध” शब्द का अर्थ है मसीह जीवन में परिपक्वता प्राप्त करना। किसी काम को सिद्धता में करने का अर्थ है, उस काम को तब तक करना जब तक कि वह काम उत्कृष्ट एवं त्रुटिरहित न हो जाए। पुराने नियक की बालियों को "सिद्ध" या "दोष रहित होना आवश्यक था अर्थात, निष्कलंक|
- सिद्ध एवं परिपक्व का अर्थ है वह विश्वासी आज्ञाकारी है न कि पापमुक्त।
- “सिद्ध” शब्द का अर्थ “पूर्ण” एवं “सर्वांग” भी होता है।
- नये नियम में याकूब की पत्री में लिखा है कि परखे जाने से विश्वासी में पूर्णता और परिपक्वता उत्पन्न होती है।
- विश्वासी बाइबल अध्ययन करके उसका अनुसरण करते हैं तो वे आत्मिकता में अधिकाधिक सिद्ध एवं परिपक्व होते जाते हैं क्योंकि वे अपने आचरण में अधिकाधिक मासिम के सदृश्य होते जाते हैं|
अनुवाद के सुझाव:
- इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बिना त्रुटि के” या “बिना चूक के” या “निर्दोष” या “निष्कलंक” या “बिना किसी दोष के”।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3632, H3634, H4359, H8003, H8503, H8537, H8549, H8552, G199, G2675, G2676, G3647, G5046, G5047, G5048, G5050
सिर, माथे, चन्दुए, टोपियाँ, गुलूबंद
परिभाषा:
शब्द "सिर" एक मानव शरीर के ऊपरी भाग को संदर्भित करता है, गर्दन के ऊपर। इस शब्द का प्रयोग अक्सर "शीर्ष", "पहले," "शुरुआत," "स्रोत," और अन्य अवधारणाओं सहित कई अलग-अलग चीजों का अर्थ करने के लिए किया जाता है।
बाइबल में “सिर” शब्द को विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है।
“उसके सिर पर उस्तरा न चलाया जाए” अर्थात “वह न तो कभी अपने बाल कटवाए और न ही कभी दाढ़ी बनवाए।”
“इसका खून उसके सिर पर हो” अर्थात उसकी हत्या का उत्तरदायी यही मनुष्य हो और दण्ड पाए।
अभिव्यक्ति “गेहूं का सिर” अर्थात गेहूं या जौ के पौधे का वह ऊपरी भाग को संदर्भित करता है जिसमें बीज होते हैं। इसी तरह, अभिव्यक्ति "एक पर्वत का सिर" पर्वत के शीर्ष भाग को संदर्भित करता है।
“सिर” का अर्थ कभी-कभी किसी बात के आरंभिक चरण या स्रोत से होता है जैसे, “मार्ग का सिर (आरंभ)”
इस शब्द का उपयोग मनुष्यों पर अधिकार रखने वाले के लिए किया गया है। “तूने मुझे जाति-जाति का सिर बनाया है।” इसका अनुवाद हो सकता हैः "तू ने मुझे राजा बनाया है" या “तूने मुझे…. पर अधिकार दिया है।"
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “सिर” का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार” या “अगुआई एवं निर्देशन देने वाला” या “उत्तरदायी व्यक्ति”
- “उसके ही सिर पर हो” इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, “उस पर हो” या “वह दण्ड पाए” या “वही उत्तरदायी माना जाए” या “वह दोषी माना जाए”।
- प्रकरण के अनुसार इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “आरंभ” या “स्रोत” या “शासक” या “अगुआ” या “ऊपर”।
(यह भी देखें: अन्न)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H441, H1270, H1538, H1627, H3852, H4425, H4761, H4763, H5110, H5324, H6285, H6287, H6797, H6915, H6936, H7139, H7144, H7146, H7217, H7226, H7218, H7541, H7636, H7641, H7872, G346, G755, G2775, G2776, G4719
सिंहासन, विराजमान
परिभाषा:
सिंहासन एक विशेष रूप से बनाया गया आसन होता है जहाँ शासक बैठता है जब वह महत्वपूर्ण मामलों का निर्णय लेता है और अपने लोगों की याचनाओं को सुनता है।
- सिंहासन शासक के अधिकार और शक्ति का प्रतीक है।
- “सिंहासन” शब्द का प्रतीकातमक उपयोग राजा या उसके राज या उसकी शक्ति के लिए भी किया जाता है। (देखें: लक्षणालंकार)
- बाइबल में परमेश्वर को प्रायः राजा के रूप में सिंहासन पर विराजमान दर्शाया गया है। यीशु को पिता परमेश्वर के दाहिनी ओर सिंहासन पर बैठा हुआ वर्णित किया गया है।
- यीशु ने कहा कि स्वर्ग परमेश्वर का सिंहासन है। इसका एक अनुवाद रूप हो सकता है, "जहां परमेश्वर राजा के रूप में शासन करता है।"
(यह भी देखें: अधिकार, सामर्थ्य, राजा, राज करना)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3427, H3676, H3678, H3764, H7675, G09680, G23620
सिंहों, सिंहनी
परिभाषा:
सिंह एक बड़ी बिल्ली जैसा वन पशु है जिसके दांत और नाखून नुकीले होते। जिससे वह अपना शिकार मारता और फाड़ता है।
- सिंह का शरीर शक्तिशाली होता है और उसकी गति अति तीव्र होती है कि शिकार को पकड़ पाए। उसके रोंए छोटे और सुनहरे भूरे रंग के होते हैं।
- नर सिंह के गले में चारों ओर बालों का केसर होता है।
- शेर मांसाहारी होते हैं और पशुओं को मारकर खाते हैंवे मनुष्य के लिए हिंसक भी होते हैं।
- जब राजा दाऊद बालक था उसने अपनी भेड़ों पर आक्रमण करने वाले सिंहों को मारा था।
- शिमशोन ने भी निहत्थे सिंह को मारा था।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(यह भी देखें: दाऊद, चीता, शिमशोन, भेड़)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H738, H739, H744, H3715, H3833, H3918, H7826, H7830, G3023
सींग, सींगों, सींग वाले
तथ्य
सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग उग आते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण आदि।
- भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहते थे जिसे अवसर विशेष पर फूंका जाता था, जैसे धार्मिक पर्वों पर।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसे उभार की रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को "सींग" कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे।
- "सींग" शब्द कभी-कभी पानी या तेल के "पात्र" के सन्दर्भ में भी काम में लिया जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था और उसमें जल या तेल रखा जाता था। तेल का ऐसा सींग रूपी पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक में काम में लिया था।
- इस शब्द का अनुवाद तुरही शब्द के अनुवाद से एक सर्वथा भिन्न शब्द द्वारा किया जाना चाहिए।
- सींग शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग शक्ति, सामर्थ्य, अधिकार और वैभव को दर्शाने के लिए भी काम में लिया गया है।
(यह भी देखें: अधिकार, गाय, हिरण, बकरी, सामर्थ्य राजसी, भेड़, तुरही)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768
सूअर, सूअर का माँस, शूकर
परिभाषा:
सूअर एक चौपाया है जिसे मांसाहारी भोजन के लिए पाला जाता है। उसका मांस “पोर्क” कहलाता है। "शूकर" शब्द सामान्यत: सुअर की सम्पूर्ण प्रजाति के लिए काम लिया जाता है।
- परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए सूअर का मांस खाना वर्जित किया था वरन् उसे अशुद्ध ठहराया था। यहूदी आज भी इसे अशुद्ध मानते है और उसके मांस से घृणा करते हैं।
- सूअरों को पाल कर मांस के लिए बेचा जाता है।
- एक प्रकार की सूअर प्रजाती जंगल में रहती है, उसे “जंगली सूअर” कहते हैं। जंगली सूअर के दांत बड़े होते हैं, और वह बहुत खतरनाक होता है।
बड़े सूअरों को “शूकर” कहा जाता है।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें)
(यह भी देखें: शुद्ध)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2386, G55190
सृजन करना, रचा, सृष्टि, सृजनहार
परिभाषा:
“सृजन” शब्द का अर्थ है, रचना करना या किसी वास्तु को अस्तित्व में लाने का कारण होना। जो कुछ सृजा गया उसे "सृष्टि" कहते हैं। परमेश्वर को “सृजनहार” कहते हैं क्योंकि उसने सम्पूर्ण जगत को अस्तित्ववान किया।
- जब परमेश्वर के लिए कहा जाता है कि उसने सम्पूर्ण जगत की रचना की तो इसका अर्थ है कि उसने शून्य से उसे उत्पन्न किया।
- जब मनुष्य कोई रचना करता है तो इसका अर्थ है कि वह विद्यमान तत्वों से कुछ बनाता है।
- कभी-कभी “रचना” शब्द का उपयोग किसी अवस्तुगत के वर्णन के लिए लाक्षणिक भाषा में किया जाता है, जैसे “शान्ति बनाना” या “मनुष्य में शुद्ध मन रचना”
- “सृष्टि” शब्द का सन्दर्भ जगत के आदिकाल से हो सकता है जब परमेश्वर ने सब कुछ बनाया था| इसका उपयोग सामान्य रूप में परमेश्वर द्वारा सृजित सब के लिए किया जा सकता है| कभी-कभी “सृष्टि” शब्द विशेष करके पृथ्वी पर मनुष्यों के लिए काम में लिया जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- कुछ भाषाओं में स्पष्ट व्यक्त किया जा सकता है कि परमेश्वर ने “शून्य से” सम्पूर्ण जगत की रचना की, सुनिश्चित करें कि इसका अर्थ स्पष्ट हो।
- “जगत की सृष्टि के समय से” अर्थात “उस समय से जब परमेश्वर ने सम्पूर्ण जगत की रचना की थी”।
- समान वाक्यांश, “सृष्टि के आरंभ में ” का अनुवाद किया जा सकता है, “जब परमेश्वर ने आदिकाल में जगत की रचना की थी" या "जब जगत को पहली बार बनाया गया।”
- “सारी सृष्टि के लोगों में” सुसमाचार प्रचार करो अर्थात “संपूर्ण पृथ्वी पर मनुष्यों को” सुसमाचार सुनाओ।
- “संपूर्ण सृष्टि आनन्द करे” अर्थात “परमेश्वर द्वारा सृजित सब कुछ आनन्द करे”।
- प्रकरण के अनुसार “सृष्टि करना” का अनुवाद “बनाना” या “अस्तित्व में लाना” या “शून्य से उत्पन्न करना” हो सकता है।
- “सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “जिसने सब कुछ बनाया” या “परमेश्वर जिसने सम्पूर्ण जगत की उत्पत्ति की”।
- “तेरा सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर जिसने तुझे बनाया”
(यह भी देखें: परमेश्वर, शुभ सन्देश, संसार)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H3335, H4639, H6213, H6385, H7069, G2041, G2602, G2675, G2936, G2937, G2939, G4160, G5480
सेनापति, सरदार
परिभाषा:
“सेनापति” शब्द सेना के प्रमुख को संदर्भित करता है, जो सैनिकों के दल का नेतृत्व करने और आदेश देने के लिए उत्तरदायी होता है।
- सेनापति, सैनिकों के एक छोटे दल का या एक बड़े दल का प्रमुख हो सकता है, जैसे कि एक हजार पुरुष का दल।
- यह शब्द यहोवा के संदर्भ में भी उपयोग होता है कि वह स्वर्गदूतों की सेना का प्रमुख है।
सेनापति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अगुआ” या “कप्तान” या “अधिकारी”
- सेना को “आदेश देना” के अनुवाद हो सकते हैं, “अगुआई करना” या “प्रभारी होना।"
(यह भी देखें: आदेश, अधिपतियों, सूबेदार)
बाइबल संदर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2710, H2951, H1169, H4929, H5057, H6346, H7101, H7262, H7218, H7227, H7229, H7990, H8269, G55060
सेला
परिभाषा:
“सेला” इब्रानी भाषा का एक शब्द है जो ज्यादातर भजन संहिता में देखा जा सकता है। इसके अनेक संभावित अर्थ हैं।
- इसका अर्थ हो सकता है “ठहरो और स्तुति करो” इसके द्वारा श्रोताओं का आह्वान किया जाता है कि वे उच्चारित शब्दों पर मनन करें।.
- अधिकांश भजन संहिता राग में लिखे गए थे, ऐसा माना जाता है कि “सेला शब्द संभवतः संगीत का कोई शब्द रहा होगा जिससे गायक को रूकने का संकेत दिया जाता था कि केवल वाद्य बजाए जाए या श्रोताओं को प्रोत्साहित किया जाता था कि भजन के शब्दों पर विचार करें।
(यह भी देखें: भजन)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
सेवा करना, दास बनाना, दास बना दिया, सेवक, सेवकों, दास, दासों, दासत्व, दासी
परिभाषा:
"सेवा" शब्द का अर्थ सामान्यतः काम करना, और अवधारणा को विभिन्न प्रकार के संदर्भों में लागू किया जा सकता है।यह शब्द एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए काम करता है (या पालन करता है), या तो अपनी इच्छा से या बलपूर्वक। बाइबल में, निम्नलिखित लोगों में से किसी को "दास:" एक दास एक युवा महिला कार्यकर्ता, एक युवा पुरुष कार्यकर्ता को कहा जा सकता है, जो परमेश्वर और अन्यों का पालन करता हो। बाइबल के युग में दास और सेवक में अधिक अन्तर नहीं था जैसा आज समझा जाता है। सेवक और दास दोनों ही अपने स्वामी के घराने के महत्वपूर्ण सदस्य होते थे और अधिकतर परिवार के सदस्य ही माने जाते थे। कभी-कभी सेवक अपने स्वामी के अजीवन सेवक स्वैच्छा से बनना चाहते थे।
- दास एक ऐसा सेवक होता था जो अपने स्वामी की सम्पदा होता था। जो दास को खरीदता था वह उसका “स्वामी” कहलाता था। कुछ स्वामी अपने दासों के साथ निर्दयता का व्यवहार करते थे परन्तु कुछ स्वामी अपने दासों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते थे जैसे वे परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हों।
- प्राचीन युग में कुछ लोग किसी के ऋणी होने के कारण स्वैच्छा से उसके दास बन जाते थे कि लिया हुआ उधार चुका सकें।
- मेहमानों की सेवा करने वाले व्यक्ति के संदर्भ में, इस शब्द का अर्थ है "देखभाल करना" या "भोजन परोसना" या "भोजन प्रदान करना।" जब यीशु ने चेलों को लोगों को मछली "परोसने " के लिए कहा, तो इसका अनुवाद "वितरित" या "बांटने" या "देना" हो सकता है।
- बाइबल में व्यक्त एक उक्ति “तेरा दास” का उपयोग किसी अधिकार संपन्न व्यक्ति जैसे राजा के लिए सम्मान प्रकट करने हेतु किया जाता था। इसका अर्थ यह नहीं कि कहने वाला वास्तव में उसका दास था।
- संदर्भ के आधार पर "सेवा" शब्द का अनुवाद "सेवक को" या "के लिए कार्य करना" या "की देखभाल करना" या "पालन" के रूप में भी किया जा सकता है।
- पुराने नियम में परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं तथा आराधकों को प्रायः उसका “दास” कहा जाता था।
- "परमेश्वर की सेवा करने के लिए" का अनुवाद "परमेश्वर की आराधना और आज्ञा का पालन" करने के लिए किया जा सकता है या "उस कार्य को करना जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी हो।"
- नये नियम में मसीह में विश्वास करके परमेश्वर की आज्ञा माननेवालों को प्रायः उसके सेवक कहा जाता था।
- "मेज़ पर परोसा" का अर्थ है उन लोगों को भोजन पहुंचाना जो मेज़ पर बैठे हैं, या अधिक सामान्यतः पर "भोजन वितरित" करते हैं।
- जो लोग दूसरों को परमेश्वर के बारे में सिखाते हैं, उन्हें कहा जाता है कि वे परमेश्वर और जिन्हे वे शिक्षा दे रहे हैं, दोनों की सेवा करें।
- प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीहियों को लिखा कि वे किस तरह से पुरानी वाचा को “सेवा” करते थे। यह मूसा की व्यवस्था का पालन करने के लिए संदर्भित करता है। अब वे नई वाचा की "सेवा" करते हैं। यह यीशु के क्रूस पर बलिदान के कारण, उनके विश्वासियों को पवित्र आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने और पवित्र जीवन जीने के लिए सक्षम किया जाता है।
*पौलुस उनकी "सेवा" के संदर्भ में और कार्यों के बारे में पुरानी या नई वाचा में बात करता है। इसका अनुवाद "सेवा करना" या "पालन करना" या "भक्ति करना" हो सकता है।
(यह भी देखें: प्रतिबद्ध, दास बनाना, घराना, प्रभु, आज्ञाकारी, धर्मी, वाचा, व्यवस्था,)
बाइबल संदर्भ:
बाइबल कहानियों के उदाहरण:
- 06:01 जब अब्राहम बहुत वृद्ध था और उसका पुत्र, इसहाक, एक आदमी हो गया था, अब्राहम ने अपने दासों में से एक को कुटुम्बियों के पास भेजा की वे उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आये।
- 08:04 दास व्यापारियों ने यूसुफ को एक दास के रूप में एक धनी सरकारी अधिकारी को बेचा।
- 09:13 "मैं(परमेश्वर) तुझे(मूसा) फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र के दासत्व से निकाल ले आए।"
- 19:10 फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है, और मैं तेरा दास हूँ,
- 29:03 "जबकि चुकाने को दास के पास कुछ न था, तो उसके स्वामी ने कहा, ‘यह (दास) और इसकी पत्नी और बाल-बच्चे और जो कुछ इसका है सब बेचा जाए, और क़र्ज चुका दिया जाए।’"
- 35:06 "मेरे पिता के कितने ही मजदूरों को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाँ भूखा मर रहा हूँ।"
- 47:04 दासी पीछे आकर चिल्लाने लगी, “ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।”
- 50:04 यीशु ने यह भी कहा, " दास अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता"
शब्द तथ्य:
- (दास) स्ट्रांग'स : H5288, H5647, H5649, H5650, H5657, H79198, H8198, H8334, G1249, G1401, G1012, G2324, G3407, G3411, G3610, G3816, G4916, G5252525
- (सेवा) H327, H3547, H4929, H4931, H5647, H5656, H5673, H5975, H6213, H6399, H6402, H6440, H6633, H6635, H7272, H8104, H8120, H8120, H8998, H8278, H8658 G1402, G1438, G1983, G2064, G2212, G2323, G2999, G3000, G3009, G4337, G4342, G4754, G5087, G5256
सेवा करना, दास, दास बनाना, दासत्व, बन्धन, वश में, बन्धन, बाँधा
परिभाषा:
“सेवा करना” अर्थात् किसी से स्वामी की या राज करने वाले देश की सेवा कराना। “दास बनाया जाना” या “बन्धुआई में होना” अर्थात् किसी बात को या किसी व्यक्ति के वश में होना।
- दासत्व में या बन्धुवाई में होने वाला मनुष्य बिना मजदूरी किसी की सेवा करनी होती है, वह अपनी इच्छा से कुछ नहीं कर सकता है। “बन्धुआई में होना” का अन्य शब्द "दासत्व" है।
- नए नियम में मनुष्य को पाप के “दासत्व” में कहा है जब तक कि यीशु उन्हें उसके नियंत्रण एवं सामर्थ्य से मुक्त न कराए। जब एक व्यक्ति मसीह में नया जीवन पाता है तब वह पाप का दास नहीं रहता है और वह धार्मिकता का दास हो जाता है।
अनुवाद के सुझाव:
- “दास बनाना” का अनुवाद “स्वतंत्र नहीं रहने देना” या “अन्यों की सेवा करने के लिए विवश किया जाना” या “अन्य किसी के वश में कर देना”।
- “दासत्व में” या “बन्धुआई में” का अनुवाद “दास होने के लिए विवश किया जाना” या “सेवा करने के लिए मजबूर” या “किसी के वश में होना”।
(यह भी देखें: स्वतंत्र, धर्मीजन, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H3533, H5647, G1398, G1402, G2615
सेवा करना, सेवा करना, सेवा किया, सेवा कर रहा है, सेवा, सेवा, मजबूर होकर काम
परिभाषा:
“सेवा करना” अर्थात् मनुष्यों की सहायता के काम करना। इसका अर्थ "अराधना" भी होता है।
- एक व्यक्ति जब अतिथियों की सेवा करता है तो इसका अर्थ है “सुश्रुषा करना” या “भोजन परोसना” या “भोजन व्यवस्था करना”
- जब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा था कि जनसमूह में मछली बांट दें, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “वितरण करना” या “देना”
- शब्द "सेवा" सेवारत के कार्य को संदर्भित करता है। इसका संदर्भ परमेश्वर की आराधना हेतु विश्वासियों के “एकत्र होने” से भी है।
- सेवा” का अनुवाद “सेवा सुश्रुषा” या “काम करना” या “देखरेख” या “आज्ञापालन” भी हो सकता है।
- "परमेश्वर की सेवा करना” का अनुवाद “परमेश्वर की उपासना एवं आज्ञापालन” या “परमेश्वर की आज्ञा का कार्य करना” भी हो सकता है।."
- मेज की सेवा” अर्थात् मेज पर बैठने वालों को भोजन परोसना। आम तौर पर, "भोजन वितरित करना"
- मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा देने वालों को परमेश्वर और जिन्हें शिक्षा दी जाती है दोनों की सेवा करनेवाले कहा जाता है।
- प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थ नगर के विश्वासियों को लिखा था कि वे पुराने नियम की "सेवा" कैसे करते थे। इसका संदर्भ मूसा की व्यवस्था का पालन सूचित करता है।
- अब वे नई वाचा "सेवा" करते हैं। अर्थात् क्रूस पर यीशु के बलिदान के कारण यीशु के विश्वासी पवित्र-आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने तथा पवित्र जीवन जीने योग्य हो गए हैं।
- पौलुस उनके द्वारा पुरानी वाचा या नई वाचा की "सेवा" के संदर्भ में चर्चा कर रहा था। इसका अनुवाद हो सकता है, “सेवा करना” या “आज्ञा मानना” या “भक्ति करना”
(यह भी देखें: वाचा, व्यवस्था, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H327, H3547, H4929, H4931, H5647, H5656, H5673, H5975, H6399, H6402, H6440, H6633, H6635, H7272, H8104, H8120, H8199, H8278, H8334, G1247, G1248, G1398, G1402, G1438, G1983, G2064, G2212, G2323, G2999, G3000, G3009, G4337, G4342, G4754, G5087, G5256
सैनिक, योद्धा,
तथ्य:
“योद्धा” और “सैनिक” दोनों शब्द सेना में युद्ध करनेवाले मनुष्य के संदर्भ में हैं। परन्तु इनमें कुछ अन्तर है।
- “योद्धा” एक सामान्य एवं व्यापक शब्द है जो युद्ध में निपुण एवं साहसी मनुष्य के सन्दर्भ में होता है।
- यहोवा को प्रतीकात्मक रूप में “योद्धा” कहा गया है।
- “सैनिक” शब्द विशेष करके उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जो किसी सेना में सेवारत है या युद्ध में लड़ रहा है।
- यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने जैसे उत्तरदायित्वों के निर्वाह हेतु नियुक्त किए गए थे। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसकी चौकसी में थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था।
- अनुवादक को ध्यान देना है कि उसकी भाषा में “योद्धा” और “सैनिक” के लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, जिनका अर्थ और उपयोग भी अलग अलग है।
(यह भी देखें: साहस, क्रूस पर चढ़ाना, रोम, कब्र)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961
सोता, स्रोत, उमड़ता
परिभाषा:
“सोता” और “झरना” अर्थात भूमि से निकल कर बहुतायत से बहनेवाला पानी।
- बाइबल में इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है कि परमेश्वर से निकलने वाली आशीषों का संदर्भ दे या स्वच्छ करने वाली या पवित्र करनेवाली वस्तु का संदर्भ दे।
- आज सोता मनुष्य के द्वारा निर्मित वस्तु होती है जिसमें पानी का प्रवाह होता है, जैसे पीने के पानी का सोता। सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद प्राकृतिक जल स्रोत को व्यक्त करे।
- इस शब्द के अनुवाद की तुलना “जल प्रलय” के अनुवाद से करें।
(यह भी देखें: जल-प्रलय)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H953, H1530, H1543, H3222, H4002, H4161, H4456, H4599, H4726, H5033, H5869, H5927, H6524, H6779, H8444, H8666, G242, G4077
सोना, सोने का
परिभाषा:
सोना पीले रंग की उत्तम धातु है जिससे आभूषण तथा धार्मिक वस्तुएं बनाई जाती थीं। प्राचीन युग में यह सबसे अधिक मूल्यवान धातु थी।
- बाइबल के युग में, ठोस सोने की विभिन्न वस्तुएं बनाई जाती थीं या वस्तुओं पर सोना चढ़ाया जाता था।
- इन वस्तुओं में थे, कुन्दन तथा अन्य आभूषण, मूर्तियां, वेदियां, तथा निवास (मण्डप) या मन्दिर की अन्य वस्तुएं जैसे वाचा का सन्दूक।
- पुराने नियम के युग में सोना क्रय-विक्रय में मुद्रा स्वरुप काम में आता था। उसे तराजू में तोल कर उसका मूल्य ज्ञात किया जाता था।
- उत्तरकाल में सोने और चाँदी के सिक्के क्रय-विक्रय में काम में आने लगे।
- जब किसी ऐसी वस्तु की चर्चा हो जो ठोस सोने की नहीं है उस पर केवल सोना चढ़ा हुआ है तो “सुनहरा” या “सोना चढ़ा” या “स्वर्णआवृत” अनुवाद किया जा सकता है।
- कभी-कभी किसी वस्तु को “सुनहरा” कहा जाता है, अर्थात उसका रंग सोने जैसा है परन्तु यथार्थ में सोने से बनी नहीं है।
(यह भी देखें: वेदी, वाचा का सन्दूक, झूठे देवता, चांदी, मिलापवाला तम्बू, मन्दिर)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H1220, H1722, H2091, H2742, H3800, H5458, H6884, H6885, G5552, G5553, G5554, G5557
स्तंभ, लाटें, खम्भा, खम्भों
परिभाषा:
“खम्भा” एक बड़ी खड़ी रचना होती है जिस पर छत को या भवन के अन्य भाग को रोका जाता है। “खम्भा” का दूसरा शब्द स्तंभ होता है।
- बाइबल के युग में भवन को सहारा देने के लिए जो खंभे बनाए जाते थे वे सामान्यतः एक ही पत्थर में से काटकर निकाले जाते थे।
- पुराने नियम में शिमशोन को पलिश्तियों ने बन्दी बना लिया था तब उसने उनके मन्दिर के खंभों को गिराकर मन्दिर को ध्वंस कर दिया था।
- कभी-कभी “खंभा” शब्द किसी की कब्र या किसी घटना की स्मृति में खड़ी की गई चट्टान को भी कहा गया है।
- यह शब्द किसी देवी-देवता की मूर्ति की उपासना के संदर्भ में भी उपयोग किया गया है। किसी गढ़ी हुई मूरत के लिए भी इस शब्द का उपयोग किया गया है जिसका अनुवाद “प्रतिमा” किया जा सकता है।
- “खंभा” शब्द का उपयोग किसी भी स्तंभ रूपी रचना के लिए किया जा सकता है जैसे आग का खंभा जो रात के समय जंगल में इस्राएलियों की अगुआई करता था या “नमक का खंभा” लूत की पत्नी नमक का खंभा बन गई थी जब उसने पलट कर सदोम को देखा था।
- किसी भवन को थामने वाली रचना के लिए “खंभा” शब्द का उपयोग किया जाता है तो इसका अनुवाद “खड़ी पत्थर की लाट का सहारा” या “थामने वाली पत्थर की रचना” किया जा सकता है।
- “खंभा” के अन्य उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, “प्रतिमा” या “ढेर” या “स्तूप” या “स्मारक” या “ऊंची रचना” आदि जो प्रकरण के अनुरूप उचित हो।
(यह भी देखें: आधार, मूरत, समान)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong’s: H352, H547, H2106, H2553, H3730, H4552, H4676, H4678, H4690, H5324, H5333, H5982, H8490, G4769
स्तुति, भजन, स्तुति की, स्तुति करते, बड़ाई की बात
परिभाषा:
किसी की प्रशंसा करना अर्थात उस व्यक्ति की सराहना तथा उसको सम्मानित करना।
- मनुष्य परमेश्वर की स्तुति करता है क्योंकि वह महान है और उसने जगत का उद्धारकर्ता एवं सृजनहार होने के कारण अद्भुत काम किए हैं।
- परमेश्वर की स्तुति में उसके कामों के लिए धन्यवाद होता है।
- परमेश्वर की स्तुति में प्रायः संगीत और भजन गान होते हैं।
- परमेश्वर की स्तुति उसकी आराधना का एक भाग है।
- “स्तुति करना” का अनुवाद हो सकता है, “किसी के बारे में अच्छी बात कहना” या “शब्दों द्वारा उच्च सम्मान प्रदान करना” या “किसी का गुणगान करना”।
- “स्तुति” संज्ञा शब्द का अनुवाद “सम्मानित व्यक्ति” या “सम्मान सूचक उदगार” या “अच्छाईयों का वर्णन”।
(यह भी देखें: आराधना)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 12:13 इस्राएलियों ने बहुत उत्साहित होकर आनन्द मनाया क्योंकि परमेश्वर ने उन्हें मृत्यु व गुलामी से बचाया! अब वह परमेश्वर की आराधना करने की लिये स्वतंत्र थे |
- 17:08 जब दाऊद ने यह शब्द सुने, उसने तुरन्त ही परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसकी प्रशंसा की, क्योंकि परमेश्वर ने दाऊद से महान गौरव और बहुत सी आशीषों की वाचा बाँधी थी |
- 22:07 तब जकरयाह ने कहा कि, “प्रभु परमेश्वर धन्य हो, क्योंकि उसने अपने लोगों पर दृष्टि की और उनका छुटकारा किया है |
- 43:13 और परमेश्वर की स्तुति करते हुए आनन्द करते थे और वे हर वस्तुए एक दुसरे से बाटते थे |
- 47:08 उन्होंने पौलुस और सीलास को बंदीगृह के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में रखा था और यहां तक कि उनके पैरों को भी बांध रखा था| फिर भी आधी रात को पौलुस और सीलास प्रार्थना करते हुए परमेश्वर के भजन गा रहे थे |
शब्द तथ्य:
- Strong's: H1319, H6953, H7121, H7150, G1229, G1256, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G3853, G3955, G4283, G4296
स्मरण दिलानेवाले, दान स्मरण के लिये
परिभाषा:
“स्मरण दिलानेवाले” अर्थात कोई कार्य या वस्तु जो किसी का या किसी बात का स्मरण कराती है।
- यह शब्द विशेषण रूप में काम में लिया जाता है कि बात का वर्णन करे जिससे स्मरण हो जैसे “स्मरण की भेंट” या “स्मरण का अंश” या “स्मरण के पत्थर”
- पुराने नियम में भेंट चढ़ाई जाती थी कि इस्राएल स्मरण रखे कि परमेश्वर ने उनके लिए क्या किया।
- परमेश्वर ने इस्राएल के याजकों को विशेष वस्त्र पहनने की आज्ञा दी थी जिन पर स्मरण हेतु पत्थर लगे थे। * इन पत्थरों पर इस्राएल के बारहों गोत्रों के नाम लिखे थे। ये संभवतः उन्हें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का स्मरण कराने हेतु थे।
- नये नियम में, परमेश्वर ने कुरनेलियुस नामक एक व्यक्ति को सम्मानित किया था क्योंकि वह गरीबों पर तरस खाता था। उसके इन कामों को परमेश्वर के समक्ष “स्मरण के लिए” माना गया था।
अनुवाद के सुझाव:
- इसका अनुवाद “सदाकालीन स्मृति” हो सकता है।
- “स्मरण के पत्थर” का अनुवाद “उन्हें स्मरण कराने के लिए पत्थर” हो सकता है।
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H2142, H2146, G3422
स्वतंत्र, छुड़ाए हुए, स्वतंत्रता, स्वतंत्र मनुष्य, स्वेच्छा, मुक्ति
परिभाषा:
“स्वतंत्र” और “स्वतंत्रता” का अर्थ है दासत्व या अन्य किसी बन्धन में न रहना। “स्वतंत्रता” के लिए दूसरा शब्द है “मुक्ति”
- “किसी को स्वंतत्र करना” या “मुक्त करना” अर्थात किसी को दासत्व या बन्धुआई से निकल आने का मार्ग प्रदान करना।
- बाइबल में ये शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं कि दर्शाया जाए कि यीशु में विश्वास करनेवाला अब पाप के वश में नहीं है।
- “मुक्ति” या “स्वतंत्रता” का अर्थ यह भी हो सकता है, मूसा की व्यवस्था का पालन करने की अनिवार्यता के अधीन नहीं वरन पवित्र आत्मा की शिक्षाओं तथा अगुआई में रहने के लिए स्वतंत्र।
अनुवाद के सुझाव:
- “स्वतंत्र” शब्द ऐसे शब्द और उक्ति द्वारा अनुवाद किए जा सकते हैं जैसे “बन्धन मुक्त” या “दासत्व में नहीं” या “दासत्व मुक्त” या “बन्धुआ नहीं”।
- “स्वतंत्रता” या “मुक्ति” का अनुवाद ऐसे शब्दों से हो जैसे “स्वतंत्र होने की अवस्था” या “दास न होने की अवस्था” या “बन्धुआ नहीं”।
- “स्वतंत्र करना” इसका अनुवाद “मुक्त होने का कारण” या “दासत्व से बचाना” या “बन्धन से मुक्ति दिलाना”
- जो मनुष्य “स्वतंत्र किया गया” वह बन्धुआई या दासत्व से “छुड़ाया गया” या “बाहर निकाला गया”।
(यह भी देखें: बाँधना, दास बनाना, सेवक)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1865, H2600, H2666, H2668, H2670, H3318, H4800, H5068, H5069, H5071, H5337, H5352, H5355, H5425, H5674, H5800, H6299, H6362, H7342, H7971, G425, G525, G558, G629, G630, G859, G1344, G1432, G1657, G1658, G1659, G1849, G3089, G3955, G4506, G5483
स्वप्न
परिभाषा:
मनुष्य के सोते समय मस्तिष्क में जो देखता है या अनुभव करता है वह स्वप्न कहलाता है।
- स्वप्न प्रायः यथार्थ घटना प्रतीत होते हैं जबकि वे होती नहीं हैं।
- कभी-कभी परमेश्वर मनुष्यों को स्वप्न दिखाता है कि वे उससे कुछ सीखें। परमेश्वर स्वप्नों में मनुष्यों से सीधी बातें भी कर सकता है।
- बाइबल में परमेश्वर ने कुछ लोगों को विशेष स्वप्नों के माध्यम से सन्देश दिए जो अधिकतर भावी घटनाओं के बारे में थे।
- स्वप्न दर्शन से भिन्न होता है। स्वप्न मनुष्य को नींद में दिखाई देते हैं परन्तु दर्शन जागृत अवस्था में दिखाई देते हैं।
(यह भी देखें: दर्शन)
बाइबल सन्दर्भ:
बाइबल कहानियों से उदाहरण:
- 8:2 यूसुफ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करेगा।
- 8:6 एक रात को मिस्र के राजा ने, जिसे मिस्री फ़िरौन कहते थे, रात में दो स्वप्न देखे जो उसे निरंतर परेशान कर रहे थे। जो स्वप्न उसने देखे उनका फल बताने वाला उसके ज्ञानियों में से कोई भी नहीं था।
- 8:7 परमेश्वर ने यूसुफ को यह योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। यूसुफ ने उसके लिये स्वप्न की व्याख्या की और कहा कि “सारे मिस्र देश में सात वर्ष तो बहुतायत की उपज के होंगे, और उनके पश्चात् सात वर्ष अकाल के आयेंगे।”
- 16:11 उसी रात जब गिदोन मिद्यानियों के डेरे में आया तब एक मिद्यानी सैनिक अपने संगी से अपना स्वप्न कह रहा था। वह अपने संगी से कह रहा था, “कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना मिद्यानियों की सेना को पराजित कर देगी।”
- 23:1 अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया। जब वह इन बातों के सोच ही में था तब प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई दिया।
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H1957, H2472, H2492, H2493, G17970, G17980, G36770
स्वेच्छाबलि,
परिभाषा:
स्वेच्छाबलि परमेश्वर को चढ़ायी जानेवाली बलि थी जिसकी अनिवार्यता मूसा की व्यवस्था में नही थी। यह मनुष्य की अपनी इच्छा का चढ़ावा था।
- यदि स्वैच्छा बलि में पशु था तो उस पशु में कुछ दोष स्वीकार्य थे क्योंकि वह मनुष्य की अपनी श्रद्धा से थी।
- इस्राएली बलि पशु का माँस खाते थे जो पर्व का उत्सव था।
- स्वैच्छा बलि इस्राएल के लिए आनन्द का कारण था क्योंकि इसका अर्थ था कि फसल अच्छी हुई है और उनके पास बहुत भोजन सामग्री है
- एज्रा की पुस्तक में एक भिन्न स्वैच्छा बलि का वर्णन है जो मन्दिर के पुनः निर्माण के लिए चढ़ाई गई थी। इस चढ़ावे में सोना-चाँदी मुद्राएं तथा सोने चाँदी के कटोरे एवं अन्य पात्र थे।
(यह भी देखें: होमबलि, एज्रा, पर्व, अन्नबलि, दोषबलि, व्यवस्था, पाप बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
हथियार, शस्त्रागार
परिभाषा:
“हथियार” अर्थात सैनिक द्वारा युद्ध में काम में आने वाले अस्त्र-शस्त्र तथा शत्रु के वार से बचाने वाला कवच। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिक हथियारों के लिए भी काम में लिया गया है।
- सैनिक के हथियारों में टोप, ढाल, सीनाबन्ध, पांव के कवच और तलवार आदि।
- प्रेरित पौलुस हथियारों की उपमा द्वारा आत्मिक हथियारों का संदर्भ देता है जो परमेश्वर ने विश्वासी को आत्मिक युद्ध के लिए दिए हैं।
- पाप और शैतान के विरूद्ध युद्ध करने के लिए परमेश्वर अपने लोगों को जो आत्मिक हथियार देता है, वे हैं, सत्य, धार्मिकता, शान्ति का सुसमाचार, विश्वास, उद्धार तथा पवित्र आत्मा।
- इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जाए जिसका अर्थ हो, “सैनिक के हथियार” या “युद्ध के सुरक्षात्मक वस्त्र” या “सुरक्षात्मक आवरण” या “अस्त्र-शस्त्र”
(यह भी देखें: विश्वास, पवित्र आत्मा, शान्ति, उद्धार, आत्मा)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H2290, H2488, H3627, H4055, H5402, G36960, G38330
हल/हल चलाना, हल चलाया, खेत जोतने वाला, हलवाहा, हल की फाल, अजोत/जुताई रहित
परिभाषा:
“ बीज बोने के लिए खेत में भूमि जोतने का यन्त्र को हल कहते हैं।
- हल में नुकीली टिंगलियां होती है जिनसे भूमि खुदती है। उनका एक डंडा होता है जिसे पकड़कर किसान उसे सीधा रखता है।
- बाइबल के युग में हल बैलों या अन्य पशुओं द्वारा खींचा जाता है।
- हल अधिकतर कठोर लकड़ी के होते थे जिनके फल तांबे या लोहे के होते थे।
(यह भी देखें: तांबा, बैल
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रोंग्स: H0406, H0855, H2758, H2790, H5215, H5647, H5656, H5674, H6213, H6398, G07220, G07230
हाथ, हाथों, हाथ, सौपना, के द्वारा, पर हाथ रखना, पर हाथ लगाता, दाहिना हाथ, दाहिने हाथ, के हाथ से
परिभाषा:
“हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है, यह शब्द अक्सर किसी व्यक्ति की शक्ति, नियंत्रण, या कार्रवाई का उल्लेख करने के लिए आलंकारिक रूप से उपयोग किया जाता है, चाहे वह परमेश्वर का संदर्भ में हो या किसी व्यक्ति के संदर्भ में हो।
"हाथ" शब्द के विभिन्न उपयोगों में निम्नलिखित शामिल हैं:
“हाथ” को बाइबल में विभिन्न प्रतीकात्मक रूपों में काम में लिया गया है जैसे परमेश्वर कहता है, “क्या मैंने अपने हाथों से यह सब नहीं बनाया?” ( देखें: लक्षणालंकार)
“पकड़वाया जाएगा” या “हाथों में कर दिया जाएगा” का अर्थ है किसी के नियंत्रण या अधिकार में किसी को देना।
“दाहिने हाथ” अर्थात “पाश्र्व में दाहिनी ओर” या “सीधे हाथ की ओर”
“हाथ डालना” का अर्थ है "हानि करना"। "किसी के हाथ से बचाने" का अर्थ है किसी व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नुकसान पहुंचाने से रोकना।
किसी के “हाथों से” अर्थात उस व्यक्ति “द्वारा” या “माध्यम” से किया गया। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर के हाथों की” अर्थात परमेश्वर ने किया कि हो जाए।
"हाथ में" या "हाथ में देने" जैसी अभिव्यक्तियाँ किसी को किसी अन्य के नियंत्रण या शक्ति के अधीन होने के लिए संदर्भित करती हैं।
“हाथों के रखने” अर्थात किसी को परमेश्वर की सेवा में समर्पित करने के लिए या चंगाई की प्रार्थना करने के लिए।
पौलुस कहता है, “पौलुस का अपने हाथ से लिखा हुआ” अर्थात पत्र का वह अंश उसके द्वारा लिखा गया है न कि बोलकर किसी से लिखाया गया।
अनुवाद के सुझाव
- ये उक्तियाँ और अन्य रूपकों को अन्य प्रतीकात्मक अभिव्यक्तियों द्वारा अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ वही हो। या अर्थ को सीधा शब्दशः अनुवाद किया जा सकता है।
- अभिव्यक्ति के रूप में "उसे पुस्तक सौंप दिया" भी अनुवाद किया जा सकता है "उसे पुस्तक दिया" या "पुस्तक को उसके हाथ में रख दिया।" यह उसे स्थायी रूप से नहीं दिया गया था, लेकिन उस समय उपयोग करने के उद्देश्य से दिया गया था।
- जब "हाथ" व्यक्ति को संदर्भित करता है, जैसे "परमेश्वर के हाथों ने ऐसा किया," इसका अनुवाद "परमेश्वर ने यह किया।"
- एक अभिव्यक्ति जैसे कि "उन्हें अपने शत्रुओं के हाथों में डाल दिया" या "उन्हें अपने शत्रुओं को सौंप दिया," का अनुवाद किया जा सकता है, "उनके शत्रुओं को उन्हें जीतने की इजाजत दी" या "उन्हें अपने शत्रुओं द्वारा पकड़ा गया" या "उनके शत्रुओं को उन पर नियंत्रण हासिल करने के लिए सशक्त बनाया।" "हाथ से मरने" के लिए का अनुवाद किया जा सकता है "द्वारा मारा जाएगा।"
- "दाहिने हाथ पर" शब्द का अनुवाद "के दाहिनी ओर" के रूप में किया जा सकता है।
- यीशु के संबंध में "परमेश्वर के दाहिने ओर पर बैठा", यदि यह उस भाषा में इसे उच्च सम्मान और समान अधिकार की स्थिति का संदर्भ नहीं देता है, तो उस अर्थ के साथ एक अलग अभिव्यक्ति का उपयोग किया जा सकता है। या फिर एक संक्षिप्त विवरण जोड़ा जा सकता है: "परमेश्वर के दाहिनी ओर, सर्वोच्च प्राधिकारी की स्थिति में।"
(यह भी देखें: बैरी, आशिष देना, बन्दी, आदर, सामर्थ्य)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H405, H2026, H2651, H2947, H2948, H3027, H3028, H3225, H3231, H3233, H3709, H7126, H7138, H8040, H8042, H8168, G710, G1188, G1448, G1451, G1764, G2021, G2092, G2176, G2902, G4084, G4474, G4475, G5495, G5496, G5497
हिम, हिम पड़ा, बर्फ गिरने के समय
तथ्यों:
"हिम" शब्द का अर्थ है जमे हुए पानी के सफेद टुकड़े जो कि बादलों से उन स्थानों पर गिरता है जहाँ हवा का तापमान ठंडा है।
- इस्राएल के ऊँचे स्थानों में हिम गिरता है परन्तु धरती पर अधिक समय नहीं रुकता शीघ्र पिंघल जाता है। पर्वतों की चोटी पर हिम जमता है। बाइबल में वर्णित हिम की जगह का एक उदाहरण लबानोन पर्वत है ।
- बहुत सफेद रंग का कुछ हिस्सा अक्सर उसके रंग की तुलना में हिम के रंग की तुलना में होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में यीशु के कपड़े और बाल को "हिम की तरह सफेद" होने के रूप में वर्णित किया गया था।
- बर्फ (हिम) का श्वेत रंग शुद्ध एवं स्वच्छा सा प्रतीत होता है। उदाहरणार्थ, हमारे “पाप हिम की नाई श्वेत” हो जाएंगे अर्थात “परमेश्वर अपने लोगों को पाप से पूर्णतः स्वच्छ कर देता है।
- कुछ भाषाओं में हिम को “जमी हुई बारिश” या “बर्फ के टुकड़े” या “जमे बरफ़ का टुकड़ा” कहा जाता है।
- “बर्फ का पानी” अर्थात पिघली हुई बर्फ का पानी।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
(अनुवाद के सुझाव: नामों का अनुवाद)
(यह भी देखें: लबानोन, शुद्ध)
बाइबल के सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H7949, H7950, H8517, G5510
हियाव, हियाव बांधे, प्रोत्साहित, प्रोत्साहन, उत्साहित, प्रेरित, ढाढ़स बाँधो, उदास, निरुत्साहित, उदास करना
तथ्य:
“हियाव” का अर्थ है निडर होकर सामना करना या कठिन, भयानक और संकट का काम करना।
- “साहसी” (निर्भीक) साहस दिखानेवाला मनुष्य चाहे वह भयभीत हो या उस पर त्याग करने का दबाव हो।
- मनुष्य पर जब मानसिक या शारीरिक कष्ट आता है तब वह शक्ति का उपयोग करके यत्न के साथ साहस का प्रदर्शन करता है।
- “हिम्मत बांधो” अर्थात “डरो मत” या “विश्वास रखो कि सब अच्छा होगा”
- जब यहोशू कनान जैसे खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने की तैयारी कर रहा था तब मूसा ने उसे प्रोत्साहित किया कि वह “हियाव बांधकर और दृढ़ होकर” रहे।
- “हियाव” शब्द का अनुवाद “बहादुर” या “निडर” या “साहस” हो सकता है।
- प्रकरण के अनुसार, “हियाव बांधने” का अनुवाद “मानसिक रूप से दृढ़” या “विश्वास करना” या “अटल रहना”हो सकता है।
- “निडर होकर बोलना” का अनुवाद “निर्भीक होकर कहना” या “बिना किसी डर के कहना” या “विश्वास के साथ कहना” हो सकता है।
“प्रोत्साहन देना” और “प्रोत्साहन” ऐसे शब्द हैं जिनके द्वारा मनुष्यों में ढांढ़स, आशा, विश्वास तथा साहस उत्पन्न किया जाता है।
- ऐसा ही एक शब्द है, “समझाना” (उपदेश देना) जिसका अर्थ है किसी से गलत काम का त्याग का और उचित एवं भले काम करने का आग्रह करना।
- प्रेरित पौलुस तथा नये नियम के अन्य लेखकों ने विश्वासियों को समझाया कि वे आपस में प्रेम रखें और सेवा करें।
"उदास" शब्द का सन्दर्भ ऐसा कुछ कहना या करना जिससे लोगों की आशा, आत्मविश्वास और साहस खो जाए और जिस कार्य में वे जानते है उन्हें अधिक परिश्रम करना चाहिए उन्हें उसे करने की इच्छा घट जाती है।
अनुवाद के सुझाव
- प्रकरण के अनुसार “प्रोत्साहन" शब्द के अनुवाद “आग्रह करना” या “शान्ति देना” या “दयालु शब्दों का उपयोग करना” या "सहायता करना एवं सहयोग देना” हो सकते हैं।
- “प्रोत्साहन की बातें” अर्थात “ऐसी बातें जिनसे मनुष्य को प्रेम, स्वीकरण तथा शक्ति पाने का बोध” हो।
(यह भी देखें: आत्मविश्वास, समझाया, भय, बल)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- स्ट्रांग'स: H533, H553, H1368, H2388, H2388, H2428, H3820, H3824, H7307, G2114, G2115, G2174, G2292, G2293, G2294, G3870, G3874, G3954, G4389, G4837, G5111
हिरन, हिरनी, हिरनियाँ, मृगनी, मृग, मृगों
परिभाषा:
हिरन एक बड़ा चौपाया है जो सुन्दर होता है और जंगलों तथा पहाड़ों में रहता है। नर पशु के बड़े-बड़े सींग होते हैं।
- शब्द “हिरनी” मादा हिरन के सन्दर्भ में इस्तेमाल किया गया है, और हिरन के बच्चे “मृगनी” कहलाते हैं।
- शब्द “हिरन” का सन्दर्भ नर हिरन से है।
- हिरन की एक और प्रजाति है, छोटी हिरन।
- हिरन के पांव पतले और बलवन्त होते है जिनके द्वारा वह कूदता है और तीव्र गति से भागता है।
- उनके खुर चिरे होते हैं जिनकी सहायता से वे ऊंची जगहों पर चढ़ जाते हैं।
(यह भी देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H354, H355, H365, H3180, H3280, H6643, H6646
होमबलि, हवन,
परिभाषा:
“होमबलि” परमेश्वर के समक्ष वेदी पर जलाई जाने वाली बलि। यह बलि मनुष्यों के पाप के प्रायश्चित के लिए थी। इसे “अग्निदान” भी कहते थे।
- इस बलि के पशु प्रायः भेड़ या बकरी थे परन्तु बैल और पक्षी भी चढ़ाए जाते थे।
- त्वचा को छोड़कर संपूर्ण पशु जला दिया जाता था। खाल या त्वचा पुरोहित को दे दी जाती थी।
- परमेश्वर के आदेश के अनुसार यूहदियों को प्रतिदिन दो होमबलि चढ़ानी होती थी।
(यह भी देखें: वेदी, प्रायश्चित, बैल, याजक, बलि)
बाइबल सन्दर्भ:
शब्द तथ्य:
- Strong's: H801, H5930, H7133, H8548, G3646